Sunday 10 February 2019

रैप की दुनिया में भारत के गली बॉय (Gully Boy)


जोया अख्तर (Zoya Akhtar) की फिल्म गली बॉय (Gully Boy) की कहानी, मुंबई के स्लम में रहने वाले युवा रैपर नैजी और डिवाइन के जीवन से प्रेरित है। फिल्म में इन दोनों से प्रेरित चरित्र मुराद की भूमिका रणवीर सिंह (Ranveer Singh) कर रहे हैं। फिल्म में उनके साथ यह दोनों रैपर नैजी और डिवाइन भी नज़र आ सकते हैं। इस फिल्म को देखते समय, दर्शकों के ज़ेहन में बहुत से देसी-विदेशी रैपरों के नाम और चेहरे घूम सकते हैं। लेकिन, ख़ास होगा जानना उन भारतीय रैपर के बारे में, जो हिंदी फिल्मों में भी अपने रैप का जादू बिखेर चुके हैं या बिखेर रहे हैं।

पहले भारतीय रैपर अशोक कुमार
भारतीय फिल्मों में रैप के लिहाज़ से, पहले रैपर बॉलीवुड के पुराने जमाने की फिल्मों के सदाबहार अभिनेता अशोक कुमार साबित होते हैं। उन्होंने, १९६८ में रिलीज़, हृषिकेश मुख़र्जी की फिल्म आशीर्वाद में रैप लहजे में रेल गाड़ी गीत गा कर, पहला रैप सॉन्ग गाने वाले रैपर का खिताब हासिल किया था। लेकिन, अशोक कुमार के अलावा भारत के किसी दूसरे अभिनेता को रैपर नहीं कहा जा सकता है। हालाँकि, कई गैर फ़िल्मी रैपर हिंदी फिल्मों में नज़र आये।

रैपर का बादशाह बाबा सहगल
बाबा सहगल को हिंदी का पहला रैपर माना जाता है। उनके रैप गीतों को ज़बरदस्त सफलता हासिल हुई थी। लखनऊ मे जन्मे बाबा सहगल का इंडी पॉप के दृश्य पटल पर उदय १९९० में हुआ था। उनका पहला एल्बम दिलरुबा था। दूसरा एल्बम, इसके अगले साल १९९१ में अलीबाबा आया। १९९२ में रिलीज़ ठंडा ठंडा पानी ने बाबा सहगल को रैप की दुनिया का बादशाह बना दिया। उनकी इस सफलता को भुनाने के लिए आकाशदीप ने मिस ४२० फिल्म बनाई। लेकिन, फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुई। इस फिल्म का आजा मेरी गाड़ी में बैठ जा गीत खूब लोकप्रिय हुआ।

पहली वुमन रैपर हार्ड कौर
तरन कौर ढिल्लों को रैप की दुनिया में हार्ड कौर के नाम से जाना जाता है। वह भारत की पहली महिला रैपर मानी जाती हैं। हार्ड कौर कानपुर में जन्मी हैं। उनका पहला रैप सॉन्ग एक ग्लासी यूके २००७ के टॉप पर था। उन्होंने, पहली बार श्रीराम राघवन की फिल्म जॉनी गद्दार के लिए मूव योर बॉडी (पैसा फेंक) रैप गीत गाया। उनका पहला सोलो एल्बम सुपरवुमन २००७ में रिलीज़ हुआ। वह अब तक, बॉलीवुड की फिल्मों सिंह इज किंग, किस्मत कनेक्शन, बचना ऐ हसीनो, अजब प्रेम की गज़ब कहानी और प्रिंस के लिए गा चुकी हैं।
आजकल तो, ख़ास तौर पर बॉलीवुड में रैप का ज़माना है। हर फिल्म में कोई न कोई रैप गीत होता है। ज़्यादातर रैप गायक भी इन गीतों पर थिरकते और होंठ हिलाते नज़र आ जाते हैं। एक नहीं दसियों ऐसे युवा रैपर हैं, जिनका बॉलीवुड दीवाना है।

सबसे लोकप्रिय हनी सिंह
युवा पीढ़ी का सबसे लोकप्रिय रैपर हनी सिंह कहे जा सकते हैं। हालाँकि, वह आज टॉप पर होते, लेकिन, बीमारी के कारण वह काफी समय से रैप की दुनिया से अलग रहे। अब वह फिर मखाना गीत से वापसी कर रहे हैं। होशियारपुर के हिरदेश सिंह को रैप की दुनिया में यो यो हनी सिंह के नाम से पहचाना जाता है। वह निर्माता, गायक और एक्टर भी हैं। उनमे संगीत की बढ़िया समझ पाई जाती है। वह किसी भाषा से किसी दूसरी भाषा में तुरंत स्विच ओवर कर सकने की कला के कारण ख़ास हो जाते हैं। उन्होंने ब्राउन रंग, ब्रेकअप पार्टी, दिस पार्टी गेटिन हॉट, आदि जैसे चार्टबस्टर गीत गाये हैं। यह एक गीत के लिए ७० लाख का पारिश्रमिक लेते हैं। उन्होंने एक हिंदी फिल्म द एक्सपोज में अभिनय भी किया है।


