Friday 19 January 2018

इतिहास के दोहराव के साथ इतिहास का टकराव

क्या इतिहास खुद को १० साल बाद दोहरा रहा है ? इस साल  ऐसा ही होता लग रहा है।  फर्क इतना होगा कि पिछली बार दिवाली थी, इस बार गणतंत्र दिवस है।  एक दूसरा फर्क यह होगा कि उस समय टकराने वाले दोनों चेहरे  नए थे, लेकिन एक को साथ मिला था बॉलीवुड के शहंशाह का दूसरे को शाहकार फिल्म निर्माता-निर्देशक का।  जी हाँ, आप ठीक समझे।  बात हो रही है सोनम  कपूर और दीपिका  पादुकोण के टकराव की।  लेकिन, इस टकराव में दस साल पहले से आज, काफी कुछ  बदला हुआ है।
डेब्यू का डेब्यू से टकराव !
दीवाली वीकेंड २००७ में  कोरियोग्राफर फराह खान का बतौर निर्देशक फिल्म डेब्यू हो रहा था।  उन्होंने बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख़ खान के साथ एक नए चेहरे दीपिका पादुकोण  को दोहरी भूमिका में लिया था।  यह बॉलीवुड की पृष्ठभूमि पर एक पुनर्जन्म पर आधारित रोमांस फिल्म ओम शांति ओम थी। अर्जुन रामपाल फिल्म के खलनायक थे।  श्रेयस तलपड़े की अहम् भूमिका थी।  वहीँ, हिंदी फिल्मों के शाहकार संजय लीला भंसाली ने एक बिलकुल नए जोड़े -रणबीर कपूर और सोनम कपूर को मौक़ा दिया था, एक वैश्यालय में पनप रही अनोखी रूहानी प्रेमकथा सांवरिया से।  फिल्म में सलमान खान और रानी मुख़र्जी की भूमिका अहम् थी।  इस टकराव को काफी दिलचस्पी से देखा जा रहा था, क्योंकि फिल्म  से दो  कपूर खानदानों के बच्चो - अनिल कपूर की बेटी और ऋषि कपूर के बेटे का डेब्यू हो रहा था।  लेकिन, फराह खान के झिनचैक तेज़ रफ़्तार नृत्य गीतों और रोशनीदार,  झिलमिल रंगीन सेट्स के सामने, संजय  लीला भंसाली के मखमली गीत और नीली रोशनी में डूबे पुराने ढब के सेट्स फीके पड़ गए।  सोनम कपूर की सांवरिया बुरी तरह से असफल  हुई,  जबकि दीपिका पादुकोण  की फिल्म ओम शांति ओम ने धमाकेदार कारोबार किया।  पैंतीस करोड़ की ओम शांति ओम ने  ९९ करोड़ का कारोबार किया।  वहीँ सांवरिया ने ४५  करोड़ की वापसी तक नहीं करा पाई।  यह फिल्म ३९ करोड़ से आगे नहीं निकल सकी।
दस साल बाद !
अब लगभग  १० साल बाद, २५ जनवरी को सोनम कपूर और दीपिका पादुकोण का बॉक्स ऑफिस पर फिर टकराव होने जा रहा है।  दस साल बाद, दीपिका पादुकोण सांवरिया के निर्देशक संजय लीला भंसाली की चहीती अभिनेत्री बन  कर उभरी हैं।  वह, विवादास्पद मगर महँगी फिल्म पद्मावत में रणवीर  सिंह और शाहिद कपूर की नायिका हैं।  यह  फिल्म थोड़ा काल्पनिक काफी ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म है।  दीपिका पादुकोण ने फिल्म में रानी पद्मावती, रणवीर सिंह ने अलाउद्दीन खिलजी और शाहिद कपूर ने रावल रतन सिंह की भूमिका की है।  वही,  सोनम कपूर बजट के मामले में बेहद मामूली लागत  से बनी फिल्म पैडमैन में अक्षय कुमार के साथ हैं।  इस फिल्म के निर्देशक आर बाल्की हैं।  दस साल के अंतराल में, जहाँ दीपिका पादुकोण मसाला फिल्मों की रानी बन चुकी हैं, वही सोनम कपूर  भाग  मिल्खा भाग और  नीरजा से  रियल लाइफ फिल्मों की विश्वसनीय अभिनेत्री बन कर उभरी हैं।  पैडमैन भी एक  रियल लाइफ ड्रामा फिल्म है।  सस्ते सेनेटरी पैड बनाने वाली मशीन की ईज़ाद करने वाले रियल करैक्टर अरुणाचलम मुरुगनाथम की। इस  किरदार को अक्षय कुमार कर रहे हैं।  अक्षय कुमार भी रियल लाइफ किरदारों के लिए विश्वसनीय अभिनेता बन चुके हैं।
