गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी २ की रिलीज़ के साथ ही शुक्रवार ५ मई से हॉलीवुड में गर्मियों के सीजन की शुरुआत हो जाएगी। अमूमन, मई का पहला हफ्ता गर्मियों की शुरुआत का होता है। तमाम बड़ी फ़िल्में इसी सीजन की ताक में रहती हैं। वाल्ट डिज्नी स्टूडियोज ने तो GotG २ को अनोखे ढंग से रिलीज़ करने का मन बनाया है। एक दिन पहले यानि ४ मई को गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी २ के साथ २०१४ की बड़ी हिट फिल्म गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी भी चुनिंदा सिनेमाघरों में साथ साथ दिखाई जाएंगी। यह फिल्म रियल डी 3 डी के अंतर्गत शाम ४.३० के शो में दिखाई जाएंगी। चार घंटे से ज़्यादा अवधि वाले इस कार्यक्रम में गैलेक्सी के वॉल्यूम १ के बाद वॉल्यूम २ दिखाया जायेगा। इस शो में शामिल होने वाले मेहमानों को फिल्म का ख़ास पोस्टर और संग्रहणीय बटन सेट स्मारिका भी दी जाएगी। बॉक्स ऑफिस के पंडितों ने इस फिल्म के १६० मिलियन डॉलर की ओपनिंग करने का अनुमान व्यक्त किया है। हालाँकि, यह कलेक्शन पिछले साल इसी दौरान रिलीज़ कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर की १७९.१ मिलियन डॉलर की ओपनिंग की तुलना में कम है। इसके बावजूद यह डेब्यू कलेक्शन २०१४ में वॉल्यूम १ के ९४.३ मिलियन डॉलर के कलेक्शन तुलना में काफी बढ़िया है। यहाँ बताते चले कि जब गार्डियंस ऑफ़ द गैलेक्सी वॉल्यूम १ रिलीज़ होने को थी, उस समय बॉक्स ऑफिस के विश्लेषकों ने मार्वल कॉमिक्स के गुमनाम किरदारों वाली इस फिल्म के बढ़िया बिज़नस करने पर संदेह व्यक्त कर रहे थे। निर्माता केविन फीज की जेम्स गन निर्देशित GotG 2 में क्रिस प्राट ने स्टार-लार्ड, जोए सल्दाना ने गमोरा, ब्रेडले कूपर ने रॉकेट, डेव बॉटिस्टा ने ड्राक्स द डिस्ट्रॉयर और विन डीजल ने बेबी ग्रूट की भूमिका की है या आवाज़ दी है। फिल्म में पॉम क्लेमेंटीफ (मैंटिस), एलिज़ाबेथ डेबिकी (आयेशा), क्रिस सुलिवान (टाँसेरफेस) और कर्ट रुसेल (स्टार-लार्ड का पिता) के नए किरदार भी शामिल किये गए हैं। ईगो द लिविंग प्लेनेट भी एक नया किरदार है। माइकल रोकर के योन्डु, करेन गिलेन के नेब्यूला और सीन गन के क्रग्लिन किरदारों की भी वापसी हो रही है। सिल्वेस्टर स्टेलॉन भी ख़ास भूमिका में नज़र आएंगे।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 2 April 2017
GotG 2 की रिलीज़ के साथ हॉलीवुड में शुरू होंगी गर्मियां
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
गुरमीत चौधरी ने जारी किया रिक्रिएट "वादा रहा सनम"
पिछले दिनों, अभिनेता गुरमीत चौधरी ने "वादा राहा सनम" के वीनस
म्यूजिक द्वारा रिक्रिएट वर्शन को रिलीज़ किया। बताते चलें कि "वादा राहा सनम" ब्लॉकबस्टर फिल्म खिलाड़ी का गीत है, जो अक्षय कुमार और आयशा झुल्का पर फिल्माया गया था। गाने की रिलीज़ के अवसर पर गुरमीत ने कहा, "वादा राहा सनम
मेरा पसंदीदा गीत रहा है। इस गाने के निर्माताओं ने इस गाने को खूबसूरती से शूट
किया है।" उन्होंने आगे कहा,"हम ९० के दशक के गाने सुनकर ही बड़े हुए हैं। जब
इस तरह के गीतों को रिक्रिएट किया जाता है,
तो यह फिर से दर्शकों के दिल को छूते हैं। पिछले 3-4 सालों से पुराने लोकप्रिय गीतों को रिक्रिएट किया जा रहा है और सभी गीत
हिट भी हो रहे हैं। मैं भी इन गीतों में काम करना चाहूंगा। " गुरमीत चौधरी ने अपनी आगामी फिल्म लाली की शादी में
लड्डू दीवाना के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया, "जब मैं टीवी धारावाहिक कर रहा था तो मैं सकारात्मक भूमिका निभा रहा था। लेकिन जब मैंने फिल्मों में शुरुआत की तो खामोशियाँ और वजह तुम हो जैसी फिल्मों की ग्रे भूमिकाओं में अभिनय किया। लेकिन लाली की शादी में लड्डू दीवाना में मुझे फिर से एक
सकारात्मक भूमिका में देखा जाएगा, जिसमें मैं कॉमेडी, नृत्य, ड्रामा और एक्शन कर रहा हूं। यह एक पूर्ण परिवार
मनोरंजन से भरपूर फिल्म है और मुझे उम्मीद है कि लोग इसे पसंद करेंगे " लाली की शादी में लड्डू दीवाना में अक्षरा हसन,कविता वर्मा
और विवान शाह के साथ गुरमीत चौधरी नजर आएंगे। यह फिल्म ७ अप्रैल को रिलीज़ हो रही है।
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गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सेक्सुअल हरासमेंट के कारण मुहे भाभीजी छोड़ना पड़ा : शिल्पा शिंदे
