Saturday, 25 November 2017

अनिल कपूर बने शेल्वड बस कंडक्टर

इसे किसका दुर्भाग्य कहा जाये - सतीश कौशिक का, अनिल कपूर का या श्रीदेवी का कि यह लोग बस कंडक्टर नहीं बन सके ? शायद इसे अनिल कपूर का दुर्भाग्य कहना ठीक रहेगा। १९९३ में  निर्देशक सतीश कौशिक ने फिल्म बस कंडक्टर का ऐलान किया था।  अनिल कपूर को बस कंडक्टर का किरदार करना था और श्रीदेवी को उनकी बस पर सवार होना था।  शुरूआती शूटिंग के बाद यह फिल्म बंद कर दी गई।  बाद में, नब्बे के दशक में ही इस फिल्म को फिर बनाने की कोशिश की गई। इस बार भी बस कंडक्टर अनिल कपूर थे।  मगर उनकी बस में तब्बू को सवार होना था।  लेकिन, यह फिल्म भी बंद करनी पड़ी।  इसके बाद से अब तक किसी ने भी बस कंडक्टर बनाने या बनने की कोशिश नहीं की। वैसे बताते चलें कि १९५९ मे निर्देशक द्वारका खोसला ने प्रेम नाथ को बस कंडक्टर बना कर, उनकी बस में श्यामा और मारुती को सवार करवाया था।  २००५ में माम्मूटी की बस कंडक्टर की भूमिका वाली मलयालम फिल्म बस कंडक्टर का निर्माण किया गया था।  

चंदुलाल शाह ने केवल १७ दिनों में बनाई थी टाइपिस्ट गर्ल

चंदूलाल शाह की पहचान रंजीत स्टूडियोज के सस्थापक के बतौर है।  १९२९ में स्थापित रंजीत स्टूडियोज फिल्म कंपनी ने १९३२ तक ३९ फ़िल्में बनाई।  कंपनी की शुरुआत मूक फिल्म वाइल्ड फ्लावर से करके कई हिंदी, पंजाबी और गुजराती फ़िल्में बनाई। एक समय इस कंपनी में ३०० कर्मचारी काम किया करते थे।  सवाक युग में इस स्टूडियोज का नाम रंजीत मूवीटोन कर दिया गया। चंदूलाल शाह की बतौर निर्देशक पहली फिल्म टाइपिस्ट गर्ल (१९२६) सिर्फ १७ दिनों में बनाई गई थी। यह फिल्म उन्होंने कोहिनूर फिल्म कंपनी के लिए बनाई थी। इस फिल्म में सुलोचना और गौहर की मुख्य भूमिका थी।  फिल्म को बड़ी सफलता मिली।  इस फिल्म के बाद चंदूलाल शाह ने कंपनी के लिए ५ और फिल्मों का निर्माण किया।  चंदूलाल शाह १९५१ में स्थापित द फिल्म फेडरेशन  ऑफ़ इंडिया के पहले अध्यक्ष थे।  आज ही के दिन २५ नवंबर १९७५ को चन्दूलाल शाह का ७७ साल की उम्र में देहांत हो गया।  

हुमा कुरैशी ने जीता वैंकूवर फेस्टवियल में जीता वुमन द डिकेड अवार्ड

हुमा कुरैशी 
भारतीय फिल्म अभिनेत्री हुमा कुरेशी के लिए वैंकूवर से अच्छी खबर है।  उन्होंने वैंकूवर इंटरनेशनल साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल में वुमन ऑफ़ द डिकेड अवार्ड जीता है।  हुमा कुरैशी को ऐसी अभिनेत्री पाया गया है, जो पारम्परिक तरीके से चलने वाली फिल्म इंडस्ट्री में अलग तरह के रास्ते पर चली।  उन्होंने इस साल पूरी दुनिया में अपनी पेशेवर प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया। २००८ में हुमा कुरैशी अपने दोस्त के बुलावे पर फिल्म जंक्शन का ऑडिशन देने मुंबई गई थी।  मगर यह फिल्म कभी नहीं बन सकी। इसी दौरान हिंदुस्तान यूनिलीवर से टेलीविज़न विज्ञापन का दो साल का करार हो गया। अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ़ वासेपुर पार्ट १ (२०१२) में सह-भूमिका मिली।  इसके बाद हुमा कुरैशी ने मुड़ कर नहीं देखा।  हुमा कुरैशी ने फिल्म वाइसराय हाउस से अपनी अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति दर्ज कराई। इधर घरेलु मोर्चे पर भी हुमा कुरैशी का जलवा बरकरार है।  उनके एक फिल्म सेजल सुपारी में लिए जाने की खबर है। पिछले साल अगस्त में संजय लीला भंसाली प्रोडक्शन ने अभिनव देव  के निर्देशन में सेजल सुपारी का ऐलान किया था। इस फिल्म में भूमि पेडनेकर को भाड़े की हत्यारी के किरदार के लिए लिया गया था।  लेकिन, काफी समय तक फिल्म पर कोई काम न होने से इसी साल जनवरी में भूमि पेडनेकर ने फिल्म छोड़ दी। अब इस फिल्म पर काम तेज़ी से शुरू हो गया है। इस फिल्म के लिए हुमा कुरेशी को खुद को बिलकुल फिट रखना होगा। ह फिल्म जल्द ही फ्लोर पर जाएगी।  