बॉलीवुड में रैप के बादशाह 
दिल्ली में जन्मे आदित्य प्रतीक सिंह सिसोदिया को, रैप की दुनिया में बादशाह के नाम से जाना जाता है। बादशाह ने भी अपने करियर की शुरुआत हनी सिंह के साथ ग्रुप बैंड माफिया मुन्दीर से की थी। २०१२ में वह हनी सिंह से अलग हो गए। उनका पहला मशहूर गीत कर गई चुल था। इसे फिल्म कपूर एंड संस में अलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा पर भी फिल्माया गया था। उनका पहला सिंगल डीजे वाले बाबु काफी पॉपुलर हुआ था। उनके गाये बॉलीवुड रैप सॉन्ग में अभी तो पार्टी शुरू हुई है (खूबसूरत), ले ले सेल्फी ले ले रे (बजरंगी भाईजान). आज रात का सीन (जज्बा), बेबी का बॉस पसंद है (सुल्तान), काला चश्मा (बार बार देखो), तारीफां (वीरे दी वेडिंग), आदि उल्लेखनीय हैं।

तेज़ रफ़्तार रैपर 
केरल के दिलिन नायर को रफ़्तार के नाम से जाना जाता है। उनको देश का सबसे तेज़ रफ़्तार रैपर कहा जाता है। वह हनी सिंह के म्यूजिक ग्रुप माफिया मुन्दीर के सदस्य रह चुके हैं। बाद में वह इस ग्रुप से निकल गए। उनकी और हनी सिंह की प्रतिद्वंद्विता रैप की दुनिया में हमेशा गर्म रहती है। उनके हिट रैप गीतों में व्हिसल बजा, धुप चिक, तो डिशूम, आदि हैं। कुछ लोग उन्हें बोहेमिया के बाद का रैपर मानते हैं।

रैप म्यूजिक का डॉक्टर ज़ीउस
यूनाइटेड किंगडम में जन्मे, बलजीत सिंह पदम ही रैप की दुनिया के डॉक्टर ज़ीउस हैं। वह पंजाबी रैपर और संगीत निर्माता हैं। उन्हें रैप के क्षेत्र में जाना गया गीत कंगना से।  इस गीत को बीबीसी एशियन नेटवर्क ने बेस्ट सांग का ख़िताब दिया। उनके पांच सोलो एल्बम रिलीज़ हो चुके हैं। वह कई बॉलीवुड फिल्मों में गीत गा चुके हैं। एक पहेली लीला के देसी लुक और हैप्पी न्यू ईयर के कमली गीत से उनकी पहचान बनी। कनिका कपूर के साथ उनका जुगनी जी आज भी दर्शकों की जुबान पर चढ़ा हुआ है।

हॉलीवुड की आठ फिल्मों में अपाचे इंडियन
भारतीय ब्रितानी स्टीवन कपूर ही रैप के बादशाह अपाचे इंडियन हैं। हैम्सवर्थ बर्मिंघम में जन्मे अपाचे इंडियन को, भारत के संगीत प्रेमियों से रैप म्यूजिक का परिचय करवाया था। १९९० के दशक में उन्होंने, एक से एक बढ़ कर हिट एल्बम दिए। उनका गीत बूमशकलक दुनिया में इतना लोकप्रिय हुआ कि इसका ८ हॉलीवुड फिल्मों में उपयोग किया गया। स्टीरियो नेशन और बैली सागू के साथ अपाचे इंडियन का एक एल्बम प्रेटी बेबी (२०१५) काफी सफल रहा।

पंजाब से कनाडा जैज़ी बी
नवांशहर पंजाब में जन्मे जैज़ी बी का असली नाम जसविंदर सिंह बैंस है। उनका संगीत करियर कनाडा में परवान चढ़ा।  उनके कई सोलो एल्बम रिलीज़ हो चुके हैं।  उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी गाया है। एक्टर जॉन अब्राहम के एक्टिंग करियर की शुरुआत जैज़ी बी के सूरमा (२०००) गीत से हुई थी। उनके गीतों के वीडियो से सेलिना जेटली, महक चहल, एशा गुप्ता, सुरवीन चावला, आदि ग्लैमरस एक्ट्रेस का परिचय हुआ। वह स्नूप डॉग के साथ मोस्ट वांटेड कर चुके हैं।