कॉमेडी शो भाभी जी घर पर हैं को छोड़ने के करीब एक साल बाद शो की अंगूरी भाभी उर्फ़ शिल्पा शिंदे ने शो की निर्माता जोड़ी बिनैफर और संजय कोहली के खिलाफ वालिव पुलिस स्टेशन में सेक्सुअल हरासमेंट की रिपोर्ट दर्ज करा ही दी। शिल्पा शिंदे ने अपनी एफआईआर में संजय कोहली पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। वह मुझसे कहते थे कि तुम बहुत सेक्सी हो। तुम बहुत हॉट हो। तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो। शिल्पा ने यह भी लिखा है कि वह मुझे धमकाते थे कि यदि मैं उनके नज़दीक नहीं गई तो वह मुझे शो से निकाल देंगे। शिल्पा शिंदे कहती है, "मैंने संजय की बीवी बिनैफर को यह सब बताया। मगर उसने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। बदले में मुझे अनप्रोफ़ेशनल बताया गया। मैं कभी शो नहीं छोड़ना चाहती थी। इसके बावजूद मुझे शो छोड़ने को मज़बूर किया गया। मुझे अभी भी परेशान किया जा रहा है। मेरे बकाया चुकाए नहीं गए हैं।" इसके बावजूद शिल्पा शिंदे ने रिपोर्ट दर्ज कराने में इतनी देर क्यों की ? कहती हैं शिल्पा शिंदे, "मैं पहले दिन ही एफआईआर दर्ज कराना चाहती थी। लेकिन मेरे वकील मन बदल रहे थे। मेरे फ़ोन भी टैप हो रहे थे। इसलिए मुझे तीन बार अपने नंबर बदलने पड़े। अंततः मुझे अपनी सम्मान की रक्षा के लिए रिपोर्ट लिखानी पड़ी।"
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शिल्पा शिंदे,
हस्तियां
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टीवी शो जैसे नहीं है निशा के ग्रे शेड : रिद्धि डोगरा
झूमे जिया रे (२००७) से टीवी इंडस्ट्री में सक्रिय रिद्धि डोगरा कोई सात टीवी शो कर चुकी हैं। इनमे से एक मर्यादा : लेकिन कब तक ख़ास लोकप्रिय हुआ। इस शो के प्रिया के करैक्टर से रिद्धि को दर्शकों के बीच अपनी पहचान बनाने में मदद मिली। सावित्री, यह है आशिक़ी और दिया और बाती हम के बाद रिद्धि डोगरा एक बार फिर ज़ी टीवी के शो वह.....अपना सा में दमदार तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। इस शो में उनका निशा आदित्य जिंदल का किरदार अपने ग्रे शेड्स के कारण दर्शकों को आकर्षित कर पाने में सफल हो रहा है। पेश हैं वह...अपना सा की निशा रिद्धि डोगरा से छोटी बातचीत-
आप डेली सोप से इतने दिन अलग क्यों रहीं ?
हाँ, मैंने लंबे समय से कोई डेली सोप नहीं किया था। क्योंकि, मैं अपने पहले के शो के निर्माताओं से काफी परेशान हो चुकी थी। इसके अलावा टीवी सोप में स्क्रिप्ट पहले से माँगने और पढ़ने की आज़ादी नहीं है। मर्यादा और सावित्री ने मुझे ज़्यादा अच्छा करने के लिए प्रेरित किया था। मैं जब इन शोज की शूटिंग करती तो डरी हुई होती कि मुझे कुछ नया करना और फिर भूल भी जाना है। मेरी निशा की भूमिका उत्तेजनापूर्ण और सशक्त है कि करने में मज़ा आये। मैंने इससे पहले कभी ऐसा रोल नहीं किया। अच्छी भूमिकाएं कर चुकाने के बाद एक एक्टर को अच्छी भूमिकाओं के लिए संघर्ष करना पड़ता है। मैंने भी इस दौरान यही संघर्ष किया है।
किस प्रकार का स्ट्रगल करना पड़ा ?
पिछले दो तीन सालों से मैं ट्राइंग फेज में थी। मुझमे कई बदलाव हो रहे थे। मेरा विकास हो रहा था। कभी मैं चाहती थी कि सब छोड़ दो। सोचती थी कि क्या मैं वास्तव में एक्टर बनने के लिए बनी हूँ ! या फिर मुझे कोई दूसरा पेश अपनाना चाहिए ! मेरे के कई सवाल खड़े हो गए थे। मैं खुद से सवाल करने लगी थी कि मैं यहाँ क्यों हूँ ? क्या आपको अच्छी भूमिकाएं करने की तीव्र आशा है? ऐसे में जब आप कोई अच्छी भूमिका नहीं पाते तब आप खुद पर शक़ करने लगते हैं। यह फ्रस्ट्रेटिंग था। धन्यवाद है कि मैंने इस दौरान कई विज्ञापन और नाटक किये। इनसे मुझे काफी मदद मिली। इन अनुभवों और हताश के दौर ने मुझे खुद में एक्टर तलाश करने में मदद की। हर एक्टर चाहता है कि वह हर दिन काम करता रहे। लेकिन कभी भाग्य और प्रारब्ध दूसरा सोचते हैं। आप अपना सोचा नहीं कर पाते ।
आपने खुद को किस प्रकार व्यस्त रखा ?
मैं खुद पर काम करती हूँ। मैंने रैकी और विपासना की। इससे मुझे फायदा हुआ। ध्यान (मैडिटेशन) के कारण ही मैं काम पर वापस आ सकी। मैं सोचती हूँ कि आपके साथ जो कुछ होता है, अच्छे के लिए ही होता है। आप जो अपनी पसंद बनाते हैं, उसका कुछ न कुछ परिणाम तो होता ही है।
अब आपका क्या लक्ष्य है ? चालू शो के बारे में भी कुछ कहें ?
