Saturday, 1 November 2014

आवाज़ बदल रहा है बाजीराव रणवीर सिंह !

रणवीर सिंह के बारे में कहा जाता है कि  वह अपने किरदारों में डूब जाने वाले अभिनेता हैं।  अब तक उन्होंने जितनी फ़िल्में की हैं, उनसे वह अपनी रोमियो टाइप इमेज बनाते नज़र आते हैं।  ऎसी भूमिकाएं उनकी ऑफ स्क्रीन इमेज के साथ मेल खाती हैं।  अब उन्होंने खुद को भूमिकाओं के अनुरूप ढालने का प्रयास भी शुरू कर दिया है।  संजयलीला भंसाली की फिल्म गोलियों की रास लीला -राम-लीला में उनकी भूमिका उनकी इमेज के अनुरूप आधुनिक गुजराती रोमियो टाइप थी।  परन्तु राम की भूमिका के लिए उन्होंने अपने बाल लम्बे रखे और मूछों के साथ ठेठ गुजराती पोशाकों में नज़र आये।  अब बाजीराव मस्तानी में उन्होंने परफेक्शन की  दिशा में अगला कदम रखा है।  फिल्म के लिए उन्होंने अपने सर के बाल मुंडवा दिए हैं।  वह क्लीन शेव, एक मराठी पेशवा जैसे चेहरे  मोहरे के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।  लेकिन, रणवीर सिंह यहीं नहीं रुक रहे।  उन्होंने एक पेशवा का राजसी बाना ही नहीं पहना है, उन्होंने अपनी आवाज़ में भी बदलाव किया है।  उन्होंने अपनी आवाज़ में उतार चढ़ाव के जरिये गहराई और भारीपन लाने का प्रयास किया है।  एक ऐसा ही प्रयास अमिताभ बच्चन ने १९९० में रिलीज़ फिल्म अग्निपथ में विजय दीनानाथ की आवाज़ के लिए किया था।  इस प्रकार से, रणवीर सिंह अमिताभ बच्चन का अनुसरण करते लगते हैं।  अब देखने वाली बात होगी कि पत्नी काशीबाई और नर्तकी प्रेमिका मस्तानी के प्रेम में उलझे रणवीर सिंह खुद को कितना प्रभावशाली साबित कर पाते हैं।




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