Wednesday, 7 January 2015

१५ साल पहले के आईडिया पर 'आई'

पिछले दिनों मुंबई में  तमिल,तेलुगु और हिंदी में बनी  फिल्म 'आई' के गानों की तीस मिनट की फुटेज दिखायी गयी।  इस मौके पर फिल्म के निर्देशक शंकर, नायक विक्रम और संगीतकार ए आर रहमान मौजूद थे।  फिल्म से जुड़ी इन हस्तियों ने फिल्म से जुड़ी तमाम बातों को सरलता से पत्रकारों को बताया । इस एपिक फिल्म के निर्माण का आईडिया किसका था ? दरअसल, निर्देशक शंकर को कोई डेढ़ दशक पहले  'आई' का आईडिया आया था ।  इसके बाद यह आईडिया फिल्म में कैसे बदला, इसे बताते हुए शंकर कहते हैं, "मेरी आदत रही है कि मैं कई कहानियां रहमान को बताता रहता हूं। आई भी एक ऐसा ही स्कैच था, जिसे 15 साल पहले मैंने रहमान को बताया था । तीन साल से हमने इस पर काम शुरू किया । मैं जब भी कोई फिल्म खत्म करता हूं तो अगली के लिए सोचता हूं । जिस कहानी का कैनवस ज़्यादा डेवलप होता है, उस पर काम करना शुरू कर देता हूं।" फिल्म में (विक्रम द्वारा निभाया) एक कुबड़े के किरदार की तुलना हॉलीवुड फिल्म "300' के किरदार से हो रही है । इसे साफ़ करते हुए शंकर ने बताया कि "300' के कुबड़े से मेरी फिल्म के किरदार का कोई लेना-देना नहीं है । वेटा वर्कशॉप, वीएफएक्स और ऑस्ट्रेलिया की राइजिंग सन पिक्चर्स जैसी कंपनियों ने आई में मेकअप और वीएफएक्स डिजाइन किया है जो "हैरी पॉटर' और "मेन इन ब्लैक' से जुड़ी रही हैं । शंकर ने कहा, "हमने फिल्म भारतीय दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाई है । लेकिन रोबोट की तरह विश्व भर के दशक इसके पहले लुक को पसंद कर रहे हैं ।" दक्षिण के स्टार अभिनेता विक्रम इस फिल्म में मुख्य किरदार कर रहे हैं। अपनी अभिनय यात्रा और 'आई' किरदार को करने के बारे में बताते हुए विक्रम ने इस कहा, "स्कूल में मैं क्लासरूम के बजाय स्टेज पर ज्यादा दिखाई देता था। मुझे हमेशा से हट के किरदार करने पसंद हैं । जूलियस-सीजर ऑफर हुआ तो मैंने पारंपरिक रोल के बजाय ब्रूटस को चुना । फिल्मों में भी मेरी पसंद ऐसी है । 'आई' में मैंने चार रोल किए हैं और सभी अलग हैं।इन किरदारों को सजीवता से करने में विक्रम के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी बॉडी बिल्डर्स जैसा दिखाना। क्योंकि फिल्म में सात बार मिस्टर इंडिया रह चुके बॉडी बिल्डर और एशिया में नंबर थ्री रहे लोग भी सामने थे । करीब 60 बॉडी बिल्डर्स पूरे देश से फिल्म में चुने गए । विक्रम ने बताया, "मुझे उनके बराबर दिखना था। फिर खुद को मॉडल की तरह बनाना था । उसके लिए अलग फिजीक चाहिए थी । मेरे साथ हमेशा फिजियोथेरेपिस्ट डायटीशियन की टीम रहती थी । इसके बाद मुझे करीब 20 किलो वजन कम करना था तो दिन में 10 छोटे मील खाता था ।" विक्रम को फिल्म में अपना मेकअप करने में तीन घंटे और उतारने में डेढ़ घंटे लगते थे बीस्ट लुक का मेकअप लगाने में 5 घंटे लगते थे । विक्रम इस फिल्म में विलन का किरदार भी कर रहे हैं। लेकिन, बताते हैं, "बॉलीवुड के विलेन्स में मैं गब्बर सिंह का रोल करना चाहता हूँ ।" किसी फिल्म में संगीत का ख़ास महत्त्व होता है। 'आई' में भी है। इस कार्यक्रम में मौजूद कंपोजरआर रहमान ने बताया, "पहले तीन गाने एक सप्ताह में बने । हीरोइन को इंट्रोड्यूस करने वाले गाने में समय लगा क्योंकि इसके लिए तीन विकल्प थे जिसमें से मैंने एडियम को चुना ।  बीजी सॉन्ग के लिए भी एक महीना लगा ।बातचीत में रहमान ने खुलासा किया कि वह एक फिल्म भी बना रहे हैं। फ़िलहाल वह फिल्म की कहानी लिख रहे हैं । अपनी तीन फिल्मों के म्यूजिक लिए वे ऑस्कर की शुरुआती सूची में हैं । इस पर रहमान ने कहा, "मिलियन डॉलर आर्म, हंड्रेड फुट जर्नी और कोच्चडियान ऑस्कर के लिए शॉर्ट लिस्ट हुई हैं, लेकिन नाम तय होने के बाद ही मुझे ख़ुशी होगी।" 