Friday, 24 November 2017

दिल चाहता है की टीम ने गोवा में मनाया था सोनाली का जन्मदिन

कई पुरस्कार प्राप्त अभिनेत्री सोनाली कुलकर्णी, हाल ही में, भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में  हिस्सा लेने गोवा आयी हुई थी। उस दौरान बातचीत में उन्होंने गोवा में ही २००१ में शूट अपनी फिल्म दिल चाहता हैं की यादें ताजा की। इफी के ४८वे संस्करण का हिस्सा हुई सोनाली कुलकर्णी बायोस्कोप विलेज कार्यक्रम का हिस्सा हुई। साथ ही, सोनाली की बहुचर्चित मराठी फिल्म कच्चा लिंबू की स्क्रीनगिन भी यहीं हुई थी । सोनाली कहती हैं, “मुझे इफी का हिस्सा बनना पसंद हैं। गोवा आने के बाद मेरी फिल्म दिल चाहता हैं की यादें भी ताजा हो जाती हैं। जोया अख्तर, रितेश सिधवानी, और फरहान अख्तर के साथ इस फिल्म की शूटिंग के पल मेरे लिया हमेशा यादगार रहेंगें। वह बतौर निर्माता काफी प्रोफेशनल थे। हमारी शूटिंग नियोजनबध्द हुई थी। इस फिल्म के गोवा में हुए शूटिंग की कई मजेदार यादें हैं। जब भी मैं गोवा आऊँ यह यादे ताजा हो जाती हैं। उस साल का मेरा जनमदिन गोवा में ही मनाया गया था।

मुक्काबाज़ और १९२१ की बॉक्स ऑफिस पर बॉक्सिंग

अगले साल १२ जनवरी को मज़ेदार दृश्य पैदा हो सकता है।  १२ जनवरी को दो फ़िल्में मुक्काबाज़ और १९२१ रिलीज़ हो रही है।  मुक्काबाज़ एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है।  फिल्म के निर्देशक अनुराग कश्यप हैं।  फिल्म में विनीत कुमार सिंह, ज़ोया हुसैन, जिम्मी शेरगिल और रविकिशन की ख़ास भूमिका है।  दूसरी फिल्म १९२१ है।  यह फिल्म विक्रम भट्ट की है और १९२० की हॉरर  सीरीज में  चौथी फिल्म है।  फिल्म में ज़रीन खान, करण कुंद्रा और अनुपम खेर की भूमिका है।  लेकिन, इन दोनों फिल्मों का ज़िक्र करने की ख़ास वजह है फैंटम फिल्म और रिलायंस।  मुक्काबाज़ का निर्माण फैंटम फिल्म्स के बैनर तले हुआ है।  १९२१ का निर्माण रिलायंस द्वारा किया गया है।  बॉलीवुड ट्रेड की जानकारी रखने वालों को अच्छी तरह से मालूम है कि फैंटम और रिलायंस का जॉइंट वेंचर है और यह मिल कर फ़िल्में भी बनाते हैं।  हालाँकि, मुक्काबाज़ और १९२१ की शैली में कोई समानता नहीं है।  इसलिए, दोनों के एक साथ रिलीज़ करने में कोई नुकसान नहीं होने जा रहा।  लेकिन, दर्शकों को यह  देखने में दिलचस्पी ज़रूर होगी कि दोनों दोस्त कंपनियों का टकराव क्या गुल खिलायेगा।  

ताइवान और रूस भी जायेगा बॉलीवुड का सीक्रेट सुपरस्टार

आमिर खान की एक्सटेंडेड कैमिया वाली फिल्म सीक्रेट सुपर स्टार को बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता  चाहे न मिली हो ,  लेकिन इसे विदेशी बाज़ारों में रिलीज़ करने का सिलसिला जारी है।  सीक्रेट सुपर ताइवान और रूस में रिलीज़ होकर एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।  यह फिल्म ताइवान में ७३ स्क्रीन्स में आज रिलीज़ हो रही।  रूस में सीक्रेट स्टार ३ दिसंबर २०१७ को ५० स्क्रीन्स में रिलीज़ की जाएगी।  सीक्रेट सुपरस्टार को यह सम्मान मिलेगा ज़ी स्टूडियोज इंटरनेशनल की वजह से।  इस स्टूडियोज का इरादा फिल्म को इन बाज़ारों में रिलीज़ कर बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता दिलाने का है।  सीक्रेट सुपरस्टार भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन के अपोजिट दिवाली वीकेंड पर रिलीज़ हुई थी।    

