Monday, 6 May 2019

बड़ों को पसंद आने वाली बच्चों की फ़िल्में भली !


लन्दन चिल्ड्रेन्स फिल्म फेस्टिवल की कला निर्देशक डेस फोर्गेस ने बच्चों की फिल्मों को लेकर एक बार कहा था, “बच्चों के लिए बहुत बढ़िया फिल्म वह है, जो बड़ों को भी पसंद आये। फिल्म ऎसी होनी चाहिए जो आपको बांधे रखे, आपको हंसाये, रुलाये और ऐसे संसार में ले जाए, जिससे वापस आ कर आप कुछ अलग सोचने लगे।इस परिभाषा के लिहाज़ से किसी बाल फिल्म को यूनिवर्सल यानि सबकी पसंदीदा और इमोशन को प्रभावित करने तथा कुछ सोचने को मज़बूर करने वाली फिल्म होना चाहिए।

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता बाल फ़िल्में
ऎसी फिल्मों को चुनने के लिहाज़ से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की श्रेष्ठ बाल फिल्म की श्रेणी पर निगाह डालनी होगी।  पिछले दस सालों की फिल्मों पर नज़र डालें तो इन फिल्मों में विविधता है, बच्चों की समझ के अनुसार उन्हें सीख देने वाली हैं। कन्नड़ फिल्म गब्बचिगालु में शहर के दो बच्चे गौरैया की खोज में निकलते हैं। कन्नड़ फिल्म पुतानी पार्टी में एक गाँव की ग्राम पंचायत के बच्चे अपने बड़ों की गलत समझ को सुधारने की कोशिश करते हैं। हिज्जेगालु की एक गरीब बच्ची अपनी गरीबी और सामाजिक बाधाओं के बावजूद अपने परिवार को सम्मान दिलाती है और दूसरे बच्चों के सामने आदर्श रखती है। नितेश तिवारी की फिल्म चिल्लर पार्टी के बच्चे एक कुत्ते को बचाने के लिए आंदोलन करते हैं। हिंदी फिल्म काफल, गढ़वाल के एक गाँव के बच्चे की कहानी है, जो अपने अत्यधिक क्रोधी पिता को सबक सिखाने के लिए एक जादूगरनी से मदद माँगने जाते हैं। लेकिन, उस जादूगरनी की पोती उन्हें एक ऎसी यात्रा पर ले जाती हैं, जिससे उन्हें ज़िन्दगी जीने मे मदद मिलती है। मराठी फिल्म एलिज़ाबेथ एकादशी के बच्चे अपनी साइकिल बिकने से बचाने की कोशिश करते हैं। हिंदी फिल्म दुरंतो, पांच साल के बच्चे बुधिया सिंह के ४८ मैराथन दौड़ों में हिस्सा लेने की सच्ची कहानी है। मराठी फिल्म म्होरक्या का १४ साल का गडरिया बालक गाँव का मुखिया बनना चाहता है।

प्रेरित करने वाली फ़िल्में
बच्चों की फिल्मों का उद्देश्य बच्चों का मनोरंजन तो होना ही चाहिए, साथ ही साथ उन्हें प्रेरित करने वाली भी होनी चाहिए। विभिन्न भारतीय भाषाओं में बनी फ़िल्में इस उद्देश्य को पूरा करती है। मलयालम फिल्म चोडयंगल (२०१३) में पांचवी कक्षा के एक बच्चे को १०१ सवाल तैयार करने के लिए कहा जाता है। यह फिल्म बच्चे को कोशिश करने के लिए प्रेरित करने वाली फिल्म है। कन्नड़ फिल्म अ आ इ ई (२००६) में बाल चरित्रों की भरमार थी।  एक अध्यापिका गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए गाँव जाती है।  मगर उसका पति गाँव में रहना नहीं चाहता।  यह फिल्म गरीब बच्चों को अच्छी और मुफ्त शिक्षा के लिए प्रेरित करने वाली है। फिल्म अभय (१९९४) के कुछ बच्चे एक भुतहा मकान में भूतों से मिलने जाते हैं।  भूतों को उनका आना पसंद नहीं।  वह उन्हें डराते हैं।  लेकिन, बच्चे भूतों के बारे में जान कर ही मानते हैं।  यह फिल्म साबित कराती थी कि बच्चों को यो ही नहीं डराया जा सकता। उनमे तर्क बुद्धि होती है। ऐसी एक फिल्म भूतनाथ भी थी।

वनों और वन्य जीवों को बचाने का सन्देश
दुनिया में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता के प्रयास किये जा रहे हैं।  इस दिशा में फ़िल्में अपना सहयोग कर सकती है। इन फिल्मों के ज़रिये बच्चे पर्यावरण सुरक्षा के प्रति सतर्क रह सकते हैं।  हालिया रिलीज़ फिल्म जंगली में जंगल है, जंगल का सौंदर्य है, जंगली जानवर हैं, उनको खतरे और उन्हें इन खतरों से बचाने का प्रयास करने वाले लोग भी हैं। यह फिल्म बड़ो और बच्चों को शिक्षित करने के लिहाज़ से ख़ास हो जाती है। कुछ ऎसी ही फ़िल्में पहले भी प्रदर्शित हुई है। एडवेंचर ऑफ़ जोजो में जोजो नाम का बच्चा, जंगल में रहने वाले महावत के साथ शेर के शिकार को रोकता हैं। बंगला फिल्म अमेज़न अभियान में नायक एक विदेशी के साथ अमेज़न के जंगलों में ख़ज़ाने की खोज में निकालता है। 

विकलांग बच्चों की कहानियां 
देश में विकलांगों को लेकर कई भ्रांतियां हैं। उन्हें उनकी शारीरिक और मानसिक विकलांगता को समझते हुए, उनके साथ उचित व्यवहार करें की है। पिछले कुछ सालों से, भारतीय फिल्मों के कथानक विकलांग बच्चों पर केंद्रित है। फिल्म अंजलि की छोटी बच्ची अंजलि मानसकिक विकलांगता की शिकार है। पर साथी बच्चे उस पर भूत का साया देखते हैं। लेकिन, धीरे धीरे कर उनकी सोच में बदलाव आता है। आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर में बच्चों को उनके मानसिक विकास के अनुरूप पेंटिंग के ज़रिये उनकी कला को उभरने की वकालत की गई है। ऐसा ही कथानक मलयालम फिल्म केशु का भी था। नागेश कुकनूर की फिल्म धनक में एक बच्ची अपने अंधे भाई की आँखें वापस लाने के लिए ३०० किलोमीटर का सफर कर शाहरुख़ खान से मिलने जाती है।