मैं ऐसा काम करना चाहती हूँ जो मुझमे हलचल पैदा करे । मैं अच्छा काम करना चाहती हूँ। यही मुझ में हलचल पैदा करता है। वह.....अपना सा जैसे करैक्टर काफी कठिन हैं। यह ग्रे करैक्टर है। लेकिन मेरी कोशिश इसे टेलीविज़न की तरह ठेठ ग्रे नहीं बनाने की है।
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Ridhi Dogra,
साक्षात्कार
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Saturday 1 April 2017
'कोलोसल' हम सब में एक मॉन्स्टर है
ग्लोरिया की नौकरी छूट जाती है। उसका पुरुष मित्र भी उसे अपने अपार्टमेंट से निकाल बाहर करता है। अब ग्लोरिया के पास न्यू यॉर्क में अपने घर जाने के अलावा कोई चारा नहीं है। वह अपने घर वापस आकर महसूस करती है कि एक विशाल दैत्य द्वारा दक्षिण कोरिया को तहस नहस करने की खबरों से ग्लोरिया का कोई सम्बन्ध है। ऐसे में जबकि स्थितियां नियंत्रण से बाहर हो गई हैं ग्लोरिया को पता करना है कि उसका इन घटनाओं से क्या सम्बन्ध है। नचो विगलांडो निर्देशित इस फिल्म में ग्लोरिया का रोल ऐनी हैथवे ने किया है। उनके पुरुष मित्र ऑस्कर की भूमिका जैसन सुडैकिस, टिम की भूमिका डान स्टीवेंस, जोएल की भूमिका ऑस्टिन स्टोवेल ने की है। अन्य भूमिकाओं में सिमोन पेग, अगम डरशी और हन्ना चेरमी हैं। यह फिल्म जापानी मॉन्स्टर कैजू पर बनी फिल्मों की सीरीज में एक एक्शन, कॉमेडी साइंस फिक्शन फिल्म है। यह फिल्म ७ अप्रैल को रिलीज़ हो रही है।
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Anne Hathway,
Hollywood
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वीटा और वर्जिनिया की लेस्बियन कहानी
चान्या बटन निर्देशित फिल्म वीटा एंड वर्जिनिया लेस्बियन रोमांस की कहानी है। फिल्म में सोशलाइट और लोकप्रिय लेखिका वीटा सैकविले-वेस्ट और साहित्य जगत की हस्ती वर्जिनिया वुल्फ के वास्तविक रोमांस का चित्रण हुआ है। बर्न बर्न बर्न की ब्रिटिश निदेशिका चन्या बटन की इस फिल्म में ईवा ग्रीन वर्जिनिया वुल्फ और जेम्मा आर्टेर्टन वीटा सैकविले-वेस्ट का किरदार करेंगी। वर्जिनिया स्टीफेन का वीवाह १९१२ में लियोनार्ड वुल्फ से हुआ था। १९२२ में सोशलाइट वीटा सैकविले से मिली। इन दोनों के बीच समलैंगिक सम्बन्ध स्थापित हो गए। जो दस साल तक कायम रहे। इन बातों का ज़िक्र इन दोनों के पत्रों और डायरी में मिलता है। ख़ास बात यह थी कि लेस्बियन सम्बन्ध ख़त्म हो जाने के बाद भी इन दोनों की दोस्ती १९४१ यानि वुल्फ की मृत्यु तक बरकरार रही। वीटा और वर्जिनिया में समलैंगिक जोड़े का किरदार करने वाली ईवा ग्रीन और जेम्मा आर्टेर्टन ने अलग अलग फिल्मों में जेम्स बांड गर्ल का किरदार किया है। ईवा ग्रीन ने २००६ में रिलीज़ बांड फिल्म कैसिनो रोयाले में बांड गर्ल वेस्पर लींड का किरदार किया था। जबकि जेम्मा आर्टेर्टन २००८ में रिलीज़ बांड फिल्म क़्वांटम ऑफ़ सोलेस में बांड गर्ल स्ट्रॉबेरी फ़ील्ड्स का किरदार किया था। जेम्मा की इसी साल फरवरी में सेंट जोआन रिलीज़ हुई है। उनकी एक फिल्म द एस्केप भी इसी साल रिलीज़ होनी है। ईवा ग्रीन रोमन पोलंस्की की फिल्म बेस्ड ऑन अ ट्रू स्टोरी और यूफोरिया में नज़र आएँगी। वीटा एंड वर्जिनिया २०१८ में रिलीज़ होगी।
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Eva Green,
Gemma Arterton,
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Friday 31 March 2017
रवीना टंडन की फिल्म ‘मातृ’का ट्रेलर लॉन्च
पिछले दिनों रवीना टंडन मुंबई में अपनी फिल्म मातृ की पूरी स्टारकास्ट के साथ मौजूद थी। क्यों रवीना टंडन की फिल्म 'मातृ' का ट्रेलर रिलीज होने जा रहा था । फिल्म मातृ द मदर में रवीना एक कामकाजी महिला का किरदार निभा रहीं
है, जो अपने निजी और
प्रोफेशनल जीवन में संघर्ष करती है। रवीना ने ट्विटर पर ये ट्रेलर
शेयर करते हुए लिखा, "ये फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है। मैं इसे लेकर वो बहुत
ही उत्साहित हूँ। इस फिल्म में रवीना टंडन का एक अलग अवतार दिखेगा। वह घरेलु
हिंसा और बलात्कार की शिकार महिलाओं के लिए संघर्ष करती नज़र आएंगी। लॉन्च के मौके पर अपने कैरेक्टर के बारे में बताते हुए रवीना
टंडन ने कहा, "फिल्म की कहानी एक मां के इर्द-गिर्द घूमती है। यह फिल्म बताती है कि अपनी बेटी के लिए एक मां का सफर कैसे होता है !" इस फिल्म को अश्तर सैयद ने डायरेक्ट किया है। इसे अंजुम रिज़वी और मनोज अधिकारी ने प्रोड्यूस किया है। फिल्म २१ अप्रैल को रिलीज हो रही है।
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ट्रेलर
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Wednesday 29 March 2017
बेगम जान, लाली और जूलिएट यानि नायिका प्रधान फ़िल्में
पिछले शुक्रवार (२४ मार्च) रिलीज़ दो फिल्मों फिल्लौरी और अनारकली ऑफ़ आरा के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के बीच लंबा फासला है। फिल्लौरी ने जहां ४.०२ करोड़ की ओपनिंग ली, वही अनारकली ऑफ़ आरा केवल १० लाख का कलेक्शन ही कर सकी। फिल्लौरी ने शनिवार को छलांग सी मारते हुए पांच करोड़ का कलेक्शन किया। बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन का यह फर्क दोनों फिल्मों की शैली और स्टार कास्ट का था। फिल्लौरी अनुष्का शर्मा और दिलजीत दोसांझ की कॉमेडी फिल्म थी। जबकि, सीरियस फिल्म अनारकली ऑफ़ आरा की अनारकली ऋचा चड्डा थी। ऋचा चड्डा ख़ास प्रकार की फिल्मो की तो नामचीन हैं, लेकिन कमर्शियल फिल्मों में अनुष्का शर्मा का डंका ही बजता है। अभिनेत्रियों का यह फर्क बॉक्स ऑफिस पर साफ़ नज़र आया।
