Tuesday 17 January 2017

नहीं रही नैना साहू !

यह टाइटल पढ़ कर काफी हिंदी फिल्म प्रशंसक चौंक सकते हैं।  कौन नैना साहू ! ज़्यादातर फिल्म प्रेमी, ख़ास तौर पर आज की पीढ़ी के दर्शक नैना साहू के नाम से तक परिचित न होंगे।  नैना ने १९६७ में किशोर साहू जैसे फिल्मकार की फिल्म हरे कांच की चूड़ियां से बतौर नायिका डेब्यू किया था।  फिल्म में उनके नायक विश्वजीत थे।  किशोर साहू अपने समय के बड़े निर्माता-निर्देशक थे।  किशोर साहू को दर्शक गाइड फिल्म में वहीदा रहमान के पति मारको के बतौर यह कर सकते हैं।  नैना साहू इन्ही किशोर साहू की बेटी थी।  शक्ल सूरत से नैना में स्टार मटेरियल नहीं था।  बेशक एक्टिंग ठीक ठाक थी।  किशोर साहू ने अपनी बेटी की फिल्म को हिट बनाने के हरचंद कोशिश की।  फिल्म वाले सिनेमाघरों में हरे कांच की चूड़ियां मुफ्त बांटी गई।  इसके बावजूद फिल्म औसत रही।  नैना भी कुछ ख़ास प्रभाव नहीं छोड़ पाई थी।  तीन साल बाद किशोर साहू ने एक और कोशिश की।  नैना के साथ संजय खान को लेकर फिल्म पुष्पांजलि बनाई । परंतु यह कोशिश भी नाकाम रही।  इस फिल्म के फ्लॉप होते ही, नैना साहू नाम की एक्ट्रेस भी गायब हो गई।  आज यही नैना साहू नहीं रही।  उन्हें श्रद्धांजलि।

एम जी रामचंद्रन पहला फिल्म अभिनेता, जो मुख्य मंत्री बना

मरुदुर गोपालन रामचंद्रन आज जीवित होते तो अपना १००वा जन्मदिन मना रहे होते। कैंडी श्रीलंका में जन्मे एमजीआर नाम से पोपुलर तमिल फिल्मों के सुपर स्टार एमजी रामचंद्रन पहले फिल्म स्टार थे, जो किसी सूबे की सबसे ऊंची कुर्सी पर पहुंचे।  १७ जनवरी १९१७ को जन्मे रामचंद्रन ने १९३६ में तमिल फिल्म सती लीलावती में सह भूमिका करके अपने फिल्म करियर की शुरुआत की। उन्हें हिट बनाया एम करूणानिधि की लिखी फिल्म मंथिरी कुमारी ने।  उन्हें १९७१ में फिल्म रिक्शावकरण के लिए श्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। अन्नादुरै द्वारा स्थापित डीएमके के सदस्य रहे रामचंद्रन ने अपने पोलिटिकल करियर की शुरुआत इंडियन नेशनल कांग्रेस से की।  अन्नादुरै की मृत्य के तीन साल बाद द्रविड़ मुन्नेत्र कज़गम से अलग हो कर उन्होंने आल इंडिया अन्ना डीएमके पार्टी की स्थापना की।  उनकी पार्टी ने १९७७ में करूणानिधि की डीएमके को बुरी तरह से रौंद कर तमिलनाडु की सत्ता सम्हाली।  वह दूसरी बार ९ जून १९८० को तमिलनाडु के मुख्य मंत्री बने और जीवन पर्यंत (मृत्यु २४ दिसम्बर १९८७) बने रहे।  एमजीआर ने अपनी फिल्मों की इमेज को राजनीती में खूब भुनाया।  वह अपनी फ़िल्मी इमेज के अनुरूप तमिल जनता के मसीहा के बतौर पेश हुए।  उन्हें १९८८ में मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया।  एमजी रामचंद्रन और जे जयललिता ने कई फिल्मों में अभिनय किया था। रामचंद्रन ही जयललिता को राजनीती में लाये।  रामचंद्रन मृत्यु के बाद जयललिता अन्ना द्रमुक की सर्वेसर्वा और तमिलनाडू की मुख्य मंत्री बनी।

