आज रिलीज़ होने जा रही दो फिल्मों रईस और काबिल, अपने बड़े नायकों शाहरुख़ खान और हृथिक रोशन के बावजूद, अपने आइटम सांग्स के कारण चर्चित हो रही हैं। ख़ास बात यह है कि दोनों ही फिल्मों के गीत पुरानी फिल्मों के गीतों के रीमिक्स है। रईस में लैला ओ लैला के रीमिक्स वर्शन पर सनी लियॉन डांस कर रही हैं। यह गीत १९८० में रिलीज़ फ़िरोज़ खान की फिल्म क़ुरबानी के नाज़िया हसन के गाये और ज़ीनत अमान पर फिल्माए गए गीत का रीमिक्स वर्शन है। राम संपत के रीमिक्स को पावनी पाण्डेय ने गाया है। काबिल का आइटम सांग सारा ज़माना अभिनेत्री उर्वशी रौतेला पर फिल्माया गया है। यह गीत १९८१ की फिल्म याराना का कल्याणजी आनंदजी का संगीतबद्ध गीत है। इस अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया था। उर्वशी के आइटम सांग को रफ़्तार और पायल देव ने रीमिक्स किया है। हालाँकि, शाहरुख़ खान और हृथिक रोशन अपनी अपनी फिल्मों की सफलता को लेकर निश्चिन्त है। लेकिन, यह सोचे जाने के कारण है कि अगर सफलता सुनिश्चित थी तो रईस और काबिल में आइटम सांग्स क्यों ? क्या आइटम सांग किसी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बेच ले जाते हैं या इनिशियल दिलवा पाते हैं ? भारतीय सिनेमा के इतिहास के आइटम गीतों पर नज़र डालें तो कभी कभी आइटम सांग सफलता की गारंटी नहीं साबित होते।
क्या आइटम सांग गर्ल थी वैजयंतीमाला !
इसमें कोई शक़ नहीं कि आइटम सांग दर्शकों को फिल्म की ओर आकर्षित करने के लिए रखे जाते हैं। काफी फ़िल्में उदाहरण हैं, जिन्हें आइटम सांग की वजह से शुरुआती कामयाबी मिली और कई फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर कामयाब भी हुई। लेकिन, यह तय है कि हर आइटम सांग किसी फिल्म को कामयाब क्या इनिशियल तक नहीं दिला सकता। वैसे आइटम सांग्स को मनोरंजन के लिए ही समझा जाना चाहिए। इन गीतों को किसी फिल्म को हिट कराने का ज़िम्मा सौंपना ठीक नहीं। फिल्म की तरफ दर्शकों को आकर्षित करने के लिहाज़ से कर्णप्रिय संगीत वाले झुमा देने वाले गीतों का चलन पचास के दशक में भी था। फिल्म आर पर (१९५४) में शकीला पर फिल्माया गया बाबूजी धीरे चलना गीत, शायद ऐसा पहला प्रयास था। उस दौर में अभिनेत्री वैजयंतीमाला पर काफी आइटम टाइप गीत फिल्माए गए। इनमे नागिन का मेरा मन डोले, देवदास का जिसे तू कबूल कर ले, साधना का कहो जी तुम क्या क्या खरीदोगे, मधुमति का चढ़ गयो पापी बिछुवा, आदि गीत उन पर ख़ास तौर पर फिल्माए गए थे। उस दौर में कुककू, हेलेन, मधुमति, आदि बतौर डांसर ही मशहूर हुई। इन पर फिल्माए गए लगभग हर गीत पॉपुलर हुए।
राजकपूर को भी आइटम सांग की दरकार
वैजयंतीमाला अच्छी डांसर थी। उन पर कैची नंबर्स पर डांस कराने का चलन सा बन गया था। हालाँकि, इनकी मुख्य भूमिका वाली फिल्मों में दूसरी पेशेवर डांसर अभिनेत्रियां हुआ करती थी। फिल्म प्रिंस में मुक़ाबला हमसे न करो गीत हेलेन के साथ वैजयंतीमाला के मुक़ाबले के कारण ख़ास बन गया था। परंतु, वैजयंतीमाला और शम्मी कपूर जैसे बड़े सितारों से सजी यह फिल्म फ्लॉप हुई थी। राजकपूर ने अपनी फिल्म संगम में वैजयंतीमाला पर कैबरेनुमा डांस नंबर मैं का करू राम मुझे बुड्ढा मिला गया फिल्मा कर कुछ ज़्यादा दर्शक बटोर पाने में सफलता हासिल की। साठ और सत्तर के दशक में हेलेन तेज़ रफ़्तार और पाश्चात्य धुनों से सजे कैबरे या डांस प्रकार के गीतों के लिये याद की जाती हैं। अस्सी के दशक में ज़ीनत अमान और परवीन बाबी जैसी पाश्चात्य सभ्यता में रंगी आधुनिका अभिनेत्रियों ने डांसर अभिनेत्रियों के लिए अब तक सुरक्षित गीतों को हड़प लिया। परवीन बाबी ने नमक हलाल में जवानी जानेमन और रात बाकी, ज़ीनत अमान ने क़ुरबानी में आप जैसा कोई मेरी ज़िन्दगी में आये जैसे पैर थिरकाने वाले पाश्चात्य धुनों वाले क्लब गीत किये। माधुरी दीक्षित तो चोली के पीछे (खलनायक), एक दो तीन (तेज़ाब), धक् धक् (बेटा), आदि उत्तेजक गीतों के कारण धक् धक् गर्ल के खिताब से नवाज़ी गई।
