आज रिलीज़ हो रही सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट का एक गीत नाच मेरी जान काफी पॉपुलर हो चुका है। इस गीत पर दोनों खान भाइयों सलमान खान और सोहैल खान को नचाने का काम किया शबीना खान ने। सलमान खान और शबीना खान का साथ बरसों पुराना है। शबीना ने पहली बार सलमान खान की फिल्म ख़ामोशी द म्यूजिकल में गणेश हेगड़े की असिस्टेंट के रूप में पहली बार सलमान खान को स्टेप करवाए थे। शबीना सरोज खान और प्रभुदेवा की असिस्टेंट भी रह चुकी हैं। स्वतंत्र कोरियोग्राफर के रूप में ऑफर शबीना को ख़ामोशी के दौरान ही मिलने लगे थे। सलमान खान को शबीना की आर्टिस्टिक स्किल्स काफी पसंद है। इसलिए वह दूसरे कोरियोग्राफर के बजाय शबीना को प्राथमिकता देते हैं। यही कारण है कि शबीना खान फिल्म दबंग, जय हो और प्रेम रतन धन पायो जैसी फिल्मों में सलमान खान के स्टेप तैयार कर चुकी हैं। नाच मेरी जान की कोरियोग्राफी के बारे में बात
करते हुए शबीना कहती हैं, "यह गाना मेरे दिल के बहुत करीब है। यह गाना भाइयो के
रिश्तों को स्क्रीन पर सुंदर ढंग से पेश करता है। ख़ास बात यह है कि मेरे भाई शर्जिल ने भी इस गाने की कोरियोग्राफी करने में मदद की है।" इस गीत में सलमान खान और सोहेल खान के अलावा चीनी एक्ट्रेस जूजू भी नजर आती हैं ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 23 June 2017
शबीना के साथ मगन होके नाचे सलमान खान
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
प्रियंका चोपड़ा की दो हॉलीवुड फ़िल्में
बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा, जहाँ हिंदी
फिल्मों में व्यस्त हैं, वही वह हॉलीवुड फ़िल्में भी साइन करती जा रही हैं। पिछले दिनों प्रियंका चोपड़ा ने बहुत गुपचुप दो हॉलीवुड फ़िल्में साइन कर ली हैं। इनमे से एक फिल्म अ
किड लाइक जेक की तो उन्होंने शूटिंग भी शुरू कर दी है। ड्रामा फिल्म अ किड लाइक जेक में प्रियंका चोपड़ा अमाल का किरदार कर रही हैं। यह फिल्म अलेक्स और ग्रेग व्हीलर परिवार की है। उनका बेटा जेक तीव्र बुद्धि ट्रांसजेंडर बच्चा है। उन्हें उससे काफी उम्मीदें हैं। उसे अपनी उम्र के दूसरे बच्चों की तरह जीआई जो के बजाय सिंडरेला पसंद है। इस ट्रांसजेंडर बच्चे के न्यू यॉर्क सिटी के किंडरगार्टेन में एडमिशन के लिए उनके सामने आर्थिक कठिनाइयां हैं। फिल्म में व्हीलर दम्पति का किरदार क्लेयर डॅन्स और जिम पार्सन्स ने की है। इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा उनकी मित्र अमाल का किरदार कर रही हैं। जो एक बच्चे की तलाक़शुदा माँ है। उसे भी किंडरगार्टेन में बच्चे के दाखिले के लिए संघर्ष करना है। इस फिल्म के निर्देशक सिलास होवार्ड (बाय हुक ऒर बाय क्रूक) हैं। यह फिल्म अगले साल रिलीज़ होगी। प्रियंका चोपड़ा की दूसरी हॉलीवुड फिल्म इज नॉट इट एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। प्यार में धोखा खाई रूखे स्वभाव की युवती महसूस करती है कि उसकी ज़िन्दगी रोमांटिक कॉमेडी बन गई है। टॉड स्ट्रॉस-शुलसन निर्देशित फिल्म में केंद्रीय किरदार रिबेल विल्सन ने किया है। हंगर गेम्स के लिएम हैम्सवर्थ और एडम डेविन के किरदारों के विल्सन के साथ प्रेम त्रिकोण में प्रियंका चोपड़ा का कोण बहुत साफ़ नहीं है। यह फिल्म २०१९ में रिलीज़ होगी। क़्वान्टिको और बेवॉच से प्रियंका चोपड़ा ने खुद की इमेज निगेटिव किरदार वाली बना ली है। देखने वाली बात होगी कि इन दो फिल्मों का ड्रामा और रोमांस कॉमेडी उनके हॉलीवुड करियर में क्या रंग लाती है।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब श्रीदेवी साड़ी
श्रीदेवी की ३००वी फिल्म मॉम ७ जुलाई को रिलीज़ हो रही है। इसी तारीख को श्रीदेवी के अभिनय की दुनिया में पचास साल पूरे हो जायेंगे। इस दौर में श्रीदेवी ने हिंदी और दक्षिण की फिल्मों में अपने अभिनय और सेक्स अपील का सिक्का जमाया है। वह जितनी आकर्षक और सेक्सी आधुनिक पोशाकों में लगती थी, उससे कहीं ज़्यादा सेक्सी और आकर्षक साड़ी में दिखती थी। मिस्टर इंडिया के काटे नहीं काटते दिन ये रात गीत में नीली शिफॉन साड़ी में भीगती श्रीदेवी कामुकता की देवी नज़र आती थी। यश चोपड़ा की फिल्म चांदनी के ओ मेरी चांदनी गीत में पीली साड़ी में लिपटी श्रीदेवी ग्लैमर से भरपूर लग रही थी। लम्हे में उज्जवल सफ़ेद साड़ी में वह रोमांस की देवी जैसी लगती थी। २०१२ में रिलीज़ फिल्म इंग्लिश विंग्लिश में गृहणी शशि के किरदार के अनुरूप उन्होंने नौ गज की गहरे लाल रंग की साड़ी पहन कर दर्शकों पर जादू कर दिया था। श्रीदेवी के इसी जादू को भुनाने के ख्याल से चेन्नई के परंपरागत वस्त्रों के विक्रेता और श्रीदेवी के प्रशंसक ने श्रीदेवी साड़ियां लांच करने का फैसला किया है। साड़ियों की यह सीरीज श्रीदेवी की फिल्मों में उनके किरदारों से प्रेरित होंगी।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 21 June 2017
'फ्यूरी रोड' पर हार्डी और थेरॉन टकराव ?
