Tuesday 2 January 2018

यूट्यूब पर डिस लाइक का रिकॉर्ड बनाने वाली पारवती

यह किस्सा बताने से पहले, हिंदी फिल्म दर्शकों को बता दे कि पार्वती कौन हैं ? पार्वती कालीकट  केरल में जन्मी दक्षिण की चारों भाषाओँ की फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री हैं। हिंदी फिल्म दर्शकों ने उन्हें पिछले साल नवंबर में तनूजा चंद्रा निर्देशित फिल्म करीब करीब सिंगल में इरफ़ान खान के अपोजिट देखा था।  यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अधिक नहीं चली। अब बात करते हैं पार्वती से जुड़े किस्से की। यह किस्सा है रिकॉर्ड तोड़ डिसलाइक का। जिन दिनों गोवा फिल्म फेस्टिवल में मलयालम फिल्म एस दुर्गा को हटाये जाने पर विवाद छिड़ा हुआ था, उन दिनों पारवती ने मलयालम फिल्मों के बड़े और वरिष्ठ सितारे मम्मूटी की फिल्म क़स्बा को लेकर टिपण्णी कर दी थी कि मेरा दुर्भाग्य कि मैंने आज ऎसी फिल्म देखी, जो मुझे नहीं देखनी चाहिए थी। इसमे सेक्सिएस्ट रिमार्क हैं. जो स्त्री विरोधी हैं और उन्हें फिल्म में नहीं होना था। दक्षिण में मम्मूटी के समर्थकों को यह नागवार गुजरा। उन पर आलोचनात्मक टिप्पणियों की बौछार होने लगी। एक फिल्मकार ने तो उन्हें पार्वती आंटी लिख दिया।  यह विवाद आगे इतना बढ़ा कि पार्वती को बलात्कार की धमकी भी दी जाने लगी। इस पर पार्वती को पुलिस में शिकायत दर्ज करानी पड़ी। यह विवाद थोडा थमा ही था कि वह फिर आलोचनाओं का शिकार होने लगी। इस बार पारवती की आलोचना उनकी एक फिल्म माय स्टोरी के गीत से जुडी है। इस फिल्म के इस गीत की मेकिंग का विडियो यूट्यूब पर दिखाया जा रहा था। जो लोग यह सोच रहे थे कि कस्बा विवाद को लेकर पार्वती द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, कोई पार्वती को बुरा भला नहीं कहेगा, गलत साबित हुए। इस विडियो पर इतने कमेंट्स हुए कि पार्वती ने ४० हजार से ज्यादा डिसलाइक का रिकॉर्ड बना दिया। इस सब के बावजूद, पार्वती के लिए पिछला साल काफी अच्छा साबित हुआ है। उनकी करीब करीब सिंगल फिल्म में अभिनय की प्रशंसा हुई थी। उन्हें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया २०१७ में  मलयालम फिल्म टेक ऑफ में शानदार अभिनय के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला था। यह भी बताते चलें कि टेक ऑफ २०१४ में इराक में तिरकिट में ४६ भारतीय नर्सों के बंधक बनाए जाने की घटना पर है, जिसमे एक नर्स की हिम्मत से सभी नर्स कूटनीतिक प्रयासों के कारण आइएसआइएस के चंगुल से छूट सकी थी।साथी नर्सों को बंधक के दौरान बचाए रखने में उस नर्स का बड़ा हाथ था। महेश नारायण निर्देशित टेक ऑफ में इस किरदार को समीरा के नाम से दिखाया गया है। पारवती ने इसी समीरा का किरदार किया था। इसी घटना को आधार बना कर सलमान खान और कैटरीना कैफ की अली अब्बास ज़फर निर्देशित फिल्म टाइगर जिंदा है भी बनाई गई है।  