एकता कपूर की पहली पंजाबी फिल्म

बॉलीवुड के फिल्म प्रोड्यूसरों का रुझान पंजाबी सिनेमा की और बढ़ता जा रहा है। अक्षय कुमार २०१३ में भाजी इन प्रॉब्लम जैसी सुपर हिट पंजाबी फिल्म बना चुके हैं।  फिल्म मुझसे शादी करोगी में उनकी नायिका प्रियंका चोपड़ा भी १३ जनवरी को रिलीज़ पंजाबी फिल्म सरवन के साथ पंजाबी फिल्म प्रोड्यूसर का तमगा हासिल कर चुकी हैं।  अब इस दिशा में बालाजी टेलीफिल्म्स की एकता कपूर भी पंजाबी फिल्मों के निर्माण में कूद चुकी हैं।  उनकी बतौर पंजाबी फिल्म प्रोड्यूसर डेब्यू फिल्म "सुपर सिंह" होगी। यह एक सुपर हीरो फिल्म होगी। इस फिल्म में उड़ता पंजाब से बॉलीवुड डेब्यू कर चुके दिलजीत दोसांज एक अहम् भूमिका में नज़र आएंगे। इस फिल्म को अनुराग सिंह डायरेक्ट करेंगे । बताते चलें की दिलजीत और अनुराग पंजाब १९८४ और जाट एंड जूलियट की सीरीज में एक साथ काम कर चुके है। दिलजीत दोसांझ कहते हैं," मेरा हमेशा से सपना रहा है कि मैं पंजाब की ऑडियंस को उनका सुपर हीरो दे सकूं । मुझे गर्व है कि मेरा यह सपना जल्द ही साकार होनेवाला है । सबसे खास बात यह है कि इस फिल्म को मेरे फ़ेवरिट डायरेक्टर अनुराग सिंह डायरेक्ट कर रहे हैं।" दिलजीत जल्द ही अनुष्का शर्मा के साथ फिल्म फिल्लोरी में भी नज़र आएंगे।

अरबाज खान की ‘रेड अफेयर’ को अरमान मलिक की आवाज

हाल ही में हिंदी फिल्म ‘’रेड अफेयर’  का गीत बरफ सी तु पिघल जा...जुहू स्थित ऑडियो गैरेज स्टूडियो में रिकॉर्ड किया गया। इस गाने को युवा पीढ़ी के गायक अरमान मलिक ने आवाज दी है और गीत को संगीत से सजाया है हैरी आनंद ने। फिल्म के लेखक, गीतकार और क्रिएटिव निर्देशक सुप्रसिद्ध उपन्यासकार अमित खान है। यूवी फिल्म्स के बैनर तले फिल्म रेड अफेयरका निर्माण हो रहा है। फिल्म के निर्माता-निर्देशक प्रदीप रंगवानी है । फिल्म के नायक अरबाज़ खान के साथ मंजरी फडनिस, अश्मित पटेल, महक चहल और मुकुल देव ख़ास भूमिकाओं में हैं। अमित खान के जिस उपन्यास पर यह फिल्म आधारित है, वह उपन्यास फिल्म रिलीज होने के पहले हिंदी और इंग्लिश भाषा में रिलीज़ किया जाएगा। संगीत निर्देशक 'हैरी आनंद' इस गीत के बारे में बताते हैं, “गीत के बोलों में कामुक गीतो की परिभाषा बदलने की शक्ति है। बहुत ही सभ्य और कामुक शब्द इस गीत की ताकत हैं। यह एक सुंदर गीत है और अरमान मलिक ने खूबसूरती के साथ यह गीत गाया है।

Monday 16 January 2017

बाजीराव पेशवा के सेट पर घोड़े से गिरी अनुजा साठे

सोनी एंटरटेनमेंट के सीरियल पेशवा बाजीराव में बाजीराव की मां राधा बाई का किरदार निभा रही अनुजा साठे शूटिंग करते समय एक 9 फुट लंबे घोड़े की पीच से गिर गईं। प्रोडक्‍शन हाउस के सूत्र ने बताते हैं कि अनुजा साठे एक उम्‍दा कलाकार हैं। उन्‍हें अपने किरदार की चुनौतियां लेना अच्‍छा लगता है। इस शो में ऐसे कई सीक्‍वेंस हैं, जहां पर उन्‍हें घुड़सवारी करने की जरूरत थी। उन्‍होंने बिना विशेषज्ञ की मदद और बॉडी डबल के इस्‍तेमाल के इस चुनौतीपूर्ण काम को करने का फैसला किया। नौ फुट ऊंचे घोड़े पर सवारी करना वाकई में बहुत मुश्किल काम था। परंतु उन्‍होंने घुड़सवारी का सीक्‍वेंस काफी असानी और सटीकता के साथ किया। लेकिन जब सीक्‍वेंस खत्‍म होने ही वाला था, तभी घोड़ा बिदक गया। इससे वह अपना संतुलन बरकरार नहीं रख पाईं और घोड़े से गिर पड़ीं। उन्‍हें चोट लगी और उनका इलाज किया गया। सेट पर मौजूद चश्मदीद बताते हैं, "अनुजा अपनी दृढ़ इच्‍छा शक्ति और पेशेवर रवैये के लिये मशहूर हैं। चोट लगने के बावजूद वह अपने पैरों पर खड़ी हुईं और एक बार फिर शूटिंग करते हुये शानदार परफॉर्मेंस दिया।'' पेशवा बाजीराव का प्रसारण २३ जनवरी से होगा।  

