कभी हॉलीवुड भी अपनी हिट फिल्मों के सीक्वल बनाने में देर कर देता है। टॉप गन ऎसी ही एक फिल्म है। टॉम क्रूज़ की १९८६ में रिलीज़ सैन्य पृष्ठभूमि पर एक्शन ड्रामा फिल्म टॉप गन ने १५ मिलियन डॉलर के बजट के मुक़ाबले बॉक्स ऑफिस पर ३५६.८ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया था। इस फिल्म में टॉम क्रूज़ ने लेफ्टिनेंट पेट मेवरिक मिचेल का किरदार किया था। इस फिल्म का निर्देशन टोनी स्कॉट ने किया था। दिलचस्प बात है कि इस फिल्म का सीक्वल बनाने का पहला विचार २०१० में बना। लेकिन, टोनी स्कॉट के आत्महत्या कर लेने की वजह से मामला लफड़े में पड़ गया। २०१४ में जस्टिन मार्क्स द्वारा टॉप गन का सीक्वल लिखने की खबर मिली। द मम्मी के प्रचार के दौरान प्रेस वार्ता में टॉम क्रूज़ ने २०१८ की शुरू में टॉप गन के सीक्वल की शूटिंग शुरू होने की खबर दी। इस फिल्म का निर्देशन ट्रोन : लिगेसी, ओब्लिवियन, ग्रेनाइट माउंटेन और द ट्वाईलाईट जोन के डायरेक्टर जोसफ कोसिन्स्की करेंगे। इस फिल्म को टॉप गन : मेवरिक के टाइटल के साथ बनाया जायेगा। इस फिल्म के फाइटर पायलटो को ड्रोन तकनीक के कारण अपने काम में दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि उनकी उड़ने की तकनीक पुरानी और बेकार है। १९८६ की फिल्म में टॉम क्रूज़ का किरदार पायलट दुनिया के संभ्रांत फाइटर पायलट स्कूल में पढ़ने जाता है। टॉप गन के अंत से पता चलता था कि टॉम क्रूज़ का किरदार इसी स्कूल में पढ़ाने लगा है। टॉप गन का सीक्वल १२ जुलाई २०१९ को रिलीज़ होगा। ख़ास बात यह है कि इस फिल्म की रिलीज़ की तारीख से एक हफ्ता पहले स्पाइडर-मैन होमकमिंग का बाद का हिस्सा रिलीज़ होगा तथा इसके हफ्ते बाद द लायन किंग रिलीज़ होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 8 July 2017
२०१९ में रिलीज़ होगी टॉप गन की सीक्वल फिल्म
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 5 July 2017
यशराज फिल्म्स के दो नए चेहरे - आदार जैन और अन्या सिंह
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नए चेहरे
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
हॉरर द आइस क्रीम ट्रक
बहुत मीठा खाओगे तो सेहत खराब हो सकती है । मगर लेखिका और निर्देशका मेगन फ्रिल्स जॉनस्टन की फिल्म द आइस क्रीम ट्रक की अपने शहर को लौटी नायिका मैरी महसूस करती है कि उसका शहर अब कुछ ज़्यादा डरावना हो गया है । ख़ास तौर पर जब उसकी मुलाकात एक आइस क्रीम वाले से होती है । अपने दिमाग में तो वह उसकी हत्या तक कर देती है । मेगन के परिचय के तौर पर कहा जा सकता है कि वह प्रख्यात अपराध कथा लेखक एल्मोर लियोनार्ड की पड़पोती हैं । फिल्म में एमिल जॉनसेन ने आइस क्रीम वाला का किरदार किया है । मैरी का किरदार अभिनेत्री डियाना रूसो कर रही हैं । अन्य भूमिकाओं में जॉन रेडलिंगर, हिलेरी बरफोर्ड, जेफ़ डेनियल फिलिप्स और लिसा एन वाल्टर के नाम उल्लेखनीय है । यह फ़िल्म चुनिन्दा सिनेमाघरों के अलावा विडियो ऑन डिमांड पर १८ अगस्त को रिलीज़ हो रही है ।
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पोनीविले के माय लिटिल पोनी
माय लिटिल पोनी कहानी है सुख शांति से रह रहे शहर पोनिविले और उसके निवासियों की। उन पर एक बुरी ताकत का खतरा मंडराने लगता है। मेन ६ यानि छह पोनी दोस्त ट्वाईलाईट स्पार्कल, एप्पलजैक, रेनबो डैश, पिंकी पाई, फ्लूटरशाय और रेयरिटी इस खतरे से निबटने लिए इक्वेस्ट्रिआ से बाहर की यात्रा शुरू करते हैं। जहाँ उन्हें मिलते हैं नए दोस्त और उत्तेजित करने वाली चुनौतियाँ। छहों मित्र चाहते हैं कि वह दोस्ती के सहारे अपने पोनीविले पर मंडरा रहे खतरे से निबटें। इस फिल्म के एनिमेटेड किरदारों को हॉलीवुड की बड़ी फिल्म हस्तियों ने आवाज़ दी है। मसलन, एमिली ब्लंट ने बुरी टेम्पेस्ट शैडो को आवाज़ दी है। इनके अलावा लिएव स्क्रैंबर ने द स्टॉर्म किंग, माइकल पेना ने ग्रबर, ताये डिग्स् ने केपर और उजो अदुबा ने क्वीन नोवो को आवाज़ दी है। इन किरदारों के साथ पॉपुलर टीवी सीरीज माय लिटिल पोनी : फ्रेंडशिप इज मैजिक के कुछ दूसरे किरदार हॉलीवुड के सितारों की आवाज़ों के सहारे मौजूद होंगे। द माय लिटिल पोनी फ्रैंचाइज़ी की शुरुआत बोनी जाचेरले, चार्ल्स मुएँचिंगर और स्टीव डागुआनो ने १९८१ में माय प्रेटी पोनी खिलौने से की थी। १९८२ में माय लिटिल पोनी श्रृंखला के खिलौने जारी किये गए। यह रंगबिरंगे खिलौने अनोखे चिन्हों के साथ थे। यह टॉय लाइन १९८२ से १९९५ तक चली। इन खिलौनों से प्रेरित होकर १९८६ में एनिमेटेड टीवी सीरीज माय लिटिल पोनी एंड फ्रेंड्स की शुरुआत हुई। यह सीरीज पांच सीजन तक चली। इस ब्रांड को १९९७ में फिर लांच किया गया। लेकिन, २००३ में इसके रीलॉन्चिंग ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया। इसकी परिणीति २०१० में हिट सीरीज माय लिटिल पोनी : फ्रेंडशिप इज मैजिक के रूप में हुई। इसके बाद से यह ब्रांड भिन्न स्वरूपों में १ बिलियन डॉलर की खुदरा बिक्री वाला ब्रांड बन गया। इसकी धूम दुनिया के १८० देशों में है। माय लिटिल पोनी द मूवी को लायंसगेट द्वारा ६ अक्टूबर को रिलीज़ किया जा रहा है। इसी दिन वार्नर ब्रदर्स की विज्ञान फैन्टसी थ्रिलर फिल्म ब्लेड रनर २०४९ और ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स की एक्शन एडवेंचर ड्रामा फिल्म द माउंटेन बिटवीन अस भी रिलीज़ हो रही हैं। माय लिटिल पोनी : फ्रेंडशिप इज मैजिक की कोई १०० कड़ियाँ निर्देशित करने वाले निर्देशक जैसों थिएसन ही रीटा हसिओ, जोए बलारिनि, मेघन मैककार्थी और माइकल वोगेल की लिखी पटकथा पर फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं।
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फ्यूज ट्यूबलाइट वाले सलमान खान
सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट के वितरकों के चेहरे लटके हुए हैं। पूरे हिंदुस्तान के सिनेमाघर मालिक ठीक से ईद का जश्न भी नहीं मना पाए। उम्मीद की जा रही थी कि बॉक्स ऑफिस पर लगातार दस सुपर हिट फ़िल्में देने वाले सलमान खान की ११वी फिल्म भी सुपरडपर हिट होगी। पहले दिन ही बाहुबली २ का रिकॉर्ड ध्वस्त कर देगी। लेकिन ट्यूबलाइट के झटके से सलमान खान तो मुंह के बल जा गिरे हैं। फिल्म के सामने बाहुबली २ के पहले दिन का कलेक्शन पाने के भी लाले पड़े हैं।
ट्यूबलाइट को रिलीज़ हुए ११ दिन पूरे हो चुके हैं। फिल्म ने एक हफ्ते में १०० करोड़ का आंकड़ा तो पार कर लिया है। लेकिन, रिलीज़ के १०वे दिन भी यह फिल्म ११६ करोड़ से ज़्यादा नहीं कमा सकी थी। इस फिल्म को सलमान खान की फ्लॉप फिल्मों में शामिल कर लिया गया है। हालाँकि, सलमान खान ऐसा दिखलाते हैं कि उन्हें फिल्म की सफलता या असफलता से ख़ास फर्क नहीं पड़ता। लेकिन, उनकी बॉडी लैंग्वेज और उतरा चेहरा दूसरी कहानी कह रहा है।
भारी भरकम बजट से असफलता
भारी भरकम बजट से असफलता
बताते चले कि ट्यूबलाइट १०० करोड़ के भारी बजट से बनाई गई फिल्म है। इतने बड़े बजट की फिल्मों को कम से कम तीन सौ करोड़ का ग्रॉस तो करना ही होता है। ट्यूबलाइट २१ करोड़ का पहला दिन निकाल कर साल की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग लेने वाली फिल्म साबित हुई थी। बॉलीवुड को उम्मीद थी कि पहले की तमाम फिल्मों की तरह सलमान खान को ईदी मिलेगी। लेकिन, ईद के दिन ही सलमान खान की फिल्म का कलेक्शन गिर कर १९.०९ करोड़ ही रह गया। यह सलमान खान के लिए ज़बरदस्त झटका था। वितरकों और प्रदर्शकों के लिए ट्यूबलाइट नुकसानदेह साबित होने जा रही है। इस फिल्म के थिएट्रिकल राइट्स १३२ करोड़ में खरीदे गए थे। लेकिन, ट्यूबलाइट का लाइफटाइम कलेक्शन ही १२५- १३० करोड़ के बीच सिमटता दिखाई दे रहा है। वितरकों को ५० से ७० करोड़ का नुकसान हो सकता है। ज़ाहिर है कि १०० करोड़ क्लब में शामिल हो चुकी ट्यूबलाइट अपने भारी बजट के कारण फ्लॉप फिल्मों में शुमार हो चुकी है।
ट्रेलर है जिम्मेदार !
