Wednesday, 26 November 2014

कच्छ के रण में इंडियन प्रेमाचा लफड़ा

मराठी फिल्म इंडस्ट्री आजकल नए नए कमाल कर रही  है । सलमान खान, रितेश देशमुख और अजय देवगन जैसे हिंदी फिल्म जगत के जानेमाने कलाकार मराठी फ़िल्में बना रहे हैं और उनमे अभिनय भी कर रहे हैं । ऐसे में मोहनलाल पुरोहित और मुश्ताक अली ने एम आर पी के बैनर तले पहली फिल्म मराठी में  इंडियन प्रेमाचा लफड़ा रखा बनायी है । ख़ास बात यह है मोहनलाल और मुश्ताक दोनों ही मराठी नहीं हैं ।  पर उन्हें सब कुछ महाराष्ट्र से ही मिला है ।  इसलिए उन्होंने बतौर फिल्म निर्माता पहली फिल्म मराठी भाषा में बनायी है।  इंडियन प्रेमाचा लफड़ा ऎसी पहली मराठी फिल्म है, जिसकी शूटिंग गुजरात के रण में हुई है, जहाँ अब तक सिर्फ बड़ी हिंदी फिल्मों की ही शूटिंग हुई है । इस फिल्म के मुख्य कलाकारों में मिस हेरिटेज शीतल उपारे और स्वप्निल जोशी के नाम उल्लेखनीय है । फिल्म के निर्देशक दीपक कदम कहते हैं, "इंडियन प्रेमाचा लफड़ा एक ऐसे रिश्तों की कहानी है, जिसका कोई नाम नहीं है । फिल्म में इमोशन, प्यार, अफ़ेक्शन, ड्रामा और कॉमेडी  है ।

आदेश चौधरी की फिल्म 'भंवर' में

सीरियल 'भाग्यविधाता' से छोटे पर्दे पर अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वाले और इस समय कलर्स के पॉपुलर शो 'ससुराल सिमर का' में अपने नेगेटिव किरदार से दर्शकों में अपनी पहचान बनाने वाले आदेश चौधरी जल्द ही छोटे पर्दे से निकलकर बड़े पर्दे पर नज़र आने वाले हैं । निर्देशक आकाश पाण्डेय की फिल्म 'भंवर द इनडीसेंट लव स्टोरी' में आदेश एक अहम किरदार में नज़र आएंगे आएंगे । फिल्म में उनके साथ अनिश विक्रमादित्य, जो इस फिल्म के प्रोडूसर भी हैं, एक अहम किरदार में नज़र आएंगे । रशियन  एक्ट्रेस माया इस फिल्म की हीरोइन हों । फिल्म एक त्रिकोणीय प्रेम कहानी हैं । किस तरह एक एनआरआई लड़की भारत आती हैं और एक भारतीय लड़के से प्रेम करने लगती हैं । फिल्म को उत्तर प्रदेश और बॅंकाक में शूट किया जायेगा । टीवी से फिल्म में अपनी एंट्री से आदेश काफी खुश हैं । आदेश कहते हैं, "मैं बहुत खुश हूँ कि आख़िरकार मैं फिल्मो में आ रहा हूँ । मुझे फिल्म के डायरेक्टर आकाश पांडे पर पूरा भरोसा हैं, इसीलिए मैने इस फिल्म में काम करना स्वीकार किया ।"