बॉक्स ऑफिस पर भी विश्वसनीय अक्षय कुमार
अक्षय कुमार की फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर  हमेशा ही बढ़िया कारोबार करती रही हैं।  अक्षय कुमार की पिछली पांच फिल्मों ने लगातार  १०० करोड़ से ज़्यादा का कारोबार किया है।  उनकी फिल्म एयरलिफ्ट ने १२८ करोड़, हॉउसफुल ३ ने १०९ करोड़, रुस्तम ने १२७.४९ करोड़ तथा पिछले साल रिलीज़ दो फिल्मों  जॉली एलएलबी २ और टॉयलेट के प्रेम कथा ने ११६. ९२ और १३४.२० करोड़ का कारोबार किया है।  ख़ास बात यह है कि अक्षय कुमार की फ़िल्में संदेशात्मक होती हैं और उचित बजट में बनी होती हैं।  इससे इनके निर्माताओं को घाटे की गुंजाईश न के बराबर होती है।  पैडमैन का बजट ७० करोड़ का है।  फिल्म की पब्लिसिटी में २० करोड़ खर्च होंगे।  यह फिल्म  लगभग ३ हजार प्रिंट्स में  रिलीज़ की जा रही थी।  लेकिन, अब पद्मावत के आ जाने  के बाद पैडमैन को ढाई हजार स्क्रीन्स तक ही मिल पाएंगे।  ट्रेड पंडितों के अनुमान के अनुसार पैडमैन को पद्मावत से टकराव का नुकसान २५-३०  प्रतिशत तक हो सकता है।
पद्मावत को भी नुकसान !
वही, नुकसान पद्मावत को होना भी निश्चित है।  इस फिल्म का बजट १९० करोड़ के आसपास है।  इस फिल्म की पब्लिसिटी पर अनुमान से ज़्यादा खर्च हो चुका है।  दूसरी बार पब्लिसिटी जो करनी पड़ रही है।  इस फिल्म को तेलुगु और तमिल में डब कर भी रिलीज़ किया जा रहा है।  विदेशों में यह थ्रीडी आईमैक्स में रिलीज़ की जाएगी, तो हिंदुस्तान में भी इसे थ्रीडी में रिलीज़ किया जाना है।  फिल्म को चार हजार प्लस स्क्रीन में रिलीज़ किये जाने का लक्ष्य है।  हर प्रिंट का खर्च बढ़ता जायेगा।  डबिंग और थ्रीडी में बदलने का खर्च अलग है।  ऐसे में पद्मावत काफी महँगी फिल्म बन जाती है।  इसे बॉक्स ऑफिस पर अपनी लागत का तीन गुने  से ज़्यादा  कारोबार करना होगा, तब जा कर यह फिल्म हिट का खिताब पा सकेगी।  लेकिन, जिस तरह से राज्य सरकारें इस फिल्म पर रोक लगा रही  और विरोध बढ़ रहा है, फिल्म के कलेक्शन मे गिरावट ही आएगी।  अगर फिल्म से  जितनी अपेक्षाएं  हैं, वह पूरी नहीं हुई तो.......!
बेशक, सोनम कपूर और दीपिका पादुकोण की फ़िल्में आमने-सामने हैं।  लेकिन, रियल लाइफ में यह दोनों अभिनेत्रियां साथ साथ हैं।  दीपिका पादुकोण,  सोनम की पार्टी में जाती हैं।  दोनों साथ फोटो खिचवा कर सोशल साइट्स पर शेयर करती हैं।  इन दोनों में हमपेशा होने के  बावजूद कोई जलन नहीं।  दीपिका पादुकोण को  सोनम कपूर का फैशन सेंस पसंद है।  इसलिए, दोनों को अपनी फिल्मों के टकराव की कोई चिंता नहीं।  कलेक्शन की चिंता है, फिल्म के निर्माताओं, वितरकों और प्रदर्शकों को।  प्रदर्शकों का अनुमान है कि बॉक्स ऑफिस पर कारोबार के लिहाज़ से पद्मावत से काफी पीछे रहेगी पैडमैन।  प्रदर्शक, जहाँ पैडमैन के पहले दिन १२ करोड़ की ओपनिंग का अनुमान लगा रहे हैं, वही पद्मावत के कलेक्शन को २५ करोड़ तक आंका जा रहा है।  इसमें कोई शक नहीं कि पद्मावत पैडमैन से दोगुना कारोबार कर रही है।  लेकिन, दोनों फिल्मों के बजट पर भी  ध्यान दीजिये न !

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