बॉलीवुड गलियारों से खबर है कि ट्यूबलाइट पूरे भारत में ६५०० स्क्रीन्स में रिलीज़ हुई थी। सलमान खान की फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर जैसा परफॉरमेंस करती है, उससे फिल्म के पहले दिन कम से कम ३० करोड़ का कलेक्शन करने की उम्मीद की जा रही थी। ईद पर तो ४० करोड़ का कलेक्शन तय माना जा रहा था। सवाल है कि सलमान खान को सबसे ज़्यादा फलने वाले ईद वीकेंड में उनकी फिल्म की इतनी बुरी कमाई कैसे हुई ? इसके लिए ज़िम्मेदार है ट्रेलर। ट्यूबलाइट का ट्रेलर बेहद सुस्त और ऊबाऊ था। नाचते-गाते उछलते कूदते सलमान खान और सोहैल खान अपने थुल थुल जिस्म के कारण बिलकुल फब नहीं रहे थे। सलमान खान का रोता चेहरा दर्शकों में कोफ़्त पैदा कर रहा था। वह उनके रोने पर हंसाने को मज़बूर थे। फिल्म के गीत साधारण थे। दर्शकों की पसंदीदा करीना कपूर या कटरीना कैफ जैसी कोई भी ग्लैमरस एक्ट्रेस फिल्म में नहीं थी। चीनी सुपरस्टार से उन्हें क्या सरोकार हो सकता था ! फिल्म की बढ़िया ओपनिंग दिलाने में ट्रेलर काफी मदद करता है। ट्यूबलाइट के मामले में यह बैकफायर कर गया।
फ्लॉप फिल्म का रीमेक
ट्यूबलाइट मैक्सिको के निर्देशक अलेजांद्रो गोमेज़ मॉन्टेवेर्डे की वॉर फैंटसी फिल्म लिटिल बॉय की रीमेक थी। इस फिल्म के केंद्र में बच्चा था। कबीर खान ने इस खांचे में सलमान खान को फिट कर दिया। यह फिल्म का बेहद अनफिट चुनाव था। कबीर खान ने पृष्ठभूमि में चीन रखा था। चीन भारतीय दर्शकों में उत्सुकता पैदा नहीं करता। चीनियों को मानवता का सबक सिखाने का क्या मतलब हो सकता था ? दिलचस्प तथ्य यह भी था कि बॉलीवुड अमूमन हिट हॉलीवुड फिल्मों के रीमेक करता है। लेकिन, लिटिल बॉय तो खुद ही फ्लॉप हुई थी। ऎसी फ्लॉप फिल्म पर मिसफिट कास्टिंग के साथ फिल्म बनाना फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर लुढ़का ही सकता था।
खराब कहानी और झोलदार ऊबाऊ पटकथा
कबीर खान ने न्यू यॉर्क और काबुल एक्सप्रेस जैसी फ़िल्में बनाई हैं। उन्होंने सलमान खान के साथ एक था टाइगर और बजरंगी भाईजान जैसी सुपरहिट फ़िल्में भी बनाई है। इसलिए कबीर खान ने सलमान खान के साथ अपनी हिट केमिस्ट्री को भुनाने को तरजीह दी। वह यह भूल गए कि उन्होंने सैफ अली खान के साथ बुरी स्क्रिप्ट वाली सुपर फ्लॉप फैंटम भी दी है। फैंटम तब फ्लॉप हुई, जब केंद्र में पाकिस्तान और हफ़ीज़ सईद थे। ट्यूबलाइट की कहानी झोलदार और ढीली स्क्रिप्ट वाली तो थी, लेकिन सामने चीन था। कबीर खान ने सिर्फ सलमान खान सितारा इमेज को भुनाने के ख्याल से ही १०० करोड़ फूंक डाले। सलमान खान से इमोशन निकालना कबीर खान के लिए टेढ़ी खीर हो गया।
क्या बॉलीवुड सीखेगा सबक !
ट्यूबलाइट सबक है। स्टार पावर से काम नहीं चलने वाला। सलमान खान भी ईदी तभी पा सकते हैं, जब फिल्म उनकी इमेज के अनुकूल चुस्त कथा पटकथा वाली हो। शाहरुख़ खान की रईस के बाद सलमान खान की ट्यूबलाइट की असफलता और अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी २ की सफलता यह साबित करती है कि स्टारडम के साथ कहानी और पटकथा में भी दम होना चाहिए।
ट्रेलर है जिम्मेदार !
बॉलीवुड गलियारों से खबर है कि ट्यूबलाइट पूरे भारत में ६५०० स्क्रीन्स में रिलीज़ हुई थी। सलमान खान की फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर जैसा परफॉरमेंस करती है, उससे फिल्म के पहले दिन कम से कम ३० करोड़ का कलेक्शन करने की उम्मीद की जा रही थी। ईद पर तो ४० करोड़ का कलेक्शन तय माना जा रहा था। सवाल है कि सलमान खान को सबसे ज़्यादा फलने वाले ईद वीकेंड में उनकी फिल्म की इतनी बुरी कमाई कैसे हुई ? इसके लिए ज़िम्मेदार है ट्रेलर। ट्यूबलाइट का ट्रेलर बेहद सुस्त और ऊबाऊ था। नाचते-गाते उछलते कूदते सलमान खान और सोहैल खान अपने थुल थुल जिस्म के कारण बिलकुल फब नहीं रहे थे। सलमान खान का रोता चेहरा दर्शकों में कोफ़्त पैदा कर रहा था। वह उनके रोने पर हंसाने को मज़बूर थे। फिल्म के गीत साधारण थे। दर्शकों की पसंदीदा करीना कपूर या कटरीना कैफ जैसी कोई भी ग्लैमरस एक्ट्रेस फिल्म में नहीं थी। चीनी सुपरस्टार से उन्हें क्या सरोकार हो सकता था ! फिल्म की बढ़िया ओपनिंग दिलाने में ट्रेलर काफी मदद करता है। ट्यूबलाइट के मामले में यह बैकफायर कर गया।
फ्लॉप फिल्म का रीमेक
ट्यूबलाइट मैक्सिको के निर्देशक अलेजांद्रो गोमेज़ मॉन्टेवेर्डे की वॉर फैंटसी फिल्म लिटिल बॉय की रीमेक थी। इस फिल्म के केंद्र में बच्चा था। कबीर खान ने इस खांचे में सलमान खान को फिट कर दिया। यह फिल्म का बेहद अनफिट चुनाव था। कबीर खान ने पृष्ठभूमि में चीन रखा था। चीन भारतीय दर्शकों में उत्सुकता पैदा नहीं करता। चीनियों को मानवता का सबक सिखाने का क्या मतलब हो सकता था ? दिलचस्प तथ्य यह भी था कि बॉलीवुड अमूमन हिट हॉलीवुड फिल्मों के रीमेक करता है। लेकिन, लिटिल बॉय तो खुद ही फ्लॉप हुई थी। ऎसी फ्लॉप फिल्म पर मिसफिट कास्टिंग के साथ फिल्म बनाना फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर लुढ़का ही सकता था।
खराब कहानी और झोलदार ऊबाऊ पटकथा
कबीर खान ने न्यू यॉर्क और काबुल एक्सप्रेस जैसी फ़िल्में बनाई हैं। उन्होंने सलमान खान के साथ एक था टाइगर और बजरंगी भाईजान जैसी सुपरहिट फ़िल्में भी बनाई है। इसलिए कबीर खान ने सलमान खान के साथ अपनी हिट केमिस्ट्री को भुनाने को तरजीह दी। वह यह भूल गए कि उन्होंने सैफ अली खान के साथ बुरी स्क्रिप्ट वाली सुपर फ्लॉप फैंटम भी दी है। फैंटम तब फ्लॉप हुई, जब केंद्र में पाकिस्तान और हफ़ीज़ सईद थे। ट्यूबलाइट की कहानी झोलदार और ढीली स्क्रिप्ट वाली तो थी, लेकिन सामने चीन था। कबीर खान ने सिर्फ सलमान खान सितारा इमेज को भुनाने के ख्याल से ही १०० करोड़ फूंक डाले। सलमान खान से इमोशन निकालना कबीर खान के लिए टेढ़ी खीर हो गया।
क्या बॉलीवुड सीखेगा सबक !
ट्यूबलाइट सबक है। स्टार पावर से काम नहीं चलने वाला। सलमान खान भी ईदी तभी पा सकते हैं, जब फिल्म उनकी इमेज के अनुकूल चुस्त कथा पटकथा वाली हो। शाहरुख़ खान की रईस के बाद सलमान खान की ट्यूबलाइट की असफलता और अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी २ की सफलता यह साबित करती है कि स्टारडम के साथ कहानी और पटकथा में भी दम होना चाहिए।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्यों अजय देवगन के कारण सिंगल हैं तब्बू ?
आजकल बॉलीवुड गलियारों में ४८ साल के अजय देवगन और ४५ साल की रोमांस की हवा बह रही है। इस रोमांस को हवा बनने का मौका मिला एक इंटरव्यू के दौरान तब्बू ने कह दिया कि वह अजय देवगन के कारण आज भी सिंगल हैं। भाई लोगों ने तब्बू के इन शब्दों को पढ़ा। आगे और पीछे देखा न पढ़ा या कहें कि अनदेखा कर दिया और ले उड़े अजय देवगन से तब्बू के रोमांस और तब्बू के अनब्याहे रहने की कहानी को। क्या अजय देवगन और तब्बू कभी रोमांटिक जोड़े थे ? इसे पक्का करने से पहले एक नज़र डालते हैं अजय देवगन के रोमांस पर।
अजय देवगन की 'जिगर' करिश्मा कपूर
अजय देवगन का करियर १९९१ में कुकू कोहली की फिल्म फूल और कांटें से शुरू हुआ था। उनसे पांच महीना पहले कपूर खानदान की पोती करिश्मा कपूर ने फिल्म प्रेम कैदी से हिंदी फिल्म डेब्यू किया। इत्तफ़ाक़ की बात यह है कि करिश्मा कपूर के नायक हरीश और अजय देवगन की नायिका मधु दक्षिण से थे । अजय देवगन की करियर की दूसरी फिल्म करिश्मा कपूर के साथ फिल्म जिगर थी। जबकि, करिश्मा कपूर फिल्मों की बारिश सी कराती हुई, १९९२ में एक के बाद एक पांच फ़िल्में दे चुकी थी। करिश्मा कपूर की १९९२ में रिलीज़ होने वाली छठी फिल्म जिगर अजय देवगन के साथ थी । फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर हिट फिल्मों में शुमार किया जाता है। इस फिल्म के बाद अजय देवगन और करिश्मा कपूर की चार और फ़िल्में संग्राम, शक्तिमान, धनवान और सुहाग रिलीज़ हुई। इनमे ३ फ़िल्में १९९३ और आखिरी फिल्म १९९४ में रिलीज़ हुई। इस दौरान अजय देवगन और करिश्मा कपूर रोमांस गर्म होता रहा । बताते हैं कि करिश्मा कपूर अजय देवगन से पागलों की तरह प्यार करती थी। उनका यह प्रेम सम्बन्ध १९९५ तक सुर्ख होता रहा। ऐसा लगता था कि दोनों शादी कर लेंगे। बाद में ऐसा ही कुछ बिपाशा बासु और जॉन अब्राहम रोमांस के साथ भी हुआ। इसीलिए जब करिश्मा कपूर और अजय देवगन का ब्रेकअप हुआ तो इस जोड़ी के चाहने वालों को बेहद आश्चर्य हुआ। कुछ लोगों का कहना है कि अजय देवगन ने एक लड़की के लिए करिश्मा कपूर को धोखा दिया था। जबकि, इस सम्बन्ध के ख़त्म होने को करिश्मा कपूर की जलन ही कहा जा सकता है। दरअसल, अजय देवगन रवीना टंडन के साथ भी फ़िल्में कर रहे थे। इस जोड़े ने दिव्या-शक्ति, एक ही रास्ता और दिलवाले जैसी फ़िल्में की। करिश्मा कपूर को लगा कि अजय देवगन उनके बजाय रवीना टंडन के ज़्यादा नज़दीक हो रहे हैं।
जब काजोल ने मचाई 'हलचल' !