Sunday 15 January 2017

सीक्वल फिल्म नहीं है अतिथि इन लन्दन

परेश रावल की केंद्रीय भूमिका वाली फिल्म अतिथि इन लन्दन के टाइटल से यह समझा जा रहा था कि यह फिल्म २०१० की हिट फिल्म अतिथि तुम कब जाओगे की रीमेक फिल्म है।  ऐसा भ्रम टाइटल में 'अतिथि' शब्द के शामिल होने तथा केंद्रीय भूमिका में चरित्र अभिनेता परेश रावल के होने के कारण भी पैदा हो रहा था।  २०१० की फिल्म में परेश रावल एक ऐसे अयाचित अतिथि बने थे, जिसे उसके मेजबान भगाना चाहते हैं, लेकिन वह डटा रहता है। अब यह साफ़ किया गया है कि अतिथि इन लन्दन का अतिथि तुम कब जाओगे से कोई सरोकार नहीं हैं।  अतिथि तुम कब जाओगे की कहानी मुम्बई में रह रहे विवाहित जोड़े की थी।  इस भूमिका को अजय देवगन और कोंकणा सेन शर्मा ने किया था।  जबकि, अतिथि इन लन्दन की पृष्ठभूमि में लन्दन है।  अजय देवगन और कोंकणा सेन शर्मा का जोड़ा भी नहीं है।  इस फिल्म में कार्तिक आर्य और कृति खरबंदा की जोड़ी के साथ तन्वी आज़मी और संजय मिश्र को भी लिया गया हैं। फिल्म लन्दन में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे जोड़े की है, जिन्हें जबरन मेहमान जोड़े परेश रावल और तन्वी आज़मी का सामना करना पड़ता है। अतिथि इन लन्दन का निर्देशन भी अश्विनी धीर ने ही किया है।  यह फिल्म ५ मई को रिलीज़ होगी।


Saturday 14 January 2017

जेंडर केज की वापसी के बहाने दीपिका पादुकोण

हॉलीवुड अभिनेता विन डीजल एक बार फिर जेंडर केज के खोल में नज़र आने जा रहे हैं।  वह डी जे कारुसो निर्देशित एक्शन फिल्म एक्सएक्सएक्स : रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में एक बार फिर एजेंट एक्सएक्सएक्स जेंडर केज के किरदार में नजर आएंगे। विन डीजल ने २००२ में पहली बार  फिल्म एक्सएक्सएक्स में जेंडर केज के किरदार को परदे पर सजीव किया था।  जेंडर केज तेज़ गति से भारी गाड़िया चलाने में माहिर खिलाडी, स्टन्टमैन और विद्रोही प्रकृति का अथलीट था, जिसे अनजाने में एक अपराध में भागीदारी करने के कारण बेमन से नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के लिए एजेंट का काम करना पड़ा था।  उसे सेंट्रल यूरोप में रूसी आतंकियों के खात्मे के मिशन पर भेजा जाता है।  इस फिल्म के डायरेक्टर रॉब कोहेन थे, जो एक साल पहले द फ़ास्ट एंड द फ्यूरियस (२००१) में विन डीजल को डायरेक्ट कर चुके थे।  ७० मिलियन डॉलर से बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर २७७.४ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया था।  २००५ में इस फिल्म का सीक्वल ट्रिपल एक्स : स्टेट ऑफ़ द यूनियन बनाया गया।  लेकिन इस फिल्म में न तो विन डीजल थे और न ही फिल्म का डायरेक्शन रॉब कोहेन कर रहे थे।  उस समय विन डीजल द पसिफियर में व्यस्त थे और कोहेन स्टील्थ का निर्देशन कर रहे थे। इसलिए ली तमहोरी के निर्देशन में आइस क्यूब को ट्रिपल एक्स बना दिया गया।  लेकिन वह फिल्म के जेंडर केज नहीं थे, बल्कि वह एजेंट डारियस स्टोन बने थे।  यह फिल्म असफल साबित हुई।  ८७ मिलियन डॉलर में बनी यह फिल्म वर्ल्डवाइड  केवल ७१ मिलियन डॉलर का ग्रॉस ही कर सकी।
जेंडर केज की वापसी
अब ट्रिपल एक्स सीरीज की तीसरी फिल्म रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में विन डीजल की ओरिजिनल एजेंट जेंडर केज के बतौर वापसी हो रही है।  यह फिल्म हॉलीवुड के घरेलु बाजार सहित पूरी दुनिया में २० जनवरी को रिलीज़ हो रही है।  परंतु  भारत में यह ६ दिन पहले यानि १४  जनवरी को रिलीज़ हो रही है।  इस फिल्म को थ्रीडी और आईमैक्स के अलावा २डी प्रभाव के साथ अंग्रेजी के अलावा हिंदी, तमिल और तेलुगु में भी डब कर रिलीज़ किया जा रहा है।  इसमे कोई शक़ नहीं कि हॉलीवुड अभिनेता विन डीजल  अपनी एक्शन फिल्मों, ख़ास तौर पर फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों के कारण भारत में भी पहचाना जाता है।  उनकी फिल्मों के प्रति भारतीय दर्शकों में क्रेज रहता है।  पहली फिल्म एक्सएक्सएक्स को भी हिंदुस्तानी दर्शकों ने पसंद किया था।  परंतु, रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज भारतीय दर्शकों के लिए ख़ास विन डीजल के कारण नहीं।  इस फिल्म में विन डीजल के साथ डॉनी येन, टोनी जा, सैमुएल एल जैक्सन, नीना डोब्रेव, रूबी रोज, टोनी कॉलेट, निकी जैम, क्रिस वू, रोरी मैकैन, आदि सितारों की भरमार है।
दीपिका पादुकोण है ख़ास 