बड़ी अभिनेत्रियों के आइटम
उन दिनों मुमताज़ बॉलीवुड में टॉप पर थी। उस दौर में, वह जीतेंद्र और लीना चंद्रावरकर की मुख्य भूमिका वाली फिल्म हमजोली में आइटम सांग टिक टिक टिक किया था। मुमताज़ ने यह डांस जीतेंद्र की दोस्ती की खातिर किया था। परंतु, आजकल तो हर बड़ी अभिनेत्री आइटम सांग कर रही है। शिल्पा शेट्टी (मैं आई हूँ यूपी बिहार लूटने और शटअप एंड डांस), सुष्मिता सेन (महबूब मेरे महबूब मेरे और शकलाका बेबी), रानी मुख़र्जी (काली नागिन के जैसी जुल्फें काली), ऐश्वर्या राय बच्चन (इश्क़ कमीना और कजरारे कजरारे), लारा दत्ता (ऐसा जादू डाला रे), बिपाशा बासु (बीड़ी जलाई ले और हो गई टुन्न), कैटरिना कैफ (ज़रा ज़रा टच मी, शीला की जवानी, चिकनी चमेली और माशा अल्लाह), दीपिका पादुकोण (लव मेरा हिट है, दम मारो दम), करीना कपूर (फेविकोल से और मेरा नाम मेरी है), प्रियंका चोपड़ा (बबली बदमाश, पिंकी और राम चाहे लीला) सोनाक्षी सिन्हा (थैंक गॉड इट्स फ्राइडे और पार्टी आल नाईट) और श्रद्धा कपूर (डांस बसंती) भी आइटम सांग कर चुकी हैं। इन आइटम सांग्स ने अपनी फिल्मों को चाहे हिट बनाया हो या न बनाया हो, इन अभिनेत्रियों को न्यू ईयर ईव पार्टी और ओवरसीज शोज में डांस करने के लिए हिट नंबर ज़रूर दे दिए।
फिल्म के लिए आइटम सांग
ममता कुलकर्णी बॉलीवुड से दूर होने के बावजूद सुर्ख हैं। कभी ममता कुलकर्णी ने बॉलीवुड की फिल्मों में अपनी सेक्स अपील का डंक बजा दिया था। इन्ही ममता कुलकर्णी ने राजकुमार संतोषी की फिल्म घातक में कोई जाये तो ला जाए आइटम सांग पर सेक्सी डांस किया था। बदले में संतोषी ने ममता को अपनी अगली फिल्म की नायिका बनाने का वादा किया था। संतोषी ने वादा पूरा भी किया। फिल्म चाइना गेट की नायिका ममता कुलकर्णी ही थी। लेकिन, फिल्म फ्लॉप हुई। इस फिल्म में उर्मिला मातोंडकर ने एक आइटम छम्मा छम्मा किया था। संतोषी ने उर्मिला को भी अगली फिल्म की नायिका बनाएं का वादा किया था। परंतु संतोषी उर्मिला से किया वायदा पूरा नहीं कर सके। अलबत्ता उनकी लिखी फिल्म जानम समझ करो की नायिका उर्मिला ज़रूर थी। उर्मिला ने राजकुमार संतोषी की नारी प्रधान फिल्म लज्जा में फिर एक आइटम आ ही जाइए कर दिया। कुछ ऐसा ही वादा रामगोपाल वर्मा ने ईशा कोप्पिकर से किया था कि वे कंपनी के लिये खल्लास आइटम डांस करेंगी तो उनकी अगली फिल्म की नायिका बनेंगी। लेकिन वह भी ईशा से किया वादा पूरा नहीं कर सके। ईशा को रामगोपाल वर्मा के प्रोडक्शन की फिल्म डरना मना है की छह कहानियों में से एक कहानी की नायिका ही बन सकी ।
लेकिन फ़िल्में फ्लॉप
बावजूद इसके कि तमाम बड़ी अभिनेत्रियों ने आइटम सांग्स किये हैं। यह आइटम सांग्स काफी पॉपुलर भी हुए हैं। इन आइटम्स सांग्स वाली कई फिल्मों ने बढ़िया बिज़नस भी किया। परंतु, इसके बावजूद आइटम सांग फिल्म हिट कराने की गारंटी नहीं बन सकते। वैजयंतीमाला के साथ हेलेन के आइटम सांग वाली फिल्म प्रिन्स (१९६९) फ्लॉप हुई। उर्मिला मातोंडकर के छम्मा छम्मा डांस वाली फिल्म चाइना गेट (१९९८), मलाइका अरोरा खान के आइटम सांग छइयां छइयां वाली फिल्म दिल से, रानी मुख़र्जी के आइटम काली नागिन सी वाली मन (१९९९), सुष्मिता सेन के महबूब मेरे महबूब वाली फ़िज़ा (२०००), ऐश्वर्या राय बच्चन के आइटम सांग वाली शक्ति द पॉवर (२००२) फ्लॉप हुई। दीपिका पादुकोण न तो बिल्लू बार्बर को हिट बना सकी, न ही दम मारो दम को। कैटरिना कैफ का शीला की जवानी आइटम अक्षय कुमार की फिल्म तीस मार खान को हिट नहीं बना सका।