Tuesday, 6 January 2015

दीपिका का पीकू फैन

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दीपका का ५ जनवरी को जन्मदिन था और इस अवसर पर उन्हें काफी बधाई मिली गिफ्ट्स मिले। लाजमी है की उनके फैंस ने भी उन्हें बधाई और गिफ्ट्स दिए होगे। इन फैंस में एक फैन ऐसा है जो की दीपिका की आगामी फिल्म पीकू के लिए इतना उत्साहित है की  उसने दीपिका के जन्मदिन पर 'पीकू ' फिल्म की थीम पर बना हुआ केक दीपिका को गिफ्ट किया। पीकू इस फिल्म में दीपिका अमिताभ बच्चन और इरफ़ान खान के साथ दिखाई देंगी। आप इस बात से ही अंदाजा लगा सकते है ही पीकू इस फिल्म की दीवानगी प्रदर्शित होने से पहले ही लोगो पर छायी हुई है ,लोग इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे है वे काफी उत्साहित है क्यूंकि पीकू में अमिताभ बच्चन , दीपिका और इरफ़ान खान पहली बार एकसाथ नजर आएंगे। 

'एक्स-मेन' के स्पिन-ऑफ में चैनिंग टाटम

ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स ने 'एक्स-मेन ' के स्पिनऑफ की रिलीज़ की तारीख भी तय कर दी है।  हालाँकि, अभी एक्स-मेन सीरीज की आठवीं फिल्म 'एक्स-मेन :अपोकलीप्स' २०१६ में २७ मई को रिलीज़ होगी। अपोकलीप्स की रिलीज़ के पांच महीने बाद एक्स-मेन  सीरीज की स्पिनऑफ फिल्म गैम्बिट ७ अक्टूबर २०१६ को रिलीज़ होगी।  जोशुआ जेतुमरन की लिखी गैम्बिट एक्स-मेन  सीरीज के मशहूर करैक्टर गैम्बिट पर केंद्रित है।  गैम्बिट को पत्ते फेंकने में महारत हासिल है।  वह गतिमान ऊर्जा का अपनी इच्छा के अनुसार उपयोग कर सकता है। गैम्बिट में गैम्बिट का किरदार चैनिंग टाटम करेंगे।  चैनिंग टाटम अपनी 'वाइट हाउस डाउन', 'स्टेप अप' और 'स्टेप अप २', '२१ जम्प स्ट्रीट' और '२२ जम्प स्ट्रीट', आदि एक्शन कॉमेडी फिल्मों के कारण विश्व के दर्शकों के जाने पहचाने चेहरे हैं। अपोकलीप्स और गैम्बिट के अलावा फॉक्स ने अपनी कुछ अन्य मशहूर फिल्मों की रिलीज़ की तारीखें भी तय कर दी हैं। अब 'प्लेनेट ऑफ़ द एप्स' २०१७ में १४ जुलाई को रिलीज़ होगी।  पहले फॉक्स का इरादा  सीरीज की इस नवीं फिल्म को २०१६ में २९ जुलाई को करने का था। लेकिन, अब १४ जुलाई फॉक्स की फैंटास्टिक फोर की सीक्वल फिल्म रिलीज़ होगी।  इस प्रकार से फैंटास्टिक फोर का सीक्वल २ जून के बजाय छह हफ्ते बाद रिलीज़ होगा। फॉक्स ने २०११ में एप्स फ्रैंचाइज़ी को 'राइज ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ एप्स' बना कर रिबूट किया था। राइज ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ एप्स ने ४८२ मिलियन डॉलर का बिज़नेस किया था। २०१४ में रिलीज़ 'डॉन ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स' को राइज ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ एप्स से ज़्यादा सफलता मिली।  फिल्म ने ७०० मिलियन डॉलर का बिज़नेस किया।  फॉक्स 'फैंटास्टिक फोर' को रिबूट करने जा रहा है।  जोश ट्रैक इसका निर्देशन करेंगे।  माइल्स टेलर, केट मारा, माइकल बी जॉर्डन और जेमी बेल अभिनीत यह रिबूट ७ अगस्त को रिलीज़ होगा।  इस दिन मुक़ाबला दिलचस्प हो सकता है।  क्योंकि,  ७  अगस्त को ही वार्नर ब्रदर्स की फिल्म लाइव बय नाईट और मॉन्स्टर हाई भी रिलीज़ होंगी।  लाइव बय नाईट का निर्देशन बेन अफ्फ्लेक कर रहे हैं। फिल्म में बेन के साथ लिओनार्डो डि केप्रिओ, सिएना मिलर, एल्ले फैनिंग और जोए सल्दाना भिन्न किरदार करेंगे।  