सैफ अली खान की सीरीज और दो फ़िल्में

सैफ अली खान के करियर के लिहाज़ से, पिछला साल काफी खराब गया था। उनकी दो फ़िल्में रिलीज़ हुई थी और दोनों ही फ़िल्में फ्लॉप हुई। सैफ अली खान को रंगून से बेहद उम्मीद थी। इस फिल्म में वह एक फिल्म निर्माता रुस्तम रुसी बिलमोरिया का किरदार कर रहे थे। सैफ ने विशाल भरद्वाज की फिल्म ओमकारा में लंगड़ा त्यागी की भूमिका से सैफ अली खान को प्रशंसा और पुरस्कार मिले थे। उन्होंने फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर इन निगेटिव रोल का पुरस्कार जीता था। लेकिन, पुरस्कार मिलना तो दूर रंगून ही बॉक्स ऑफिस पर धुल चाट गई। फिर सैफ की निगाहे शेफ पर लगी हुई थी। यह फिल्म, हॉलीवुड की २०१४ में रिलीज़ फिल्म शेफ की ऑफिसियल रीमेक थी।  लेकिन, यह फिल्म भी डिजास्टर साबित हुई। करियर के फ्रंट पर सैफ अली खान के लिए सब बुरा चल रहा था। लेकिन, घरेलु फ्रंट पर अच्छी बात यह हुई थी कि अमृता सिंह से उनकी बेटी सारा अली खान की पहली फिल्म केदारनाथ की शूटिंग शुरू हो गई थी। अब सैफ अली खान की निगाहें २०१८ पर हैं। उनकी निगाहें, अपनी दो फिल्मों और एक वेब सीरीज पर है। उनकी आठ घंटे लम्बी वेब सीरीज विक्रम चंद्रा के इसी टाइटल वाले उपन्यास सेक्रेड गेम्स पर बनी सीरीज है। इस थ्रिलर सीरीज में सैफ पुलिसकर्मी सरताज सिंह की भूमिका कर रहे हैं। यह सीरीज अपराध की दुनिया की ख़ाक छानने वाली थ्रिलर है। सैफ अली खान की फिल्मों में अक्षत वर्मा की डार्क कॉमेडी फिल्म कालकांडी १२ जनवरी को रिलीज़ हो रही है। यह फिल्म भी अपराध की दुनिया पर केन्द्रित है। सेक्रेड गेम्स का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया है। कालकांडी को अक्षत वर्मा डायरेक्ट कर रहे हैं। दूसरी फिल्म बाज़ार शेयर मार्किट पर फिल्म है। इसमे शेयर मार्किट की बारीकियों में झांका जा रहा है।  इस फिल्म में सैफ की भूमिका एक बार और महत्वपूर्ण है। यह दोनों फ़िल्में अगर दर्शकों को पसंद आ गई तो सैफ अली खान का फिल्म करियर नई जान पा जाएगा। एक दूसरी बात जो घरेलु फ्रंट में ख़ास हो रही है, वह यह कि सैफ की बेटी सारा की पहली फिल्म केदारनाथ भी इसी साल क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ हो रही है। अगर केदारनाथ हिट हो गई तो घर में दोहरी खुशियाँ आएँगी, दो  स्टार जो  चमकेंगे । 

