बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री मल्लिका शेरावत हॉलीवुड फिल्मों के लिए पिछले दो सालों से देश-विदेश भटक रही थी। हिंदी फिल्मो में भी मल्लिका ने आइटम सांग्स ही किये। बतौर नायिका उनकी पिछली हिंदी फिल्म डर्टी पॉलिटिक्स २०१५ में रिलीज़ हुई थी। उनकी एक चीनी फिल्म टाइम रेडर्स का किसी ने नाम तक नहीं सुना। हार कर उन्होंने फिर से बॉलीवुड का रुख किया है। उन्हें काम पाने में सफलता भी मिली है। डायरेक्टर सन्देश बी नायक की फिल्म ज़ीनत की वह ज़ीनत हैं। यह संबंधों पर आधारित एक सोशल ड्रामा फिल्म है। इस फिल्म के बारे में बताते हुए ज़ीनत यानि मल्लिका शेरावत कहती हैं, "ज़ीनत की स्क्रिप्ट बिलकुल वैसी ही है, जैसी स्क्रिप्ट वाली किसी फिल्म में मैं काम करना चाहती थी। मैं खुशनसीब हूँ कि मुझे ऎसी फिल्म में अभिनय करने का मौक़ा मिल रहा है जो कमर्शियल होने के साथ साथ समाज के बड़े वर्ग के लिए संदेशात्मक भी है। मैंने इससे पहले ऐसी कोई भूमिका नहीं की है। " ज़ीनत एक सितारा बहुल फिल्म है। इस फिल्म की शूटिंग जल्द ही शुरू की जाएगी। इस फिल्म को २०१७ के अंत में रिलीज़ किये जाने की योजना है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 31 January 2017
मल्लिका शेरावत बनेंगी ज़ीनत
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 30 January 2017
सोनाक्षी सिन्हा बनना चाहती हैं बॉलीवुड मिला जोवोविच
बॉलीवुड पर रेजिडेंट ईविल के फाइनल चैप्टर का बुखार चढ़ चूका है। हॉलीवुड करैक्टर ऐलिस के रूप में ज़ॉम्बीज़ का नाश करने वाली फिल्म रेजिडेंट ईविल : द फाइनल चैप्टर की नायिका मिला जोवोविच हिंदी फिल्मों की नायिकाओं के आकर्षण का केंद्र हैं। पॉल डब्लू एंडरसन निर्देशित रेजिडेंट ईविल सीरीज की इस छठवीं कड़ी मिला जोवोविच उन पर हमला करने के लिए पीछे दौड़ रहे ज़ॉम्बीज़ पर पलटवार करती हैं। बताया जा रहा है कि रेसिडेंट ईविल की यह आखिरी कड़ी होगी। इस फिल्म की अनुभूति पर सोनी पिक्चर्स ने भारत में वर्चुअल रियलिटी इमर्सिव गेमिंग एक्सपीरियंस लांच किया है। इस एक्सपीरियंस को देख रहा हरेक शख्स मानवता को ज़ॉम्बीज़ से बचाने के लिए ऐलिस की लड़ाई को वास्तविक रूप में समझ सकेगा। इस द रोड टू रैकून सिटी के डब संस्करण में फिल्म के कंपा देने वाले एक्शन और रोमांच को अनुभव करने के लिए बॉलीवुड की अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा पहली दर्शक बनी। वह वीआर गिलास आँखों पर चढ़ाए और गेम के कंपन से बचाने के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट पहने ऐलिस के किरदार में पहुंची थी। उनके हाथों में ऐलिस वाली बन्दूक भी थी। वह स्क्रीन पर दौड़ रहे ज़ॉम्बीज़ को अपने हाथ की बन्दूक से शूट भी करती जा रही थी। इस एक्सपीरियंस के बाद बेहद खुश दिखाई दे रही सोनाक्षी सिन्हा ने एक्शन फिल्मों और वीडियो गेम्स के प्रति अपने प्यार को जताते हुए कहा, "अगर रेसिडेंट ईविल का भारतीय रीमेक बनाया जाता आई तो मैं मिला जोवोविच के किरदार को करना चाहती हूँ ।" इसमें कोई शक़ नहीं कि सोनाक्षी सिन्हा ऐलिस के किरदार में फबेंगी। अपनी अकीरा और फाॅर्स २ जैसी फिल्मों से उन्होंने इसे साबित भी किया है। रेसिडेंट ईविल : द फाइनल चैप्टर ३ फरवरी को रिलीज़ हो रही है।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 26 January 2017
कोलाइड : डकैती में सब गड़बड़ हो गई
निर्देशक एरन
क्रीव्य की एक्शन थ्रिलर फिल्म कोलाइड एक डकैती की पृष्ठभूमि पर है। एक डकैती के दौरान सब कुछ गड़बड़ हो जाता
है। अब कैसी स्टीन को हजन के हत्यारे गैंग
से बच कर भागना पड़ रहा है। वह कोलोन के
हाईवे पर सरपट भगा जा रहा है। कैसी ने यह डकैती अपनी प्रेमिका जूलिएट की जान को
बचाने के लिए डाली है। जबकि, अब उसकी जान के ही लाले पड़ गए हैं। ; उसे अपनी प्रेमिका की जान के साथ साथ खुद को भी
बचाना है। फिल्म में कैसी स्टीन की भूमिका
निकोलस होउटे, प्रेमिका जूलिएट
मार्ने की भूमिका फ़ेलिसिटी जोंस कर रही
हैं। जबकि, गैंग लीडर हजन कहल अन्थोनी होपकिन्स तथा बेन
किंग्सले गरेन बने हैं। ; यहाँ बताते चलें कि अन्थोनी होपकिन्स ने द साइलेंस ऑफ़ द लैम्ब्स और
बेन किंग्सले ने गांधी के लिए श्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर अवार्ड जीत है। फ़ेलिसिटी जोंस
२०१४ में द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग के लिए नॉमिनेट हुई थी। कोलाइड इंग्लिश और जर्मन भाषा में बनाई गई
है। इस फिल्म का निर्देशन करने वाले एरन
क्रीव्य की फिल्म वेलकम टू द पंच को काफी पसंद किया गया था। कोलाइड के निर्माण में २९.२ मिलियन डॉलर खर्च
हुए हैं। यह फिल्म २४ फरवरी को रिलीज़
होगी।
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सात घंटों के ऑडिशन के बाद देव पटेल को मिली थी 'लायन'
डैनी बॉयल की ऑस्कर विजेता फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनेयर' से अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले १७ वर्षीय देव पटेल, अब ९ साल बाद फिर एक बिल्कुल ही अलग तरह के रोल के साथ दुनिया को चौंकाने वाले हैं।
गार्थ डेविस द्वारा निर्देशित 'लायन' एक
आत्मकथात्मक फ़िल्म है। यह फिल्म कलकत्ता में अपने पैर्रेंट्स से बिछुड़ गए सारू की कहानी है, जो बड़ा होने पर अपनी पहचान पाने के लिए निकल पड़ता है। इस फिल्म में निकोल किडमन और रूनी मारा के अलावा देव पटेल के साथ कई भारतीय और हॉलीवुड के सितारे काम कर रहे हैं । यह फ़िल्म सारू ब्रियरली द्वारा
लिखी गई आत्मकथा उपन्यास, 'अ लॉन्ग वे होम'
पर आधारित है। सारू के रोल के लिए खुद को साबित करने के लिए देव पटेल को कई घंटों के पीड़ादायी
रिहर्सल्स से गुजरना पड़ा कि देव भावनात्मक तरीक़े से तैयार किए गए
व्यक्तित्व को परदे पर निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस प्रकार से देव पटेल ने ७ घंटे तक ऑडिशन करवा कर गार्थ डेविस को राजी करने में सफलता हासिल की।
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Wednesday, 25 January 2017
फ़िल्में हिट कराने का कामयाब फार्मूला नहीं हैं आइटम सांग्स
आज रिलीज़ होने जा रही दो फिल्मों रईस और काबिल, अपने बड़े नायकों शाहरुख़ खान और हृथिक रोशन के बावजूद, अपने आइटम सांग्स के कारण चर्चित हो रही हैं। ख़ास बात यह है कि दोनों ही फिल्मों के गीत पुरानी फिल्मों के गीतों के रीमिक्स है। रईस में लैला ओ लैला के रीमिक्स वर्शन पर सनी लियॉन डांस कर रही हैं। यह गीत १९८० में रिलीज़ फ़िरोज़ खान की फिल्म क़ुरबानी के नाज़िया हसन के गाये और ज़ीनत अमान पर फिल्माए गए गीत का रीमिक्स वर्शन है। राम संपत के रीमिक्स को पावनी पाण्डेय ने गाया है। काबिल का आइटम सांग सारा ज़माना अभिनेत्री उर्वशी रौतेला पर फिल्माया गया है। यह गीत १९८१ की फिल्म याराना का कल्याणजी आनंदजी का संगीतबद्ध गीत है। इस अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया था। उर्वशी के आइटम सांग को रफ़्तार और पायल देव ने रीमिक्स किया है। हालाँकि, शाहरुख़ खान और हृथिक रोशन अपनी अपनी फिल्मों की सफलता को लेकर निश्चिन्त है। लेकिन, यह सोचे जाने के कारण है कि अगर सफलता सुनिश्चित थी तो रईस और काबिल में आइटम सांग्स क्यों ? क्या आइटम सांग किसी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बेच ले जाते हैं या इनिशियल दिलवा पाते हैं ? भारतीय सिनेमा के इतिहास के आइटम गीतों पर नज़र डालें तो कभी कभी आइटम सांग सफलता की गारंटी नहीं साबित होते।
क्या आइटम सांग गर्ल थी वैजयंतीमाला !
