मुंबई दिल्ली मुंबई मराठी निर्देशक सतीश रजवाड़े की हिंदी रोम कॉम फिल्म का नाम है। इस फिल्म में शिव पंडित और पिया बाजपेई मुख्य भूमिका में है। यह फिल्म सतीश रजवाड़े की २०१० में रिलीज़ मराठी की हिट फिल्म मुंबई पुणे मुंबई का हिंदी रीमेक है. मुंबई पुणे मुंबई एक लड़की की कहानी है, जिसे अपने पुरुष मित्र की तलाश है, क्योंकि, उसकी माँ चाहती है कि वह अब शादी कर ले. इस फिल्म में स्वप्निल जोशी और मुक्ता बर्वे मुख्य भूमिका में थे। बाद में इस फिल्म का सीक्वल भी बनाये जाने की खबर थी। सतीश अपनी मराठी फिल्म को हिंदी में शाहिद कपूर के साथ बनाना चाहते थे। प्रारम्भ में शाहिद रीमेक में काम करने के लिए तैयार भी थे। लेकिन, फिर वह पीछे हट गए। सतीश ने शिव पंडित के साथ पिया को लेकर फिल्म का निर्माण पूरा कर लिया. अब यह फिल्म वायाकॉम १८ द्वारा २६ सितम्बर को रिलीज़ की जा रही है.
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 21 September 2014
मुंबई पुणे मुंबई बनी मुंबई दिल्ली मुंबई
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 19 September 2014
कुछ ख़ास मज़ा नहीं आया इस दावत-ए -इश्क़ में
यशराज फिल्म्स का एक गिरोह जैसा बन गया है। इनकी फिल्मों का एक सेट बन गया है. यशराज बैनर की तमाम छोटे बजट की फ़िल्में छोटे शहरों पर केंद्रित होती हैं. आजकल, बॉलीवुड को लखनऊ ख़ास रास आने लगा है। रोमांस और कॉमेडी का तड़का रहता है। वही परिणीति चोपड़ा कभी सुशांत सिंह राजपूत के साथ तो कभी अर्जुन कपूर या रणवीर सिंह के रोमांस करती नज़र आती हैं. उनकी अभिनय की सीमित रेंज है. उनका अपना स्ट्रुक्टर है. वह आम तौर पर तेज़ तर्रार या यो कहिये बोल्ड लड़की के रूप में नज़र आती हैं. वह बोल्ड संवाद बेझिझक बोल डालती हैं. जैसे ही मौका लगता है अपने हीरो के साथ सो भी लेती हैं. यह इमेज परिणीति के किरदारों की बन चुकी है. हबीब फैसल को छोटे शहर के या माध्यम वर्ग के किरदारों पर छोटे बजट की फ़िल्में बनाने में महारत हासिल है। दो दूनी चार और इशकजादे में उन्होंने अपने कौशल का परिचय भी दिया था। परिणीति चोपड़ा और हबीब फैसल इशकजादे के बाद दूसरी बार एक साथ हैं। इसलिए दर्शकों की उम्मीदें ख़ास होना लाज़िमी भी है। इस बार फैसल ने परिणीति के साथ आदित्य रॉय कपूर को लिया है। परिणीति हैदराबाद की एमबीए लड़की हैं. वह अमेरिका जाना चाहती हैं. पर दहेज़ आड़े आता है। हर आने वाला रिश्ता दहेज़ की वजह से जुड़ने से पहले ही टूट जाता है। परिणीति टीवी पर राधा रेड्डी का दहेज़ विरोधी अधिनियम ४९८ ए के बारे में सुनती है। वह अपने पिता के साथ लखनऊ आ जाती है, ताकि, दहेज़ के लालची लोगों को झूठी शादी कर फंसाये और शादी के बाद दहेज़ माँगने का आरोप लगा कर पैसे ऐंठ सके. सुनने में यह कहानी दिलचस्प लगती है, पर कहानी चलने से पहले ही दर्शक जान जाता है कि हैदराबाद की एमबीए और लखनऊ शेफ की शादी हो कर रहेगी। होता भी वैसा है। लेकिन,सब कुछ बेहद उदासीन तरीके से। हबीब फैसल स्टार्ट और कट बोलते हैं. इन दो शब्दों के बीच परिणीति चोपड़ा, कभी आदित्य के साथ कभी अन्य पात्रों के साथ संवाद बोल कर निकल लेती हैं. इससे होता यह है कि दर्शकों को न तो लखनऊ के खाने का स्वाद आता है, न रोमांस का मज़ा।
परिणीति चोपड़ा ने अपनी इमेज के अनुरूप किरदार तो किया है। पर इसमे बोलडनेस गायब है। उन्हें देख कर लखनऊ का दर्शक भी शहर देखने के बजाय चीखना चिल्लाना शुरू कर देता है कि अब बोल्ड संवाद और चुम्बन आलिंगन देखने को मिलेगा। पर दोनों ही चीज़े परिणीति की पहले की फिल्मों की तुलना में कम भी हों और ठंडी भी। आदित्य के साथ परिणीति के केमिस्ट्री जमी नहीं। वैसे आदित्य कहीं कहीं प्रभावित करते हैं। पर उन्हें संवाद बोलने में कठिनाई आती है। अनुपम खेर ने अपने सर की विग की तरह अपना काम भी किया है। आजकल यशराज फिल्म के मालिक आदित्य चोपड़ा टीवी कलाकारों को छोटा मोटा मौका दे रहे हैं। इस फिल्म में करण वाही को बेकार किया गया है। अन्य सब कलाकार भरपाई का काम कर जाते हैं.