महिलाओं का दबदबा
बॉक्स ऑफिस के इस फर्क को नज़रअंदाज़ करें तो पता चलता है कि इस समय बॉक्स ऑफिस पर महिला प्रधान या नायिका प्रधान फिल्मों का दबदबा है। यह समय ऑस्ट्रेलिया के साथ क्रिकेट सीरीज और आईपीएल तमाशे का है। ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट सीरीज के ख़त्म होते ही, ५ अप्रैल से आईपीएल के टी-२० मैच शुरू हो जायेंगे। इस क्रिकेटिया घमासान में बॉलीवुड के तमाम खान और कुमार अभिनेता दुबके पड़े हैं। अक्षय कुमार डायरेक्टर शिवम नायर की फिल्म नाम शबाना में छोटी भूमिका कर रहे हैं। लेकिन यह फिल्म शबाना यानि तापसी पन्नू के अंडरकवर एजेंट बनने की एक्शन और रोमांच से भरी दास्ताँ है। इस फिल्म को बेबी की प्रीकुएल फिल्म बताया जा रहा है। यह फिल्म ३१ मार्च को रिलीज़ हो रही है। साफ़ तौर पर नायिका प्रधान फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर जोर आज़माईश कर रही हैं।
मिर्ज़ा जूलिएट और लाली लड्डू
आईपीएल के दौरान, अप्रैल में हीरोइन ओरिएंटेड फ़िल्में छाई रहेंगी। ७ अप्रैल को दो रोमांटिक फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर होंगी। इन दोनों फिल्मों में दक्षिण की दो अभिनेत्रियां अपना भाग्य आजमा रही होंगी। मैरी कॉम में प्रियंका चोपड़ा के पति की भूमिका करने वाले दर्शन कुमार अब रोमांटिक हीरो बन रहे हैं। उनकी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म मिर्ज़ा जूलिएट में उनकी जूलिएट दक्षिण की अभिनेत्री पिया बाजपेई हैं। इटावा उत्तर प्रदेश में जन्मी पिया बाजपेई का करियर जमा दक्षिण की तमिल और तेलुगु फिल्मो में। उनकी हिंदी फिल्मों मुम्बई डेल्ही मुम्बई और लाल रंग को बॉक्स ऑफिस पर असफलता का मुंह देखना पड़ा। इसलिए पिया का अपनी
रोमकॉम फिल्म मिर्ज़ा जूलिएट से उम्मीदें रखना स्वाभाविक है। दूसरी फिल्म लाली की शादी में लड्डू दीवाना भी रोमकॉम फिल्म है। इसमें दक्षिण की नायिका अक्षरा हासन लाली के किरदार में हैं। यह फिल्म उनके इर्दगिर्द घूमती है। फिल्म में उनके लड्डू विवान शाह के अलावा कविता वर्मा और गुरमीत चौधरी भी हैं। अक्षरा की पहली फिल्म अमिताभ बच्चन और धनुष के साथ षमिताभ बड़ी स्टार कास्ट के बावजूद असफल रही थी। इन दोनों फिल्मों के बीच तीसरी फिल्म ब्लू माउंटेन पुराने जमाने की गायिका की अपने बेटे के रियलिटी शो में हिस्सा लेने के कारण खुद के सपने पूरा होते देखने की है। इस फिल्म में ग्रेसी सिंह माँ का किरदार कर रही हैं।
बेगम जान विद्या बालन
पांच साल पहले, अभिनेत्री विद्या बालन ने डर्टी पिक्चर और कहानी जैसी फिल्मों से अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा तो मनवाया ही, बॉक्स ऑफिस पर भी अपनी पकड़ ज़ाहिर की। जब ऐसा लगाने लगा था कि बॉक्स ऑफिस पर विद्या बालन का नाम भी बिकता है, विद्या बालन की घनचक्कर, शादी के साइड इफेक्ट्स, बॉबी जासूस और हमारी अधूरी कहानी जैसी फ़िल्में फ्लॉप हो गई। पांच साल बाद कहानी की सीक्वल फिल्म कहानी २ : दुर्गा रानी सिंह रिलीज़ हुई। सुजॉय घोष की १७ करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म को सौ करोड़िया सफलता तो नहीं मिली। लेकिन, इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ५४.७९ करोड़ का बिज़नस किया। यही कारण है कि अब दर्शकों की निगाहें बेगम जान पर टिकी हुई हैं। इस फिल्म में विद्या बालन का टाइटल रोल है। यह फिल्म विभाजन के दौर के कलकत्ता के एक वैश्यालय की है। इस फिल्म में महिला चरित्रों की भरमार है। क्या विद्या बालन के साथ बेगम जान को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिलेगी?
सलमान खान के साथ डेब्यू करने वाली अभिनेत्रियों का टकराव
२१ अप्रैल को बॉक्स ऑफिस पर दिलचस्प टकराव होगा। इस शुक्रवार बॉक्स ऑफिस पर सलमान खान के साथ फिल्म डेब्यू करने वाली दो अभिनेत्रियों की फ़िल्में रिलीज़ होंगी। रवीना टंडन ने १९९१ में सलमान खान के साथ फिल्म पत्थर के फूल से डेब्यू किया था। उनकी बतौर करैक्टर एक्टर फिल्म मातृ : द मदर इस हफ्ते रिलीज़ हो रही है। यह फिल्म घरेलु हिंसा और बलात्कार की शिकार महिलाओं को न्याय दिलाने वाली एक स्त्री की जीवन यात्रा है। इस फिल्म के सामने रिलीज़ हो रही है एक महिला पत्रकार की कहानी। इस फिल्म की नायिका सोनाक्षी सिन्हा है। सोनाक्षी सिन्हा ने २०१० में सलमान खान के साथ फिल्म दबंग से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। साफ़ तौर पर २१ अप्रैल को रिलीज़ दोनों ही फ़िल्में हीरोइन ओरिएंटेड हैं। इनका मुक़ाबला क्या रंग लाएगा, यह देखने के बजाय दर्शक सलमान खान के साथ डेब्यू करने वाली दो अभिनेत्रियों की फिल्मों के टकराव में दिलचस्पी लेंगे। इस दौरान भाभियों (हृषिता भट्ट, मेघना नायडू, दिव्या उन्नी, अर्चना प्रसाद) के चक्कर में फंसे एक लडके (राजकुमार कनोजिया) की दास्तान भाभी पेडिया देखना भी दिलचस्प होगा।
बाहुबली के बाद भी !
