कहा जाता है कि ईद में दर्शक सलमान खान को बढ़िया ईदी देते है । लेकिन, सलमान खान की फिल्मों को ईद रास आने का सिलसिला २००९ से चला आ रहा है । उससे पहले सलमान खान की फिल्मों को ईद के बावजूद असफलता हासिल हुई। वैसे बॉलीवुड की तमाम बड़ी फ़िल्में ईद वीकेंड पर रिलीज़ होती रही है । तमाम बड़े सितारों मसलन अमिताभ बच्चन, आमिर खान, आदि की फ़िल्में ईद वीकेंड
पर रिलीज़ होती रही है । ईद और दीवाली का मिला जुला हफ्ता तो सोने पर सुहागा साबित
होता । आइये पिछले तीन दशकों (१९९१-२०१५) के दौरान रिलीज़ हिंदी फिल्मों पर नज़र
डालते हैं-
२०वी शताब्दी का
आखिरी दशक- शताब्दी के आखिर में नए सुपर स्टारों के आने का सिलसिला शुरू हो चला
था । अजय देवगन, आमिर खान, अक्षय खन्ना, ऐश्वर्या राय, आदि सितारे झिलमिलाने लगे
थे । अस्सी के दशक के कुछ सितारे सूरज बनने का प्रयास कर रहे थे । इन सभी की
फ़िल्में ईद या ईद-दिवाली कंबाइंड वीकेंड में रिलीज़ हुई । लेकिन, अनुभव खट्टा मीठा
रहा । अलबत्ता, ज्यादातर को ईदी मिली, दिवाली की मिठाई खाना नसीब हुआ । ख़ास तौर पर
अनिल कपूर को ।
धूल में मिल गये सुपर सितारे - ईद १९९१ में दो फ़िल्में अजूबा और अफसाना प्यार का रिलीज़
हुई थी । सुपर स्टार अमिताभ बच्चन फंतासी फिल्म अजूबा से बॉक्स
ऑफिस पर अपना सुपर स्टारडम नहीं दिखा सके । यह फिल्म बॉक्स ऑफिस
पर फ्लॉप होने का अजूबा दिखा गई । आमिर खान को उम्मीद थी कि वह सुपर स्टार बन
जायेंगे । तीन साल पहले ही उनकी बतौर नायक पहली रोमांस फिल्म क़यामत से क़यामत तक
सुपर हिट साबित हुई थी । लेकिन, अफसाना प्यार का का रोमांस दर्शकों को रास नहीं
आया ।
अनिल कपूर साबित हुए
बॉक्स ऑफिस के बेटा- १९९२ का साल अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित की जोड़ी के लिए सुपर
ईद ले कर आया । इंद्रकुमार निर्देशित फिल्म बेटा ने बढ़िया स्क्रिप्ट, कल्पनाशील
निर्देशन, अनिल-माधुरी जोड़ी की केमिस्ट्री, माधुरी दीक्षित की सेक्स अपील और बढ़िया
संगीत के बलबूते बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर बिज़नस किया ।
जब फ्लॉप हुए बिग
स्टार्स- १९९३ को बॉलीवुड के बड़े सितारों की असफल ईद के लिए याद किया जायेगा । विनोद
खन्ना, धर्मेन्द्र, सनी देओल, संजय दत्त, मीनाक्षी शेषाद्री, रवीना टंडन, राखी
गुलजार, आदि की जेपी दत्ता निर्देशित फिल्म क्षत्रिय बुरी तरह से फ्लॉप हुई । यह
बॉलीवुड के बड़े सितारों की ज़बरदस्त असफलता थी ।
दोस्तों की असफलता-
ईद १९९५ में अक्षय कुमार की फिल्म पांडव और रोहित शेट्टी की फिल्म सुरक्षा रिलीज़
हुई थी । रोहित शेट्टी और अक्षय कुमार ने १९९४ में मोहरा जैसी हिट फिल्म से अपनी
जोड़ी को विश्वसनीय बनाया था । सुरक्षा में सुनील शेट्टी के साथ सैफ अली खान भी थे ।
लेकिन, दोनों ही एक्शन स्टार्स की फ़िल्में बुरी तरह से असफल रही ।
सलमान खान की सफलता