Thursday, 20 November 2014

छोटे परदे को सिनेमा का हैदर इफ़ेक्ट क़ुबूल है

इसमे कोई शक नहीं कि  छोटा पर्दा अब बड़े परदे में तब्दील होता जा रहा है। फिल्मों के गीतों पर सीरियलों के टाइटल रखना हो या किसी फिल्म की कहानी पर सीरियल बनाना, छोटा पर्दा बड़े परदे के पीछे चलता नज़र आता है। अब दर्शकों की हैदर इफ़ेक्ट देखने की बारी है। ज़ी  टीवी का सीरियल क़ुबूल है अपने गहराई लिए रोमांस की कहानी के कारण दर्शकों में जल्द ही लोकप्रिय हो गया है।  सनम और आहिल की प्रेम कथा निकाह तक पहुँचने वाली है।  लेकिन, यहीं कथानक पर अहम मोड़ आ गया है।  सनम की हमशक्ल सहर  के आ जाने से पेंच पैदा हो रहे हैं। सनम के मुखौटे में सुनहरी आहिल से निकाह पढ़ाने जा रही है। तनवीर उसे पहनने के लिए दुपट्टा तोहफे में देती है।  यहीं शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर और तब्बू की फिल्म हैदर का इफ़ेक्ट नज़र आएगा।  फिल्म हैदर में तब्बू मानव बम बन कर आतंकियों का खात्मा करती है।  क़ुबूल है में यह दृश्य सुनहरी के ज़रिये देखने को मिल सकता है।  क्या सुनहरी ह्यूमन बम में तब्दील हो जाएगी ? दर्शकों की साँसे रुक जाएंगी, जब उन्हें मालूम पड़ेगा कि तनवीर के सुनहरी को दिए दुपट्टे में लगे हुए गोटे वास्तव में शक्तिशाली विस्फोटक हैं।  क्या सुनहरी अपने दुपट्टे के विस्फोटकों से लोगों को मार देगी ? या उसे समय रहते तनवीर और दुपट्टे की असलियत मालूम पड़  जाएगी? ज़ी टीवी के सीरियल क़ुबूल है के हैदर इफ़ेक्ट को देखने के लिए उत्सुक दर्शकों को रात ९-३० का इंतज़ार तो करना ही पड़ेगा।  इस सीरियल में सुरभि ज्योति सनम और सहर की दोहरी भूमिका कर रही हैं।  आहिल करणवीर वोहरा बने हैं।  अन्य भूमिकाओं में आम्रपाली गुप्ता का नाम ख़ास है।  


अंजना सिंह की हसीना मान जाएगी

भोजपुरी फिल्मो की हॉट केक कही जानी वाली अभिनेत्री अंजना सिंह इन दिनों बिहार के राजगीर में हसीना मान जाएगी की शूटिंग में व्यस्त हैं ।  इस फिल्म में उनके नायक  भोजपुरी फिल्मों के  सुपर स्टार खेसारी लाल यादव हैं ।  अंजना की हालिया रिलीज़ फिल्म लहू पुकरेला में भी खेसारी लाल ही उनके नायक थे।  फिल्म में दोनों के ही अभिनय की जबरदस्त तारीफ़ हुई थी ।  हसीना मान जाएगी में अंजना गाव की चुलबुली लड़की की भूमिका में हैं ।  हसीना मान जाएगी को एक सम्पूर्ण मनोरंजक फिल्म बताने वाली अंजना की अगले सप्ताह लाल दुपट्टा वाली रिलीज़ हो रही है ।  अंजना सिंह कहती हैं, "हसीना मान जाएगी के विपरीत लाल दुपट्टा वाली में वह एक नकचढ़ी लड़की की भूमिका में हैं जो बात बात पर रिवाल्वर निकाल लेती है लेकिन प्यार के कारण उनमे काफी बदलाव आ जाता है ।" लाल दुपट्टा वाली में अंजना के अपोजिट नए अभिनेता रोहित सिंह हैं ।  हसीना मान जाएगी के बाद अंजना सिंह यश मिश्रा के साथ एक्शन राजा की शूटिंग करेंगी । 

कुछ बात तो है हर्षवर्धन देव में !