हबीब फैसल ने फिल्म को खुद ही लिखा है। पर कुछ कल्पनाशील नहीं दे पाये। सब कुछ घिसा पिटा सा है। साजिद वाजिद का संगीत सिनेमाघर में ही ठीक लगता है। फिल्म की लम्बाई काम हैं अन्यथा फिल्म को ज़्यादा झेलना मुश्किल हो जाता।
परिणीति चोपड़ा ने अपनी इमेज के अनुरूप किरदार तो किया है। पर इसमे बोलडनेस गायब है। उन्हें देख कर लखनऊ का दर्शक भी शहर देखने के बजाय चीखना चिल्लाना शुरू कर देता है कि अब बोल्ड संवाद और चुम्बन आलिंगन देखने को मिलेगा। पर दोनों ही चीज़े परिणीति की पहले की फिल्मों की तुलना में कम भी हों और ठंडी भी। आदित्य के साथ परिणीति के केमिस्ट्री जमी नहीं। वैसे आदित्य कहीं कहीं प्रभावित करते हैं। पर उन्हें संवाद बोलने में कठिनाई आती है। अनुपम खेर ने अपने सर की विग की तरह अपना काम भी किया है। आजकल यशराज फिल्म के मालिक आदित्य चोपड़ा टीवी कलाकारों को छोटा मोटा मौका दे रहे हैं। इस फिल्म में करण वाही को बेकार किया गया है। अन्य सब कलाकार भरपाई का काम कर जाते हैं.
हबीब फैसल ने फिल्म को खुद ही लिखा है। पर कुछ कल्पनाशील नहीं दे पाये। सब कुछ घिसा पिटा सा है। साजिद वाजिद का संगीत सिनेमाघर में ही ठीक लगता है। फिल्म की लम्बाई काम हैं अन्यथा फिल्म को ज़्यादा झेलना मुश्किल हो जाता।
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फिल्म समीक्षा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
यह सोनम "खूबसूरत" कपूर नहीं है !
शशांक घोष के निर्देशन में सोनम कपूर की फिल्म खूबसूरत की १९८० में रिलीज़ ऋषिकेश मुख़र्जी के निर्देशन में रेखा की फिल्म खूबसूरत की तुलना कतई नहीं की जानी चाहिए। क्योंकि, इस लिहाज़ से सोनम कपूर रेखा की पासंग भी नहीं हैं। लेकिन, अगर शशांक की सोनम कपूर को बतौर एक्टर आकलन किया जाए तो सोनम कपूर बेहद कमज़ोर अभिनेत्री साबित होती हैं. उनकी कन्वेंटी हिंदी कोफ़्त पैदा करती है। ऐसा लगता है जैसे वह च्युइंगगम चबाते हुए अपने संवाद बोल रही हैं. खूबसूरत सोनम कपूर के करैक्टर डॉ मिली चक्रवर्ती पर केंद्रित है। वह आईपीएल टीम की फिजिओ हैं. उन्हें एक महाराजा का इलाज़ करने के लिए कहा जाता है. पूरी फिल्म की डॉ सोनम कपूर किधर भी न तो डॉ लगती हैं, डॉक्टरी करती हैं. रंग बिरंगी पोशाकें पहन कर, बचकानी हरकते करके वह खुद को मासूम तो साबित नहीं कर पाती, बेवक़ूफ़ ज़रूर लगती हैं. इस फिल्म को लिखने में महिलाओं की मुख्य भागीदारी है। डी एन मुख़र्जी की कहानी का स्क्रीनप्ले इंदिरा बिष्ट ने लिखी है और पात्रों को संवाद जूही चतुर्वेदी की कलम से निकले है. इनके संवादों की सिर्फ एक बानगी देखिये, जब सोनम कपूर फवाद खान से पूछती हैं, "क्या तुम्हे गंदे गंदे ख्याल नहीं आते." संगीत स्नेह खानवलकर का है। सीमाब सेन ने पार्श्व संगीत दिया है. सभी बेहद कमज़ोर साबित हुए हैं. फवाद खान पाकिस्तान के जाने माने अभिनेता हैं। लेकिन, उनके अभिनय में कच्चापन साफ़ नज़र आता है. वह सोनम कपूर के सामने सहमे सहमे से लगते हैं. वह किसी स्टेट के प्रिंस तो किसी कोण से नहीं नज़र आते। सोनम और फवाद के बीच कोई रोमांटिक केमिस्ट्री नहीं बन पाती। इन दोनों का चुम्बन भी बेहद ठंडा लगता है। रत्ना पाठक किसी भी कोण से रानी नहीं लगती हैं. उनका अभिनय भी बेहद खराब है। किरण खेर को देख कर ऊब लगती है. नाहक लाउड अभिनय करती हैं। प्रसेनजित चटर्जी, राजा हुसैन, गार्गी पटेल, मेहमान भूमिका में अदिति राव हैदरी और साइरस साहूकार को जाया किया गया है.
खूबसूरत का निर्माण अनिल कपूर की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी ने वाल्ट डिज्नी ने किया है। अनिल कपूर का पुत्री मोह तो समझ में आता है. लेकिन,वाल्ट डिज्नी की समझ पर तरस आता है. यह स्टुडिओ पूरे विश्व में कैसे इतना मशहूर बन गया है.
बहरहाल, इस फिल्म को आप देखना चाहें तो अपने रिस्क पर देखें। सर दर्द की गोलियां सप्लाई नहीं की जा सकतीं हैं
खूबसूरत का निर्माण अनिल कपूर की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी ने वाल्ट डिज्नी ने किया है। अनिल कपूर का पुत्री मोह तो समझ में आता है. लेकिन,वाल्ट डिज्नी की समझ पर तरस आता है. यह स्टुडिओ पूरे विश्व में कैसे इतना मशहूर बन गया है.
