बॉक्स ऑफिस, ११ अगस्त २०२२ को आयोजित युद्ध के लिए कमर कस चुका है. दोनों क्या तीनों ओर के योद्धा अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. युद्ध के साजोसामान जुटाए जा रहे हैं. अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुँच बनाने के लिए पूरी तैयारी की गई है. स्वतंत्रता दिवस साप्ताहांत का यह टकराव आपने आप में अनोखा होगा. यह टकराव बॉलीवुड के दो बड़े अभिनेताओं और उनकी फिल्मों के बीच होगा. इन फिल्मों से पति से टकराएंगी पत्नी भी. न न पत्नी नहीं पूर्व पत्नी. क्या आप जानना नहीं चाहेंगे इस टकराव के बारे में?
भाई बहन का रक्षा बंधन - अपनी फिल्मों से, एक्शन कुमार की उपाधि पाने वाले अक्षय कुमार ने, निर्देशक आनंद एल राय के साथ अपनी दूसरी फिल्म रक्षा बधन के पूरी होते ही, फिल्म को ११ अगस्त २०२२ को प्रदर्शित किये जाने की घोषणा कर दी थी. भाई और उसकी बहनों के इस कथानक में अक्षय कुमार, अपनी रील लाइफ बहनों सहजमीन कौर, दीपिका खन्ना, सदिया खतीब और स्मृति श्रीकांत के भाई बने है. फिल्म में उनसे शादी करने की इच्छुक युवती की भूमिका भूमि पेडणेकर कर रही है. रक्षा बंधन शीर्षक वाली इस पारिवारिक फिल्म को रक्षा बंधन के दिन प्रदर्शित करना सर्वथा उचित निर्णय था.
आ टपका लाल सिंह चड्डा - परन्तु, बारिश में टपके की तरह आ टपके आमिर खान. उन्होंने, अपनी हॉलीवुड की फिल्म फारेस्ट गंप की हिंदी रीमेक फिल्म लाल सिंह चड्डा को भी ११ अगस्त को ही प्रदर्शित किये जाने की घोषणा कर टकराव की स्थिति पैदा कर दी. हालाँकि, आमिर खान की आदत ऐसा टकराव पैदा करते रहने की है. याद कीजिये २००१ में हुए लगान और ग़दर एक प्रेम कथा के टकराव को. वह अक्षय कुमार के साथ २००७ में भी ऐसा टकराव फिल्म तारे जमीन पर को एक्शन कॉमेडी फिल्म वेलकम के विरुद्ध ला कर ले चुके है. उन्होंने, इस मामले में अजय देवगन को भी नहीं बख्शा. अजय देवगन की कॉमेडी फिल्म दिल तो बच्चा है जी गणतंत्र दिवस साप्ताहांत का लाभ उठाने के लिए २१ जनवरी को प्रदर्शित होने जा रही थी. आमिर खान ने, अपनी हालिया तलाकशुदा पत्नी किरण राव की निर्देशित पहली फिल्म धोबी घाट को सामने ला कर अजय देवगन को अपनी फिल्म को २८ जनवरी को प्रदर्शित करने के लिए विवश कर दिया था. अब यह बात अन्यथा है कि आमिर खान की सभी फिल्में टकराव के बाद, दूसरे स्थान पर ही रही. धोबी घाट को तो दर्शकों ने पटक पटक कर धोया.
परदे हड़पने की कोशिश - वास्तव में, आमिर खान टकराव ही नहीं मोल लेते है, बल्कि परदे जीतने की जी तोड़ कोशिश करते है. २०११ में उन्होंने धोबी घाट के लिए परदे जुटाने के लिए हर प्रकार के पैंतरे आजमाए. वितरकों के लिए विशेष शो आयोजित किये गए. उन्होंने ललचाने की भरपूर कोशिश की. इसका नतीजा सामने आया. धोबी घाट को इतने अधिक स्क्रीन मिले कि अजय देवगन को अपनी फिल्म को हटाने के लिए विवश होना पडा. कुछ ऐसा ही इस बार भी हुआ है. बताते हैं कि आमिर खान ने, लाल सिंह चड्डा की खराब रिपोर्ट के बावजूद, फिल्म के लिए स्क्रीन जुटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. ट्रेड के जानकार बताते हैं कि आमिर खान ने देश की सबसे बड़ी सिनेमा चेन पीवीआर को पटा लिया है. पीवीआर के पास अकेले ही देश के ५५ प्रतिशत परदे हैं. इनमे से ६५ प्रतिशत परदे आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा को मिलने जा रहे है. अर्थात, अक्षय कुमार को पूरे भारत में पीवीआर के ३५ प्रतिशत पर्दों के लिए मिनी युद्ध लड़ना होगा.