मेरी 'राय' में लक्ष्मी राय है जूली २ की लक्ष्मी

लक्ष्मी राय जूली २ में 
कभी फिल्म देखते समय कोफ़्त होने के बावजूद किसी एक चहरे को देखना ही पैसा वसूल बना देता है।  दीपक शिवदासानी की फिल्म जूली २ निराश करने के बावजूद दक्षिण की संवेदनशील अभिनेत्री लक्ष्मी राय के कारण देखि जा सकती है।  एक ढीली ढाली और बार बार बहकती फिल्म में लक्ष्मी राय की मज़बूत खम्भा नज़र आती हैं।  वह अस्वाभाविक कहानी को अपने स्वाभाविक अभिनय से ध्वस्त होने से रोकती है।  जूली २ की जूली अगर जूली न होती तो इसका सिरा २००४ की फिल्म जूली से नहीं जोड़ा जाता। ऐसे में इस फिल्म को इरोटिक फिल्म की तरह प्रचारित नहीं किया जाता।  दीपक शिवदासानी फिल्म बनाते समय भटकते सम्हलते लगे। मगर आखिर में वह बिलकुल बिखर गए।  एक बड़ी फिल्म अभिनेत्री को स्टारडम पाने के लिए क्या कुछ खोना पड़ता है, यह देखना भयावह लगता है।  मध्यांतर तक एक बढ़िया सस्पेंस थ्रिलर फिल्म का एहसास कराने वाली जूली २ मध्यांतर एक बाद बिलकुल भटक जाती है।  दीपक शिवदासानी की कथा-पटकथा में फहीम कुरैशी के संवाद को प्रभावित करते हैं।  लेकिन, फिल्म का कथानक जितना अस्वाभाविक है, पटकथा भी उतनी ही ढीली है।  बतौर निर्देशक भी दीपक कुछ नया नहीं दे पाए।  अगर, दीपक अपनी फिल्म को सिर्फ लक्ष्मी राय के किरदार को उभरने तक सीमित रखते तो प्रभावशाली साबित होते।  लेकिन, उन्होंने जूली को एक बोल्ड विचारों और दिमाग वाली महिला दिखाने के बावजूद कमज़ोर दिखाया।  यह कुछ अटपटा लगता है।  न जाने क्यों उन्होंने सीआईडी सीरियल के आदित्य श्रीवास्तव को इतना ज़्यादा महत्त्व दिया।  वह फिल्म की कमज़ोर कड़ी साबित होते हैं।  जूली २ में लक्ष्मी राय के अलावा छोटी  भूमिका में रवि किशन और मुख्य खलनायक के रूप में पंकज त्रिपाठी प्रभावित करते हैं।  रति अग्निहोत्री का लक्ष्मी को बढ़िया सपोर्ट मिला है।  फिल्म का गीत संगीत बेकार है।  मुश्किल लगता है कि ३० करोड़ में बनी जूली २ का  हिंदी संस्करण अपनी लागत भी निकाल पाए।  

जिगरठंडा के रीमेक से फरहान अख्तर बाहर

पता नहीं फरहान अख्तर का बाज़ार ठंडा है या जिगरठण्डा में ज़्यादा ठंडक थी, इस तमिल फिल्म जिगरठण्डा के हिंदी रीमेक से फरहान अख्तर बाहर हो गए हैं।  खबर थी कि फरहान अख्तर ने यह फिल्म खुद ही छोड़ दी। जिगरठण्डा सिद्धार्थ की २०१४ में रिलीज़ तमिल फिल्म है, जिसमे सिद्धार्थ ने एक शार्ट फिल्म निर्माता की भूमिका की थी, जो एक रियलिटी शो का सञ्चालन कर रहा है। लेकिन, शो के जजो को यह पसंद नहीं आता। इसी दौरान उसे मौका मिलता है एक फीचर फिल्म बनाने का मौका।  दस करोड़ में बनी जिगरठण्डा ने ३५ करोड़ का बिज़नेस किया था।  जिगरठंडा का निर्माण अजय देवगन कर रहे थे।  फिल्म के निर्देशक निशिकांत कामथ हैं। सूत्र बताते हैं कि फरहान ने लखनऊ सेंट्रल का बॉक्स ऑफिस पर बाजा बज जाने के बाद अपने करियर पर नए सिरे से विचार करने का निर्णय लिया है।  इसलिए, उन्होंने  जिगरठण्डा के हिंदी रीमेक को छोड़ दिया।  अब देखने वाली बात होगी कि हिंदी जिगरठण्डा में कौन एक्टर जिगर ठंडा करता है।  