बहरहाल, इस फिल्म को आप देखना चाहें तो अपने रिस्क पर देखें। सर दर्द की गोलियां सप्लाई नहीं की जा सकतीं हैं
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फिल्म समीक्षा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
गणेश आचार्य की 'हे ब्रो' में बिग बी के ठुमके
गणेश आचार्य की फिल्म 'हे ब्रो' में बिग बी ने गणेश आचार्य के तैयार स्टेप्स पर ठुमके लगाएं। पेश है एक फोटो झलक -
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'खूबसूरत' साबित होगी 'दावत-ए-इश्क़' !
आज कुल चार फ़िल्में रिलीज़ हो रही हैं. दो फ़िल्में बड़े बैनर्स की हैं. वाल्ट डिज्नी और अनिल कपूर फिल्म्स की खूबसूरत और यशराज फिल्म्स की दावत-ए-इश्क़ के मुकाबले Ciemme एंटरटेनमेंट की पॉकेट गैंगस्टर और फैंटम प्रोडक्शंस और दार मोशन पिक्चर्स की अग्ली रिलीज़ हो रही हैं. बाद की दो फ़िल्में अपने कंटेंट के लिहाज़ से माउथ पब्लिसिटी पर निर्भर कर रही हैं. वैसे अग्ली के साथ अनुराग कश्यप का फैंटम बैनर है. लेकिन, दर्शक बंटेगा दो फिल्मों ख़ूबसूरत और दावत-ए-इश्क़ के बीच. यह दोनों हलकी फुलकी रोमांस फ़िल्में हैं. अपनी फिल्मों के प्रचार के लिए इन फिल्मों की स्टार कास्ट ने दिन रात एक कर दिए हैं.शशांक घोष के निर्देशन में सोनम कपूर और फवाद खान का भविष्य खूबसूरत पर टिका है. खास तौर पर सोनम कपूर को खुद को २१ वी शताब्दी के बॉलीवुड की रेखा साबित करना है. इस लिहाज़ से आदित्य रॉय कपूर और परिणीति चोपड़ा को हबीब फैसल के निर्देशन में सोनम कपूर की चुनौती से ही निबटना है. कौन जीतेगा ख़ूबसूरत और दावत-ए-इश्क़ के बीच की जंग में. या दोनों ही फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर निबट जाएंगी? मतलब चार फ़िल्में भी हो सकता है. वीकेंड तक का इंतज़ार तो करना ही होगा.
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इस शुक्रवार
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Thursday, 18 September 2014
दिसंबर में रिलीज़ होगी होब्बिट सीरीज की तीसरी फिल्म
जे आर आर टोल्किन के उपन्यास द होब्बिट पर आधारित होब्बिट सीरीज की तीसरी फिल्म द होब्बिट द बैटल ऑफ़ द फाइव आर्मीज १२ दिसंबर २०१४ को रिलीज़ होने जा रही है . वार्नर ब्रोठेर्स पिक्चर्स की यह फिल्म २५० मिलियन डॉलर के बजट से बनायीं गयी है. इस फिल्म में इयान मैक्लीन, मार्टिन फ्रीमैन, रिचर्ड आर्मिटेज, ल्यूक एवंस, ली पेस, आदि मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म का निर्देशन पीटर जैक्सन ने किया है.
http://www.thehobbit.com/images/HOBBIT_tapestry_art_large.jpg
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Hollywood
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ऋतिक रोशन और कटरीना कैफ की फिल्म बैंग बैंग का टाइटल ट्रैक रिलीज़
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फोटो फीचर
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Wednesday, 17 September 2014
जारी हुआ बैंग बैंग का टाइटल ट्रैक "बैंग बैंग "
मुंबई के जुहू स्थित पीवीआर सिनेमा में ऋतिक रोशन और कटरीना कैफ की फिल्म बैंग बैंग का टाइटल ट्रैक जारी हुआ। इस मौके पर फिल्म के नायक नायिका ऋतिक रोशन और कटरीना कैफ निर्देशक सिद्धार्थ आनंद के के साथ मौजूद रहे। बैंग बैंग के टीज़र पोस्टर को मिले दर्शकों के अब तक के रिस्पांस से खुश ऋतिक रोशन ने कहा, "बैंग बैंग मेरी श्रेष्ठ फिल्मों में से एक है ". उन्होंने बताया कि इस फिल्म के लिए हमने बहुत मेहनत की है। मैंने अपना श्रेष्ठ देने की पूरी कोशिश की है' "इसमे मेरे बिलकुल डिफरेंट एक्शन सींस हैं." जब ऋतिक से पूछा गया कि २ अक्टूबर को हैदर भी रिलीज़ हो रही है तथा क्या इससे किसी एक फिल्म को नुकसान नहीं होगा तो उन्होंने कहा, "दो अक्टूबर के दिन दो फ़िल्में असाधारण प्रदर्शन करेंगी" इस मौके पर कटरीना कैफ भी मौजूद थीं। वह काफी खुश नज़र आ रही थीं और कभी अकेले और कभी ऋतिक के साथ फोटोग्राफरों को मुस्कुराते हुए पोज़ दे रही थीं। जब उनसे बैंग बैंग ट्रैक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "ऋतिक'स पार्ट इन द बैंग बैंग टाइटल ट्रैक इज़ सेंसुओस।"
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गीत संगीत
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सोनी पर पंद्रह दिनों तक होगा प्रताप का विवाह
सोनी टेलीविज़न के शो भारत के वीर पुत्र महाराणा प्रताप में युवा प्रताप का विवाह होने जा रहा है। मेवाड़ के कुंवर प्रताप का यह विवाह समारोह शानदार होगा। विवाह की औपचारिकताएं १५ दिनों तक चलेंगी. इस लिहाज़ से कुंवर प्रताप की शादी टेलीविज़न के की महा वेडिंग बनने जा रही है। सेट की राजपुताना परंपरा की सजावट की गयी है। कुंवर प्रताप और उनकी भावी पत्नी अजदबे के लिए खूबसूरत लिबास सिलवाये गए हैं। सजे धजे ढेरों बाराती आगामी कड़ियों की रौनक बढाएँगे. अपनी टीवी की इस शाही शादी के बारे में बताते हुए स्क्रीन पर प्रताप की भूमिका करने वाले एक्टर फैसल खान कहते हैं, "मेरी उम्र के लडके की शादी का सवाल ही नहीं उठता। पर मैं रील लाइफ की शादी का मज़ा लूट रहा हूँ. मेरे और अजदबे की पोशाकें बड़ी शानदार हैं. दर्शकों को भी टीवी पर इस महा विवाह को देखने में आनंद आएगा। "
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Television
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Tuesday, 16 September 2014
बिपाशा बासु के सुपरमॉडल से सुपर एक्ट्रेस बनने का "राज़" !