करिश्मा कपूर से सम्बन्ध टूटने के बाद अजय देवगन ने काजोल के साथ फिल्म हलचल (१९९५) साइन की थी।अनीस बज़्मी की इस फिल्म को ठीक ठाक सफलता ही मिली। इस फिल्म के बाद काजोल और अजय देवगन की रोमांटिक जोड़ी चल निकली। हालाँकि, सफलता के लिहाज़ से काजोल की ज़्यादा फ़िल्में शाहरुख़ खान के साथ थी। इसके बावजूद काजोल और अजय देवगन ने एक साथ गुंडाराज, इश्क़, प्यार तो होना ही था और दिल क्या करे की। लेकिन, दिल क्या करे की रिलीज़ से पहले ही अजय देवगन और काजोल ने शादी कर ली। यहाँ बताते चलें कि काजोल के साथ अजय देवगन की फ़िल्में ज़्यादा सफल नहीं हुई। इश्क में काजोल की जोड़ी आमिर खान के साथ थी। एक बार अजय देवगन से काजोल के रोमांस के बारे में पूछे जाने पर अजय देवगन ने दार्शनिक अंदाज़ में कहा था, "रोमांस ! यह कैसा होना चाहिए! मैंने कभी काजोल को प्रपोज़ नहीं किया। बस यह हो गया।"
काम के प्रति गंभीर अजय
फाइट मास्टर वीरू देवगन के बेटे अजय देवगन अपने काम के प्रति गंभीर हुआ करते थे। करिश्मा कपूर ने जहाँ अजय देवगन से रोमांस के बाद न जाने कितने दूसरे रोमांस किये। लेकिन, अजय देवगन काजोल से टूट के बाद फिल्मों में व्यस्त हो गए। इसके बाद काजोल ही उनके जीवन में आई। इन दो रोमांस के अलावा रवीना टंडन से अजय देवगन का रोमांस करिश्मा कपूर की जलन का नतीज़ा ही लगता है। क्योंकि, मोहरा (१९९४) से रवीना टंडन और अक्षय कुमार की जोड़ी फिल्मों और रियल लाइफ रोमांस में भी बन चुकी थी। इसलिए, इस दौरान रवीना टंडन का अजय देवगन से जुड़ना मुमकिन नहीं लगता।
अजय देवगन ने किया कंगना रनौत को फ़्लर्ट
अजय देवगन बेहद फ़्लर्ट एक्टर हैं। उनका यह फ़्लर्ट करना उनकी सफलता का ही नतीज़ा है। अपने करियर के शीर्ष पर अजय देवगन ने मिलन लुथरिया की एक फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई में कंगना रनौत के साथ काम किया था। इस फिल्म में अजय देवगन ने तस्कर हाजी मस्तान का किरदार किया था, जो एक फिल्म एक्ट्रेस रेहाना से प्रेम करता था और उसकी फिल्मों में पैसे लगता था। कंगना का किरदार रियल लाइफ एक्ट्रेस मधुबाला से प्रेरित था। इस फिल्म में काम करते हुए अजय देवगन ने कंगना रनौत से फ़्लर्ट करना शुरू कर दिया। यह समय कंगना रनौत का राज़: द मिस्ट्री कन्टीन्यूज के अपने नायक अध्ययन सुमन से टूट के बाद का था। कंगना रनौत ने अजय देवगन के फ़्लर्ट को अपने लिए रोमांस समझा। अजय देवगन ने कंगना से हकीकत बयान नहीं की। नतीजे के तौर पर कंगना ने इसे सीरियसली ले लिया। फिल्म रास्कल्स के दौरान वह एक दिन इतना उत्तेजित हो गई कि शराब के नशे में अजय देवगन के कमरे के बाहर धरना दे कर बैठ गई। कंगना रनौत के इस तेवर से अजय देवगन घबरा गए और उन्होंने कंगना से फ़िल्मी रिश्ते तक तोड़ लिए।
तब्बू ने क्यों कहा - अजय के कारण सिंगल ?
अब फिर सवाल है तब्बू के शादी न करने का ! क्या अजय देवगन की बेवफाई ने तब्बू का दिल तोड़ दिया था? उन्होंने क्यों कहा कि अजय देवगन के कारण वह सिंगल हैं। इसे समझने के लिए एक बार फिर मुंबई मिरर को दिए तब्बू के इंटरव्यू को पढ़ना होगा। तब्बू और अजय देवगन २३ साल बाद गोलमाल अगेन में रोमांटिक जोड़ा बना रहे हैं। इस अखबार से बात करते हुए, अजय देवगन का ज़िक्र आने पर तब्बू ने कहा था, "अजय और मैं, एक दूसरे को २५ सालों से जानते हैं। वह मेरे कजिन समीर आर्य के पडोसी और अच्छे दोस्त हैं। वह मेरे बड़े होने के दौर का हिस्सा रहे हैं। यही हमारे संबंधों का आधार है। जब मैं बड़ी हो रही थी तब समीर और अजय मेरी जासूसी किया करते थे। मेरा पीछा करते हुए मुझसे बात करने वाले किसी भी लडके को धमकाया करते थे। यह दोनों बहुत दादागिरी करते थे। मैं इसीलिए अजय के कारण सिंगल हूँ। मुझे उम्मीद है कि अजय ने जो कुछ किया, उसके लिए उन्हें पछतावा हो रहा होगा।" इस इंटरव्यू में तब्बू ने कहीं भी अजय से रोमांस या उनका अजय के प्रति झुकाव का उल्लेख नहीं किया है। ऐसे में तब्बू का अजय से दिल टूटने के कारण सिंगल रहने का सवाल ही कहाँ उठता है। इसी के बाद तब्बू मज़ाकिया लहज़े में कहती भी हैं, "एक दिन मैंने अजय कहा भी कि प्लीज मेरी शादी के लिए कोई लड़का ढूंढो।"
अल्पना कांडपाल
अजय देवगन की 'जिगर' करिश्मा कपूर
अजय देवगन का करियर १९९१ में कुकू कोहली की फिल्म फूल और कांटें से शुरू हुआ था। उनसे पांच महीना पहले कपूर खानदान की पोती करिश्मा कपूर ने फिल्म प्रेम कैदी से हिंदी फिल्म डेब्यू किया। इत्तफ़ाक़ की बात यह है कि करिश्मा कपूर के नायक हरीश और अजय देवगन की नायिका मधु दक्षिण से थे । अजय देवगन की करियर की दूसरी फिल्म करिश्मा कपूर के साथ फिल्म जिगर थी। जबकि, करिश्मा कपूर फिल्मों की बारिश सी कराती हुई, १९९२ में एक के बाद एक पांच फ़िल्में दे चुकी थी। करिश्मा कपूर की १९९२ में रिलीज़ होने वाली छठी फिल्म जिगर अजय देवगन के साथ थी । फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर हिट फिल्मों में शुमार किया जाता है। इस फिल्म के बाद अजय देवगन और करिश्मा कपूर की चार और फ़िल्में संग्राम, शक्तिमान, धनवान और सुहाग रिलीज़ हुई। इनमे ३ फ़िल्में १९९३ और आखिरी फिल्म १९९४ में रिलीज़ हुई। इस दौरान अजय देवगन और करिश्मा कपूर रोमांस गर्म होता रहा । बताते हैं कि करिश्मा कपूर अजय देवगन से पागलों की तरह प्यार करती थी। उनका यह प्रेम सम्बन्ध १९९५ तक सुर्ख होता रहा। ऐसा लगता था कि दोनों शादी कर लेंगे। बाद में ऐसा ही कुछ बिपाशा बासु और जॉन अब्राहम रोमांस के साथ भी हुआ। इसीलिए जब करिश्मा कपूर और अजय देवगन का ब्रेकअप हुआ तो इस जोड़ी के चाहने वालों को बेहद आश्चर्य हुआ। कुछ लोगों का कहना है कि अजय देवगन ने एक लड़की के लिए करिश्मा कपूर को धोखा दिया था। जबकि, इस सम्बन्ध के ख़त्म होने को करिश्मा कपूर की जलन ही कहा जा सकता है। दरअसल, अजय देवगन रवीना टंडन के साथ भी फ़िल्में कर रहे थे। इस जोड़े ने दिव्या-शक्ति, एक ही रास्ता और दिलवाले जैसी फ़िल्में की। करिश्मा कपूर को लगा कि अजय देवगन उनके बजाय रवीना टंडन के ज़्यादा नज़दीक हो रहे हैं।
जब काजोल ने मचाई 'हलचल' !
करिश्मा कपूर से सम्बन्ध टूटने के बाद अजय देवगन ने काजोल के साथ फिल्म हलचल (१९९५) साइन की थी।अनीस बज़्मी की इस फिल्म को ठीक ठाक सफलता ही मिली। इस फिल्म के बाद काजोल और अजय देवगन की रोमांटिक जोड़ी चल निकली। हालाँकि, सफलता के लिहाज़ से काजोल की ज़्यादा फ़िल्में शाहरुख़ खान के साथ थी। इसके बावजूद काजोल और अजय देवगन ने एक साथ गुंडाराज, इश्क़, प्यार तो होना ही था और दिल क्या करे की। लेकिन, दिल क्या करे की रिलीज़ से पहले ही अजय देवगन और काजोल ने शादी कर ली। यहाँ बताते चलें कि काजोल के साथ अजय देवगन की फ़िल्में ज़्यादा सफल नहीं हुई। इश्क में काजोल की जोड़ी आमिर खान के साथ थी। एक बार अजय देवगन से काजोल के रोमांस के बारे में पूछे जाने पर अजय देवगन ने दार्शनिक अंदाज़ में कहा था, "रोमांस ! यह कैसा होना चाहिए! मैंने कभी काजोल को प्रपोज़ नहीं किया। बस यह हो गया।"
काम के प्रति गंभीर अजय
फाइट मास्टर वीरू देवगन के बेटे अजय देवगन अपने काम के प्रति गंभीर हुआ करते थे। करिश्मा कपूर ने जहाँ अजय देवगन से रोमांस के बाद न जाने कितने दूसरे रोमांस किये। लेकिन, अजय देवगन काजोल से टूट के बाद फिल्मों में व्यस्त हो गए। इसके बाद काजोल ही उनके जीवन में आई। इन दो रोमांस के अलावा रवीना टंडन से अजय देवगन का रोमांस करिश्मा कपूर की जलन का नतीज़ा ही लगता है। क्योंकि, मोहरा (१९९४) से रवीना टंडन और अक्षय कुमार की जोड़ी फिल्मों और रियल लाइफ रोमांस में भी बन चुकी थी। इसलिए, इस दौरान रवीना टंडन का अजय देवगन से जुड़ना मुमकिन नहीं लगता।
अजय देवगन ने किया कंगना रनौत को फ़्लर्ट
अजय देवगन बेहद फ़्लर्ट एक्टर हैं। उनका यह फ़्लर्ट करना उनकी सफलता का ही नतीज़ा है। अपने करियर के शीर्ष पर अजय देवगन ने मिलन लुथरिया की एक फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई में कंगना रनौत के साथ काम किया था। इस फिल्म में अजय देवगन ने तस्कर हाजी मस्तान का किरदार किया था, जो एक फिल्म एक्ट्रेस रेहाना से प्रेम करता था और उसकी फिल्मों में पैसे लगता था। कंगना का किरदार रियल लाइफ एक्ट्रेस मधुबाला से प्रेरित था। इस फिल्म में काम करते हुए अजय देवगन ने कंगना रनौत से फ़्लर्ट करना शुरू कर दिया। यह समय कंगना रनौत का राज़: द मिस्ट्री कन्टीन्यूज के अपने नायक अध्ययन सुमन से टूट के बाद का था। कंगना रनौत ने अजय देवगन के फ़्लर्ट को अपने लिए रोमांस समझा। अजय देवगन ने कंगना से हकीकत बयान नहीं की। नतीजे के तौर पर कंगना ने इसे सीरियसली ले लिया। फिल्म रास्कल्स के दौरान वह एक दिन इतना उत्तेजित हो गई कि शराब के नशे में अजय देवगन के कमरे के बाहर धरना दे कर बैठ गई। कंगना रनौत के इस तेवर से अजय देवगन घबरा गए और उन्होंने कंगना से फ़िल्मी रिश्ते तक तोड़ लिए।
तब्बू ने क्यों कहा - अजय के कारण सिंगल ?