प्रेरित करने वाली हस्तियों पर फिल्म
अपने देश का नाम रौशन करने वाली हस्तियों का बचपन प्रेरणा दे सकता है। उनका बचपन का अनुभव ही उन्हें समाज में अपनी जगह बनाने में मददगार होता है।  इसी साल रिलीज़ फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी में, रानी लक्ष्मी बाई के बचपन से ही वीर, निडर और कुशल योद्धा होने का पता चलता था।  इसीलिए इस फिल्म का टाइटल ही मणिकर्णिका था। २०११ में रिलीज़ फिल्म का चाय की दूकान पर काम करने वाला बच्चा अब्दुल कलाम के जीवन से प्रेरित हो कर रात मे स्ट्रीट लाइट की रोशनी में पढ़ता है। फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी में भारतीय प्रधान मंत्री के प्रेरणादाई बचपन का चित्रण हुआ है।  वही, चलो जीते हैं फिल्म प्रधान मंत्री के बचपन में घटी घटनाओ के आधार पर बनाई गई है।

माजिद मजीदी की दो फ़िल्में
ईरानी फिल्म निर्देशक मजीद मजीदी की दो फ़िल्में बेहद ख़ास है। यह बच्चों में एक दूसरे के प्रति त्याग और बलिदान का चित्रण करती है। चल्ड्रेन्स ऑफ़ हेवन में बच्चों के पिता एक पास दोनों बच्चों के जूते खरीदने के पैसे नहीं है। इस पर बहन अपने जूते अपनी भाई को देती है, जब वह स्कूल में नहीं होती और भाई स्कूल जाता है।  बाद में भाई एक दौड़ में जूते जीतता है। यह कहानी उनकी भारतीय पृष्ठभूमि की फिल्म बियॉन्ड द क्लाउड्स में यह बच्चे बड़े हो कर हर त्याग करने को तैयार है।  भाई अपनी बहन को बचाने के लिए गुंडों से भीड़ जाता है। यह फ़िल्में भाई-बहन के बीच प्रेम, त्याग और समर्पण की कहानियां कहती हैं।

हॉलीवुड की फ़िल्में
बच्चों के मनोविज्ञान के लिहाज़ से हॉलीवुड फ़िल्में बेजोड़ है। हॉलीवुड फिल्मों का बच्चा भी मुख्य चरित्र हो सकता है।  एनीमेशन  चरित्र भी प्रेरणा दे सकते हैं।  जादू के संसार मे भी बच्चे यथार्थ को याद रख पाते हैं।  हॉलीवुड की बेबीज डे आउट, होम अलोन, लिटिल रास्कल्स, डेनिस द मेनेस, जर्नी टू द सेंटर ऑफ़ द एअर्थ, स्पाई किड्स, जुमान्जी, द पैरेंट ट्रैप, द पैसिफिएर, माटिल्डा, पीटर पैन, आदि बच्चों के मुख्य किरदारों की कहानियां हैं।  हैरी पॉटर सीरीज की फ़िल्में जादुई दुनिया के बच्चों को भी जादू को दुनिया के भले के लिए उपयोग करने  की शिक्षा देती थी। जाथुरा और जुमान्जी बच्चों के खेल से शुरू हो करे, उन्हें खतरनाक काल्पनिक संसार में ले जाती थी। ईटी द एक्स्ट्रा टेरेस्ट्रियल, डंस्टन चेक इन, कैस्पर, आदि फिल्मों के बच्चे  अजनबी आकृतियों या बड़े जानवरों से बिना डरे हुए परिचय करते हैं।  फिल्म सीरीज द क्रोनिकल्स ऑफ़ नार्निया और चार्ली एंड द चॉकलेट फैक्ट्रीमैरी पोप्पिंस, आदि फंतासी फ़िल्में बच्चों की पसंद को ध्यान में रख कर ही बनाई गई है।  इनके अलावा कुंग फु पंडा, द श्रेक, आइस एज, मडागास्कर, द इन्क्रेडिबल्स, विन्नी द पूह, फ्रोजेन, डेस्पिकेबल मी, टॉय स्टोरी, द मपेट, फाइंडिंग निमो, हाउ टू ट्रेन योर ड्रैगन, मोअना, वाल-इ, द जंगल बुकआदि फिल्मों की सीरीज के एनीमेशन चरित्र मानवीय संवेदनाओं की अभियक्ति करने वाले थे।

बॉलीवुड की फंतासी तथा दूसरी फ़िल्में
अनिल कपूर की फिल्म मिस्टर इंडिया,   शाहरुख़ खान की फिल्म रा.वन, हृथिक रोशन की सुपरहीरो फिल्म   सीरीज कृष, अजय देवगन की फिल्म टूनपुर का सुपरहीरो, आब्रा का डबरा, शिवा का इन्साफ, माय डिअर कुट्टिचेतन, आदि फ़िल्में फंतासी कथानक के बावजूद बुराई पर अच्छाई की विजय, भय से बिना डरे मुक़ाबला करने का सन्देश देती थी। इन फिल्मों के अलावा भारतीय बच्चों के लिए स्टैनली की डब्बा, ब्लू अम्ब्रेला, रॉकफोर्ड, तहान, हवा हवाई, मकड़ी, आदि फ़िल्में भी देखने लायक हैं। 