लेकिन भारतीय दर्शकों के लिए ख़ास होंगी दीपिका पादुकोण, जो फिल्म में सेरेना उंगेर का किरदार कर रही हैं।  फिल्म की कहानी जेंडर केज के इर्दगिर्द ही बनी गई है, जो लंबे स्वनिर्वासन के बाद वापसी कर रहा है।  उसे खलनायक जियांग के खतरनाक हथियार पैंडोरा बॉक्स को छीनना है।  उसके इस मिशन में उसके कई साथी हैं।  लेकिन, जेंडर केज उस समय खतरे में फंस जाता है, जब वह दुनिया की भ्रष्ट सरकारों के चंगुल में आ जाता है।  कहानी से साफ़ है कि रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में जेंडर केज यानि विन डीजल का किरदार ही ख़ास होगा।  लेकिन फिल्म में चीन सहित एशियाई बाजार को हथियाने के लिए देसी एक्टर्स का भी इस्तेमाल किया गया है।  चीन और थाईलैंड के दर्शकों के लिए अन्य सितारों के अलावा जेट ली और टोनी जा हैं।  हिंदुस्तानी बाज़ार को आकर्षित करने के लिए ही दीपिका पादुकोण को लिया गया है।  दीपिका पादुकोण बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्रियों में से एक हैं।  ख्याल रहे कि २०१३ में दीपिका पादुकोण ने विन डीजल की फिल्म फ्यूरियस ७ को संजय लीला भंसाली की फिल्म रामलीला के लिए ठुकरा दिया था।  सूत्रों के अनुसार फिल्म में दीपिका पादुकोण को विन डीजल के किरदार की मदद करने वाली हैकर का किरदार करना था।
इंटरनेशनल इमेज के लिए दीपिका
दीपिका पादुकोण ने बेशक संजयलीला भंसाली की फिल्म के लिए विन डीजल की फिल्म ठुकरा दी थी।  यह दीपिका का सही निर्णय था।  गोलियों की रास लीला : रामलीला सुपर हिट साबित हुई थी।  दीपिका बॉलीवुड की बड़ी एक्ट्रेस में शुमार हो गई थी।  लेकिन आज मंज़र काफी बदला हुआ है।  भंसाली की फिल्म पद्मावती ही उनकी ख़ास फिल्म है।  ऐसे में उन्हें हॉलीवुड की एक अदद फिल्म की ख़ास ज़रूरत है।  हॉलीवुड की फिल्म के ज़रिये वह बॉलीवुड को अपनी इंटरनेशनल इमेज दे सकती हैं, अपनी अहमियत जता सकती हैं।  हॉलीवुड
फिल्मों को एशियाई चेहरों की ज़रुरत होती है।  क्योंकि, उनके किरदार ही कुछ ऐसे होते हैं।  लेकिन यह तमाम किरदार सपोर्टिंग होते हैं।  फिल्म इन पर केंद्रित नहीं होती।  परंतु, इन एक्टर्स के देशों के दर्शक अपने एक्टरों को देखना चाहते हैं।  अब यह बात दीगर होती है कि ज़्यादातर उन्हें निराश होना पड़ता है।  ख़ास तौर पर भारतीय दर्शकों को।  इसके बावजूद भारतीय दर्शकों को पहली एक्सएक्सएक्स फिल्म से कहीं ज़्यादा रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज का इंतज़ार है।  दीपिका पादुकोण को इस साल पद्मावती की रिलीज़ होने से पहले तक इसी फिल्म से याद किया जाता रहेगा।
दीपिका को प्रियंका है चुनौती 

