विगत
वर्ष पुष्पा द राइज और इस साल आर आर आर और केजीएफ़ चैप्टर २ के दक्षिणी धमाकों के
बाद,
अब
बॉक्स ऑफिस को बॉलीवुड के ब्रह्मास्त्र की प्रतीक्षा है. धरती की गोद से जन्मे
पुष्पा,
यश और
कोमराम भीमा- अल्लूरी श्रीराम के बाद, अब हिंदी बेल्ट के बॉक्स ऑफिस को बॉलीवुड के
सुपर हीरो की प्रतीक्षा है. इस साल की उपरोक्त दो बड़ी फिल्मों की धमाकेदार सफलता
के बाद,
बॉक्स
ऑफिस को लगता है कि बॉलीवुड का पहला सुपर हीरो शिवा कुछ चमत्कार कर दिखाएगा. बॉक्स
ऑफिस पर पुष्पा,
आर आर
आर और केजीएफ़ २ की तरह सोना बरसेगा. क्या बॉलीवुड के चाकलेटी हीरो रणबीर कपूर का
सुपर हीरो अवतार ब्रह्मास्त्र से चमत्कार कर पाएंगे?
फ्रैंचाइज़ी
के लिए - बॉक्स
ऑफिस पर ब्रह्मास्त्र से चमत्कार की अपेक्षा केवल बॉक्स ऑफिस ही नहीं कर रहा होगा.
बल्कि,
इस
फिल्म के निर्माता करण जोहर को भी बड़ी सफलता की बड़ी आवश्यकता है. क्योंकि, ब्रह्मास्त्र केवल एक फिल्म
नहीं. बल्कि,
यह
उनकी महत्वाकांक्षी और भारी-भरकम परियोजना है. इस फिल्म में उन्होंने उदारता से
पैसा लगाया है. फिल्म का बजट ३०० करोड़ के आसपास है. इतना ही नहीं करण जोहर का
उद्देश्य फिल्म को फ्रैंचाइज़ी की तरह विकसित करना है. वह ब्रह्मास्त्र को
ब्रह्मास्त्र पार्ट १ शिवा से भी आगे ले जाना चाहते है. वह इस फिल्म को तीन
हिस्सों में बनाना चाहते है. लेकिन, यह तभी होगा, जब इस महंगी फिल्म को बड़ी सफलता मिले! क्या
ब्रह्मास्त्र को अपेक्षित सफलता मिलेगी ?
बड़ी
स्टारकास्ट- किसी
फिल्म की सफलता को सुनिश्चित सी करा देती है, फिल्म की स्टार कास्ट. बड़ी स्टारकास्ट का
अर्थ बड़ी ओपनिंग. धमाकेदार कारोबार. ब्रह्मास्त्र इस मामले में खरी उतरती है. इस
फिल्म में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की चर्चित जोडी है. इन दोनों ने लम्बे रोमांस
के बाद हाल ही में शादी की है. हालाँकि, रणबीर कपूर की पिछली फिल्म संजू चार साल
पहले प्रदर्शित हुई थी. किन्तु यह ब्लॉकबस्टर फिल्म थी. रणबीर कपूर बिकाऊ, टिकाऊ और विश्वसनीय अभिनेता
है. फिल्म में उनकी नायिका आलिया भट्ट ने इसी साल नायिका प्रधान फिल्म गंगुबाई
काठियावाड़ी को बॉक्स ऑफिस पर सफलता दिलाई है. फिल्म ब्रह्मास्त्र में इन दोनों के
अतिरिक्त अमिताभ बच्चन,
नागार्जुन, डिंपल कपाडिया और मौनी रॉय भी
है. यह लोग अपने समय के सफल कलाकार हैं. नागार्जुन तो फिल्म को दक्षिण में दर्शक
दिला सकते है. क्योंकि,
यह
फिल्म हिंदी,
तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में भी
प्रदर्शित की जायेगी. फिल्म की स्टारकास्ट ९ सितम्बर २०२२ को प्रदशित होने जा रही
इस फिल्म के प्रचार में अभी से जुट गए हैं.
टीज़र
से उत्सुकता - ब्रह्मास्त्र
पार्ट १ शिवा को इस प्रचार के अतिरिक्त दर्शकों में उत्सुकता पैदा करना भी आवश्यक
है. ऎसी उत्सुकता पैदा करने में फिल्म ब्रह्मास्त्र का टीज़र सफल होता है. इस टीज़र
में वीएफएक्स के दृश्य प्रभावित करते है. मौनी रॉय का चरित्र सामने आया है. इस
टीज़र को देखने के बाद दर्शकों में फिल्म के चरित्रों और उसे निभाने वालों के विषय
में जानने की उत्सुकता बन गई है. क्या भूमिका कर रही है फिल्म की स्टारकास्ट ?
प्रोफेसर
अमिताभ बच्चन- अयान
मुख़र्जी निर्देशित फिल्म ब्रह्मास्त्र में वरिष्ठ अभिनेता अमिताभ बच्चन एक
प्रोफेसर अरविन्द चतुर्वेदी की भूमिका कर रहे है. कदाचित वह पुरातत्व का ज्ञान
रखने वाले प्राचीन घटनाओं को बताने वाले प्रोफेसर बने होंगे. यह देखना रुचिकर होगा
कि वह शिवा तथा दूसरे पात्रों को दर्शकों के सामने लाने में किस प्रकार से सहायता
करते हैं !