ट्विंकल खन्ना की कहानी पर नहीं है पैडमैन

क्या कभी एक्शन कुमार से मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार अब जिम्मेदार बन गए हैं ?  वह सामजिक सरोकार रखने वाले और उपदेशक की मुद्रा में भी नज़र आने लगे हैं। ख़ास तौर पर अपनी फिल्मों में। अक्षय कुमार ने २०१३ तक खिलाडी ७८६, वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दुबारा, जोकर, आदि खालिस मसाला और कमोबेश सस्ते हास्य वाली फिल्में की थी। २०१४ से उन्होंने अपनी फिल्मों में बदलाव लाना शुरू किया। उन्होंने कंटेंट बेस्ड फ़िल्में करनी शुरू कर दी।  ख़ास बात यह है कि उनकी फ़िल्में सार्थक और संदेशात्मक फ़िल्में थी। पिछले तीन सालों में अक्षय कुमार की प्रदर्शित फ़िल्में बेबी, गब्बर इज बैक, एयरलिफ्ट, रुस्तम, जॉली एलएलबी २, नाम शबाना और टॉयलेट : एक प्रेम कथा देश प्रेम से लबालब संदेशात्मक फ़िल्में थी। अब, इस गणतंत्र दिवस वीकेंड पर रिलीज़ होने जा रही अक्षय कुमार, राधिका आप्टे और सोनम कपूर की फिल्म पैडमैन एक और संदेशात्मक फिल्म है। यह महिलाओं के पीरियड्स के दौरान होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए, स्वच्छता के प्रति सन्देश देने वाली फिल्म है। इस फिल्म के कहानी सस्ते पैड बनाने वाली मशीन का निर्माण करने वाले अरुणाचलम मुरुगुनान्थम के जीवन पर फिल्म है। इस फिल्म में केन्द्रीय भूमिका अक्षय कुमार ही कर रहे हैं। वह फिल्म के निर्माता भी हैं। इस फिल्म के लिए यह कहा जा रहा था कि यह अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना की किताब पर आधारित फिल्म है। लेकिन, पैडमैन के लेखक-निर्देशक आर बाल्की इसका खंडन करते हैं। आर बल्कि ने, वैसे तो कभी पैडमैन जैसी फ़िल्में नहीं बनाई। उन्होंने चीनी कम, पा, षमिताभ और की एंड का जैसी हलकी फुलकी कॉमेडी फ़िल्में ही बनाई हैं।  बाल्की कहते हैं, “मैं कभी भी बायोपिक फिल्म नहीं बनाना चाहता था। लेकिन, अरुणाचलम का किरदार काफी प्रेरणादायक है।  लेकिन, यह ट्विंकल खन्ना की किताब पर आधारित फिल्म नहीं है।  यह अरुणाचलम के जीवन पर नितांत काल्पनिक फिल्म है। जो मनोरंजन की दृष्टि से बनाई गई है।” वैसे अक्षय कुमार भी अब कहाँ संदेशात्मक फिल्म बनाने जा रहे। इस साल वह रजनीकांत की बहुभाषी विज्ञान फंतासी फिल्म २.० में रिचर्ड का खल किरदार कर रहे होंगे। वह बायोपिक फिल्म गोल्ड में एक चालाक मैनेजर की भूमिका कर रहे हैं, जो हॉकी में मैनेज करने में काफी तेज़ है। वह बैटल ऑफ़ सरगढ़ी पर फिल्म केसरी और गुलशन कुमार के जीवन पर मुग़ल भी कर रहे हैं। 