पंजाबी विडियो में जैक्विलिन फर्नांडीज़

म्यूजिक वीडियो में डांस करने का चलन नब्बे के दशक में काफी लोकप्रिय था।  बॉलीवुड के कई बड़े सितारों ने इन म्यूजिक वीडियो में काम किया।  सेलिना जेटली को पहली बार पंजाबी गीत के वीडियो से ही पहचान मिली। सेलिना २००१ में मिस इंडिया बनने के बाद पहली बार जैज़ी बी के पंजाबी पॉप म्यूजिक वीडियो में भरपूर सेक्सी अवतार में नज़र आई। इसी के बाद सेलिना को फ़िरोज़ खान की फिल्म जानशीन मिली।  म्यूजिक वीडियो में काम करने वाली कुछ बॉलीवुड हस्तियों में विद्या बालन, जॉन अब्राहम,  दीपिका पादुकोण, आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।  परन्तु बाद में यह
जीएफ बीएफ
क्रेज पंजाबी म्यूजिक वीडियो तक सीमित हो गया।  दिलजीत दोसांझ, जस्सी गिल, गुरदास मान, आदि पंजाबी गायक अपने म्यूजिक वीडियो में आज भी आते रहते हैं। अब, लम्बे समय बाद बॉलीवुड की एक बड़ी एक्ट्रेस पंजाबी म्यूजिक वीडियो में नज़र आने वाली हैं।  जैकी की पिछली फिल्म जुड़वा २ को पंजाब में भी अच्छी सफलता मिली थी।  जैक्विलिन के सेक्सी डांस मूव पंजाबी दर्शको को ख़ास पसंद आये थे।  अब खबर है कि उन्हें एक पंजाबी सांग वीडियो में डांस करने का ऑफर मिला है। अभी इस वीडियो के बारे में विवरण नहीं मालूम हैं।  लेकिन, सूत्र जताते हैं कि यह वीडियो करने के लिए जैक्विलिन को ५ करोड़ का ऑफर दिया गया है। जैक्विलिन, पिछले साल भी एक सांग वीडियो जीएफ बीएफ में सूरज पंचोली के साथ नज़र आई थी। ज़ाहिर है कि जैक्विलिन के बॉलीवुड स्टार स्टेटस के लिहाज़ से यह ऑफर दिया जाना
 ही था । जैक्विलिन फर्नांडीज़ इस समय सलमान खान के साथ रेस ३ और सुशांत सिंह राजपूत के साथ ड्राइव फिल्म में काम कर रही हैं।  

कायनात अरोरा का आइटम सॉंग

कायनात अरोड़ा को बॉलीवुड और साउथ फिल्मों की आइटम गर्ल कहना ही ठीक रहेगा।  हालाँकि, कायनात ने ग्रैंड मस्ती (२०१३) में मार्लो की थोड़ा लम्बी भूमिका की थी।  लेकिन, वह इस फिल्म की नायिका नहीं थी। फिल्म में उनके नाम के सहारे अश्लील कॉमेडी भी करने की कोशिश की गई थी। फिल्मों में आइटम गर्ल बन कर आने वाली कायनात अरोड़ा के खाते में एक पंजाबी फिल्म फरार दर्ज़ है।  उनकी एक पंजाबी फिल्म जग्गा जीओदा अगले साल रिलीज़ होगी।  जहाँ तक हिंदी फिल्मों का सवाल है, कायनात फिर आइटम गर्ल बनी नज़र आएंगी।  वह निर्माता जयंत घोष और निर्देशक समीर खान फिल्म तिश्नगी में ख़ास आइटम कर रही हैं।  इस फिल्म में तन्वी, आर्यन बैद, राजपाल यादव, अनुष्का श्रीवास्तव, कावेरी प्रियम, आदि की भूमिका है।  