पुरातत्वविद
नागार्जुन-
फिल्म खुदा गवाह में,
अमिताभ
बच्चन के खुदाबख्श के साथी इंस्पेक्टरों रजा मिर्ज़ा की भूमिका करने वाले तेलुगु
सुपरस्टार नागार्जुन ३० साल बाद पूनः उनके साथ है. वह फिल्म में एक पुरातत्वविद
अजय वशिष्ठ की भूमिका कर रहे हैं. इस बार भी वह अमिताभ बच्चन के प्रोफेसर के साथी
ही बने है.
डिंपल कपाडिया –
फिल्म अजूबा,
मृत्युदाता
और बटवारा में अमिताभ बच्चन के साथ काम कर चुकी डिंपल कपाडिया इस फिल्म में अनिता
सक्सेना की भूमिका कर रही हैं. यह भूमिका क्या है स्पष्ट नहीं है. शायद वह कोई
उपन्यासकार बनी है.
खलनायिका
मौनी रॉय- टीवी
पर नागिन और सती की भूमिका में दर्शकों के दिलों पर राज कर चुकी अभिनेत्री मौनी
रॉय फिल्म ब्रह्मास्त्र में आग उगलती अलौकिक शक्ति बनी है. वह बुरी शक्ति बनी है.
उनका कहना था कि वह फिल्म की इकलौती खलनायिका है.
इशा
आलिया भट्ट- संजय
लीला भंसाली की गंगुबाई आलिया भट्ट ब्रह्मास्त्र में ईशा मिश्र की भूमिका कर रही
हैं. उन्हें रणबीर कपूर के शिवा की साथी बताया जा रहा है. स्पष्ट है कि उनके पास
भी अलौकिक शक्तियां होंगी. रणबीर कपूर के साथ आलिया भट्ट की यह पहली फिल्म है.
शिवा
रणबीर कपूर- अयान
मुख़र्जी की फिल्म में शिवा की भूमिका रणबीर कपूर कर रहे हैं. पूरी फिल्म इनके और
इनकी शक्तियों के चारों ओर घूमती है. रोमांटिक भूमिका करने वाले रणबीर कपूर की
शिवा की भूमिका काफी अनोखी है. फिल्म के निर्माण के समय आलिया भट्ट रणबीर कपूर के
रोमांस के किस्से चर्चित थे. पर अब जबकि यह फिल्म प्रदर्शित होने जा रही है, यह दोनों पति पत्नी बन चुके
है.
ब्रह्मास्त्र
के सृजनकर्ता - किसी
फिल्म को श्रेष्ठ और भव्य बनाने में कैमरा के पीछे की टीम का अधिक महत्त्व होता
है. प्रीप्रोडक्शन से ही फिल्म की भव्यता निर्धारित होने लगती है. ब्रह्मास्त्र
त्रयी,
अयान
मुख़र्जी की ब्रेन चाइल्ड यानि मानस रचना है. इस फिल्म को पहला आकर अयान मुख़र्जी ने
ही तैयार किया था. उन्होंने फिल्म का निर्देशन ही नहीं किया है, बल्कि इसकी कहानी और पटकथा भी
हुसैन दलाल के साथ लिखी है. इस फिल्म के निर्माता करण जोहर के अतिरिक्त रणबीर कपूर, हीरू यश जोहर, अपूर्व मेहता और नमिल
मल्होत्रा हैं. धर्मा प्रोडक्शन के बैनर के अंतर्गत फिल्म ब्रह्मास्त्र को फॉक्स
स्टार स्टूडियोज जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्टूडियो का साथ मिला है. फिल्म की भव्यता
बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है. इस फिल्म का बजट ३०० करोड़ है. फिल्म का
वितरण फॉक्स स्टार स्टूडियोज और वाल्ट डिज्नी स्टूडियोज मोशन पिक्चरस द्वारा पूरी
दुनिया में किया जायेगा.
बार
बार टलता प्रदर्शन - ब्रह्मास्त्र
के साथ सब कुछ सकारात्मक है. लेकिन, इस फिल्म के प्रदर्शन की तिथियों में निरंतर
बदलाव इसका नकारात्मक पक्ष है. प्रारंभ में ब्रह्मास्त्र को १५ अगस्त २०१९ को
प्रदर्शित किया जाना था. परन्तु, कतिपय समस्याओं के कारण फिल्म का प्रदर्शन क्रिसमस २०१९ के लिए टाल
दिया गया. लेकिन,
इस
तिथि में भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हो सकी. इसके बाद फिल्म को २०२० की ग्रीष्म ऋतू
के लिए निश्चित किया गया. पर कोरोना महामारी के कारण फिल्म दिसम्बर २०२० में भी
प्रदर्शित नहीं हो पाई. फिल्म का तकनीकी पक्ष सशक्त करने के लिए भी फिल्म के
प्रदर्शन की तिथियों में परिवर्तन किया गया. निःसंदेह यह फिल्म के भले के लिए था.
परन्तु,
इससे
फिल्म में बासीपन आने का संकट भी पैदा हो सकता है. देखा यह गया है कि लम्बे समय तक
प्रदर्शित न हो सकी फिल्मों के प्रति दर्शकों में उत्सुकता कम हो जाती है, फिल्म बासी लगने लगती है.
पर्याप्त
समय - ब्रह्मास्त्र
को प्रदर्शित होने में अभी पूरे तीन महीने शेष है. फिल्म के जम कर प्रचार के लिए
पर्याप्त समय है. जो प्रारंभ हो चुका है. टीज़र ने फिल्म के प्रति उत्सुकता पैदा कर
दी है. अभी काफी कुछ होगा दर्शकों को दिखाने के लिए. अगर फिल्म को पूरी चतुराई से
प्रचारित क्या गया तो तीन साल से बन रही रुक रही यह फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों
तक लाने में सफल हो सकती है.