गर्मागर्म फिल्मों के टेलीविज़न स्टार

टेलीविज़न से फिल्मों में आने का सिलसिला तेज़ हुआ लगता है। टेलीविज़न के पॉपुलर पारिवारिक  शो के अभिनेता और अभिनेत्रियाँ हिंदी फिल्मों में अपना स्थान बना रहे हैं । खास बात यह है कि इन टेलीविज़न सितारों को फिल्मों के नायक-नायिका के इर्दगिर्द के नाते रिश्तेदारों और दोस्तों की भूमिकाएं नहीं मिल रही, बल्कि, इनकी भूमिकाये अहम् होती हैं । ख़ास तौर पर टेलीविज़न की नायिकाएं अपनी फिल्म के नायक के साथ कंधे से कंधा मिलाती नज़र आती हैं । अलबत्ता, टीवी के अभिनेताओं का इस्तेमाल सेक्स सिंबल के तौर पर किया जा रहा है । वह अपनी फिल्म की नायिका की शारीरिक भूख मिटाते ही नज़र आते हैं ।
मौनी रॉय का गोल्ड बना ब्रह्मास्त्र 
कुछ समय पहले यह खबर गर्म थी कि मौनी रॉय ने पोपुलर टीवी शो नागिन छोड़ दिया है। उनके बॉलीवुड फिल्म करने की खबरे आ रही थी । इन खबरों के गर्म और ठंडी होने बीच, मौनी रॉय  पहले सलमान खान के शो बिग बॉस के विज्ञापन में सलमान खान के साथ नज़र आई और फिर बिग बॉस के घर गई । इसके बाद उनके अक्षय कुमार के साथ हॉकी पर बायोपिक फिल्म गोल्ड की नायिका चुने जाने का समाचार आया । इसके बाद मौनी को अयान मुख़र्जी निर्देशित फिल्म ब्रह्मास्त्र में भी रणबीर कपूर और अलिया भट्ट के साथ ले लिया गया । अब सलमान खान की दबंग सीरीज की फिल्म दबंग ३ में मौनी रॉय के सलमान खान की नायिका बनने की खबर भी काफी सुर्ख हैं ।
सुपर ३० में मृणाल
अब खबर है कि कुमकुम भाग्य में बुलबुल अरोड़ा की भूमिका करने वाली अभिनेत्री मृणाल ठाकुर भी हिंदी फिल्म नायिका बन गई हैं । वह सुपर ३० की स्टार कास्ट में शामिल कर ली गई है। यह फिल्म पटना के एक गणितज्ञ आनंद कुमार के जीवन पर आधारित है । सुपर ३० टाइटल वाली इस फिल्म में आनंद कुमार की भूमिका हृथिक रोशन कर रहे हैं । मृणाल ठाकुर, आनंद कुमार की पत्नी की भूमिका करेंगी। आनंद कुमार का किरदार प्रेरणादायक है। वह खुद आर्थिक तंगी झेलने के बावजूद गरीब बच्चों की मदद करते हैं। इस काम में उनकी पत्नी और भाई भी मदद करते हैं। आनंद कुमार के मिशन में साथ देने के लिहाज़ से आनंद कुमार की पत्नी का किरदार ख़ास हो जाता है। हृथिक रोशन को कभी बड़ी एक्ट्रेस की चाह नहीं होती। उन्होंने नवोदित पूजा हेगड़े के साथ फिल्म मोहनजोदड़ो की थी। लेकिन, मृणाल ठाकुर के लिए ख़ास है कि वह हृथिक रोशन जैसे सितारे के साथ स्क्रीन शेयर कर रही हैं ।
टीवी एक्टर बने इरोटिक हीरो
टीवी सीरियल की एक्ट्रेस के ठीक विपरीत टेलीविज़न के चॉकलेटी चेहरा एक्टरों की कहानी है । वह अपनी तमाम फिल्मों के नायक होने के बावजूद फिल्म की नायिका के सपोर्टिंग भूमिका में लिए जाते हैं । यह ज्यादा फ़िल्में या तो हॉरर होती हैं या इरोटिक थ्रिलर या फिर इरोटिका । ऎसी फिल्मों में नायिका की सेक्स अपील भुनाई जाती हैं । टीवी एक्टर इसे हवा देते हैं । टेलीविज़न सीरियलों के अभिनेताओं की त्रासदी यही है कि वह हिंदी फिल्मों के नायक तो बन पाते हैंलेकिन इन फिल्मों में वह अपनी नायिका से हॉट रोमांस ही करते नज़र आते हैं। बाकी, जो कुछ एक्शन करना होता है, वह फिल्म की नायिका ही करती है । उनका अस्तित्व नायिका के इशारों का मोहताज़ होता है।
फिल्म से पहुंचे कंडोम विज्ञापन में
