स्टार प्लस के सीरियल इस प्यार को क्या नाम दूँ में ख़ुशी और अर्नब के बीच की नोंक झोंक टीवी दर्शकों को आज भी याद है। इस जोड़ी के अर्नब यानि अर्नब सिंह रायजादा दर्शकों को ख़ास तौर पर याद हैं। इसी दौरान जब दर्शक इस प्यार को क्या नाम दूँ के बरुण सोबती और सनाया ईरानी के बीच की नोंक झोंक का मज़ा ले रहा था, सीरियल शोहरत की बुलंदियों पर था, बरुण सोबती ने इस प्यार को क्या नाम दूँ को छोड़ने का ऐलान कर दिया। उस समय यह पता चला कि बरुण ने छोटे परदे को बड़े परदे की खातिर इस सीरियल को अलबिदा कहा था। चैनल को बरुण और सनाया की लोकप्रियता का अंदाजा था। इसीलिए चैनल ने बरुण सोबती के जाते ही इस प्यार को क्या नाम दूँ को अलबिदा कह दिया। बरुण ने जिस फिल्म की खातिर इस प्यार को क्या नाम दूँ जैसे सीरियल को छोड़ा था, उस फिल्म का नाम मैं और मिस्टर राइट था। इस प्यार को क्या नाम दूँ की बिदाई के दो साल बाद बरुण सोबती की पहली फिल्म मैं और मिस्टर राइट बन कर रिलीज़ को तैयार है। दर्शकों को मैं और मिस्टर राइट का इसलिए इंतज़ार है कि वह देखना चाहते कि जिस फिल्म के लिए बरुण सोबती ने इस प्यार को क्या नाम दूँ छोड़ा, वह फिल्म वरुण के करियर के लिए कितनी राइट साबित होती है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 17 November 2014
दो साल बाद रिलीज़ हो रही है बरुण सोबती की फिल्म
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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