बच्चों के लिए २०१९ में
इस साल बच्चों की समझ के लिहाज़ से आधा दर्जन फ़िल्में उल्लेखनीय हैं । इन फिल्मों में हमीद, मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर, जंगली और गॉन केश रिलीज़ हो चुकी हैं । हमीद, कश्मीर की पृष्ठभूमि पर एक नन्हे कश्मीरी बच्चे की कहानी है, जिसे उसकी माँ ने बताया है कि उसके पिता अल्लाह के पास चले गए हैं और ७८६ के ज़रिये उनसे मिला जा सकता है । वह ७८६ नंबर मिला कर अपने पिता से बात करना चाहता है । लेकिन, क्या ७८६ नंबर मिला कर यह संभव है ? एक दिन उस बच्चे को ७८६ से सचमुच जवाब मिलता है । राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म का बाल चरित्र अपनी माँ से बलात्कार के बाद, प्रधान मंत्री को पत्र लिखता है । इस फिल्म में खुले में शौच की समस्या और गन्दगी की समस्या को भी बखूबी उठाया गया है । चक रसेल की फिल्म जंगली में वन्य पर्यावरण और हाथियों के अवैध शिकार का चित्रण किया गया था । निर्देशक कासिम खालो की फिल्म गॉन केश की नृत्यांगना बनने की इच्छुक किशोरी को उस समय अपने सपने टूटते नज़र आते हैं, जब बीमारी के कारण उसके सर के बाल गिराने लगते हैं । इन फिल्मों के अलावा, २०१९ में, शोनाली बोस की फिल्म द स्काई इज पिंक की कहानी में पल्मोनरी फाइब्रोसिस की बीमारी से पीड़ित बच्ची का संघर्ष है । रणबीर कपूर, अलिया भट्ट, अमिताभ बच्चन और नागार्जुन की फिल्म ब्रह्मास्त्र एक विशुद्ध फंतासी फिल्म है,जो अपने चमत्कारी दृश्यों के कारण बाल दर्शकों को भी पसंद आयेगी । 
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Sunday, 5 May 2019

राष्ट्रीय सहारा ०५ मई २०१९

कुछ ऐसे बही Bollywood के देश में Hollywood की हवा !


बॉक्स ऑफिस पर कोलाहल क्या होता है, इसे हॉलीवुड की दो दर्जन से ज्यादा सुपर पॉवर रखने वाले हीरोज की फिल्म एवेंजरस एन्डगेम ने फिर से परिभाषित कर दिया । यह बात कम से कम, हिंदुस्तान के बॉक्स ऑफिस के लिहाज़ से तो कही ही जा सकती है । बॉलीवुड के तमाम खान और कुमार शर्मिंदा हो कर कहीं कोने में पड़े होंगे । एन्डगेम ने, बॉलीवुड के कथित सुपर स्टारों की पोल खोल दी है । इस फिल्म ने, हॉलिडे वीकेंड में खड़े किये गए इन सुपर सितारों के बॉक्स ऑफिस के महल को ध्वस्त कर दिया है । यह फिल्म सिर्फ दो दिनों में १०० करोड़ का कारोबार करने का कारनामा कर  चुकी है । वह भी बिना किसी त्यौहार के ! इसे ध्वस्त करना तो फिलहाल किसी बॉलीवुड स्टार के बूते की बात नहीं लग रही है ।

पहले दिन ही ध्वस्तीकरण
एवेंजरस एन्डगेम ने, बिना किसी हॉलिडे वीकेंड के दर्शकों को कैसे खींचा जा सकता है, इसे साबित कर दिया है । यह फिल्म पहले दो दिनों में, बिना किसी गिरावट को दर्ज किये १०५ करोड़ से ज़्यादा का कारोबार कर चुकी है । दो दिनों में १०० करोड़ कमाने का ऐसा कारनामा कोई हिंदी फिल्म दर्ज नहीं कर सकी है । इस फिल्म ने आमिर खान की पिछले साल दिवाली वीकेंड पर रिलीज़ फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान के ५२.२५ करोड़ के कीर्तिमान को ध्वस्त करते हुए, पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर ५३.१० करोड़ की कमाई का आंकड़ा दर्ज करा लिया है । इस फिल्म का बिना किसी छुट्टी वाले वीकेंड के १६५ करोड़ तक पहुँचने की उम्मीद की जा रही है । यह पहली ऎसी हॉलीवुड फिल्म बन सकती है, जो हिन्दुस्तानी बॉक्स ऑफिस पर ४०० करोड़ क्लब की शुरुआत कर देगी । अलबत्ता, एवेंजरस एन्डगेम से आगे, दक्षिण की दो फ़िल्में तेलुगु फिल्म बाहुबली २ द कांक्लुजन और तमिल फिल्म २.० हैं । इन दोनों फिल्मों के हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगु संस्करणों ने पहले दिन  क्रमशः १२२ करोड़ और ५४ करोड़ का कारोबार किया था ।

जुरैसिक पार्क से हुई थी शुरुआत
आज याद आ रहा है, हॉलीवुड की फिल्मों का हिंदुस्तान में सफ़र ! १९९३ में रिलीज़ फिल्म जुरैसिक पार्क ने पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा था । दुनिया के नक़्शे से लुप्त हो गए विशालकाय डायनासोर ने भारतीय दर्शकों को चकित कर दिया । हालाँकि, यह फिल्म काफी देर से १४ अप्रैल १९९४ को हिंदुस्तान में रिलीज़ हुई थी । लेकिन, इस फिल्म ने भारत के आम दर्शकों का परिचय हॉलीवुड की विज्ञान फंतासी फिल्मों से करवा दिया । स्टीवन स्पीलबर्ग की इस फिल्म ने बॉलीवुड के बॉक्स ऑफिस पर हॉलीवुड फिल्मों के अंगद पाँव की शुरुआत कर दी थी । इसके बाद, जेम्स कैमरून की फिल्म टाइटैनिक ने, भारतीय बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया । इस फिल्म को आज की तरह डब कर रिलीज़ नहीं किया गया था । टाइटैनिक मूल इंग्लिश में ही रिलीज़ हुई थी । दुनिया के देशों में १९९७ में रिलीज़ यह फिल्म भारत में १३ मार्च १९९८ को रिलीज़ हुई टाइटैनिक का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन, उस साल टॉप में रही करण जौहर की फिल्म कुछ कुछ होता है से पीछे था । जुरैसिक पार्क ने जहाँ, आज के लिहाज़ से १२५ करोड़ का नेट किया, वहीँ टाइटैनिक ने ५५८ करोड़ का कारोबार कर डाला । इसके साथ ही, बॉक्स ऑफिस इंडिया पर हॉलीवुड का जादू चल गया ।

