बॉलीवुड के आकर्षण से भला कौन बच पाया है ! हर शुक्रवार कोई न कोई नया चेहरा, छोटी- बड़ी भूमिका में अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाता नज़र आ जाता है। इनमे से बहुत कम सफल हो पाते हैं। ज़्यादातर गुमनामी में खो जाते है। इसके बावजूद रूपहला पर्दा युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करता रहता है। हर्षवर्धन देव एक ऐसा ही नया चेहरा है। पिछले महीने रिलीज़ रोमांस फिल्म 'जिगरिया' में शामू की भूमिका करके दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने वाले हर्षवर्धन ने कार्डिफ यूनिवर्सिटी से बिज़नेस की डिग्री हासिल कर रखी है । यूनाइटेड नेशन्स में महत्वपूर्ण पद पर काम कर रहे हर्षवर्धन को अभिनय के सुलेमानी कीड़े ने काटा और वह जिगरिया के शामू बन गए। हर्षवर्धन नौकरशाह और पुलिस वालों के परिवार से हैं। उन्हें लंदन भेजा गया था उच्च शिक्षा के लिए। लेकिन, हर्ष का रुझान कला की ओर था । लंदन में ही उन्होंने अपना बैंड बना लिया था, जिसके यूके में ३५० से ज़्यादा शो हुए । अपनी शिक्षा से फिल्मों तक की यात्रा के बारे में हर्षवर्धन कहते हैं, "मेरे माता पिता चाहते थे कि पढ़ाई को सबसे ज़्यादा महत्व दूँ। पर मेरे घरवाले मुझे सपोर्ट करते है। उन्होंने मेरे बॉलीवुड करियर को भी सपोर्ट किया है। अब मैं बॉलीवुड आ गया हूँ तो लम्बी पारी खेलूंगा।"
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 20 November 2014
कुछ बात तो है हर्षवर्धन देव में !
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नए चेहरे
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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