यूनिवर्सल पिक्चर्स ने रिलीज़ की तारिख २६ जनवरी २०१८ से ठीक दो महीना पहले एक्सटिंक्शन की रिलीज़ टाल दी। जिस प्रकार से यूनिवर्सल ने एक्सटिंक्शन के प्रमोशन का कोई संकेत नहीं दिया था, ट्रेलर, आदि नहीं जारी किये गए थे, एक्सटिंक्शन के २६ जनवरी को रिलीज़ होने पर शंकाएं प्रकट की जाने लगी थी। स्टूडियो की यह विज्ञान फैन्टसी फिल्म २०१८ के आखिर आखिर में रिलीज़ होगी। वैसे अगर एक्सटिंक्शन रिलीज़ होती तो इसका टकराव ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स की फिल्म द मेज़ रनर: द डेथ क्योर और स्टूडियो ८ की वाइट बॉय रिक से हो रहा होता। एक ख़ास बात और कि एक्सटिंक्शन कुछ ही हफ़्तों के भीतर रिलीज़ होने वाली यूनिवर्सल की दूसरी फिल्म होती। यूनिवर्सल की हॉरर फिल्म इंसिडियस की सीक्वल फिल्म इंसिडियस: द लास्ट की पांच जनवरी २०१८ को रिलीज़ होनी है। जनवरी में ही रिलीज़ होने वाली कुछ बड़े स्टूडियोज की मशहूर फिल्मों में लायंसगेट की द कम्यूटर, वार्नर ब्रदर्स की पड्डिंगटन २ और सोनी प्राउड मैरी १२ जनवरी को तथा वार्नर ब्रदर्स की १२ स्ट्रॉंग, एसटीएक्स एंटरटेनमेंट की डेन ऑफ़ थीव्स और रोडसाइड अट्रैक्शन की फॉरएवर माय गर्ल १९ जनवरी को रिलीज़ होनी है। बहरहाल, अब जबकि एक्सटिंक्शन की रिलीज़ टाल दी गई है तो सभी को इंतज़ार होगा एक्सटिंक्शन की रिलीज़ की नई तारीखों का। कब रिलीज़ होगी निर्देशक बेन यंग की माइकल पेना, लिज़ी कप्लान, माइक कलटर, आदि अभिनीत यह फिल्म!
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 25 November 2017
नीता अम्बानी से प्रेरित शीबा !
करिश्मा अ मिरेकल ऑफ़ डेस्टिनी के १४ साल बाद फ्लॉप बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री शीबा की टेलीविज़न पर वापसी हुई है। वह सोनी के रोमांटिक थ्रिलर ड्रामा सीरीज हासिल में सारिका रायचंद का किरदार कर रही है, जो दो बच्चों माँ है। वह अपने विशाल कारोबार के दूर दूर तक फैले साम्राज्य की कुशलतापूर्वक देखभाल करती है। वह एक गरिमापूर्ण गंभीर महिला है। इस शो में सारिका की भूमिका के लिए शीबा ने मशहूर शिक्षाविद, उद्यमी और परोपकार के काम करने वाली नीता अम्बानी के चरित्र से प्रेरित है। शीबा की सारिका के व्यक्तित्व से उसके प्रभाव का पता चलता है। यही कारण है कि ज़ायेद खान, वत्सल सेठ और निकिता दत्ता की मौजूदगी में भी शीबा का किरदार उभर कर आता है। शीबा खुश है कि उन्हें उनके प्रशंसकों के फ़ोन आने लगे हैं, पत्रों की भरमार हो रही है।
सोनी सब के 'पार्टनर्स' में सब डबल है ट्रबल
अपने कॉमेडी कंटेंट के कारण पहचान बनाने वाले चैनल सोनी सब पर अब डबल ट्रबल होने जा रही है। यह ट्रबल पैदा करेंगे दो पुलिस किरदार- इंस्पेक्टर मानव आनंद देसाई उर्फ़ मैड और इंस्पेक्टर आदित्य देव उर्फ़ ऐड। यह ट्रबल पैदा तब होगी, जब दोनों अपराध की गुत्थियां सुलझाने के लिए साथ आएंगे। पार्टनर्स - ट्रबल हो गई डबल में मैड का किरदार कीकू सारदा और इंस्पेक्टर आदित्य विपुल रॉय बने हैं। मानव बड़ा सुस्त और उद्दंड है, लेकिन वह खुद को काफी तेज़तर्रार और जानकार पुलिस अधिकारी समझता है। इसके विपरीत आदित्य एक समझदार, दृढ और समर्पित पुलिस अधिकारी है। इन दोनों की मुश्किलें तब डबल हो जाती हैं, जब उन्हें पुलिस