एकल परदे पर रक्षा बंधन - हालाँकि, आमिर खान ने लाल सिंह चड्डा के लिए अधिक से अधिक परदे हथिया लिए है. पर रक्षा बंधन के निर्माता अपनी फिल्म के प्रदर्शन की तिथि में बदलाव करने नहीं जा रहे. उन्हें अपनी फिल्म और अक्षय कुमार पर, बच्चन पाण्डेय और सम्राट पृथ्वीराज जैसी बड़ी असफलता के बाद भी पूरा भरोसा है. उनका ध्यान आमिर खान से न्याय युद्ध लड़ने के बजाय एकल छवि गृहों पर लगा हुआ है. फिल्म के निर्माता जी स्टूडियोज ने अपना पूरा ध्यान एकल पर्दा छविगृहों पर लगा दिया है. वह अधिक से अधिक एकल पर्दा छविगृहों पर नियंत्रण बनाना चाहते हैं. एकल पर्दा थिएटरों के दर्शकों पर अक्षय कुमार की अच्छी पकड़ भी है. अक्षय कुमार और भूमि पेडणेकर की जोड़ी टॉयलेट एक प्रेमकथा में पर्याप्त सफल हुई थी. इसके अतिरिक्त पर्व के माह में, लम्बे समय बाद कोई पारिवारिक फिल्म प्रदर्शित होने जा रही है. अक्षय कुमार और आनंद एल राय को विश्वास है कि दर्शक रक्षा बंधन के दिन भाई बहनों के स्नेह के कथानक पर फिल्म को देखने अवश्य आयेंगे.
बोझिल और ऊबाऊ चड्डा- आमिर खान और लाल सिंह चड्डा की राह सरल नहीं लगती. इस फिल्म का ट्रेलर पूरी फिल्म पर भारी पड़ रहा है. पूरी फिल्म का बोझ आमिर खान के कन्धों पर है. हालाँकि, फिल्म में करीना कपूर और विशेष भूमिका में तेलुगु फिल्म अभिनेता नाग चैतन्य है. पर सिख बने आमिर खान कॉमेडी करते हास्यास्पद लग रहे है. फिल्म काफी उकाताऊ और बोझिल लगती है. त्यौहार के अवसर पर मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति की कथा दर्शकों को कितने रास आयेगी, यह देखें वाली बात होगी.
पति के विरुद्ध पत्नी ! - परन्तु, लाल सिंह चड्डा की राह यशोदा भी कठिन बना सकती है. यशोदा, हरी-हरीश जोडी निर्देशित यशोदा साइंस फिक्शन एक्शन थ्रिलर फिल्म है. यह फिल्म तमिल और तेलुगु में एक साथ शूट हुई है. इस फिल्म को मलयालम और कन्नड़ के अतिरिक्त हिंदी में डब कर प्रदर्शित किये जाने की योजना है. यहाँ, सवाल यह है कि यशोदा किस प्रकार से लाल सिंह चड्डा की राह कठिन बना सकती है? वास्तव में, फिल्म की प्रमुख भूमिकाओं में पुष्पा द राइज की ऊ ऊ गर्ल सामंता रुथ है. उनका साथ उन्नी मुकुन्दन और वरलक्ष्मी शरदकुमार दे रही है. क्या आमिर खान के लिए पुष्पा की ऊ ऊ गर्ल इतना संकट पैदा कर सकती है. वास्तव में यह संकट सामंता को आमिर खान का नहीं, बल्कि सामंता का नाग चैतन्य को है. नाग चैतन्य से शादी करने के बाद, सामंता रुथ सामंता अक्किनेनी के नाम से जानी जाती है. बताते हैं कि आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा की शूटिंग के दौरान ही नाग ने सामंता से सम्बन्ध विच्छेद का निर्णय लिया. एक फिल्म समीक्षक का तो यहाँ तक कहना है कि आमिर खान ने ही नाग को सामंता से तलाक़ लेने के लिए लिए प्रेरित किया. यह घटनाक्रम नाग चैतन्य की फिल्म लाल सिंह चड्डा के सामंता की यशोदा से टकराव का बड़ा कारण बन जाता है.
अतीत साक्षी है -बॉक्स ऑफिस पर टकराव की बिसात बिछ चुकी है. अभी दूसरे पैंतरे भी अजमाए जायेंगे. पर आंकड़े भी गवाही देते है. यह आंकड़े २००७ में प्रदर्शित दो फिल्मों तारे जमीन पर और वेलकम के है. तारे जमीन पर ने पहले सप्ताह में कुल १६.५७ करोड़ का व्यवसाय किया था. वही अक्षय कुमार की कॉमेडी एक्शन फिल्म ने दुगुना से अधिक ये ३५ करोड़ का व्यवसाय किया था. यानि जोनर भारी पडा था. ऐसा ही कुछ लाल सिंह चड्डा और रक्षा बधन के साथ भी होने जा रहा है. लाल सिंह चड्डा लीक से हट कर, एक विकलांग चरित्र पर केन्द्रित फिल्म है. जबकि, रक्षा बंधन विशुद्ध पारिवारिक फिल्म है. ऎसी फ़िल्म बहुत अंतराल के बाद प्रदर्शित हो रही है. इस लिए कोई संदेह नही, यदि लाल सिंह चड्डा पर रक्षा बंधन भारी पड़ जाए.