२०१५ की हिट फिल्म मैड मैक्स : फ्यूरी रोड के निर्माण के दौरान फिल्म में मैक्स का किरदार करने वाले अभिनेता टॉम हार्डी और विलेन फ्यूरिओसा की एक्ट्रेस चार्लीज थेरॉन के बीच टकराव की खबरें आती रहती थी। लेकिन, इन खबरों की पुष्टि करने कोई भी आगे नहीं आता था। पिछले दिनों फिल्म में टोस्ट द नोईंग का किरदार करने वाली अभिनेत्री जोए क्रेविट्ज़ ने फिल्म रफ़ नाईट के प्रमोशन के दौरान ऐसा संकेत दिया कि हार्डी और थेरॉन में टकराव होता था। उनके अनुसार, "यह ऐसा टकराव था, जैसे हम समर कैंप में रहते हैं। घर से छह महीने तक अलग रेगिस्तान में बसते हैं। ऐसे में सभी लोगों के बीच कोई न कोई मुद्दा पैदा हो जाता है।" क्रेविट्ज़ की बात से बात मिलाती हुई इलाना ग्लेज़र मज़ाकिया लहज़े में इसे गर्भपात और प्रजनन के अधिकार से जोड़ देती है । इससे ऐसा लग सकता है कि हार्डी और थेरॉन टकराव पात्रों के अनुरूप बैठाने के लिए पैदा हुआ अधिक था। परन्तु जब हमें यह मालूम होता है कि फिल्म के डायरेक्टर जॉर्ज मिलर ने जो दो स्क्रिप्ट लिख रखी हैं, उनसे बन रही पहली फिल्म मैड मैक्स : द वेस्टलैंड में चार्लीज़ थेरॉन का फ्यूरिओसा का किरदार नहीं हैं, तब टकराव का सवाल फिर सर उठाता है । लेकिन, संकेत देते हैं जॉर्ज मिलर कि दूसरे सीक्वल में मैक्स और फ्यूरिओसा के बीच फिर वाद-विवाद होगा। साफ़ तौर पर मैड मैक्स: फ्यूरी रोड के पहले सीक्वल में फ्यूरिओसा नहीं है, लेकिन यह हार्डी से थेरॉन के टकराव का परिणाम नहीं है।
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अब डायरेक्टर की कुर्सी पर सिमोन किनबर्ग
डेडपूल, लोगन
और एक्स-मेन फिल्मों के निर्माण से जुड़े सिमोन किन्बर्ग ने अब डायरेक्शन की कमान भी
सम्हाल ली है । वह २ नवम्बर २०१८ को रिलीज़ होने जा रही फिल्म एक्स-मेन: डार्क फ़ीनिक्स का
निर्देशन करेंगे । इस फिल्म में जेम्स मकवाय (प्रोफेसर एक्स), जेनिफर लॉरेंस (मिस्टीक), माइकल फॉस्बेंडर (मैग्नेटो), सोफी टर्नर (जीन ग्रे) और निकोलस हॉल्ट (बीस्ट) अपने अपने किरदार करेंगे। प्रोफेसर एक्स के बुलावे पर इकठ्ठा सभी एक्स-मेन को दुनिया के उन लोगों को बचाना है, जो उनसे नफ़रत करते हैं। यह युद्ध ब्रह्माण्ड की सीमा से दूर, उन ताकतों से लड़ना है, जिनकी ताक़त असीम है। ऐसे में टीम की एक सदस्य जीन ग्रे को अपार शक्तियां मिल जाती हैं। यह शक्तियां उसे भ्रष्ट कर देती हैं और वह बुरी शक्ति डार्क फ़ीनिक्स बन जाती है। सिमोन किनबर्ग की इस फिल्म में इंटरस्टेलर की जेसिका चेस्टेन दुष्ट राजकुमारी लीलांड्रा का किरदार कर रही हैं। एक्स-मेन फिल्मों में अब तक ब्रयान सिंगर के अलावा टिम मिलर, जेम्स मैनगोल्ड, ब्रेट रैटनर, गैविन हुड और मैथ्यू वॉन जैसे निर्देशको ने रोचकता बनाये रखी हैं। अब इंतज़ार रहेगा एक्स-मेन के दर्शकों को एक्स- मेन : डार्क फ़ीनिक्स का कि सिमोन इस विज्ञान फैंटसी फिल्म में दर्शकों के लिये क्या रोचक दे पाते हैं!
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टेलीविज़न के सितारों के जीवन मे अहम् है संगीत
आज वर्ल्ड
म्यूजिक डे है। संगीत हिन्दुस्तानियों की
नस नस में बहता है। अभिनय की दुनिया में तो संगीत ख़ास अहमियत रखता है। टेलीविज़न की दुनिया में भी रोमांस की
अभिव्यक्ति करने का जरिया गीत- संगीत बन गया है। टीवी के सितारों के संगीत को लेकर
क्या विचार हैं, आइये जानने की कोशिश
करते हैं -
हसन ज़ैदी- संगीत
हमारे जीवन में काफी अहम् हिस्सा है। मैं
तो म्यूजिक के बीच बड़ा हुआ हूँ। मुझे याद है कि मैं हमेशा अपने साथ वॉकमैन लेकर
चलता था। मैं रेडियो जॉकी रहा हूँ। मैं उस समय सायप्रस में पढता था। वहां के रेडियो में इंडियन म्यूजिक पेश किया
करता था। स्कूल बैंड का लीड सिंगर हुआ
करता था। संगीत से मेरा रिश्ता आज भी
बरकरार है। मैं गिटार सीख रहा हूँ। पियानो
और ड्रम बजा सकता हूँ।
शक्ति अरोरा- मुझे
म्यूजिक से प्यार है। यह मेरा मूड बढ़िया
कर देता है। मैं एनर्जी की ज़रुरत म्यूजिक से पूरी करता हूँ। मेरा पास एक छोटा
स्पीकर और हेड फ़ोन है, जिस से मैं रोज
म्यूजिक सुनता हूँ। इस प्रकार से दो शॉट्स के बीच खुद को तरोताज़ा कर लेता
हूँ। जब गुस्सा होता हूँ, तब भी म्यूजिक सुनता हूँ। शेप ऑफ़ यू मेरा पसंदीदा
है।
श्वेता बासु प्रसाद-
मेरे जीवन में संगीत का बहुत ज्यादा महत्व है। मैं रोज संगीत सुनती हूँ। मैंने इंडियन क्लासिकल म्यूजिक पर
डाक्यूमेंट्री भी बनाई है। मैं भारतीय और
कर्णाटक म्यूजिक की प्रशंसक हूँ। में जाज,
फोक और पॉप सुनती हूँ। मैं किसी ख़ास गीत को नहीं गुनगुनाती। इंडियन
क्लासिकल में से ही कोई सुनती हूँ।
रमन हंडा- संगीत
मेरे लिए जीवन है। संगीत मुझे जीवन दे
देता है। बिना म्यूजिक के ज़िन्दगी बदरंग
होती। निर्वाण प्राप्त करने का आसान
रास्ता संगीत है। मेरा दिन संगीत से शुरू
होता है। मैं रोज ३ घंटा संगीत सुनता हूँ। मुझे सभी तरह का संगीत पसंद है। मगर पसंदीदा ईडीएम ही है। मुझे सूफी संगीत भी
पसंद है। जब भी उदास होता हूँ, मैं हमेशा कल हो न
हो गुनगुनाता हूँ। यही मेरा सबसे पसंदीदा
गीत है।
रोहित भरद्वाज- एक
एक्टर और म्यूजिक का गहरा सम्बन्ध है।
संगीत से किसी दृश्य को अलग करने की प्रेरणा मिलती है। स्क्रिप्ट में नई चीज़ संगीत से ही मिलती है। जब
मैं बेटी के साथ तैर रहा होता हूँ, पत्नी के साथ झगड़
रहा होता हूँ, दोस्तों के साथ खेल रहा होता हूँ, सफ़र करते समय खिड़की से बाहर झाँक रहा होता हूँ,
उस समय भी कोई ट्रैक पृष्ठभूमि पर चल रहा होता
है। मुझे सूफी और कुछ इंग्लिश क्लासिक
पसंद हैं। एन्ट नो सनशाइन व्हेन शी हैज गॉन किसी कारण से जादू सा करता है।
अनिरुद्ध दवे- संगीत
ज़िन्दगी है। मैंने अपनी अलार्म घडी में
मोजार्ट सेट कर रखा है। इस प्रकार से मेरे
दिन की शुरुआत ही मोजार्ट से होती है। जब
मैं दौड़ रहा होता हूँ, मैडिटेशन/रिलैक्सेशन
म्यूजिक सुनता हूँ। मैं नहाते समय भी संगीत सुनता हूँ। मैं सिंथेसाइज़र बजाता हूँ। संगीत मुझे खुश रखने का ज़रिया है। जब मैं खुश होता हूँ तो पेपी नंबर सुनता
हूँ। सूफी और फ्यूज़न मेरे पसंदीदा है।
पारुल चौहान- मैं जब
उदास होती हूँ या परिवार और दोस्तों को मिस कर रही होती हूँ तो मैं अपना मूड
म्यूजिक सुन कर ठीक करती हूँ। मैं खाने
बनाते समय या जिम में संगीत सुनते हुए ही वर्क आउट करती हूँ। मेरे घर में बड़ा सा
म्यूजिक सिस्टम है। सेट पर मेरे मेकअप रूम में भी म्यूजिक सिस्टम होता है। सेट पर लोग जब म्यूजिक सुनते हैं, तब समझ जाते हैं कि पारुल सेट पर आ गई है। मैं मेकअप करते समय और रिहर्सल करते समय भी
म्यूजिक सुनती रहती हूँ। मेरा पसंदीदा
अरिजीत सिंह है। वह सर्वश्रेष्ठ है। मेरा पसंदीदा गीत तुम ही हो है।
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Monday, 19 June 2017
कौन है ट्यूबलाइट की झू झू ?
