फैंटम फिल्म के ख़त्म हो जाने के बाद, ऎसी उम्मीद थी कि #मीटू के आरोप से घिरे फिल्म सुपर ३० के डायरेक्टर विकास बहल को या तो हटा दिया जाएगा या वह खुद इसे छोड़ देंगे।
उस समय यह खबरें भी थी कि विकास बहल को सुपर ३० के डायरेक्टर से हटा दिया गया है। अब उनका नाम, फिल्म की कास्टिंग में नहीं जाएगा।
लेकिन, विकास बहल ने हार नहीं मानी है। वह सारे आरोपों का खंडन करते हुए न्यायालय की शरण में जाना चाहते हैं। विकास बहल ने, यों दबाव में आ कर फिल्म छोड़ कर बदनाम होने के बजाय कोर्ट के ज़रिये नाम साफ़ करवाना ज़्यादा सही समझा है।
हालाँकि, उनका यह कदम साजिद खान के तत्काल हाउसफुल ४ के डायरेक्टर का पद छोड़ देने के उलट है। लेकिन, एक प्रकार से सही भी है।
क्योंकि अपने कदम से जहां साजिद खान दोषी प्रतीत होते हैं, वहीँ विकास बहल केवल संदेह के घेरे में नज़र आते हैं।
खुद सुपर ३० के निर्माता साजिद नाडियाडवाला और रिलायंस एंटरटेनमेंट भी इंतज़ार के मूड में हैं। वह कोर्ट के फैसले का इंतज़ार कर रहे लगते हैं। अन्यथा, विकास बहल को अब तक हटा दिया गया होता।
इस विवाद से पहले, फिल्म सुपर ३० अगले साल २५ जनवरी को रिलीज़ होनी थी।
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