बचपन में टॉमबॉय जैसी रहने वाली बिपाशा बासु मॉडल बनना चाहती थीं। बिपाशा बासु के लिए मॉडलिंग का रास्ता तब खुला, जब उनका परिवार दिल्ली से शिफ्ट हो कर कलकत्ता चला गया। वहां एक होटल में मशहूर मॉडल मेहर जेसिया ने बिपाशा बासु को देखा। मेहर अभिनेता और फिल्म निर्माता अर्जुन रामपाल की पत्नी हैं। मेहर ने बिपाशा बासु को मॉडल बनने का रास्ता सुझाया। १९९६ में बिपाशा बासु ने गोदरेज सिंथोल सुपरमॉडल कांटेस्ट और फोर्ड मॉडल्स ऑफ़ द वर्ल्ड कांटेस्ट जीता। न्यू यॉर्क में बिपाशा बासु का बतौर मॉडल करियर चल निकला। वह हिन्दुस्तान की १७ साल में सुपरमॉडल बनने वाली प्रतिभागी थी.
आज किसी भी मॉडल को फ़िल्में मिल जाना आसान है। उस समय भी ऐसा ही था, पर इतना आसान भी नहीं। Calida के विज्ञापन में वह डिनो मोरया के साथ काफी बिंदास ढंग से पेश आ रही थीं। इसके कारण उन्हें इलाके के लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा। मगर बतौर नायिका पहली फिल्म भी मिली। पर, उस समय भी बिपाशा बासु सुपरमॉडल ही बनीं रहना चाहती थीं। क्योंकि, अब्बास मस्तान की फिल्म अजनबी में करीना कपूर की सह नायिका बनना उन्हें रास नहीं आ रहा था। बहरहाल, उस समय बॉलीवुड के भट्ट बंधू विक्रम भट्ट के निर्देशन में राज़ का निर्माण कर रहे थे। इस फिल्म में नायक डिनो मोरया की नायिका लिसा रे थीं। लिसा रे के साथ विक्रम भट्ट की पहली फिल्म कसूर को अच्छी सफलता मिली थी। विक्रम भट्ट ने राज़ के लिए भी लिसा रे को साइन किया था। शूटिंग के दौरान बिपाशा बासु डिनो से मिलने आती रहती थीं। पूरी यूनिट बिपाशा से अच्छी तरह से परिचित थी। या यों कहिये की दोस्ताना सा बन गया था। अब हुआ यह कि किन्ही कारणों से लिसा रे ने राज़ छोड़ दी। विक्रम भट्ट और भट्ट बंधू हीरोइन की तलाश में थे। बिपाशा बासु नज़रों के सामने थी। उस समय तक बिपाशा की पहली फिल्म अजनबी रिलीज़ हो चुकी थी। बिपाशा बासु के लिए रिजल्ट अच्छा नहीं रहा था। इसलिए वह आगे फ़िल्में करना नहीं चाहती थीं। पर भट्टों ने बिपाशा बासु को इमोशनल ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उन्होंने बिपाशा को डिनो के करियर का वास्ता दिया। अंततः बिपाशा बासु राज़ करने के लिए तैयार हो गयीं। २ फरवरी २००२ को राज़ रिलीज़ हुई। फिल्म ने, उस समय बॉक्स ऑफिस पर ३७ करोड़ की कमाई की। फिल्म आल टाइम ब्लॉकबस्टर साबित हुई. बिपाशा बासु, सुपरमॉडल से आज की सुपर एक्ट्रेस बिपाशा बासु बन गयीं।
आज किसी भी मॉडल को फ़िल्में मिल जाना आसान है। उस समय भी ऐसा ही था, पर इतना आसान भी नहीं। Calida के विज्ञापन में वह डिनो मोरया के साथ काफी बिंदास ढंग से पेश आ रही थीं। इसके कारण उन्हें इलाके के लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा। मगर बतौर नायिका पहली फिल्म भी मिली। पर, उस समय भी बिपाशा बासु सुपरमॉडल ही बनीं रहना चाहती थीं। क्योंकि, अब्बास मस्तान की फिल्म अजनबी में करीना कपूर की सह नायिका बनना उन्हें रास नहीं आ रहा था। बहरहाल, उस समय बॉलीवुड के भट्ट बंधू विक्रम भट्ट के निर्देशन में राज़ का निर्माण कर रहे थे। इस फिल्म में नायक डिनो मोरया की नायिका लिसा रे थीं। लिसा रे के साथ विक्रम भट्ट की पहली फिल्म कसूर को अच्छी सफलता मिली थी। विक्रम भट्ट ने राज़ के लिए भी लिसा रे को साइन किया था। शूटिंग के दौरान बिपाशा बासु डिनो से मिलने आती रहती थीं। पूरी यूनिट बिपाशा से अच्छी तरह से परिचित थी। या यों कहिये की दोस्ताना सा बन गया था। अब हुआ यह कि किन्ही कारणों से लिसा रे ने राज़ छोड़ दी। विक्रम भट्ट और भट्ट बंधू हीरोइन की तलाश