अपूर्व
लाखिया के एक और रियल लाइफ पर फिल्म बनाने की खबर है। अपूर्व लाखिया की पिछले साल
रिलीज़ दाऊद इब्राहीम की बहन हसीना पार्कर पर फिल्म हसीना पार्करको सफलता नहीं मिली थी। इस असफलता से अपूर्व निराश नहीं लगते। वह फिर एक नायिका प्रधान फिल्म बनाने की
दिशा में बढ़ रहे हैं। वह चेन्नई की रहने वाली एक नौ साल की बच्ची नज़ीमा पर फिल्म
बनाने जा रहे हैं,
जिसे १९८४
में बेच दिया गया था। नज़ीमा से घरेलु काम कराया जाता था, उसे मारापीटा जाता था। एक दिन, वह वहां से भाग निकलती है। उसे मैसूर मे रहने
वाला ब्राह्मण जोड़ा पालता-पोसता और शिक्षा दिलवाता है। फिर उसकी शादी उसी के कौम
के लडके सैयद से करा दी जाती है। उसका पति उसके साथ नौकरी करने सऊदी अरब चला जाता
है। परन्तु, नज़ीमा को अपने जन्मदाता माता-पिता की याद
आती रहती है। उसका पति उसे माता पिता से मिलाने के लिए एक चेन्नई के एक डिटेक्टिव आर वरदराजा से मदद लेता है। अंततः चेन्नई पुलिस के ज़रिये नजीमा अपने माँ पिता से
मिल पाती है। इस कहानी ने अपूर्व को बहुत प्रभावित किया। उन्होंने तत्काल ही इस
कहानी पर फिल्म बनाने के अधिकार प्राप्त कर लिए। अपूर्व फिलहाल इस फिल्म की
स्क्रिप्ट लिख रहे हैं। जैसे ही स्क्रिप्ट पूरी होगी, फिल्म की कास्ट पर विचार किया जायेगा। उसके बाद ही फिल्म फ्लोर पर जा सकेगी। अपूर्व लाखिया ने अब तक मुंबई से आया मेरा
दोस्त, एक अजनबी, शूटआउट एट लोखंडवाला, दस कहानिया,
मिशन
इस्ताम्बुल, ज़ंजीर और हसीना पार्कर का निर्देशन किया है। नज़ीमा की कहानी,
उनकी पहले की
फिल्मों की कहानियों से बिलकुल अलग है। क्या एक्शन से भरपूर गैंगस्टर फिल्मों के
शाहकार अपूर्व लाखिया नज़ीमा पर फिल्म के साथ न्याय कर पाएंगे ?
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 27 February 2018
अपूर्व लाखिया की एक और रियल लाइफ फिल्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
वीरे की वेडिंग में जमेगी पुलकित और कृति की केमिस्ट्री
वीर और गीत
एक दूसरे को बेहद प्यार करते हैं, शादी करना चाहते हैं। होता क्या है कि पहली
मुलाक़ात के दौरान ही वीर का टकराव गीत के पिता से हो जाता है। परिणामस्वरूप, वीर
और गीत की वेडिंग तो हो सकती है, लेकिन पिता का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। आग में घी
का काम करता है वीर का चचेरा भाई बल्ली। उसके होने वाले ससुर धमकी देता है कि अगर उसके भाई का दिल टूटा
तो ठीक न होगा। ऐसे में सब कुछ ठीक कैसे हो सकता है। सवाल बड़ा यह है कि क्या वीरे
की वेडिंग होगी ? क्या ससुर का आशीर्वाद मिलेगा ? वीरे दी वेडिंग के वीर पुलकित
सम्राट और गीत कृति खरबंदा को विश्वास है कि किसी का आशीर्वाद मिले या न मिले,
उनकी इस वेडिंग को दर्शकों का आशीर्वाद ज़रूर मिलेगा। इस भरोसे का कारण है, फिल्म
में इन दोनों की आपसी केमिस्ट्री। जीतनी बढ़िया समझ दोनो मुख्य एक्टरों में होगी, उनके किरदारों के रोमांस से दर्शक उतना ही प्रभावित होंगे। क्या इन दोनों की केमिस्ट्री ऐसी जमी है? अपनी
केमिस्ट्री जमाने के लिए इन दोनों खूब कोशिश की हैं। पुलकित और कृति की एक साथ यह पहली फिल्म है। इन
दोनों ने एक साथ स्क्रिप्ट वर्कशॉप तो की ही है, सेट पर भी घुलने-मिलने की कोशिश
की है। इसके लिए दोनों ने खाने को जरिया बनाया। पंजाबी होने के कारण कृति और
पुलकित दोनों ही बढ़िया खाने के शौक़ीन हैं। दोनों सेट पर खाने की बात करते ही थे,
साथ साथ स्नैक्स खाते भी थे। एक शॉट के बाद दूसरे शॉट की तैयारी के लिए मिले समय के बीच दोनों स्वादिष्ट
स्नैक्स खाते थे। वीरे की वेडिंग एक कॉमेडी फिल्म है, इसलिए दोनों खूब मस्ती करते
हुए सीन किया करते थे। कैमरा के बाहर एक दूसरे की खिंचाई करना, इन दोनों का शगल
था। जब यह दोनों मस्ती करते तो लगता नहीं था कि यह भिन्न लिंग के हैं। वीरे की
वेडिंग का निर्देशन आशु त्रिखा कर रहे हैं। इस फिल्म में जिमी शेरगिल के अलावा सतीश
कौशिक, युविका चौधरी, सुप्रिया कार्निक, आदि भी अपने किरदारों में हैं। वीरे की
वेडिंग इस शुक्रवार (२ मार्च) अनुष्का शर्मा की फिल्म परी के साथ रिलीज़ हो रही है।
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इस शुक्रवार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अर्जुन रामपाल की मेहर लामबंद हुआ करती थी मलाइका अरोरा खान के खिलाफ
कलर्स फिनिटी पर, नेहा धूपिया के चैट शो 'बीएफएफ'स सीजन २ में, पिछले दिनों अरोड़ा बहने मलाइका अरोड़ा खान और अमृता अरोड़ा लदाखी आई हुई थी। इस शो की होस्ट नेहा धूपिया से मेहमान जोड़ी बेबाक बातचीत करती हैं। इस वजह से इस शो में चौंकाने वाले खुलासे होते हैं। इस बातचीत से कई भविष्यवाणियां भी की जा सकती हैं। अब अरोड़ा बहनों के साथ बातचीत को सुनिए। इस शो में अमृता अरोड़ा, अपनी बड़ी बहन मलाइका को मलाइका अरोड़ा खान कह कर बुलाती है। इससे उस अफवाह को बल मिलता है कि सलमान खान के भाई अरबाज़ खान एक बार फिर अमृता अरोड़ा लदाखी के जीजा बनने जा रहे हैं। पिछले दिनों मीडिया में यह खबर सुर्ख थी कि अरबाज़ और मलाइका पैचअप करना चाहते हैं। इन दोनों द्वारा ख़ास दिन एक साथ मनाने के बाद यह अफवाहें उड़ी थी। इस शो में चौंकाने वाली बात मलाइका ने अपने मॉडलिंग के दिनों की कहीं। उन्होंने पूछे जाने पर कहा कि मॉडलिंग में करियर बनाने के दौरान उस समय की सुपर मॉडल मेहर जेसिया और नम्रता शिरोड़कर उनके खिलाफ लामबंद हो गई थी। अलबत्ता, मलाइका ने इस पर यह कह कर मिट्टी डालने की कोशिश की कि अब यह दोनों उनकी