यह किस्सा
बताने से पहले, हिंदी फिल्म दर्शकों को बता दे कि पार्वती कौन हैं ? पार्वती कालीकट केरल में जन्मी दक्षिण की चारों भाषाओँ की फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री हैं। हिंदी
फिल्म दर्शकों ने उन्हें पिछले साल नवंबर में तनूजा चंद्रा निर्देशित फिल्म करीब करीब सिंगल में इरफ़ान
खान के अपोजिट देखा था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अधिक नहीं चली। अब बात करते हैं
पार्वती से जुड़े किस्से की। यह किस्सा है रिकॉर्ड तोड़ डिसलाइक का। जिन दिनों
गोवा फिल्म फेस्टिवल में मलयालम फिल्म एस दुर्गा को हटाये जाने पर विवाद छिड़ा हुआ
था, उन दिनों पारवती ने मलयालम फिल्मों के बड़े और वरिष्ठ सितारे मम्मूटी की
फिल्म क़स्बा को लेकर टिपण्णी कर दी थी कि मेरा दुर्भाग्य कि मैंने आज ऎसी फिल्म देखी,
जो मुझे नहीं देखनी चाहिए थी। इसमे
सेक्सिएस्ट रिमार्क हैं. जो स्त्री विरोधी हैं और उन्हें फिल्म में नहीं होना था। दक्षिण में मम्मूटी के समर्थकों को यह नागवार गुजरा। उन पर आलोचनात्मक
टिप्पणियों की बौछार होने लगी। एक फिल्मकार ने तो उन्हें पार्वती आंटी लिख दिया। यह विवाद आगे इतना बढ़ा कि पार्वती को बलात्कार की धमकी भी दी जाने लगी। इस पर पार्वती
को पुलिस में शिकायत दर्ज करानी पड़ी। यह विवाद थोडा थमा ही था कि वह फिर आलोचनाओं
का शिकार होने लगी। इस बार पारवती की आलोचना उनकी एक फिल्म माय स्टोरी के गीत से जुडी है। इस फिल्म
के इस गीत की मेकिंग का विडियो यूट्यूब पर दिखाया जा रहा था। जो लोग यह सोच रहे
थे कि कस्बा विवाद को लेकर पार्वती द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, कोई पार्वती
को बुरा भला नहीं कहेगा, गलत साबित हुए। इस विडियो पर इतने कमेंट्स हुए कि
पार्वती ने ४० हजार से ज्यादा डिसलाइक का रिकॉर्ड बना दिया। इस सब के बावजूद,
पार्वती के लिए पिछला साल काफी अच्छा साबित हुआ है। उनकी करीब करीब सिंगल फिल्म
में अभिनय की प्रशंसा हुई थी। उन्हें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया २०१७
में मलयालम फिल्म टेक ऑफ में शानदार अभिनय के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला था। यह भी बताते
चलें कि टेक ऑफ २०१४ में इराक में तिरकिट में ४६ भारतीय नर्सों के बंधक बनाए जाने की घटना
पर है, जिसमे एक नर्स की हिम्मत से सभी नर्स कूटनीतिक प्रयासों के कारण आइएसआइएस के
चंगुल से छूट सकी थी।साथी नर्सों को बंधक के दौरान बचाए रखने में उस नर्स का बड़ा हाथ था। महेश
नारायण निर्देशित टेक ऑफ में इस किरदार को समीरा के नाम से दिखाया गया है। पारवती
ने इसी समीरा का किरदार किया था। इसी घटना को आधार बना कर सलमान खान और कैटरीना
कैफ की अली अब्बास ज़फर निर्देशित फिल्म टाइगर जिंदा है भी बनाई गई है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday 2 January 2018
यूट्यूब पर डिस लाइक का रिकॉर्ड बनाने वाली पारवती
Labels:
ये ल्लों !!!,
साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment