Thursday, 14 February 2019

कन्या सशक्तीकरण के समर्थन में रैंप फॉर चैंप्स

राष्ट्रीय स्तर के एक विकास संस्थान, स्माइल फाउंडेशन ने पर्नियाज़ पॉप अप शो के सहयोग से 13 फरवरी को मुंबई में 'रैंप फॉर चैंप्सके 13वें संस्करण का आयोजन किया। किसी ख़ास उद्देश्य से संबंधित सेलिब्रिटी फैशन शो, ’रैंप फॉर चैंप्सबच्चियों को पढ़ाने-लिखाने के लिए धन इकठ्ठा करने का एक सतत प्रयास है। इस शो से एकत्रित की गई धनराशि का उपयोग स्माइल फ़ाउंडेशन के कार्यक्रम 'शी कैन फ़्लाइ' के लिए किया जायेगा।
इस वर्ष के शो का विषय 'सिक्स यार्ड्स एंड मोरसाड़ी पहनी हुई स्त्री की गौरवशाली शक्ति का जश्न मनाता है। इस कार्यक्रम और उसके उद्देश्य के प्रति अपना समर्थन करनेवालों में हैदराबाद के जाने-माने डिज़ाइनर सैलेश सिंघानिया और नृत्य निर्देशिका लुब्ना एडम्स शामिल थे। इस शो में 25 से भी अधिक लोगों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति देखी गई। इसका समापन हथकरघा का प्रचार करने की दिशा में काम कर रहे सैलेश सिंघानिया द्वारा डिजाइन की गई साड़ियाँ पहने हुए रैंप वॉक करती हुई 25 जानी-मानी हस्तियों और दानकर्ताओं के एक सिलसिले के साथ हुआ। रैंप पर चलने वाली कुछ प्रसिद्द हस्तियों में शनाया कपूर, देबिना बनर्जी, मानसी जोशी रॉय, गौतमी कपूर, दीपिका सिंह, सोनाली गुप्ता, राखी पंडित, अखिला बनोठ, नेहा चौहान, सृष्टि रोडे, प्रीति सूद, फ्लोरा सैनी, मीनाक्षी दीक्षित, पायल कोठारी, महज़बीन पटेल, आराधना, डियॉन, विजीता नीखरे, प्रियंका सेठ, पूनम झावर, वैदेही परशुरामी और इशा कोपिकर शामिल थीं।
पर्निया पॉप शो का आयोजन करनेवाली प्रमुख कंपनी, पर्पल स्टाइल लैब्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अभिषेक अग्रवाल ने कहा, “शी कैन फ्लाईएक महत्वपूर्ण प्रयास है जो सक्रिय रूप से महिला सशक्तिकरण का समर्थन करता है। यह कन्यायों को बेहतर शिक्षा, सही पोषण, अच्छे स्वास्थ्य, पर्याप्त कौशल, और सब से ज़रूरी ढेर सारे आत्मविश्वास के साथ सक्षम, तैयार और सशक्त बनाने का एक प्रयास है ताकि वे जी भरकर अपना जीवन जी सकें। इस तरह के एक प्रगतिशील और सार्वजनिक मंच का उपयोग करके, हम ध्वनिहीनों को एक आवाज़ देने की, अनसुने लोगों की बात सुनाने का एक मौका और अनदेखे लोगों को पहचानने का एक मौका देने की उम्मीद करते हैं। हमारा उद्देश्य समर्थक बनने का है - भारतभर की कन्यायों को हर तरीके से सहयोग देकर अपना सबसे अच्छा रूप हासिल करने में मदद करना है।"
संजीव धाम, मुख्य परिचालन अधिकारी - स्माइल फाउंडेशन ने कहा, “रैंप फॉर चैंप्स' के माध्यम से जातीयता का प्रचार करके हम महिलाओं को अपनी विरासत पर गर्व करने का, अपनी विरासत का और अपने मकसद का संदेश देने की उम्मीद करते हैं। उन्हें अपनी जातीयता की पहचान को गर्व से धारण करना चाहिए और उत्कृष्टता के लिए हमेशा कोशिश करते रहना चाहिए। आज, कन्यायों के समग्र विकास से संबंधित आँकड़े निराशाजनक हैं। कुल 17.7 मिलियन स्कूल छोड़ने वाले बच्चों में से 62% लड़कियाँ हैं। 73% लड़कियाँ 10 साल से अधिक समय तक स्कूल नहीं जाती हैं। सभी कुपोषित बच्चों में से 68% लड़कियाँ हैं। 4.5 मिलियन बच्चियाँ किसी न किसी तरह के बाल श्रम में लगी हुई हैं। भारत में कम से कम 47% महिलाओं की शादी 18 साल की उम्र से पहले हो जाती है। एक बड़ा परिवर्तन इस समय की माँग है।