टीवी एक्टर गुरमीत चौधरीजय भानुशालीकरण वाहीअभिनव शुक्ल और करण सिंह ग्रोवर  उदाहरण हैं। कसौटी  ज़िन्दगी की के शरद गुप्तादिल मिल गए के अरमान मालिकक़ुबूल है के असद अहमद खानआदि जैसे मशहूर सीरियलों के किरदार करने वाले अभिनेता करण सिंह ग्रोवर ने भ्रम और आई एम् २४ जैसी फ़िल्में की।  लेकिनइन फिल्मो में उनकी भूमिका बहुत छोटी और नायक/ नायकों की सहयोगी की थी।  उन्हें नायक की भूमिका मिली बिपाशा बासु के साथ हॉरर फिल्म अलोन में। लेकिन, इस फिल्म में अंजना और संजना दोहरी में अभिनेत्री बिपाशा बासु छाई हुई थी । करण सिंह ग्रोवर बेचारे तो जिगोलो बने हुए अपनी नायिका बिपाशा बासु के साथ कामुक दृश्य करते नज़र आ रहे थे । उनकी इस गर्मागर्म रील लाइफ का नज़ारा करण और बिपाशा विवाह के रूप में सामने आया । इन दोनों की कामुक छवि का परिणाम एक कंडोम का विज्ञापन भी था । करण अपनी दूसरी फिल्म हेट स्टोरी ३ में भी फिल्म की नायिकाओं ज़रीन खान और डेज़ी शाह के साथ वही कहानी दोहरा रहे थे ।
राम भी इरोटिक
इमेजिन टीवी के शो रामायण में भगवान राम की भूमिका करने वाले गुरमीत चौधरी ने टीवी शो गीत- हुई सबसे पराई और पुनर्विवाह में मान सिंह खुराना और यश सूरज प्रताप सिंघानिया के गुडीगुडी किरदार किये थे । लेकिन, जब वह फिल्मों के नायक बने तब ? खामोशियाँ और वजह तुम हो में, गुरमीत चौधरी अपनी नायिकाओं के चरित्र को मज़बूत कर रहे थे । उन्होंने, खामोशियाँ में सपना पब्बी और सना खान के साथ उत्तेजक सेक्स दृश्य करकेअपनी राम वाली छवि मिटटी में मिला दी। वजह तुम हो में भी उनके पीछे हटने की कोई वजह नहीं थी ।
जय भानुशाली की लीला
क़यामत के नीव शेरगिल जय भानुशाली किस देश में है मेरा दिल और कैरी रिश्ता खट्टा मीठा में रोमांटिक किरदार किये थे । लेकिन, उन्होंने फ़िल्में बिलकुल उलट की । वह, फिल्म हेट स्टोरी २ में सुरवीन चावला और एक पहेली लीला में सेक्सी अवतार में नज़र आये। यह दोनों फ़िल्में नायिका के अपना बदला लेने की कहानियाँ थी । जय के हिस्से गर्मागर्म रोमांस दृश्य ही आये ।
अक्सर २ में ज़रीन खान के साथ टीवी के दो सितारे थे । टीवी सीरियल जाने क्या बात हुई के शांतनु, छोटी बहु के विक्रम, गीत के देव सिंह, आदि की इमोशनल भूमिकाये करने अभिनव शुक्ल फिल्म अक्सर २ की नायिका ज़रीन खान का बिस्तर गर्म कर रहे थे। इसमें उनका साथ सरस्वतीचंद्र सीरियल के गौतम रोडे दे रहे थे। गौतम रोड़े को टीवी दर्शक जहाँ प्यार मिले, रिश्ते, अपना अपना स्टाइल, बा बहू और बेबी, इंतज़ार, आदि सीरियलों के कारण पारिवारिक अभिनेता मानते थे ।
यह इरोटिका थ्रिलर फिल्म नहीं है
एक दूसरे  टीवी एक्टर करण वाही फिल्म हेट स्टोरी ४ में दो नायिकाओं पंजाबी एक्ट्रेस ईहाना ढिल्लों और उर्वशी रौतेला के साथ गर्मागर्म दृश्य देते नज़र आएंगे। टीवी के चोकोलेटी चेहरा करण वाही दर्शक मेरे घर आई एक नन्ही परीदिल मिल गएबात हमारी पक्कीआदि टीवी सीरियलों के अलावा दर्जनों डांस और एडवेंचर रियलिटी शो के कारण अच्छी तरह से पहचानते हैं। करण का बॉलीवुड फिल्म डेब्यू आदित्य रॉय  कपूर और परिणीति चोपड़ा की मुख्य भूमिका वाली फिल्म दावत-ए-इश्क़ (२०१४) से हुआ था। फिल्म बुरी तरह पिटी।  अब करण वाही की दूसरी फिल्म हेट स्टोरी ४ आ रही है। इस फिल्म में वह एक बड़े उद्यमी के प्रतिभाशाली और भावप्रवण बेटे की भूमिका कर रहे हैं।  मशहूर हेट स्टोरी सीरीज की इस चौथी फिल्म को इरोटिका फिल्म बताया जा रहा है।  लेकिनकरण वाही कहते हैं कि यह मूल रूप में सेक्सी नहींथ्रिलर फिल्म है।  हालाँकिकरण वाही यह तो कह रहे हैं कि हेट स्टोरी ४ अपनी मूल फिल्मों की तरह इरोटिका फिल्म नहीं है।  लेकिनटेलीविज़न के अभिनेताओं की त्रासदी है कि वह बॉलीवुड फिल्मों की नायिका के साथ उत्तेजक शयन कक्ष दृश्य करते ही नज़र आते हैं।  क्या दूसरे टेलीविज़न सितारों की तरह करण वाही भी विशाल पंड्या की इस फिल्म में उर्वशी रौतेला के साथ सिर्फ हॉट रोमांस करते नज़र आएंगे कुछ समय पहले ऋत्विक धनजानी के पांच इरोटिक कहानियों वाली फिल्म एक्सएक्सएक्स में नज़र आने को तैयार थे।  लेकिनअब इस फिल्म में कोई ख़ास प्रोग्रेस हुई नहीं लगती है।