चैनिंग टाटम वाइट हाउस डाउन


Monday, 5 January 2015

आने वाला है माइकल कीटन का 'बर्डमैन'

लेखक, निर्माता और निर्देशक अलेजैंड्रो गोंज़ालेज़ इनर्ऋतु की अमेरिकन ब्लैक कॉमेडी फिल्म 'बर्डमैन'  को ७७वे गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स में नामांकन मिला है।  माइकल कीटोन, जच गालिफियाँकिस, एडवर्ड नॉर्टन, एंड्रिया राइसबरो, एमी रयान, एमा स्टोन और नाओमी वाट्स अभिनीत फिल्म 'बर्डमैन ' फिल्मों में सुपर हीरो का किरदार करने वाले माइकल कीटोन  की कहानी है, जो ब्रॉडवे नाटकों के माध्यम से अपने करियर को पुनर्जीवित करना चाहता है।  इस फिल्म को गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स में सात नामांकन मिले हैं।  बेस्ट एक्टर इन अ कॉमेडी और म्यूजिकल की श्रेणी में कीटोन, सह अभिनेता की श्रेणी में एडवर्ड नॉर्टन, सह अभिनेत्री की श्रेणी में एमा स्टोन, बेस्ट डायरेक्टर की श्रेणी में अलेजैंड्रो के नामांकन के अलावा श्रेष्ठ संगीत और पटकथा की  श्रेणियों में नामांकन मिला है। यह फिल्म रेमंड कार्वर की कहानी का फिल्म रूपांतरण है।  ज़ाहिर है कि गोल्डन ग्लोब या ऑस्कर्स में नामित और सम्मानित फ़िल्में दर्शकों को आकर्षित करती हैं।  भारतीय फिल्म दर्शकों को भी, इसीलिए 'बर्डमैन' का इंतज़ार है।  अब उनका यह इंतज़ार ३० जनवरी को ख़त्म हो जायेगा।

बीमार है 'नुक्कड़' का हवलदार गणपत

क्या आपको 'नुक्कड़'  की याद है ? आपके मोहल्ले के नुक्कड़ की याद दिलाने वाला सीरियल नुक्कड़ १९८६-८७ में दूरदर्शन पर रिलीज़ हुआ करता था।  इस सीरियल के निर्देशक सईद मिर्ज़ा और कुंदन शाह हुआ करते थे। इसके गुरु, खोपड़ी, घंसू और गणपत जैसे किरदार काफी लोकप्रिय हुए।  इनमे गणपत हवलदार टीवी दर्शकों को हंसाने के साथ साथ रुला भी देता था। इस हवलदार किरदार को करने वाले अभिनेता थे मराठी फिल्मों के सुपरिचित अजय वाढवाकर।  नुक्कड़  सबको हंसाने के मूड में रहने वाला गणपत उर्फ़ अजय वाढवकर काफी दुखी है।  कुंदन शाह और अज़ीज़ मर्ज़ा की फिल्मों यस बॉस, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी और इंग्लिश बाबू देसी मेम जैसी फिल्मों में काम कर चुके गणपत मधुमेह की बीमारी से ग्रस्त हैं।  उनका एक पैर काटा जा चुका है।  एक साल पहले उन्हें कैंसर से ग्रस्त पाया गया।  इस इलाज़ में उनके लाखों रुपये हो रहे हैं।  उनके इलाज़ में इच्छा फाउंडेशन सहयोग कर रहा है।  नुक्कड़ के उनके प्रशंसक दर्शक चाहे तो उन्हें मदद भेज सकते हैं।