इतिहास रचाने वाली सात फ़िल्में
जिन हॉलीवुड फिल्मों ने, समय समय पर, भारत के बॉक्स ऑफिस पर कमाई का कीर्तिमान रचा था, ऐसी सात फ़िल्में उल्लेखनीय हैं । जुरैसिक पार्क (१९९४) और टाइटैनिक (१९९८) के बाद लम्बे समय तक हॉलीवुड की फ़िल्में ख़ामोश रही । ऐसा कोई कलेक्शन नहीं हुआ, जिससे बॉक्स ऑफिस के  पंडित चौंकते । मगर, पहले २००७ में रिलीज़ स्पाइडर-मैन ३ और फिर २०१२ (२००९), फ़ास्ट एंड फ्युरिअस ७ (२०१५), द जंगल बुक (२०१६) और एवेंजरस: इनफिनिटी वॉर (२०१८) ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अपने कलेक्शन को यादगार बना दिया । इन फिल्मों ने संकेत दे दिया था कि हिंदुस्तान के बॉक्स ऑफिस पर तूफ़ान आने वाला है । एवेंजरस इनफिनिटी वॉर ने भारत में २००० स्क्रीन्स पर रिलीज़ हो कर पहले दिन ३१.३० करोड़ का कारोबार किया था ।



५० करोड़ से ऊपर हॉलीवुड की फ़िल्में
जुरैसिक पार्क ने, भारत में हॉलीवुड की फिल्मों को जो बढ़िया शुरुआत दी थी, उसका फायदा आगामी फिल्मों को मिला । हॉलीवुड फिल्म निर्माताओं की निगाहों में हिंदुस्तान के दर्शक चढ़ गए । भारत एक बड़ा बाज़ार नज़र आने लगा था। पहले सिर्फ अंग्रेजी में रिलीज़ की जाने वाली हॉलीवुड फ़िल्में हिंदी और दूसरी भारतीय भाषाओँ मुख्यतः तमिल और तेलुगु में रिलीज़ की जाने लगी । आज स्थिति यह है कि हॉलीवुड की फिल्मों के इंग्लिश संस्करण से कहीं बहुत ज्यादा कारोबार भारतीय भाषाओँ में डब संस्करण करते हैं । एवेंजरस एन्डगेम से पहले एवेंजरस की ही फिल्म इनफिनिटी वॉर ने २२८.४७ करोड़ के कारोबार का कीर्तिमान स्थापित किया था । द जंगल बुक (२०१६) सिर्फ १३ करोड़ से भी कम के अंतर से २०० का आंकड़ा तो दर्ज नहीं करा पाई । लेकिन, १८७.७४ करोड़ का उम्दा कलेक्शन आपने नाम दर्ज करा ले गई । इसके बाद फ़ास्ट एंड फ़ुरियस ७ (२०१५) ९७.८६ करोड़, जुरैसिक वर्ल्ड (२०१५) ९०.६२ करोड़, फ़ास्ट एंड फ़ुरियस ८ (२०१७) ८६.७९ करोड़, कैप्टेन मार्वेल   (२०१९) ८५ करोड़, जुरैसिक वर्ल्ड : फालेन किंगडम (२०१८) ८२.८१ करोड़, मिशन इम्पॉसिबल फॉलआउट (२०१८) ७९ करोड़, एवेंजरस एज ऑफ़ उल्ट्रॉन (२०१५) ७६.४८ करोड़, २०१२ (२००९) ६३.६६ करोड़, द कांजुरिंग २ (२०१६) ६२.४३ करोड़, लाइफ ऑफ़ पाई (२०१२) ६१.१९ करोड़, थॉर रग्नारॉक  (२०१७) ६०.०४ करोड़, कैप्टेन अमेरिका सिविल वॉर (२०१६) ५९.३१ करोड़, द अमेजिंग स्पाइडर-मैन २ (२०१४) ५७.८२ करोड़ और स्पाइडर-मैन होमकमिंग (२०१७) ५७.५५ करोड़ ने बढ़िया कारोबार कर भारतीय बॉक्स ऑफिस पर हॉलीवुड फिल्मों के पैर मज़बूती से जमा दिए ।

दुनिया के नक़्शे में भारतीय बॉक्स ऑफिस
एवेंजरस एन्डगेम के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ने भारत के बॉक्स ऑफिस को दुनिया के मानचित्र में स्थापित कर दिया है।  इस फिल्म के कारण भारत का  बॉक्स ऑफिस कारोबार के  लिहाज़ से चौथी पायदान पर आ गया है। एवेंजर्स एन्डगेम ने पहले दिन उत्तर अमेरिका में १५७ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया था।  इस लिहाज़ से चीन का दूसरा स्थान था।  एन्डगेम ने चीन में १०७.६ मिलियन डॉलर की संख्या दर्ज कराई।  तीसरे  स्थान पर और भारत से ऊपर यूनाइटेड किंगडम रहा, जहाँ एन्डगेम का पहला दिन १५.३ मिलियन डॉलर का दर्ज हुआ। भारत में इस फिल्म ने ९.०५ मिलियन डॉलर यानि ६३.२१ करोड़ का ग्रॉस कर दिखाया। 

हॉलीवुड फिल्मों की सुपर पॉवर !
इंडियन बॉक्स ऑफिस पर, देर से ही सही, बड़ी तेज़ी के साथ हॉलीवुड फिल्मों ने अपना ज़बरदस्त दबदबा कायम कर लिया है । जुरैसिक पार्क सीरीज में डायनासोर फिल्मों का भारत में क्रेज है । इसी का नतीजा था कि जुरैसिक वर्ल्ड फालेन किंगडम उतनी सशक्त फिल्म न होने के बावजूद भारतीय दर्शकों से ८२.२१ करोड़ का कारोबार ले सकी । सुपर हीरो के लिहाज से, बिना शक स्पाइडर-मैन सर्वश्रेष्ठ है । यह फिल्म भारत में हॉलीवुड की टॉप फिल्मों में ७वे नंबर पर है । इसी प्रकार से टॉम क्रूज़ की मिशन इम्पॉसिबल सीरीज की फ़िल्में हिंदुस्तान में पसंद की जाती हैं । लेकिन, इस सीरीज की पिछली क़िस्त फॉलआउट को सबसे बड़ी सफलता मिली ।