अब फिर सवाल है तब्बू के शादी न करने का ! क्या अजय देवगन की बेवफाई ने तब्बू का दिल तोड़ दिया था? उन्होंने क्यों कहा कि अजय देवगन के कारण वह सिंगल हैं। इसे समझने के लिए एक बार फिर मुंबई मिरर को दिए तब्बू के इंटरव्यू को पढ़ना होगा। तब्बू और अजय देवगन २३ साल बाद गोलमाल अगेन में रोमांटिक जोड़ा बना रहे हैं। इस अखबार से बात करते हुए, अजय देवगन का ज़िक्र आने पर तब्बू ने कहा था, "अजय और मैं, एक दूसरे को २५ सालों से जानते हैं। वह मेरे कजिन समीर आर्य के पडोसी और अच्छे दोस्त हैं। वह मेरे बड़े होने के दौर का हिस्सा रहे हैं। यही हमारे संबंधों का आधार है। जब मैं बड़ी हो रही थी तब समीर और अजय मेरी जासूसी किया करते थे। मेरा पीछा करते हुए मुझसे बात करने वाले किसी भी लडके को धमकाया करते थे। यह दोनों बहुत दादागिरी करते थे। मैं इसीलिए अजय के कारण सिंगल हूँ। मुझे उम्मीद है कि अजय ने जो कुछ किया, उसके लिए उन्हें पछतावा हो रहा होगा।" इस इंटरव्यू में तब्बू ने कहीं भी अजय से रोमांस या उनका अजय के प्रति झुकाव का उल्लेख नहीं किया है। ऐसे में तब्बू का अजय से दिल टूटने के कारण सिंगल रहने का सवाल ही कहाँ उठता है। इसी के बाद तब्बू मज़ाकिया लहज़े में कहती भी हैं, "एक दिन मैंने अजय कहा भी कि प्लीज मेरी शादी के लिए कोई लड़का ढूंढो।"
अल्पना कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 4 July 2017
अब पोता करेगा 'इत्तेफाक'
बीआर चोपड़ा ने १९६९ में एक सस्पेंस क्राइम थ्रिलर फिल्म इत्तफाक का निर्माण किया था। यह फिल्म ब्रिटिश फिल्म साइनपोस्ट टू मर्डर (१९६५) का रीमेक थी । नंदा, राजेश खन्ना और सुजीत कुमार की इस फिल्म का निर्देशन उनके भाई यश चोपड़ा ने किया था। बिना गीतों वाली यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई थी। अब ३८ साल बाद, इस फिल्म के रीमेक के लिए बॉलीवुड के दिग्गज बैनर साथ आये हैं । रेड चिलीज एंटरटेनमेंट, धर्मा प्रोडक्शनस और बीआर स्टूडियोज द्वारा इत्तफाक का रीमेक बनाया जा रहा है । इस फिल्म का नाम इत्तफाक हैप्पनड वन नाईट होगा। फिल्म में राजेश खन्ना वाली भूमिका सिद्धार्थ मल्होत्रा और नंदा वाली भूमिका सोनाक्षी सिन्हा कर रही हैं । फिल्म का निर्देशन बीआर चोपड़ा के पोते और महाभारत वाले रवि चोपड़ा के बेटे अभय चोपड़ा कर रहे हैं । अभय ने करीब, संघर्ष, हरीभरी और मिशन कश्मीर जैसी फिल्मों में अभिनय किया है । बाबुल और भूतनाथ रिटर्न्स में वह अपने पिता रवि चोपड़ा के सहयोगी थे । २०१७ में बनाई जा रही इत्तफाक के रीमेक के लिए करण जौहर और अभय चोपड़ा ने कुछ आजादी ली है । फिल्म का अंत ठीक वही नहीं होगा, जो १९६९ की इत्तफाक में था । फिल्म में गाने भी होंगे । पहली बार होगा कि सिद्धार्थ मल्होत्रा और सोनाक्षी सिन्हा एक साथ कोई फिल्म करेंगे । यह फिल्म इस साल ३ नवम्बर को रिलीज़ हो रही है ।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
महिलाओं के लिए प्रिटी जिंटा की कवच सेफ्टी
बॉलीवुड अभिनेत्री
सिर्फ फिल्म एक्ट्रेस ही नहीं । वह रेड
एंड वाइट ब्रेवरी अवार्ड की विजेता हैं । अब प्रिटी जिंटा भारतीय महिलाओं की
सुरक्षा के समग्र उपाय के साथ सामने आई हैं । उन्होंने स्पेशल फोर्सेज ऑस्ट्रेलिया
के पूर्व अधिकारी अन्थोनी मूरहाउस के साथ ‘कवच सेफ्टी’ की स्थापना का ऐलान किया है । यह कवच सेफ्टी
अपराधी विरोधी और पीड़ित की हर तरह से समर्थन करने वाली होगी । यह कवच एक बटन दबाने
के बाद तुरंत आपदा सेवा देगी । यह कवच टीम पीड़ित को कानूनी मदद भी उपलब्ध करायेगी
और उच्च गुणवत्ता वाली फॉरेंसिक टीम के साथ साक्ष्य भी जुटा कर देगी । मतलब यह कि
कवच सेफ्टी हर प्रकार की सुरक्षा और सहायता उपलब्ध करायेगी । इस सेवा की उपलब्धता
४१८ रूपया महीने की मामूली फीस के लेकर उपलब्ध कराई जाएगी । कवच के बारे में बताते
हुए प्रिटी जिंटा कहती हैं, “मैं कवच की स्थापना
हर औरत को उसके दैनिक जीवन में असुरक्षा से छुटकारा दिलाने के लिए स्थापित की है ।
मुझे इसे करने में पांच लम्बे साल लग गए । मेरा मानना है कि औरतो को सुरक्षा उनका
अधिकार है, कोई विशेषाधिकार नहीं । हमें उनकी मदद
करनी चाहिए और सहयोग करना चाहिए ।“
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हस्तियां
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Monday, 3 July 2017
सबसे बड़ा कलाकार के सेट पर रवीना टंडन का सेक्सी डांस
सबसे बड़ा कलाकार के ग्रैंड फिनाले का विजेता चाहे कोई बने, इस शो की जज रवीना टंडन ने दर्शकों को भिगोने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस फिनाले को जज करने के लिए जग्गा जासूस अभिनेता रणबीर कपूर भी आये हुए थे। रवीना टंडन ने जैसे ही अपनी १९९४ की हिट फिल्म मोहरा के अक्षय कुमार के साथ सेक्सी बारिश गीत टिप टिप बरसा पानी पर डांस करना शुरू किया, रणबीर कपूर भौंचक रह गए। पहले वह अवाक रवीना टंडन के सेक्सी मूव देखते रहे । फिर रणबीर ने रवीना को फ्लाइंग किस भेजने शुरू कर दिये । आखिर में वह खुद को रोक नहीं सके और स्टेज पर जाकर रबीना टंडन के साथ डांस करने लगे।
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Television
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Sunday, 2 July 2017
‘माँ’ बनी श्रद्धा कपूर कृति खरबंदा इनसाइड एज फिटनेस बडी शरद मल्होत्रा दिव्यज्योती
पहली बार ‘माँ’ बनी श्रद्धा कपूर
सात साल पहले अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वाली श्रद्धा कपूर ने अभी तक रोमांटिक किरदार ही किये हैं। उनके व्यक्तित्व पर ऎसी ही भूमिकाएं फबती हैं। लेकिन, अब खुद पर यकीन करने लगी श्रद्धा कपूर ने खुद पर प्रयोग करने शुरू कर दिए हैं। अपूर्व लखिया की महिला गैंगस्टर फिल्म हसीना पारकर में श्रद्धा ने बोल्ड एक्सपेरिमेंट किया है। वह फिल्म में केवल गैंगस्टर किरदार ही नहीं कर रही। वह इस फिल्म में एक बच्चे की माँ भी बन रही है। हसीना पारकर मुंबई के कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर पर केंद्रित है, जिसने दाऊद के पाकिस्तान भाग जाने के बाद दाऊद के बिज़नेस को बखूबी संवारा। इस फिल्म में हसीना के शौहर इब्राहिम पारकर का किरदार अंकुर भाटिया कर रहे हैं। फिल्म के दृश्यों में हसीना की गर्भावस्था और बच्चे के पैदा होने के बाद उसका पालन पोषण करने के दृश्य भी शामिल हैं। बकौल डायरेक्टर अपूर्व लखिया, "श्रद्धा ने अपने माँ बनने के दृश्यों की लिए इससे सम्बंधित किताबे पढ़ी, उसी प्रकार से गर्भवती महिला के हावभाव दिए और बच्चा होने पर उसे खिलाया और दुलराया भी। श्रद्धा बहुत पेशेंट और परिपक्व है। उन्होंने अपने माँ के किरदार को बखूबी किया।" हसीना पारकर १८ अगस्त को रिलीज़ हो रही है।
अंगद बेदी ने सजाई इनसाइड एज की क्रिकेट फील्ड
अंगद बेदी हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर बिशन सिंह बेदी के सुपुत्र हैं। लेकिन, उन्होंने क्रिकेट को अपना करियर बनाने के बजाय अभिनय का रास्ता चुना। वह फालतू, ऊँगली, पिंक और डियर ज़िन्दगी में अपने अभिनय क्षमता का प्रदर्शन कर चुके हैं। क्रिकेट की अच्छी जानकारी रखने वाले अंगद अमेजन प्राइम के चर्चित धारावाहिक इनसाइड एज में क्रिकेट टीम के कप्तान की भूमिका निभाएंगे। यह धारावाहिक
क्रिकेट के एक लीग मैच के फॉर्मेट पर आधारित है। इस धारावाहिक में कई विस्तृत
क्रिकेट क्षणों को कैमरा पर उतारा गया है और इन दृश्यों की शूटिंग के वक्त
कैमरा-क्रू के सदस्यों के लिए यह खासा महत्त्वपूर्ण कार्य था कि इन दृश्यों का
दृश्यांकन इस तरह किया जाए जैसा कि एक वास्तविक क्रिकेट मैच जैसा लगे । ऐसे में क्रिकेट के जानकार अंगद आगे आए और शॉट्स की वास्तविकता का सही दृश्यांकन
करने के लिए कैमरों को सही जगहों पर रखने में सहायता की। उन्होंने फील्ड के सेट-अप में भी मदद की, अपने सहायक अभिनेताओं को भी इस खेल
के बारे में बातें समझाई, खेल की भाषा और बॉडी-लैंग्वेज के साथ-साथ सही मूव्स भी बताये।
फ्लॉप डेब्यू की कृति खरबंदा
दक्षिण की कन्नड़, तमिल और तेलुगु फिल्मों की नायिका और कन्नड़ फिल्मों की टॉप एक्ट्रेस कृति खरबंदा के करियर की खासियत यह है कि उनके फिल्म डेब्यू फ्लॉप रहे। १९ साल की उम्र में उनका तमिल फिल्म डेब्यू फ्लॉप रहा। तेलुगु फिल्म बोनी बुरी पिटी। अलबत्ता, कृति के अभिनय की प्रशंसा हुई। पहली कन्नड़ फिल्म औसत चली। तमिल फिल्म ब्रूस ली भी फ्लॉप हुई। उनकी पहली तमिल फिल्म ब्रूस ली भी असफल हुई। २०१६ मे, बॉलीवुड की भट्ट एंड कंपनी की हॉरर फ्रैंचाइज़ी की फिल्म राज़ रिबूट में कृति खरबंदा को इमरान हाश्मी और गौरव अरोड़ा के अपोजिट लिया गया था। हिट राज़ फ्रैंचाइज़ी की इस फिल्म के हिट होने की पूरी उम्मीद थी। लेकिन, यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी गई। इस प्रकार से कृति का हिंदी फिल्म डेब्यू भी फ्लॉप हुआ। इसके बावजूद कृति को हिंदी फिल्मों में मौका मिल रहा है। उनके पास की दो फ़िल्में गेस्ट इन लंदन और शादी में ज़रूर आना ख़ास हैं। यह दोनों फ़िल्में मनोरंजक पारिवारिक और हास्य फ़िल्में हैं। कुछ दिन पहले ही कृति ने तीसरी फिल्म भी साइन की है। यह फिल्म आशु त्रिखा की वीरे की वेडिंग है। यह फिल्म पिछले दिनों सोनम कपूर की फिल्म वीरे दी वेडिंग के कारण अदालत के दरवाज़े तक पहुंची थी। इस फिल्म में कृति के नायक पुलकित सम्राट हैं। इन तीनों फिल्मों में कृति अपने हमउम्र नायकों की नायिका हैं। अब सवाल यह है कि फ्लॉप तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों से डेब्यू करने के बाद दक्षिण की फिल्मों में अपना दबदबा कायम करने वाली कृति क्या हिंदी फिल्मों में दबदबा कायम कर पाएंगी।