जब 'जेन' ने थामी 'गन'

आखिरकार, जेन  गन चलाने को तैयार है। नताली पोर्टमैन की केंद्रीय भूमिका वाली वेस्टर्न एक्शन फिल्म 'जेन गॉट अ गन' अपनी शुरुआत के प्रारंभिक चरण से ही विवादों में रही, फिल्म की शूटिंग बार बार पोस्टपोन होती रही।  सबसे पहले अभिनेता माइकल फॉस्बेंडर शुरूआती दौर में ही फिल्म छोड़ कर चले गए। फिर निर्देशक लीन रामसे की फिल्म की शूटिंग के पहले दिन ही फिल्म के निर्मातों से भिड़ंत हो गयी। उन्हें प्रोजेक्ट छोड़ना पड़ा।  उनकी जगह मिरेकल, प्राइड एंड ग्लोरी और वारियर के निर्देशक गेविन ओ'कोनोर ने ले ली। गेविन के आने पर अभिनेता जुड लॉ भड़क गए।  वह इस फिल्म में विलन का किरदार कर रहे थे।  उनका कहना था कि उन्हें रामसे के निर्देशन में फिल्म ऑफर की  गयी थी।  इसके फलस्वरूप फिल्म की शूटिंग टलती रही, जेन गॉट अ गन की रिलीज़ डेट आगे खिसकती गयी।  अब नताली पोर्टमैन के साथ जोएल एडगर्टन, रोड्रिगो संतोरो, नूह एमरिच, बॉयड होलब्रूक, अलेक्स मनेट, जेम्स बर्नेट और सैम क्विन को लेकर फिल्म की शूटिंग पूरी हुई। अब यह फिल्म अमेरिकी बाजार में ५ सितम्बर को रिलीज़ होगी।  बाकी जगहों पर इस फिल्म की रिलीज़ तय की जा रही है।

बॉलीवुड फिल्मों की 'हॉटअवतार' दीपिका पादुकोण

आज २८ साल पहले कोपेनहेगेन में पैदा मशहुर बैडमिंटन खिलाड़ी दीपिका पादुकोण ने सिल्वर स्क्रीन पर पहला कदम कन्नड़ सुपर स्टार उपेन्द्र के साथ फिल्म 'ऐश्वर्या' से रखा।  बॉलीवुड में उनका डेब्यू बॉलीवुड सुपर स्टार शाहरुख़ खान की फिल्म ओम शांति ओम से हुआ।  'ऐश्वर्या' में दीपिका पादुकोण ने एक कंपनी की एग्जीक्यूटिव का रोल किया था।  यह रोमांटिक फिल्म थी।  पर इस पहली  ही फिल्म में दीपिका पादुकोण ने अपने हॉट होने का सबूत दिया था।  'ऐश्वर्या' नागार्जुन और सोनाली बेंद्रे की हिट तेलुगु फिल्म 'मन्मधुदु' की रीमेक फिल्म थी।  इसके बावजूद फिल्म को तेलुगु में डब कर 'कंट्री मोगुडु' शीर्षक के साथ रिलीज़ किया।  यह अभिनेता  उपेन्द्र नहीं दीपिका पादुकोण का हॉट जलवा था।  नीचे इस फिल्म के कुछ चित्र इसका सबूत हैं -
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Sunday, 4 January 2015

इस शुक्रवार हॉलीवुड से 'टेकेन ३'