क्या मार्वेल के सुपर हीरोज का एन्डगेम ?
मार्वेल कॉमिक्स के सुपर हीरो पर आधारित मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की सुपर हीरो फिल्मों की शुरुआत २००८ में आयरन मैन की रिलीज़ के साथ हुई थी । एवेंजर्स एन्डगेम इस यूनिवर्स की २२वी और आखिरी फिल्म है । इस दौरान, आयरन मैन, हल्क, थॉर, कैप्टेन अमेरिका, गार्डियनस ऑफ़ गैलेक्सी, अंट मैन, डॉक्टर स्ट्रेंज, ब्लैक पैंथर और कैप्टेन मार्वेल जैसे सुपर हीरोज का परदे पर जन्म हुआ । लगभग इन सभी सुपर हीरोज को भारतीय दर्शकों ने पसंद किया । यह किरदार हिंदुस्तान के दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना पाने में कामयाब हुए । एवेंजर्स एन्डगेम के साथ इन सुपर हीरोज फिल्मों का अंत हो रहा है । लेकिन मार्वल के सुपर हीरोज का अंत नहीं होने जा रहा । यह किसी न किसी रूप में हिन्दुस्तानी दर्शकों के सामने आते रहेंगे और अपनी जगह बनाने का प्रयास करते रहेंगे ।

बॉलीवुड न्यूज़ ०५ मई २०१९


रणबीर कपूर के साथ नुसरत भरुचा या दीपिका पादुकोण !
मार्च में यह खबर थी कि निर्माता भूषण  कुमार और लव रंजन की अनाम फिल्म में नायिका की भूमिका दीपिका पादुकोण करेंगी।  इस फिल्म मेंरणबीर कपूर और अजय देवगन की  मरदाना जोडी राजनीति के दस साल बाद बनने जा रही थी। कभी रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण का लम्बे समय तक चला रोमांस,  शादी की  दहलीज से वापस आ कर ख़त्म हो गया था,  दीपिका पादुकोण का रणबीर कपूर के साथ लव रंजन की फिल्म में होना चौंकाने वाला था।  हालाँकि इस खबर की पुष्टि नहीं की गई। लेकिन, अब खबरों में नुसरत भरुचा आ गई है । सवाल है कि लव रंजन की अनाम फिल्म की नायिका कौन होगी ? दीपिका पादुकोण या नुसरत भरुचा ! रणबीर कपूर चाहते हैं कि दीपिका पादुकोण के साथ उनकी जोड़ी फिर से बनाई जाए । जबकि, लव रंजन का झुकाव नुसरत भरुचा की ओर है । नुसरत उनकी प्रिय एक्ट्रेस है । वह लव रंजन की तीन सफल फिल्मों की नायिका रह चुकी हैं । लव रंजन के लिए नुसरत भाग्यशाली हैं । अब देखने वाली बात होगी कि नुसरत भरुचा और दीपिका पादुकोण के चुनाव में लव (रंजन) जीतते है कि रणबीर के पहले लव की जीत होती है !

कलंक के बाद अफरा तफरी में करण जौहर !
महंगे सेट्स और सितारों वाली फिल्म कलंक के ध्वस्तीकरण से, फिल्म के निर्माता करण जौहर बौखलाए हुए हैं।  बाहुबली सीरीज की सफलता को पहले से ही भांप लेने वाले करण जौहर खुद की फिल्म की असफलता को सूंघ नहीं सके।  धर्मा प्रोडक्शंस की यह फिल्म १२० करोड़ की भारी लागत में बनी फिल्म थी। जबकि, बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म को १०० करोड़ कमाने के लाले लगे हुए हैं। इसलिए करण जौहर अपनी फिल्मों की तारीखें बदल रहे हैं। करण जौहर की फंतासी फिल्म ब्रह्मास्त्र २० दिसंबर २०१९ को रिलीज़ होने वाली थी।  इस फिल्म मेंरणबीर कपूर, आलिया भट्ट और  अमिताभ बच्चन जैसे सितारे जगमगा रहे हैं । लेकिन, सलमान खान की फिल्म दबंग ३ की रिलीज़ की  तारीख़ २० दिसंबर रखने का ऐलान हुआ,  करण जौहर चिंता की मुद्रा में आ गए। उन्होंने महसूस किया कि अगर ब्रह्मास्त्र और दबंग ३ के एक ही दिन रिलीज़ होंगी तो नुकसान ब्रह्मास्त्र का होगा।  इसलिए उन्होने फिल्म की रिलीज़ २०२० तक टाल दी। यहीं नहीं करण जौहर ने, अक्षय कुमार और करीना कपूर की फिल्म गुड न्यूज़ को ६ सितम्बर के बजाय २७ दिसंबर २०१९ को रिलीज़ करने का ऐलान कर दिया । इससे ऐसा लगता है कि अपनी दो फिल्मों की तारीखें बदल बदल कर, करण जौहर अपनी नर्वसनेस पर काबू पाना चाहते हैं।

श्रद्धा कपूर का मौसेरा भाई सब कुशल मंगल में
नई हिंदी फिल्मों में, गुजरे जमाने के सितारों के बच्चों के पदार्पण की श्रंखला में दो नए नाम जुड़ने जा रहे हैं।यह  दो नए नाम प्रियांक शर्मा और रीवा किशन के हैं।  प्रियांक शर्माराजकपूर की फिल्म प्रेम रोग की नायिका पद्मिनी कोल्हापुरे और फिल्म निर्माता टीटू शर्मा के बेटे हैं।  इस लिहाज़ से, वह फिल्म अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के कजिन लगते हैं।  गुजरे जमाने के खलनायक शक्ति कपूर, उनके मौसा हैं।  इस फिल्म का नाम सब कुशल मंगल रखा गया है।  झारखण्ड की पृष्ठभूमि पर इस रोमकॉम यानि रोमांटिक कॉमेडी फिल्म सब कुशल मंगल में प्रियांक की नायिका रीवा किशन भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन की बेटी है। रवि किशन ने कई हिंदी फिल्मों मे सह भूमिकाये की हैं।  वह इस समय, भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश  में गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।   दिलचस्प तथ्य यह भी है कि इस फिल्म की निर्माता प्राची मनमोहन, फिल्म निर्माता नितिन मनमोहन की बेटी हैं।  पकड़वा विवाह की थीम पर आधारित इस फिल्म की शूटिंग ५० दिनों का शिड्यूल शुरू हुआ।  इस फिल्म से  प्रेज़ेंटर के तौर पर, बॉलीवुड एक्टर स्वर्गीय विनोद खन्ना के बेटे अक्षय खन्ना जुड़ गए हैं।  सब कुशल मंगल, इस साल के अंत तक रिलीज़ कर दी जाएगी।