जुड़वा २ का मुंबई शेड्यूल शुरू हो चूका हैं। सलमान खान, करिश्मा कपूर और रम्भा अभिनीत और १९९७ में रिलीज़ फिल्म जुड़वाँ की सीक्वल फिल्म जुड़वाँ २ में दोहरी भूमिका में वरुण धवन के साथ तापसी और जैकलीन उनकी नायिका के किरदार में हैं। इन तीनों की आपस में खूब छन रही है। ख़ास तौर पर वरुण धवन और तापसी पन्नू फिटनेस बडी नज़र आते हैं। दोनों साथ ही जिम में एक्सरसाइज करते नज़र आते हैं। वरुण और तापसी दोनों अपने-अपने
हिसाब से फिटनेस के जुनूनी हैं और सक्रिय रहना पसंद करते हैं । दोनों एक-दूसरे से फिटनेस के टिप्स और तौर-तरीकों को भी शेयर करते
हैं। एक दिन तो हद हो गई, जब स्क्वाश की कुशल खिलाड़ी तापसी ने वरुण को भी कोर्ट में घसीट लिया और उनके साथ
भी गेम खेलना प्रारंभ कर दिया है।
पहली बार
‘माँ’ बनी श्रद्धा कपूर
सात साल पहले अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वाली श्रद्धा कपूर ने अभी तक रोमांटिक किरदार ही किये हैं। उनके व्यक्तित्व पर ऎसी ही भूमिकाएं फबती हैं। लेकिन, अब खुद पर यकीन करने लगी श्रद्धा कपूर ने खुद पर प्रयोग करने शुरू कर दिए हैं। अपूर्व लखिया की महिला गैंगस्टर फिल्म हसीना पारकर में श्रद्धा ने बोल्ड एक्सपेरिमेंट किया है। वह फिल्म में केवल गैंगस्टर किरदार ही नहीं कर रही। वह इस फिल्म में एक बच्चे की माँ भी बन रही है। हसीना पारकर मुंबई के कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर पर केंद्रित है, जिसने दाऊद के पाकिस्तान भाग जाने के बाद दाऊद के बिज़नेस को बखूबी संवारा। इस फिल्म में हसीना के शौहर इब्राहिम पारकर का किरदार अंकुर भाटिया कर रहे हैं। फिल्म के दृश्यों में हसीना की गर्भावस्था और बच्चे के पैदा होने के बाद उसका पालन पोषण करने के दृश्य भी शामिल हैं। बकौल डायरेक्टर अपूर्व लखिया, "श्रद्धा ने अपने माँ बनने के दृश्यों की लिए इससे सम्बंधित किताबे पढ़ी, उसी प्रकार से गर्भवती महिला के हावभाव दिए और बच्चा होने पर उसे खिलाया और दुलराया भी। श्रद्धा बहुत पेशेंट और परिपक्व है। उन्होंने अपने माँ के किरदार को बखूबी किया।" हसीना पारकर १८ अगस्त को रिलीज़ हो रही है।
शरद मल्होत्रा
की शॉर्ट फिल्म
टीवी सीरियल कसम तेरे प्यार की में ऋषि का किरदार कर रहे एक्टर शरद मल्होत्रा ने अभी अनीता पटेल की लघु फिल्म पूरी की है। इस फिल्म में शरद मल्होत्रा एक बिज़नेस टाइकून शौर्य का किरदार कर रहे हैं, जो दिल से बेहद रोमांटिक है । वह बिज़नेस के सिलसिले में पूरी दुनिया में घूमता है। उसे औरतों के साथ रहना पसंद है। औरतें भी उसे पसंद करती हैं। आगे की कहानी के बारे में पूछे जाने पर शरद कहते हैं, "आगे कहानी में काफी ट्विस्ट है। इसे बताया नहीं जा सकता। " इस शार्ट फिल्म का निर्माण अनीता पटेल ने किया है। वह बैरी जॉन की फैकल्टी से हैं। उन्हें अपने हर सीन की जानकारी रहती है। उन्होंने कहानी के अनुसार ही अपने एक्टर्स का चुनाव किया है। शरद मल्होत्रा को शौर्या के किरदार में लेने के बारे में अनीता पटेल कहती हैं, "मुझे किसी ने शरद के बारे में बताया था। शरद से मिलने के बाद मुझे महसूस हुआ की शौर्या वाला आवेग और गहराई शरद में हैं। शरद की आँखे जादू करती हैं। दूसरा कोई शौर्या बन ही नहीं सकता था।"
बैंक चोर की
चिड़चिड़ी औरत है दिव्यज्योती
रितेश देशमुख की फिल्म बैंक चोर में एक चिड़चिड़ी औरत का किरदार है। इस रोल के टेलीविज़न सीरियलों की अभिनेत्री दिव्यज्योति शर्मा ने किया है। दर्शकों ने दिव्यज्योति को सीरियल दिल बोले ओबेरॉय में दुष्ट औरत के किरदार में देखा था। वह स्टार प्लस के शो एक हजारों में मेरी बहना है की पिंकी चाची के तौर पर मशहूर हुई। बैंक चोर के चिड़चिड़े किरदार से अलग दिव्यज्योति काफी खुश स्वभाव की है। वह कहती हैं, "मैंने फिल्म में ही चिड़चिड़ा किरदार किया है। " दिव्यज्योति ने बैंक चोर से पहले चाक एंड डस्टर, सनम रे, सनशाइन म्यूजिक टूर्स एंड ट्रेवल्स, मुंबई से आया मेरा दोस्त जैसी फिल्मों में काम किया है। फिल्मों और टीवी में काम करने के फर्क को लेकर दिव्यज्योति कहती हैं, "सिनेमा में वह परफेक्शन देखते हैं। इसलिए शॉट्स फाइनल करने में टाइम लेते हैं। सीरियलों में ऐसा नहीं होता। समय का दबाव रहता है। एक समय में किसी एपिसोड को पूरा करना होता है। काफी दबाव रहता है। जब आप तनाव में होते हैं तो अपना शतप्रतिशत नहीं दे सकते।"
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Saturday, 1 July 2017
अदनान सामी बनेंगे अफगान
हिन्दुस्तानी नागरिकता वाले सिंगर कंपोजर अदनान
सामी अब हिंदी फिल्म डेब्यू करने जा रहे हैं। अभी तक अपने गीतों के विडियोज में
अभिनय करते नज़र आ रहे अदनान सामी राधिका राव और विनय सप्रू की निर्देशक जोड़ी की
फिल्म अफगान- इन सर्च ऑफ़ अ होम में एक अफगानी का किरदार करेंगे। यह किरदार एक
संगीतकार है। इसका मतलब यह हुआ कि यह रियल लाइफ अदनान सामी का रील लाइफ किरदार है। इस फिल्म में
ड्रामा, इमोशन और संगीत का मिश्रण होगा। आज इस फिल्म का एक फोटो जारी किया गया,
जिसमे बढ़ी दाढ़ी और बालों वाले अदनान सामी पगड़ी में बड़े आकर्षक नज़र आ रहे हैं। पिछले दिनों यह खबर थी कि
अदनान ने छः सालों में अपना वजन १६० किलो तक घटा लिया है। अब वह काफी संतुलित
शरीर के नज़र आते हैं। कम वजन के साथ अदनान सामी को दर्शकों ने बजरंगी भाईजान फिल्म
में एक कव्वाल के किरदार में देखा था। फिल्म की कहानी के अनुसार अदनान सामी एक अफगानी
हैं, जो युद्ध और हिंसा से ग्रस्त अफगानिस्तान से अपनी पहचान स्थापित करने के लिए
भारत आ जाता है। यहाँ बताते चलें कि अदनान सामी ने एक पाकिस्तानी फिल्म सरगम में अभिनय किया था। यह अदनान सामी की पहली और आखिरी पाकिस्तानी फिल्म थी। इस फिल्म का संगीत भी अदनान सामी ने दिया था और गीत गाये थे। फिल्म में उनकी नायिका उनकी बीवी ज़ेबा बख्तियार थी।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड के हीरो साउथ की फिल्मों के विलेन
वेलाइल्ला पट्टाधारी यानि बेरोजगार स्नातक २०१४ में रिलीज़ तमिल फिल्म स्टार धनुष की तमिल कॉमेडी ड्रामा फिल्म थी। इस फिल्म को वीआइपी के टाइटल से ज़्यादा लोकप्रियता मिली थी। निर्देशक वेलराज की इस फिल्म के निर्माण में केवल ८ करोड़ खर्च हुए थे और फिल्म ने ५३ करोड़ का ग्रॉस किया था। ज़ाहिर है कि यह बड़ी सफलता थी। अब इस फिल्म का सीक्वल वीआईपी २ बनाया जा रहा है तो दक्षिण से उत्तर तक काफी हवा बह चुकी है । वीआईपी २ का निर्माण और निर्देशन रजनीकांत की बेटी सौंदर्य रजनीकांत कर रही है। बाहुबली की रिलीज़ ने हॉलीवुड फिल्मों के बाद दक्षिण की फिल्मों के लिए रास्ते खोल दिए हैं। इसलिए, वीआईपी २ को तमिल और तेलुगु के अलावा हिंदी में भी बनाया जा रहा है। हिंदी दर्शकों को आकर्षित करने के लिए फिल्म में हिंदी फिल्म अभिनेत्री काजोल को भी लिया गया है। काजोल फिल्म में एक कॉर्पोरेट एग्जीक्यूटिव वसुंधरा परमेश्वर का किरदार कर रही हैं। इस किरदार में निगेटिव शेड है। एक तरह से कहा जा सकता है कि वह फिल्म की विलेन हैं। फिल्म में धनुष एक ईमानदार सिविल इंजीनियर रघुवरन बने हैं। ज़ाहिर है कि फिल्म में धनुष और काजोल के किरदारों का टकराव होगा।
पिछले दिनों फिल्म वेलाइल्ला पट्टाधारी २ (वीआईपी २) के संगीत के वीडियो और तमिल और तेलुगु ट्रेलर को मुंबई में भी रिलीज़ किया गया था। फिल्म में काजोल का किरदार होने से हिंदी दर्शकों को फिल्म के प्रति उत्सुकता काफी बढ़ गई है। इस फिल्म के ट्रेलर जारी होने के बाद तो जैसे पूरे हिंदुस्तान के दर्शकों को २८ जुलाई का इंतज़ार है, जब फिल्म रिलीज़ होगी। वेलाइल्ला पट्टाधारी २ का यह जलवा तब है, जब हिंदी फिल्म अभिनेत्री काजोल इसकी नायिका नहीं, बल्कि वैम्प बनी है। वास्तविकता तो यह है कि दक्षिण की फिल्मों में हिंदी फिल्म एक्टरों का दबदबा बढ़ा है। यह भी कहा जा सकता है कि हिंदी फिल्म एक्टर साउथ की फ़िल्में करना भी चाहते हैं। अब यह बात दीगर है कि तमाम बॉलीवुड सितारे साउथ के नायक को धमकाते नज़र आएंगे। यानि हिंदी फिल्मों के बड़े स्टार अब दक्षिण की फिल्मों में विलेन का किरदार भी करने को तैयार हैं। इधर ऐलान कुछ हिंदी फिल्मों से यह साफ भी होता है।
सबसे महँगी फिल्म के विलेन अक्षय कुमार
