सोनाक्षी सिन्हा की
शीर्षक भूमिका वाली फिल्म अकीरा कहानी है, कॉलेज की एक लड़की की, जो अनायास ही चार
भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के अपराध में शामिल हो जाती है । अब अकीरा को खुद को निर्दोष साबित करना ही
है, दोषियों को दंड भी दिलाना है । अकीरा इसके लिए कमर कस लेती है । इसके साथ ही
शुरुआत होती है खतरनाक टकराव की, जिसमे जीवित रहना सबसे ज्यादा मुश्किल है ।
अकीरा, दक्षिण के उस निर्देशक ए आर मुरुगाडोस की फिल्म है, जिन्होंने आमिर खान और
अक्षय कुमार को अपनी धुंआधार एक्शन फिल्मों गजिनी और हॉलिडे के
ज़रिये एक्शन हीरो की तरह स्थापित कर दिया था । बॉलीवुड के इन सुपर हीरो के बाद मुरुगाडोस हिंदी फिल्मों की शोख अदाकारा सोनाक्षी सिन्हा के साथ हैं । सोनाक्षी
सिन्हा को अब तक रोमांस फिल्मों में ही देखा गया है । क्या मुरुगदोस सोनाक्षी को
बॉलीवुड की पहली एक्शन नायिका बना सकेंगे ?
एक्शन
फिल्मों की रोमांस और सेक्स की दवा
एक्शन
की बात की जाए तो बॉलीवुड के तमाम नायकों की तरह नायिका भी एक्शन में हाथ आजमा
चुकी है । रोमांस फिल्मों के दौर में आशा पारेख और साधना जैसी हसीनाएं भी थोड़े हाथ
पैर चला ले जाती थी । लेकिन, इस से उन पर एक्शन हीरोइन का ठप्पा नहीं लगता था । एक्शन हीरोइन का ठप्पा तो
उन फिल्मों में काम करने के बाद भी नहीं लगता था, जिनका हीरो एक्शन हीरो कहलाता था
। अगर ऐसा होता तो गजिनी की असिन को कब का एक्शन हीरोइन का खिताब दे दिया जाता ।
हॉलिडे की सोनाक्षी सिन्हा को अकीर का इंतज़ार न करना पड़ता । वास्तविकता तो यह है
कि धुंआधार एक्शन फिल्मों की नायिकाएं फिल्म में एक्शन के तनाव को कम करने के लिए
दर्शकों के लिए सेक्स और रोमांस की दवा की तरह रखी जाती हैं ।
दस
की एक्शन क्वीन शिल्पा शेट्टी !
क्या
शिल्पा शेट्टी को आज की हिंदी फिल्मों में नायिका के एक्शन शुरू करने वाली
अभिनेत्री कहा जा सकता है ? अनुभव सिन्हा
की फिल्म दस की कहानी आतंकवाद पर केन्द्रित थी । शिल्पा शेट्टी फिल्म में संजय
दत्त, अभिषेक बच्चन और जायद खान के साथ भारत के काल्पनिक एंटी टेररिस्ट सेल की
सदस्य बनी थी । इस फिल्म में शिल्पा ने जीन्स पहनी थी और एक इमारत की बुर्ज से लटक
कर एक्शन किया था । इससे हिंदी फिल्मों की आधुनिका नायिका के एक्शन हीरोइन भी होने
का पता चलता था । इसके बाद प्रियंका चोपड़ा ने द लीजेंड ऑफ़ द्रोण में सिख हथियार
गटका तक चलाया तथा दूसरे एक्शन किये । इस फिल्म के लिए उन्होंने गटका चलाना सीखा ।
शरीर को संतुलित बनाया । कोमलांगी दीपिका पादुकोण भी चांदनी चौक टू चाइना में चीनी मार्शल आर्ट्स कर रही थी । करीना कपूर ने साइज़ जीरो बनाने के बावजूद फिल्म टशन में एक्शन
के थोड़े बहुत हाथ दिखाए थे । लेकिन, इन सब कलाबाजियों के बावजूद यह अभिनेत्रियां बॉलीवुड की
एक्शन हीरोइन का खिताब हासिल नहीं कर सकी ।
कृष
३ की काया कंगना रानौत
बावजूद
इसके कि हिंदी फिल्मों की उपरोक्त अभिनेत्रियों
को एक्शन क्वीन नहीं समझा गया, हीरोइन के एक्शन करने का दौर चलता रहा । कंगना
रानौत ने हृथिक रोशन के साथ फिल्म कृष ३ में विलेन काल की दाहिना हाथ काया की
भूमिका की थी । यह भूमिका काफी कुछ हॉलीवुड फिल्म एक्स-मेन सीरीज की फिल्मों की
म्युटेंट किरदार मिस्टिक जैसा था । लेकिन, कृष ३ के बाद भी कंगना रानौत को
जेनिफ़र लॉरेंस की तरह एक्शन हीरोइन का खिताब नहीं मिला । कंगना रानौत तनु वेड्स
मनु सीरीज की फिल्मों की तनु से ज्यादा ख्यात हुई । इसी दौरान कटरीना कैफ एक था टाइगर,
धूम ३ और फैंटम जैसी फिल्मों में एक्शन कर रही थी । करीना कपूर ने सैफ अली खान के
साथ फिल्म एजेंट विनोद में थोड़े बहुत हाथ पैर चलाये । ऐश्वर्या राय धूम २ में
एक्शन की कलाबाज़ी दिखा रही थी तो जोधा अकबर में तलवार भंज रही थी । दीपिका पादुकोण
ने भी बाजीराव मस्तानी में तलवार चलाई और भारी कवच और जिरह बख्तर पहने । जैक्विलिन फ़र्नान्डिस रेस २ में और तापसी पन्नू फिल्म बेबी में एक्शन की कलाबाजियां खा रही
थी । एमी जैक्सन ने तो फिल्म सिंह इज ब्लिंग में अपने एक्शन से अक्षय कुमार को डोमिनेट कर लिया। दीपिका पादुकोण हॉलीवुड की एक्शन फिल्म एक्सएक्सएक्स: रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज और प्रियंका चोपड़ा फिल्म बेवॉच में एक्शन भूमिकाएं कर रही हैं। इसके बावजूद इन अभिनेत्रियों को बॉलीवुड की एक्शन हीरोइन नहीं कहा जा सकता । क्यों नहीं
कोई दीपिका या प्रियंका कहलाती बॉलीवुड की एक्शन क्वीन ?