इसमें कोई शक़ नहीं कि आइटम सांग दर्शकों को फिल्म की ओर आकर्षित करने के लिए रखे जाते हैं। काफी फ़िल्में उदाहरण हैं, जिन्हें आइटम सांग की वजह से शुरुआती कामयाबी मिली और कई फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर कामयाब भी हुई। लेकिन, यह तय है कि हर आइटम सांग किसी फिल्म को कामयाब क्या इनिशियल तक नहीं दिला सकता। वैसे आइटम सांग्स को मनोरंजन के लिए ही समझा जाना चाहिए। इन गीतों को किसी फिल्म को हिट कराने का ज़िम्मा सौंपना ठीक नहीं। फिल्म की तरफ दर्शकों को आकर्षित करने के लिहाज़ से कर्णप्रिय संगीत वाले झुमा देने वाले गीतों का चलन पचास के दशक में भी था। फिल्म आर पर (१९५४) में शकीला पर फिल्माया गया बाबूजी धीरे चलना गीत, शायद ऐसा पहला प्रयास था। उस दौर में अभिनेत्री वैजयंतीमाला पर काफी आइटम टाइप गीत फिल्माए गए। इनमे नागिन का मेरा मन डोले, देवदास का जिसे तू कबूल कर ले, साधना का कहो जी तुम क्या क्या खरीदोगे, मधुमति का चढ़ गयो पापी बिछुवा, आदि गीत उन पर ख़ास तौर पर फिल्माए गए थे। उस दौर में कुककू, हेलेन, मधुमति, आदि बतौर डांसर ही मशहूर हुई। इन पर फिल्माए गए लगभग हर गीत पॉपुलर हुए।
राजकपूर को भी आइटम सांग की दरकार
वैजयंतीमाला अच्छी डांसर थी। उन पर कैची नंबर्स पर डांस कराने का चलन सा बन गया था। हालाँकि, इनकी मुख्य भूमिका वाली फिल्मों में दूसरी पेशेवर डांसर अभिनेत्रियां हुआ करती थी। फिल्म प्रिंस में मुक़ाबला हमसे न करो गीत हेलेन के साथ वैजयंतीमाला के मुक़ाबले के कारण ख़ास बन गया था। परंतु, वैजयंतीमाला और शम्मी कपूर जैसे बड़े सितारों से सजी यह फिल्म फ्लॉप हुई थी। राजकपूर ने अपनी फिल्म संगम में वैजयंतीमाला पर कैबरेनुमा डांस नंबर मैं का करू राम मुझे बुड्ढा मिला गया फिल्मा कर कुछ ज़्यादा दर्शक बटोर पाने में सफलता हासिल की। साठ और सत्तर के दशक में हेलेन तेज़ रफ़्तार और पाश्चात्य धुनों से सजे कैबरे या डांस प्रकार के गीतों के लिये याद की जाती हैं। अस्सी के दशक में ज़ीनत अमान और परवीन बाबी जैसी पाश्चात्य सभ्यता में रंगी आधुनिका अभिनेत्रियों ने डांसर अभिनेत्रियों के लिए अब तक सुरक्षित गीतों को हड़प लिया। परवीन बाबी ने नमक हलाल में जवानी जानेमन और रात बाकी, ज़ीनत अमान ने क़ुरबानी में आप जैसा कोई मेरी ज़िन्दगी में आये जैसे पैर थिरकाने वाले पाश्चात्य धुनों वाले क्लब गीत किये। माधुरी दीक्षित तो चोली के पीछे (खलनायक), एक दो तीन (तेज़ाब), धक् धक् (बेटा), आदि उत्तेजक गीतों के कारण धक् धक् गर्ल के खिताब से नवाज़ी गई।
बड़ी अभिनेत्रियों के आइटम
उन दिनों मुमताज़ बॉलीवुड में टॉप पर थी। उस दौर में, वह जीतेंद्र और लीना चंद्रावरकर की मुख्य भूमिका वाली फिल्म हमजोली में आइटम सांग टिक टिक टिक किया था। मुमताज़ ने यह डांस जीतेंद्र की दोस्ती की खातिर किया था। परंतु, आजकल तो हर बड़ी अभिनेत्री आइटम सांग कर रही है। शिल्पा शेट्टी (मैं आई हूँ यूपी बिहार लूटने और शटअप एंड डांस), सुष्मिता सेन (महबूब मेरे महबूब मेरे और शकलाका बेबी), रानी मुख़र्जी (काली नागिन के जैसी जुल्फें काली), ऐश्वर्या राय बच्चन (इश्क़ कमीना और कजरारे कजरारे), लारा दत्ता (ऐसा जादू डाला रे), बिपाशा बासु (बीड़ी जलाई ले और हो गई टुन्न), कैटरिना कैफ (ज़रा ज़रा टच मी, शीला की जवानी, चिकनी चमेली और माशा अल्लाह), दीपिका पादुकोण (लव मेरा हिट है, दम मारो दम), करीना कपूर (फेविकोल से और मेरा नाम मेरी है), प्रियंका चोपड़ा (बबली बदमाश, पिंकी और राम चाहे लीला) सोनाक्षी सिन्हा (थैंक गॉड इट्स फ्राइडे और पार्टी आल नाईट) और श्रद्धा कपूर (डांस बसंती) भी आइटम सांग कर चुकी हैं। इन आइटम सांग्स ने अपनी फिल्मों को चाहे हिट बनाया हो या न बनाया हो, इन अभिनेत्रियों को न्यू ईयर ईव पार्टी और ओवरसीज शोज में डांस करने के लिए हिट नंबर ज़रूर दे दिए।
फिल्म के लिए आइटम सांग
ममता कुलकर्णी बॉलीवुड से दूर होने के बावजूद सुर्ख हैं। कभी ममता कुलकर्णी ने बॉलीवुड की फिल्मों में अपनी सेक्स अपील का डंक बजा दिया था। इन्ही ममता कुलकर्णी ने राजकुमार संतोषी की फिल्म घातक में कोई जाये तो ला जाए आइटम सांग पर सेक्सी डांस किया था। बदले में संतोषी ने ममता को अपनी अगली फिल्म की नायिका बनाने का वादा किया था। संतोषी ने वादा पूरा भी किया। फिल्म चाइना गेट की नायिका ममता कुलकर्णी ही थी। लेकिन, फिल्म फ्लॉप हुई। इस फिल्म में उर्मिला मातोंडकर ने एक आइटम छम्मा छम्मा किया था। संतोषी ने उर्मिला को भी अगली फिल्म की नायिका बनाएं का वादा किया था। परंतु संतोषी उर्मिला से किया वायदा पूरा नहीं कर सके। अलबत्ता उनकी लिखी फिल्म जानम समझ करो की नायिका उर्मिला ज़रूर थी। उर्मिला ने राजकुमार संतोषी की नारी प्रधान फिल्म लज्जा में फिर एक आइटम आ ही जाइए कर दिया। कुछ ऐसा ही वादा रामगोपाल वर्मा ने ईशा कोप्पिकर से किया था कि वे कंपनी के लिये खल्लास आइटम डांस करेंगी तो उनकी अगली फिल्म की नायिका बनेंगी। लेकिन वह भी ईशा से किया वादा पूरा नहीं कर सके। ईशा को रामगोपाल वर्मा के प्रोडक्शन की फिल्म डरना मना है की छह कहानियों में से एक कहानी की नायिका ही बन सकी ।
लेकिन फ़िल्में फ्लॉप
बावजूद इसके कि तमाम बड़ी अभिनेत्रियों ने आइटम सांग्स किये हैं। यह आइटम सांग्स काफी पॉपुलर भी हुए हैं। इन आइटम्स सांग्स वाली कई फिल्मों ने बढ़िया बिज़नस भी किया। परंतु, इसके बावजूद आइटम सांग फिल्म हिट कराने की गारंटी नहीं बन सकते। वैजयंतीमाला के साथ हेलेन के आइटम सांग वाली फिल्म प्रिन्स (१९६९) फ्लॉप हुई। उर्मिला मातोंडकर के छम्मा छम्मा डांस वाली फिल्म चाइना गेट (१९९८), मलाइका अरोरा खान के आइटम सांग छइयां छइयां वाली फिल्म दिल से, रानी मुख़र्जी के आइटम काली नागिन सी वाली मन (१९९९), सुष्मिता सेन के महबूब मेरे महबूब वाली फ़िज़ा (२०००), ऐश्वर्या राय बच्चन के आइटम सांग वाली शक्ति द पॉवर (२००२) फ्लॉप हुई। दीपिका पादुकोण न तो बिल्लू बार्बर को हिट बना सकी, न ही दम मारो दम को। कैटरिना कैफ का शीला की जवानी आइटम अक्षय कुमार की फिल्म तीस मार खान को हिट नहीं बना सका।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
टाइटैनिक और आल अबाउट ईव के साथ ला ला लैंड
दुनिया के सबसे बड़े और बहुप्रतीक्षित फिल्म अवार्ड्स ' ८९ वे अकैडमी अवार्ड्स' (द ऑस्कर्स) का ऐलान कर दिया गया है। जैसी कि उम्मीद की जा रही थी म्यूजिकल रोमांस फिल्म ला ला लैंड पर वोट बरस पड़े। इस फिल्म को भिन्न १४ श्रेणियों में नामित किया गया। इस प्रकार से ला ला लैंड रिकॉर्ड नॉमिनेशन पाने वाली फिल्मों टाइटैनिक और आल अबाउट ईव के साथ आ गई। ड्रामा फिल्म आल अबाउट ईव (१९५०) ने १४ नॉमिनेशन में से श्रेष्ठ फिल्म सहित छह श्रेणियों के ऑस्कर जीते। ऑस्कर अवार्ड्स जीतने के लिहाज़ से ला ला लैंड को टाइटैनिक से चुनौती है। टाइटैनिक ने बेस्ट फिल्म और बेस्ट डायरेक्टर सही ११ श्रेणियों के ऑस्कर जीते। ला ला लैंड को बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट ओरिजिनल स्क्रीनप्ले, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी, बेस्ट फिल्म एडिटिंग, बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाईन, बेस्ट ओरिजिनल स्कोर, बेस्ट ओरिजिनल सांग की श्रेणी में दो नॉमिनेशन, बेस्ट प्रोडक्शन डिजाईन, बेस्ट साउंड एडिटिंग और बेस्ट साउंड मिक्सिंग की श्रेणी में नॉमिनेशन मिले हैं। ला ला लैंड के बाद सबसे ज़्यादा नॉमिनेशन पाने वाली फिल्म मूनलाइट रही। इस फिल्म को बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट अडॉप्टेड स्क्रीनप्ले की श्रेणी में भी नामांकन मिले हैं। इस साल के ऑस्कर पुरस्कार नॉमिनेशन में कुल छह अश्वेत एक्टर्स को नॉमिनेशन मिले हैं। इस प्रकार से यह पुरस्कार 'ऑस्कर्स सो वाइट' के टैग से छुटकारा पा सकेंगे। बेस्ट पिक्चर की दौड़ में शामिल नौ फिल्मों में अराइवल एक साइंस फिक्शन थ्रिलर फिल्म है। इस बार एक्टर-डायरेक्टर मेल गिब्सन फिल्म हैक्सा रिज के लिए बेस्ट डायरेक्टर की श्रेणी में नामित हुए हैं। बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में नामित फिल्मों में अराइवल, हैक्सा रिज, हेल ऒर हाई वाटर, हिडन फिगर्स, ला ला लैंड, मेनचेस्टर बय द सी, लायन और मूनलाइट के नाम शामिल हैं। बेस्ट डायरेक्टर की श्रेणी में मेल गिब्सन के अलावा डेमियन कैज़ेल, केनेथ लोनेरगन, बैरी जेनकिन्स और डेनिस विलेनुवे के नाम शामिल है। श्रेष्ठ अभिनेत्रियों में इसाबेले हुपेर्ट, रूथ नेग्ग, नताली पोर्टमैन, एमा स्टोन और मेरील स्ट्रीप तथा श्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में कैसी अफ्फ्लेक, एंड्रू गारफील्ड, रयान गोसलिंग, विगो मोर्टेनसेन और डेंजेल वाशिंगटन के नाम शामिल हैं। ऑस्कर विजेताओं के नाम २६ फरवरी को घोषित किये जायेंगे।
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Oscar Awards
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Sunday, 22 January 2017
महिलाओं के लिए सना खान फैशन लेबल लांच
विज्ञापन, फैशन, टीवी और फिल्म उद्योग में प्रसिध्द स्टाइलिस्ट और डिजाइनर सना खान ने खास करके महिलाओं के लिए सना खान फैशन लेबल लांच किया है। उबर
वेबसाइट पर अपने खुद के लेबल की शुरुआत की है और इसमें विशेष डिजाइनर वस्त्र किराए
पर मिलते है।आज के ट्रेंडी फैशन के जमाने में सुपर स्टाइलिश कलेक्शन किराए पर
सस्ती कीमतों पर उपलब्ध है ही, शौक़ीन इसकी खरीदारी भी कर सकते है। आज के बाजार का परिदृश्य देखते हुए सना खान फैशन का कन्सेप्ट अनोखा और निराला है। सना खान बताती हैं, "आजकल कई स्थानों पर
इतने सारे इवेंट होते और जहां पर लोग जाते है और सोशल मीडिया की हर जगह उपस्थिति
होती है। यह अवसर न सिर्फ हस्तियों के लिए होता है, बल्कि सामान्य लोगों के लिए भी होता है। इन जगहों
पर खास करके कपड़ों पर हर किसी की नजर जरुर जाती है। इसलिए हम डिजाइनर वस्त्र
किराए पर लाने का अनोखा का कन्सेप्ट लेकर आए है। सभी खासोआम को सुंदर, सस्ती और डिजाइनर
वस्त्र किराए पर मिलेंगे। इन्हें वह चाहें तो खरीद भी सकते है। हमारा लोगों को सुंदर बनाने
का उद्देश्य है। इस कन्सेप्ट से
मेरा सपना पूरा हो जाएगा।" कोई भी ब्रांड अपने ब्रांड
एंबेसडर के बिना अधूरा होता है। सना खान ने अपने सना खान लेबल के लिए अति सुंदर अनुष्का रमेश
को चुना गया है। अनुष्का रमेश के बारे में सना खान बताती हैं, "मेरी आने वाली पहली फिल्म ‘मंगल हो’ के सेट पर अनुश्का से मुलाकात हुई। इस फिल्म के लिए हम कॉस्ट्यूम डिजाइन कर रहे थे । मुझे
पूरा भरोसा है कि मेरे लेबल के लिए अनुश्का सही विकल्प है।" इस रोमांचक लांचिग
के साथ, सना खान लेबल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करने की ओर अग्रसर है। सना कहती है "मेरा उद्देश्य
दुनिया को जीतना है, और उम्मीद है कि यह
एक बड़ी छलांग की दिशा में एक छोटा सा कदम है"
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Anil Kapoor's gutsy cub Harshvardhan takes a stand
In an apparent dig at
actor Anil Kapoor's son Harshvardhan Kapoor, Filmfare editor Anuradha Choudhary
seems to think some Bollywood actors aren't talented enough. "The sense of
self entitlement some of these newcomer actors have is beyond imagination. If
only they were half as talented," she tweeted this week.