अच्छी दोस्त हैं। लेकिन, मलाइका अरोड़ा की इस स्वीकारोक्ति के बाद, यह समझना ज़रा मुश्किल हो रहा है कि अरबाज़ खान से टूट के बाद, मलाइका अर्जुन रामपाल के साथ दारू पार्टी में क्यों शामिल हुआ करती थी ! वैसे मलाइका अरोड़ा खान और अर्जुन रामपाल ने दो फ़िल्में ईएमआई - लिया है तो चुकाना पड़ेगा और हॉउसफुल एक साथ की हैं। वैसे ऐसा लगता है कि अर्जुन रामपाल अपनी महिला दोस्तों को रोने के लिए अपना कंधा देते हैं। क्योंकि, हृथिक रोशन की पूर्व पत्नी सुज़ैन खान की स्प्लिट के बाद भी, अर्जुन रामपाल सुज़ैन के साथ नज़र आये थे। दिलचस्प बात यह है कि अब अरबाज़ और मलाइका अरोड़ा पैचअप की खबरों के अलावा हृथिक रोशन और सुज़ैन खान के पैचअप की भी खबरें हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अर्जुन रामपाल बिछड़े जोड़ो के शांति कपोत हैं।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 26 February 2018
कॉस्मेटिक सर्जरी श्रीदेवी की मौत का एकमात्र कारण नहीं : डॉ मोनिका कपूर
ह्रदय के
दौरे के कारण श्रीदेवी की असामयिक मृत्यु ने सभी सदमे में है। यह ५४ वर्षीय अभिनेत्री एक पारिवारिक शादी का हिस्सा बनने के लिए दुबई गए थे। अप्रत्याशित मौत
के बारे में व्यापक अटकलें है। कई विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने उन कई कॉस्मेटिक सर्जरी को उनकी मौत का ज़िम्मेदार ठहराया है, जो उन्होंने अपने जीवनकाल में करवायी थी।
उनकी
कॉस्मेटिक सर्जरी और टॉक्सिस डोसेस को श्रीदेवी के ह्रदय दौरे का मुख्य कारण माना
जा रहा है पर इस बारे में डॉ मोनिका कपूर का मानना कुछ और है। डॉ. मोनिका जो खुद
कॉस्मेटिक सर्जन है उनका कहना है, "कॉस्मेटिक सर्जरी किसी के आकस्मिक निधन का इकलौता कारण नहीं हो सकता।
हम इसके लिए चिकित्सा प्रक्रियाओं को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं, परन्तु कॉस्मेटिक
सर्जरी करवाने के पीछे की वजह जैसे निरंतर मानसिक और सामाजिक तनाव, अथवा उनके सर्वश्रेष्ठ देखने की एक हद को
दोषी ठहराया जा सकता है। "
आगे बताते
हुए, उन्होंने कहा, "यदि कॉस्मेटिक सर्जरी ऐसी मौत के लिए
जिम्मेदार होती,
तो यह अतीत
में बहुत समय पहले हो सकता था। श्रीदेवी इस तरह के सर्जरी अपने जीवन के पहले भी
करवा चुकी थीं"।
माइकल जैक्सन
के उदाहरण का हवाला देते हुए, मोनिका ने समझाया, "एम.जे. जैसे प्रमुख व्यक्तियों ने विभिन्न कॉस्मेटिक प्रक्रियाओं और
सर्जरी करवाई,
लेकिन दुनिया
में कहीं शल्य चिकित्सा समितियों / चिकित्सा समितियों ने इन सर्जरीओं को अचानक मौत
का कारण नहीं बताया।"
डॉ. मोनिका
अन्य सर्जरी के बारे में भी बताते है जो हानिकारक नहीं हैं। उनका कहना है "लोगों को कभी-कभी ट्यूमर हटाने या
संपूर्ण इलाज के लिए कई सर्जरी की आवश्यकता होती है, लेकिन यह उनको नहीं मारता है। खुद की तस्वीर को सामाज में सही दिखने
के लिए लगातार सामाजिक और मानसिक तनाव इस सर्जरी के पीछे मुख्य कारण है, इसलिए मेरा मानना है कि सर्जरी करवाने के
पीछे कारण समाज या पारिवारिक दबाव, दर्जा और प्रोफ़ाइल बनाए रखना होता है। यही दबाव हमारे सबसे
प्रतिष्ठित सितारों के दुखद निधन का उनका कारण बन जाते है।
जुहू हाफ़ मैराथन २०१८ – क्लिक करें
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आयोजित हुई गेट फिट थ्रू स्पॉर्ट्स फ़ाउन्डेशन और रोटरी क्लब ऑफ़ बॉम्बे एयरपोर्ट की जुहू हाफ़ मैराथन २०१८
उज्जवल अंधारी,
राजीव पूरी,
कुणाल कपूर,
दारासिंह खुराना,
भरत कपाड़िया और वत्सल सेठ
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बोल्ड और सेक्सी है वीरपुर की मर्दानी अविका गोर – पढ़ने के लिए क्लिक करें
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बोल्ड और सेक्सी है वीरपुर की मर्दानी अविका गोर
कलर्स चैनल से प्रसारित सीरियल बालिका वधु (२००८) की आनंदी, अब न बालिका रही हैं, न वह किसी की वधु
हैं। ऐसा स्वाभाविक भी है। वह एक पीढ़ी आगे बढ़ चुकी हैं। बालिका वधु की दस साल की आनंदी अब बीस साल की हो गई
है। वह जवान हो गई है। वह सेक्सी भी लगाने लगी हैं। उन्होंने अपने तेवर सीरियल
ससुराल सिमर का (२०११-१६) में रोली और झुमकी के किरदारों से दिखा दिए थे। इस
सीरियल में वह अपने ससुराल में वह षडयंत्रों का सामना करती है और उन्हें विफल करती
है। अब वह नए सीरियल लाडो : वीरपुर की मर्दानी में अनुष्का के किरदार में नज़र
आएँगी। बताते चलें कि यह सीरियल २००९ में प्रसारित शो न आना इस देश लाडो का दूसरा हिस्सा है। पहले शो की दबंग अम्माजी की टक्कर में अविका गौर का किरदार एक मर्दानी महिला का है, जो वीरपुर के कुछ दबंगों को सबक सिखाती
है। यह लोग वीरपुर की महिलाओं का जीना हराम किये हुए हैं। अनुष्का की भूमिका में अविका
गोर काफी सेक्सी लगती हैं। उनके हावभाव और पोशाकें ठसकदार और प्रभावशाली हैं। एक
एपिसोड में अनुष्का दो भाइयों को अपने घर बुला कर उन्हें धोखे से नशा पिला कर
बेहोश कर देती है। इसके बाद डॉक्टर बुला कर उन्हें नपुंसक बना देती है। बालिका बधू
की आनंदी की भूमिका में अपनी मासूमियत से मोहने वाली अविका गोर बीस साल की अनुष्का
की भूमिका में दर्शकों को कितना पसंद आती हैं, इसी में अनुष्का की अभिनय क्षमता की
परीक्षा होगी।
बागी २ के एक्शन में सेक्स अपील का तड़का लगाएगी दिशा पाटनी – पढ़ने के लिए
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बागी २ के एक्शन में सेक्स अपील का तड़का लगाएगी दिशा पाटनी
हालिया जारी, निर्देशक अहमद खान की फिल्म बागी २ का ट्रेलर