बॉलीवुड के आकर्षण से भला कौन बच पाया है ! हर शुक्रवार कोई न  कोई नया चेहरा, छोटी- बड़ी भूमिका में अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाता नज़र आ जाता है।  इनमे से बहुत कम सफल हो पाते हैं।  ज़्यादातर गुमनामी में खो जाते है।  इसके बावजूद रूपहला पर्दा युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करता रहता है।  हर्षवर्धन देव एक ऐसा ही नया चेहरा है।  पिछले महीने रिलीज़ रोमांस फिल्म 'जिगरिया' में शामू की भूमिका करके दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने वाले हर्षवर्धन ने कार्डिफ यूनिवर्सिटी से बिज़नेस की डिग्री हासिल कर रखी  है । यूनाइटेड नेशन्स में महत्वपूर्ण पद पर काम कर रहे हर्षवर्धन को अभिनय के सुलेमानी  कीड़े ने काटा और वह जिगरिया के  शामू बन गए।  हर्षवर्धन नौकरशाह और पुलिस वालों के परिवार से हैं।  उन्हें लंदन भेजा गया था उच्च शिक्षा के लिए।  लेकिन, हर्ष का रुझान कला की ओर था । लंदन में ही उन्होंने अपना बैंड बना लिया था, जिसके यूके में ३५० से ज़्यादा शो हुए । अपनी शिक्षा से फिल्मों तक की यात्रा के बारे में हर्षवर्धन कहते हैं, "मेरे माता पिता चाहते थे कि पढ़ाई को सबसे ज़्यादा महत्व दूँ।  पर मेरे घरवाले मुझे सपोर्ट करते है।  उन्होंने मेरे बॉलीवुड करियर को भी सपोर्ट किया है।  अब मैं बॉलीवुड आ गया हूँ तो लम्बी पारी खेलूंगा।"

Wednesday, 19 November 2014

बदलापुर बॉयज कोई वृत्त चित्र नहीं है- शैलेश वर्मा

कबड्डी के लोकप्रिय खेल पर आधारित फिल्म बदलापुर बॉयज जल्दी ही  रिलीज़ होने वाली है ।  ग्रामीण पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म के लेखक व निर्देशक हैं शैलेश वर्मा । शैलेश वर्मा ने अनेकों टी वी धारावाहिकों और फिल्मों को लिखा है  । शैलेश वर्मा ने शक्तिमान के साथ सलमान खान की फिल्म 'वीर' की कहानी भी लिखी थी ।   कर्म मूवीज़ के बैनर में बनी फिल्म "बदलापुर बॉयज" शैलेश की बतौर निर्देशक पहली फिल्म है ।  अपनी इस पहली फिल्म को लेकर शैलेश बहुत उत्साहित हैं।  पेश हैं उनसे हुई बातचीत के कुछ मुख्य अंश-
अपनी फिल्म के बारें बताइये ?
ग्रामीण पृष्ठभूमि पर बनी मेरी यह फिल्म कबड्डी के खेल पर आधारित है । यह  गाँव के कुछ ऐसे लड़कों की कहानी है, जिन्हें गाँव वाले निकम्मा समझते हैं, क्योंकि वे हर समय कबड्डी खेलते रहते हैं और हमेशा ही हारते हैं।  लेकिन, उन्हें जूनून है कि वह लोग इस खेल में अपना नाम कमायें ।  खेल के जरिये यह लड़के अपने गाँव के लिए कुछ अच्छा कर जाते है ।
लेकिन, कबड्डी खेल पर ही फिल्म क्यों ?                                                                  
क्योंकि यह जमीन से जुड़ा खेल है।  यह मुझे क्या लगभग सभी को पसंद होगा ।  बहुत ही अच्छी कहानी है फिल्म की।  मुझे उम्मीद है कि सभी के दिलों को छुएगी।  यह पूरी तरह से कमर्शियल फिल्म है भरपूर नाच - गाना, रोमांस और मस्ती है फिल्म में।  मैं एक बात बिलकुल स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि फिल्म "बदलापुर बॉयज" कोई वृतचित्र नही है। 
क्या दर्शक इस फिल्म को पसंद करेंगे ? 
हाँ जरूर पहले भी खेलों पर लगान, चक दे इंडिया, भाग मिल्खा भाग और मैरी कॉम जैसी फ़िल्में बनी हैं ।  फिर आज कल तो देश में कबड्डी का माहौल भी है । कबड्डी को लेकर प्रो कबड्डी लीग जैसे टूर्नामेंट भी हुए है।   
फिल्म में सभी नए कलाकारों को लेने की कोई ख़ास वजह है ? 
हाँ, क्योंकि मुझे अपनी फिल्म की कहानी के लिए नए चेहरे ही चाहिए थे। वैसे इसमे से कुछ कलाकार पहले भी कई फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। जैसे अन्नू कपूर कोच की भूमिका में हैं । इसके अलावा निशान, जो फिल्म के मुख्य नायक हैं, डेविड और सुभाष घई की साईकिल किक के अलावा तमाम मलयालम फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं । पूजा गुप्ता विक्की डोनर, मिकी वॉयरस और ओ माय गॉड में अभिनय कर चुकी हैं । शरन्या मोहन दक्षिण भारत की १६ से ज्यादा फ़िल्में बतौर मुख्य अभिनेत्री कर चुकी हैं ।  यह उनकी पहली हिन्दी फ़िल्म हैं । अभिनेत्री किशोरी शहाणे को तो सब जानते ही हैं ।
फिल्म के कलाकारों को आपने कबड्डी खेल के लिये किस प्रकार ट्रेन किया ? 
हाँ यह थोड़ा मुश्किल काम था । लेकिन कबड्डी कोच से एक महीने की ट्रेनिंग लेने के बाद सब तैयार हो गए थे कबड्डी  खेलने के लिए ।                         