वयस्कों के लिए रोंनी स्क्रूवाला की एनिमेटेड डिजिटल सीरीज
फिल्म निर्माता रोनी स्क्रूवाला जोखिम से खेलने वाले निर्माता हैं। हालाँकि, बॉलीवुड एक ऐसा बाजार हैं, जहाँ निर्माताओं का सारा ध्यान बॉक्स ऑफिस के लिहाज़ से सुरक्षित खेलने मे लगा रहता है। उनकी जोखिम उठाने की क्षमता का परिणाम उड़ी द सर्जिकल स्ट्राइक है। छोटी स्टारकास्ट और सर्जिकल स्ट्राइक जैसा जोखिम भरा विषय लेकर बनाई गई,  इस फिल्म की  सफलता का दावा नहीं किया जा सकता था। रोनी के जोखिम नतीजा है कि उड़ी द सर्जिकल स्ट्राइक,  इस वर्ष की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन चुकी है। अब निर्माता रोनी स्क्रूवाला अब द सिम्पसंस  के जोड़ वाली पहली भारतीय एनीमेशन सीरीज बनाने जा रहे है। यह श्रृंखला एपोकैलिक दुनिया पर आधारित हैं, जहां अपनी गलतियो के कारण मनुष्य विलुप्त हो चुके हैं । अब इस दुनिया पर जानवरों का कब्ज़ा है।  लेकिन, वह भी वही गलतियां करने लगे हैं, जो मनुष्यों ने की थी । यह श्रंखला मई के अंतिम सप्ताह से यू ट्यूब पर शुरू होने लगेगी। रोनी स्क्रूवाला, उड़ी द सर्जिकल स्ट्राइक के निर्देशक आदित्य घर और फिल्म के नायक विक्की कौशल के साथ फिल्म अश्वत्थामा का निर्माण कर रहे हैं।महाभारत के चरित्र पर आधारित इस फिल्म में अश्वत्थामा की भूमिका विक्की कौशल करेंगे।

महेश मंजरेकर की बेटी सलमान खान की दबंग ३ में
आजकल, सलमान खान की दबंग सीरीज की तीसरी फिल्म दबंग ३ की शूटिंग बड़ी तेज़ी के साथ हो रही है। इस शूटिंग के मध्य प्रदेश में महेश्वर में सोनाक्षी सिन्हा ने हिस्सा लिया था। दबंग ३ का निर्देशन प्रभुदेवा कर रहे हैं। प्रभुदेवा ने ही सलमान खान को वांटेड जैसी बड़ी हिट फिल्म दिलाई थी। इस फिल्म के बाद सलमान खान का करियर बिलकुल बदल गया था। दबंग ३ सीक्वल फिल्म न हो कर, प्रीक्वेल फिल्म है।  इस फिल्म में सलमान खान के चुलबुल पांडेय बनने के पहले की कहानी बताई गई है। कुछ समय पहले, महेश मांजरेकर की बेटी अश्वमी के हिंदी फिल्म डेब्यू की खबरें थी।यह भी खबर थी कि अश्वामी के लिए सलमान खान फिल्म बनाएंगे। अब, अश्वामी को दबंग ३ में ही यह मौक़ा दे दिया गया है। बताते हैं कि दबंग ३ में अश्वामी की भूमिका प्रमुख किरदार की है।  शायद उनकी भूमिका का सम्बन्ध सलमान खान के पहले के जीवन से है, जब वह पुलिस वाले नहीं बने थे, बल्कि रॉबिनहुड टाइप के हुआ करते थे। फिल्म में अश्वामि के किरदार की एंट्री के साथ ही विलेन की एंट्री होती है और चुलबुल पांडेय का जन्म होना शुरू हो जाता है। सलमान खान की फिल्म दबंग से सोनाक्षी सिन्हा का शानदार डेब्यू हुआ था।  क्या बॉलीवुड अश्वामि का भी वैसा ही स्वागत करेगा

तमिल फिल्म में विलेन बनेंगे शाहरुख़ खान !
जीरो की असफलता के बाद, शाहरुख़ खान ने कई फिल्मों को नकार दिया था। ऐसे में शाहरुख़ खान के प्रशंसक दर्शकों में निराशा थी। परन्तु, अब उनके प्रशंसकों के लिए खुशखबरी है। शाहरुख़ खान का तमिल फिल्म डेब्यू होने जा रहा है।  वह मेर्सल के डायरेक्टर एटली निर्देशित विजय के करियर की ६३वी फिल्म में कैमिया करने जा रहे हैं।  उनका यह कैमिया कुछ ख़ास होगा। यह आम फिल्मों की विशेष भूमिका की तरह नहीं होगा। फिल्म में उनकी मौजूदगी कुल १५ मिनट की होगी। लेकिन, फिल्म के क्लाइमेक्स में उनकी एंट्री के साथ ही एक्शन का ज़ोरदार धमाका होना शुरू हो जाएगा। फिल्म में, वह नायक विजय के प्रमुख दुश्मन की भूमिका में नज़र आएंगे। यहाँ बताते चलें कि विजय के साथ हिट फिल्म मेर्सल निर्देशित करने वाले एटली कुमार, मेर्सल का हिंदी रूपांतरण शाहरुख़ खान के साथ बनाना चाहते थे। इस सम्बन्ध में वह लम्बे समय से शाहरुख़ खान के संपर्क में थे। शाहरुख़ खान शुरुआत दौर में इस फिल्म के लिए तैयार भी थे। एटली कुमार निर्देीशित पहली हिंदी फिल्म में शाहरुख़ खान काम करेंगे या नहीं, साफ़ नहीं है। लेकिन, शाहरुख़ खान का तमिल फिल्म डेब्यू इसी बातचीत का नतीजा है।