न्यू यॉर्क में न गड़बड़ न गोलमाल, होगी बैंग बैंग

अब न्यू यॉर्क में गोलमाल नहीं होगा, बल्कि अब न्यू यॉर्क में बैंग बैंग होगी। ऐसा संभव हुआ है फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर के कारण। करण जौहर, वाशु भगनानी के साथ एक फिल्म के सह निर्माता हैं। इस फिल्म का निर्देशन भारतीय अमेरिकी लेखक, निर्देशक और एक्टर चक्री टोलेती को सौंपा गया है। इस कॉमेडी फिल्म के नायक-नायिका सोनाक्षी सिन्हा और दिलजीत दोसांझ हैं।  वाशु भगनानी ने इसे हिंदुस्तान की पहली स्टेज रियलिटी फिल्म बताया था। इस फिल्म का नाम गोलमाल इन न्यू यॉर्क रखा गया था। किसी फिल्म के साथ गोलमाल शीर्षक जुडा होने के कारण, गोलमाल सीरीज की फिल्मों के मूल निर्माता रोहित शेट्टी को यह टाइटल नागवार गुजरा था। बातचीत में रोहित ने यह नाराज़गी व्यक्त भी कर दी थी। समाचारों के माध्यम से सभी जानते हैं कि रोहित शेट्टी और करण जौहर एक साथ मिल कर, न केवल एक रियलिटी शो का निर्माण कर रहे हैं, बल्कि एक खालिस एक्शन फिल्म सिम्बा भी बना रहे हैं।  करण जौहर को यह ठीक नहीं लगा कि उनके मित्र की सीरीज का टाइटल किसी दूसरी फिल्म के साथ जुड़े और वह परेशानी महसूस करें। इसलिए, करण जौहर ने, अपने सह निर्माता वाशु भगनानी को साफ़ हिदायत दे दी कि उनकी कोप्रोडक्शन फिल्म के साथ गोलमाल नाम जोड़ा जाये। उन्होंने वाशु भगनानी को यह भी हिदायत दी कि या तो फिल्म का टाइटल बदल दें, अन्यथा वह फिल्म से कोई सरोकार नहीं रखेंगे। इस पर वाशु भगनानी अपनी फिल्म का टाइटल बदल कर गड़बड़ इन न्यू यॉर्क रखने की सोचने लगे, क्योंकि न्यू यॉर्क के एक अवार्ड शो का नाम भी यही है। लेकिन, वाशु ने फिर इरादा बदला। अब उनकी फिल्म का टाइटल बैंग बैंग इन न्यू यॉर्क होगा। वाशु भगनानी ने इस शीर्षक के साथ यह पूरी गुंजाईश रखी है कि ज़रुरत पड़ने पर दुनिया के विभिन्न शहरों के नाम के साथ बैंग बैंग जोड़ कर फिल्म के सीक्वल की एक सीरीज  तैयार की जा सके। इस फिल्म का ट्रेलर ज़ल्द ही सोशल मीडिया पर आ सकता है। वाशु भंगानी अपनी बैंग फिल्म को ३डी में भी रिलीज़ करना चाहते हैं। बैंग बैंग इन न्यू यॉर्क के नायक दिलजीत दोसांझ हॉकी पर बायोपिक फिल्म सूरमा में संदीप सिंह की भूमिका कर रहे हैं।  सोनाक्षी सिन्हा एक सीक्वल फिल्म हैप्पी भाग जाएगी रिटर्न्स में भी काम कर रही हैं।  