बाहुबली २ : द कॉन्कलूजन के बाद भी नायिका प्रधान फ़िल्में हर अंतराल में रिलीज़ होती रहेंगी। बाहुबली और भल्लाल देवा के टकराव के बीच भी बाहुबली द कॉन्कलूजन में महारानी देवसेना, अवंतिका और शिवागामी के किरदार महत्वपूर्ण होंगे। साल के बाकी दिनों में मेरी प्यारी बिंदु, हाफ गर्लफ्रेंड, बहन होगी तेरी, टॉयलेट एक प्रेमकथा, मॉम, हसीना : द क्वीन ऑफ़ मुम्बई, बरेली की बर्फी, आदि नायिका प्रधान या महत्वपूर्ण महिला किरदारों वाली फ़िल्में रिलीज़ होंगी। बेशक बजट के लिहाज़ से यह फ़िल्में बड़ी नहीं होंगी। लेकिन, बॉक्स ऑफिस पर इनका बड़ा बिज़नस इन्हें हिट फिल्मों में ज़रूर शुमार करवा देगा।
क्रिकेट के सीजन में बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ महिला प्रधान फ़िल्में दर्शाती हैं कि बॉलीवुड की नायिका अपने नायकों से ज़्यादा दमदार है। इन फिल्मों की नायिका क्रिकेट में बिजी दर्शकों के बीच भी अपनी जगह बनाती है। दर्शक माउथ पब्लिसिटी के ज़रिये इन फिल्मों की तरफ मुखातिब भी होती है। दिलचस्प बात यह है कि नायिका प्रधान फिल्मों को तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अच्छा कलेक्शन भी मिलता है। अनुष्का शर्मा की फिल्म फिल्लौरी को समीक्षकों की जैसी सराहना मिली है और दर्शक जिस तरह से फिल्म की तरफ खिंचे चले जा रहे हैं, फिल्लौरी का २० करोड़ के आसपास का वीकेंड कलेक्शन दर्ज हो जायेगा। यह किसी नायिका प्रधान फिल्म के लिहाज़ से काफी अच्छा है।
महिलाओं का दबदबा
बॉक्स ऑफिस के इस फर्क को नज़रअंदाज़ करें तो पता चलता है कि इस समय बॉक्स ऑफिस पर महिला प्रधान या नायिका प्रधान फिल्मों का दबदबा है। यह समय ऑस्ट्रेलिया के साथ क्रिकेट सीरीज और आईपीएल तमाशे का है। ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट सीरीज के ख़त्म होते ही, ५ अप्रैल से आईपीएल के टी-२० मैच शुरू हो जायेंगे। इस क्रिकेटिया घमासान में बॉलीवुड के तमाम खान और कुमार अभिनेता दुबके पड़े हैं। अक्षय कुमार डायरेक्टर शिवम नायर की फिल्म नाम शबाना में छोटी भूमिका कर रहे हैं। लेकिन यह फिल्म शबाना यानि तापसी पन्नू के अंडरकवर एजेंट बनने की एक्शन और रोमांच से भरी दास्ताँ है। इस फिल्म को बेबी की प्रीकुएल फिल्म बताया जा रहा है। यह फिल्म ३१ मार्च को रिलीज़ हो रही है। साफ़ तौर पर नायिका प्रधान फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर जोर आज़माईश कर रही हैं।
मिर्ज़ा जूलिएट और लाली लड्डू
आईपीएल के दौरान, अप्रैल में हीरोइन ओरिएंटेड फ़िल्में छाई रहेंगी। ७ अप्रैल को दो रोमांटिक फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर होंगी। इन दोनों फिल्मों में दक्षिण की दो अभिनेत्रियां अपना भाग्य आजमा रही होंगी। मैरी कॉम में प्रियंका चोपड़ा के पति की भूमिका करने वाले दर्शन कुमार अब रोमांटिक हीरो बन रहे हैं। उनकी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म मिर्ज़ा जूलिएट में उनकी जूलिएट दक्षिण की अभिनेत्री पिया बाजपेई हैं। इटावा उत्तर प्रदेश में जन्मी पिया बाजपेई का करियर जमा दक्षिण की तमिल और तेलुगु फिल्मो में। उनकी हिंदी फिल्मों मुम्बई डेल्ही मुम्बई और लाल रंग को बॉक्स ऑफिस पर असफलता का मुंह देखना पड़ा। इसलिए पिया का अपनी
रोमकॉम फिल्म मिर्ज़ा जूलिएट से उम्मीदें रखना स्वाभाविक है। दूसरी फिल्म लाली की शादी में लड्डू दीवाना भी रोमकॉम फिल्म है। इसमें दक्षिण की नायिका अक्षरा हासन लाली के किरदार में हैं। यह फिल्म उनके इर्दगिर्द घूमती है। फिल्म में उनके लड्डू विवान शाह के अलावा कविता वर्मा और गुरमीत चौधरी भी हैं। अक्षरा की पहली फिल्म अमिताभ बच्चन और धनुष के साथ षमिताभ बड़ी स्टार कास्ट के बावजूद असफल रही थी। इन दोनों फिल्मों के बीच तीसरी फिल्म ब्लू माउंटेन पुराने जमाने की गायिका की अपने बेटे के रियलिटी शो में हिस्सा लेने के कारण खुद के सपने पूरा होते देखने की है। इस फिल्म में ग्रेसी सिंह माँ का किरदार कर रही हैं।
बेगम जान विद्या बालन
पांच साल पहले, अभिनेत्री विद्या बालन ने डर्टी पिक्चर और कहानी जैसी फिल्मों से अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा तो मनवाया ही, बॉक्स ऑफिस पर भी अपनी पकड़ ज़ाहिर की। जब ऐसा लगाने लगा था कि बॉक्स ऑफिस पर विद्या बालन का नाम भी बिकता है, विद्या बालन की घनचक्कर, शादी के साइड इफेक्ट्स, बॉबी जासूस और हमारी अधूरी कहानी जैसी फ़िल्में फ्लॉप हो गई। पांच साल बाद कहानी की सीक्वल फिल्म कहानी २ : दुर्गा रानी सिंह रिलीज़ हुई। सुजॉय घोष की १७ करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म को सौ करोड़िया सफलता तो नहीं मिली। लेकिन, इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ५४.७९ करोड़ का बिज़नस किया। यही कारण है कि अब दर्शकों की निगाहें बेगम जान पर टिकी हुई हैं। इस फिल्म में विद्या बालन का टाइटल रोल है। यह फिल्म विभाजन के दौर के कलकत्ता के एक वैश्यालय की है। इस फिल्म में महिला चरित्रों की भरमार है। क्या विद्या बालन के साथ बेगम जान को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिलेगी?