संजय दत्त के भांजे की स्क्वाड में बेटा और भतीजी
कुछ समय पहले, डैनी डेंज़ोंग्पा के बेटे रिन्ज़िंग के जल्द ही बॉलीवुड डेब्यू की खबरे थी । यह समय अब आ गया है। वह संजय दत्त के भांजे और फ्लॉप  फिल्म अभिनेता नीलेश सहाय की बतौर निर्माता पहली फिल्म स्क्वाड में एक्शन भूमिका करने जा रहे हैं। इस फिल्म में रिन्ज़िंग की नायिका कभी ख़ुशी कभी गम में करीना कपूर के बचपन की भूमिका करने वाली बाल अभिनेत्री मालविका राज होंगी । इस बाबत जानकारी, अभिनेता संजय दत्त ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इन तीनों के साथ अपने चित्र को पोस्ट करते हुए दी। जिस तरह से, फिल्म के निर्माता नीलेश सहाय, संजय दत्त के भतीजे हैं, ठीक उसी तरह से मालविका राज भी, ज़मीन आसमान, मेरा हक़, जान की बाज़ी, ताक़तवर, आदि फिल्मों में संजय दत्त की नायिका अनीता राज की भतीजी हैं। दरअसल, मालविक के पिता अनीता राज के फिल्म निर्माता भाई बॉबी राज की बेटी हैं। स्क्वाड के नायक और नायिका यानि रिन्ज़िंग और मालविका का भी स्कूल का रिश्ता है। दोनों एक ही स्कूल में पढ़े हैं और एक दूसरे की जन्मदिन पार्टियां अटेंड करते रहे हैं। अभी इस फिल्म की कहानी तथा रिन्ज़िंग और मालविका की भूमिका के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन, यह फिल्म एक दमदार एक्शन से भरपूर थ्रिलर फिल्म होगी। फिल्म के एक्शन हॉलीवुड के स्टंट कोरियोग्राफर किएर बेक कोरियोग्राफ करेंगे। फिल्म की तमाम शूटिंग मुंबई और बुडापेस्ट मे होगी।

मिसेज सीरियल किलर जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ 
बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ का डिजिटल डेब्यू होने जा रहा है। वह नेटफ्लिक्स की नेटफ्लिक्स इंडियन ओरिजिनल फिल्म्स के अंतर्गत स्ट्रीम होने वाली १० फिल्मों में से एक फिल्म मिसेज सीरियल किलर में केंद्रीय भूमिका निभाएंगी। इस फिल्म का निर्माण बॉलीवुड कोरियोग्राफर  और फिल्म डायरेक्टर फराह खान अपने निर्देशक पति शिरीष कुंदर के लिए कर रही है। डिजिटल फिल्म मिसेज सीरियल किलर में जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ के करैक्टर के पति को सिलसिलेवार हो रही हत्या के जुर्म में फंसा दिया जाता है और उसे जेल हो जाती है। अब पत्नी को अगर अपने पति को बचाना है तो उसे भी ठीक उसी प्रकार से सिलसिलेवार  ह्त्याये करके यह साबित करना है कि यह हत्याएं उसका पति नहीं कर सकता है। डिजिटल फिल्म की यह कहानी दिलचस्प लगती है। इस फिल्म में,  जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ के करैक्टर का जो फर्स्ट लुक जारी किया गया है, उसमे स्कार्फ पहने जैक्वेलिन बड़ी रहस्यमई लग रही है। जहाँ तक जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ की हिंदी फिल्मों का सवाल है, उनके पास ज्यादा फ़िल्में नहीं है। उनकी थ्रिलर फिल्म ड्राइव सुशांत सिंह राजपूत के साथ है। यह फिल्म २८ जून को रिलीज़ होगी। जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ के पास दूसरी कोई हिंदी फिल्म नहीं है। एकाध फिल्मों के लिए उनका नाम उछला था। लेकिन, फिर दूसरे एक्ट्रेस को ले लिया गया। 

ट्रेन पर सवार होंगी परिणीती चोपड़ा !
रिलायंस एंटरटेनमेंट द्वारा पॉला हाकिंस की २०१५ की बेस्ट सेलर पुस्तक द गर्ल ऑन द ट्रेन का हिंदी रीमेक बनाया जाएगा। इस किताब पर, हॉलीवुड में स्टीवन स्पीलबर्ग की ड्रीम वर्क्स पिक्चरस द्वारा बॉक्स ऑफिस पर सफल फिल्म द गर्ल ऑन द ट्रेन का निर्माण किया गया था। हॉलीवुड फिल्म में मुख्य भूमिका एमिली ब्लंट ने की थी। इसके लिए ब्लंट को बाफ्टा और सैग पुरस्कारों में नामित किया गया था। ज़ाहिर है कि पूरी तरह से नायिका पर केन्द्रित लिखी गई। ऐसी कहानी में नायिका के लिए काफी मौके होते हैं। अब हिंदी में यह मौका परिणीती चोपड़ा को दिया जा रहा है। अभी तक बोल्ड लड़की की रोमांटिक भूमिकाये करने वाली परिणीती चोपड़ा के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का यह बढ़िया मौक़ा है। इस फिल्म का निर्देशन रिभु दासगुप्ता करेंगे। वह फिल्म की पटकथा, किताब के कथानक में मुख्य चरित्र की संवेदनशीलता और धैर्य को ध्यान में रख कर ही लिखेंगे। यानि कि द गर्ल ऑन द ट्रेन के हिंदी संस्करण में हॉलीवुड की फिल्म वाला प्रभाव नज़र नहीं आयेगा। परिणीती चोपड़ा कहती हैं, “मैं ऎसी भूमिकाये करना चाहती हूँ, जिनमे मुझे मेरे दर्शकों ने कभी देखा नहीं है। फिल्म का चरित्र शराबी है और दुर्व्यवहार का शिकार है। इसके लिए मुझे काफी तैयारियां करनी होंगी। इस फिल्म की शूटिंग इस साल जुलाई से शुरू हो जायेगी। सितम्बर तक फिल्म की शूटिंग पूरी हो जायेगी। फिल्म की तमाम शूटिंग यूनाइटेड किंगडम में होगी। अभी तक अनाम यह फिल्म २०२० में रिलीज़ होगी।


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Saturday, 4 May 2019

फकीरा - स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २

म्यूजिक विडियो यह कैसी भीड़ है- शिबानी कश्यप

Maharshi में Mahesh Babu के कूल लुक के दीवाने हुए फैंस


महेश बाबू (Mahesh Babu) अभिनीत फिल्म महर्षि (Maharshi) का ट्रेलर आखिरकार रिलीज हो गया है जिसे देख कर प्रशंसक बेकाबू हो रहे हैं क्योंकि पूरे ट्रेलर में महेश बाबू डेशिंग लुक के साथ ही दिलकश अंदाज में नज़र आ रहे हैं।