कुछ दूसरे रैपर
इन रैपर के अलावा एमीवे, नोएल सीन, ब्रोधा वी, जे-स्टार, इमरान खान, आदि नाम भी भारतीय रैपरों की सूची में शुमार हैं। हालाँकि, बोहेमिया पाकिस्तानी पंजाबी रैपर हैं। लेकिंन, उन्होंने बॉलीवुड की फिल्मों चांदनी चौक टू चाइना, ८*१० तस्वीर, देसी बॉयज और डिशूम फिल्मों के लिए गीत गाये हैं।  उनके एल्बम सोनी म्यूजिक, यूनिवर्सल म्यूजिक और टी-सीरीज द्वारा जारी किये गए हैं। 


यह युवा महिला रैपर भी
कुछ महिला रैपर भी इंडियन रैप का नाम दुनिया में रोशन कर रही हैं. इनमे डीएन सेक्वेरा सबसे युवा रैपर हैं। वह रैपर, गायिका, गीतकार और कंपोजर है। रेमो देसूजा ने अपनी फिल्म एबीसीडी के बेज़ुबान ट्रैक में मोहित चौहान के साथ डीएन की आवाज़ का उपयोग किया।  गोवा में जन्मी यह रैपर मीका सिंह और सुज़ाने डिमेलो के साथ काम कर चुकी हैं।  उनका पहला अंग्रेजी गीत १५ साल की उम्र में श्रोताओं के सामने आया था। चेन्नई की सोफ़िया अशरफ ३१ साल की हैं।  उनकी गिनती प्रतिभाशाली तमिल रैपर में की जाती है। उनके गीतों की खासियत होती है कि वह सामजिक समस्याओं पर अपनी रचना करती है। मसलन, उद्योगों द्वारा कचरे का उचित निस्तारण नहीं करने, भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों को ठीकठाक मुआवज़ा न दिए जाने, आदि पर उनकी रचनाये पढ़ने-सुनने में आती है। दिल्ली में जन्मी इशिता कौर का मुक़ाबला, डीएन के साथ सबसे युवा भारतीय महिला रैपर के खिताब के लिए हुआ था। ईश कौर नाम से मशहूर  इस रैपर का करियर हिपहॉप गरौ गैंगस्टर सोल के साथ शुरू हुआ। यु ट्यूब पर इस रैपर का बड़ा नेटवर्क है। वह युवाओं की ज़िन्दगी पर रैप करना पसंद करती हैं। दीपा उन्नीकृष्णन को रैप की दुनिया में डी एमसी के नाम से जाना जाता है। बाहरी मुंबई में रहने वाली दीपा का करियर २०१२ में शुरू हुआ था। वह लिंग भेद के खिलाफ रैप सांग तैयार करती है। उनका गीत टॉक माय वे काफी लोकप्रिय हुआ था। वह इकलौती महिला रैपर हैं, जिसे रेडियो सिटी ९१.१ में फ्रीडम अवार्ड्स २०१५ के लिए नामित किया गया था। रैपर मंज म्यूजिक की पत्नी हैं निंदी कौर। वह ब्रिटिश इंडियन गायिका हैं।उनका रैप करियर २००४ में शुरू हुआ। बाद में उन्होंने आरडीबी को ज्वाइन किया। उन्होंने पहली बार बॉलीवुड फिल्म आलू चाट के लिए गाया।  उनका पहला एल्बम निंदीपेन्डेन्ट २०११ में रिलीज़ हुआ। उनके रफ़्तार के साथ दो ट्रैक भी रिलीज़ हो चुके हैं। 

गली बॉय को प्रेरित करने वाले नैज़ी
जिस रैप स्टार पर, रणवीर सिंह अभिनीत फिल्म गली बॉय बनी है, उस रैपर के बारे में जानना भी दिलचस्प होगा। गली बॉय में रणवीर सिंह के किरदार का नाम मुराद है। दरअसल, स्क्रीन का मुराद ही रैपर मुंबई के विवियन फर्नॅंडेज़ उर्फ़ डिवाइन हैं। कॉलेज से निकलने के बाद, २०११ से विवियन रैप की और मुड़े। वह अपनी चॉल और मुंबई की गलियों में गया करते थे।  शुरू में चर्च में गाना शुरू किया।  वही उन्हें डिवाइन नाम मिला। उनके पहले हिंदी सिंगल ये मेरा बॉम्बे ने उन्हें  रैप की दुनिया में मशहूर कर दिया। साथ रैपर नैज़ी के साथ उनके गीत मेरे गली में ने उन्हें मुख्य धारा के रैप में स्थापित कर दिया। उनका सिंगल जंगली शेर भी काफी पॉपुलर हुआ। उन्होंने नुक्लेया के साथ इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक में सहभागिता की।

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