इसके अलावा, दीपिका पादुकोण के लिए प्रियंका चोपड़ा भी चुनौती है।  प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड एक बड़ा नाम तो नहीं चर्चित एशियाई नाम ज़रूर बन गई हैं।  स्पाई थ्रिलर सीरीज क़्वान्टिको की अलेक्स पारिश के किरदार में उन्होंने अपनी सेक्स अपील का डंका बजा दिया है।  वह टेबलायड और चैनल्स पर चर्चित हो रही हैं अब क़्वान्टिको २ का निर्माण भी किया जा रहा है।  वह समुद्र के किनारे गश्त करने वाले दल की एक्शन कॉमेडी
सीरीज बेवॉच के फिल्म संस्करण में विक्टोरिया लीडस् के खल किरदार को कर रही हैं।  प्रियंका चोपड़ा यूनिसेफ की गुडविल एम्बेसडर भी हैं।  ज़ाहिर तौर पर प्रियंका चोपड़ा दुनिया में एक बड़ा नाम बनती जा रही हैं।  किसी भी बॉलीवुड एक्ट्रेस के लिए प्रियंका चोपड़ा की यह सफलता जलन का कारण बन सकती हैं।  इसीलिए दीपिका पादुकोण हॉलीवुड में भी खुद को
साबित करना चाहती हैं।  वह सुपर मॉडल हैं।  उनकी देह संतुलित है।  हॉलीवुड फिल्मों को ऎसी देह् रास आती हैं।  यह देखने वाला होगा कि वह सेरेना उंगेर के किरदार से दुनिया के दर्शकों के बीच कितना चर्चित हो पाती हैं।  ख़ास बात यह है कि सेरेना का यह किरदार ट्रिपल एक्स मूवीज के दर्शकों के लिए पहली बार है।
फिलहाल दीपिका पर भारी प्रियंका 
फिलहाल तो दीपिका पादुकोण पर प्रियंका चोपड़ा भारी पड़ती नज़र आ रही है।  वह पूरे हॉलीवुड में नामचीन हैं। जबकि दीपिका पादुकोण को सेरेना से खुद को साबित करना है।  प्रियंका का अलेक्स का किरदार सेक्सी था।  इस किरदार में एक्शन भी था।  प्रियंका रोल भी अपेक्षाकृत बड़ा था।  ख़ास बात यह भी है कि अमेरिकी दर्शकों में टीवी सीरीज भी सामान रूप से लोकप्रिय होती हैं।  हॉलीवुड के बड़े एक्टर इसमे काम करते हैं।  प्रियंका चोपड़ा के उभरे होंठ और ताम्बई रंग की देह
हॉलीवुड के दर्शकों को आकर्षित करती है।  दीपिका पादुकोण में प्रियंका चोपड़ा वाली यह खासियत नहीं।  वह रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में अंग प्रदर्शन और एक्शन करती नज़र आती हैं।  लेकिन इतना ही काफी नहीं होगा।  हॉलीवुड फिल्मों की नायिका कपडे उतारने को हमेशा तैयार रहती हैं।  धुंआधार एक्शन कर सकने वाली ढेरों एक्टर हॉलीवुड में मौजूद हैं।  दीपिका पादुकोण क्या ख़ास देने जा रही हैं ? हॉलीवुड दर्शक यह जानना चाहेगा।  इस लिहाज़ से प्रियंका चोपड़ा बाज़ी मार ले जाती हैं।  वह बेवॉच में भी एक सेक्सी और खल किरदार कर रही हैं।  ऐसे किरदार दर्शकों को आसानी से आकर्षित कर पाते हैं।  हिंदी दर्शक भी कुछ अलग नहीं।

अल्पना कांडपाल