ट्रेलर में महेश बाबू (Mahesh Babu) कई लुक में नज़र आ रहे हैं, एक कॉलेज छात्र 'ऋषि' की भूमिका निभाते हुए, अभिनेता ने अपने चॉकलेट बॉय लुक के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है।

शानदार सूट में, एक खूबसूरत लोकेशन पर हेलीकॉप्टर से बाहर निकलते हुए अपने जोरदार डायलॉग के साथ अभिनेता ने प्रशंसकों के होश उड़ा दिए है।


इतना ही नहीं, उत्साह को ओर अधिक बढ़ाते हुए, महेश बाबू (Mahesh Babu) फिल्म में दोहरी भूमिका में नज़र आएंगे और फ़िल्म में प्रभावशाली संवादों की भरमार होगी।

भारत एनन नेनु (Bharat Ane Nenu) में मुख्यमंत्री के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद, महर्षि में Mahesh Babu एक हाई प्रोफ़ाइल सफल बिज़नेसमैन की भूमिका निभा रहे है, जो कभी पराजित नहीं होता है।

महर्षि (Maharshi) सुपरस्टार के कैरियर की 25 वीं फिल्म हैं और यह अभिनेता के लिए एक बहुत ही करीबी और विशेष परियोजना है। यह फिल्म 9 मई, 2019 को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। 


Horror Comedy फिल्म में Sunny Leone भी


हॉरर कॉमेडी फिल्मों गोलमाल अगेन (Golmaal Again) और स्त्री (Stree) की सफलता ने, पहले अक्षय कुमार (|Akshay Kumar) को फिर से हॉरर कॉमेडी जॉनर में भाग्य आजमाने के लिए उत्साहित किया । और अब हॉरर कॉमेडी फिल्मों की श्रृंखला में सनी लियॉन (Sunny Leone) भी शामिल होने जा रही है ।

इरोटिक हॉरर की सनसनी  
जिस्म २ (२०१२) अपने बॉलीवुड फिल्म करियर की शुरुआत करने वाली कैनेडियन एक्ट्रेस सनी लियॉन (Sunny Leone) ने, २०१४ में इरोटिक हॉरर फिल्म रागिनी एमएमएस २ (Ragini MMS 2) की है । एकता कपूर निर्मित इस फिल्म में सनी लियॉन की बोल्डनेस के कारण फिल्म हिट हो गई । लेकिन, हॉरर कॉमेडी की कोई फिल्म, सनी लियॉन के लिए पहला मौक़ा है ।


सनी की हॉरर कॉमेडी Coca Cola
कोका कोला (Coca Cola) टाइटल वाली इस फिल्म का निर्माण महेंद्र धारीवाल (Mahendra Dariwal) कर रहे हैं । महेंद्र धारीवाल, सनी देओल (Sunny Deol) की फिल्मों माँ तुझे सलाम (Maa Tujhe Salaam) और भैयाजी सुपरहिट (Bhaiyaji Superhit) जैसी फिल्मों के निर्माता रहे हैं । भैयाजी सुपरहिट को सफलता नहीं मिली थी । इसलिए, महेंद्र को हाल ही के महीनों में हिट साबित हो रहे हॉरर कॉमेडी जोनर में हाथ आजमाने का यह अच्छा अवसर हाथ लगा ।

२०१७ से फिल्मों का इंतज़ार !
उल्लेखनीय है कि सनी लियॉन (Sunny Leone) की पिछली फिल्म तेरा इंतज़ार (Tera Intezaar) (२०१७) सुपरनेचुरल थ्रिलर (Supernatural Thriller) फिल्म थी । इस फिल्म के बाद, सनी लियॉन की कोई भी फिल्म रिलीज़ नहीं हुई । हालाँकि, उनके साथ कुछ दक्षिण की फिल्मों का ऐलान हुआ था । इनमे से एक तमिल फिल्म वीराम्मादेवी (Veeramadevi) की शूटिंग आजकल चल रही है । इस फिल्म में सनी लियॉन ऐतिहासिक योद्धा रानी की भूमिका में हैं ।


इक्विटी होल्डर सनी लियॉन
कोका कोला (Coca Cola) का विवरण जब तक जारी हो, उससे पहले सनी लियॉन (Sunny Leone) के सन्दर्भ में गैर फ़िल्मी खबर यह है कि वह फोर्के मीडिया ग्रुप की इक्विटी होल्डर होने के कारण बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में शामिल कर ली गई है ।


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Friday, 3 May 2019

Asha Bhonsale और Ankita Lokhande को न्यूज़मेकर्स अचीवर्स अवार्ड



सुप्रसिद्ध गायिका आशा भोसले (Asha Bhonsale), पंडित अजय पोहनकर, एक्ट्रेस मौसमी चैटर्जी (Moushumi Chatterjee) और अंकिता लोखंडे (Ankita Lokhande) को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया ।

मुंबई के यशवंत राव चौहान ऑडिटोरियम में आयोजित न्यूज़मेकर्स अचीवर्स अवार्ड अपने क्षेत्रों में कुछ ख़ास करने वाली हस्तियों को पिछले १० साल से दिए जा रहे है।

इस अवार्ड में संगीतकार बप्पी लहिरी , एक्टर मकरंद देशपांडे, आभा सिंह और विठल कामत द्वारा इन हस्तियों को सम्मानित किया गया ।

इस मौके पर आशा भोसले ने कहा, “हर अवार्ड ख़ास होता है ।" अंकिता लोखंडे ने कहा, “पहली फ़िल्म मणिकर्णिका के लिए मुझे ये अवार्ड मिला है । इसलिए मैं बहुत ही खुश हूँ कि लोगों को मेरा काम पसंद आया।“

दिए गए प्रमुख अवार्ड में लाइफटाइम अचीवमेंट आशा भोसले (Asha Bhonsale) और मौसमी चैटर्जी (Moushumi Chatterjee), श्रेष्ठ निर्देशक राज कौशल, बेस्ट फ़िल्म क्रिटिक कमाल आर ख़ान और बेस्ट डांस मास्टर गीता कपूर (Geeta Kapoor) उल्लेखनीय रहे । 



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हंसा एक संयोग- देव नेगी

म्यूजिक विडियो मेरी अँखियाँ - अमित टंडन