बॉलीवुड को #मीटू की
आंधी ने लपेटे में ले लिया है।
आशिक़ बनाया आपने और चॉकलेट फिल्मों की
एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने,
२५ सितम्बर को, ज़ूम टीवी को
दिए इंटरव्यू में १० साल पहले फिल्म हॉर्न ओके प्लीज के सेट्स पर दुर्व्यवहार का
आरोप लगाया था, तब किसी ने सोचा न था कि एक भूली बिसरी
अभिनेत्री की दस साल पुरानी दास्ताँ बॉलीवुड को यों झकझोर देगी।
आज हालत यह है कि बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्मों की
रिलीज़ पर अनिश्चितता की तलवार लटक चुकी है। लगभग आधा दर्जन फिल्म डायरेक्टर और बहुत से एक्टर #मीटू के
तूफ़ान से घिर गए हैं।
अलबत्ता,
ज़्यादातर फिल्मों में किनारे कर दी गई अभिनेत्रियां और महिला पत्रकार ही गुमनामी का मुखौटा लगाए
अपने बयान दे रही हैं या सोशल साइट्स पर दर्ज कर रही हैं।
#मींटू के तूफ़ान से नाना पाटेकर के बाद विवेक
अग्निहोत्री, बुनियाद के एक्टर और संस्कारी बाबा के नाम
से प्रचारित आलोक नाथ, विकास बहल,
सुभाष घई, रजत कपूर,
आदि पर रहस्य के परदे में छिपी महिलाओं ने सेक्सुअल हरैसमेंट के आरोप
लगाए।
नाना पाटेकर ने कहा,
"जो दस साल पहले झूठ था, वह आज भी
झूठ है।" विकास बहल ने, अपनी
असिस्टेंट डायरेक्टर के आरोप के बाद, अनुराग
कश्यप द्वारा फैंटम फिल्म्स को इस आधार पर डिसॉल्व कर देने के लिए अनुराग कश्यप को
कानूनी नोटिस भेजा है।
नाना पाटेकर भी तनुश्री दत्ता को कोर्ट में
खिंच लाने पर आमादा हैं। अलोक नाथ विलाप
कर रहे हैं। रजत कपूर जैसे कईयों ने गुनाह
क़ुबूल करते हुए माफ़ी मांग ली है। सुभाष घई ने भी आरोपों को गलत बताते हुए,
मानहानि का मुक़दमा दायर करने की धमकी दी है।
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