मौत को मात देने की भूख की कहानी है 'हंगर गेम्स'

सुज़ैन  कॉलिंस ने  २००८ में अपनी   लिखी सीरीज द  हंगर गेम्स में एक ऐसे शहर की कल्पना पेश की थी, जहाँ  के सभी १३ डिस्ट्रिक्ट के १२ से १८ साल के किशोरों के लिए टेलीविज़न पर प्रसारित किये जाने वाले डेथ मैच, जिसे हंगर गेम्स कहा गया, में हिस्सा लेना  अनिवार्य था।  इस शो के लिए हर  डिस्ट्रिक्ट से दो बच्चों को चुना जाता था।  यह बच्चे आपस में प्रतिस्पर्धा करते, एक दूसरे को मारते जाते, तब तक आगे बढ़ाते रहते था, जब तक केवल एक प्रतिभागी नहीं बचता।  सुज़ैन कॉलिंस ने इस सीरीज को तीन पुस्तकों के रूप में प्रकाशित किया था।   हंगर गेम्स सीरीज की तीन फ़िल्में द  हंगर गेम्स , द हंगर गेम्स : कैचिंग फायर और द  हंगर गेम्स मॉकिंग्जय् थी।  जहाँ पहली पुस्तक द  हंगर गेम्स २००८ में रिलीज़ हुई, वहीँ कैचिंग फायर २००९ में और मॉकिंग्जय् २०१० में बाजार में आयी।  हंगर गेम्स सीरीज की किताबों की सफलता को देख कर नीना जैकबसन और  जॉन किलिक ने इस सीरीज की तीनों पुस्तकों पर फिल्म बनाने के अधिकार खरीद लिए। अपनी छोटी बहन की बदल के रूप में डेथ गेम्स में हिस्सा ले रही कटनिस एवेरडीन की जांबाजी और तीरंदाज़ी की रोमांचक दास्तान बताने वाली फिल्म द  हंगर गेम्स २३ मार्च २०१२ को रिलीज़ हुई।  सीरीज की पहली फिल्म द  हंगर गेम्स के निर्माण में ७८ मिलियन डॉलर खर्च हुए थे।  पर कटनिस एवेरडीन की साहस गाथा ने दुनिया भर के दर्शकों का दिल जीत लिया।  इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड ६९१ मिलियन डॉलर से अधिक का कलेक्शन कर लिया।  यह फिल्म हॉलीवुड की सबसे अधिक कलेक्शन करने वाली नायिका प्रधान फिल्म बन गयी।  फिल्म में सोलह साल की कटनिस का रोल कर रही सिर्फ २२ साल की जेनिफर लॉरेंस पूरी दुनिया में छा गयीं।  यह वही जेनिफर लॉरेंस थीं, जिन्हे २०११ में रिलीज़ एक्स मेन  सीरीज की फिल्म एक्स मेन : फर्स्ट क्लास में मिस्टिक की संक्षिप्त और उपेक्षित सी भूमिका दी गयी थी।  अगले ही साल इस सीरीज की दूसरी फिल्म द  हंगर गेम्स : कैचिंग फायर ने सफलता की ऎसी आंधी उड़ाई कि  एक्स मेन  भी उसका मुरीद हो गया।  