आज सलमान खान मुंबई के एक बड़े होटल में अपनी फिल्म ट्यूबलाइट के प्रमोशन के दौरान फिल्म में उनकी नायिका झू झू का परिचय पत्रकारों से कराएंगे। झू झू चीनी अभिनेत्री है। उनका जन्म एक सैनिक परिवार में १९ जुलाई १९८४ को हुआ था। उनके दादा यानि ग्रैंडफादर चीन की पीपल्स आर्मी में मेजर जनरल के पद पर थे। झू ने तीन साल की उम्र से पियानो बजाना शुरू कर दिया था। वह जूनियर हाई स्कूल में ब्यूटी एंड द बीस्ट के इंग्लिश संस्करण में अभिनय कर चुकी है। वह एमटीवी चाइना की वीजे रह चुकी हैं। उनका एक एल्बम २००९ में रिलीज़ हुआ है। उन्होंने २०१० में चीनी फिल्म व्हाट वीमेन वांट से डेब्यू किया था। अमेरिका की मार्शल आर्ट्स फिल्म द मैन विथ द आयरन फ़िस्ट्स में झू झू ने रसेल क्रोव के साथ ची ची का किरदार किया था। वह शंघाई कॉलिंग, सीक्रेट शेयरर और क्लाउड एटलस में भी अभिनय कर चुकी है। वैसे उनके पास बीजिंग टेक्नोलॉजी एंड बिज़नेस यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स और इनफार्मेशन इंजीनियरिंग की डिग्री है। उन्होंने द एवोके इफेक्ट्स, मार्क पोलो, आदि जैसे टीवी शो भी किये हैं। वह इस समय बटर लैंप फिल्म में भी अभिनय कर रही हैं। झू झू की आदर्श हॉलीवुड की मेरिल स्ट्रीप, बारबरा स्ट्रेसैंड और केट विंस्लेट हैं। वह वेस एंडरसन और वुडी एलन जैसे निर्देशकों की फ़िल्में करना चाहती हैं। उनको घोड़ों और घुड़सवारी से बेहद प्यार है। झू झू को चीन की फैशन आइकॉन माना जाता है। वह हार्पर्स कॉलिन चाइना की असिस्टेंट एडिटर रह चुकी हैं।
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Sunday, 18 June 2017
'खुले में शौच' मुक्त मुहिम से जुड़े सलमान खान
आज भी भारत के कई ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में
शौच करने का चलन है जो देश के विकास के लिए वाकई एक गंभीर समस्या है। इसी को ध्यान
में रखते हुए खुले में शौच करने की प्रवृत्ति के खिलाफ पूरे देश मे मुहिम चलाई जा
रही है। इसी मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए अभिनेता सलमान खान आगे आये हैं । मुम्बई के
गोरेगांव ईस्ट स्थित मद्रास पाड़ा गाँव निवासियों के लिए उन्होंने कई शौचालय का
निर्माण कराया है । मुम्बई की फ़िल्म सिटी से सटा मद्रास पाड़ा एक छोटा सा गाँव है
जो आरे कालोनी के वनों से घिरा हुआ है। इस इलाके में लगभग ३००० से ज्यादा घर है
जिनकी अधिकांश आबादी पिछड़े और मजदूर वर्ग के है। यहां के निवासियों के लिए सलमान
खान की बीइंग ह्यूमन ट्रस्ट, बी एम सी, सच ईशान और आई लव मुम्बई
जैसी संस्थाओ ने साथ मिलकर लगभग २० के करीब शौचालय का निर्माण कराया है जो बिजली
और पानी की सुविधाओं से लैस है। सलमान खान ने कहा "यह सिर्फ एक शुरुआत है।
जिस इलाके में ३००० से ज्यादा घर हो और
हर घर में लगभग ६ से ७ लोग रहते हो, वहां के लोगों के
लिए जितनी शौचालय की सुविधा मिलेगी उतना है, उनका विकास होगा। हम इस काम में जुड़े
हुए है।"
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खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ऐश्वर्या राय ने लांच किया हृदयान्तर का संगीत
फैशन डिज़ाइनर विक्रम फडनिस ने
बॉलीवुड के तमाम बड़े सितारों के लिए उनकी फिल्मों में पोशाकें डिजाईन की हैं ।
विक्रम ने फिल्म हम किसी से कम नहीं की डिजाइनिंग ऐश्वर्या राय के लिए ख़ास तौर पर
की थी । कुछ न कहो के कॉस्टयूम भी विक्रम फडनिस ने डिजाईन किये थे । विक्रम फडनिस
की इसी प्रतिष्ठा का नतीजा है कि उनकी बतौर डायरेक्टर पहली मराठी फिल्म हृदयान्तर
का ट्रेलर जारी करने के लिए हृथिक रोशन मौजूद थे, तो वहीँ फिल्म का संगीत
ऐश्वर्या राय ने जारी किया । हृदयान्तर एक
भावुक किस्म की पारिवारिक फिल्म है । फिल्म का संगीत भी इसी थीम पर है । फिल्म का संगीत जारी करने के बाद ऐश्वर्य राय
ने कहा, “हृदयान्तर
जिंदगी को जीने की कहानी है । मगर यह
खूबसूरत, सेंसिटिव
और इमोशनल है । यही जिन्दगी का सफ़र है
। मैं फिल्म के संगीत की लौन्चिंग के मौके
पर मौजूद हो कर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ ।“ फिल्म के संगीत की रिलीज़ के समय
ऐश्वर्या राय की मौजूदगी से गदगद विक्रम फडनिस कहते हैं, “कुछ सम्बन्ध कपड़ों (कॉस्ट्यूम)
से इतर होते हैं । मैं ऐश्वर्या को प्यार करता हूँ और उनकी इज्ज़त करता हूँ । मेरी
फिल्म के संगीत की रिलीज़ के मौके पर उनकी मौजूदगी ने मेरा यह दिन यादगार बना दिया
है । मैं बेहद खुश हूँ ।“
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रजनीकांत की 'काला' की महत्वपूर्ण साक्षी !
