इसका मतलब यह हुआ कि अजय देवगन और इलीना डिक्रूज़ की फिल्म रेड ने दर्शकों को
प्रभावित कर ही लिया। सरकारी ऑफिस के हलकी रोशनी वाले कमरे और पुरानी हवेली में शूट की गई रेड
में तनाव की मात्रा काफी थी। ऐसे बोझिल माहौल वाली फिल्म से दर्शक अपना नाता नहीं
जोड़ पाता। इसीलिए, समीक्षकों के बाद, फिल्म की टीम को दर्शकों के फैसले का इंतज़ार था। फिल्म के
थ्रिल भरे कथानक, अजय देवगन और सौरभ शुक्ल के बीच के टकराव के दृश्यों ने दर्शकों
को बाँध लिया। वह फिल्म से पूरी तरह से जुड़ गए। फिल्म के क्लाइमेक्स के पारंपरिक
तौर पर हीरोइक बन जाने का खतरा था। लेकिन, राजकुमार गुप्ता ने इसे करने के बजाय
अपने नायक को हताश होते दिखाना ज्यादा ठीक समझा। कोई भी सामान्य सरकारी अधिकारी सुपरह्यूमन
अवतार नही हो सकता। अजय देवगन ने अपने अभिनय से इसे व्यक्त किया और दर्शक इससे
कनेक्ट भी हुए। फिल्म माउथ पब्लिसिटी के बल पर बॉक्स ऑफिस पर दौड़ चली। रेड ने
शुक्रवार १६ मार्च को, सुबह के शो में २० प्रतिशत की धीमी शुरुआत की थी। लेकिन,
इसके बाद फिल्म ने जोर पकड़ा। शाम तक अजय देवगन हीरो बन चुके थे। फिल्म ने शुक्रवार
को बॉक्स ऑफिस पर १०.४१ करोड़ का कारोबार किया था। अगले दिन, यानि शनिवार को इसमे लगभग
चार करोड़ की बढ़ोतरी हुई। दूसरे दिन रेड ने १३.८६ करोड़ का कारोबार किया था। रविवार
को फिल्म ने फिर छलांग भरी। कमाए १७.११ करोड़। इस प्रकार से रेड ने बॉक्स ऑफिस पर
४१.०१ करोड़ का वीकेंड निकाला। यह कलेक्शन पद्मावत के बाद दूसरे नंबर का था। पद्मावत
ने हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगु वर्शन में थर्सडे पेड प्रीव्यू के साथ ११४ करोड़ का वीकेंड कारोबार किया था। रेड के बाद ४०.०५ करोड़ के साथ अक्षय कुमार, सोनम कपूर और राधिका
आप्टे की फिल्म पैडमैन ने ४९.०५ करोड़ के कारोबार के साथ तीसरे, २६.५७ करोड़ के साथ सोनू
के टीटू की स्वीटी चौथे और अनुष्का शर्मा की हॉरर फिल्म परी १५.३४ करोड़ के कारोबार के साथ
पांचवे स्थान पर है।
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