साउथ की फिल्मों में आइटम कर रही हैं जूही चावला

हिंदी फिल्मों में करियर की बात की जाये तो जूही चावला का करियर ठंडा चल रहा है। उनकी पिछली फिल्म चाक एंड डस्टर २०१६ में रिलीज़ हुई थी।  यह फिल्म भी केवल फिल्म फेस्टिवल्स में ही सराही गई।  बॉक्स ऑफिस पर यह गोता खा गई।  इसके बाद से उन्हें अच्छी स्क्रिप्ट की तलाश है।  वह साउथ की फिल्मों की ओर भी ध्यान दे रही हैं।  अभी उनका कन्नड़ फिल्म कैमिया पुष्पक विमान में एक आइटम से हुआ था। जूही चावला को एक कहानी काफी इंटरेस्टिंग लगी। यह कहानी  कॉमेडी टच लिए हुए है।  सूत्र बताते हैं कि अगर जूही यह फिल्म करती हैं, तो उनकी जोड़ी अनिल कपूर के साथ बनेगी।  इसके अलावा एक ख़ास खबर यह है कि जूही चावला का शाहरुख़ खान के बौने किरदार वाली आनंद एल राज की अनाम फिल्म में भी कैमिया है।  जूही चावला काफी वाचाल हैं। जब उनसे इस फिल्म के कैमिया के बारे में पूछा तो उन्होंने यह कह कर कि शाहरुख़ मुझे मार डालेगा, यह बता ही दिया कि मैं कई कलाकारों के साथ एक सांग सीक्वेंस में आती और चली जाती हूँ।  इसका मतलब यह हुआ कि रब ने बना दी जोड़ी, ओम शांति ओम और अमर अकबर अन्थोनी के गीतों में बॉलीवुड कलाकारों के कैमिया की तरह ही शाहरुख़ खान की फिल्म में कुछ होगा। 

स्नो में सोनम की जगह सोनाक्षी

अभय चोपड़ा की फिल्म इत्तेफ़ाक़ में अपराध में साथ देने वाली बुरी औरत माया का किरदार करने वाली अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा अब अपराध के विरोध में आ गई हैं। निर्माता निखिल अडवाणी की फिल्म स्नो में सोनाक्षी सिन्हा एक कॉप किरदार कर रही हैं। इस फिल्म मे नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी एक सीरियल किलर की भूमिका करेंगे ।  सोनाक्षी सिन्हा की पिछली दो फ़िल्में अकीरा और फ़ोर्स २ में उनकी भूमिका में मारामारी जम कर थी।  यानि सोनाक्षी का यह एक्शन अवतार था।  अब यह तीसरी फिल्म होगी, जिसमे उन्हें खतरनाक एक्शन करने होंगे।  यहाँ बताते चलें कि स्नो का कॉप  किरदार के लिए निखिल की पहली पसंद सोनम कपूर थी।  सोनम कपूर भी इस फिल्म को करना चाहती थी।  लेकिन, वीरे दी वेडिंग में व्यस्त होने के कारण उन्होंने स्नो छोड़ दी।   

अंतरराष्ट्रीय किताब में ऐश्टन कूचर, बेन स्टिलर और अन्य दिग्गज़ों के साथ भारत की एकमात्र अदाकारा रिचा चड्ढा शामिल

रिचा चड्ढा मौजूदा दौर में हिंदी सिनेमा की सबसे बेहतरीन अदाकाराओं में से एक हैं। उन्होंने अपने लिए बहुत विभिन्नता से भूमिकाएं भी चुनी हैं और अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए अनेक माध्यम भी अपनाएं हैं। विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर अपने ज़ोरदार विचार देने के लिए सोशल मीडिया पर उनकी विलक्षण पहचान है। उनकी हंसी मज़ाक और जानकारी से भरपूर ट्विटर फ़ीड ने उद्यमी लेखन के लिए चर्चित टिमोथी फेरिस को आकर्षित किया और उन्होंने रिचा को अपनी आने वाली किताब ट्राइब ऑफ़ मेन्टर्ज़में योगदान देने के लिए आग्रह किया। यह किताब जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफ़लता हासिल करने वाली हस्तियों के जीवन अनुभवों का संकलन है। दिलचस्प बात यह है कि रिचा अकेली भारतीय हैं जिन्हें एश्टन कूचर, बेन स्टिलर, मारिया शारापोवा, लैरी किंग, जिम्मी फॉलेन, अरियन्ना हफ़्फिंगटन, स्टेफनी मक्महोन, बेयर ग्रिल्स, एवन विल्लियम्स - भूतपूर्व सीईओ ऑफ़ ट्विटर जैसे दिग्गज़ों के साथ इस किताब में शामिल किया जा रहा है। हम कह सकते हैं कि उन्हें महान लोगों के साथ शामिल किया जा रहा है। जब इस मौके के बारे में रिचा से बात की गई तो उनका कहना था, ‘मैं तो सोचती थी कि मैं जो भी ऑनलाईन कहती हूं उससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता, मुझे ख़ुद को इतनी गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। लेकिन जब मुझे अपना अनुभव एक रोमांचक किताब में शामिल करने के लिए कहा गया तो मैं सांतवें आसमान पर थी। पहले तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। टिम फ़ेरिस हमारी सदी के स्वयं-विकास के क्षेत्र में सबसे प्रभावशाली शख़्सीयत हैं।