सलमान खान के साथ डेब्यू करने वाली अभिनेत्रियों का टकराव
२१ अप्रैल को बॉक्स ऑफिस पर दिलचस्प टकराव होगा। इस शुक्रवार बॉक्स ऑफिस पर सलमान खान के साथ फिल्म डेब्यू करने वाली दो अभिनेत्रियों की फ़िल्में रिलीज़ होंगी। रवीना टंडन ने १९९१ में सलमान खान के साथ फिल्म पत्थर के फूल से डेब्यू किया था। उनकी बतौर करैक्टर एक्टर फिल्म मातृ : द मदर इस हफ्ते रिलीज़ हो रही है। यह फिल्म घरेलु हिंसा और बलात्कार की शिकार महिलाओं को न्याय दिलाने वाली एक स्त्री की जीवन यात्रा है। इस फिल्म के सामने रिलीज़ हो रही है एक महिला पत्रकार की कहानी। इस फिल्म की नायिका सोनाक्षी सिन्हा है। सोनाक्षी सिन्हा ने २०१० में सलमान खान के साथ फिल्म दबंग से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। साफ़ तौर पर २१ अप्रैल को रिलीज़ दोनों ही फ़िल्में हीरोइन ओरिएंटेड हैं। इनका मुक़ाबला क्या रंग लाएगा, यह देखने के बजाय दर्शक सलमान खान के साथ डेब्यू करने वाली दो अभिनेत्रियों की फिल्मों के टकराव में दिलचस्पी लेंगे। इस दौरान भाभियों (हृषिता भट्ट, मेघना नायडू, दिव्या उन्नी, अर्चना प्रसाद) के चक्कर में फंसे एक लडके (राजकुमार कनोजिया) की दास्तान भाभी पेडिया देखना भी दिलचस्प होगा।
बाहुबली के बाद भी !
बाहुबली २ : द कॉन्कलूजन के बाद भी नायिका प्रधान फ़िल्में हर अंतराल में रिलीज़ होती रहेंगी। बाहुबली और भल्लाल देवा के टकराव के बीच भी बाहुबली द कॉन्कलूजन में महारानी देवसेना, अवंतिका और शिवागामी के किरदार महत्वपूर्ण होंगे। साल के बाकी दिनों में मेरी प्यारी बिंदु, हाफ गर्लफ्रेंड, बहन होगी तेरी, टॉयलेट एक प्रेमकथा, मॉम, हसीना : द क्वीन ऑफ़ मुम्बई, बरेली की बर्फी, आदि नायिका प्रधान या महत्वपूर्ण महिला किरदारों वाली फ़िल्में रिलीज़ होंगी। बेशक बजट के लिहाज़ से यह फ़िल्में बड़ी नहीं होंगी। लेकिन, बॉक्स ऑफिस पर इनका बड़ा बिज़नस इन्हें हिट फिल्मों में ज़रूर शुमार करवा देगा।
क्रिकेट के सीजन में बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ महिला प्रधान फ़िल्में दर्शाती हैं कि बॉलीवुड की नायिका अपने नायकों से ज़्यादा दमदार है। इन फिल्मों की नायिका क्रिकेट में बिजी दर्शकों के बीच भी अपनी जगह बनाती है। दर्शक माउथ पब्लिसिटी के ज़रिये इन फिल्मों की तरफ मुखातिब भी होती है। दिलचस्प बात यह है कि नायिका प्रधान फिल्मों को तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अच्छा कलेक्शन भी मिलता है। अनुष्का शर्मा की फिल्म फिल्लौरी को समीक्षकों की जैसी सराहना मिली है और दर्शक जिस तरह से फिल्म की तरफ खिंचे चले जा रहे हैं, फिल्लौरी का २० करोड़ के आसपास का वीकेंड कलेक्शन दर्ज हो जायेगा। यह किसी नायिका प्रधान फिल्म के लिहाज़ से काफी अच्छा है।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अलादीन और जस्मीन की तलाश में डिज्नी
डिज्नी को तलाश है अलादीन और जास्मिन की। उन्हें इस चेहरे की तलाश किसी मिडिल ईस्ट के किसी देश के चेहरे में नज़र आएगी। डिज्नी की यह तलाश है, उनकी लाइव-एक्शन फिल्म अलादीन के लिए। इन एक्टरों की उम्र १८ से २५ साल के बीच होनी चाहिए। उनकी एक बड़ी खासियत यह भी होनी चाहिए कि वह अच्छा गा सकते हों। नृत्य क्षमता अतिरिक्त योग्यता मानी जाएगी। अलादीन की शूटिंग इसी साल जुलाई में शुरू हो जाएगी तथा अगले साल जनवरी तक पूरी होगी। इस फिल्म का निर्देशन शरलॉक सीरीज की फिल्मों और किंग आर्थर के डायरेक्टर गाय रिची करेंगे। आम तौर पर हॉलीवुड की फिल्मों के तमाम एशियाई चरित्र भी हॉलीवुड के श्वेत एक्टरों द्वारा किये जाते हैं। इसे अमेरिकी एक्टिविस्ट वाइटवाशिंग कहते हैं। वाइटवाशिंग का पहला विवाद प्रिंस ऑफ़ पर्शिया: द सेंड्स ऑफ़ टाइम और द लास्ट एयरबेंडर के दौरान सुर्ख हुआ। इसके बाद हॉलीवुड के स्टूडियो ने इससे बचने की कोशिश ज़रूर की। लेकिन हालिया रिलीज़ फिल्म द ग्रेट वाल और आने वाली फिल्म घोस्ट इन द शैल से यही विवाद फिर ज़ोर पकड़ सकता है। शायद इसीलिए डिज्नी की निगाहें अपने अलादीन और जास्मिन के लिये मिडिल ईस्ट के एक्टरों को खंगालने जा रही है।
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Hollywood
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चीन में फंसा जेम्स बांड का २५वा अवतार !