टाइगर श्रॉफ के धुंआधार एक्शन का गवाह है। ट्रेलर से फिल्म की कहानी का इतना ही
पता चलता है कि दिशा पाटनी और टाइगर श्रॉफ
पूर्व प्रेमी-प्रेमिका हैं। दिशा का किसी
दूसरे से विवाह हो चुका है। वह एक बच्चे की माँ भी है। उसके बच्चे का अपहरण हो जाता है। वह बच्चे को छुड़ाने के लिए टाइगर श्रॉफ से मदद
माँगने जाती है। ट्रेलर में दिशा के बच्चे को छुड़ाने के लिए टाइगर श्रॉफ अनियंत्रित
हिंसा करने लगता है। इस ट्रेलर से दिशा एक
प्रेमिका से ज़्यादा माँ लगती है। लेकिन, दिशा और टाइगर रोमांस के रियल किस्सों के
साथ दिशा पाटनी कामुक अंग प्रदर्शन करती, टू पीस बिकिनी में समुद्र या स्विमिंग पूल
के किनारे टहलती नज़र आ रही है। वह नए ज़माने की एक्ट्रेस हैं। अभी उनकी सिर्फ एक
हिंदी फिल्म एम् एस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी ही रिलीज़ हुई है। इसमे भी वह आधुनिका युवती प्रियंका झा बनी थी।
लेकिन, अपनी पहली
फिल्म तेलुगु भाषा में लोफर में वह सेक्सी अंदाज़ में नज़र आयी थी। वह अपने
अंग-प्रत्यंग का प्रदर्शन कर रही थी। म्यूजिक विडियो बेफिक्रा में भी वह टाइगर के
साथ अल्ट्रा मॉडर्न नज़र आ रही थी। चीनी फिल्म कुंग फु योग में भी वह नृत्य गीत कर
रही थी। इससे साफ़ है कि बागी २ में उनका किरदार कुछ मिनट का नहीं होगा. वह टाइगर
का रोमांस हैं,
तो परदे पर ठीक से रोमांस करेंगी ही। वह ग्लैमरस नज़र आएंगी ही।उन्होंने
सोशल साइट्स में अपने उन्मुक्त चित्रों से अपने दर्शकों को जता रखा है कि वह अंग
प्रदर्शन की किसी हद तक जाने को तैयार हैं। किसी भी एक्शन फिल्म में फिल्म की
नायिका का ग्लैमर और ख़ास तौर पर सेक्स अपील के लिहाज़ से उपयोग होता है। दिशा पाटनी
को अभी स्टारडम की काफी सीढियां चढ़नी हैं। तो उन्हें इस सीढी पर चढने के लिए अपने
कपडे तो कम करने ही होंगे!
सब कुछ ज़ल्दी मिला श्रीदेवी को....सब कुछ – पढ़ने के लिए क्लिक करें
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Sunday, 25 February 2018
सब कुछ ज़ल्दी मिला श्रीदेवी को....सब कुछ !!!
श्रीदेवी को
श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए रामगोपाल वर्मा कहते हैं, “श्रीदेवी को मृत्यु देने के कारण मैं भगवान् से घृणा करता हूँ और मरने के लिए श्रीदेवी से।" श्रीदेवी को वर्मा की यह
श्रद्धांजलि एक घोर प्रशंसक की सही मायनों में श्रद्धांजलि है। कोई भी प्रशंसक कैसे
अपने आइडल को इतनी कम उम्र में मरता देख सकता है। फिर रामगोपाल वर्मा के करियर के
लिए तो श्रीदेवी का बड़ा महत्व था। नागार्जुन के साथ शिवा बनाने के बाद, उन्हें एक
फ़िल्म निर्माता ने श्रीदेवी के साथ फिल्म बनाने का प्रस्ताव किया था। वर्मा के लिए
स्वप्न सत्य होने के सामान था। उस समय तक श्रीदेवी तमिल, तेलुगु और बॉलीवुड फिल्मों की
सुपरस्टार बन चुकी थी, जबकि रामगोपाल वर्मा के तेलगु फिल्म करियर की शरुआत ही हुई थी। उन्होंने तब तक शिवा ही बनाई थी। श्रीदेवी ने इस नवोदित निर्देशक के साथ फिल्म करने से इनकार नहीं किया। श्रीदेवी के साथ तेलुगु फिल्म क्षणम क्षणम ने रामगोपाल वर्मा पर पुरस्कारों की बारिश कर दी थी। फिल्म सुपरहिट हुई। इसके बाद श्रीदेवी ने वर्मा के साथ गोविंदा गोविंदा भी की।
फिल्मों में ही बीता जीवन
श्रीदेवी के
लिए कहा जा सकता है कि वह फिल्मों में ही बचपन से जवानी जीती चली गई। श्रीदेवी का जन्म, तमिलनाडु
में शिवकाशी में १३ अगस्त १९६३ को हुआ था। उन्होंने, सिर्फ चार साल की उम्र में तमिल फिल्म थुनैवन में भगवान मुरुगन का बाल किरदार किया था। सिर्फ १३ साल की उम्र में वह रजनीकांत और कमल हासन की फिल्म मुंदरू मुदिचु से नायिका बनी। जूली (१९७५) में लक्ष्मी की टीनएज बहन की भूमिका कर रही थी। इसके साथ ही, वह दक्षिण और हिंदी की फिल्म इंडस्ट्री में छाती चली गई। एक समय वह तमिल,
तेलुगु और हिंदी फिल्मों में एकछात्र राज्य किया करती थी। उनको कोई चुनौती नहीं थी। तमिल
पिता अयप्पन और तेलुगु माँ राजेश्वरी की बेटी श्रीदेवी, अपनी माँ के ज्यादा निकट
थी। राजेश्वरी ने ही श्रीदेवी के करियर को संवारा। वह फिल्मों और निजी जीवन के बारे में
श्रीदेवी को सलाह दिया करती थी। राजेश्वरी की मौत ने श्रीदेवी को अकेला कर दिया
था।
अस्सी के दशक की फ्लॉप का टॉप
श्रीदेवी, हिंदी फिल्मों की टॉप की अभिनेत्री हुआ करती थी। मगर, उनकी बतौर
नायिका पहली हिंदी फिल्म अमोल पालेकर के साथ सोलहवां सावन फ्लॉप हुई थी। दूसरी
फिल्म सदमा भी कुछ ख़ास नहीं कर सकी। फिर
आई जीतेंद्र के साथ एक्शन कॉमेडी फिल्म हिम्मतवाला (१९८३) । यह फिल्म सुपर हिट हुई। श्रीदेवी की थंडर थइ ने
हिंदी दर्शकों इतना आकर्षित किया कि वह सबसे सफल सेक्स बम बन गई। अब यह बात दीगर
है कि अपनी अभिनय क्षमता के बूते वह टॉप
पर पहुंची। उन्होंने अपने समय के बॉलीवुड के सभी टॉप अभिनेताओं जीतेन्द्र, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, आदि के साथ कई फ़िल्में की।
ओरिजिनल चॉइस
नहीं
चौंकाने वाली बात है कि श्रीदेवी की
करियर को नई ऊँचाइयाँ देने वाली फिल्मों की पहली पसंद श्रीदेवी नहीं थी। श्रीदेवी को
शुरूआती दौर में हिंदी नहीं आती थी। फिल्मों में उनके संवाद अभिनेत्री नाज़ या रेखा
डब किया करती थी। इसीलिए यश चोपड़ा, श्रीदेवी को चांदनी की नायिका नहीं बनाना
चाहते थे। तब श्रीदेवी ने उनसे अपने संवाद खुद डब करने का वादा किया। इसी प्रकार
से, नगीना के लिए हरमेश मल्होत्रा की पहली पसंद जयाप्रदा थी। लेकिन, अंततः यह
दोनों फ़िल्में श्रीदेवी ने की और उन्हें बॉलीवुड सुपरस्टार एक्ट्रेस का खिताब