का जुड़वाँ- सलमान खान की दोहरी भूमिका वाली डेविड धवन निर्देशित फिल्म जुड़वाँ ईद
१९९७ में रिलीज़ हुई थी । फिल्म में करिश्मा कपूर और रम्भा सलमान खान की दो
नायिकाएं थी । यह कॉमेडी फिल्म ज़बरदस्त हिट हुई ।
विनाशक १९९८- ईद
१९९८ सुनील शेट्टी के लिए विनाशक साबित हुई । रवीना टंडन के साथ रवि दीवान निर्देशित
एक्शन फिल्म विनाशक बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं मांग सकी । इसी फिल्म के साथ रिलीज़
जैकी श्रॉफ, आदित्य पंचोली और मधु की फिल्म हफ्ता वसूली भी बॉक्स ऑफिस पर अपनी
लागत तक नहीं वसूल कर सकी ।
९९ के फेर में काजोल
और ऐश्वर्या- यह दशक एक्सटेंडेड वीकेंड का नहीं था । अन्यथा, काजोल और अनिल कपूर
की फिल्म हम आपके दिल में रहते हैं और अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय की फिल्म आ अब
लौट चलें २२ जनवरी के बजाय १९ जनवरी को रिलीज़ होती और आज की तरह एक्सटेंडेड वीकेंड
का फायदा उठाती । अलबत्ता, दोनों ही फ़िल्में अच्छा बिज़नस कर पाने में कामयाब हुई ।
हम आपके दिल में रहते हैं सुपर हिट और आ अब लौट चलें ने औसत से कम का बिज़नेस किया ।
फ्लॉप हुआ २१वी
शताब्दी का मेला- शताब्दी की शुरुआत को पुराने सितारों के ज़मींदोज़ होने और नए
सितारों के उदय की शताब्दी कहा जाता है । ख़ास तौर पर इस शताब्दी का पहला साल ।
इसके बाद तो पूरी शताब्दी में उतार चढ़ाव आये । पुराने चावल स्वादिष्ट साबित हुए ।
फ्लॉप मेला, ध्वस्त
बुलंदी- फर्स्ट फ्राइडे जिंक्स की शुरुआत २००० से ही हुई । ७ जनवरी को आमिर खान की
धर्मेश दर्शन निर्देशित फिल्म मेला और टी रामाराव की अनिल कपूर अभिनीत फिल्म
बुलंदी रिलीज़ हुई । इन बड़े सितारों और दर्शकों की नब्ज़ भांपने वाले निर्देशकों की
फिल्मों से बॉलीवुड को बड़ी उम्मीदें थी । लेकिन, यह दोनों फ़िल्में ईद वीकेंड के
बावजूद बुरी तरह से असफल हुई । साल के पहले शुक्रवार की मनहूसियत का आगाज़ हो गया ।
गम नहीं ख़ुशी ही
ख़ुशी- बतौर निर्देशक करण जौहर की दूसरी फिल्म कभी ख़ुशी कभी गम (२००१) ने बॉलीवुड
को ख़ुशी ही ख़ुशी दी । पिछले साल बड़े सितारों की बड़ी फिल्मों की असफलता के बाद यह फिल्म महत्वपूर्ण थी । अमिताभ बच्चन, शाहरुख़ खान, हृथिक रोशन, करीना
कपूर, काजोल और जया बच्चन जैसे सितारों से सजी यह म्यूजिकल फॅमिली फिल्म
ब्लॉकबस्टर साबित हुई ।
क़र्ज़ का दर्द- एक्शन
हमेशा हिट नहीं होता, यह बताया हैरी बवेजा की फिल्म क़र्ज़ द बर्डन ऑफ़ ट्रुथ ने ।
सनी देओल, सुनील शेट्टी और शिल्पा शेट्टी की यह एक्शन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी
तरह से असफल हुई ।
निखिल अडवाणी का कल
हो...- करण जौहर ने कल हो न हो में अपने चेले निखिल अडवाणी को शाहरुख़ खान, प्रीटी
जिंटा और सैफ अली खान को निर्देशित करने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी । ईद के दर्शकों
