प्रदीप सरकार की फिल्म 'मर्दानी' एक महिला पुलिस अधिकारी की महिला तस्करों के विरुद्ध लड़ाई की कहानी थी। रानी मुख़र्जी पुलिस अफसर की मुख्य भूमिका में थी। बेशक अपनी इस भूमिका से रानी मुख़र्जी छा गई थी। इसके बावजूद करण रस्तोगी की भूमिका में ताहिर राज भसीन ने दर्शकों का ध्यान आकृष्ट किया था। करण रस्तोगी देह व्यापार में लगा बुरा आदमी है। वह बाहर से भला नज़र आता है, लेकिन, उसके कारनामें बेहद काले हैं। रानी मुख़र्जी की मौजूदगी में भी ताहिर छा गए थे। ताहिर को नेगेटिव भूमिकाओं की ताक़त का अंदाज़ा हो गया था। इसीलिए, अब जबकि वह अपनी दूसरी फिल्म 'फ़ोर्स २' में जॉन अब्राहम के अपोजिट हैं, तो इस फिल्म में भी वह बुरा किरदार कर रहे है। 'फ़ोर्स २' निशिकांत कामथ निर्देशित एक नारकोटिक्स अफसर की नशीली दवाओं के तस्करों से टकराव की एक्शन और इमोशन से भरी हिट फिल्म 'फ़ोर्स' की सीक्वल फिल्म है। फ़ोर्स में जॉन अब्राहम के अपोजिट विद्युत जामवाल खल भूमिका में थे। 'फ़ोर्स २' में विद्युत नहीं हैं। उनकी जगह बुरे किरदार में ताहिर राज भसीन आ गए हैं। ऑस्ट्रेलिया से फिल्म की बारीकियां सीख कर आये ताहिर को पहली बार में ही 'मर्दानी' जैसी उनकी सशक्त भूमिका वाली फिल्म मिल गई। 'फ़ोर्स २' एक क्राइम ड्रामा फिल्म है। इस फिल्म की शूटिंग बुडापेस्ट में हो रही है। ताहिर ने पूरी तैयारियां कर ली हैं 'फ़ोर्स २' से बॉलीवुड के दर्शकों पर छा जाने की।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 25 August 2015
फिर बुरे किरदार में ताहिर राज भसीन
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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