इसमे कोई शक नहीं कि छोटा पर्दा अब बड़े परदे में तब्दील होता जा रहा है। फिल्मों के गीतों पर सीरियलों के टाइटल रखना हो या किसी फिल्म की कहानी पर सीरियल बनाना, छोटा पर्दा बड़े परदे के पीछे चलता नज़र आता है। अब दर्शकों की हैदर इफ़ेक्ट देखने की बारी है। ज़ी टीवी का सीरियल क़ुबूल है अपने गहराई लिए रोमांस की कहानी के कारण दर्शकों में जल्द ही लोकप्रिय हो गया है। सनम और आहिल की प्रेम कथा निकाह तक पहुँचने वाली है। लेकिन, यहीं कथानक पर अहम मोड़ आ गया है। सनम की हमशक्ल सहर के आ जाने से पेंच पैदा हो रहे हैं। सनम के मुखौटे में सुनहरी आहिल से निकाह पढ़ाने जा रही है। तनवीर उसे पहनने के लिए दुपट्टा तोहफे में देती है। यहीं शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर और तब्बू की फिल्म हैदर का इफ़ेक्ट नज़र आएगा। फिल्म हैदर में तब्बू मानव बम बन कर आतंकियों का खात्मा करती है। क़ुबूल है में यह दृश्य सुनहरी के ज़रिये देखने को मिल सकता है। क्या सुनहरी ह्यूमन बम में तब्दील हो जाएगी ? दर्शकों की साँसे रुक जाएंगी, जब उन्हें मालूम पड़ेगा कि तनवीर के सुनहरी को दिए दुपट्टे में लगे हुए गोटे वास्तव में शक्तिशाली विस्फोटक हैं। क्या सुनहरी अपने दुपट्टे के विस्फोटकों से लोगों को मार देगी ? या उसे समय रहते तनवीर और दुपट्टे की असलियत मालूम पड़ जाएगी? ज़ी टीवी के सीरियल क़ुबूल है के हैदर इफ़ेक्ट को देखने के लिए उत्सुक दर्शकों को रात ९-३० का इंतज़ार तो करना ही पड़ेगा। इस सीरियल में सुरभि ज्योति सनम और सहर की दोहरी भूमिका कर रही हैं। आहिल करणवीर वोहरा बने हैं। अन्य भूमिकाओं में आम्रपाली गुप्ता का नाम ख़ास है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 20 November 2014
छोटे परदे को सिनेमा का हैदर इफ़ेक्ट क़ुबूल है
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Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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