पिछले साल दक्षिण के डायरेक्टर शंकर ने हिंदी दर्शकों को अक्षय कुमार के एलियन चेहरे वाला पोस्टर जारी कर चौंका दिया था। अक्षय कुमार का यह लुक शंकर की रजनीकांत अभिनीत फिल्म २.० का था। यह फिल्म रजनीकांत की शंकर निर्देशित फिल्म एंधिरन (हिंदी में रोबोट) की सीक्वल फिल्म थी। रोबोट में रजनीकांत ने एक रोबोट और उसके बनाने वाले डॉक्टर वशीकरण का किरदार किया था। रोबोट को हिंदी बेल्ट में बढ़िया सफलता मिली थी। फिल्म १०० करोड़ कमाने वाली पहली साउथ की फिल्म भी बनी। सीक्वल फिल्म की नायिका दक्षिण की जानी पहचानी अभिनेत्री एमी जैक्सन हैं। हिंदी दर्शकों के पहचाने सुधांशु पांडेय और आदिल हुसैन भी फिल्म में काम कर रहे हैं। लेकिन, अक्षय कुमार का डॉक्टर रिचर्ड का विलेन किरदार हिंदी दर्शकों को ख़ास आकर्षित करने जा रहा है। २.० अक्षय कुमार के करियर की सबसे महँगी फिल्म साबित होने जा रही है। तमिल, तेलुगु और हिंदी में बनाई जा रही २.० के निर्माण में ४५० करोड़ खर्च हुए हैं। अक्षय कुमार के विलेन के बावजूद हिंदी दर्शकों द्वारा २.० के अगले साल २५ जनवरी को रिलीज़ होने का शिद्दत से इंतज़ार किया जा रहा है।
डायरेक्टर शिवा की तमिल फिल्म विवेगम
अक्षय कुमार की विज्ञान फैन्टसी फिल्म २.० से छह महीना पहले तमिल फिल्म विवेगम १० अगस्त को रिलीज़ हो जाएगी। यह फिल्म एक स्पाई थ्रिलर फिल्म है। फिल्म की ७० प्रतिशत से ज़्यादा शूटिंग यूरोप में, ख़ास तौर पर स्लोवेनिया में हुई है। इस फिल्म में अजित कुमार ने इंटरपोल अफसर विवेक का किरदार किया है। फिल्म में हिंदी दर्शकों के जाने पहचाने अक्षरा हासन और काजल अग्रवाल के चेहरे भी हैं। लेकिन, ख़ास है फिल्म में बॉलीवुड फिल्मों के नायक विवेक ओबेरॉय का एक खल किरदार करना । विवेगम ओबेरॉय की पहली तमिल फिल्म है। यह फिल्म १० अगस्त को रिलीज़ होगी। आरव चौधरी को दर्शक माइथोलॉजिकल टीवी सीरियल महाभारत के भीष्म पितामह और इस प्यार को क्या नाम दूँ के इंद्रजीत के रूप में पहचानते हैं। विवेक ओबेरॉय को दक्षिण के दर्शक रामगोपाल वर्मा की दो हिस्सों में बनी तेलुगु फिल्म रक्तचरित्र से पहचानते हैं।
प्रभाष की साहो के विलीन नील नितिन मुकेश
पिछले दिनों फिल्म वेलाइल्ला पट्टाधारी २ (वीआईपी २) के संगीत के वीडियो और तमिल और तेलुगु ट्रेलर को मुंबई में भी रिलीज़ किया गया था। फिल्म में काजोल का किरदार होने से हिंदी दर्शकों को फिल्म के प्रति उत्सुकता काफी बढ़ गई है। इस फिल्म के ट्रेलर जारी होने के बाद तो जैसे पूरे हिंदुस्तान के दर्शकों को २८ जुलाई का इंतज़ार है, जब फिल्म रिलीज़ होगी। वेलाइल्ला पट्टाधारी २ का यह जलवा तब है, जब हिंदी फिल्म अभिनेत्री काजोल इसकी नायिका नहीं, बल्कि वैम्प बनी है। वास्तविकता तो यह है कि दक्षिण की फिल्मों में हिंदी फिल्म एक्टरों का दबदबा बढ़ा है। यह भी कहा जा सकता है कि हिंदी फिल्म एक्टर साउथ की फ़िल्में करना भी चाहते हैं। अब यह बात दीगर है कि तमाम बॉलीवुड सितारे साउथ के नायक को धमकाते नज़र आएंगे। यानि हिंदी फिल्मों के बड़े स्टार अब दक्षिण की फिल्मों में विलेन का किरदार भी करने को तैयार हैं। इधर ऐलान कुछ हिंदी फिल्मों से यह साफ भी होता है।
सबसे महँगी फिल्म के विलेन अक्षय कुमार
पिछले साल दक्षिण के डायरेक्टर शंकर ने हिंदी दर्शकों को अक्षय कुमार के एलियन चेहरे वाला पोस्टर जारी कर चौंका दिया था। अक्षय कुमार का यह लुक शंकर की रजनीकांत अभिनीत फिल्म २.० का था। यह फिल्म रजनीकांत की शंकर निर्देशित फिल्म एंधिरन (हिंदी में रोबोट) की सीक्वल फिल्म थी। रोबोट में रजनीकांत ने एक रोबोट और उसके बनाने वाले डॉक्टर वशीकरण का किरदार किया था। रोबोट को हिंदी बेल्ट में बढ़िया सफलता मिली थी। फिल्म १०० करोड़ कमाने वाली पहली साउथ की फिल्म भी बनी। सीक्वल फिल्म की नायिका दक्षिण की जानी पहचानी अभिनेत्री एमी जैक्सन हैं। हिंदी दर्शकों के पहचाने सुधांशु पांडेय और आदिल हुसैन भी फिल्म में काम कर रहे हैं। लेकिन, अक्षय कुमार का डॉक्टर रिचर्ड का विलेन किरदार हिंदी दर्शकों को ख़ास आकर्षित करने जा रहा है। २.० अक्षय कुमार के करियर की सबसे महँगी फिल्म साबित होने जा रही है। तमिल, तेलुगु और हिंदी में बनाई जा रही २.० के निर्माण में ४५० करोड़ खर्च हुए हैं। अक्षय कुमार के विलेन के बावजूद हिंदी दर्शकों द्वारा २.० के अगले साल २५ जनवरी को रिलीज़ होने का शिद्दत से इंतज़ार किया जा रहा है।
डायरेक्टर शिवा की तमिल फिल्म विवेगम
अक्षय कुमार की विज्ञान फैन्टसी फिल्म २.० से छह महीना पहले तमिल फिल्म विवेगम १० अगस्त को रिलीज़ हो जाएगी। यह फिल्म एक स्पाई थ्रिलर फिल्म है। फिल्म की ७० प्रतिशत से ज़्यादा शूटिंग यूरोप में, ख़ास तौर पर स्लोवेनिया में हुई है। इस फिल्म में अजित कुमार ने इंटरपोल अफसर विवेक का किरदार किया है। फिल्म में हिंदी दर्शकों के जाने पहचाने अक्षरा हासन और काजल अग्रवाल के चेहरे भी हैं। लेकिन, ख़ास है फिल्म में बॉलीवुड फिल्मों के नायक विवेक ओबेरॉय का एक खल किरदार करना । विवेगम ओबेरॉय की पहली तमिल फिल्म है। यह फिल्म १० अगस्त को रिलीज़ होगी। आरव चौधरी को दर्शक माइथोलॉजिकल टीवी सीरियल महाभारत के भीष्म पितामह और इस प्यार को क्या नाम दूँ के इंद्रजीत के रूप में पहचानते हैं। विवेक ओबेरॉय को दक्षिण के दर्शक रामगोपाल वर्मा की दो हिस्सों में बनी तेलुगु फिल्म रक्तचरित्र से पहचानते हैं।
प्रभाष की साहो के विलीन नील नितिन मुकेश
बाहुबली २ के बाद, इसके नायक प्रभाष की किस्मत के दरवाज़े फिर खुल गए हैं। बाहुबली २ के तत्काल बाद प्रभाष को फिल्म साहो के लिए अनुबंधित कर लिया गया। फिल्मकार वामसी की इस फिल्म का निर्देशन सुजीत कर रहे है। १५० करोड़ की लागत से बनाई जा रही इस फिल्म का निर्माण पूरे भारत के दर्शकों की दृष्टि से किया जा रहा है। इसलिए, फिल्म में बॉलीवुड के जानेपहचाने एक्टर और तकनीशियन शामिल किये गए हैं। पिछले दिनों यह खबर थी कि हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषा में बनाई जा रही इस फिल्म के लिए तीन बॉलीवुड अभिनेत्रियों अलिया भट्ट, कैटरिना कैफ और पूजा हेगड़े का स्क्रीन टेस्ट लेने के बाद फिल्म की नायिका के लिए कंगना रानौत को चुना गया है। इस फिल्म में नील
नितिन मुकेश विलेन के ताकतवर किरदार में हैं। इससे पहले नील ने तमिल फिल्म कठ्ठी में भी विलेन किरदार किया था। इरोस ने फिल्म के लिए ४५० करोड़ का प्रस्ताव इसके निर्माता को दिया है।
पुराना है दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड के विलेन का
दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड के अभिनेताओं का विलेन किरदार करना, पुराना ट्रेंड है। काफी बॉलीवुड अभिनेता दक्षिण की फिल्मों में खल किरदार कर चुके हैं। दरअसल, दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड से विलेन बनाने का सिलसिला मणिरत्नम ने १९९१ में शुरू किया था। फिल्म थी रजनीकांत, माम्मूटी और अरविन्द स्वामी अभिनीत तमिल फिल्म दलपति। इस फिल्म में अमरीशपुरी ने मुख्य विलेन का किरदार किया था। मणिरत्नम ने अगली ही फिल्म रोजा में पंकज कपूर को आतंकवादियों सरगना का किरदार सौंपा। इसके बाद बॉलीवुड के मुकेश ऋषि, प्रदीप रावत, सोनू सूद, राहुल देव, आदि अभिनेता दक्षिण की फिल्मों में बुरे किरदार निभाते नज़र आने लगे। बॉलीवुड के कुछ अभिनेता इक्कादुक्का दक्षिण की फिल्मों में विलेन किरदार करते नज़र आये। इनमे मनोज बाजपेई ने तेलुगु फिल्म वेदम, आशीष विद्यार्थी ने तेलुगु फिल्म पोकिरी, प्रदीप रावत ने तमिल फिल्म गजिनी, मुकेश ऋषि ने तेलुगु फिल्म इन्द्र, मुकेश तिवारी ने तमिल फिल्म कांथास्वामी, सयाजी शिंदे ने तीन भाषाओं तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्म धुल, अतुल कुलकर्णी ने तमिल फिल्म रन, सोनू सूद ने तेलुगु फिल्म अतिथि और सलीम ग़ौस ने मलयालम फिल्म तजवरम में खाल किरदार किये।
इसके बावजूद कि दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड के विलेन का सिलसिला २६ साल पुराना है, बॉलीवुड की फिल्मों के बड़े अभिनेताओं को मोटी फीस देकर विलेन बनाने का सिलसिला हालिया शुरू है। फिल्मकार शंकर ने अक्षय कुमार को २.० का विलेन बनाने के लिए २५ करोड़ की मोटी फीस दी थी। जिस प्रकार से दक्षिण और बॉलीवुड की फिल्मों का फॉर्मेट बदल रहा है, इनका विस्तार पूरा हिंदुस्तान बन रहा है, दक्षिण के निर्माता बॉलीवुड अभिनेताओं को अपनी फिल्म का किरदार बना कर यूनिवर्सल अपील बनाने की फिराक में हैं। इस कड़ी में अभिनेता रोनित रॉय सबसे नए बॉलीवुड अभिनेता हैं। वह तेलुगु फिल्मों के जूनियर एनटीआर की फिल्म जय लव कुश में विलेन किरदार कर रहे हैं। रोहित रॉय को दक्षिण के विलेन अभिनेता दुनिया विजय के ऊपर प्राथमिकता देकर लिया गया है। बताते हैं कि फिल्म की पृष्ठभूमि के लिहाज़ से रोनित रॉय फिट बैठते थे।
अल्पना कांडपाल
पुराना है दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड के विलेन का
दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड के अभिनेताओं का विलेन किरदार करना, पुराना ट्रेंड है। काफी बॉलीवुड अभिनेता दक्षिण की फिल्मों में खल किरदार कर चुके हैं। दरअसल, दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड से विलेन बनाने का सिलसिला मणिरत्नम ने १९९१ में शुरू किया था। फिल्म थी रजनीकांत, माम्मूटी और अरविन्द स्वामी अभिनीत तमिल फिल्म दलपति। इस फिल्म में अमरीशपुरी ने मुख्य विलेन का किरदार किया था। मणिरत्नम ने अगली ही फिल्म रोजा में पंकज कपूर को आतंकवादियों सरगना का किरदार सौंपा। इसके बाद बॉलीवुड के मुकेश ऋषि, प्रदीप रावत, सोनू सूद, राहुल देव, आदि अभिनेता दक्षिण की फिल्मों में बुरे किरदार निभाते नज़र आने लगे। बॉलीवुड के कुछ अभिनेता इक्कादुक्का दक्षिण की फिल्मों में विलेन किरदार करते नज़र आये। इनमे मनोज बाजपेई ने तेलुगु फिल्म वेदम, आशीष विद्यार्थी ने तेलुगु फिल्म पोकिरी, प्रदीप रावत ने तमिल फिल्म गजिनी, मुकेश ऋषि ने तेलुगु फिल्म इन्द्र, मुकेश तिवारी ने तमिल फिल्म कांथास्वामी, सयाजी शिंदे ने तीन भाषाओं तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्म धुल, अतुल कुलकर्णी ने तमिल फिल्म रन, सोनू सूद ने तेलुगु फिल्म अतिथि और सलीम ग़ौस ने मलयालम फिल्म तजवरम में खाल किरदार किये।
इसके बावजूद कि दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड के विलेन का सिलसिला २६ साल पुराना है, बॉलीवुड की फिल्मों के बड़े अभिनेताओं को मोटी फीस देकर विलेन बनाने का सिलसिला हालिया शुरू है। फिल्मकार शंकर ने अक्षय कुमार को २.० का विलेन बनाने के लिए २५ करोड़ की मोटी फीस दी थी। जिस प्रकार से दक्षिण और बॉलीवुड की फिल्मों का फॉर्मेट बदल रहा है, इनका विस्तार पूरा हिंदुस्तान बन रहा है, दक्षिण के निर्माता बॉलीवुड अभिनेताओं को अपनी फिल्म का किरदार बना कर यूनिवर्सल अपील बनाने की फिराक में हैं। इस कड़ी में अभिनेता रोनित रॉय सबसे नए बॉलीवुड अभिनेता हैं। वह तेलुगु फिल्मों के जूनियर एनटीआर की फिल्म जय लव कुश में विलेन किरदार कर रहे हैं। रोहित रॉय को दक्षिण के विलेन अभिनेता दुनिया विजय के ऊपर प्राथमिकता देकर लिया गया है। बताते हैं कि फिल्म की पृष्ठभूमि के लिहाज़ से रोनित रॉय फिट बैठते थे।
अल्पना कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ग्रेटेस्ट शोमैन ह्यू जैकमैन
२१ मई २०१७ को १४६ साल तक शो करने के बाद रिंगलिंग ब्रदर्स एंड बरनम एंड बेली सर्कस बंद कर दिया गया था। १९१९ में बरनम एंड बेली सर्कस शुरू हुआ था। इस सर्कस को पी टी बरनम और जेम्स अन्थोनी बेली ने स्थापित किया था। यह सर्कस १९१९ में द रिंगिंग ब्रदर्स के साथ मिला दिया गया था। इसी सर्कस के स्थापक पी टी बरनम पर माइकल ग्रेसी एक फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं। फिल्म में बरनम के किरदार को अभिनेता ह्यु जैकमैन कर रहे हैं। बरनम को द ग्रेट शोमैन कहा जाता था। इसीलिए फिल्म को द ग्रेट शोमैन टाइटल दिया गया है। बरनम अपने सर्कस में खुद ट्रैपिज़ आर्टिस्ट थे। फिल्म में जैकमैन ने ट्रैपिज़ की है। इस म्यूजिकल फिल्म में ज़ेन्डया, ज़क एफ्रोन, आदि ट्रैपिज़ आर्टिस्ट की भूमिका में हैं। नवोदित केअला सेटल ने द बेअरडेड वुमन का किरदार किया है। यह फिल्म क्रिसमस डे पर रिलीज़ हो रही है।
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Hollywood
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द कांजुरिंग की स्पिन-ऑफ द नन पूरी
हॉलीवुड ने हॉरर सीरीज की कई श्रंखलाएं बनाई हैं। इनमे २०१३ में शुरू द कंजूरिन को अच्छी सफलता मिली थी। २० मिलियन डॉलर से बनी इस फिल्म ने ३१८ मिलियन डॉलर का बिज़नेस किया था। दूसरी द कंजुरिन ने भी ३२० मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया। अब इस फिल्म का दूसरा स्पिन-ऑफ भी बन कर तैयार है। करिन हार्डी (द हैलो) निर्देशित द नन की कहानी द कंजूरिन २ की नन वैलेक पर केंद्रित है। यह शैतान के रूप में बुरी ताकतों से लड़ती है। इस फिल्म में वैलेक का किरदार बोनी आरोन्स कर रही हैं। उनके साथ डेमियन बिशिर (फादर बर्के), शेर्लोट होप (सिस्टर विक्टोरिया) एयर टेस्सा फार्मिग (सिस्टर आइरीन) भी काम कर रही हैं। न्यू लाइन सिनेमा की फिल्म द कंजुरिन का पहला स्पिन-ऑफ एनाबेली को भी अच्छी सफलता मिली थी। इस प्रकार से द कंजुरिन यूनिवर्स की तीन फिल्मों ने ८९५ मिलियन डॉलर का ग्रॉस कर लिया है। फिल्म द नन की पटकथा गैरे डॉबरमैन ने लिखी है। इस फिल्म को वॉर्नर ब्रदर्स द्वारा अगले साल १३ जुलाई को पूरी दुनिया में रिलीज़ किया जायेगा।
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Hollywood
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Friday, 30 June 2017
पूजा मखीजा की चाइल्ड नुट्रिशन पर किताब की लांच पर अपनी बेटी के साथ खल्लास गर्ल ईशा कोप्पिकर
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फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 28 June 2017
स्पाइडर-मैन की होमकमिंग में होंगे कई मार्वेल करैक्टर
डायरेक्टर जॉन वाट्स पर भरोसा करें तो स्पाइडरमैन के काम का दायरा भी बढ़ने वाला है और आगामी फिल्म होमकिंग में मार्वेल सिनेमैटिक यूनिवर्स के कई किरदार भी शामिल होने जा रहे हैं। स्पाइडरमैन रिबूट बनाये जाने के ऐलान के बाद दुनिया के दर्शकों ने स्पाइडरमैन बने टॉम हॉलैंड को पहली बार २०१६ में कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर में देख लिया था। अगले साल अवेंजर्स इंफिनिटी वॉर में भी टॉम हॉलैंड अपने मकड़े किरदार को करते नज़र आएंगे। यह एक शुरुआत थी मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स के सुपरहीरो किरदारों के एक ही फिल्म में इकठ्ठा लाने की। होमकमिंग में दर्शक रॉबर्ट डाउनी जूनियर को टोनी स्टार्क उर्फ़ आयरन मैन, माइकल कीटों को वल्चर, टोनी रेवोलोरी को फ़्लैश, बोकीम वुडबीन को शॉकर के किरदार में देखेंगे। इस फिल्म के दो सीक्वल में कुछ दूसरे मार्वेल करैक्टर नज़र आ सकते हैं। होमकमिंग में नज़र आ रहे कुछ करैक्टर नदारद भी रहेंगे। ७ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही स्पाइडर-मैन होमकमिंग में टोनी रेवोलोरी, मरीसा तोमोई, डोनाल्ड ग्लोवर, लॉरा हरियर, बोकीम वुडबिन, माइकल चेमस, आदि भी नज़र आएंगे।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अ स्टार इज बॉर्न में लेडी गागा
आजकल हॉलीवुड की एक फिल्म अ स्टार इज बॉर्न चर्चा में हैं। यह फिल्म १९३७ में अमेरिका में बनी टैक्नीकलर रोमांटिक ड्रामा फिल्म है। निर्माता डेविड ओ सेल्ज़निक की विलियम अ वेलमैन निर्देशित इस फिल्म की कहानी एक अभिनेत्री बनने के लिए संघर्ष कर रही की कहानी है, जिसकी मदद हॉलीवुड का एक अस्त होता अभिनेता करता है। इस फिल्म में मुख्य भूमिका जेनेट गेनर और फ्रेडरिक मार्च ने की थी। अन्य भूमिकाओं में अडोल्फे मेंजो, मे रोब्सन, एंडी डेविन, लीओन स्टैंडर और ओवेन मूर थे। इस फिल्म १९५४ में जुडी गारलैंड, और जेम्स मेसन के साथ और १९७६ में बारबरा स्ट्रेसैंड और क्रिष क्रिस्टोफरसन के साथ रीमेक बनाये गए। अब अ स्टार इज बॉर्न पर निर्माण अभिनेता ब्रैडले कूपर (द हैंगओवर,अमेरिकन स्नाइपर,लिमिटलेस) कर रहे हैं। इस फिल्म से ब्रैडले कूपर पहली बार निर्देशन की कमान भी सम्हालेंगे। यह उनकी बतौर निर्देशक पहली फिल्म है। वह खुद अस्त हो रहे हॉलीवुड फिल्म स्टार का किरदार करेंगे। फिल्म में लेडी गागा महत्वाकांक्षी गायिका अभिनेत्री एली का किरदार कर रही हैं। यह फिल्म लेडी गागा की बतौर नायिका पहली फिल्म होगी। यह फिल्म २८ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या बनेगी ईशान और जाह्नवी जोड़ी ?
बॉलीवुड के
गलियारों में खबर गर्म है कि एक्टर शाहिद कपूर का सौतेला भाई ईशान खट्टर और
श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाह्नवी कपूर जोड़ी बनाने जा रहे हैं। इन दोनों की यह जोड़ी करण
जौहर के बैनर धर्मा प्रोडक्शन्स के तहत बनने वाली हॉलीवुड की २०१४ में रिलीज़ रोमांटिक ड्रामा फिल्म फाल्ट इन अवर स्टार्स के हिंदी रीमेक से बनेगी। इस फिल्म का निर्देशन शशांक खेतान करेंगे। इससे पहले यह खबर भी थी कि जाह्नवी कपूर का डेब्यू मराठी फिल्म सैराट के हिंदी
रीमेक से होगा। करण जौहर अपनी हॉलीवुड रीमेक फिल्म के लिए पहले दीपिका पादुकोण-सुशांत
सिंह राजपूत और आलिया भट्ट-आदित्य रॉय कपूर की जोड़ियों पर राय मशविरा कर चुके हैं। इस लिहाज़ से ईशान और जाह्नवी की जोड़ी बनना दिलचस्प खबर जैसा है। खबर यह भी है
कि फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले ईशान और जाह्नवी एक साथ काफी समय बिता रहे
हैं, ताकि आपसी समझ पैदा हो सके। इस जोड़े की साथ तस्वीरे गॉसिप कॉलम में गर्मागर्म
खबरों के साथ छप भी चुकी हैं। ईशान खट्टर ईरानी फिल्मकार माजिद मजीदी की फिल्म
बियॉन्ड द क्लाउड्स की शूटिंग पूरी कर चुके हैं। हॉलीवुड रीमेक के निर्देशक आशीष खेतान ने
हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया और बद्रीनाथ की दुल्हनिया जैसी हिट दुल्हनिया फ़िल्में बनाई
हैं। क्या वह जाह्नवी को ईशान की हिट दुल्हनिया बना पाएंगे ?