रामायण के राम की सीता, अब आतंकी की बीवी

ग़ालिब में दीपिका चिखलिया 
गणतंत्र दिवस वीकेंड पर, २५ जनवरी १९८७ को, रामानंद सागर का धार्मिक राम गाथा,  सीरियल  रामायण का प्रसारण शुरू हुआ था। इस के साथ ही हर हफ्ते सडकों पर सन्नाटा पसरने लगा। ऐसा ठीक ७८ हफ़्तों तक होता रहा, जब रविवार की सुबह सन्नाटा पसरा रहता था। इस सीरियल में राम और सीता, यानि अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया पूरे देश में भगवान् राम और सीता के तौर पर पूजे जाने लगे। इसी इमेज की बदौलत दीपिका चिखलिया सांसद बनी। इस सीरियल के शुरू होने के बाद, दीपिका चिखलिया की एक हॉरर फिल्म रात के अँधेरे रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में हॉरर फिल्मों की नायिका के अनुरूप दीपिका चिखलिया ने भी काफी अंग प्रदर्शक और उत्तेजनापूर्ण शयन कक्ष दृश्य किये थे। हालाँकि, इससे पहले भी दीपिका चिखलिया ने कुछ ऎसी फिल्मों में काम किया था। लेकिन, उन पर सीता की छवि कुछ ऐसी चिपकी थी कि रात के अँधेरे के गर्म दृश्यों के कारण दीपिका को अपने धार्मिक किरदार पर श्रद्धा रखने वाले लोगों के क्रोध का शिकार होना पडा था। इस घटना का दीपिका चिखलिया पर कुछ ऐसा असर पडा कि उन्होंने रामायण ख़त्म होने के बाद भी शॉर्ट पहनने की कोई कोशिश नहीं की। दीपिका ने कहा था, "मैं  अपने प्रशंसकों का दिल नहीं दुखाना चाहती थी।" शादी के बाद दीपिका चिखलिया गृहस्थी में व्यस्त हो गई। उनकी दो बच्चियां हैं। अब खबर है कि दीपिका चिखलिया हिंदी फिल्मों में वापसी करने जा रही हैं। हालाँकि, उन्होंने कलर्स
गुजराती के शो छुटा छेड़ा सीजन २ का सञ्चालन किया हैं। इस शो में रियल लाइफ युगल की कहानियाँ होती हैं, जो अपने संबंधों के बीच आने वाले झगड़ों से निबटते हैं। अपनी वापसी फिल्म में दीपिका चिखलिया रियल लाइफ आतंकी अफज़ल गुरु की बीवी तबस्सुम का किरदार कर रही हैं। वह मनोज गिरी की फिल्म ग़ालिब में आतंकी की बीवी का किरदार कर रही हैं। फिल्म संसद पर हमले के लिए दोषी अफज़ल गुरु की पत्नी की कहानी होने के बावजूद अफज़ल गुरु की आतंकी गतिविधियों पर फिल्म नहीं है। यह फिल्म अफज़ल गुरु के बेटे ग़ालिब गुरु की कहानी है, जो डॉक्टर बनना चाहता है। ग़ालिब गुरु की माँ के रूप में दीपिका चिखलिया ग़ालिब की माँ के संघर्षों की दास्तान बयान करेंगी। हालाँकि, दीपिका इस बात से इनकार करती हैं कि यह अफज़ल गुरु के परिवार की कहानी है। उनके विचार से यह कहानी आतंकी की बीवी और बच्चे की कहानी होने के बावजूद अफज़ल गुरु की कहानी नहीं है। यह एक माँ और उसके बेटे की कहानी है, जिन्हें आतंकी के फांसी चढ़ जाने के बाद क्या झेलना पड़ता है। अपने इस रोल को लेकर दीपिका चिखलिया कहती हैं, “मैं अपनी वापसी कुछ अलग भूमिका से करना चाहती थी. ग़ालिब की भूमिका वैसी ही है.” ग़ालिब की शूटिंग का एक शिड्यूल इलाहाबाद और वाराणसी में पूरा हो चूका है।  