कमिश्नर के अंतर्गत गठित स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम में शामिल कर लिया जाता है। पुलिस कमिश्नर गोगोल चटर्जी का किरदार जॉनी लीवर ने किया है। पुलिस कमिश्नर अपने काम के प्रति समर्पण के कारण ही इस पद तक पंहुचा है। उसके अंतर्गत मानव और आदित्य एक दूसरे को नापसंद करने वाले दुश्मन टाइप के पुलिस अधिकारी हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि यह दोनों नाडकर्णी बहनों डॉली (श्वेता गुलाटी) और आएशा (किश्वर मर्चेंट) से प्रेम करते हैं। डॉली कैफ़े चलाती है और आयेशा एक क्रिमिनल लॉयर है। इन दोनों की विधवा माँ नीना सोशल एक्टिविस्ट है। वह कमिश्नर से काफी समय से प्रेम करती रही है। नीना का रोल अश्विनी कलसेकर ने किया है। इस डबल ट्रबल पार्टनरशिप में एक खबरी का किरदार भी है, जो कमिश्नर का जुड़वा हमशक्ल भाई है।
कमिश्नर के अंतर्गत गठित स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम में शामिल कर लिया जाता है। पुलिस कमिश्नर गोगोल चटर्जी का किरदार जॉनी लीवर ने किया है। पुलिस कमिश्नर अपने काम के प्रति समर्पण के कारण ही इस पद तक पंहुचा है। उसके अंतर्गत मानव और आदित्य एक दूसरे को नापसंद करने वाले दुश्मन टाइप के पुलिस अधिकारी हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि यह दोनों नाडकर्णी बहनों डॉली (श्वेता गुलाटी) और आएशा (किश्वर मर्चेंट) से प्रेम करते हैं। डॉली कैफ़े चलाती है और आयेशा एक क्रिमिनल लॉयर है। इन दोनों की विधवा माँ नीना सोशल एक्टिविस्ट है। वह कमिश्नर से काफी समय से प्रेम करती रही है। नीना का रोल अश्विनी कलसेकर ने किया है। इस डबल ट्रबल पार्टनरशिप में एक खबरी का किरदार भी है, जो कमिश्नर का जुड़वा हमशक्ल भाई है।
विशाल भरद्वाज रोमकॉम बनाएं भी तो कैसे !
निर्माता विशाल भरद्वाज की अगली फिल्म सपना दीदी में दीपिका पादुकोण और इरफ़ान खान की जोड़ी है। लेकिन यह रोमांस फिल्म नहीं है। फिल्म में दीपिका पादुकोण और इरफ़ान खान के किरदार गैंगस्टर हैं। विशाल भरद्वाज की ज़्यादातर फिल्में डार्क होती हैं। गैंगस्टर, अपराध और खून खराबा अहम् होता है। विशाल भरद्वाज अपनी लीक से हट कर कोई रोमकॉम फिल्म क्यों नहीं बनाते? क्या विशाल भारद्वाज की प्रतिभा इसकी इज़ाज़त नहीं देती ? सच कहा जाये तो विशाल भरद्वाज रोमकॉम बनाना चाहते हैं। लेकिन, बनायें तो बनायें कैसे ! विशाल भरद्वाज ने एक रोमकॉम फिल्म शुरू भी की थी। नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी के साथ अदिति राव हैदरी की जोड़ी बनाई गई थी। लेकिन, इस फिल्म का रोमांस नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और विशाल भरद्वाज की दोस्ती टूटने के साथ ख़त्म हुआ। सूत्र बताते हैं कि क्रिएटिव डिफरेंस थे। जबकि, कुछ का कहना है कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी का रवैया काफी अनप्रोफेशनल था। पिछली तमाम फिल्मों, ख़ास तौर पर उनकी बतौर नायक फिल्मों की असफलता के बावजूद वह नख़रेबाज़ी किया करते थे। नतीजे के तौर पर विशाल भरद्वाज ने फिलहाल अपनी इस रोमकॉम फिल्म को बनाने का इरादा ही छोड़ दिया है। अब उनका पूरा ध्यान सपना दीदी पर लगा हुआ है। बेचारे विशाल भरद्वाज !