फिल्म मानसून शूटआउट में अँधेरी रात

नवाजुद्दीन सिद्दिकी की बहु-प्रतीक्षित फिल्म मानसून शूटआउट १५ दिसम्बर को रिलीज़ होने जा रही है। कुछ दिनों पहले, इस फिल्म का अरिजीत सिंह द्वारा गाया एक भावपूर्ण और दिल को पिघला देने वाला गाना पल’ रिलीज़ किया गया था। अब इस फिल्म का एक अन्य गीत, नेहा भसीन के स्वर में गैंगस्टर स्टाइल का थिरकाने वाला गाना अंधेरी रातमें रिलीज़ हुआ हैं। इस गाने को कंपोज़ किया है रोचक कोहली ने। इस गीत को श्रोताओं के बीच सनसनी फैलाने वाला बताया जा रहा है। गाने के विडियो में फिल्म के मोंटाज सीन्स के माध्यम से नवाज नजर आयेंगे। मानसून शूटआउट एक क्राइम थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन अमित कुमार और निर्माण गुनीत मोंगा, अनुराग कश्यप, अरुण रंगाचारी और विवेक रंगाचारी ने किया है। फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दिकी के साथ विजय वर्मा, नीरज कबी और तनिष्ठा चॅटर्जी की प्रमुख भूमिका है। मानसून शूटआउट का प्रीमियर २०१३ में कान फिल्म फेस्टिवल में हुआ था तथा इसकी गोल्डन कैमरा केटेगरी में निर्देशक अमित कुमार नामांकित भी हुए थे। इस फिल्म को भारत में सिलेक्ट मीडिया रिलीज करने जा रही है।

Thursday, 23 November 2017

नहीं रही संडे के संडे की गायिका मीना कपूर

रसिये रे मन बसिया रे, मेरी जान संडे के संडे, कच्ची है उमरिया, कुछ और ज़माना कहता है, ा लागि नाही छूटे रामा, जैसे गीतों की गायिका मीना कपूर नहीं रही।  उन्होंने हिंदी फिल्मों को १९५० से १९६० के दशक में अपनी आवाज़ दी।  मीना कपूर का पहला गीत सचिन देव बर्मन का रचा फिल्म आठ दिन (१९४६) का गीत था।   १९४७ में रिलीज़ शहनाई फिल्म के गीत मेरी जान संडे के संडे उनका गाया यादगार गीत बन गया।  अनोखा प्यार के गीतों की रिकॉर्डिंग के दौरान १९४८ में मीना कपूर संगीतकार अनिल बिस्वास से मिली। दोनों ने दस साल के बाद १९५९ में विवाह कर लिया।  यह अनिल विश्वास की  दूसरी शादी थी।  गीता दत्त और मीना कपूर गहरी मित्र थी।  ख़ास बात यह थी कि इन दोनों की आवाज़ की स्टाइल भी सामान थी।  

बिपाशा बासु के स्नान के साथ ध्यान !


नाना पाटेकर और मनोज जोशी पहूँचे, इफ्फी गोवा 2017 में 'बायोस्कोप विलेज'

एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा व्दारा बायोस्कोप विलेज यह नयी  परिकल्पना लायी गयी हैं। इस बायोस्कोप विलेज के मोबाइल थिएटर आकर अभिनेता नाना पाटेकर और मनोज जोशी ने सिनेमा लवर्स के लिए इफी का तिसरा दिन यादगार बनाया। इस मौके पर नाना पाटेकर ने कहाँ, “बायोस्कोप विलेज यह परिकल्पना मेरे लिए काफी नयी हैं। मेरे बचपन में हमारे गांव में हम बायोस्कोप पर फिल्म देखते थे। वह फिल्म देखना हमारे लिए काफी यादगार लम्हा हुआ करता था। हम गांव में मल्टिप्लेक्सेस नही बना सकतें। ऐसे में बायोस्कोप परिकल्पना जो सिनेमा देखने के लिए जिनके पास पैसे नहीं हैं, उनके लिए एक अच्छी पहल हैं।“ इस मौके पर मनोज जोशी ने कहाँ, “गोवा को सांस्कृतिक विरासत मिली हैं। और इश राज्य में इफी का आयोजन होना एक बेहतरीन बात हैं।“ भारत का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव इस साल अपना 48 वा साल मना रहा हैं। जिसमें देश और दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का चयन किया गया हैं। और यह निश्चित ही, यह फेस्टिवल इस साल सिनेमा जगत का सबसे बडा और भव्य फेस्टिवल है।