A war of words has been
ensuing on the social media platform after Harshvardhan felt he deserved the
Filmfare Best Male Debut award for Mirzya, which went to Diljit Dosanjh for
Udta Punjab.
Harshvardhan's argument is
that Diljit has worked in many Punjabi films earlier, so he can't be compared
with other debutants just because he has now made a foray in Bollywood.
"For instance, if Leonardo DiCaprio works in a Hindi film, is he making an
acting debut? He has already worked in so many Hollywood films," the actor
argued in an interview.
"You know what's
ridiculous? #HarshvardhanKapoor thinking that he deserved Filmfare more than
#DiljitDosanjh. Better your acting buddy!" tweeted YouTuber and blogger
Monica Yadav.
"The boy has guts,
just like his father and family. Seems to be the kind who will run his own
race. With the right moves, in time he'll get the groove too," replied
Bollywood's only PR guru Dale Bhagwagar about the Kapoor cub.
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खबर है
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Saturday, 21 January 2017
शाहरुख़ खान क्यों बनाना चाहते हैं ब्रेकिंग बैड पर फिल्म ?
बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस के बादशाह शाहरुख़ खान की तमन्ना है कि वह अमेरिकी क्राइम ड्रामा सीरीज ब्रेकिंग बैड पर हिंदी फिल्म बनाये। विंस गिलिगन निर्देशित यह सीरीज दुनिया की सबसे ज़्यादा देखी और सराही जाने वाली सीरीज है। इस सीरीज के पांच सीजन हुए। कुल ६२ एपिसोड प्रसारित हुए। एक हाई स्कूल के केमिस्ट्री टीचर वाल्टर वाइट को पता चलता है कि उसे फेफड़ों का असाध्य कैंसर हैं। ऐसे में वह अपने परिवार को आर्थिक परेशानियों से निजात दिलाने के लिए ड्रग माफिया बन जाता है। केमिस्ट्री टीचर होने के नाते, वह खुद ड्रग्स बनाता और बेचता है। इस भूमिका को अमेरिकी अभिनेता ब्रायन क्रेन्स्टन ने किया था। इस भूमिका के लिए उन्होंने लगातार चार साल एमी अवार्ड्स में असाधारण अभिनय के लिए श्रेष्ठ अभिनेता के रूप में पुरस्कृत किया गया। ज़ाहिर है कि यह एक पावरफुल करैक्टर है। शाहरुख़ खान उम्र के इस मोड़ पर कुछ ऐसे ही किरदार करके खुद को बेमिसाल साबित करना चाहेंगे। हालाँकि, यह एक नेगेटिव किरदार है, नशीली दवाओं का कारोबारी माफिया।
शाहरुख़ खान को ऐसे किरदार फबते हैं। खान की फिल्मों का इतिहास गवाह है कि वह निगेटिव किरदारों में बेहतरीन और प्रभावशाली अभिनय कर ले जाते हैं। अब २५ जनवरी को रिलीज़ फिल्म रईस को ही लीजिये। इस फिल्म में खान एक गुजराती डॉन का किरदार कर रहे हैं, जिसने अपने अपराध जीवन की शुरुआत शराब तस्करी से की थी। शाहरुख़ खान को राहुल ढोलकिया निर्देशित अपनी इस फिल्म पर इतना भरोसा है कि वह हृथिक रोशन की फिल्म काबिल के सामने भी अपनी फिल्म रिलीज़ करने के लिए अड़े रहे। हालाँकि, काबिल भी एक अपराध फिल्म है। फर्क इतना है कि काबिल का अंधा नायक अपनी प्रेमिका से बलात्कार और हत्या का बदला लेने के लिए दो माफिया भाइयों के खिलाफ हथियार उठाता है। इसके बावजूद शाहरुख़ खान बेपरवाह हैं। वह काफी पहले ही कह चुके हैं कि आ रहा हूँ मैं। शाहरुख़ खान को क्यों इतना अट्रैक्ट करते हैं निगेटिव किरदार ?
बॉक्स ऑफिस जीतने वाला बाज़ीगर
निगेटिव या डॉन या माफिया किरदार शाहरुख़ खान के पसंदीदा हैं। उनकी अभिनय शैली में ऐसे किरदार खिल उठते हैं। शाहरुख़ खान का फिल्म करियर इसकी तस्दीक भी करता है। दीवाना जैसी रोमांस फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाले शाहरुख़ खान ने हिंदी दर्शकों के दिलों में अपनी जगह टीवी सीरियल फौजी के लेफ्टिनेंट अभिमन्यु रॉय के किरदार से बना ली थी। दीवाना के बाद शाहरुख़ खान ने चमत्कार और राजू बन गया जेंटलमैन जैसी फिल्मों से अपनी भोले भाले युवक की इमेज स्थापित करने की कोशिश की। लेकिन, उनके करियर के साथ चमत्कार हुआ अब्बास मुस्तान की बाज़ीगर से। इस फिल्म में शाहरुख़ खान ने अपने पिता की बर्बादी और मौत का बदला लेने के लिए खूनी खेल खेलने वाले युवक विक्की शर्मा उर्फ़ अजय शर्मा का किरदार किया था। इस निगेटिव भूमिका में शाहरुख़ खान के पावरफुल अभिनय का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह दर्शकों द्वारा बतौर एंटी हीरो स्वीकार कर लिए गए। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड्स भी मिला। बाज़ीगर १२ नवम्बर को रिलीज़ हुई थी। इसके को ४२ दिनों बाद २४ दिसम्बर को यशराज बैनर से यश चोपड़ा निर्देशित फिल्म डर रिलीज़ हुई। इस फिल्म में वह जूही चावल से एकतरफा प्रेम करने वाले हिंसक प्रेमी बने थे। इस फिल्म को भी ज़बरदस्त सफलता मिली। शाहरुख़ खान पहले ऐसे अभिनेता बन गए, जो खल भूमिकाओं के बावजूद दर्शकों का पसंदीदा बना।
सम्हल गया 'डॉन'
शाहरुख़ खान ने जल्द जान लिया कि खल किरदार उनके व्यक्तित्व के अनुरूप हैं। लेकिन, ऎसी भूमिकाओं से वह खल नायक बन सकते थे। जबकि, वह हिंदी फिल्मों का रोमांटिक नायक बनना चाहते थे। अंजाम में उनके निगेटिव किरदार ने उनका यह एहसास पुख्ता किया। इसलिए इसी दौरान उन्होंने कुछ रोमांस फ़िल्में साइन कर ली। राम जाने की असफलता ने शाहरुख़ खान की सोच पर मोहर लगा दी कि निगेटिव रोल उन्हें लंबी रेस का घोड़ा नहीं बना सकते हैं। शाहरुख़ खान, सचमुच किस्मत के बादशाह भी हैं। अंजाम और राम जाने के बीच उनकी दो फ़िल्में-पुनर्जन्म पर एक्शन रोमांस फिल्म करण अर्जुन और एनआरआई रोमांस वाली फिल्म दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे हिट हो गई। शाहरुख़ खान रोमांस के बादशाह बन गए।
एनआरआई रोमांस वाले शाहरुख़ खान
ध्यान से देखे तो शाहरुख़ खान ने निगेटिव या ग्रे शेड वाले किरदारों को अलविदा नहीं कहा। अज़ीज़ मिर्ज़ा की फिल्म यस बॉस में वह नायिका जूही चावल को अपने जाल में फंसाने के लिए अपने बॉस की मदद करते है। परदेस और दिल तो पागल है में रोमांस करने वाले शाहरुख़ खान निर्देशक महेश भट्ट की फिल्म डुप्लीकेट में अपनी दो भूमिकाओं में से एक में डॉन का किरदार कर रहे थे। मंसूर खान निर्देशित फिल्म जोश में वह ऐश्वर्या राय के भाई बने थे और गोवा के ईगल गैंग के लीडर मैक्स डियास का किरदार कर रहे थे। जोश के ६ साल बाद शाहरुख़ खान ने डॉन का चोला ओढ़ लिया। फरहान अख्तर निर्देशित फिल्म डॉन : द चेज बेगिंस अमिताभ बच्चन की १९७८ की सुपर हिट फिल्म डॉन का रीमेक थी। इस फिल्म में खान ने अमिताभ बच्चन के जूते में पैर डाला था। हालाँकि, डॉन हिट हुई। इसका सीक्वल डॉन द चेज बेगिंस अगेन भी बना और सफल हुआ। लेकिन, खान कहीं से भी अमिताभ बच्चन के आसपास तक नहीं थे।
बहुत से अभिनेता बने हैं डॉन
रईस में शाहरुख़ खान डॉन बने हैं। डॉन किरदारों ने कई बॉलीवुड अभिनेताओं को सफलता दिलाई है। अजय देवगन, संजय दत्त, अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र, आदि अभिनेताओं ने डॉन करैक्टर के सहारे बुलंदियों को छुआ है। शाहरुख़ खान पिछले २ नवम्बर को ५१ साल के हो गए। अब वह अलग तरह की भूमिकाएं करना चाहते हैं। डिअर ज़िंदगी इसका उदाहरण हैं। लेकिन, डॉन की भूमिकाओं में तो कोई नयापन नहीं। शाहरुख़ खान क्यों कर रहे हैं डॉन के किरदार। जबकि वह २०१५ में रोहित शेट्टी की फिल्म दिलवाले में डॉन काली का किरदार करके मात खा चुके हैं। अब वह रईस के ज़रिये गुजरात के एक डॉन का किरदार पेश करने जा रहे हैं। ऐसे किरदार बहुत उत्सुकता पैदा नहीं करते। डॉन में नया क्या ? दर्शक सोचता है। क्या रईस में कुछ नया दे पाएंगे शाहरुख़ खान ?