इस शुक्रवार हॉलीवुड से फॉक्स की एक्शन फिल्म 'टेकेन ३' रिलीज़ होने जा रही है। ओलिवियर मेगाटन निर्देशित इस फिल्म को लुक बेसों और रोबर्ट मार्क केमैन ने लिखा है।  यह फिल्म २००९ में रिलीज़ लुक और केमैन की लिखी फिल्म 'टेकेन' की तीसरी कड़ी है।  लिम निसान, मैग्गी ग्रेस, फेमके जनसेन और केटी कसीडी की इस एक्शन फिल्म 'टेकेन' ने वर्ल्ड वाइड ज़बरदस्त सफलता हासिल की थी। अंग्रेजी भाषा में बनी फ्रेंच एक्शन थ्रिलर फिल्म को ज़बरदस्त सफलता हासिल हुई। टेकेन का निर्देशन पियरे मॉरल ने किया था। टेकेन की निर्माण लागत २५ मिलियन डॉलर थी।  लेकिन, इस फिल्म ने २२६ मिलियन डॉलर से अधिक का बिज़नेस किया।  टेकेन सीआईए के लिए काम करने वाले ब्रयान मिल्स की कहानी थी, जिसकी बेटी का अपहरण फ्रांस यात्रा के दौरान देह व्यापार में लगे लोगों द्वारा कर लिया जाता है।  'टेकेन' को लिम निसान के करियर की टर्निंग पॉइंट फिल्म कहा जाता है।  इस फिल्म के बाद लिम एक एक्शन स्टार बन कर उभरे।  टेकेन की सफलता के चार साल बाद २०१२ में 'टेकेन २' रिलीज़ हुई।  इस फिल्म का निर्देशन ओलिवियर मेगाटन ने किया था।  बाकी स्टार कास्ट 'टेकेन' वाली ही थी। 'टेकेन २' को भी बड़ी  सफलता मिली । ४५ मिलियन डॉलर से बनी 'टेकेन २' ने ३७६ मिलियन डॉलर कमाए।  'टेकेन २' के तीन साल बाद एक बार फिर ओलिवियर मेगाटन, लुक बेसों, रोबर्ट मार्क केमैन, लिम निसान, मैग्गी ग्रेस, फेमके जनसेन और केटी कसीडी साथ साथ हैं।  ओलिवियर मेगाटन की प्रतिष्ठा दांव पर है।  क्या ओलिवियर मेगाटन 'टेकेन ३' को इतना सफल बना पाएंगे कि 'टेकेन ४' शक्ल ले सके!



क्या उतार पर है पैशाचिक फिल्मों का जादू ?

२०१५ के पहले शुक्रवार को हॉलीवुड की स्पूकी फिल्म 'द वुमन इन ब्लैक २: एंजेल ऑफ़ डेथ' रिलीज़ हुई थी। उम्मीद की जा रही थी कि  निर्देशक जेरेमी इरविन की यह फिल्म दर्शकों को धमाका कर और होब्बिट को हड़का कर वर्ल्ड बॉक्स ऑफिस पर कब्ज़ा जमा लेगी।  लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ। पिछले साल १७ दिसंबर को रिलीज़ तथा अब तक वर्ल्ड बॉक्स ऑफिस पर ६६५ मिलियन  डॉलर से ज़्यादा कलेक्शन कर चुकी होब्बिट सीरीज की आखिरी फिल्म 'द  होब्बिट : द  बैटल ऑफ़ द  फाइव आर्मीज' बॉक्स ऑफिस के टॉप पर काबिज़ रही। काले लबादे में औरत से न दर्शक डरे, न होब्बिट हड़का।  द वुमन इन ब्लैक २ ने वर्ल्ड बॉक्स ऑफिस पर केवल ७. ७५ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया।  यह फिल्म होब्बिट के तीसरे वीकेंड में भी ८.३८ मिलियन डॉलर कमा लेने के कारण दूसरे स्थान पर रह गयी।  'द वुमन इन ब्लैक २ का यह फर्स्ट वीकेंड कलेक्शन पूर्व की पिशाच फिल्मों 'पैरानॉर्मल एक्टिविटी:द  मार्क्ड वंस' के ८.७ मिलियन और अपनी मूल फिल्म वुमन ब्लैक के ८.३ मिलियन से भी कम रहा। इससे तो यही साबित होता है कि विश्व के दर्शकों पर हॉलीवुड का हॉरर उतार पर है।  इस वीकेंड में तीसरे स्थान पर ७.४६ मिलियन डॉलर के कलेक्शन के साथ इनटू द वुड्स रही।

महिला शक्ति की प्रतीक 'एजेंट कार्टर'