दिलवा दिया।
रजनीकांत और
कमल हासन की जोड़ीदार श्रीदेवी
श्रीदेवी ने
तमिल और तेलुगु फिल्मों के तमाम बड़े अभिनेताओं के साथ फ़िल्में की। उन्होंने कमल
हासन और रजनीकांत के साथ लगभग २३-२३ फ़िल्में की। उन्होंने, तमिल और तेलुगु के उस उस समय के टॉप अभिनेताओं एंटी रामाराव, अक्कीनेनी नागेश्वरराव, विष्णुवर्द्धन और कृष्णा के साथ फ़िल्में की। के राघवेंद्र राव की फिल्मों ने उन्हें दक्षिण के साथ साथ हिंदी फिल्मों में भी स्टार बना दिया था। राघवेंद्र उन्हें लेकर पहले दक्षिण की भाषा में फिल्म बनाते और फिल्म इसका हिंदी रीमेक बनाते। श्रीदेवी ने बॉलीवुड के भी सभी बड़े सितारों के साथ फ़िल्में की। उन्होंने जीतेंद्र के साथ हिम्मतवाला से अपने
करियर को बॉलीवुड में जमाया। श्रीदेवी ने जीतेंद्र और अनिल कपूर के साथ १६-१६
फ़िल्में की। इन फिल्मों में उन्होंने जम कर अंग प्रदर्शन किया। उन्होंने एक समय अनिल कपूर के साथ बेटा करने से मना कर दिया था, क्योंकि,
वह पहले ही अनिल कपूर के साथ काफी फ़िल्में कर रही थी। वह तीन फिल्मों में अमिताभ
बच्चन की नायिका थी। सनी देओल के साथ ६, ऋषि कपूर के साथ ५ तथा मिथुन चक्रवर्ती और राजेश खन्ना के साथ ४-४ फ़िल्में की। श्रीदेवी ने नई पीढ़ी के तमाम अभिनेताओं के साथ भी फ़िल्में की। श्रीदेवी ऎसी अभिनेत्रियों में शुमार हैं, जो बाप और बेटा दोनों की हीरोइन बनी। श्रीदेवी ने धर्मेंद्र और सनी देओल के साथ ६-६ फ़िल्में की। उन्होंने अक्षय कुमार के साथ मेरी बीवी का जवाब नहीं, सलमान खान के साथ चाँद का टुकड़ा और चंद्रमुखी, शाहरुख़ खान के साथ आर्मी, संजय दत्त के साथ गुमराह जैसी फिल्मे की।
नहीं की
जुरैसिक पार्क
श्रीदेवी को,
१९९३ में रिलीज़ स्टीवन स्पीलबर्ग की फिल्म जुरैसिक पार्क में रोल ऑफर हुआ था। लेकिन, श्रीदेवी को लगा कि फिल्म में उनकी भूमिका बहुत छोटी थी। इस भूमिका के लिए
उन्हें लम्बे समय तक हिंदी फिल्मों से दूर रहना पड़ता। जबकि, उस समय उनके पास बहुत
सी हिंदी फ़िल्में थी। इसलिए, श्रीदेवी ने हॉलीवुड की इस सुपरहिट फिल्म को न बोल
दी।
फिल्मों से
सन्यास के बावजूद
श्रीदेवी ने, १९९७ में, बोनी कपूर से शादी करने के
बाद हिंदी फिल्मों को अलविदा कह दिया था। उनकी वापसी, २०१२ में गौरी शिंदे की
फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से हुई। लेकिन, इस दौरान भी बॉलीवुड में उनको याद किया
जाता रहा। श्रीदेवी ने २००४ में टीवी सीरीज मालिनी अय्यर की। मेरी बीवी का जवाब
नहीं भी इसी दौरान रिलीज़ हुई। अपनी वापसी के लिए तमिल फिल्म पुली से शुरुआत की।
श्रीदेवी ने अपने जीवन में सब कुछ बहुत जल्दी पा लिया था। वह चार साल में दक्षिण की फिल्मों में अभिनय करने लगी। चौदह साल की उम्र में वह तमिल और तेलुगु फिल्मों की बड़ी स्टार अभिनेत्री बन चुकी थी। बीस साल की उम्र में, वह हिंदी फिल्म हिम्मतवाला (१९८३) से बॉलीवुड की स्थापित नायिका बन गई। वह, १९८५ से १९९२ तक हिंदी फिल्मों की सबसे ज़्यादा पारिश्रमिक पाने वाली अभिनेत्री थी। उनके लिए पहली बार सुपरस्टार का विशेषण इस्तेमाल किया गया। १९९३ से १९९६ तक यानि बोनी कपूर से शादी करने और संन्यास लेने तक वह बॉलीवुड की सबसे ज़्यादा पारिश्रमिक लेने वाली दूसरे स्थान की अभिनेत्री थी। यह विडम्बना ही थी कि मृत्य ने भी उन्हें सबसे जल्दी चुना। वह सिर्फ ५४ साल की उम्र में स्वर्गवासी हो गई। उन्हें श्रद्धांजलि।
बॉलीवुड न्यूज़ २५ फरवरी – पढ़ने के लिए देखें
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श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड न्यूज़ २५ फरवरी
अमावस में डराएगी
नर्गिस फाखरी
नर्गिस फाखरी की,
२०१६ में चार हिंदी फ़िल्में अजहर, हाउसफुल ३, डिशूम और बैंजो रिलीज़ हुई थी।इन सभी फिल्मों में नरगिस की भूमिका
सपोर्टिंग एक्ट्रेस वाली थी। इन फिल्मों के बाद, उनकी कोई फिल्म रिलीज़ नहीं हुई। इस बीच उन्होंने सिर्फ एक हिंदी फिल्म
संजय दत्त के साथ फिल्म तोरबाज़ की शूटिंग ख़त्म की है। इस फिल्म में वह एक एनजीओ के
लिए काम करने वाली महिला का किरदार कर रही हैं, जो संजय दत्त के बच्चे को बचाने के लिए उनके किरदार की मदद करती
है। इस फिल्म से पहले तक यह समझा जा रहा
था कि नर्गिस फाखरी बॉलीवुड में करियर न जमता देख कर, हिंदुस्तान को अलविदा कर चुकी हैं। लेकिन, नर्गिस ने इस खबर को हमेशा अफवाह ही बताया। अब इसे साबित करने के लिए
नर्गिस निर्देशक भूषण पटेल की फिल्म से वापसी कर रही हैं। इस फिल्म का नाम अमावस
है। खबर है कि नर्गिस फाखरी इस फिल्म में दर्शकों को डराएँगी। अमावस के निर्देशक
भूषण पटेल कहते हैं, "बॉलीवुड में हॉरर
जॉनर को दूसरे जॉनर के मुक़ाबले दोयम दर्ज़े का माना जाता है। लेकिन, नरगिस को पहली बार में फिल्म की स्क्रिप्ट पसंद
आई और उन्होंने इसे बिना देर मंज़ूरी दे दी।" इम्तियाज़ अली की दुखांत रोमांटिक
नायिका नर्गिस फाखरी का दर्शकों को डराने का कार्यक्रम चौंकाने वाला है। लेकिन,
अब जबकि बॉलीवुड की नायिका अभिनेत्रियां किसी ख़ास इमेज में बंधी रहना नहीं चाहती तो
नर्गिस का डराने वाली फिल्म करना, उचित निर्णय लगता है। पाठक जानते ही होंगे कि अनुष्का शर्मा
भी इस होली में अपनी बतौर निर्माता फिल्म परी में भयावना किरदार कर रही हैं। लेकिन
नर्गिस के लिहाज़ से भयावनी फिल्म करना इसलिए शंका पैदा करता है, क्योंकि नर्गिस के हाथों में तोरबाज़ के अलावा यही
एक फिल्म है। अगर अमावस का भयावना किरदार मिसफायर कर गया तो...!