को निखिल को निराश नहीं किया । इसे हिट फिल्मों में शुमार किया जाता है ।
फला ईद और दिवाली का
मिलन- २००४ में दीवाली और ईद का मिलन हुआ था । इस साल बॉक्स ऑफिस पर यश चोपड़ा की
शाहरुख़ खान, रानी मुख़र्जी और प्रीटी जिंटा अभिनीत फिल्म वीर ज़ारा और उसके अपोजिट
निर्देशक अब्बास मुस्तान की अक्षय कुमार, प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर निर्देशित
फिल्म ऐतराज़ रिलीज़ हुई थी । ईद और दीवाली के सम्मिलित दर्शकों का प्यार वीर जारा
को मिला । वीर जारा जहाँ सुपरहिट फिल्मों में शुमार हुई, ऐतराज़ ने एवरेज बिज़नस किया
।
सलमान खान के लिए
फ्लॉप ईद- आज के दिन कोई कल्पना तक नहीं कर सकता कि ईद में रिलीज़ सलमान खान की कोई
फिल्म फ्लॉप हो सकती है । लेकिन, २००५ में भी ऐसा हुआ । इस साल प्रियदर्शन निर्देशित
दो फ़िल्में अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम की कॉमेडी फिल्म गरम मसला और सलमान खान और
करीना कपूर की गंभीर फिल्म क्योंकि... रिलीज़ हुई थी । सलमान खान की सीरियस फिल्म
पर अक्षय कुमार की कॉमेडी भारी पड़ी । गरम मसाला हिट और क्योंकि... फ्लॉप साबित हुई
।
एक हिट एक फ्लॉप
(२००६ से २००९ तक)- ईद और दीवाली का मिलना हर किसी को फलता नहीं । सलमान खान पर
भारी पड़े थे शाहरुख़ खान । फरहान अख्तर ने शाहरुख़ खान और प्रियंका चोपड़ा के साथ
१९७८ की अमिताभ बच्चन की हिट फिल्म डॉन का रीमेक पेश किया था । इस फिल्म के सामने शिरीष
कुंदर की सलमान खान, अक्षय कुमार और प्रीटी जिंटा की फिल्म जानेमन रिलीज़ हुई थी । जहाँ
डॉन हिट हुई, वहीँ जानेमन औंधे मुंह लुढ़क गई । सलमान खान शाहरुख़ खान से मात खा गए ।
अगले साल यानि २००७ में अक्षय कुमार की फिल्म भूल भुलैया सुपरहिट हुई तो अभिषेक
बच्चन, रानी मुख़र्जी, कोंकना सेन शर्मा और जाया बच्चन की फिल्म लागा चुनरी में दाग
सुपर फ्लॉप हुई । २००८ में तो इमरान खान की किडनैप और अभिषेक बच्चन की द्रोण को
असफलता का मुंह देखना पडा । २००९ में सलमान खान ईद के लकी सितारे के रूप में
स्थापित हो गए । उनकी प्रभुदेवा निर्देशित एक्शन फिल्म वांटेड सुपरहिट साबित हुई ।
जबकि, फिल्म के सामने रानी मुख़र्जी और शाहिद कपूर की क्रिकेट पर फिल्म दिल बोले हडीप्पा
फ्लॉप हो गई ।
केवल सलमान खान की
ईद- वांटेड के बाद सलमान खान ईद वीकेंड पर छा गए । तब से २०१३ के साल को छोड़ कर,
हर साल अब तक यानि ईद २०१६ तक सलमान खान की फ़िल्में ही ईद की ईदी अकेले ही लूटती
रही । सलमान खान की दबंग, बॉडीगार्ड, एक था टाइगर, किक और बजरंगी भाईजान रिलीज़ हुई । यह सभी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट साबित हुई
। २०१३ में सलमान खान की कोई फिल्म रिलीज़ नहीं हुई थी । ईद २०१३ को शाहरुख़
खान की रिलीज़ फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस सुपरहिट साबित हुई ।