Monday 1 January 2018

आज १ जनवरी को जन्मे थे नाना पाटेकर, असरानी, विद्या, शकीला, सोनाली

आज १ सितम्बर को, अलग अलग सालों में हिंदी फिल्मों के ग्लैमर से भरपूर और सशक्त  अभिनय के लिए अपनी पहचान बनाने वाले एक्टर जन्मे थे, जिन्होंने बॉलीवुड को अपनी मौजूदगी से गुलजार किया। आग, नाराज़, गद्दार, टक्कर, सपूत, भाई, तराजू, कहर, डुप्लीकेट, हमसे बढ़ कर कौन, मेजर साब, हम साथ साथ, दाहक, आदि फिल्मों की नायिका सोनाली बेंद्रे आज ही के दिन मुंबई में १९७५ में जन्मी थी। वह एक ऐसी अभिनेत्री थी, जिन्होंने शाहरुख़ खान, आमिर खान, सलमान खान, सैफ अली खान, अक्षय कुमार, आदि की नायिका बनी। सोनाली बेंद्रे ने कुछ तमिल, तेलुगु, मराठी और कन्नड़ फ़िल्में भी की हैं। वह फिल्म निर्माता गोल्डी बहल से विवाहित हैं। पालघाट केरल में १९७९ में जन्मी विद्या बालन को परिणिता की लोलिता के रोल से ख्याति मिली।  वह लगे रहो मुन्नाभाई, पा, द डर्टी पिक्चर, इश्किया, तुम्हारी सुलु, कहानी, भूल भुलैया, आदि फिल्मों को अपने दम पर चलाने वाली अभिनेत्री थी ।  वह फिल्म निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर से विवाहित हैं। नाना पाटेकर अभिनय का पर्याय हैं। महाराष्ट्र के मुरुड जंजीर में १९५१ को जन्मे नाना पाटेकर ने परिंदा, प्रहार, अग्निसाक्षी, अंकुश, प्रतिघात, तिरंगा, क्रांतिवीर, अंगार, भालू, सिंहासन, माफीचा साक्षीदार, आदि फिल्मों में सशक्त भूमिकाये की। उन्होंने फिल्म प्रहार का निर्देशन भी किया है। मेरे अपने, चला मुरारी हीरो बनने, शोले, कोशिश, अभिमान, चुपके चुपके, गुड्डी, मिली, बावर्ची, अनामिका, आपकी कसम, परिचय, अजनबी, हिम्मतवाला जैसी फिल्मों के अभिनेता तथा शोले के अंग्रेजों के जमाने के जेलर असरानी का जन्म राजस्थान के सिन्धी परिवार में हुआ था। पुणे फिल्म संस्थान की अपनी सहपाठिन से शादी करने वाले असरानी का पूरा नाम गोवर्धन असरानी था। उन्होंने चला मुरारी हीरो बनाने, सलाम मेमसाहब, हम नहीं सुधरेंगे, दिल ही तो है और उड़ान जैसी फिल्मों का निर्देशन भी किया था। १९३५ में जन्मी शकीला को गुरुदत्त की आर पार और सीआईडी फिल्मों की नायिका के तौर पर पहचाना जाता है। आरपार का बाबूजी धीरे चलना गीत उनका सदाबहार गीत है। उन्होंने आरपार और  सीआइडी के अलावा टावर हाऊसगेस्ट हाऊसपोस्ट बॉक्स नं. ९९९चाइना टाऊनकाली टोपी लाल रुमाल, आदि कोई ६९ फिल्मों में अभिनय किया। वह पिछले साल २० सितम्बर को ८२ साल की उम्र में स्वर्ग सिधार गई।