राजस्थानी पिता और तमिलभाषी माँ
की संतान साक्षी अग्रवाल का जन्म अल्मोड़ा उत्तराखंड में हुआ था। जन्म के तुरंत बाद माँ-पता के साथ वह चेन्नई आ
गई। यहाँ उन्होंने अन्ना यूनिवर्सिटी से
बीआईटी किया। एक टॉप मैनेजमेंट
इंस्टिट्यूट से एमबीए किया। बंगलुरु की
कुछ कंपनियों में काम किया। इसी दौरान एक
फैशन डिज़ाइनर ने उन्हें देखा। वह मॉडलिंग
करने लगी। ली स्ट्रासबर्ग थिएटर एंड फिल्म
इंस्टिट्यूट से एक्टिंग का क्रैश कोर्स किया।
वह यह कोर्स करने वाली दक्षिण की एकमात्र अभिनेत्री हैं। हॉलीवुड की उमा थर्मन और स्कारलेट जोहानसन और
बॉलीवुड से रणबीर कपूर और इमरान खान ने ही इस इंस्टिट्यूट से कोर्स किया है। साक्षी ने तमिल भाषा की हॉरर सस्पेंस थ्रिलर
फिल्म युगन से अपने फिल्म करियर की शुरुआत की।
वह अब तक पांच तमिल और एक कन्नड़ फिल्म में अभिनय कर चुकी हैं। पिछले दिनों वह चर्चा में आई रजनीकांत की फिल्म
काला करिकालन में अभिनय के कारण। इस फिल्म
में साक्षी का किरदार छोटा मगर अहम् है।
साक्षी कहती हैं, "अपने करियर की शुरुआत में ही रजनी फिल्म पा कर मैं खुद को
खुशनसीब महसूस करती हूँ।"
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'स्ट्रीट कार रेसर बन 'ड्राइव' करेंगी जैक्वेलिन फर्नांडीज़
अभिषेक बच्चन, जॉन अब्राहम और प्रियंका चोपड़ा
के साथ दोस्ताना जैसी फिल्म निर्देशित करने के बाद तरुण मनसुखानी खामोश बैठ गए
थे। जबकि, खबरे उड़ती और बैठती रही कि वह
दोस्ताना २ का निर्माण करने जा रहे हैं। इस प्रकार से दोस्ताना को रिलीज़ हुए नौ
साल हो गए। अब जा कर तरुण मनसुखानी की
ख़ामोशी टूटी हैं। वह दोस्ताना का सीक्वल
तो नहीं बना रहे। अलबत्ता, वह स्ट्रीट कार रेसिंग पर फिल्म
ड्राइव ज़रूर बना रहे हैं। इस फिल्म का पहला शिड्यूल अप्रैल में ख़त्म हो चूका है।
हॉलीवुड में स्ट्रीट कार रेसर पर फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज पूरी दुनिया में लोकप्रिय हुई है। कुछ दूसरी कार रेसिंग पर फ़िल्में भी सफल हुई
हैं। लेकिन, बॉलीवुड में तारा रम पम पम और
रेस के अलावा अन्य कोई प्रयास नहीं हुए ।
इसीलिए तरुण मनसुखानी की स्ट्रीट कार रेस पर फिल्म ड्राइव पर तमाम निगाहें
हैं। इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत एक
कार रेसर की भूमिका में हैं। खबर है कि
जैक्वलिन फर्नांडीज़ का किरदार भी एक कार रेसर का है। इस फिल्म में जैक्वेलिन ने ढेरों खतरनाक स्टंट
किये हैं। वह तेज़ रफ़्तार से कार भगाती भी
नज़र आएँगी। जैक्वलिन के लिए यह किरदार
रियल लाइफ जैसा है। क्योंकि, बहरीन में रहने के दौरान वह
स्ट्रीट रेसर हुआ करती थी। इस दौरान उनके कई अच्छे दोस्त बने। बहरीन
की वह इकलौती महिला कार रेसर हुआ करती थी।
वह कितनी अच्छी कार रेसर थी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने दो बार पुरुष
ड्राइवरों को कार रेसिंग में मात दी थी।
इस लिहाज़ से जैक्वलिन ड्राइव में रियल लाइफ किरदार कर रही होंगी। जैक्वलिन आज की सबसे ज़्यादा व्यस्त अभिनेत्रियों
में शुमार हैं। वह सिद्धार्थ मल्होत्रा के
साथ एक्शन कॉमेडी फिल्म अ जेंटलमैन और वरुण धवन के साथ जुड़वा कर रही हैं। इन फिल्मों में जैक्वलिन के नायक उनके हमउम्र
और सफल अभिनेता हैं। यह तीनों फ़िल्में इस साल रिलीज़ हो सकती हैं।
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इलेआना को दिया अजय देवगन ने धुप का चश्मा
अजय
देवगन और मिलन लुथरिया का साथ दो दशक पुराना है । मिलन ने अजय देवगन को लेकर अपनी पहली फिल्म नाजायज़ (१९९५) निर्देशित की थी ।
इसके बाद इस जोड़ी ने चोरी चोरी, कच्चे धागे और वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई जैसी हिट
फ़िल्में की । बादशाओ इस जोड़ी की पांचवी फिल्म है । परन्तु इलेअना डी’क्रूज़ के साथ
अजय देवगन और मिलन लुथरिया दोनों ही पहली बार कोई फिल्म कर रहे हैं । इलेअना की
पहली हिंदी फिल्म बरफी रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा के साथ थी । वह अब तक कुल
पांच हिंदी फ़िल्में कर चुकी है । अजय देवगन के साथ इस फिल्म में उनकी केमिस्ट्री
बढ़िया जमी है । एक दिन अजय देवगन ने देखा की इलेअना उनका धूप का चश्मा पहन कर देख रही
है । वह चश्मा इलेअना के चेहरे पर काफी फब भी रहा था । इसलिए, जब बादशाओ को शूटिंग
ख़त्म हुई तो अजय देवगन ने इलेअना को अपना वही चश्मा उपहार में दे दिया।अजय देवगन से यह गिफ्ट पा कर इलेआना बेहद खुश हुई । आपातकाल
पर फिल्म बादशाओ एक सितम्बर को रिलीज़ हो रही है ।
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बॉलीवुड में फिलिस्तीनी गायिका सना मूसा
ऑस्कर अवार्ड विजेता भारतीय संगीतकार ए.आर.रहमान हमेशा नए कलाकारों तलाश में रहते
है, ताकि वह अपने
संगीत में और नया फ्लेवर ला सके । इसी तलाश में वह फिलिस्तानी गायिका सना मूसा तक
जा पहुंचे । बोनी कपूर और जी स्टूडियोज की फिल्म मॉम के अनोखे बैकग्राऊँड स्कोर के
लिए सना मूसा की आवाज़ का इस्तेमाल किया गया है। साना को फिलिस्तीनी महिलाओं के लोकगीत को
समर्पित गायिका के बतौर पहचाना जाता है । सना का सम्बन्ध फिलीस्तीनी कलाकारों के एक प्रतिष्ठित परिवार की से है । प्रसिद्ध
अरब संगीतकार खालिद जुब्रान से उन्होंने अल अरमावी संगीत शैली का अध्ययन किया है ।
वह फिलिस्तीन के अलावा जॉर्डन और कैरो तथा इजराइल में हैफा में अपने शो कर चुकी हैं । रवि उद्यावार द्वारा निर्देशित फिल्म मॉम में श्रीदेवी, अक्षय खन्ना और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की मुख्य भूमिका है । यह फिल्म हिंदी,
तमिल और तेलुगु भाषा में ७ जुलाई को रिलीज़ होगी । लेकिन, मूसा वाला साउंडट्रैक
तीनों ही वर्शन में शामिल होगा ।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
दक्षिण की फिल्म से शुरुआत नहीं कर रही श्रीदेवी की बेटियां
दक्षिण में श्रीदेवी और बोनी कपूर की बेटी ख़ुशी कपूर की चर्चा है। नागार्जुन अपने बेटे अखिल अखिल अक्किनेनी को लेकर एक फिल्म बना रहे हैं। इस फिल्म के निर्देशक विक्रम कुमार हैं। इस फिल्म का पहला शिड्यूल पूरा भी हो चुका है। लेकिन, अभी तक अखिल की नायिका का किरदार करने वाली अभिनेत्री फाइनल नहीं हुई है। इसे देख कर यह अफवाह फ़ैलने लगी कि दक्षिण की सुपर स्टार एक्ट्रेस रही श्रीदेवी की छोटी बेटी ख़ुशी कपूर अखिल की फिल्म की नायिका होगी। यह अफवाह इस लिए भी फैली कि श्रीदेवी और नागार्जुन अच्छे दोस्त भी हैं और कुछ फिल्मों में साथ काम भी कर चुके हैं। श्रीदेवी और नागार्जुन ने कुछ तमिल और तेलुगु फिल्मों के अलावा खुदा गवाह और मिस्टर बेचारा जैसी हिंदी फिल्मों में भी एक साथ काम किया था। लेकिन, नागार्जुन ने जैसे ही इन अफवाहों को सुना उन्होंने तुरंत ट्वीट कर अपने प्रशंसकों को जानकारी दी, "इस खबर में सच्चाई नहीं है।" नागार्जुन भूले नहीं थे अपनी कोस्टार राधा की बेटी कार्तिका को लेकर फिल्म जोश बनाने की भूल को। इस फिल्म से वह अपने बड़े बेटे नाग चैतन्य डेब्यू करवा रहे थे। २००९ में रिलीज़ यह फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुई थी। इस फिल्म को करते समय कार्तिका सिर्फ १७ साल की थी। दक्षिण के दर्शकों को विद्या की भूमिका में कमउम्र कार्तिका जांची नहीं थी। इसीलिए, उन्होंने तत्काल इस अफवाह को नकार दिया। इसका मतलब यही हुआ कि ख़ुशी को अभी तीन चार साल तक इंतज़ार करना होगा। अभी वह केवल १६ साल की हैं। अलबत्ता उनकी बड़ी बहन जाह्नवी (१९ साल) निर्माता करण जौहर की मराठी फिल्म सैराट की रीमेक फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही हैं। यहाँ बताते चलें कि एआर मुरुगदास (गजिनी, हॉलिडे) अपनी तेलुगु फिल्म के लिए श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाह्नवी को साउथ के सुपरस्टार महेश बाबू के साथ लेना चाहते थे। लेकिन, जाह्नवी ने इस प्रस्ताव को सिरे से ठुकरा दिया था ।
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Saturday, 17 June 2017
आयेशा टाकिया की ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी !
आयेशा टाकिया वापसी कर रही है। उनकी पिछली फिल्म मोड़ २०११ में रिलीज़ हुई थी। यानि छह साल बाद आयेशा टाकिया परदे पर दिखाई देंगी। लेकिन, उनकी यह वापसी किसी फिल्म के लिए नहीं होगी। वह एक म्यूजिक वीडियो में काम कर रही हैं। जिसका पोस्टर आज जारी हुआ है। निर्देशक लवली सिंह के म्यूजिक वीडियो ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी आयेशा टाकिया पर केंद्रित है। बकौल लवली सिंह यह महिला सशक्तिकरण पर म्यूजिक वीडियो के रूप में पूरी एक कहानी है। आयेशा टाकिया ने लवली सिंह की फिल्म क्या लव स्टोरी है (२००७) में काम किया था। आयेशा टाकिया ने अपने पूरे करियर में कोई २४ फ़िल्में की। इन फिल्मो में ज़्यादातर फ्लॉप ही हुई। सलमान खान के साथ उनकी फिल्म वांटेड (२००९) सुपर हिट हुई थी। सलमान खान उसके बाद से हर साल दे दना दन हिट-सुपरहिट फ़िल्में दे रहे हैं। लेकिन, फिल्म में उनकी नायिका आयेशा टाकिया कुल जमा दो फ़िल्में पाठशाला और मोड़ ही कर सकी है। यह फ़िल्में भी बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास नहीं कर सकी। हालाँकि इन दोनों ही फिल्मों और आयेशा के अभिनय को समीक्षकों ने सराहा। ऐसे में आयेशा टाकिया का १७ साल पहले की तरह मेरी चूनर उड़ उड़ जाये और नहीं नहीं जैसे म्यूजिक वीडियो करने का औचित्य ? सूत्र बताते हैं कि यह आयेशा टाकिया की बड़े परदे पर पूरी तरह से वापसी की ओर पहला कदम है। क्या आकर्षक मुस्कान वाली आयेशा के चेहरे पर उनका यह म्यूजिक वीडियो बॉलीवुड जाने लायक मुस्कान ला सकेगा ?
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ओवेन विल्सन को कैसे मिली कार्स !
सफल फ्रैंचाइज़ी कार्स ३ में अभिनेता ओवेन विल्सन पुराने ज़माने की पिस्टन कप कार लाइटनिंग मैकक्वीन को आवाज़ दे रहे हैं। मैकक्वीन एक चैंपियन रेसर कार है। लेकिन, एक दुर्घटना के बाद उसका करियर खत्म हो गया लगता है। नई नई कार्स भी रेसिंग के मैदान पर उतर आई हैं। ऐसे में उसे खुद को साबित करना है। ओवेन विल्सन को कार्स में मैकक्वीन को आवाज़ देने का जिम्मा उनकी जैकी चैन के साथ कॉमेडी फिल्मों शंघाई नून और शंघाई नाइट्स के कारण मिला। दरअसल, एक दिन ओवेन विल्सन कार्स के एनिमेटर जॉन लसेटेर से मिले, वह अपने बच्चों के साथ शंघाई नून का मज़ा ले रहे थे। विल्सन को उन्होंने बताया कि उन्हें चैंपियन रेसिंग कार लाइटनिंग मैकक्वीन बनाने का विचार इस फिल्म में उनके किरदार को देख कर आया, जो रॉयल गार्ड्स जैकी चैन और उनके साथियों को ले जा रही ट्रेन का अपहरण कर लेता है। इसीलिए ओवेन विल्सन को कार्स सीरीज में लाइटनिंग मैकक्वीन को आवाज़ देने का मौक़ा मिल गया। यह फिल्म १६ जून को आईमैक्स, थ्रीडी प्रभाव के साथ रिलीज़ हो रही है।
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पांच मेडिकल छात्रों का खतरनाक प्रयोग
मेडिकल के पांच छात्र एक खतरनाक प्रयोग करते हैं। वह जानना चाहते हैं कि जीवन के बाद क्या है ? इस प्रयोग में वह थोड़े समय के लिए अपने दिलों की धड़कने रोक लेते हैं। इस प्रकार से उन्हें जो अनुभव होता है, वह आपस में साझा करते जाते हैं। लेकिन जैसे जैसे उनका यह प्रयोग खतरनाक होता जाता है, अपने अतीत में किये गए पापों का अनुभव करने लगते हैं। वह एक दूसरे के अनुभवों में प्रवेश करने लगते हैं। जिसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं। यह कहानी डायरेक्टर नील्स आर्डेन ऑप्लेव की साइंस फिक्शन साइकोलॉजिकल हॉरर फिल्म फ्लैटलाइनर्स की। बेन रिप्ले की लिखी यह फिल्म १९९० में रिलीज़ माइकल डगलस द्वारा निर्मित जोएल शुमेशर निर्देशित फिल्म फ्लैटलाइनर्स का सीक्वल है। फिल्म में एलन पेज, डिएगो लूना, निना डोब्रे, जेम्स नॉर्टन, कीरसे क्लेमॉन्स और कीफर सुदरलैंड की भूमिकाएं अहम् हैं। १९९० की फिल्म फ्लैटलाइनर में कीफर सुदरलैंड ने मेडिकल छात्र नेल्सन राइट का किरदार किया था, जो अपने बाकी चार दोस्तों को जीवन के पार क्या देखने के लिए प्रेरित करता है। इस सीक्वल फिल्म में वह अब डॉक्टर नेल्सन राइट बन गया है। इन दोनों फिल्मों को जोड़ने का काम नेल्सन का किरदार ही करता है। यह फिल्म २९ सितम्बर को रिलीज़ होगी।
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एक था टाइगर की शेरनी है कैटरीना कैफ !