अब रणभूमि में दुल्हनिया की टीम
फिल्म निर्माता करण
जोहर ने अपने बैनर धर्मा प्रोडक्शंस के तहत नई फिल्म का ऐलान कर दिया। लेकिन, उनकी इस नई फिल्म
में भी शाहरुख़ खान नहीं होंगे। पहले यह
अनुमान लगाया जा रहा था कि शाहरुख़ खान धर्मा प्रोडक्शंस के अंतर्गत फिल्म में
अभिनय करेंगे। मगर, करण जोहर द्वारा घोषित की गई इस फिल्म के नायक वरुण धवन होंगे। इस फिल्म का टाइटल रणभूमि रखा गया है। करण जोहर ने अपनी ट्वीट में इस फिल्म को युद्ध
फिल्म बताया है। लेकिन, यह किस प्रकार का युद्ध होगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। फिल्म का निर्देशन भी करण जोहर नहीं
करेंगे। इस फिल्म के निर्देशक शशांक खेतान
होंगे। शशांक खेतान ने ही इस फिल्म को लिखा भी है। इस बारे में शशांक ने बताया,
"इस फिल्म की कहानी पर मैंने दिसंबर २०१५ से काम
करना शुरू कर दिया था।" निर्माता करण जोहर, निर्देशक शशांक खेतान और
अभिनेता वरुण धवन की तिकड़ी की, रणभूमि एक साथ तीसरी
फिल्म है। शशांक खेतान ने धर्मा
प्रोडक्शंस के लिए हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया को लिखा और निर्देशित किया था। दुल्हनिया सीरीज की दूसरी बद्रीनाथ की
दुल्हनिया में भी हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया वाली वरुण धवन और आलिया भट्ट की
स्टार कास्ट ही थी। रणभूमि में आलिया भट्ट
होंगी या नहीं अभी साफ़ नहीं हुआ है। वैसे
आलिया भट्ट, निर्माता करण जोहर की ब्रह्मास्त्र
ट्राइलॉजी की तीन फिल्मों के लिए अनुबंधित हैं।
वह ज़ोया अख्तर की फिल्म गली बॉय में रणवीर सिंह के साथ नायिका का किरदार कर
रही है। जबकि वरुण धवन की दो फ़िल्में
अक्टूबर और सुई धागा मेड इन इंडिया इसी साल रिलीज़ होनी हैं। अलबत्ता, रणभूमि की रिलीज़ की तारिख अभी काफी दूर है। रणभूमि २०२० में दिवाली वीकेंड पर रिलीज़
होगी। करण जोहर ने इसका ऐलान फिल्म
के ऐलान के साथ ही किया।
आनंद कुमार पढ़ाएंगे, इमरान हाश्मी करेंगे चीट इंडिया
२०१९ के गणतंत्र
दिवस (२६ जनवरी) वीकेंड पर अक्षय कुमार नहीं होंगे । हालाँकि, गणतंत्र दिवस वीकेंड को सुपरडुपर हिट कलेक्शन
देने वाला बनाने की शुरुआत हृथिक रोशन की फिल्म अग्निपथ (२०१२) से हुई थी । इस
फिल्म के बाद यह वीकेंड बॉलीवुड के बड़े एक्टर्स की फिल्मों की रिलीज़ के लिए आकर्षण
का वीकेंड बन गया । यहाँ ध्यान रहे कि चालू दशक की शुरू में, सलमान खान की फिल्म वीर (२०१०) को गणतंत्र दिवस
वीकेंड पर बुरी असफलता मिली थी । यह कहा जाए तो ज्यादा ठीक रहेगा कि सलमान खान की
फ़िल्में इस वीकेंड में रिलीज़ हो कर असफल ही होती रही है । जय हो (२०१४) इसका
प्रमाण है । इसके बावजूद इस वीकेंड में रिलीज़ रेस २ (२०१३), बेबी (२०१५), एयरलिफ्ट (२०१६),
रईस और काबिल (दोनों गणतंत्र दिवस २०१७) तथा इस
साल पद्मावत को ज़ोरदार शुरुआत कराने वाला वीकेंड मिला था । जिन पाठकों ने यह
फ़िल्में देखी हैं, वह इनके विषयों से
परिचित होंगे । लेकिन, अगले साल के गणतंत्र
दिवस वीकेंड पर इन सब से बिलकुल अलग विषय से बिलकुल अलग, भारत की शिक्षा पर दो फ़िल्में रिलीज़ हो रही होंगी । अगले साल, २५ जनवरी को हृथिक रोशन गणित के अध्यापक
आनंद कुमार बने हुए ३० छात्रों को आइआइटी
में भेजने की कोशिश कर रहे होंगे । वहीँ इमरान हाशमी बताएँगे कि हिंदुस्तान में
कैसे शिक्षा एक समानांतर भ्रष्ट और लालची व्यवस्था बन गई है। इस फिल्म का निर्माण
फैशन फोटोग्राफर अतुल कस्बेकर और निर्देशन सौमिक सेन करेंगे । ज़ाहिर है कि २०१९
में शिक्षा व्यवस्था पर दो फिल्मों का टकराव देखना दिलचस्प होगा ।
नई जोड़ियां बनाते वरुण धवन !