जहाँ तक शाहरुख़ खान के निगेटिव किरदार करने का सवाल है, यह स्वाभाविक है। ऐसे किरदार करना उनके अभिनेता की रगों में बाह रहे खून का परिणाम है। शाहरुख़ खान ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत नाटकों से की थी। नाटकों में अच्छा या बुरा किरदार नहीं होता। वहां एक केंद्रीय किरदार होता है। वह अच्छा भी हो सकता है और बुरा भी। शाहरुख़ खान ने स्टेज पर ऐसे सभी किरदार किये। शाहरुख़ खान कहते है "बुरे या बहुत बुरे करैक्टर, चाहे वह किताबों कहानियों में हो या स्टेज-टेलीविज़न में खेले जा रहे हों, मुझे अट्रैक्ट करते हैं। " इसीलिए, शाहरुख़ खान बनाना चाहते हैं ब्रेकिंग बैड पर फिल्म और बनते रहते हैं डॉन !
शाहरुख़ खान को ऐसे किरदार फबते हैं। खान की फिल्मों का इतिहास गवाह है कि वह निगेटिव किरदारों में बेहतरीन और प्रभावशाली अभिनय कर ले जाते हैं। अब २५ जनवरी को रिलीज़ फिल्म रईस को ही लीजिये। इस फिल्म में खान एक गुजराती डॉन का किरदार कर रहे हैं, जिसने अपने अपराध जीवन की शुरुआत शराब तस्करी से की थी। शाहरुख़ खान को राहुल ढोलकिया निर्देशित अपनी इस फिल्म पर इतना भरोसा है कि वह हृथिक रोशन की फिल्म काबिल के सामने भी अपनी फिल्म रिलीज़ करने के लिए अड़े रहे। हालाँकि, काबिल भी एक अपराध फिल्म है। फर्क इतना है कि काबिल का अंधा नायक अपनी प्रेमिका से बलात्कार और हत्या का बदला लेने के लिए दो माफिया भाइयों के खिलाफ हथियार उठाता है। इसके बावजूद शाहरुख़ खान बेपरवाह हैं। वह काफी पहले ही कह चुके हैं कि आ रहा हूँ मैं। शाहरुख़ खान को क्यों इतना अट्रैक्ट करते हैं निगेटिव किरदार ?
बॉक्स ऑफिस जीतने वाला बाज़ीगर
निगेटिव या डॉन या माफिया किरदार शाहरुख़ खान के पसंदीदा हैं। उनकी अभिनय शैली में ऐसे किरदार खिल उठते हैं। शाहरुख़ खान का फिल्म करियर इसकी तस्दीक भी करता है। दीवाना जैसी रोमांस फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाले शाहरुख़ खान ने हिंदी दर्शकों के दिलों में अपनी जगह टीवी सीरियल फौजी के लेफ्टिनेंट अभिमन्यु रॉय के किरदार से बना ली थी। दीवाना के बाद शाहरुख़ खान ने चमत्कार और राजू बन गया जेंटलमैन जैसी फिल्मों से अपनी भोले भाले युवक की इमेज स्थापित करने की कोशिश की। लेकिन, उनके करियर के साथ चमत्कार हुआ अब्बास मुस्तान की बाज़ीगर से। इस फिल्म में शाहरुख़ खान ने अपने पिता की बर्बादी और मौत का बदला लेने के लिए खूनी खेल खेलने वाले युवक विक्की शर्मा उर्फ़ अजय शर्मा का किरदार किया था। इस निगेटिव भूमिका में शाहरुख़ खान के पावरफुल अभिनय का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह दर्शकों द्वारा बतौर एंटी हीरो स्वीकार कर लिए गए। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड्स भी मिला। बाज़ीगर १२ नवम्बर को रिलीज़ हुई थी। इसके को ४२ दिनों बाद २४ दिसम्बर को यशराज बैनर से यश चोपड़ा निर्देशित फिल्म डर रिलीज़ हुई। इस फिल्म में वह जूही चावल से एकतरफा प्रेम करने वाले हिंसक प्रेमी बने थे। इस फिल्म को भी ज़बरदस्त सफलता मिली। शाहरुख़ खान पहले ऐसे अभिनेता बन गए, जो खल भूमिकाओं के बावजूद दर्शकों का पसंदीदा बना।
सम्हल गया 'डॉन'
शाहरुख़ खान ने जल्द जान लिया कि खल किरदार उनके व्यक्तित्व के अनुरूप हैं। लेकिन, ऎसी भूमिकाओं से वह खल नायक बन सकते थे। जबकि, वह हिंदी फिल्मों का रोमांटिक नायक बनना चाहते थे। अंजाम में उनके निगेटिव किरदार ने उनका यह एहसास पुख्ता किया। इसलिए इसी दौरान उन्होंने कुछ रोमांस फ़िल्में साइन कर ली। राम जाने की असफलता ने शाहरुख़ खान की सोच पर मोहर लगा दी कि निगेटिव रोल उन्हें लंबी रेस का घोड़ा नहीं बना सकते हैं। शाहरुख़ खान, सचमुच किस्मत के बादशाह भी हैं। अंजाम और राम जाने के बीच उनकी दो फ़िल्में-पुनर्जन्म पर एक्शन रोमांस फिल्म करण अर्जुन और एनआरआई रोमांस वाली फिल्म दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे हिट हो गई। शाहरुख़ खान रोमांस के बादशाह बन गए।
एनआरआई रोमांस वाले शाहरुख़ खान
ध्यान से देखे तो शाहरुख़ खान ने निगेटिव या ग्रे शेड वाले किरदारों को अलविदा नहीं कहा। अज़ीज़ मिर्ज़ा की फिल्म यस बॉस में वह नायिका जूही चावल को अपने जाल में फंसाने के लिए अपने बॉस की मदद करते है। परदेस और दिल तो पागल है में रोमांस करने वाले शाहरुख़ खान निर्देशक महेश भट्ट की फिल्म डुप्लीकेट में अपनी दो भूमिकाओं में से एक में डॉन का किरदार कर रहे थे। मंसूर खान निर्देशित फिल्म जोश में वह ऐश्वर्या राय के भाई बने थे और गोवा के ईगल गैंग के लीडर मैक्स डियास का किरदार कर रहे थे। जोश के ६ साल बाद शाहरुख़ खान ने डॉन का चोला ओढ़ लिया। फरहान अख्तर निर्देशित फिल्म डॉन : द चेज बेगिंस अमिताभ बच्चन की १९७८ की सुपर हिट फिल्म डॉन का रीमेक थी। इस फिल्म में खान ने अमिताभ बच्चन के जूते में पैर डाला था। हालाँकि, डॉन हिट हुई। इसका सीक्वल डॉन द चेज बेगिंस अगेन भी बना और सफल हुआ। लेकिन, खान कहीं से भी अमिताभ बच्चन के आसपास तक नहीं थे।
बहुत से अभिनेता बने हैं डॉन
रईस में शाहरुख़ खान डॉन बने हैं। डॉन किरदारों ने कई बॉलीवुड अभिनेताओं को सफलता दिलाई है। अजय देवगन, संजय दत्त, अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र, आदि अभिनेताओं ने डॉन करैक्टर के सहारे बुलंदियों को छुआ है। शाहरुख़ खान पिछले २ नवम्बर को ५१ साल के हो गए। अब वह अलग तरह की भूमिकाएं करना चाहते हैं। डिअर ज़िंदगी इसका उदाहरण हैं। लेकिन, डॉन की भूमिकाओं में तो कोई नयापन नहीं। शाहरुख़ खान क्यों कर रहे हैं डॉन के किरदार। जबकि वह २०१५ में रोहित शेट्टी की फिल्म दिलवाले में डॉन काली का किरदार करके मात खा चुके हैं। अब वह रईस के ज़रिये गुजरात के एक डॉन का किरदार पेश करने जा रहे हैं। ऐसे किरदार बहुत उत्सुकता पैदा नहीं करते। डॉन में नया क्या ? दर्शक सोचता है। क्या रईस में कुछ नया दे पाएंगे शाहरुख़ खान ?
जहाँ तक शाहरुख़ खान के निगेटिव किरदार करने का सवाल है, यह स्वाभाविक है। ऐसे किरदार करना उनके अभिनेता की रगों में बाह रहे खून का परिणाम है। शाहरुख़ खान ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत नाटकों से की थी। नाटकों में अच्छा या बुरा किरदार नहीं होता। वहां एक केंद्रीय किरदार होता है। वह अच्छा भी हो सकता है और बुरा भी। शाहरुख़ खान ने स्टेज पर ऐसे सभी किरदार किये। शाहरुख़ खान कहते है "बुरे या बहुत बुरे करैक्टर, चाहे वह किताबों कहानियों में हो या स्टेज-टेलीविज़न में खेले जा रहे हों, मुझे अट्रैक्ट करते हैं। " इसीलिए, शाहरुख़ खान बनाना चाहते हैं ब्रेकिंग बैड पर फिल्म और बनते रहते हैं डॉन !
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या नताशा लिउ बनेगी हुआ मुलान !