इफी के चौथे दिन युवा फिल्ममेकर्स का पैनल डिस्कशन

भारत का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव इस साल अपना 48 वा साल मना रहा हैं। जिसमें देश और दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का चयन किया गया हैं। निश्चित ही, यह फेस्टिवल इस साल सिनेमा जगत का सबसे बडा और भव्य फेस्टिवल बन गया है। गुरूवार को इफी में पैनल डिस्कशन में युवा फिल्ममेकर्स शामिल हुए। अश्विनी अय्यर तिवारी, भास्कर हजारिका, कार्थिक सुब्बराज, राजा क्रिश्न मेनन जैसे युवा फिल्ममेकर्स का सिनेमा की ओर नजरिया जानने का मौका सिनेमा लवर्स को मिला। इस सत्र में उभरती प्रतिभाओं और कथाओं को लेकर यह युवा फिल्ममेकर्स बातचित की। साथ ही, फिल्ममेकर मधुर भांडारकर ने ब्रिक्स फिल्ममेकिंग प्रोग्राम में हिस्सा लिया। मधुर के अलावा यहाँ वॉल्टर सैलस, एलेक्सी फेदर्चेन्कोजेमिल एक्स. टी.क्यूबाका और जिया झेंगके यह विभिन्न देशों के फिल्ममेकर्स का भी समावेश था। मधुर भंडारकर ने कहा, "इस तरह के बेहतरीन फिल्म निर्माताओं से मिलना एक सम्मानजनक बात हैं। यह मेरे लिए एक यादगार लम्हा था।" 

48 वे संस्करण में इफी एक अलग मकाम कायम करेंगीं

भारत का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव इस साल अपना 48 वा साल मना रहा हैं। जिसमें देश और दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का चयन किया गया हैं। और यह निश्चित ही, यह फेस्टिवल इस साल सिनेमा जगत का सबसे बडा और भव्य फेस्टिवल है।
इस साल के फेस्टिवल से कुछ आकर्षण पर नजर डालते हैं:
 - इफी 2017 में फिल्म उद्योग की विभिन्न शैलीय़ों की फिल्में देखने मिलने के साथ, अलग अलग सिनेमा जगत के कुछ बड़े सितारों की भी उपस्थिति यहाँ होंगीं। 
  -सुपरस्टार शाहरुख खान ने इस फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में शरीक हुए थे।
 - सुपरस्टार सलमान खान इफी के समापन समारोह में शामिल होने वाले हैं।
 -  उद्घाटन समारोह में युवाओं का प्रतिनिधीत्व करते हुए शाहिद कपूर मौजुद थे। तो सुपरस्टार श्रीदेवी ने भारतीय पैनोरमा सेक्शन का उद्घाटन किया। और पिछले साल गुजरे हुए भारतीय सिनेमा जगत के सिनेमा कुछ बडे सितारों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
 - देश के सबसे बड़े और एशिया के सबसे पुराने फिल्म महोत्सव इफी में सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को "इंडियन फिल्म पर्सनेलिटी ऑफ दि इयर" इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
  - समापन समारोह में बॉलीवूड के युवा सितारे सिद्धार्थ मल्होत्रा ​​द्वारा एक विशेष परफॉर्मन्स भी होनेवाला हैं।
 - पद्मश्री और बाफ्टा पुरस्कार विजेता शेखर कपूर इस महोत्सव में एक विशेष मास्टरक्लास में संबोधित करेंगें।
 -  फिल्म उद्योग में प्रतिभाओं की खोज करने के प्रसिद्ध रहें कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाब्रा "कैरेक्टराइजेशन एंड कास्टिंग फॉर सिनेमा" इस विषय पर एक मास्टरक्लास करेंगें।
 - अकादमी पुरस्कार से नामांकित हुए फिल्ममेकर, माजिद मजीदी अपनी नयी फिल्म "बियाँड दि क्लाउड" का इंडिया प्रीमियर का प्रदर्शन करेंगे। इस फिल्म को ज़ी स्टूडियोज और नमः पिक्चर्स व्दारा निर्माण किय़ा गया हैं।
 - अर्जेंटीना के फिल्ममेकर पाब्लो सीजर अपनी फिल्म "थिंक्विंग ऑफ हिम" का वल्ड प्रीमियर इफी में करेंगे। इफी के समापन समारोह में प्रस्तुत होनेवाली यह फिल्म के स्क्रिनिंग के लिए फिल्म की पूरी स्टारकास्ट उपस्थित होनेवाली हैं।
 - केनडा के सबसे मशहूर निर्देशकों में से रहेंएटम एजोन, इफी में  फिल्म निर्माण पर एक विशेष मास्टरक्लास को संबोधित करेंगें।
- व्हाइप्लाश के ध्वनि डिजाइन करनेवाले और अकादमी पुरस्कार विजेता क्रेग मेन भी इफी मं मांस्टरक्लास को संबोधित करनेवाले हैं।
 -  इफी में इस साल बेहतरीन वल्ड सिनेमा दिखाय़ी देगा। जिसमें से फिल्मों के 3 वल्ड प्रीमियर और 64 से अधिक भारतीय प्रीमियर होनेवाले हैं। ओरियंट एक्सप्रेस, मदर , दि स्क्वायर, पार्टी गर्ल, रेसर और जेलबर्ड, स्पूर, ऐसी कुछ फिल्में शामिल हैं।
- ईफी 2017 में फ्रेटिज़ लैंग की मेट्रोपोलिस, ओजु की फ्लेवर ऑफ ग्रीन टी ओवर राइस और टारकोव्स्की की सैक्रीफाइज यह फिल्में रिस्टोर्ड क्लासिक सेक्शन में दिखायी जायेंगी ।
- भूमी पेडनेकर, हुमा कुरेशी, अदिति राव हैदरी और डायना पेंटी भी इस फेस्टिवल में शामिल होनेवाले हैं।-
- अक्षय कुमार, विद्या बालन, शिल्पा शेट्टी, फरहान अख्तर, प्रकाश झा, तिगमांशु धुलिया, राकेश रोशन, दिव्या दत्ता और सैयमी खेर इन सितारों ने इफी 2017 में शामिल होने का दर्शकों को न्योता दिया हैं।
- फिल्म दंगल के निदेशक नितेश तिवारी अपने फिल्म निर्माण के बारे मे इफी में आकर चर्चा करेंगें।
-फिल्ममेकर अश्विनी अय्यर तिवारी, आर एस प्रसन्ना और राजा कृष्ण मेनन एक पैनल डिस्कशन का हिस्सा होंगें। इस सत्र में उभरती प्रतिभाओं और कथाओं को लेकर यह युवा फिल्ममेकर्स बातचित करेंगें। निर्माता रितेश सिधवानी फिल्म कथाओं को निर्माण करने का जुनून, और क्राउड फंडिंग को लेकर एक कार्यशाला को संबोधित करेंगें ।  