मार्वल स्टूडियोज  ने २००८  'आयरन मैन' से अपने ब्रांड करैक्टर पर फ़िल्में बनाने का सिलसिला शुरू किया था।  यह स्टूडियो  अब तक १० फ़िल्में बना  चुका है। अब इस स्टूडियो के इतिहास में पहली बार एक महिला करैक्टर पर एक शो एजेंट कार्टर बनाया गया है।  स्टार वर्ल्ड   प्रीमियर एचडी इस शो  का प्रसारण ९ जनवरी से रात दस बजे से करने जा रहा है।  इस शो में अभिनेत्री  हेली अटवेल स्ट्रेटेजिक साइंटिफिक रिज़र्व एजेंट पेगी  कार्टर का किरदार कर रही  हैं।  एजेंट कार्टर फीचर फिल्मों कैप्टेन अमेरिका, द फर्स्ट एवेंजर और कैप्टेन अमेरिका से प्रेरित है। एजेंट कार्टर का करैक्टर मानवीय है।  क्योंकि, मार्वल के दूसरे करैक्टर की तरह इस चरित्र के पास कोई सुपर पावर नहीं है। वह एजेंट ऑफ़ शील्ड की पहली सदस्य है।  इस शो की कहानी चालीस के दशक की है।  चालीस के दशक की औरत, पुरुष प्रधान समाज का वातावरण इस शो में दर्शाया गया है। इस शो का हर चरित्र  एजेंट कार्टर के अलावा होवार्ड स्टार्क, एजेंट एक थॉम्पसन, एडविन जार्विस को अच्छी तरह से विकसित किया गया है।  कहानी तेज़ रफ़्तार है।  इस शो को देखना टेलेविज़न पर किसी फिल्म को देखने जैसा अनुभव देने वाला है। इन भूमिकाओं को डॉमिनिक कूपर, चाड माइकल मरे और जेम्स डीआरसी ने किया है। इस शो की खासियत यह है कि आपको  मार्वल यूनिवर्स की पूर्व कथा जानने  की ज़रुरत  नहीं,  क्योंकि,एजेंट कार्टर खुद में एक मज़बूत औरत की कहानी है । तो  तैयार हो जाइये और बैठ जाइये टीवी के सामने ९ जनवरी को, देखने के लिए 'द कैप्टेन अमेरिका फर्स्ट एवेंजर के बाद के एक  की  कहानी  जानने के लिए जब कैप्टेन अमेरिका उर्फ़ स्टीव रॉजर मरने से पहले एजेंट कार्टर को सम्पूर्ण सम्पूर्ण सीक्रेट एजेंट एजेंट बना देता है।  उल्लेखनीय है कि  एक डरपोक मना जाने वाला अमेरिकी सैनिक स्टीव रॉजर युद्ध के मैदान में  मारा जाता है। उसका शव बर्फ में दब जाता है।  रॉजर के इसी अवशेष से, अमेरिका को बचाने के लिए, कैप्टेन  अमेरिका का जन्म होता है।  

बेमिसाल धुनों के 'पंचम'

