हिमांषा वेंकटसामी की ग्लैमर जगत में शुरुआत किंगफ़िशर कैलेंडर मॉडल के बतौर हुई थी। हालाँकि, इस कैलेंडर की शूट के बाद हिमांषा दक्षिण अफ्रीका चली गयीं। उनका ज़्यादा समय वहीँ बीता। क्योंकि, वह दक्षिण अफ्रीका में मेडिकल शिक्षा के साथ साथ ड्रामा और एक्टिंग भी सीख रही थीं। "क्योंकि, मैं हमेशा से फिल्म एक्ट्रेस बनाना चाहती थीं," कहती हैं हिमांषा । लेकिन, किंगफ़िशर कैलेंडर ने तमाम दूसरी मॉडल की तरह हिमांषा के लिए भी बॉलीवुड के दरवाज़े खुलवा दिए थे । पर इससे पहले ही वह दक्षिण अफ्रीका में सुपरमॉडल बन गयी थीं । अलबत्ता, किंगफ़िशर कैलेंडर की बदौलत हिमांषा को कमल सडाना की फिल्म रोर टाइगर ऑफ़ द सुंदरबन्स मिल गयी । उन्हें ऑडिशन के लिए बुलाया गया । उन्हें सात पेज की स्क्रिप्ट पकड़ा दी गयी और संवाद बोलने के लिए कहा गया । हिमांषा के लिए हिंदी बिलकुल अजनबी भाषा जैसी थी । लेकिन, हमांशा कहती हैं, "मुझे चुनौती रास आती है। मैंने अपने संवाद ठीक ठाक बोल डाले ।" इसके बाद कमल सडाना ने हिमांषा को फिल्म में पंडित और उसके साथियों की ट्रैक गाइड झुम्पा बना दिया । हिमांषा ने फिल्म में काफी एक्शन किये हैं । वह साँपों से भरे कीचड़ में दौड़ी हैं । मगरमच्छो से भरी नहर की तेज़ धार में तैरी हैं । उनके लिए अब एक्शन कुछ ख़ास कठिन नहीं रह गया है । इसके बावजूद हिमांषा रोर के बाद एक्शन फिल्म नहीं कर रहीं । वह एक फिल्म में पंजाबी कवयित्री का किरदार कर रही हैं । वह कहती हैं, "मैं इंटरेस्टिंग स्क्रिप्ट और इंटेस भूमिकाएं करना चाहूंगी ।"
राजेंद्र कांडपाल
राजेंद्र कांडपाल
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