अनिल कपूर बने शेल्वड बस कंडक्टर
इसे किसका दुर्भाग्य कहा जाये - सतीश कौशिक का, अनिल कपूर का या श्रीदेवी का कि यह लोग बस कंडक्टर नहीं बन सके ? शायद इसे अनिल कपूर का दुर्भाग्य कहना ठीक रहेगा। १९९३ में निर्देशक सतीश कौशिक ने फिल्म बस कंडक्टर का ऐलान किया था। अनिल कपूर को बस कंडक्टर का किरदार करना था और श्रीदेवी को उनकी बस पर सवार होना था। शुरूआती शूटिंग के बाद यह फिल्म बंद कर दी गई। बाद में, नब्बे के दशक में ही इस फिल्म को फिर बनाने की कोशिश की गई। इस बार भी बस कंडक्टर अनिल कपूर थे। मगर उनकी बस में तब्बू को सवार होना था। लेकिन, यह फिल्म भी बंद करनी पड़ी। इसके बाद से अब तक किसी ने भी बस कंडक्टर बनाने या बनने की कोशिश नहीं की। वैसे बताते चलें कि १९५९ मे निर्देशक द्वारका खोसला ने प्रेम नाथ को बस कंडक्टर बना कर, उनकी बस में श्यामा और मारुती को सवार करवाया था। २००५ में माम्मूटी की बस कंडक्टर की भूमिका वाली मलयालम फिल्म बस कंडक्टर का निर्माण किया गया था।
चंदुलाल शाह ने केवल १७ दिनों में बनाई थी टाइपिस्ट गर्ल
चंदूलाल शाह की पहचान रंजीत स्टूडियोज के सस्थापक के बतौर है। १९२९ में स्थापित रंजीत स्टूडियोज फिल्म कंपनी ने १९३२ तक ३९ फ़िल्में बनाई। कंपनी की शुरुआत मूक फिल्म वाइल्ड फ्लावर से करके कई हिंदी, पंजाबी और गुजराती फ़िल्में बनाई। एक समय इस कंपनी में ३०० कर्मचारी काम किया करते थे। सवाक युग में इस स्टूडियोज का नाम रंजीत मूवीटोन कर दिया गया। चंदूलाल शाह की बतौर निर्देशक पहली फिल्म टाइपिस्ट गर्ल (१९२६) सिर्फ १७ दिनों में बनाई गई थी। यह फिल्म उन्होंने कोहिनूर फिल्म कंपनी के लिए बनाई थी। इस फिल्म में सुलोचना और गौहर की मुख्य भूमिका थी। फिल्म को बड़ी सफलता मिली। इस फिल्म के बाद चंदूलाल शाह ने कंपनी के लिए ५ और फिल्मों का निर्माण किया। चंदूलाल शाह १९५१ में स्थापित द फिल्म फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के पहले अध्यक्ष थे। आज ही के दिन २५ नवंबर १९७५ को चन्दूलाल शाह का ७७ साल की उम्र में देहांत हो गया।
हुमा कुरैशी ने जीता वैंकूवर फेस्टवियल में जीता वुमन द डिकेड अवार्ड
हुमा कुरैशी |
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