आजकल ऑस्ट्रेलियाई एक्ट्रेस नताशा लिउ बोर्डिज़ो फिर चर्चा में है। ख़ास तौर पर चीन में। नताशा इटैलियन पिता और चीनी माता की संतान हैं। वह ऑस्ट्रेलिया की मशहूर मॉडल हैं। वह सबसे पहले चर्चा में आई थी २००० में रिलीज़ सुपर हिट फिल्म क्राउचिंग टाइगर हिडन ड्रैगन के सीक्वल क्राउचिंग टाइगर हिडन ड्रैगन: सोर्ड ऑफ़ डेस्टिनी में अपने स्नो वैस के किरदार के कारण। सोर्ड ऑफ़ ड्रैगन पिछले साल २६ फरवरी को चीन में रिलीज़ हुई थी। मार्शल आर्ट्स में पारंगत युवा सेविका के किरदार में नताशा अपनी मार्शल आर्ट्स प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही थी। कुछ समय पहले यह अफवाहें थी कि नताशा डिज्नी की आगामी लाइव-एक्शन फिल्म में हुआ मुलान का किरदार करेंगी। यह अफवाहें उस समय गर्म हुई थी, जब पिछले साल यह खबर फैली कि डिज्नी अपनी अगली फिल्म में हुआ मुलान के किरदार के लिए किसी अंतरराष्ट्रीय चीनी चेहरे को लेना चाहता है। उस समय इस रोल के लिए फैन बिंगबिंग, झांग जीयी और लिउ इफेई के नामों की चर्चा हुई। इसी दौर में नताशा का नाम भी उछला। नताशा को फाइनल किये जाने की अफवाहें इतनी गर्म थी कि खुद स्टूडियो को आगे आ कर स्थिति साफ़ करनी पड़ी। उन्होंने अपनी २ नवम्बर २०१८ को रिलीज़ होने वाली फिल्म के मुलान के किरदार के लिए किसी को फाइनल न किये जाने का ऐलान किया। लेकिन, खबरें हैं कि सुस्त ही नहीं हो रही।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ब्यूटी एंड द बीस्ट के साथ अरियाना ग्रांड और जॉन लीजेंड
ग्रैमी अवार्ड्स में नामित और हॉलीवुड फिल्म एक्ट्रेस अरिअना ग्रांडे और ग्रैमी, ऑस्कर के १० बार के विजेता जॉन लीजेंड डिज्नी की लाइव एक्शन फिल्म ब्यूटी एंड द बीस्ट के टाइटल ट्रैक पर परफॉर्म करेंगे। यह गीत १९९१ की एनीमेशन फिल्म ब्यूटी एंड द बीस्ट का नया अंदाज़ होगा। १९९१ की फिल्म में सेलिने डिओन और पीबो ब्रायसन ने आठ बार के ऑस्कर विजेता एलन मेंकेन की बनाई धुन पर टाइटल ट्रैक ब्यूटी एंड द बीस्ट गा कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध तो किया ही था, ऑस्कर पुरस्कार भी जीता था। इस गीत को नए अंदाज़ में ग्रैमी विजेता रॉन फेयर ने तैयार किया है। ब्यूटी एंड द बीस्ट कहानी है एक खूबसूरत महिला बेले की, जिसे उसके पिता की आज़ादी के बदले में एक पशु मानव अपने किले में कैद कर लेता है। डरी होने के बावजूद बेले वहां के लोगों से दोस्ती बना लेती है। तब वह जान पाती है उस मानव पशु के अंदर छुपे एक राजकुमार के रूप को। इस फिल्म में बेले का किरदार एमा वाटसन और बीस्ट का किरदार डान स्टीवेंस ने किया है। अरियाना ग्रांडे और जॉन लीजेंड का गाया गीत फिल्म में भी रखा गया है। ब्यूटी एंड द बीस्ट का निर्देशन बिल कांडों कर रहे हैं। फिल्म में ल्यूक इवांस, केविन क्लिन, इवान मैकग्रेगर स्टेनली टुची, इयान मकलन, एमा थॉम्पसन, आदि भी ख़ास भूमिका में है। यह फिल्म १७ मार्च को रिलीज़ हो रही है।
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हॉलीवुड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 20 January 2017
अब ब्लैक मनी के खिलाफ कमांडो २
कमांडो करणवीर सिंहडोगरा फिर लौट आया है। इस बार वह ब्लैक मनी के खिलाफ खड़ा नज़र आएगा। इससे पहले करणवीर आतकंवाद के खिलाफ, अपने ही घर की ताकतों से जूझ रहा था। पहली कमांडो २०१३ में रिलीज़ हुई थी। फिल्म में कमांडो करणवीर सिंह का किरदार अभिनेता विद्युत् जम्वाल कर रहे थे। फिल्म में उनकी रोमांटिक जोड़ीदार पूजा चोपड़ा थी। जयदीप अहलावत विलेन एके ७४ के किरदार में थे। फिल्म को अच्छी सफलता मिली थी। फाॅर्स के विलेन विद्युत् जामवाल का कमांडो के नायक के रूप में धुंआधार एक्शन दर्शकों को भाया था। कमांडो का निर्देशन दिलीप घोष ने किया था। कमांडो २ का निर्देशन टीवी एक्टर देवेंद्र भोजानी कर रहे हैं। इस सीक्वल फिल्म में विद्युत् जामवाल अपनी कमांडो वाली भूमिका में ही हैं। धुंआधार एक्शन में उनका साथ भावना रेड्डी की भूमिका में अभिनेत्री अदा शर्मा दे रही हैं। अक्षय कुमार की फिल्म हॉलिडे के मशहूर विलेन फ्रेडी दारूवाला इस फिल्म में एसीपी बख्तावर खान के किरदार में निगेटिव हावभाव दिखाएंगे। फिल्म की नायिका एशा गुप्ता है। फिल्म ३ मार्च को रिलीज़ हो रही है। पेश हैं फिल्म के पोस्टर -
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गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
गणतंत्र दिवस पर कलर्स और स्टार चैनल्स के बीच होगा टकराव
इस गणतंत्र दिवस यानि २६ जनवरी को बड़ा टकराव देखने को मिलेगा। यह टकराव हिंदी मनोरंजन के दो बड़े चैनलों स्टार और कलर्स के बीच होगा। २६ जनवरी को स्टार पर एम एस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी और कलर्स पर करण जौहर की ऐ दिल है मुश्किल टेलीकास्ट हो रही हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि यह दोनों फ़िल्में लगभग एक टाइम में प्रसारित होंगी। ऐ दिल है मुश्किल का प्रसारण १२ बजे दोपहर से शुरू हो जायेगा। जबकि, कलर्स पर एम एस धोनी दोपहर एक बजे शुरू होगी। ऐ दिल है मुश्किल पूरी दुनिया में पिछले साल दिवाली में २८ अक्टूबर को रिलीज़ हुई थी। २ घंटे ३८ मिनट लंबी इस फिल्म में रणबीर कपूर, ऐश्वर्या राय बच्चन और अनुष्का शर्मा के साथ पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान भी हैं। ऐ दिल है मुश्किल की निर्माण लागत ७० करोड़
थी। जबकि इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर २३७.५६ करोड़ का बिज़नस किया था। वहीँ, एम एस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी एक महीना पहले ३० सितम्बर २०१६ को रिलीज़ हुई थी। सुशांत सिंह राजपूत, दिशा पाटनी, कियारा अडवाणी, अनुपम खेर और भूमिका चावला जैसी सामान्य स्टार कास्ट वाली इस फिल्म के निर्माण में १०४ करोड़ खर्च हो गए थे तथा फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर २१५.४८ करोड़ का बिज़नस किया था। एम एस धोनी ३ घंटे १० मिनट लंबी है। बड़ी फिल्मों का टकराव दिलचस्पी पैदा करने वाला है। क्या इस गणतंत्र दो बड़ी फिल्मों पर विज्ञापनों की बारिश होगी। जिस प्रकार से कम लम्बाई वाली फिल्म ऐ दिल है मुश्किल का प्रसारण ज़्यादा लम्बाई वाली फिल्म एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी से एक घंटे पहले हो रहा है, उससे ऐसा लगता है कि ऐ दिल है मुश्किल पर विज्ञापनों की बारिश हो चुकी है। अब बस यही दिखाना बाकी है कि इस दौरान टीआरपी किसकी ज़्यादा रहती है। यानि किसे ज़्यादा दर्शक मिलते हैं।
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Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
नार्थ अमेरिका और ब्रिटेन में ज़ी स्टूडियो इंटरनेशनल डिस्ट्रयूब्यूट करेंगा रईस
हिंदी और रीजनल
फिल्मो को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने में ज़ी स्टूडियो इंटरनेशनल का बड़ा योगदान रहा है। ज़ी द्वारा डिस्ट्रीब्यूट हिंदी फिल्म रुस्तम और मराठी फिल्म सैराट और वेंटीलेटर न ही सिर्फ भारत में सफल हुई बल्कि अंतरराष्ट्रीय मार्किट पर भी कामयाब रही। अब स्टूडियो न शाहरुख़ खान स्टारर फिल्म
रईस को भी बड़े ही रोमांचक मार्केटिंग के ज़रिये रिलीज़ करने जा रहे हैं।
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खबर है
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ब्राईट परफेक्ट मिस इंडिया २०१६ की विजेता अर्चना कोचर के डिजाईन गाउन में
पिछले दिनों गोरेगांव स्थित निलोय डे के फोटोग्राफी स्टूडियो में ब्राईट परफेक्ट मिस इंडिया २०१६ की विजेता अर्चना चंदेल, एकता सचगोत्रा और कृष्णा पटेल का फोटो शूट हुआ। यह फोटो शूट मशहूर डिज़ाइनर अर्चना कोचर के ख़ास तौर पर डिजाईन किया गए गाउन में किया गया। ब्राईट परफेक्ट मिस इंडिया २०१६ में नागपुर की अर्चना चंदेल ने मुकुट जीता था। जम्मू की एकता सचगोत्रा प्रथम रनरअप और कृष्णा पटेल द्वितिय रनरअप रही थी । इन मॉडल के फोटो शूट का उपयोग ब्राइट के योगेश लखानी अपने कैलेंडर के लिए करेंगे।
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फोटो फीचर
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Wednesday, 18 January 2017
हॉलीवुड में एक्शन, कॉमेडी ड्रामा और हॉरर
इस हफ्ते द फाउंडर
जहाँ बड़ी बॉलीवुड फिल्मों को छुट्टियों वाले वीकेंड का इंतज़ार रहता है, वहीँ हॉलीवुड की फ़िल्में किसी भी मौसम में रिलीज़ होती रहती हैं। हाँ हॉलीवुड को भी गर्मियों का इंतज़ार ज़रूर होता है। इस बार हिंदुस्तानी बॉक्स ऑफिस पर द फाउंडर, द बाई बाई मैन और व्हाई हिम? रिलीज़ होंगी। द फाउंडर अमेरिकी बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म है। मशहूर फ़ूड चेन मैक्डोनाल्ड के संस्थापक रिचर्ड और मौरिस मैक्डोनाल्ड पर है द फाउंडर। इस फिल्म का निर्देशन जॉन ली हैनकॉक ने किया है। फिल्म में माइकल कीटन, लिंडा कॉर्डेलिनी और पैट्रिक विल्सन मुख्य भूमिका में हैं। स्टेसी टाइटल निर्देशित द बाई बाई मैन एक हॉरर फिल्म है। फिल्म तीन दोस्तों की कहानी है, जो अपने कॉलेज कैंपस के एक पुराने घर में एक मानवेत्तर आकृति को जगा देते हैं। वह आकृति उनका शिकार कर लेगी, अगर वह तीनों इस आकृति के बारे में किसी को नहीं बताते। ऐसे में उन्हें एक दूसरे को बचाने के लिए इस रहस्य को दबाये रखना है। फिल्म में डगलस स्मिथ, लीसेन्ट लेविसकॉऊंट, डॉग जोंस की केंद्रीय भूमिका है। तीसरी हॉलीवुड फिल्म व्हाई हिम? एक कॉमेडी फिल्म है। निर्देशक जॉन हैम्बर्ग हैं। फिल्म नेड और लेयर्ड की नोकझोंक की कहानी है। लेयर्ड एक अरबपति है और वह नेड की बेटी का पुरुष मित्र है। नेड को लगता है कि लेयर्ड घमंडी और बददिमाग है। फिल्म में ब्रायन क्रेन्स्टन और जेम्स फ्रांको मुख्य भूमिका में हैं।