में थे। बिपाशा बासु नज़रों के सामने थी। उस समय तक बिपाशा की पहली फिल्म अजनबी रिलीज़ हो चुकी थी। बिपाशा बासु के लिए रिजल्ट अच्छा नहीं रहा था। इसलिए वह आगे फ़िल्में करना नहीं चाहती थीं। पर भट्टों ने बिपाशा बासु को इमोशनल ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उन्होंने बिपाशा को डिनो के करियर का वास्ता दिया। अंततः बिपाशा बासु राज़ करने के लिए तैयार हो गयीं। २ फरवरी २००२ को राज़ रिलीज़ हुई। फिल्म ने, उस समय बॉक्स ऑफिस पर ३७ करोड़ की कमाई की। फिल्म आल टाइम ब्लॉकबस्टर साबित हुई. बिपाशा बासु, सुपरमॉडल से आज की सुपर एक्ट्रेस बिपाशा बासु बन गयीं।
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कैसे मिली फिल्म
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Monday, 15 September 2014
'सुपर नानी' में रेखा का नर्गिस अवतार !
नीचे दी गयी दो फोटोज को देखिये। इन फोटोज को देख कर किसी को भी मेहबूब खान की १९५८ में रिलीज़ कालजयी फिल्म मदर इंडिया की नर्गिस की याद हो सकती है। नर्गिस का बैलों के मर जाने के बाद हल को खुद अपने कंधे पर रख कर चलाने का चित्र उस समय काफी लोकप्रिय और चर्चित हुआ था। नर्गिस की याद ताज़ा कर देने वाला रेखा का यह पोज़ उनकी दीवाली वीकेंड में रिलीज़ होने जा रही फिल्म सुपर नानी का है। सुपर नानी में रेखा ने एक चिड़चिड़ी अमीर और अकेली औरत का किरदार किया है। रेखा ने इंद्र कुमार की फिल्म में युवा और बूढी स्त्री का किरदार किया है। यह चित्र उनके उसी दौर का है। इंद्र कुमार की सुपर नानी श्वेता कुमार के लिए ख़ास है। श्वेता फिल्म के निर्देशक इंद्र कुमार की बेटी हैं। श्वेता ने २००८ में हिमेश रेशमिया के साथ फिल्म क़र्ज़ से फ्लॉप बॉलीवुड डेब्यू किया था। इत्तेफ़ाक़ की बात यह है कि श्वेता की यह फिल्म रेखा की लम्बे समय बाद वापसी फिल्म है । क्या रेखा की वापसी फिल्म से श्वेता की हिट वापसी होगी!
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ये ल्लों !!!
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सिंहासन बत्तीसी की यूनिट ने की पार्टी
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Television
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Sunday, 14 September 2014
क्यों नाराज़ हुई द टाइम्स इंडिया के वेब पोर्टल/ट्विटर पेज पर दीपिका पादुकोण !!!
कहा जा सकता है कि दीपिका पादुकोण की अजब महिमा !
इस शुक्रवार उनकी द्विभाषी फिल्म फाइंडिंग फेनी रिलीज़ हुई है. क्रिटिक और
बॉक्स ऑफिस की माने तो फाइंडिंग फेनी हिट है. इसके बावजूद दीपिका पादुकोण
ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पोर्टल में पब्लिश अपनी कुछ क्लीवेज
शोइंग फोटोज को ट्विटर पर डाल कर कुछ यो ट्वीट किया- "Supposedly India's
'LEADING' newspaper and this is 'NEWS'!!??"/ "YES!I am a Woman.I have
breasts AND a cleavage! You got a problem!!??"/ "Dont talk about Woman's
Empowerment when YOU don't know how to RESPECT Women!"
यहाँ ख़ास बात यह है कि उनके यह चित्र चेन्नई एक्सप्रेस की रिलीज़ के दौरान के हैं. इस पोर्टल ने जब इन्हे डाला है, उस पर कमेंट्स कोई तीन चार महीने पहले के हैं. ऐसे में यह फोटो पिछले तीन महीने से पोर्टल पर हैं. तब दीपिका का आज इस प्रकार का ट्वीट करना समझ में नहीं आता. क्या यह फाइंडिंग फेनी को सुर्खियां देने का कारनामा है? क्योंकि,यह ट्वीट टाइम्स ऑफ़ इंडिया के ट्विटर पेज पर (देखें ऊपर का चित्र) आज दोपहर कोई १२ बजे डाला गया था. जिसे अब डिलीट कर दिया गया है.