भलाई के इस काम को अपना समर्थन देते हुए, डिज़ाइनर सैलेश सिंघानिया ने कहा, “यह एक उद्देश्य के साथ फैशन को जोड़ने का एक शानदार मौका है और जब इसका उद्देश्य भविष्य की नारी का समर्थन करना है तो हम सब उसी के लिए प्रति प्रतिबद्ध हैं। हर वो औरत जिसने इस नेक काम के लिए अपना सहयोग दिया है, हम उसे सलाम करते हैं और इस पहल का हिस्सा बनने का हमें मौका देने के लिए स्माइल फाउंडेशन का धन्यवाद करते हैं।
इस आयोजन को एक यादगार अनुभव बनाने और कन्यायों की शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के माध्यम से उनके उत्थान के लिए कुछ करने के लिए कुछ अन्य प्रमुख संस्थाओं ने आगे आकर अपना सहयोग दिया। ओके सर पॉवर्ड बाइ प्रायोजक के तौर पर हमसे जुड़े और एक वर्ष के लिए 50 बच्चियों को लाभान्वित करने के लिए अपना समर्थन देने का संकल्प लिया। शनाया  कपूर, जिन्होंने स्माइल फाउंडेशन की इस प्रस्तुति को तैयार किया था, उन्होंने मंच पर उनका प्रतिनिधित्व किया। श्रुति तेजवानी ने कैमरे के पीछे अपना कमाल दिखाया और अपनी फोटोग्राफी से इन यादगार पलों को क़ैद किया। एक निरंतर समर्थक, वीके मीडिया इस आयोजन के टैलेंट पार्टनर के तौर पर हमारे साथ आये। अलग-अलग चुनिंदा चॉकलेटों और वेफर बिस्कुट के इटालियन ब्रांड, लोकर भी एक परितोषण सहयोगी के रूप में हमारे साथ इस काम में शामिल हुआ।
कुल मिलाकर यह कार्यक्रम बेहद अच्छे फैशन और दिल को छू लेनेवाला एक का मिश्रण साबित हुआ। परियों के जैसे कपड़े पहने हुए छोटी-छोटी लड़कियाँ मुख्य आकर्षण थीं और जब भी वे रैंप पर अपनी मुस्कराहट बिखेरने के लिए आयीं दर्शकों ने हर बार उनके लिए तालियाँ बजाईं।
रैंप फॉर चैंप्स’, स्माइल फाउंडेशन के मिशन शिक्षा केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को एक स्थान पर मिलाता है। इस पहल का उद्देश्य वंचित बच्चों की शिक्षा में सहयोग देने के माध्यम से उनके जीवन में सार्थक परिवर्तन लाने के लिए सक्षम बनने हेतु सभ्य समाज में सक्रीय रूप से संवेदना जगाने और शामिल करने की आवश्यकता का परिणाम है।
स्माइल फाउंडेशन के बारे में
स्माइल फाउंडेशन एक राष्ट्रीय स्तर का विकास संस्थान है, जो भारत के 25 राज्यों में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, युवा रोजगार और महिला सशक्तीकरण जैसे विषयों पर 250 से अधिक कल्याणकारी परियोजनाओं के माध्यम से हर साल 600,000 से अधिक वंचित बच्चों, युवाओं और महिलाओं तक सीधे पहुँचता है। विकास के जीवन चक्रीय दृष्टिकोण को अपनाते हुए, स्माइल फाउंडेशन बच्चों, उनके परिवारों और समुदाय पर अपने हस्तक्षेपों को केंद्रित करता है।

वेबसाइट - www.smilefoundationindia.org



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