हॉलीवुड के घर में जेंडर केज की वापसी
हिंदुस्तान में ट्रिपल एक्स सीरीज की तीसरी फिल्म रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज पिछले हफ्ते १४ जनवरी को रिलीज़ हो चुकी है। लेकिन, यह फिल्म हॉलीवुड के घरेलु बाजार अमेरिका में इस हफ्ते रिलीज़ होगी। द फाउंडर भी अमेरिका में ट्रिपल एक्स के साथ रिलीज़ होगी। इन दो फिल्मों के अलावा कॉमेडी द रिसरेक्शन ऑफ़ गैविन स्टोन और हॉरर थ्रिलर स्प्लिट रिलीज़ होगी। द रिसरेक्शन ऑफ़ गैविन स्टोन एक पूर्व बाल कलाकार के चर्च में जबरन कम्युनिटी सर्विस करने के दौरान हुए अनुभवों की है। फिल्म में ब्रेट डाल्टन, अंजेला जॉनसन, नील फ्लिन, शॉन मिचेल्स और डी बी स्वीनी केंद्रीय भूमिका में हैं। भारतीय मूल के हॉलीवुड फिल्म निर्देशक एम नाईट श्यामलन की फिल्म स्प्लिट साइकोलॉजिकल हॉरर थ्रिलर फिल्म है। यह कुख्यात अपराधी बिली मिलीगन की सच्ची कहानी है। मुख्य भूमिका में जेम्स मैकाय हैं। उनका साथ अन्या टेलर-जॉय और बेटी बकले दे रहे हैं। इन फिल्मों के अलावा थ्रिलर फिल्म डेटॉर, एनीमेशन द रेड टर्टल, एक्शन ड्रामा ट्रेसपास अगेंस्ट अस के अलावा पनीक की भी रि-रिलीज़ होगी।
जहाँ बड़ी बॉलीवुड फिल्मों को छुट्टियों वाले वीकेंड का इंतज़ार रहता है, वहीँ हॉलीवुड की फ़िल्में किसी भी मौसम में रिलीज़ होती रहती हैं। हाँ हॉलीवुड को भी गर्मियों का इंतज़ार ज़रूर होता है। इस बार हिंदुस्तानी बॉक्स ऑफिस पर द फाउंडर, द बाई बाई मैन और व्हाई हिम? रिलीज़ होंगी। द फाउंडर अमेरिकी बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म है। मशहूर फ़ूड चेन मैक्डोनाल्ड के संस्थापक रिचर्ड और मौरिस मैक्डोनाल्ड पर है द फाउंडर। इस फिल्म का निर्देशन जॉन ली हैनकॉक ने किया है। फिल्म में माइकल कीटन, लिंडा कॉर्डेलिनी और पैट्रिक विल्सन मुख्य भूमिका में हैं। स्टेसी टाइटल निर्देशित द बाई बाई मैन एक हॉरर फिल्म है। फिल्म तीन दोस्तों की कहानी है, जो अपने कॉलेज कैंपस के एक पुराने घर में एक मानवेत्तर आकृति को जगा देते हैं। वह आकृति उनका शिकार कर लेगी, अगर वह तीनों इस आकृति के बारे में किसी को नहीं बताते। ऐसे में उन्हें एक दूसरे को बचाने के लिए इस रहस्य को दबाये रखना है। फिल्म में डगलस स्मिथ, लीसेन्ट लेविसकॉऊंट, डॉग जोंस की केंद्रीय भूमिका है। तीसरी हॉलीवुड फिल्म व्हाई हिम? एक कॉमेडी फिल्म है। निर्देशक जॉन हैम्बर्ग हैं। फिल्म नेड और लेयर्ड की नोकझोंक की कहानी है। लेयर्ड एक अरबपति है और वह नेड की बेटी का पुरुष मित्र है। नेड को लगता है कि लेयर्ड घमंडी और बददिमाग है। फिल्म में ब्रायन क्रेन्स्टन और जेम्स फ्रांको मुख्य भूमिका में हैं।
हॉलीवुड के घर में जेंडर केज की वापसी
हिंदुस्तान में ट्रिपल एक्स सीरीज की तीसरी फिल्म रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज पिछले हफ्ते १४ जनवरी को रिलीज़ हो चुकी है। लेकिन, यह फिल्म हॉलीवुड के घरेलु बाजार अमेरिका में इस हफ्ते रिलीज़ होगी। द फाउंडर भी अमेरिका में ट्रिपल एक्स के साथ रिलीज़ होगी। इन दो फिल्मों के अलावा कॉमेडी द रिसरेक्शन ऑफ़ गैविन स्टोन और हॉरर थ्रिलर स्प्लिट रिलीज़ होगी। द रिसरेक्शन ऑफ़ गैविन स्टोन एक पूर्व बाल कलाकार के चर्च में जबरन कम्युनिटी सर्विस करने के दौरान हुए अनुभवों की है। फिल्म में ब्रेट डाल्टन, अंजेला जॉनसन, नील फ्लिन, शॉन मिचेल्स और डी बी स्वीनी केंद्रीय भूमिका में हैं। भारतीय मूल के हॉलीवुड फिल्म निर्देशक एम नाईट श्यामलन की फिल्म स्प्लिट साइकोलॉजिकल हॉरर थ्रिलर फिल्म है। यह कुख्यात अपराधी बिली मिलीगन की सच्ची कहानी है। मुख्य भूमिका में जेम्स मैकाय हैं। उनका साथ अन्या टेलर-जॉय और बेटी बकले दे रहे हैं। इन फिल्मों के अलावा थ्रिलर फिल्म डेटॉर, एनीमेशन द रेड टर्टल, एक्शन ड्रामा ट्रेसपास अगेंस्ट अस के अलावा पनीक की भी रि-रिलीज़ होगी।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 17 January 2017
नहीं रही नैना साहू !
यह टाइटल पढ़ कर काफी हिंदी फिल्म प्रशंसक चौंक सकते हैं। कौन नैना साहू ! ज़्यादातर फिल्म प्रेमी, ख़ास तौर पर आज की पीढ़ी के दर्शक नैना साहू के नाम से तक परिचित न होंगे। नैना ने १९६७ में किशोर साहू जैसे फिल्मकार की फिल्म हरे कांच की चूड़ियां से बतौर नायिका डेब्यू किया था। फिल्म में उनके नायक विश्वजीत थे। किशोर साहू अपने समय के बड़े निर्माता-निर्देशक थे। किशोर साहू को दर्शक गाइड फिल्म में वहीदा रहमान के पति मारको के बतौर यह कर सकते हैं। नैना साहू इन्ही किशोर साहू की बेटी थी। शक्ल सूरत से नैना में स्टार मटेरियल नहीं था। बेशक एक्टिंग ठीक ठाक थी। किशोर साहू ने अपनी बेटी की फिल्म को हिट बनाने के हरचंद कोशिश की। फिल्म वाले सिनेमाघरों में हरे कांच की चूड़ियां मुफ्त बांटी गई। इसके बावजूद फिल्म औसत रही। नैना भी कुछ ख़ास प्रभाव नहीं छोड़ पाई थी। तीन साल बाद किशोर साहू ने एक और कोशिश की। नैना के साथ संजय खान को लेकर फिल्म पुष्पांजलि बनाई । परंतु यह कोशिश भी नाकाम रही। इस फिल्म के फ्लॉप होते ही, नैना साहू नाम की एक्ट्रेस भी गायब हो गई। आज यही नैना साहू नहीं रही। उन्हें श्रद्धांजलि।
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श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एम जी रामचंद्रन पहला फिल्म अभिनेता, जो मुख्य मंत्री बना
मरुदुर गोपालन रामचंद्रन आज जीवित होते तो अपना १००वा जन्मदिन मना रहे होते। कैंडी श्रीलंका में जन्मे एमजीआर नाम से पोपुलर तमिल फिल्मों के सुपर स्टार एमजी रामचंद्रन पहले फिल्म स्टार थे, जो किसी सूबे की सबसे ऊंची कुर्सी पर पहुंचे। १७ जनवरी १९१७ को जन्मे रामचंद्रन ने १९३६ में तमिल फिल्म सती लीलावती में सह भूमिका करके अपने फिल्म करियर की शुरुआत की। उन्हें हिट बनाया एम करूणानिधि की लिखी फिल्म मंथिरी कुमारी ने। उन्हें १९७१ में फिल्म रिक्शावकरण के लिए श्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। अन्नादुरै द्वारा स्थापित डीएमके के सदस्य रहे रामचंद्रन ने अपने पोलिटिकल करियर की शुरुआत इंडियन नेशनल कांग्रेस से की। अन्नादुरै की मृत्य के तीन साल बाद द्रविड़ मुन्नेत्र कज़गम से अलग हो कर उन्होंने आल इंडिया अन्ना डीएमके पार्टी की स्थापना की। उनकी पार्टी ने १९७७ में करूणानिधि की डीएमके को बुरी तरह से रौंद कर तमिलनाडु की सत्ता सम्हाली। वह दूसरी बार ९ जून १९८० को तमिलनाडु के मुख्य मंत्री बने और जीवन पर्यंत (मृत्यु २४ दिसम्बर १९८७) बने रहे। एमजीआर ने अपनी फिल्मों की इमेज को राजनीती में खूब भुनाया। वह अपनी फ़िल्मी इमेज के अनुरूप तमिल जनता के मसीहा के बतौर पेश हुए। उन्हें १९८८ में मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया। एमजी रामचंद्रन और जे जयललिता ने कई फिल्मों में अभिनय किया था। रामचंद्रन ही जयललिता को राजनीती में लाये। रामचंद्रन मृत्यु के बाद जयललिता अन्ना द्रमुक की सर्वेसर्वा और तमिलनाडू की मुख्य मंत्री बनी।
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श्रद्धांजलि
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एकता कपूर की पहली पंजाबी फिल्म
बॉलीवुड
के फिल्म प्रोड्यूसरों का रुझान पंजाबी सिनेमा की और बढ़ता जा रहा है। अक्षय कुमार
२०१३ में भाजी इन प्रॉब्लम जैसी सुपर हिट पंजाबी फिल्म बना चुके हैं। फिल्म मुझसे शादी करोगी में उनकी नायिका
प्रियंका चोपड़ा भी १३ जनवरी को रिलीज़ पंजाबी फिल्म सरवन के साथ पंजाबी फिल्म
प्रोड्यूसर का तमगा हासिल कर चुकी हैं। अब
इस दिशा में बालाजी टेलीफिल्म्स की एकता कपूर भी पंजाबी फिल्मों के निर्माण में
कूद चुकी हैं। उनकी बतौर पंजाबी फिल्म
प्रोड्यूसर डेब्यू फिल्म "सुपर सिंह" होगी। यह एक सुपर हीरो फिल्म होगी।
इस फिल्म में उड़ता पंजाब से बॉलीवुड डेब्यू कर चुके दिलजीत दोसांज एक अहम् भूमिका
में नज़र आएंगे। इस फिल्म को अनुराग सिंह डायरेक्ट करेंगे । बताते चलें की दिलजीत
और अनुराग पंजाब १९८४ और जाट एंड जूलियट की सीरीज में एक साथ काम कर चुके है।
दिलजीत दोसांझ कहते हैं," मेरा
हमेशा से सपना रहा है कि मैं पंजाब की ऑडियंस को उनका सुपर हीरो दे सकूं । मुझे
गर्व है कि मेरा यह सपना जल्द ही साकार होनेवाला है । सबसे खास बात यह है कि इस
फिल्म को मेरे फ़ेवरिट डायरेक्टर अनुराग सिंह डायरेक्ट कर रहे हैं।" दिलजीत
जल्द ही अनुष्का शर्मा के साथ फिल्म फिल्लोरी में भी नज़र आएंगे।
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पंजाबी फिल्म
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अरबाज खान की ‘रेड अफेयर’ को अरमान मलिक की आवाज
हाल
ही में हिंदी फिल्म ‘’रेड अफेयर’ का
गीत ‘बरफ सी तु पिघल जा...’ जुहू स्थित ऑडियो गैरेज स्टूडियो में
रिकॉर्ड किया गया। इस गाने को युवा पीढ़ी के गायक अरमान मलिक ने आवाज दी है और गीत
को संगीत से सजाया है हैरी आनंद ने। फिल्म के लेखक, गीतकार