वरुण धवन की आगामी
दो फ़िल्में ख़ास हैं। शूजित सरकार निर्देशित रोमांटिक ड्रामा फिल्म अक्टूबर १३ अप्रैल को रिलीज़ हो रही है। वहीँ, शरत कटारिया निर्देशित सामाजिक ड्रामा फिल्म सुई
धागा -मेड इन इंडिया २८ सितम्बर को रिलीज़ होगी। इन दोनों फिल्मों की ख़ास बात यह है कि दोनों ही फिल्मों में वरुण
धवन की भूमिका उनकी इमेज के अनुरूप नहीं है। दूसरी बड़ी ख़ास बात यह है कि दोनों ही
फिल्मों में उनकी जोडीदार नई अभिनेत्रियां है । सुई धागा में अनुष्का शर्मा नायिका
की भूमिका में हैं तो अक्टूबर में मॉडल बनिता संधू उनकी नायिका हैं । अक्टूबर
बनिता संधू की पहली फिल्म है। जबकि, अनुष्का शर्मा अब तक
१५ फ़िल्में कर चुकी है। वरुण धवन के करियर की खास बात यह है कि वह किसी ख़ास
जोड़ीदार से चिपक कर फ़िल्में नहीं कर रहे हैं । उनकी पहली फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द इयर
में उनकी नायिका अलिया भट्ट बाद में दो दूसरी फिल्मों हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया
और बद्रीनाथ की दुल्हनिया में भी नायिका थी । नर्गिस फाखरी, जैक्विलिन फर्नॅंडेज़ और इलीना डिक्रूज़ के साथ भी वरुण धवन की दो दो
फ़िल्में हैं। वरुण ने नर्गिस फाखरी के साथ मैं तेरा हीरो और ढिशूम, जैक्विलिन फर्नॅंडेज़ के साथ ढिशूम और जुड़वाँ २
तथा इलीना के साथ मैं तेरा हीरो और जुडवा २ की थी। लेकिन, इन फिल्मों में इन तीन अभिनेत्रियों के साथ वरुण की जोड़ियाँ सही मायनों में नहीं बनी थी । बदलापुर में यमी
गौतम ने उनकी पत्नी की छोटी भूमिका की थी ।
एबीसीडी २ में श्रद्धा कपूर और दिलवाले में कृति सेनन उनकी जोड़ीदार थी ।
इससे ज़ाहिर है कि वरुण धवन ने जोडी बनाने के मामले में किसी ख़ास अभिनेत्री को
तरजीह नहीं दी है । ऐसा इसलिए भी हुआ है कि वरुण अपनी इमेज से चिपके रहना नहीं
चाहते । चूंकि वह अपनी इमेज तोड़ते हुए फिल्म कर रहे है, इसलिए उनका जोड़ी तोड़ना लाजिमी है ।
बब्बू मान का सिंगल तेरी याद आती है
म्यूजिक इंडस्ट्री
की सनसनी गायक, बब्बू मान ने भी
वैलेंनटाइन वीक पर अपना नया सिंगल लॉन्च किया । बकौल बब्बू मान यह लव सॉन्ग लोगों
के दिलों को पिघला देगा । इस गाने को खुद मान ने लिखा है और इसे डीजे शेजवुड ने
डायरेक्ट किया है । इस गीत को अभिनेत्री स्मिता गोंडकर पर फिल्माया गया है । गीत
के बोल हैं ‘तेरी याद आती है’ । डीजे शेरवूड ने बताया कि हमने इस गाने के मेकिंग के वक्त ही सोच
लिया था इसे वैलेंनटाइन के मौके पर रिलीज करेंगे । बब्बू मान का असली नाम तेजिंदर
सिंह मान है । बब्बू मान को बचपन से ही संगीत का बहुत शौक था । सात साल की उम्र
में उन्होंने गाना शुरू कर दिया था । वह हर बात को एक संगीतकार के नज़रिये से
देखते । यहां तक कि रसोई घर के बर्तनों को भी वे संगीत के साज़ बनाकर उनसे भी
सुरीली तान छेड़ दिया करते थे । बब्बू मान उन गिने-चुने गायकों में से हैं जो अपने
सभी गीतों के बोल ख़ुद लिखते हैं । बब्बू मान कहते हैं, “यह गीत एक खूबसूरत कहानी सुनाने वाला है । हम प्यार की भावना को भिन्न
तरीके से बताने की कोशिश करते हैं ।“ इस गीत को वीनस
वर्ल्डवाइड एंटरटेनमेंट द्वारा रिलीज़ किया गया है ।
बलात्कार के खिलाफ ऋचा चड्डा
फुकरे की भोली
पंजाबन ऋचा चड्डा महिलाओं के अधिकारों के मामले में काफी वाचाल रही हैं।महिलाओं से
जुड़ा कौन सा ऐसा मामला है, जिस पर वह बोली न
हों। प्रधान मंत्री ने सेल्फी विथ गर्ल के ज़रिये एक सन्देश देने की कोशिश की तो
ऋचा बोली इससे कुछ होने-हवाने वाला नहीं। मतलब, जो कुछ होगा ऋचा के बोलने से या गैंग्स ऑफ़ वासेपुर जैसी फिल्म में
सेक्स स्लेव महिला का किरदार करने से। बहरहाल, ऋचा की बोलने की इस आदत के कारण सेक्शन ३७५ में उनका किरदार काफी कुछ
उनके जैसा लगता है। इस फिल्म में वह बलात्कार की इस धारा को लेकर, अभिनेता अक्षय खन्ना के किरदार के खिलाफ कड़ी नज़र
आएँगी। निर्माता कुमार मंगत पाठक और अभिषेक पाठक की मनीष गुप्ता निर्देशित फिल्म
सेक्शन ३७५ एक बलात्कार के मामले में बहस प्रति बहस पर आधारित है। इस फिल्म में
वकील किरदार अक्षय खन्ना के साथ ऋचा चड्डा कर रही हैं. अक्षय खन्ना बचाव पक्ष के
वकील बने हैं तो ऋचा चड्डा सरकारी वकील बनी हैं। ज़ाहिर है कि बलात्कारी को सज़ा
दिलवाने का जिम्मा ऋचा के किरदार पर ही है। मनीष गुप्ता ने सेक्शन ३७५ की कहानी दो
साल की रिसर्च के बाद लिखी है। मनीष गुप्ता की फ़िल्में द स्टोनमैन मर्डरस, हॉस्टल और रहस्य जैसी फ़िल्में रियल घटनाओं पर
आधारित फ़िल्में थी। अब देखने की बात होगी कि वह सेक्शन ३७५ में क्या कुछ चौंकाने
वाला लाते हैं और ऋचा चड्डा इस फिल्म को किस प्रकार से महिलाओं के अधिकारों के लिए
उपयोग कर पाती हैं।
क्या ऋषि कपूर को डरायेंगे इमरान हाश्मी ?
विक्रम भट्ट की हॉरर
फिल्म राज़ रिबूट के दो साल बाद, इमरान हाश्मी एक बार
फिर हॉरर जोनर की फिल्म करने जा रहे हैं। इस फिल्म का निर्माण वायकॉम १८ द्वारा
किया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन मलयालम फिल्म डायरेक्टर जीतू जोसफ करेंगे। जीतू
के परिचय के लिए इतना जानना काफी होगा कि उन्होंने मलयालम एक्टर मोहनलाल के साथ
थ्रिलर ड्रामा फिल्म दृश्यम का लेखन-निर्देशन किया था। इस फिल्म को चार भारतीय
भाषाओँ में भी रीमेक किया गया था। हिंदी
फिल्म दृश्यम में अजय देवगन ने मोहनलाल वाली भूमिका की थी। इन्ही जीतू जोसफ की
अनाम फिल्म दो मुख्य किरदारों पर फिल्म है। वैसे यह रहस्य-रोमांच वाली फिल्म है,
लेकिन इसमे हॉरर खास है। फिल्म में इमरान हाश्मी के जोड़ीदार ऋषि कपूर
है। यह जोड़ी पहली बार एक साथ नज़र आयेगी।
इमरान हाश्मी के अभी तक के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए यह पूछा जा सकता है
कि क्या वह फिल्म में ऋषि कपूर को डरायेंगे ? लेखक-निर्देशक जीतू जोसफ और एक्टर इमरान हाश्मी में से कोई भी इसे साफ़
नहीं करता। जीतू फिल्म को हॉरर एलिमेंट वाली मिस्ट्री थ्रिलर बताते हैं। इमरान
हाश्मी सिर्फ इतना कहते हैं, “यह इस जोनर की
दिलचस्प और दर्शकों के लिए उत्तेजनापूर्ण फिल्म होगी।” यहाँ बताते चलें कि जीतू की फिल्म दृश्यम का हिंदी रीमेक वायकॉम १८ ने
ही बनाया था। उसी समय से यह कंपनी जीतू के
साथ हिंदी फिल्म बनाना चाहती थी। जीतू जोसफ की यह बतौर डायरेक्टर पहली हिंदी फिल्म
होगी। क्या, जीतू जोसफ की मूल हिंदी फिल्म भी रीमेक
वाला जादू पैदा कर सकेगी ?