इसीलिए, जब इस साल मई में एक्स मेन : डेज ऑफ़ फ्यूचर पास्ट रिलीज़ हुई तो उसमे लॉरेंस की मिस्टिक का किरदार ज़्यादा लम्बा और महत्वपूर्ण हो गया था।  एक्स मेन  के पोस्टरों में नीले रंग की मिस्टिक को एक्स मेन  के साथ जगह दी गयी थी।  द  हंगर गेम्स अमीर लोगों के उस हिंसक शौक़ का चित्रण  करती है, जिसमे मनोरंजन के लिए मासूम ज़िन्दगियों को दांव पर लगाया जाता है।  यह फिल्म दुनिया के उस क्रूर भविष्य की और भी इशारा करती थी, जहाँ जान की कीमत कुछ लाख डॉलर ही हो सकते हैं।  
हंगर गेम्स सीरीज की पहली फिल्म द  हंगर गेम्स  का निर्देशन गैरे रॉस ने किया था।  फिल्म की पटकथा   रॉस के साथ सुज़ैन कॉलिंस और बिली रे ने लिखी थी।  १४२ मिनट लम्बी इस फिल्म में जेनिफर के साथ मुख्य भूमिका जोश हचर्सन, लियम हेम्सवर्थ, वुडी हर्रेलसों , एलिज़ाबेथ बैंक्स, लेन्नी क्रावित्ज़ , स्टैनली  टुच्ची  और डोनाल्ड ने  निभाई थी।  २०१३ में रिलीज़ कैचिंग फायर का निर्देशन  फ्रांसिस लॉरेंस ने किया था।  १४६ मिनट लम्बी कैचिंग फायर में द  हंगर गेम्स के  सभी मुख्य सितारे शामिल थे।  १३० मिलियन डॉलर से बानी कैचिंग फायर ने ८६४ मिलियन डॉलर से अधिक का बिज़नेस किया।  इस फिल्म के स्टूडियो लायंस गेट ने हंगर गेम्स सीरीज की तीसरी किताब मॉकिंग्जय् पर एक नहीं दो फ़िल्में बनाने का निर्णय लिया।  मॉकिंग्जय् के इस भाग में कटनिस एवेरडीन तीसरी क्वार्टर क्वेल भी जीत चुकी है।  लेकिन, अब वह काफी थक चुकी है। कटनिस का क्या होगा ! क्या वह अब शांतिपूर्वक जी सकेगी ! इन सवालों के जवाब पाने के लिए दर्शकों को नवंबर २०१५ तक इंतज़ार करना होगा, जब द  हंगर गेम्स : मॉकिंग्जय् पार्ट २ रिलीज़ होगी।  इन दोनों  फिल्मों का निर्देशन फ्रांसिस लॉरेंस  ही कर  रहे हैं। फिलहाल तो दर्शकों को २५० मिलियन डॉलर से  बानी द  हंगर गेम्स मॉकिंग्जय् में कटनिस एवेरडीन के साहसिक कारनामों को पूरी उत्तेजना के साथ देखने के लिए तैयार रहना होगा।  फिल्म के निर्मातों को उम्मीद है की मॉकिंग्जय् पार्ट १ पहले उत्तर अमेरिका में रिलीज़ हो कर ही १३०-१६० मिलियन डॉलर का  बिज़नेस कर लेगी।  