यहाँ ख़ास बात यह है कि उनके यह चित्र चेन्नई एक्सप्रेस की रिलीज़ के दौरान के हैं. इस पोर्टल ने जब इन्हे डाला है, उस पर कमेंट्स कोई तीन चार महीने पहले के हैं. ऐसे में यह फोटो पिछले तीन महीने से पोर्टल पर हैं. तब दीपिका का आज इस प्रकार का ट्वीट करना समझ में नहीं आता. क्या यह फाइंडिंग फेनी को सुर्खियां देने का कारनामा है? क्योंकि,यह ट्वीट टाइम्स ऑफ़ इंडिया के ट्विटर पेज पर (देखें ऊपर का चित्र) आज दोपहर कोई १२ बजे डाला गया था. जिसे अब डिलीट कर दिया गया है.
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ये ल्लों !!!
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Friday, 12 September 2014
लॉरेन गोटलिब 'झलक दिख ला जा' में परफॉर्म करेंगी !
इंटरनेशनल डांसिंग सेंसेशन लॉरेन गोटलिब का रियलिटी शो झलक दिख ला जा में बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। उन्हें टीवी दर्शकों का बेहिसाब प्यार और समर्थन भी मिल रहा है. रेमो डि सूज़ा की फिल्म ए बी सी डी : एनी बॉडी कैन डांस में अपनी डांस प्रतिभा से सुर्ख़ियों में आई गोटलिब की मुश्किलें कम नहीं हो रहीं। शो के दौरान उनकी तबियत बिगड़ने पर उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। जांच में उनकी किडनी में स्टोन पाया गया। अब झलक दिखला जा आखिरी चरण में है। लेकिन, लॉरेन को एक बार फिर दर्द ने घेर लिया है। उन्हें आराम करने की सलाह दी गयी है। क्या लॉरेन गोटलिब रेस्ट लेंगी? लॉरेन कहती हैं, "शो मस्ट गो ऑन। " उनके इस जुमले से क्या अर्थ निकाला जाये. इसलिए यही पूछा जा सकता है कि क्या लॉरेन अपना फाइनल परफॉरमेंस दे पाएंगी !
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
प्राइसलेस अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा
प्रियंका चोपड़ा की मुख्य भूमिका वाली फिल्म मैरी कॉम का ४३ करोड़ कमा ले जाना बड़ी बात नहीं. बड़ी बात यह है कि किसी महिला प्रधान फिल्म को, जिसमे अभिनेत्री डोमिनेट करती हो, इतनी अच्छी ओपनिंग मिलना। मैरी कॉम ने पहले दिन ७.५० करोड़ का बिज़नेस किया। इस फिल्म का वीकेंड २७.५० करोड़ का हुआ। यह पांच बार की वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम के किरदार को परदे पर जीवंत बनाने वाली प्रियंका चोपड़ा की व्यक्तिगत सफलता थी। उन्होंने मैरी कॉम को इस शिद्दत से जिया कि वह सीधे दर्शकों के दिलों में उतर गयीं। इसके साथ ही अफवाहें उड़ानी लगी कि प्रियंका चोपड़ा को किरण बेदी पर फिल्म के लिए १० करोड़ और एक ब्रांड एंडोरस करने के एवज में ११ करोड़ के ऑफर मिले हैं. जब एक पीसी में यह पूछा गया कि इस फिल्म और ब्रांड इंडोर्समेंट के बाद तो आप हाई पेड एक्ट्रेस बन गयीं हैं, तो अदाकारा का जवाब था, "मैं तो प्राइसलेस हूँ." यह जवाब सुन कर प्रेस के लोग लाजवाब हो गये.
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ये ल्लों !!!
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बिपाशा बासु और विक्रम भट्ट की सफल क्रीचर ३ डी
बॉलीवुड की सेक्सी ब्यूटी बिपाशा बासु और हॉरर फिल्मों के माहिर निर्देशक विक्रम भट्ट। बिपाशा बासु और विक्रम भट्ट की जोड़ी पहली बार २००२ में रिलीज़ फिल्म राज से बनी। यह एक थ्रिलर हॉरर फिल्म थी. फिल्म हिट हुई. राज ने बिपाशा बासु को बॉलीवुड में स्थापित कर दिया. बिपाशा बासु बॉलीवुड की सबसे सेक्सी और उत्तेजनापूर्ण अभिनेत्री साबित हो गयीं. विक्रम भट्ट ने हॉरर फिल्मों में अपनी पकड़ बना ली। बिपाशा बासु के साथ विक्रम भट्ट की फिल्म राज ३ डी भी सुपर हिट गयी। इसीलिए जब इन दोनों की एक साथ फिल्म क्रीचर ३ डी का ऐलान हुआ तो दर्शकों को इस जोड़ी से काफी अपेक्षाएं थी. इसमे कोई शक नहीं कि एक बार फिर बिपाशा बासु और विक्रम भट्ट सफल साबित होते हैं. विक्रम