मध्य २००० में मेट्रो- गोल्डविन मेयर नकदी की कमी से जूझ रहा था, उस समय उन्होंने सोनी के साथ समझौता किया था कि वे जेम्स बांड फिल्मों को फाइनेंस करेंगे। बदले में सोनी को जेम्स बांड फिल्मों को पूरे विश्व में वितरित करने के अधिकार और लाभ में कुछ हिस्सा मिलने थे। कैसिनो रॉयले इस डील के अंतर्गत बनने वाली पहली फिल्म थी। क्वांटम ऑफ़ सोलेस के वितरण अधिकार भी उसी समय मिल गए थे। बाद में स्काईफॉल और स्पेक्टर को भी सोनी ने ही रिलीज़ किया। इसके बाद फंसा पेंच। काफी लोगों का यह सोचना था कि डेनियल क्रेग की बतौर जेम्स बांड पांचवी फिल्म को सोनी द्वारा फाइनेंस करना बुद्धिमत्तापूर्ण कार्य नहीं होगा। इससे सोनी के अधिकारियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। इसके बावजूद जेम्स बांड फ्रैंचाइज़ी के को-प्रोड्यूसर माइकल जी विल्सन २०१६ के शुरू में यह समझौता हो जाने की उम्मीद रखते थे। पिछले साल न्यू यॉर्क पोस्ट पर एक लेख से यह जानकारी मिली कि चीन की किसी अनाम कंपनी से एमजीएम की बात काफी कुछ बन चुकी है। बाद में कुछ दूसरे सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि की। लेकिन, इसके बाद हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के साथ ही यह डील टूट गई। डोनाल्ड ट्रम्प सरकार की अमेरिकी कंपनियों में विदेशी निवेश में कमी करने की नीति के बाद चीन सरकार के पूँजी निवेश की राशि चीन से बाहर जाने पर नियंत्रण के बाद यह सौदा मुश्किलों भरा साबित होने जा रहा था। अब एक बार फिर एमजीएम को इंतज़ार है निवेशक का, जो २०० मिलियन डॉलर का निवेश ५० मिलियन डॉलर के प्रॉफिट के लिए करे। ऐसे में सवाल लाजिमी है कि कब शुरू होगी जेम्स बांड फिल्म !
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Tuesday 28 March 2017
कविता वर्मा और अक्षरा हासन की फिल्म सेट पे दोस्ती
आम तौर पर किसी एक फिल्म में काम कर रही दो अभिनेत्रियों के बीच मनमुटाव यानि कैट फाइट के किस्से गॉसिप मैगज़ीन्स की सुर्खियां बनाते रहते हैं। लेकिन, इस लिहाज़ से अक्षरा हासन और कविता वर्मा को अपवाद कहा जा सकता है। यह दोनों अभिनेत्रियां फिल्म लाली की शादी में लड्डू दीवाना में काम कर रही हैं। इस फिल्म के सेट पर अक्षरा हसन और कविता वर्मा के बीच झगडे के बजाय दोस्ती के किस्से चर्चा में हैं। दोनों
ने शूटिंग के दौरान खूब मस्ती की और अपने काम से सम्बंधित बातों पर खूब चर्चा की। यह दोनों भोजन, शॉपिंग, सेट की मस्ती और सभी चीजों के बारे में
बात करते देखीं गयी, जो एक लड़की अपने दोस्त के साथ साझा करेगी। वे अक्सर शूटिंग के बाद
पार्टी में हिस्सा लेते रहे । कविता वर्मा कहती है, "अक्षरा
एक खूबसूरत, इंटेलिजेंट और एक समझदार लड़की है। वह एक उत्कृष्ट इंसान हैं। यहाँ कोई स्टार बच्चा नहीं है। हम दृश्यों पर चर्चा करते थे। वास्तव
में शूटिंग के दौरान अक्षरा ने कई दृश्यों में मुझे बहुत मदद की थी। मैं
हमारी दोस्ती के बारे में बहुत सारी यादों के साथ अपनी नई फिल्म को लेकर बहुत ही
पॉजिटिव हूं। हमारा सौहाद्र स्क्रीन पर बखूबी दिखाई देता है। 'लाली की शदी में लड्डू दीवाना'
एक जीवंत प्रेम कहानी है, जिसे
फिल्म निर्माता राजकुमार संतोषी के सहयोगी मनीष हरिशंकर द्वारा लिखित और निर्देशित किया गया है। फिल्म को स्टीवन बर्नार्ड द्वारा संपादित किया गया है। यह फिल्म 7 अप्रैल, 2017 को
सिनेमा घरो में रिलीज़ होगी।
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‘यारो' का टशन में नया ट्विस्ट !
सब टीवी से प्रसारित क्रिएटिव आय लिमिटेड
के बैनर तले निर्मित ‘यारो का टशन’
के दर्शक जानते हैं कि 'यारो' एक ऐसा रोबोट है, जिसमें दिल है और वास्तव में एक लड़की के
प्यार में पड़ जाता है। लेकिन संजना उर्फ़ संजू सिर्फ एक लड़की नहीं, बहुत कुछ है। वह रोमांच और हवा का झोका है। वह टॉम
बॉय की तरह है, क्योंकि जब तक उसकी लाइफ
में किक नहीं लगती, संजू को कुछ ठीक नहीं लगता। यारो पागल की तरह संजू से प्यार करने लग जाता है। वह उसे जीतना
चाहता है। वह प्यारके सभी किताबी नियम आजमाता है, लेकिन विफल रहता
है । उसके दोस्त उसे सुझाव देते है कि अगर उसे लड़की का दिल जीतना है, तो लड़की के पसंदीदा का दिल जीतना चाहिए। संजू को अपने जीवन से अधिक प्यार
करता है। तब यारो के जीवन में एक रोमांचक मोड़ आता है, जब उसे पता चलता है कि संजू का सबसे
पसंदीदा उसका कुत्ता भक्तावर है। कुत्ते की अपनी खुद की सोच और पसंद होती
है। चूंकि, यारो एक रोबोट है, इसलिए यारो के मानवीय न होने के कारण भक्तावर को उस की गंध से घृणा है। अब यारो के लिए भक्तावर का दिल जीतना बड़ी चुनौती है। यारो का टशन के दर्शकों के लिए अब आगे क्या होगा जानना दिलचस्प होगा।
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जब इरफ़ान खान ने ओढ़ी साड़ी !