और क्रिएटिव निर्देशक सुप्रसिद्ध उपन्यासकार अमित खान है। यूवी फिल्म्स के बैनर
तले फिल्म ‘रेड अफेयर’ का निर्माण हो रहा है। फिल्म के
निर्माता-निर्देशक प्रदीप रंगवानी है । फिल्म के नायक अरबाज़ खान के साथ मंजरी
फडनिस,
अश्मित पटेल, महक चहल और मुकुल देव ख़ास भूमिकाओं में
हैं। अमित खान के जिस उपन्यास पर यह फिल्म आधारित है, वह उपन्यास फिल्म रिलीज होने के पहले
हिंदी और इंग्लिश भाषा में रिलीज़ किया जाएगा। संगीत निर्देशक 'हैरी आनंद' इस गीत के बारे में बताते हैं, “गीत के बोलों में कामुक गीतो की
परिभाषा बदलने की शक्ति है। बहुत ही सभ्य और कामुक शब्द इस गीत की ताकत हैं। यह एक
सुंदर गीत है और अरमान मलिक ने खूबसूरती के साथ यह गीत गाया है। “
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गीत संगीत
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Monday, 16 January 2017
बाजीराव पेशवा के सेट पर घोड़े से गिरी अनुजा साठे
सोनी एंटरटेनमेंट के सीरियल पेशवा बाजीराव में बाजीराव की मां राधा बाई का किरदार निभा
रही अनुजा साठे शूटिंग करते समय एक 9 फुट लंबे घोड़े की पीच से गिर गईं। प्रोडक्शन हाउस के सूत्र ने बताते हैं कि अनुजा साठे एक उम्दा कलाकार हैं। उन्हें अपने किरदार की
चुनौतियां लेना अच्छा लगता है। इस शो में ऐसे कई सीक्वेंस हैं, जहां पर उन्हें
घुड़सवारी करने की जरूरत थी। उन्होंने बिना विशेषज्ञ की मदद और बॉडी डबल के इस्तेमाल
के इस चुनौतीपूर्ण काम को करने का फैसला किया। नौ फुट ऊंचे घोड़े पर सवारी करना
वाकई में बहुत मुश्किल काम था। परंतु उन्होंने घुड़सवारी का सीक्वेंस काफी असानी और
सटीकता के साथ किया। लेकिन जब सीक्वेंस खत्म होने ही वाला था, तभी घोड़ा बिदक
गया। इससे वह अपना संतुलन बरकरार नहीं रख पाईं और घोड़े से गिर पड़ीं। उन्हें
चोट लगी और उनका इलाज किया गया। सेट पर मौजूद चश्मदीद बताते हैं, "अनुजा अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति और पेशेवर रवैये के
लिये मशहूर हैं। चोट लगने के बावजूद वह अपने पैरों पर खड़ी हुईं और एक बार फिर
शूटिंग करते हुये शानदार परफॉर्मेंस दिया।'' पेशवा बाजीराव का प्रसारण २३ जनवरी से होगा।
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Television
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Sunday, 15 January 2017
सीक्वल फिल्म नहीं है अतिथि इन लन्दन
परेश रावल की केंद्रीय भूमिका वाली फिल्म अतिथि इन लन्दन के टाइटल से यह समझा जा रहा था कि यह फिल्म २०१० की हिट फिल्म अतिथि तुम कब जाओगे की रीमेक फिल्म है। ऐसा भ्रम टाइटल में 'अतिथि' शब्द के शामिल होने तथा केंद्रीय भूमिका में चरित्र अभिनेता परेश रावल के होने के कारण भी पैदा हो रहा था। २०१० की फिल्म में परेश रावल एक ऐसे अयाचित अतिथि बने थे, जिसे उसके मेजबान भगाना चाहते हैं, लेकिन वह डटा रहता है। अब यह साफ़ किया गया है कि अतिथि इन लन्दन का अतिथि तुम कब जाओगे से कोई सरोकार नहीं हैं। अतिथि तुम कब जाओगे की कहानी मुम्बई में रह रहे विवाहित जोड़े की थी। इस भूमिका को अजय देवगन और कोंकणा सेन शर्मा ने किया था। जबकि, अतिथि इन लन्दन की पृष्ठभूमि में लन्दन है। अजय देवगन और कोंकणा सेन शर्मा का जोड़ा भी नहीं है। इस फिल्म में कार्तिक आर्य और कृति खरबंदा की जोड़ी के साथ तन्वी आज़मी और संजय मिश्र को भी लिया गया हैं। फिल्म लन्दन में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे जोड़े की है, जिन्हें जबरन मेहमान जोड़े परेश रावल और तन्वी आज़मी का सामना करना पड़ता है। अतिथि इन लन्दन का निर्देशन भी अश्विनी धीर ने ही किया है। यह फिल्म ५ मई को रिलीज़ होगी।
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ये ल्लों !!!
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Saturday, 14 January 2017
जेंडर केज की वापसी के बहाने दीपिका पादुकोण
हॉलीवुड अभिनेता विन डीजल एक बार फिर जेंडर केज के खोल में नज़र आने जा रहे हैं। वह डी जे कारुसो निर्देशित एक्शन फिल्म एक्सएक्सएक्स : रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में एक बार फिर एजेंट एक्सएक्सएक्स जेंडर केज के किरदार में नजर आएंगे। विन डीजल ने २००२ में पहली बार फिल्म एक्सएक्सएक्स में जेंडर केज के किरदार को परदे पर सजीव किया था। जेंडर केज तेज़ गति से भारी गाड़िया चलाने में माहिर खिलाडी, स्टन्टमैन और विद्रोही प्रकृति का अथलीट था, जिसे अनजाने में एक अपराध में भागीदारी करने के कारण बेमन से नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के लिए एजेंट का काम करना पड़ा था। उसे सेंट्रल यूरोप में रूसी आतंकियों के खात्मे के मिशन पर भेजा जाता है। इस फिल्म के डायरेक्टर रॉब कोहेन थे, जो एक साल पहले द फ़ास्ट एंड द फ्यूरियस (२००१) में विन डीजल को डायरेक्ट कर चुके थे। ७० मिलियन डॉलर से बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर २७७.४ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया था। २००५ में इस फिल्म का सीक्वल ट्रिपल एक्स : स्टेट ऑफ़ द यूनियन बनाया गया। लेकिन इस फिल्म में न तो विन डीजल थे और न ही फिल्म का डायरेक्शन रॉब कोहेन कर रहे थे। उस समय विन डीजल द पसिफियर में व्यस्त थे और कोहेन स्टील्थ का निर्देशन कर रहे थे। इसलिए ली तमहोरी के निर्देशन में आइस क्यूब को ट्रिपल एक्स बना दिया गया। लेकिन वह फिल्म के जेंडर केज नहीं थे, बल्कि वह एजेंट डारियस स्टोन बने थे। यह फिल्म असफल साबित हुई। ८७ मिलियन डॉलर में बनी यह फिल्म वर्ल्डवाइड केवल ७१ मिलियन डॉलर का ग्रॉस ही कर सकी।
जेंडर केज की वापसी
अब ट्रिपल एक्स सीरीज की तीसरी फिल्म रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में विन डीजल की ओरिजिनल एजेंट जेंडर केज के बतौर वापसी हो रही है। यह फिल्म हॉलीवुड के घरेलु बाजार सहित पूरी दुनिया में २० जनवरी को रिलीज़ हो रही है। परंतु भारत में यह ६ दिन पहले यानि १४ जनवरी को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म को थ्रीडी और आईमैक्स के अलावा २डी प्रभाव के साथ अंग्रेजी के अलावा हिंदी, तमिल और तेलुगु में भी डब कर रिलीज़ किया जा रहा है। इसमे कोई शक़ नहीं कि हॉलीवुड अभिनेता विन डीजल अपनी एक्शन फिल्मों, ख़ास तौर पर फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों के कारण भारत में भी पहचाना जाता है। उनकी फिल्मों के प्रति भारतीय दर्शकों में क्रेज रहता है। पहली फिल्म एक्सएक्सएक्स को भी हिंदुस्तानी दर्शकों ने पसंद किया था। परंतु, रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज भारतीय दर्शकों के लिए ख़ास विन डीजल के कारण नहीं। इस फिल्म में विन डीजल के साथ डॉनी येन, टोनी जा, सैमुएल एल जैक्सन, नीना डोब्रेव, रूबी रोज, टोनी कॉलेट, निकी जैम, क्रिस वू, रोरी मैकैन, आदि सितारों की भरमार है।
दीपिका पादुकोण है ख़ास
लेकिन भारतीय दर्शकों के लिए ख़ास होंगी दीपिका पादुकोण, जो फिल्म में सेरेना उंगेर का किरदार कर रही हैं। फिल्म की कहानी जेंडर केज के इर्दगिर्द ही बनी गई है, जो लंबे स्वनिर्वासन के बाद वापसी कर रहा है। उसे खलनायक जियांग के खतरनाक हथियार पैंडोरा बॉक्स को छीनना है। उसके इस मिशन में उसके कई साथी हैं। लेकिन, जेंडर केज उस समय खतरे में फंस जाता है, जब वह दुनिया की भ्रष्ट सरकारों के चंगुल में आ जाता है। कहानी से साफ़ है कि रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में जेंडर केज यानि विन डीजल का किरदार ही ख़ास होगा। लेकिन फिल्म में चीन सहित एशियाई बाजार को हथियाने के लिए देसी एक्टर्स का भी इस्तेमाल किया गया है। चीन और थाईलैंड के दर्शकों के लिए अन्य सितारों के अलावा जेट ली और टोनी जा हैं। हिंदुस्तानी बाज़ार को आकर्षित करने के लिए ही दीपिका पादुकोण को लिया गया है। दीपिका पादुकोण बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्रियों में से एक हैं। ख्याल रहे कि २०१३ में दीपिका पादुकोण ने विन डीजल की फिल्म फ्यूरियस ७ को संजय लीला भंसाली की फिल्म रामलीला के लिए ठुकरा दिया था। सूत्रों के अनुसार फिल्म में दीपिका पादुकोण को विन डीजल के किरदार की मदद करने वाली हैकर का किरदार करना था।
इंटरनेशनल इमेज के लिए दीपिका
दीपिका पादुकोण ने बेशक संजयलीला भंसाली की फिल्म के लिए विन डीजल की फिल्म ठुकरा दी थी। यह दीपिका का सही निर्णय था। गोलियों की रास लीला : रामलीला सुपर हिट साबित हुई थी। दीपिका बॉलीवुड की बड़ी एक्ट्रेस में शुमार हो गई थी। लेकिन आज मंज़र काफी बदला हुआ है। भंसाली की फिल्म पद्मावती ही उनकी ख़ास फिल्म है। ऐसे में उन्हें हॉलीवुड की एक अदद फिल्म की ख़ास ज़रूरत है। हॉलीवुड की फिल्म के ज़रिये वह बॉलीवुड को अपनी इंटरनेशनल इमेज दे सकती हैं, अपनी अहमियत जता सकती हैं। हॉलीवुड
फिल्मों को एशियाई चेहरों की ज़रुरत होती है। क्योंकि, उनके किरदार ही कुछ ऐसे होते हैं। लेकिन यह तमाम किरदार सपोर्टिंग होते हैं। फिल्म इन पर केंद्रित नहीं होती। परंतु, इन एक्टर्स के देशों के दर्शक अपने एक्टरों को देखना चाहते हैं। अब यह बात दीगर होती है कि ज़्यादातर उन्हें निराश होना पड़ता है। ख़ास तौर पर भारतीय दर्शकों को। इसके बावजूद भारतीय दर्शकों को पहली एक्सएक्सएक्स फिल्म से कहीं ज़्यादा रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज का इंतज़ार है। दीपिका पादुकोण को इस साल पद्मावती की रिलीज़ होने से पहले तक इसी फिल्म से याद किया जाता रहेगा।