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
५३ साल की श्रीदेवी के ५० साल और ३०० फ़िल्में
श्रीदेवी की
रवि उदयवार निर्देशित फिल्म मॉम हिंदी के अलावा तीन दूसरी भारतीय भाषाओँ तमिल, तेलुगु और मलयालम में रिलीज़ की
जाएगी। श्रीदेवी पर केंद्रित इस फिल्म में
नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना पहली बार श्रीदेवी के साथ अभिनय कर रहे हैं। फिल्म में श्रीदेवी ने दो बेटियों की माँ देवकी
का किरदार किया है। उसकी बेटी आर्या भावुक लड़की है। उसका मानना है कि एक माँ की ज़िन्दगी में बेटी आती है, न कि बेटी की ज़िन्दगी में माँ आती
है। इसे लेकर दोनों में मतभेद हैं। देवकी इंतज़ार करती है अपनी बेटी के प्यार और
उसे स्वीकार करने का,
ताकि दोनों
के बीच मतभेद दूर हो सके। परन्तु एक
दुर्घटनावश यह दूरियां बढ़ जाती है। अब
देवकी के सामने दो ही रास्ते हैं कि वह ज़्यादा खराब और काम खरब में से किसी को
चुनना है। ज़ाहिर है कि देवकी का किरदार श्रीदेवी की अभिनय क्षमता को उभारने वाला
है। श्रीदेवी ने अभिनय का सिलसिला दक्षिण की फिल्मों से शुरू किया था। अब बॉलीवुड
फिल्मों को भी दक्षिण के बाजार की तलाश है। कहते हैं फिल्म के निर्माता और
श्रीदेवी के पति बोनी कपूर,
"साउथ इंडिया
में तो उनकी इतनी फैनफॉलोविंग हैं कि फिल्म वितरक हमेशा श्रीदेवी की फिल्मों का
इंतजार करतें रहते हैं। जब से ‘मॉम’
का प्रोमो
ऑनलाइन रिलीज हुआ हैं। तब से वितरक इस फिल्म को दक्षिण भारतीय भाषाओं में डब कर
रिलीज़ करने की मांग कर रहें हैं। इसी वजह से यह फिल्म हिंदी के साथ ही तमिल, तेलुगु, और मलयालम में भी रिलीज कर रहें हैं।"
फिल्म करियर
के ५० साल
मॉम ७ जुलाई
को रिलीज़ हो रही है। इस तारिख का श्रीदेवी की ज़िन्दगी में विशेष महत्व है।
तमिलनाडु में शिवकाशी में १३ अगस्त १९६३
को जन्म हुआ था। श्रीदेवी ने अपने फिल्म
करियर की शुरुआत तमिल भक्ति फिल्म कंधन करुणाई में बतौर बाल कलाकार की थी। इस फिल्म में वह भगवान मुरुग का बालावतार
थी। उस समय श्रीदेवी की उम्र महज़ चार साल
थी। कंधन करुणाई ७ जुलाई १९६७ को रिलीज़
हुई थी। इस प्रकार से श्रीदेवी के एक्टिंग
करियर को इस साल ७ जुलाई को ५० साल पूरे हो जाते हैं। इसे देखते हुए ही बोनी कपूर ने मॉम को ७ जुलाई
को दक्षिण की तीन भाषाओँ के साथ रिलीज़ करने का फैसला लिया है। संयोग की बात यह है कि मॉम श्रीदेवी की बतौर एक्ट्रेस ३००वी फिल्म है। यह तीन सौ फ़िल्में हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं में है। इस प्रकार से अपने अभिनय जीवन के पचास
सालों में ५३ साल की श्रीदेवी कुल ३०० फ़िल्में कर चुकी हैं। जबकि, वह पिछले पांच सालों से हिंदी फ़िल्में नहीं कर रही थी। उन्होंने १९७९ से कोई कन्नड़ फिल्म नहीं की
है। १९९४ से तेलुगु और १९९६ से मलयालम
फिल्मों से दूर हैं। जिस तमिल इंडस्ट्री
से श्रीदेवी ने अपने करियर की शुरुआत की थी, उसमे भी उनकी २६ साल बाद वापसी २०१५ में रिलीज़ कॉस्ट्यूम ड्रामा
ऐतिहासिक फिल्म पुलि से हुई थी ।
तमिल फिल्म
से शुरुआत करने के बाद श्रीदेवी ने
बॉलीवुड का रुख किया। दक्षिण के
फिल्म निर्माता बी नागिरेड्डी और चक्रपाणि की के एस सेतुमाधवन निर्देशित फिल्म
जूली (१९७५) ने उन्हें फिल्म की नायिका लक्ष्मी की छोटी बहन के रोल में मौक़ा दिया।
इस बड़ी हिट फिल्म के बावजूद श्रीदेवी की अगली फिल्म सोलवां सावन १९७८ में रिलीज़
हुई। पी भारतीराजा की इस फिल्म में
श्रीदेवी ने अमोल पालेकर के अपोजिट १६ साल की लड़की के प्यार को अंजाम दिया
था। फिर कमल हासन के साथ रीमेक फिल्म
सदमा रिलीज़ हुई। यह दोनों फ़िल्में बुरी तरह से असफल हुई।
थंडर थइ
श्रीदेवी
जब ऐसा लग
रहा था कि दक्षिण की इस अभिनेत्री का करियर तीन फिल्मों के साथ ही ख़त्म हो जायेगा, अभी रिलीज़ हुई के राघवेंद्र राव के
निर्देशन में बनी एक्शन कॉमेडी फिल्म हिम्मतवाला । यह फिल्म हिट तमिल फिल्म उरिकी
मोनगाडू की रीमेक थी। तमिल फिल्म में
कृष्णा की नायिका जयाप्रदा थी। बाद में, इन्ही जयाप्रदा के साथ श्रीदेवी ने कई
फ़िल्में की और दोनों के बीच लगातार कैट फाइट होती रही। हिम्मतवाला में श्रीदेवी ने जम कर अंग प्रदर्शन
किया था। इस फिल्म ने उन्हें थंडर थइ वाली
अभिनेत्री का खिताब दिलवाया। श्रीदेवी ने
इसी साल एक के बाद अंग प्रदर्शन से भरपूर फ़िल्में की। जानी दोस्त, जस्टिस चौधरी और मवाली फिल्मों की सफलता के पीछे श्रीदेवी की सेक्स
अपील ही थी। वह बॉलीवुड की सेक्स बम के बतौर स्थापित हो गई।
अभिनय भी
दिखाया
हिंदी
फिल्मों में श्रीदेवी ने केवल अंग प्रदर्शन ही नहीं किया। श्रीदेवी की सेक्स अपील
का प्रदर्शन करने वाली तमाम फ़िल्में साउथ के निर्माताओं द्वारा बनाई गई थी। साउथ
के फिल्म निर्माता श्रीदेवी की अभिनय क्षमता को जानते और पहचानते थे। इसीलिए, जिस दौर में बॉलीवुड दर्शकों को आकर्षित करने के लिए तोहफा, मकसद और सरफ़रोश जैसी श्रीदेवी की सेक्स
अपील उभारने वाली फ़िल्में बनाई गई, वहीँ के विश्वनाथ ने मिथुन चक्रवर्ती के साथ फिल्म जाग उठा इंसान में
श्रीदेवी के नृत्यांगना किरदार को भावाभिनय से सरोबार पेश किया। १९८६ में श्रीदेवी
के करियर में बड़ा बदलाव आया। इस दौरान श्रीदेवी को हरमेश मल्होत्रा ने नागिन
किरदार में पेश किया। फिल्म थी नगीना। यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई। इस फिल्म के साथ श्रीदेवी बॉलीवुड की सबसे
महँगी अभिनेत्री बन गई। पारिवारिक फिल्म घर संसार में श्रीदेवी ने अपने सशक्त
अभिनय से दर्शकों और समीक्षकों की वाहवाही बटोरी।
सुहागन,
औलाद और
नज़राना के बाद श्रीदेवी ने अपने उत्कृष्ट अभिनय से अनिल कपूर के साथ फिल्म मिस्टर
इंडिया को मिस इंडिया बना दिया। राम-अवतार, चांदनी, चालबाज़,
लम्हे, गुमराह, आदि उनकी उल्लेखनीय फ़िल्में थी, जिनमे श्रीदेवी ने खुद की पहचान बतौर सेक्स बम नहीं अभिनेत्री बनाई।
श्रीदेवी ने
१९९६ में अपनी मिस्टर इंडिया, रूप की रानी चोरों का राजा और जुदाई जैसी फिल्मों निर्माता बोनी कपूर
से विवाह कर लिया। १९९७ में पहली बेटी के
जन्म के साथ ही श्रीदेवी ने फिल्मों को पूरी तरह से अलविदा कह दी। कोई १५ साल श्रीदेवी की वापसी हुई गौरी शिंदे
की कॉमेडी ड्रामा फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से।
इस फिल्म में श्रीदेवी ने एक ऐसी गृहणी के किरदार को किया था, जो इंग्लिश नहीं बोल सकती है। इससे उसकी घर में उपेक्षा होती ही है, जब वह एक शादी में विदेश जाती है तो यह
समस्या ज़्यादा बढ़ जाती है। इसलिए वह
इंग्लिश क्लास ज्वाइन कर लेती है। इस
फिल्म को हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु,
फ्रेंच और
इंग्लिश में भी बनाया गया। इस फिल्म के बाद
श्रीदेवी को बॉलीवुड की मेरिल स्ट्रीप और जापान में फीमेल रजनीकांत का
खिताब दिया गया।
श्रीदेवी उम्र का अर्धशतक लगा चुकी हैं। वह रोमांटिक किरदार नहीं कर सकती। इसलिए वह अपनी उम्र के अनुरूप किरदार कर रही हैं। इंग्लिश विंग्लिश में एक बेटी की माँ का किरदार करने के बाद श्रीदेवी मॉम में दो बेटियों की माँ का किरदार कर रही है। लेकिन, यह फिल्म सोशल ड्रामा नहीं। इस फिल्म में थ्रिल की छौंक है। संबंधों और परिस्थितियों की जटिलता है। श्रीदेवी कहती हैं, "यह फिल्म मेरे लिए बड़ा चैलेंज थी। मुझे इसका ख़ास अनुभव हुआ। मैं खुश हूँ कि मुझे इन महान अभिनेताओं (नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना) के साथ अभिनय करने का मौक़ा मिला।"
श्रीदेवी उम्र का अर्धशतक लगा चुकी हैं। वह रोमांटिक किरदार नहीं कर सकती। इसलिए वह अपनी उम्र के अनुरूप किरदार कर रही हैं। इंग्लिश विंग्लिश में एक बेटी की माँ का किरदार करने के बाद श्रीदेवी मॉम में दो बेटियों की माँ का किरदार कर रही है। लेकिन, यह फिल्म सोशल ड्रामा नहीं। इस फिल्म में थ्रिल की छौंक है। संबंधों और परिस्थितियों की जटिलता है। श्रीदेवी कहती हैं, "यह फिल्म मेरे लिए बड़ा चैलेंज थी। मुझे इसका ख़ास अनुभव हुआ। मैं खुश हूँ कि मुझे इन महान अभिनेताओं (नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना) के साथ अभिनय करने का मौक़ा मिला।"
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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