आज मशहूर फिल्म संगीतकार राहुल देव ,बर्मन उर्फ़ पंचम की पुण्य तिथि है। २१ साल पहले, केवल ५५ साल की छोटी उम्र में पंचम का देहांत हो गया था।  राहुल देव बर्मन, हालाँकि एक बड़े संगीतकार सचिन देव बर्मन के घर में पैदा हुए थे, इसलिए उनका संगीत पर अच्छी पकड़ होना स्वाभाविक था।  लेकिन, साथ ही  संगीत के वट वृक्ष सचिन दा की छाया में पलने की त्रासदी भी थी। राहुल जो भी धुन तैयार करते उसमे उनके पिता के संगीत की छाप देखी जाती। वास्तविकता तो यह है कि राहुल देव बर्मन को पंचम नाम ही पंचम सुर पर मिला था।  क्योंकि, जब वह रोते थे तो उनके पास पडोसी कहते थे कि वह पंचम सुर में रो रहे हैं। सचिन देव बर्मन को शास्त्रीय और लोक संगीत का ज़बरदस्त ज्ञान था। वह बॉलीवुड फिल्मों के लिए  १९४६ से संगीत दे रहे थे।  ऐसे में जबकि पिता बॉलीवुड म्यूजिक के टॉप पर हो, बेटे आरडी बर्मन को कौन पूछता।  हालाँकि, पंचम को प्रारंभिक फ़िल्में भी अपने पिता के कारण ही मिली थी। बताते हैं कि  'ऐ मेरी टोपी पलट के आ' गीत की रचना पंचम ने ही की थी, जिसे सचिन दा ने फिल्म फंटूश में उपयोग किया था।  इसके अलावा, फिल्म प्यासा' के 'सर जो तेरा चकराए' की संरचना भी नन्हे राहुल देव बर्मन की उँगलियों ने ही पैदा की थी। बतौर असिस्टेंट संगीत निर्देशक आरडी बर्मन ने अपने पिता को फिल्म 'चलती का नाम गाडी', 'कागज़ के फूल', 'तेरे घर के सामने', 'बंदिनी', 'ज़िद्दी', आदि में सहयोग किया।   पंचम को पहली फिल्म दी बचपन के दोस्त महमूद ने।  लेकिन, पंचम को यह फिल्म अपने पिता के कारण ही मिली थी।  महमूद ने जब बतौर निर्माता फिल्म बनाने का निर्णय लिया, तब फिल्म 'छोटे नवाब' का संगीत देने के लिए सचिन दा के पास गए।  सचिन दा के पास तारीखे नहीं थी।  महमूद ने पंचम से संगीत देने के लिए कहा।  झिझकते हुए पंचम ने फिल्म का संगीत दिया।  १९६१ में रिलीज़ फिल्म 'छोटे नवाब' फ्लॉप हुई।  पंचम के संगीत की प्रशंसा की गयी।  लेकिन, उनके सबसे लोकप्रिय गीत 'घर आजा घिर आये बदरा' में पिता के संगीत की छाप देखी गयी। राहुल देव बर्मन को बॉलीवुड का पंचम बनाया नासिर हुसैन की फिल्म 'तीसरी मंज़िल' ने।  इस फिल्म के जैज़ म्यूजिक ने फिल्म को सुपर हिट बनाया ही, आरडी बर्मन को भी हिट कर दिया।  हालाँकि, छोटे नवाब से तीसरी मंज़िल के बीच राहुल ने 'पड़ोसन', 'कटी पतंग', 'द ट्रैन', 'हलचल', 'कारवां', 'बुड्ढा मिल गया', 'सीता और गीता', 'हरे रामा हरे कृष्णा', आदि कोई २९२ हिंदी फिल्मों में सुपर हिट धुनें दी। उन्होंने ३१ बांगला, ३ तेलुगु, और दो-दो तमिल ओड़िया फिल्मों का संगीत भी दिया।  एक मराठी फिल्म के संगीतकार के बतौर भी पंचम का नाम दर्ज़ है। उनके तैयार तमाम गीतों के रीमिक्स कर हज़ारो बेसुरे संगीतकार और गायक लाखों कमा रहे हैं।   


राजेंद्र कांडपाल     

'अथर्वा द ओरिजिन में शाहरुख़ खान

रमेश थमिलमणि के ग्राफ़िक नावेल 'अथर्वा द ओरिजिन' में  बॉलीवुड फिल्म अभिनेता शाहरुख़ खान मुख्य किरदार में नज़र आएंगे।  पृथ्वी के जन्म पर केंद्रित इस उपन्यास में मनुष्य की जीवन यात्रा का चित्रण किया गया है। पृथ्वी के भावी राजा अपनी कठिन और लम्बी जीवन यात्रा पर निकला है।  इस यात्रा में वह अनोखे जानवरों का सामना करता है और जादुई ज़मीन के दर्शन करता है। अभी इस उपन्यास का एक मिनट का ट्रेलर देख कर इस प्रोजेक्ट के कंटेंट का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट पर विरजू स्टूडियो काम कर रहा है। इस उपन्यास का रेखांकन रमेश आचार्य ने किया है। अजंता एलोरा गुफाओं के चित्रण ग्राफ़िक नावेल के प्रारंभिक स्वरुप कहे जा सकते है।  १९६४ में पहली बार अधिकारिक रूप से ग्राफ़िक नावेल शब्द का उपयोग किया गया। १९७८ में विल आइजनर के प्रकाशन अ कॉन्ट्रैक्ट विथ गॉड के साथ यह उपन्यास हो गए। उम्मीद की जानी चाहिए कि अथर्वा द ओरिजिन के बाद यह उपन्यास भारत में भी प्रकाशित होने लगेंगे।