इसे लौट के बुद्धू घर को आये, वाला उदाहरण
ही कहा जायेगा। मुंबई के कंस्ट्रक्शन
बिज़नेस करने वाले पिता की संतान सोनारिका भदौरिया को टीवी दर्शक देवों के देव
महादेव की पारवती, आदि शक्ति के तौर पर पहचानते हैं। इस सीरियल से पहले,
सोनारिका ने तुम देना साथ मेरा में अभिलाषा की भूमिका की थी। लेकिन, पारवती के रूप में मिली शोहरत अभूतपूर्व थी । यह शोहरत सोनारिका के सर चढ़ गई। उन्हें ऐसा लगने लगा कि वह पारवती की इमेज में टाइप्ड हो जाएंगी। इस छटपटाहट में सोनारिका ने २पीस बिकिनी में
अपने फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने शुरू कर दिए। देवों के देव महादेव में सोनारिका को पारवती के रूप में देखने और सम्मान देने वाले दर्शकों ने उन्हें ट्रोल करना
शुरू कर दिया। इमेज के विरुद्ध होने के कारण निर्माता ने भी उन्हें मना किया। लेकिन, सोनारिका का रवैया न बदलने पर उन्हें सीरियल
से विदा होना पड़ा। इसके बाद सोनारिका फिल्मों में चली गई। हिंदी फ़िल्में तो नहीं दक्षिण की फिल्में ज़रूर मिली सोनारिका को। तीन तेलुगु फिल्मों में सोनारिका की भूमिका ग्लैमर गर्ल की थी। उन्होंने जम कर अपने जिस्म का प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद उन्हें बड़ी सफलता
नहीं मिल सकी। पहली हिंदी फिल्म हॉरर सांसें (२०१६) भी उनकी करियर के काम नहीं
आई। उनके अंग प्रदर्शन को दर्शकों ने तवज्जो नहीं दी। यही कारण है कि सोनारिका को
लौट के बुद्धू घर को आये बनने को मज़बूर होना पडा है। अब वह ऐतिहासिक सीरियल पृथ्वी वल्लभ इतिहास भी
और रहस्य भी में मृणालवती के किरदार में नज़र आयेंगी। लेकिन,
गुजराती लेखक कन्हैयालाल मानिकलाल मुंशी की किताब पर इस सीरियल में
सोनारिका का मृणालवती का किरदार कामुक किस्म का है। सोनारिका को, उत्तेजक मृणालवती की भूमिका के बावजूद टीवी पर बहुत ज्यादा अंग
प्रदर्शन और कामुकता प्रदर्शन करने का मौका नहीं मिलेगा। यानि इतना तो तय है कि टीवी की यह लेडी बुद्धू लौट के आ भी रही है तो उत्तेजक
भूमिका के साथ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 20 January 2018
लौट के सोनारिका टीवी पर आई
Labels:
Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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