Tuesday, 18 November 2014

सुरवीन चावला का 'वेलकम बैक 'आइटम

इस साल जुलाई में अभिनेत्री सुरवीन चावला जैसे छा गयी थी।  उनकी फिल्म हेट स्टोरी २ को जैसी सफलता मिली थी तथा इस फिल्म में अपनी गर्मागर्म भूमिका से सुरवीन जितनी हॉट प्रॉपर्टी बनी थी, उससे लगता था कि कल सुरवीन चावला का होगा।  ऐसा हुआ भी।  लेकिन, यह कल सुरवीन चावला के आइटम सांग्स का था।  हेट स्टोरी २ के  बाद सुरवीन चावला जैसे गायब हो गयीं।  यहाँ तक कि  हेट स्टोरी २ के एक निर्माता विक्रम भट्ट को भी उनकी याद आई अपने निर्देशन में फिल्म क्रीचर  ३ डी के प्रमोशनल आइटम सांग के लिए।  उनका यह आइटम सांग  सावन आया है फिल्म हेट स्टोरी २  में उनके नायक जय भानुशाली के साथ फिल्माया गया था। ज़ाहिर है कि  सुरवीन के पास हिंदी फिल्मों में कोई काम नहीं था।  इसलिए वह फिर दक्षिण वापस चली गयीं। हेट स्टोरी २ की गरमी के कारण वह पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में भी हॉट हो गयीं ।  इस समय वह तमिल फिल्म 'जय हिन्द' में अभिनय कर रही हैं।  अब सुरवीन को याद किया है अनीस बज़्मी ने।  अनीस बज़्मी  २००७ में रिलीज़ फिल्म वेलकम की रीमेक वेलकम बैक अक्षय कुमार और कटरीना कैफ के बजाय जॉन अब्राहम और श्रुति हासन के साथ बना रहे हैं ।  वेलकम बैक में अनिल कपूर और नाना पाटेकर को ही लिया गया है ।  इस फिल्म में मलाइका अरोरा खान के ऊपर एक आइटम 'होंठ रसीले' उस समय बेहद लोकप्रिय हुआ था।  अनीस बज़्मी ने वेलकम बैक में भी वेलकम जैसा आइटम ही रखा है।  मगर आइटम गर्ल मलाइका अरोरा नहीं बल्कि सुरवीन चावला है।  वह वेलकम बैक  में नाना पाटेकर और अनिल कपूर के साथ आइटम सांग पर अर्द्ध  नग्न थिरकेंगी।  दिलचस्प तथ्य यह है कि सुरवीन चावला बतौर आइटम गर्ल अनीस बज़्मी की भी पहली पसंद नहीं।  अनीस वेलकम बैक के  आइटम के लिए हुमा कुरैशी को लेना चाहते थे।  लेकिन, हुमा ने इसके लिए इतनी ज़्यादा प्राइस मांगी कि  अनीस बज़्मी हुमा से सुरवीन पर आ गए।  ज़ाहिर है कि  हेट स्टोरी २ की हॉट सुरवीन चावला आइटम सांग्स के लिए भी इतनी हॉट नहीं कि  पहली पसंद बन सकें।  वैसे बताते चलें कि  सुरवीन चावला ने अजय देवगन की फिल्म 'हिम्मतवाला' में भी चार अन्य आइटम गर्ल शयनतनी घोष, अमृता खानविलकर,  मोना थिबा और रिंकू घोष के साथ एक आइटम 'धोखाधोखा' किया था।


'बदलापुर बॉयज' में दक्षिण के दो स्टार

निर्देशक शैलेश वर्मा की कबड्डी पर फिल्म 'बदलापुर बॉयजमें दक्षिण की फिल्मों के दो स्टार भी डेब्यू कर  रहे।  इन दोनों दक्षिण सितारों की फिल्म में रोमांटिक भूमिका हैं ।  यह स्टार हैं अभिनेत्री शरण्या मोहन और अभिनेता निशान है।  इस कमाल जोड़ी में 'बदलापुर बॉयज' शरण्या की पहली हिंदी फिल्म है, जबकि निशान इससे पहले सुभाष घई की फिल्म "साइकिल किक " और बिजॉय नाम्बियार की फिल्म "डेविड" में भी काम कर चुके हैं । शरण्या मोहन ने १९९७ में अपना अभिनय कैरियर मलयालम फिल्म "अनियाथि परवु " में बतौर बाल कलाकार  शुरू किया था शरण्या ने मलयालम के अलावा तमिल और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया है ।  उन्हें तमिल फिल्म "यारदी नी मोहिनीके लिये फिल्म फेयर  अवार्ड भी मिला था । निशान पूना फिल्म संस्थान से अभिनय का कोर्स कर चुके हैं। २००९ में साइकिल क्लिक से अभिनय की शुरुआत करने वाले निशान की इसी साल उनकी मलयालम फिल्म "ऋतू"  रिलीज़ हुई है ।  वह मलयालम ,हिंदी , तमिल और तेलुगु फिल्मों भी कर चुके हैं । अब देखना यह है कि दक्षिण के यह दोनों कलाकार "बदलापुर बॉयज " में क्या कमाल  दिखाते हैं ।