भट्ट की हॉरर की अपनी परिकल्पना है। इस बार उनकी कल्पना में क्रीचर है- एक मॉन्स्टर (ब्रह्मराक्षस). विक्रम भट्ट ने सुखमनी सडाना के साथ इस क्रीचर के इर्द गिर्द अच्छी कहानी लिखी है. पटकथा चुस्त दुरुस्त है और फिल्म की रफ़्तार तेज़ रखी गयी है. पूरे १३४ मिनट तक दर्शकों को अपनी सीट के किनारे पर बैठे रहना पङता है। विक्रम भट्ट ने क्रीचर के ट्रक पर और बिपाशा बासु के होटल पर हमला करने के दृश्यों में कल्पनाशीलता दिखाई है. गुफा पर क्रीचर पर हमले का सीक्वेंस सांस रोक देने वाला है। ऐसे दृश्यों से दर्शकों की उत्सुकता, उत्तेजना और रूचि बनी रहती है. फिल्म हिमाचल प्रदेश में एक होटल खोलने आयी अहाना की है. उसका अपना दुखद अतीत है। वह मुंबई छोड़ कर दूर पहाड़ी इलाके में इसीलिए आयी है कि कड़वी यादों से निजात पा सके और बुरे लोगों से बच सके। पर यहाँ भी क्रीचर उसे चैन से नहीं रहने देता। प्रेमी की बेवफाई भी उसे तोड़ देती है. वह आत्महत्या करना चाहती है। पर अंत में उस राक्षस का अंत करने का निर्णय लेती है. बिपाशा बासु कैसे कर पाती है ब्रह्म राक्षस का अंत! यही फिल्म का मज़ा है।
बिपाशा बासु को ऐसे किरदारों को करने में महारत हासिल है। वह राज ३ डी के बाद, एक बार फिर अच्छा काम कर ले जाती हैं. उनके नायक पाकिस्तान के इमरान अब्बास कमज़ोर अभिनेता तो हैं ही, बिपाशा बासु से उम्र में काफी छोटे लगते हैं. बिपाशा बासु पर अब उम्र भारी पड़ने लगी है. शायद इसीलिए उन्होने इमरान के साथ गर्मागर्म रोमांस नहीं किया। इससे दर्शकों को थोड़ी निराशा ज़रूर होती है। पर फिल्म का मज़ा काम नहीं होता। अन्य भूमिकाओं में दीपराज राणा, मुकुल देव, बिक्रमजीत सिंह, शेख समीर, शिरीष शर्मा, आदि ठीक ही हैं.
फिल्म का संगीत ख़ास नहीं। गीत न भी होते तो भी चलता। प्रवीण भट्ट ने क्रीचर के भय को उभरने लिए बड़ी चतुराई से फिल्म को कैमरा में उतार है। अब्बास अली मुग़ल के स्टंट फिल्म के थ्रिल के अनुरूप हैं। राजू राव का बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म में थ्रिल पैदा करने में सक्षम है।
विक्रम भट्ट की यह फिल्म दर्शकों को निराश नहीं करेगी. क्योंकि, उन्होंने पूरा ख्याल रखा है कि उनकी फिल्म में महिला शकित का प्रदर्शन हो. कहा जा सकता है कि बिपाशा बासु और विक्रम भट्ट की जोड़ी एक और सफल फिल्म देने जा रही है।
बिपाशा बासु को ऐसे किरदारों को करने में महारत हासिल है। वह राज ३ डी के बाद, एक बार फिर अच्छा काम कर ले जाती हैं. उनके नायक पाकिस्तान के इमरान अब्बास कमज़ोर अभिनेता तो हैं ही, बिपाशा बासु से उम्र में काफी छोटे लगते हैं. बिपाशा बासु पर अब उम्र भारी पड़ने लगी है. शायद इसीलिए उन्होने इमरान के साथ गर्मागर्म रोमांस नहीं किया। इससे दर्शकों को थोड़ी निराशा ज़रूर होती है। पर फिल्म का मज़ा काम नहीं होता। अन्य भूमिकाओं में दीपराज राणा, मुकुल देव, बिक्रमजीत सिंह, शेख समीर, शिरीष शर्मा, आदि ठीक ही हैं.
फिल्म का संगीत ख़ास नहीं। गीत न भी होते तो भी चलता। प्रवीण भट्ट ने क्रीचर के भय को उभरने लिए बड़ी चतुराई से फिल्म को कैमरा में उतार है। अब्बास अली मुग़ल के स्टंट फिल्म के थ्रिल के अनुरूप हैं। राजू राव का बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म में थ्रिल पैदा करने में सक्षम है।
विक्रम भट्ट की यह फिल्म दर्शकों को निराश नहीं करेगी. क्योंकि, उन्होंने पूरा ख्याल रखा है कि उनकी फिल्म में महिला शकित का प्रदर्शन हो. कहा जा सकता है कि बिपाशा बासु और विक्रम भट्ट की जोड़ी एक और सफल फिल्म देने जा रही है।
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फिल्म समीक्षा
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Monday, 8 September 2014
क्या २१ नवंबर को ज़रूर रिलीज़ होगी सैफअली खान की फिल्म !
