मार्वेल कॉमिक्स के संस्थापक स्टेन ली
का देहांत हो गया । यह ९५ साल के थे ।
मार्वल कॉमिक्स की शुरुआत
स्टैन ली ने, १९३६ में बतौर लेखक, संपादक
और प्रकाशक मार्वल कॉमिक्स में ऐसे ऐसे कॉमिक चरित्र तैयार करने शुरू किये कि वह
खुद में सुपरहीरो बन गए। उन्होंने, १९३९
में, मार्वल कॉमिक्स के लिए ब्लैक पैंथर, स्पाइडर-मैन, द
एक्स-मेन, द माइटी थॉर, आयरन मैन, द
फैंटास्टिक फोर, द इनक्रेडिबल हल्क, डेर्डेविल और अंट-मैन जैसे अनगिनत चरित्रों को
बतौर सृजनकार और सह-सृजनकार जन्म दिया।
बड़े परदे पर सुपरहीरो की शुरुआत !
१९८० में,
स्टैन ली लॉस एंजेल्स चले गये थे, अपने
सुपरहीरो चरित्रों को टीवी और सिनेमा के परदे पर बोलते, चलते-फिरते
और चमत्कार करते दिखाने के लिए। लेकिन परदे पर विरोधी कॉमिक्स डीसी के सुपरमैन और
बैटमैन ही छाये हुए थे। १९९० में, कैप्टेन
अमेरिका का स्क्रीन रूपांतरण सीधे वीडियो
पर जारी हुआ। ख़ास बात यह रही कि उनके द्वारा १९९४ में बनाई गई कम बजट से बनी फिल्म
फैंटास्टिक फोर कभी रिलीज़ नहीं हो सकी।
एक्स-मेन ब्लॉकबस्टर
लेकिन, २००० में ब्र्यान सिंगर निर्देशित फिल्म
एक्स-मेन के ब्लॉकबस्टर हो जाने के बाद मार्वल कॉमिक्स के चरित्रों के बड़े परदे पर
आने का रास्ता खुल गया। इस फिल्म में ह्यू
जैकमैन ने लोगन/वॉल्वरिन की भूमिका की थी। इस फिल्म से, ऑस्ट्रेलियाई
एक्टर ह्यु जैकमैन एक्स-मेन के पर्याय बन गए। इस सफलता के बाद, पूरी
दुनिया को गर्मियों में मार्वल यूनिवर्स के किसी सुपरहीरो को परदे पर देखने का इंतज़ार
रहने लगा। ख़ास बात यह थी कि स्टेन ली मार्वल की सभी फिल्मों में कैमिया में नज़र
आते थे । एक्स-मेन में भी वह हॉट-डॉग विक्रेता के किरदार में दिखाई दिए थे।
मार्वल के सुपरहीरोज़ की सफलता
मार्वल की सुपरहीरो फिल्मों की सफलता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि
आयरन मैन (२००८) से इस साल रिलीज़ अंट-मैन एंड द वास्प तक रिलीज़ तमाम सुपरहीरो
फिल्मों ने संयुक्त रूप से १७.६ बिलियन डॉलर का दैत्याकार कारोबार किया था।
डिज्नी की हुई इंफिनिटी वॉर
२००९
में वाल्ट डिज्नी कंपनी ने मार्वल एंटरटेनमेंट को ४ बिलियन डॉलर में खरीद लिया
था। इसके तहत, डिज़्नी
को अवेंजर्स इंफिनिटी वॉर फिल्म से २.०५ बिलियन बनाने का मौका मिल गया। इस निर्णय को डिज्नी कंपनी की समझदारी और स्टैन
ली की नादानी समझा गया।
श्रद्धांजलि स्टैन ली
अब स्टैन ली रहे
नहीं। लेकिन, दुनिया
भर के सुपरहीरो किरदारों के दर्शक उम्मीद करते रहेंगे कि स्टैन ली की परंपरा ऐसे
ही कायम रहेगी। स्टैन ली को विनम्र उन्हें श्रद्धांजलि।
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