संजय दत्त क्यों चाहते हैं कि ८ माय को रिलीज़
हो ट्रेलर
संजय दत्त चाहते हैं
कि उनके जीवन पर बन रही राजकुमार हिरानी निर्देशित फिल्म संजू का ट्रेलर ८ मई को
रिलीज़ किया जाए। रणबीर कपूर द्वारा परदे पर संजय दत्त का किरदार वाली यह फिल्म २९
जून को रिलीज़ की जानी है। संजय दत्त क्यों चाहते हैं कि उनकी बायोपिक फिल्म का
ट्रेलर ८ मई को रिलीज़ हो ? जिन लोगों ने संजय
दत्त के करियर को ध्यान से देखा है, वह जानते हैं कि
संजय दत्त को बतौर हिंदी फिल्म के नायक उनके पिता सुनील दत्त ने पेश किया था। संजय
दत्त के साथ रीना रॉय और टीना मुनीम की भूमिका वाली इस फिल्म का नाम रॉकी था। यह
फिल्म ८ मई १९८१ को रिलीज़ हुई थी। इसीलिए, संजय दत्त चाहते हैं
कि जिस दिन उनकी पहली फिल्म रिलीज़ हुई है, उस दिन उनकी फिल्म
का ट्रेलर ज़रूर रिलीज़ हो। बायोपिक फिल्म में रॉकी महत्वपूर्ण होगी। इस फिल्म की
नायिका टीना मुनीम के साथ संजय दत्त का रोमांस खूब गर्म हुआ था। बायोपिक फिल्म में
टीना मुनीम वाला किरदार सोनम कपूर कर रही हैं। संजू फिल्म के डायरेक्टर राजकुमार
हिरानी ने अपने फिल्म करियर की पहली दो फ़िल्में मुन्नाभाई एमबीबीएस और लगे रहो
मुन्नाभाई संजय दत्त के साथ ही बनाई थी। उनकी पहली फिल्म में संजय दत्त के पिता
सुनील दत्त ने ही उनके पिता की भूमिका की थी। बायोपिक फिल्म में सुनील दत्त की
भूमिका परेश रावल और नर्गिस की भूमिका मनीषा कोइराला कर रही हैं।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
होली पर हॉरर
इस साल, होली मनाने के बाद, जब दर्शक मनोरंजन करने के लिए किसी
सिनेमाघर जाना चाहेंगे तो उनके सामने तीन विकल्प होंगे। बॉलीवुड उनके लिए दो फ़िल्में अनुष्का शर्मा की
प्रोसित रॉय निर्देशित हॉरर फिल्म परी और पुलकित सम्राट, जिमी शेरगिल और कृति सेनन की आशु त्रिखा
निर्देशित कॉमेडी फिल्म वीरे की वेडिंग लाया होगा, जबकि हॉलीवुड से वर्ल्ड वाइड रिलीज़ हो रही ब्रूस विलिस, एलिज़ाबेथ शू और कैमिला मोरोन की एली रोथ
निर्देशित एक्शन फिल्म डेथ विश होगी। हॉलीवुड की
डेथ विश बड़े एक्टरों के कारण
आकर्षण का केंद्र होगी। लेकिन, बॉलीवुड उनके लिए कोई बड़ी कॉमेडी फिल्म
नहीं दे रहा। अनुष्का शर्मा के सामने पुलकित सम्राट का कद कोई मायने नहीं रखता। इसका मतलब यह हुआ कि माउथ पब्लिसिटी मिलने तक
दर्शकों की पहली पसंद हॉरर फिल्म परी ही होगी। पूरे साल कॉमेडी फ़िल्में देने वाला
बॉलीवुड होली के हास्य रंग के त्यौहार पर कोई बड़ी कॉमेडी फिल्म क्यों नहीं ला रहा? चालू दशक पर नज़र डालें तो अच्छी कॉमेडी
फिल्म होली वीकेंड पर दर्शकों को पसंद बन कर उभरती है।
अतिथि तुम कब
जाओगे
इस दशक की
शुरू में होली ८ फरवरी और १ मार्च २०१० को
मनाई गई थी। इस साल २६ फरवरी को फरहान
अख्तर और दीपिका पादुकोण की थ्रिलर फिल्म
कार्तिक कालिंग और अमिताभ बच्चन, बेन किंग्सले,
आर माधवन, जैकी श्रॉफ और राइमा सेन की ड्रामा थ्रिलर
तीन पत्ति रिलीज़ हुई थी। इन दोनों ही फिल्मों का होली या कॉमेडी से कोई लेना देना
नहीं था। लेकिन, इसकी भरपाई हुई थी अगले हफ्ते ५ मार्च को
अश्वनी धीर निर्देशित परेश रावल, अजय देवगन और कोंकणा सेन शर्मा की कॉमेडी फिल्म अतिथि तुम कब जाओगे
से। हालाँकि, इस हफ्ते चार अन्य फ़िल्में हेलो ज़िन्दगी, रोड, मूवी,
रोक्क और
थैंक्स माँ रिलीज़ हुई थी। लेकिन, सफलता मिली कॉमेडी अतिथि तुम कब जाओगे को ही।
एक्सटेंडेड
वीकेंड की कहानी !
२०१२ में
होली बुद्धवार और गुरुवार को ७ और ८ मार्च को पड़ी थी। २ मार्च को रोमांटिक लंदन
पेरिस न्यूयॉर्क,
क्राइम पान
सिंह तोमर, रोमांस विल यू मैरी मी तथा ९ मार्च को
थ्रिलर कहानी और कॉमेडी चार दिन की चांदनी रिलीज़ हुई थी। चार दिन की चांदनी के अलावा कोई भी फिल्म
कॉमेडी शैली की नहीं थी। अब यह बात दीगर है कि तुषार कपूर की फिल्म चार दिन की
चांदनी कॉमेडी फिल्म होने के बावजूद दर्शक नहीं बटोर सकी। दर्शक मिले विद्या बालन की ड्रामा/ थ्रिलर
कहानी को और एक हफ्ता पहले तिग्मांशु धुलिया निर्देशित इरफ़ान खान की फिल्म पान
सिंह तोमर को।
अजय देवगन की
टूटी हिम्मत
पिछले साल की
तरह होली २०१३ भी हफ्ते के आखिरी दिनों मंगल और बुद्ध में थी। होली से कोई दो हफ्ता पहले १५ मार्च को
निर्देशक सुभाष कपूर की कॉमेडी फिल्म जॉली एलएलबी रिलीज़ हुई थी। अरशद वारसी, बोमन ईरानी और सौरभ शुक्ल की यह फिल्म हिट
हो गई थी। लेकिन, होली के आसपास रिलीज़ दो फ़िल्में जैकी
भगनानी की प्रियदर्शन निर्देशित एक्शन फिल्म रंगरेज़ और साजिद खान की एक्शन कॉमेडी
हिम्मतवाला रिलीज़ हुई थी। अब यह बात दीगर है कि अजय देवगन और तमन्ना भाटिया की
हिम्मतवाला तक बुरी तरह से फ्लॉप हुई।
फ्लॉप हुई
आयुष्मान खुराना की बेवकूफियां
२०१४ में
होली का त्यौहार रविवार और सोमवार को था।
तीन दिन पहले १४ मार्च को आयुष्मान खुराना की रोमांस फिल्म बेवकूफियां, अरबाज़ खान की हॉरर नेबर्स दे आर वैम्पायरस
और थ्रिलर डब्ल्यू रिलीज़ हुई थी। बॉलीवुड
को थोड़ी बहुत उम्मीद विक्की डोनर के आयुष्मान खुराना की फिल्म बेवकूफियां से
थी। मगर, नूपुर अस्थाना निर्देशित बेवकूफियां सोनम कपूर और ऋषि कपूर की मौजूदगी
के बावजूद दर्शकों को आकर्षित नहीं कर सकी।
पसंद नहीं आई
गणेश आचार्य की कॉमेडी
२०१५ में
हिंदी फिल्मों को एक्सटेंडेड वीकेंड का फायदा मिल सकता था। लेकिन, उस समय तक बॉलीवुड के बड़ी फिल्मों के निर्माता और एक्टर होली को उपजाऊ
हॉलिडे वीकेंड नहीं समझते थे। इसलिए ४ मार्च को रिलीज़ हुई बिलकुल नए चेहरों वाली
अमित खन्ना निर्देशित कॉमेडी फिल्म बदमाशियां तो बुरी तरह पिटी ही, रोमांस ड्रामा कॉफ़ी ब्लूम, पोलिटिकल ड्रामा डर्टी पॉलिटिक्स और गणेश
आचार्य की बतौर अभिनेता कॉमेडी फिल्म हे ब्रो भी असफल हुई। डर्टी पॉलिटिक्स से केसी बोकाडिया वापसी करना
चाहते थे। उन्होंने मलिका शेरावत, जैकी श्रॉफ और अनुपम खेर को लेकर यह
पोलिटिकल ड्रामा गढ़ा था। लेकिन, यह फिल्म भी असफल हुई।
क्या राजनीति
का फिल्मों पर प्रभाव ?