सैफ अली खान और इलीना डी'क्रूज़ की फिल्म हैप्पी एंडिंग की रिलीज़ डेट बार बार बदल रही है। पहले यह फिल्म ६ दिसंबर को रिलीज़ होने जा रही थी। इससे हैप्पी एंडिंग का एक्शन जैक्सन और आल इज़ वेल से टकराव का खतरा पैदा हो गया था। फिर यकायक इस फिल्म को एक हफ्ता पहले रिलीज़ करने का ऐलान कर दिया गया। परन्तु , २८ अक्टूबर को अनुराग कश्यप की फिल्म बॉम्बे वेलवेट रिलीज़ हो रही थी। बॉम्बे वेलवेट आमिर खान की फिल्म पीके से डर कर भागी रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा की पीरियड फिल्म थी। अभी इस तारीख होने वाले दिलचस्प मुकाबले को लोग दिमाग में बैठ पाते कि इसे फिर एक हफ्ता पहले करके २१ नवंबर कर दिया गया। अब हैप्पी एंडिंग के सैफअली खान २१ नवंबर को अक्षय कुमार की फिल्म द शौक़ीनस को चुनौती देंगे। हैप्पी एंडिंग दिनेश विजन के साथ सैफअली खान की बतौर निर्माता आखिरी फिल्म है। इस फिल्म का निर्देशन ९९, शोर इन द सिटी और गो गोवा गॉन की राज निदिमोरू और कृष्ण डीके की जोड़ी ने स्पेशल अपीयरेंस भी है।
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अक्षय कुमार की 'बेबी' तापसी पन्नू दिल्ली में
अक्षय कुमार आजकल दिल्ली में अपनी २३ जनवरी २०१५ को रिलीज़ के लिए शिड्यूल फिल्म 'बेबी' की शूटिंग बड़ी तेज़ी से कर रहे हैं. नीरज पाण्डेय के साथ अक्षय की यह स्पेशल २६ के बाद दूसरी फिल्म है। यह फिल्म एक्शन थ्रिलर है। फिल्म की कहाँ बेबी यानि अक्षय कुमार की पत्नी के इर्द गिर्द घूमती है। फिल्म में अक्षय की पत्नी का किरदार तापसी पन्नू कर रही हैं. इस फिल्म की तमाम शूटिंग ग्रेटर नोएडा के गौतम बुद्धा यूनिवर्सिटी में शूट किये जाने के बाद दिल्ली में की जा रही है। बेबी की चर्चा अक्षय कुमार की ही एक अन्य फिल्म गब्बर के साथ रिलीज़ होने के कारण ख़ास हो रही है। इन दोनों फिल्मों का टकराव अनीस बज़्मी की फिल्म वेलकम बैक से हो सकता है।
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आज जी
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Sunday, 7 September 2014
उत्तर प्रदेश के मनोरंजन कर वालों से मुक्त नहीं है रानी की 'मर्दानगी' और प्रियंका की 'मैरी कॉम' !
उत्तर प्रदेश में किसी फिल्म को मनोरंजन कर से मुक्त करने की नीति अज़ब है.
अमूमन, कितना भी जोर लगा दिया जाए, कोई भी फिल्म २ हफ्ता चलने के बाद ही कर
मुक्त हो पाती है. कर मुक्ति का आदेश पूरे प्रदेश में एक बार १५ प्रिंट्स
के लिए ही लागू रहता है. इस शासनादेश को फिल्म के सम्बंधित वितरक को भेज
दिया जाता है. यह वितरक अपने स्तर पर तय करता है कि किस किस शहर में किस
किस स्क्रीन पर फिल्म टैक्स फ्री दिखायी जाएगी. वह इस सूचना को सम्बंधित
जनपद के मनोरंजन कर कार्यालय भेज देता है. मनोरंजन कार्यालय
तब उन सिनेमाघरों को सूचित करता है. यह एक लम्बी, थकाऊ और उबाऊ प्रक्रिया
है. पहले होता यह था कि सिनेमा के प्रदर्शक ही जल्दी टैक्स फ्री कराने के
लिए लोकल कोशिश करते थे. ख़ास तौर पर लखनऊ के प्रदर्शक. क्यूंकि, शासनादेश
हाथ में आते ही वह टैक्स फ्री का बोर्ड अपने सिनेमाघरों के बाहर टांग सकते
थे. अब सब कुछ वितरक पर निर्भर है तो प्रदर्शक इत्मीनान से हैं. मर्दानगी
को लखनऊ में तीसरे हफ्ते में, दो सिनेमाघरों के बाद टैक्स फ्री का टैग
मिला. यही हाल मैरी कॉम का भी होने जा रहा है. इसका शासनादेश भी दूसरे या
तीसरे हफ्ते में वितरक के हाथ आएगा. वितरक भी आराम से रहता है कि अगर पहले
हफ्ते में ठीक चल गयी तो दूसरे या तीसरे हफ्ते में टैक्स फ्री टैग के साथ
छलावा देंगे. यहाँ दिलचस्प तथ्य यह है कि मर्दानी को लखनऊ में साहू के
अलावा मल्टीप्लेक्स में भी टैक्स फ्री का पत्र दे दिया गया है. क्या,
मल्टीप्लेक्स में देखा जा सकेगा कि मर्दानी किसी दूसरी ऑडी में टैक्स फ्री
नहीं दिखायी जा रही. अब अगर इतने ज़्यादा प्रिंट पर लखनऊ में ही छूट दे दी
गयी है तो अन्य जिलों के दर्शक इस फिल्म को पूरे पैसे में देखेंगे. या शायद
देख भी न पाएं.
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ये ल्लों !!!
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Saturday, 6 September 2014
जब विज्ञापन के लिए अर्द्ध नग्न हुए ऋतिक रोशन
खबर है कि अभिनेता ऋतिक रोशन ने एक विज्ञापन के लिए लगातार २१ घंटों तक शूटिंग की. हालाँकि, ऋतिक रोशन अपनी २ अक्टूबर को रिलीज़ होने जा रही फिल्म बैंग बैंग के पोस्ट प्रोडक्शन और प्रचार में काफी व्यस्त हैं. इसके बावजूद उन्होंने युवाओ पर केंद्रित इस ब्रैड के लिए अपना समय निकाला. बताते हैं कि एचआरएक्स ब्रांड के इस विज्ञापन की टैग लाइन पुश योर एक्सट्रीम है. इस ब्रांड के एक्टिव वियर विज्ञापन में ऋतिक रोशन अर्ध नग्न नज़र आएंगे. इसके लिए उन्होंने शूट से पहले काफी वर्क आउट भी किया.ऐसा पहली बार होगा कि ऋतिक एक विज्ञापन के लिए अपने कपड़ों को उतार फेकेंगे.
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हस्तियां
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