कौन
है बॉलीवुड की एंजेलिना जोली
हॉलीवुड की एंजेलिना
जोली का नाम लेते ही लारा क्राफ्ट का किरदार याद आ जाता है । लारा क्राफ्ट को समय
से मुकाबला करते हुए खलनायक के चंगुल से पुरानी कलाकृतियों को बचाना है । यह पूरी
सीरीज एंजेलिना जोली के किरदार के इर्द गिर्द घूमती थी । एंजेलिना जोली सही मायनों
में एक्शन हीरोइन साबित होती थी । एंजेलिना के बाद कुछ दूसरी अभिनेत्रियों ने भी
एक्शन फिल्मो में अपनी पहचान बनाई । हंगर गेम्स सीरीज की फिल्मों की जेनिफ़र लॉरेंस
का नाम ख़ास उल्लेखनीय है । इस लिहाज़ से बॉलीवुड
की कोई भी अभिनेत्री एंजेलिना जोली और जेनिफ़र लॉरेंस के खांचे में फिट नहीं बैठती ।
यहाँ तक कि मर्दानी की रानी मुख़र्जी और मैरी कोम की प्रियंका चोपड़ा भी इस के आसपास
तक नहीं । बॉलीवुड की तमाम अभिनेत्रियों ने एक्शन के नाम पर सिर्फ खानापूरी ही की।
सोनाक्षी
सिन्हा एक्शन क्वीन क्यों ?
भारत
मे, ख़ास तौर पर बॉलीवुड में कोई एक्शन हीरोइन पैदा क्यों नहीं होती ? हालाँकि,
दक्षिण की अनुष्का शेट्टी और हंसिका मोटवानी ने अपनी फिल्मों में धुंआधार एक्शन
किये हैं । लेकिन, यहाँ की ज़्यादातर नायिकाएं सेक्स बम ही बनी हुई हैं । दरअसल,
हमारे देश में नायिका प्रधान एक्शन फ़िल्में बनाने का सिलसिला शुरू नहीं हो सका है ।
फूल बने अंगारे और खून भरी मांग की रेखा, अंजाम और गुलाब गैंग की माधुरी दीक्षित,
ज़ख़्मी शेर की डिंपल कपाडिया ने अपनी बाजुओं की ताकत दिखाने की कोशिश की । लेकिन,
फिल्म निर्माताओं को उन पर विश्वास नहीं जमा । इस लिहाज़ से सोनाक्षी सिन्हा की
अकीरा ख़ास इस लिए है कि इसे एक्शन फिल्मों के उस्ताद मुरुगदोस बना रहे हैं । यह
फिल्म दक्षिण की जिस हिट एक्शन फिल्म मौन गारू की रीमेक है, वह नायक प्रधान फिल्म
थी । सोनाक्षी सिन्हा इस नायक के जूते में पैर डाले हैं । ऐसे में सोनाक्षी सिन्हा
अपने डीलडौल और एक्शन में महारत के ज़रिये दर्शकों को बतौर एक्शन नायिका प्रभावित
कर सकती हैं । उन्हें एक्शन नायिका का खिताब देने का दूसरा कारण यह है कि वह अभिनय
देव निर्देशित फिल्म फ़ोर्स २ में जॉन अब्राहम के साथ रॉ एजेंट का एक्शन से भरपूर
किरदार कर रही हैं ।
नायिका
के एक्शन करने का सिलसिला ख़त्म होने नहीं जा रहा । अभी कैंसर से उबरी लिसा रे
फिल्म इश्क फॉरएवर में एक्शन कर रही थी । भारतीय अमेरिकन फिल्म डायरेक्टर परम गिल
की फिल्म वारियर सावित्री आधुनिक सावित्री की दास्तान है, जो अपने सत्यवान को
बचाने के लिए खून खराबा करने में नहीं चूकती । इस फिल्म की आधुनिक सावित्री
निहारिका रायजादा हैं । मसान, अलोन और बेबी जैसी फिल्मों में छोटी भूमिका कर चुकी
निहारिका के बतौर नायिका पहली फिल्म है । इसलिए, वह ज़रूर चाहेंगी कि उनकी एक्शन
नायिका सावित्री सफल हो और वह बतौर एक्शन हीरोइन बॉलीवुड में स्थापित हो सकें ।
क्या सोनाक्षी सिन्हा और निहारिका रायजादा इस नायिका को स्थापित कर पाएंगी ?