ऐसा लगता है
कि देश में दिल्ली से चलाई जा रही राजनीति का प्रभाव पड़ता है। दूसरे कार्यकाल में
कांग्रेस नीत यूपीए सरकार की नीतियों और भ्रष्टाचार का प्रभाव पूरे देश में पड़ा
था। महंगाई पेट्रोल डीजल के बढ़ाते दामों के साथ बेलगाम थी। भ्रष्टाचार के एक के बाद एक मामले माहौल को
खराब कर रहे थे। क्या इसका प्रभाव था कि बॉक्स ऑफिस २०१३ में रिलीज़ हिम्मतवाला की
हिम्मत भी जवाब दे गई ?
हालाँकि अजय
देवगन की साजिद खान निर्देशित एक्शन कॉमेडी फिल्म हिम्मतवाला इसी टाइटल के साथ
रिलीज़ १९८३ की सुपर हिट फिल्म का रीमेक थी। २०१४ यूपीए के शासन का आखिरी साल होने
के कारण यह आखिरी होली भी थी। मगर, आयुष्मान खुराना के साथ सोनम कपूर, ऋषि कपूर और अरबाज़ खान का आकर्षण भी इनकी फिल्म को बचा नहीं सका।
इसमें कोई शक नहीं कि दर्शक बिना माउथ पब्लिसिटी के नए चेहरों और छोटे बजट की
फ़िल्में देखने नहीं जाता। इसलिए, किसी वीकेंड का मंदा रहना स्वाभाविक
है। लेकिन, जब कुछ जाने पहचाने और बड़े चहरे हों तो फिल्म के हिट होने की गुंजाईश
बन जाती है। २०१६ को उदाहरण के रूप में लेते हैं। मार्च में २३ और २४ तारिख को
होली थी। इसीलिए १८ मार्च को ऋषि कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, फव्वाद खान और आलिया भट्ट की कॉमेडी ड्रामा फिल्म कपूर एंड संस रिलीज़
हुई थी। शकुन बत्रा निर्देशित यह फिल्म दादा और उसके दो पोतों के बीच
प्रतिद्वंद्विता की दिलचस्प कहानी थी।
फिल्म ने पहले दिन ६. ८५ करोड़ का कारोबार किया। इस फिल्म ने होली के दिन बीच ६.६५ करोड़ का
कारोबार कर दर्शकों में अपनी पकड़ बता दी थी।
अगले साल यानि २०१७ में १० मार्च को वरुण धवन और आलिया भट्ट की हिट जोड़ी की
फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया रिलीज़ हुई
थी। इस कॉमेडी फिल्म ने १०० करोड़ क्लब में
जगह बनाई थी। यह कारोबार २०१६ में नोट बंदी के बावजूद हुआ था।
इस उदाहरण से
साफ़ है कि होली हास्य और रंग का त्यौहार है।
लेकिन,
इस दिन भी
हास्य से पगे बड़े सितारे सोने पर सुहागे का काम कर सकते हैं। अगर राजनीतिक माहौल बढ़िया हो तो क्या
कहना। ऐसे में सवाल उठता है कि इस साल
रिलीज़ हो रही हॉरर फिल्म पारी और कॉमेडी वीरे की वेडिंग का क्या होगा ? माहौल अच्छा है। देश भ्रष्टाचार के दंश से घायल नहीं है। अनुष्का शर्मा के पति विराट कोहली के नेतृत्व
में भारतीय क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका में बढ़िया कर रही है। ऐसे में अनुष्का शर्मा की परी को, हॉरर फिल्म होने के बावजूद दर्शक
मिलेंगे। पुलकित सम्राट फुकरे गैंग के
लीडर की तरह मशहूर हैं। जिमी शेरगिल भी
तनु वेड्स मनु फिल्मों के राजा अवस्थी से दर्शकों के बीच हिट हैं। ऐसे में आशु त्रिखा की वापसी फिल्म वीरे की
वेडिंग हास्य के रंग जमा सकती है।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 24 February 2018
निर्भया के संघर्ष और इन्साफ की आवाज है इंडियन नेवर अगेन निर्भया
दिल्ली बस
गैंग रेप पर आधारित " इंडियन नेवर अगेन
निर्भया " प्रदर्शन के लिए
तैयार है। हाल में ही फिल्म का ट्रेलर
मुंबई में लांच किया गया। इस अवसर पर फिल्म
के निर्माता एवं निर्देशक बिदिशा अधिकारी, कंचन अधिकारी, अभिनेता दिनेश
के मेहता, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, अभिनेत्री गहना वशिष्ट एवं फिल्म वितरक
मनोज नंदवाना उपस्थित थे।
फिल्म नेवर अगेन निर्भया देश की राजधानी दिल्ली में १६ दिसंबर २०१२ को चलती बस में घटित रेप व
हत्याकांड का प्रतिगुंजित रूप है। साथ ही बलात्कार के निषेधात्मक प्रभावों तले दम
तोड़ती स्त्री को बचाये रखने की बेचैन लड़ाई का प्रतीक भी। निर्भया ने अपनी
आखिरी ख्वाहिश यही जताई थी कि उन सभी को जिंदा जला देना चाहिए। क्या निर्भया की आखिरी ख्वाहिश पूरी हो सकेगी, क्या कानूनी लड़ाई में निर्भया को इंसाफ
मिल पाएगा।
इस अवसर पर
निर्माता एवं निर्देशक कंचन अधिकारी ने कहा, "देश में २०१२ की घटना के बाद
बलात्कार जैसे घृणित आपराध प्रति एक जबरजस्त आक्रोश है। किसी भी समाज के लिए यह एक शर्मशार
करनेवाली घटना है। हमारे लिए यह एक मुश्किल फिल्म है। क्योकि फिल्म सत्य घटना पर
आधारित है। इसलिए कोशिश की गयी है कि उस हैवानियत की काली रात में क्या हुआ परदे पर दिखाया जा सके। फिल्म की शूटिंग के समय हम सब को कई बार महसूस
हुआ की निर्भया को कितना तकलीफ़ का सामना करना पड़ा होगा। फ़िल्म का मुख्य उद्देश्य हैंकि २१वी शताब्दी में आज स्त्रियों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए।" फिल्म में
मुख्य भूमिकाओं में ऋचा शर्मा, बिदिशा अधिकारी, दिनेश के मेहता, रवि कुमार,
राजू खेर, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, राजू श्रेष्ठ, अनिल यादव गोपाल सिंह, पप्पू पॉलिस्टर, कंचन अधिकारी विभिन्न भूमिकाओं में नजर
आयेंगे। साथ ही अभिनेत्री गहना वशिष्ट एक
आयटम सांग में नजर आएँगी
पूजा भट्ट सड़क २ में अलिया भट्ट – पढ़ें के लिए क्लिक करें
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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