दीपिका को प्रियंका है चुनौती
इसके अलावा, दीपिका पादुकोण के लिए प्रियंका चोपड़ा भी चुनौती है। प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड एक बड़ा नाम तो नहीं चर्चित एशियाई नाम ज़रूर बन गई हैं। स्पाई थ्रिलर सीरीज क़्वान्टिको की अलेक्स पारिश के किरदार में उन्होंने अपनी सेक्स अपील का डंका बजा दिया है। वह टेबलायड और चैनल्स पर चर्चित हो रही हैं अब क़्वान्टिको २ का निर्माण भी किया जा रहा है। वह समुद्र के किनारे गश्त करने वाले दल की एक्शन कॉमेडी
सीरीज बेवॉच के फिल्म संस्करण में विक्टोरिया लीडस् के खल किरदार को कर रही हैं। प्रियंका चोपड़ा यूनिसेफ की गुडविल एम्बेसडर भी हैं। ज़ाहिर तौर पर प्रियंका चोपड़ा दुनिया में एक बड़ा नाम बनती जा रही हैं। किसी भी बॉलीवुड एक्ट्रेस के लिए प्रियंका चोपड़ा की यह सफलता जलन का कारण बन सकती हैं। इसीलिए दीपिका पादुकोण हॉलीवुड में भी खुद को
साबित करना चाहती हैं। वह सुपर मॉडल हैं। उनकी देह संतुलित है। हॉलीवुड फिल्मों को ऎसी देह् रास आती हैं। यह देखने वाला होगा कि वह सेरेना उंगेर के किरदार से दुनिया के दर्शकों के बीच कितना चर्चित हो पाती हैं। ख़ास बात यह है कि सेरेना का यह किरदार ट्रिपल एक्स मूवीज के दर्शकों के लिए पहली बार है।
फिलहाल दीपिका पर भारी प्रियंका
फिलहाल तो दीपिका पादुकोण पर प्रियंका चोपड़ा भारी पड़ती नज़र आ रही है। वह पूरे हॉलीवुड में नामचीन हैं। जबकि दीपिका पादुकोण को सेरेना से खुद को साबित करना है। प्रियंका का अलेक्स का किरदार सेक्सी था। इस किरदार में एक्शन भी था। प्रियंका रोल भी अपेक्षाकृत बड़ा था। ख़ास बात यह भी है कि अमेरिकी दर्शकों में टीवी सीरीज भी सामान रूप से लोकप्रिय होती हैं। हॉलीवुड के बड़े एक्टर इसमे काम करते हैं। प्रियंका चोपड़ा के उभरे होंठ और ताम्बई रंग की देह
हॉलीवुड के दर्शकों को आकर्षित करती है। दीपिका पादुकोण में प्रियंका चोपड़ा वाली यह खासियत नहीं। वह रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में अंग प्रदर्शन और एक्शन करती नज़र आती हैं। लेकिन इतना ही काफी नहीं होगा। हॉलीवुड फिल्मों की नायिका कपडे उतारने को हमेशा तैयार रहती हैं। धुंआधार एक्शन कर सकने वाली ढेरों एक्टर हॉलीवुड में मौजूद हैं। दीपिका पादुकोण क्या ख़ास देने जा रही हैं ? हॉलीवुड दर्शक यह जानना चाहेगा। इस लिहाज़ से प्रियंका चोपड़ा बाज़ी मार ले जाती हैं। वह बेवॉच में भी एक सेक्सी और खल किरदार कर रही हैं। ऐसे किरदार दर्शकों को आसानी से आकर्षित कर पाते हैं। हिंदी दर्शक भी कुछ अलग नहीं।
अल्पना कांडपाल
जेंडर केज की वापसी
अब ट्रिपल एक्स सीरीज की तीसरी फिल्म रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में विन डीजल की ओरिजिनल एजेंट जेंडर केज के बतौर वापसी हो रही है। यह फिल्म हॉलीवुड के घरेलु बाजार सहित पूरी दुनिया में २० जनवरी को रिलीज़ हो रही है। परंतु भारत में यह ६ दिन पहले यानि १४ जनवरी को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म को थ्रीडी और आईमैक्स के अलावा २डी प्रभाव के साथ अंग्रेजी के अलावा हिंदी, तमिल और तेलुगु में भी डब कर रिलीज़ किया जा रहा है। इसमे कोई शक़ नहीं कि हॉलीवुड अभिनेता विन डीजल अपनी एक्शन फिल्मों, ख़ास तौर पर फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों के कारण भारत में भी पहचाना जाता है। उनकी फिल्मों के प्रति भारतीय दर्शकों में क्रेज रहता है। पहली फिल्म एक्सएक्सएक्स को भी हिंदुस्तानी दर्शकों ने पसंद किया था। परंतु, रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज भारतीय दर्शकों के लिए ख़ास विन डीजल के कारण नहीं। इस फिल्म में विन डीजल के साथ डॉनी येन, टोनी जा, सैमुएल एल जैक्सन, नीना डोब्रेव, रूबी रोज, टोनी कॉलेट, निकी जैम, क्रिस वू, रोरी मैकैन, आदि सितारों की भरमार है।
दीपिका पादुकोण है ख़ास
लेकिन भारतीय दर्शकों के लिए ख़ास होंगी दीपिका पादुकोण, जो फिल्म में सेरेना उंगेर का किरदार कर रही हैं। फिल्म की कहानी जेंडर केज के इर्दगिर्द ही बनी गई है, जो लंबे स्वनिर्वासन के बाद वापसी कर रहा है। उसे खलनायक जियांग के खतरनाक हथियार पैंडोरा बॉक्स को छीनना है। उसके इस मिशन में उसके कई साथी हैं। लेकिन, जेंडर केज उस समय खतरे में फंस जाता है, जब वह दुनिया की भ्रष्ट सरकारों के चंगुल में आ जाता है। कहानी से साफ़ है कि रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में जेंडर केज यानि विन डीजल का किरदार ही ख़ास होगा। लेकिन फिल्म में चीन सहित एशियाई बाजार को हथियाने के लिए देसी एक्टर्स का भी इस्तेमाल किया गया है। चीन और थाईलैंड के दर्शकों के लिए अन्य सितारों के अलावा जेट ली और टोनी जा हैं। हिंदुस्तानी बाज़ार को आकर्षित करने के लिए ही दीपिका पादुकोण को लिया गया है। दीपिका पादुकोण बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्रियों में से एक हैं। ख्याल रहे कि २०१३ में दीपिका पादुकोण ने विन डीजल की फिल्म फ्यूरियस ७ को संजय लीला भंसाली की फिल्म रामलीला के लिए ठुकरा दिया था। सूत्रों के अनुसार फिल्म में दीपिका पादुकोण को विन डीजल के किरदार की मदद करने वाली हैकर का किरदार करना था।
इंटरनेशनल इमेज के लिए दीपिका
दीपिका पादुकोण ने बेशक संजयलीला भंसाली की फिल्म के लिए विन डीजल की फिल्म ठुकरा दी थी। यह दीपिका का सही निर्णय था। गोलियों की रास लीला : रामलीला सुपर हिट साबित हुई थी। दीपिका बॉलीवुड की बड़ी एक्ट्रेस में शुमार हो गई थी। लेकिन आज मंज़र काफी बदला हुआ है। भंसाली की फिल्म पद्मावती ही उनकी ख़ास फिल्म है। ऐसे में उन्हें हॉलीवुड की एक अदद फिल्म की ख़ास ज़रूरत है। हॉलीवुड की फिल्म के ज़रिये वह बॉलीवुड को अपनी इंटरनेशनल इमेज दे सकती हैं, अपनी अहमियत जता सकती हैं। हॉलीवुड
फिल्मों को एशियाई चेहरों की ज़रुरत होती है। क्योंकि, उनके किरदार ही कुछ ऐसे होते हैं। लेकिन यह तमाम किरदार सपोर्टिंग होते हैं। फिल्म इन पर केंद्रित नहीं होती। परंतु, इन एक्टर्स के देशों के दर्शक अपने एक्टरों को देखना चाहते हैं। अब यह बात दीगर होती है कि ज़्यादातर उन्हें निराश होना पड़ता है। ख़ास तौर पर भारतीय दर्शकों को। इसके बावजूद भारतीय दर्शकों को पहली एक्सएक्सएक्स फिल्म से कहीं ज़्यादा रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज का इंतज़ार है। दीपिका पादुकोण को इस साल पद्मावती की रिलीज़ होने से पहले तक इसी फिल्म से याद किया जाता रहेगा।
दीपिका को प्रियंका है चुनौती
इसके अलावा, दीपिका पादुकोण के लिए प्रियंका चोपड़ा भी चुनौती है। प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड एक बड़ा नाम तो नहीं चर्चित एशियाई नाम ज़रूर बन गई हैं। स्पाई थ्रिलर सीरीज क़्वान्टिको की अलेक्स पारिश के किरदार में उन्होंने अपनी सेक्स अपील का डंका बजा दिया है। वह टेबलायड और चैनल्स पर चर्चित हो रही हैं अब क़्वान्टिको २ का निर्माण भी किया जा रहा है। वह समुद्र के किनारे गश्त करने वाले दल की एक्शन कॉमेडी
सीरीज बेवॉच के फिल्म संस्करण में विक्टोरिया लीडस् के खल किरदार को कर रही हैं। प्रियंका चोपड़ा यूनिसेफ की गुडविल एम्बेसडर भी हैं। ज़ाहिर तौर पर प्रियंका चोपड़ा दुनिया में एक बड़ा नाम बनती जा रही हैं। किसी भी बॉलीवुड एक्ट्रेस के लिए प्रियंका चोपड़ा की यह सफलता जलन का कारण बन सकती हैं। इसीलिए दीपिका पादुकोण हॉलीवुड में भी खुद को
साबित करना चाहती हैं। वह सुपर मॉडल हैं। उनकी देह संतुलित है। हॉलीवुड फिल्मों को ऎसी देह् रास आती हैं। यह देखने वाला होगा कि वह सेरेना उंगेर के किरदार से दुनिया के दर्शकों के बीच कितना चर्चित हो पाती हैं। ख़ास बात यह है कि सेरेना का यह किरदार ट्रिपल एक्स मूवीज के दर्शकों के लिए पहली बार है।
फिलहाल दीपिका पर भारी प्रियंका
फिलहाल तो दीपिका पादुकोण पर प्रियंका चोपड़ा भारी पड़ती नज़र आ रही है। वह पूरे हॉलीवुड में नामचीन हैं। जबकि दीपिका पादुकोण को सेरेना से खुद को साबित करना है। प्रियंका का अलेक्स का किरदार सेक्सी था। इस किरदार में एक्शन भी था। प्रियंका रोल भी अपेक्षाकृत बड़ा था। ख़ास बात यह भी है कि अमेरिकी दर्शकों में टीवी सीरीज भी सामान रूप से लोकप्रिय होती हैं। हॉलीवुड के बड़े एक्टर इसमे काम करते हैं। प्रियंका चोपड़ा के उभरे होंठ और ताम्बई रंग की देह
हॉलीवुड के दर्शकों को आकर्षित करती है। दीपिका पादुकोण में प्रियंका चोपड़ा वाली यह खासियत नहीं। वह रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में अंग प्रदर्शन और एक्शन करती नज़र आती हैं। लेकिन इतना ही काफी नहीं होगा। हॉलीवुड फिल्मों की नायिका कपडे उतारने को हमेशा तैयार रहती हैं। धुंआधार एक्शन कर सकने वाली ढेरों एक्टर हॉलीवुड में मौजूद हैं। दीपिका पादुकोण क्या ख़ास देने जा रही हैं ? हॉलीवुड दर्शक यह जानना चाहेगा। इस लिहाज़ से प्रियंका चोपड़ा बाज़ी मार ले जाती हैं। वह बेवॉच में भी एक सेक्सी और खल किरदार कर रही हैं। ऐसे किरदार दर्शकों को आसानी से आकर्षित कर पाते हैं। हिंदी दर्शक भी कुछ अलग नहीं।
अल्पना कांडपाल
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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