आजकल कैटरीना कैफ और अली अब्बास ज़फर २२ दिसम्बर को रिलीज़ होने जा रही फिल्म
टाइगर जिंदा है की वर्किंग स्टिल्स जारी कर रहे हैं । इन सभी चित्रों में कैटरीना
कैफ तलवारबाज़ी के स्टंट करती नज़र आती हैं । टाइगर जिंदा है, २०१२ में रिलीज़
सलमान खान और कैटरीना कैफ की मुख्य भूमिका वाली जासूसी रोमांस फिल्म एक था टाइगर की
सीक्वल फिल्म है । एक था टाइगर का निर्देशन कबीर खान ने किया था । लेकिन, सीक्वल
फिल्म का निर्देशन अली अब्बास ज़फर कर रहे हैं । अलबत्ता, सलमान खान और कैटरीना कैफ मुख्य स्टार कास्ट में बरकरार है । सलमान खान एक बार फिर रॉ एजेंट अविनाश सिंह राठौर तथा कैटरीना कैफ पाकिस्तानी जासूस जोया के किरदार में हैं । इस फिल्म के ज़ारी
किये गए चित्रों में कैटरीना कैफ की जोया को टाईग्रेस जोया कहा जा रहा है ।
सूत्रों की माने तो कैटरीना कैफ ने शेरनी की मानिंद स्टंट किये भी हैं । उन्होंने
अपने आप को फिट रखने के लिए सख्त ट्रेनिंग ली है । कैटरीना कैफ को हॉलीवुड के
एक्शन और स्टंट डायरेक्टर टॉम स्ट्रूथर्स (डार्क नाइट राइजेज, वॉरक्राफ्ट, एक्स-मेन फर्स्ट क्लास) ने तैयार किये हैं । हॉलीवुड कीकई फिल्मों के फाइट कोऑर्डिनेटर बस्टर रीव्स (अमेरिकन असैसिन, द ग्रेट वॉल, द अकाउंटेंट) ने भी कैटरीना के
एक्शन कोआर्डिनेट किये हैं । अली अब्बास ज़फर कैटरीना कैफ के तमाम एक्शन दृश्य
विश्व स्तरीय बनाना चाहते हैं । इसी लिए फिल्म में ज़रुरत के मुताबिक फ्रांस, यूके और स्पेन के
स्टंटमेन को भी शामिल किया गया है । इस फिल्म की तमाम शूटिंग ऑस्ट्रिया, अबू धाबी और मोरक्को में होने के बाद आजकल मुंबई में हो रही है। टाइगर ज़िंदा है का अनुमानित बजट ९६ करोड़ बताया जा रहा है।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
घिरे हुए हैं सलमान खान
यों कहिये कि सलमान खान के सामने बड़ी चुनौती भी है और दुरूह ज़िम्मेदारी भी आन पड़ी है। उन्हें बाहुबली २ : द कन्क्लूजन की चुनौती से निबटना है। उनकी ईद वीकेंड पर रिलीज़ हो रही फिल्म ट्यूबलाइट को बॉक्स ऑफिस पर ५०० करोड़ के क्लब में शामिल होना है। ईद के बावजूद यह आसान नहीं होगा। यह चुनौती तभी पार होगी, जब ट्यूबलाइट दर्शकों पर जादू चला सके, ठीक वैसा ही जादू जैसा बाहुबली २ ने चलाया था। अगर ट्यूबलाइट ठीक ट्यूबलाइट की तरह चली तो फिर १०० करोड़ ही काफी होंगे। एक प्रकार से यह सलमान खान की ज़िम्मेदारी भी है कि वह दुनिया को बता सकें कि बॉलीवुड सुपर स्टार केवल हॉलिडे वीकेंड के सितारे नहीं। वह प्रभाष की तरह दर्शकों के चहीते सितारे हैं। यह तभी साबित होगा, जब फिल्म के साथ साथ सलमान खान भी दर्शकों को आकर्षित कर सकें। क्या ऐसा होगा ?
फिल्म रिलीज़ से पहले के हफ्ते की चुनौती
फिलहाल तो सलमान खान घिरे हुए लगते हैं। अमूमन होता यह है कि किसी बॉलीवुड सुपर स्टार की फिल्म रिलीज़ होते ही, बॉक्स ऑफिस पर मैदान खाली हो जाता है। न कोई फिल्म एक हफ्ता पहले रिलीज़ होती हैं और न ही दो हफ्ते बाद तक। जब स्क्रीन ही खाली नहीं मिलेंगे तो कोई फिल्म कैसे रिलीज़ होगी ! इसीलिए आम तौर पर इक्का दुक्का स्क्रीन के लिए कम बजट की, न रिलीज़ हो पा रही फ़िल्में रिलीज़ होती है। लेकिन इस बार १६ जून को ऐसा नहीं हो रहा। ट्यूबलाइट रिलीज़ से पहले पंजाबी सुपर स्टार दिलजीत दोसांझ की पहली पंजाबी सुपर हीरो फिल्म सुपर सिंह रिलीज़ हो रही है। दिलजीत की पंजाब के अलावा दिल्ली और नार्थ के कुछ दर्शकों में अच्छी पकड़ है। सुपर हीरो के रूप में दिलजीत अपने दर्शकों पर पकड़ बना सकते हैं। यानि इन इलाकों के दर्शकों और पर्दों को सलमान खान को कम करना होगा। सबसे बड़ी चुनौती बैंक चोर से है। इस कॉमेडी थ्रिलर फिल्म में कॉमेडी के मास्टर रितेश देशमुख बैंक चोर की भूमिका में हैं। रितेश का कॉमिक एक्ट दर्शकों का पसंदीदा है। यह फिल्म यशराज बैनर के सहयोगी यंग बैनर वाय फिल्म्स की फिल्म है। फिल्म वितरक और प्रदर्शक इस फिल्म की उपेक्षा आसानी से नहीं कर पाएंगे। अगर रितेश देशमुख और विवेक ओबेरॉय की जोड़ी ने पकड़ बना ली तो सलमान खान के २३ जून के अतिरिक्त परदे गए समझो।
रिलीज़ के बाद के हफ्ते की चुनौती !
ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि ३० जून का शुक्रवार बिलकुल खाली है। सलमान खान ने कभी सुनील दर्शन के साथ कोई फिल्म नहीं की। उनके भाई अरबाज़ ने ज़रूर सुनील दर्शन की फिल्म तलाश में अभिनय किया है। सलमान खान जानते हैं कि सुनील दर्शन ने जानवर, एक रिश्ता, तलाश : द हंट बिगिन्स, बरसात, दोस्ती फ्रेंड्स फॉरएवर जैसी फ़िल्में निर्देशित की है। यही सुनील ३० जून को अपने बेटे शिव दर्शन को रिलॉन्च करने के ख्याल से एक हसीना थी एक दीवाना था जैसी नदीम ( श्रवण के जोड़ीदार) के संगीत से सजी म्यूजिकल थ्रिलर फिल्म लेकर आ रहे हैं। रही सही कसर पूरी करेगी उनके साथ पत्थर के फूल फिल्म से डेब्यू करने वाली अभिनेत्री रवीना टंडन की फिल्म शब। ओनिर की फिल्म शब अपने बोल्ड कंटेंट के कारण चर्चित हो रही है। विवाहेतर संबंधों पर इस फिल्म में रवीना टंडन के अलावा अर्पिता चटर्जी के बोल्ड दृश्यों की भरमार है। रवीना टंडन तो फिल्म में अपने से उम्र में काफी छोटे आशीष बिष्ट के किरदार को कामुक हाव भाव दिखाती नज़र आएँगी। कभी नेहा धूपिया ने कहा था कि बॉक्स ऑफिस पर दो एस बिकते हैं। बेशक एक एस सलमान खान नहीं शाहरुख़ खान थे, पर दूसरा एस सेक्स था। शब में यह सब है।
बाद के हफ्ते भी सलमान खान के लिए बेचैनी भरे होंगे। क्योंकि, उनके सामने खाली हफ्ते नहीं होंगे। आमिर खान की दंगल तीन सौ करोड़ का आंकड़ा इस लिए छू सकी कि २३ दिसंबर को रिलीज़ होने के बाद बाद आमिर खान की फिल्म के लिए कोई मुकाबला नहीं था। ३० दिसंबर और ६ जनवरी खाली थे। १३ जनवरी को श्रद्धा कपूर और अर्जुन कपूर की फिल्म ओके जानू और नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी की फिल्म हरामखोर रिलीज़ हुई थी, जो बेप्रभावी साबित हुई थी। २० जनवरी के बाद २५ जनवरी को काबिल और रईस रिलीज़ हुई। तब तक दंगल का दबदबा बना रहा। सलमान खान की ट्यूबलाइट को ७ जुलाई को श्रीदेवी की फिल्म मॉम के साथ परेश रावल की कॉमेडी फिल्म गेस्ट इन लंदन और हॉलीवुड की फिल्म स्पाइडर-मैन होमकमिंग बड़ी चुनौती साबित हो रही होंगी। ट्यूबलाइट के हलकी पड़ते ही, उसे नीचे उतार देंगी। १४ जुलाई को तो उन्हें अपने रकीब रणबीर कपूर और पूर्व प्रेमिका कैटरिना कैफ की फिल्म जग्गा जासूस किक मार देगी। रही सही कसर हॉलीवुड फिल्म वॉर फॉर द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स पूरी कर देगी।
इसके बावजूद सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ट्यूबलाइट ५०० करोड़ का बिज़नेस कर पाएगी ? यह सवाल उस समय भी सर उठाएगा, जब ट्यूबलाइट को ज़रूरी स्क्रीन्स भी मिल जाएँ। लेकिन, उतनी स्क्रीन से कमाई तभी होगी, जब दर्शक आएंगे ? क्या ट्यूबलाइट तीन हफ्ते तक दर्शकों को बांधे रख पाएगी ? ट्यूबलाइट दो भाइयों की कहानी है। एक भाई मंदबुद्धि है। इस करैक्टर को सलमान खान कर रहे हैं। उनके भाई रियल लाइफ भाई सोहैल खान है। यह फिल्म हॉलीवुड की मैक्सिकन फिल्म मेकर एलेजैंड्रो गोमेज़ की फिल्म लिटिल बॉय का ऑफिसियल रीमेक है। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से असफल हुई थी। समीक्षकों ने भी फिल्म पसंद नहीं की थी। कबीर खान कहते हैं कि फिल्म पूरी तरह से लिटिल बॉय की कॉपी नहीं। केवल आईडिया उधार लिया गया है। इसीलिए लिटिल बॉय सलमान खान बने हैं। वह चीन जाते हैं, अपने युद्ध में गए भाई को खोजने। इस फिल्म में ढेरों इमोशनल दृश्य हैं। सलमान खान कमज़ोर अभिनेता माने जाते हैं। क्या वह इमोशन सही ढंग से दिखा पाएंगे। उनकी अभिनय में कमज़ोरी फिल्म को बेहद कमज़ोर बना सकती है। जब मुख्य किरदार कमज़ोर होगा तो फिल्म कैसे दर्शको में पकड़ बना सकती है? सलमान खान के साथ एक था टाइगर और बजरंगी भाईजान जैसी फिल्म बनाने वाली कबीर खान से दर्शक उम्मीद कर सकता है। लेकिन वह यह भी नहीं भूलेगा कि रॉ के एजेंट किरदार वाली कबीर खान की फिल्म फैंटम बुरी तरह से मात खाई थी।
फिल्म रिलीज़ से पहले के हफ्ते की चुनौती
फिलहाल तो सलमान खान घिरे हुए लगते हैं। अमूमन होता यह है कि किसी बॉलीवुड सुपर स्टार की फिल्म रिलीज़ होते ही, बॉक्स ऑफिस पर मैदान खाली हो जाता है। न कोई फिल्म एक हफ्ता पहले रिलीज़ होती हैं और न ही दो हफ्ते बाद तक। जब स्क्रीन ही खाली नहीं मिलेंगे तो कोई फिल्म कैसे रिलीज़ होगी ! इसीलिए आम तौर पर इक्का दुक्का स्क्रीन के लिए कम बजट की, न रिलीज़ हो पा रही फ़िल्में रिलीज़ होती है। लेकिन इस बार १६ जून को ऐसा नहीं हो रहा। ट्यूबलाइट रिलीज़ से पहले पंजाबी सुपर स्टार दिलजीत दोसांझ की पहली पंजाबी सुपर हीरो फिल्म सुपर सिंह रिलीज़ हो रही है। दिलजीत की पंजाब के अलावा दिल्ली और नार्थ के कुछ दर्शकों में अच्छी पकड़ है। सुपर हीरो के रूप में दिलजीत अपने दर्शकों पर पकड़ बना सकते हैं। यानि इन इलाकों के दर्शकों और पर्दों को सलमान खान को कम करना होगा। सबसे बड़ी चुनौती बैंक चोर से है। इस कॉमेडी थ्रिलर फिल्म में कॉमेडी के मास्टर रितेश देशमुख बैंक चोर की भूमिका में हैं। रितेश का कॉमिक एक्ट दर्शकों का पसंदीदा है। यह फिल्म यशराज बैनर के सहयोगी यंग बैनर वाय फिल्म्स की फिल्म है। फिल्म वितरक और प्रदर्शक इस फिल्म की उपेक्षा आसानी से नहीं कर पाएंगे। अगर रितेश देशमुख और विवेक ओबेरॉय की जोड़ी ने पकड़ बना ली तो सलमान खान के २३ जून के अतिरिक्त परदे गए समझो।
रिलीज़ के बाद के हफ्ते की चुनौती !
ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि ३० जून का शुक्रवार बिलकुल खाली है। सलमान खान ने कभी सुनील दर्शन के साथ कोई फिल्म नहीं की। उनके भाई अरबाज़ ने ज़रूर सुनील दर्शन की फिल्म तलाश में अभिनय किया है। सलमान खान जानते हैं कि सुनील दर्शन ने जानवर, एक रिश्ता, तलाश : द हंट बिगिन्स, बरसात, दोस्ती फ्रेंड्स फॉरएवर जैसी फ़िल्में निर्देशित की है। यही सुनील ३० जून को अपने बेटे शिव दर्शन को रिलॉन्च करने के ख्याल से एक हसीना थी एक दीवाना था जैसी नदीम ( श्रवण के जोड़ीदार) के संगीत से सजी म्यूजिकल थ्रिलर फिल्म लेकर आ रहे हैं। रही सही कसर पूरी करेगी उनके साथ पत्थर के फूल फिल्म से डेब्यू करने वाली अभिनेत्री रवीना टंडन की फिल्म शब। ओनिर की फिल्म शब अपने बोल्ड कंटेंट के कारण चर्चित हो रही है। विवाहेतर संबंधों पर इस फिल्म में रवीना टंडन के अलावा अर्पिता चटर्जी के बोल्ड दृश्यों की भरमार है। रवीना टंडन तो फिल्म में अपने से उम्र में काफी छोटे आशीष बिष्ट के किरदार को कामुक हाव भाव दिखाती नज़र आएँगी। कभी नेहा धूपिया ने कहा था कि बॉक्स ऑफिस पर दो एस बिकते हैं। बेशक एक एस सलमान खान नहीं शाहरुख़ खान थे, पर दूसरा एस सेक्स था। शब में यह सब है।
बाद के हफ्ते भी सलमान खान के लिए बेचैनी भरे होंगे। क्योंकि, उनके सामने खाली हफ्ते नहीं होंगे। आमिर खान की दंगल तीन सौ करोड़ का आंकड़ा इस लिए छू सकी कि २३ दिसंबर को रिलीज़ होने के बाद बाद आमिर खान की फिल्म के लिए कोई मुकाबला नहीं था। ३० दिसंबर और ६ जनवरी खाली थे। १३ जनवरी को श्रद्धा कपूर और अर्जुन कपूर की फिल्म ओके जानू और नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी की फिल्म हरामखोर रिलीज़ हुई थी, जो बेप्रभावी साबित हुई थी। २० जनवरी के बाद २५ जनवरी को काबिल और रईस रिलीज़ हुई। तब तक दंगल का दबदबा बना रहा। सलमान खान की ट्यूबलाइट को ७ जुलाई को श्रीदेवी की फिल्म मॉम के साथ परेश रावल की कॉमेडी फिल्म गेस्ट इन लंदन और हॉलीवुड की फिल्म स्पाइडर-मैन होमकमिंग बड़ी चुनौती साबित हो रही होंगी। ट्यूबलाइट के हलकी पड़ते ही, उसे नीचे उतार देंगी। १४ जुलाई को तो उन्हें अपने रकीब रणबीर कपूर और पूर्व प्रेमिका कैटरिना कैफ की फिल्म जग्गा जासूस किक मार देगी। रही सही कसर हॉलीवुड फिल्म वॉर फॉर द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स पूरी कर देगी।
इसके बावजूद सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ट्यूबलाइट ५०० करोड़ का बिज़नेस कर पाएगी ? यह सवाल उस समय भी सर उठाएगा, जब ट्यूबलाइट को ज़रूरी स्क्रीन्स भी मिल जाएँ। लेकिन, उतनी स्क्रीन से कमाई तभी होगी, जब दर्शक आएंगे ? क्या ट्यूबलाइट तीन हफ्ते तक दर्शकों को बांधे रख पाएगी ? ट्यूबलाइट दो भाइयों की कहानी है। एक भाई मंदबुद्धि है। इस करैक्टर को सलमान खान कर रहे हैं। उनके भाई रियल लाइफ भाई सोहैल खान है। यह फिल्म हॉलीवुड की मैक्सिकन फिल्म मेकर एलेजैंड्रो गोमेज़ की फिल्म लिटिल बॉय का ऑफिसियल रीमेक है। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से असफल हुई थी। समीक्षकों ने भी फिल्म पसंद नहीं की थी। कबीर खान कहते हैं कि फिल्म पूरी तरह से लिटिल बॉय की कॉपी नहीं। केवल आईडिया उधार लिया गया है। इसीलिए लिटिल बॉय सलमान खान बने हैं। वह चीन जाते हैं, अपने युद्ध में गए भाई को खोजने। इस फिल्म में ढेरों इमोशनल दृश्य हैं। सलमान खान कमज़ोर अभिनेता माने जाते हैं। क्या वह इमोशन सही ढंग से दिखा पाएंगे। उनकी अभिनय में कमज़ोरी फिल्म को बेहद कमज़ोर बना सकती है। जब मुख्य किरदार कमज़ोर होगा तो फिल्म कैसे दर्शको में पकड़ बना सकती है? सलमान खान के साथ एक था टाइगर और बजरंगी भाईजान जैसी फिल्म बनाने वाली कबीर खान से दर्शक उम्मीद कर सकता है। लेकिन वह यह भी नहीं भूलेगा कि रॉ के एजेंट किरदार वाली कबीर खान की फिल्म फैंटम बुरी तरह से मात खाई थी।
Now,
Bollywood Hungamareports that Kabir has disclosed an international connection
of his film. Besides starring Chinese actor Zhu Zhu as the female lead, the
story of the film finds its origin in Mexican filmmaker Alejandro Gomez
Monteverde's 2015 war fantasy film Little Boy.
The
story of Little Boy revolved around a misfit named Pepper and nickamed Little
Boy, played by Jakob Salvati. He finds unlikely friends in the Japanese, an
enemy country of the USA during World War II. He goes on to teach them a few
lessons in humanity.
PHULLU
is a social drama about a man who cares, cares enough to make sanitary pads for
the women in his village, and beyond, at affordable prices.
The
film is about an uneducated man they call Phullu, who leads a nondescript life
in a small town. His only claim to fame is the fact that he travels to the city
for the villager to get things from the city. Eventually, he learns about
sanitary napkins through one of his visits. Learning about it, he decides he
wants to provide the same for his wife and other ladies at an affordable
price…. Thus begins his journey from the village idiot to the renaissance man.
Filmistaan
actor Sharib Hashmi is back and this time with a film that talks about the
social issue of sanitary hygiene. The poster was shared by trade analyst Komal
Nahta on Twitter. Starring Sharib in the lead role, the tagline of the film is
quite filmy and dramatic. It reads, “Joh aurat ka dard nahi samjha… Bhagwaan
usse mard nahi samjhta (The man who do not understand pain of a woman, god does
not consider a man).” In the poster, we see a lot of sanitary pads with the
message, ‘Thank you Phullu,’ written in different languages. Going by the
poster, it seems Phullu is the character played by Sharib. However, everything
about the poster and the film reminds us of Padman starring Akshay Kumar.
Akshay’s
film too is based on a person who takes up the challenge to make affordable
cotton sanitary pads for women, despite
facing opposition from everyone around him. Akshay’s film is a biopic on
Arunachalam Muruganatham, an entrepreneur from Tamil Nadu, who invented
low-cost sanitary napkins to generate awareness in rural areas. The film is
directed by R Balki and produced by Twinkle Khanna. However, if the content of
both the films is same then it might effect the business of the films at the
box office. Although Akshay’s stardom might work as the saving grace, we are keen
to know what would be Akshay’s next step.
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 16 June 2017
इरफ़ान खान के लिए साहिर की अमृता बनी प्रियंका चोपड़ा
हॉलीवुड से थोड़ी फुर्सत पाकर, अब प्रियंका चोपड़ा बतौर फिल्म निर्माता क्षेत्रीय भाषाओँ की फ़िल्में बना रही है, वहीँ बॉलीवुड में भी सक्रिय होने जा रही है। जल्द ही उनको अमृता प्रीतम बना कर, साहिर लुधियानवी और अमृता प्रीतम के रोमांस की कहानी गुस्ताखियां शुरू होने जा रही है। संजय लीला भंसाली निर्मित इस फिल्म का निर्देशन जसमीत के रीन कर रही हैं। जसमीत ने फाॅर्स २ की कहानी लिखी थी। करीब चार साल पहले साहिर लुधियानवी पर फिल्म बनाने की चर्चा शुरू हुई थी। उस समय फरहान अख्तर को साहिर का किरदार निभाना था। लेकिन, संजय लीला भंसाली के जुड़ने और प्रियंका चोपड़ा के अमृता प्रीतम बनने के बाद सब कुछ बदल गया है। हालाँकि, फिल्म का डायरेक्टर जसमीत ही कर रही है, लेकिन साहिर लुधियानवी का किरदार इरफ़ान खान करेंगे। हॉलीवुड की कई बड़ी फ़िल्में कर चुके इरफ़ान खान बॉलीवुड में क्लास के एक्टर माने जाते हैं, लेकिन वह बॉलीवुड की ए-ग्रेड अभिनेत्रियों के साथ भी फ़िल्में कर रहे हैं। वह दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा जैसी बड़ी अभिनेत्रियों के साथ भी फ़िल्में कर चुके हैं। प्रियंका चोपड़ा के साथ इरफ़ान की यह दूसरी फिल्म है। इससे पहले वह विशाल भरद्वाज की फिल्म ७ खून माफ़ में प्रियंका के पति का किरदार कर चुके हैं।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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