- इफी 2017 का ओर एक आकर्षण होगा फिल्ममेकर करण जोहर और फिल्ममेकर एकता कपूर का इकोनोमिक फोरम। इस नल डिस्कशन में भारतीय़ फिल्म और चेलीविजन की दुनिया में आयी नयी तकनीके, और कारोबारी के बारे में चर्चा करते हुए फिल्म निर्माण को नये आयाम देने की कोशीशों के बारे में भी बातचित होंगीं।

एक प्रश्न दो जवाब, प्राची और मनुषी की सोच अलग-अलग

मानुषी और प्राची 
'मिस वर्ल्ड 2017' का खिताब जीतकर मनुषी छिल्लर ने देश का सर फ़क्र से ऊंचा कर दिया है। जजों के सवाल के जवाब में मनुषी का सहज और खुश कर देने वाला जवाब ही उन्हें ये ताज पहनने के लिए काफी था। 
हालांकि उनका उत्तर काफी समझदारी भरा और उचित था लेकिन हमारी प्राची तेहलान का इस विषय मे अलग विचार है। 
प्राची ब्यूटी विथ ब्रेन और इच्छाशक्ति का अनूठा उदाहरण हैं जो 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे युवा कप्तान रही थीं। इतना ही नही, उनके प्रतिनिधित्व में भारत ने पहली बार नेटबॉल में पदक भी हासिल किया था। 
अंतिम दौर में, मनुषी से सवाल पूछा गया, "कौन-सा पेशा उसके अनुसार सबसे ज्यादा वेतन के लायक है?"। इसके जवाब में उन्होंने काफी भावनात्मक और समझदार उत्तर दिया। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि एक मां सर्वोच्च सम्मान की हक़दार हैं और जब आप वेतन के बारे में बात करते हैं तो यह हमेशा नकदी के बारे में नहीं होता है। मुझे लगता है कि यह प्यार और सम्मान है जिसे आप किसी को देते हैं। मेरी मां हमेशा मेरे जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा रही है। सभी माताएं अपने बच्चों के लिए इतना बलिदान करते हैं तो, मुझे लगता है कि माँ का काम है जो उच्चतम वेतन के योग्य है।" 
एक ओर जहां लाखों लोगों इस तरह की दिल छू लेने वाली प्रतिक्रिया की सराहना कर रहे है, दूसरी ओर प्राची ने हटकर अपने दिल की बात कही। उनके मुताबिक मातृत्व पेशा नहीं है, "मेरे लिए, किसी भी रक्षा बल में होना सबसे अधिक वेतन वाला पेशा होना चाहिए क्योंकि हर किसी में प्रशिक्षित होने और लाखों देशवासियों की रक्षा करने की हिम्मत नहीं होती है। वे बेहद कठोर परिस्थितियों में अपने जीवन को घर से दूर रहते हैं और इसलिए वे सर्वोच्च सम्मान के योग्य होते है।" 

प्राची की बात भी महत्वपूर्ण है। हम सब कह सकते हैं कि दोनों सुंदरियां अपने स्थानों पर समान रूप से सही हैं। आखिरकार एक माँ हो या एक सैनिक; बलिदान, प्यार, और निस्वार्थ उनके रगों में होता है।