साकेत चौधरी की कॉमेडी ड्रामा फिल्म हिंदी मीडियम दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में रहने वाले विवाहित जोड़े की है, जो उच्च-संभ्रांत घरों की पार्टियों शामिल होना और घुलना मिलना चाहता है। यह जोड़ा हिंदी मध्यम स्कूल में पढ़ा है। इसलिए अंग्रेजी न बोल पाना उनकी इस महत्वाकांक्षा के आड़े आता है। इस भूमिका को इरफ़ान खान और पाकिस्तानी अभिनेत्री सबा क़मर कर रहे हैं। आजकल इस फिल्म का साड़ी ओढ़े इरफ़ान खान का एक पोज़ वायरल हो रहा है कि इरफ़ान खान ने फिल्म में साड़ी क्यों पहनी है। दरअसल, फिल्म में इरफ़ान खान एक व्यवसाई बने हैं, जिसकी चांदनी चौक इलाके में साड़ी, चुंदरी, आदि की दूकान है। इरफ़ान खुद चुंदरी ओढ़ कर अपनी महिला ग्राहकों को समझाने की कोशिश करते हैं। यह दृश्य ऎसी उनकी किसी कोशिश का है। लेकिन, इस सीन को करने का एक बड़ा फायदा इरफ़ान को यह हुआ है कि वह साड़ी बांधना बहुत अच्छी तरह से जान गए हैं। निर्माता दिनेश विजन और भूषण कुमार की यह फिल्म १२ मई को रिलीज़ हो रही है।
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Monday 27 March 2017
मणि रत्नम की पत्नी ने अदिति राव हैदरी की प्रशंसा की
अदिति राव
हैदरी
फिल्म निर्माता मणिरत्नम के साथ काम करके खुद को भाग्यशाली
मानती है। हालिया में,
तमिल फिल्म कात्रु वेलिइदई के तेलुगु वर्शन
चैलिया के ऑडियो लॉन्च के लिए अदिति हैदराबाद गयी।
तमिल फिल्म कात्रु वेलिइदई में उनके
किरदार
के लिए बहुत प्यार और समर्थन
मिला है।
फिल्म में
अदिति राव हैदरी
को मणिरत्नम
के सिग्नेचर स्टाइल
में अद्भुत तरीके से प्रस्तुत किया गया है
।
हैदराबाद में लॉन्च के समय अदिति को मिल रही सराहना से वे बहुत उत्साही थी। अदिती के उत्साह को दुगना किया
मणि रत्नम की पत्नी
सुहासिनी
मणि रत्नम
ने। उन्होंने
अदिति की खुले मन से तारीफ करते हुए अदिति को " कंप्लीट एक्ट्रेस" बताया ।
स्टेज पर सुहासिनी ने कहा, "
२०
साल बाद मणि
को कोई
कंप्लीट एक्ट्रेस फिर से
मिली है
।
अदिति जितनी सुंदर है वे उतनी ही
प्रतिभाशाली अभिनेत्री
है , मणि बहुत ज्यादा लकी है उन्हें अदिति मिली।"
सुहासिनी
मणि रत्नम
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Aditi Rao Hydari,
हस्तियां
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Sunday 26 March 2017
कैसी लगेगी इतनी नाज़ुक 'हसीना' ?
अभिनेत्री श्रद्धा
कपूर अपूर्व लाखिया की गैंगस्टर ड्रामा फिल्म हसीना में दाऊद इब्राहिम की बहन
हसीना पार्कर का किरदार कर रही हैं। उनके
सगे भाई सिद्धांत धवन उनके रील भाई यानि दाऊद इब्राहिम बने हैं। लाखिया की यह फिल्म पूरी तरह से हसीना के
किरदार पर केंद्रित है। दाऊद की बहन ने
दाऊद के भारत से भाग जाने के बाद उसका बिज़नस बड़ी कुशलता से सम्हाला था और उसके
गैंग को निर्देशित किया था। ज़ाहिर है कि
गैंगस्टर हसीना का यह रोल काफी रफ़ टफ है।
रियल लाइफ की लेडी गैंगस्टर को रील लाइफ में उतारना बहुत कठिन नहीं। लेकिन, ज़रूरी होता है कि इस किरदार को करने वाली अभिनेत्री का चुनाव। क्या नाज़ुक श्रद्धा कपूर इस रफ़ टफ हसीना को
परदे पर कारगर ढंग से कर सकेगी?
इसे जानने के लिए
ज़रूरी है हिंदी में बनी लेडी गैंगस्टर फिल्मों और उनकी गैंगस्टर एक्ट्रेस के बारे
में जानना। यह जानना भी दिलचस्प होगा कि
पुरुष गैंगस्टर फिल्मों को हाथोंहाथ लेने वाले हिंदी दर्शकों ने इन लेडी गैंगस्टर
फिल्मों को किस तरह का रिस्पांस दिया !
बॉलीवुड की कई
छोटी-बड़ी, हिट और फ्लॉप
अभिनेत्रियों ने महिला गैंगस्टर का किरदार किया। गैंगस्टर का किरदार करने वाली
ज़्यादातर अभिनेत्रियां टैलेंटेड ज़रूर थी।
लेकिन बॉक्स ऑफिस पर उनके टैलेंट की कोई पूछ नहीं थी। तेलुगु फिल्मों की
अभिनेत्री मधु शालिनी को रामगोपाल ने अपनी फिल्म डिपार्टमेंट में मौका दिया
था। उनकी फिल्म 'डिपार्टमेंट' में मधु शालिनी ने एक गैंगस्टर का किरदार निभाया
था। मधु के इस रोल को लोगों ने काफी पसंद भी किया था। लेकिन, संजय दत्त और राणा डग्गूबाती अभिनीत यह फिल्म ही
बुरी तरह से फ्लॉप हुई। गैंगस्टर फिल्मों
के मशहूर निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा की बतौर निर्माता एक दूसरी फिल्म शबरी
में अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर ने मुम्बई की पहली महिला डॉन शबरी का किरदार किया था।
इस फिल्म का निर्देशन ललित मराठे ने किया था। दिलचस्प तथ्य यह है कि शबरी २००५ में
पूरी हो चुकी थी, लेकिन भारतीय
सिनेमाघरों में यह फिल्म २०११ में ही रिलीज़ हो चुकी। फिल्म बुरी तरह से असफल हुई।
नंदिता दास ने निर्देशक पदम् कुमार की एक्शन फिल्म सुपारी (२००३) में एक लेडी डॉन ममता शेकरी का किरदार किया था। इस फिल्म में उदय चोपड़ा ने एक क़र्ज़ न चुका पाने वाले व्यक्ति का किरदार किया था, जिससे लेडी डॉन ममता शेकरी सुपारी किलर का काम लेती है। नेहा धूपिया ने फंस गया रे ओबामा (२०१०) में मुन्नी नाम की गैंगस्टर का किरदार किया था। सुभाष कपूर की यह फ़िल्म एक राजनीतिक व्यंग्य फिल्म थी। प्रतिमा काज़मी ने उर्मिला मातोंडकर और सैफ अली खान की थ्रिलर फिल्म एक हसीना थी में गैंगस्टर प्रमिला का किरदार किया था। प्रतिमा इससे पहले फिल्म वैसा भी होता है पार्ट २ में गैंगस्टर गंगू ताई का किरदार किया था। इन दोनों ही फिल्मों में प्रतिमा काज़मी के अभिनय को सराहा गया।
नंदिता दास ने निर्देशक पदम् कुमार की एक्शन फिल्म सुपारी (२००३) में एक लेडी डॉन ममता शेकरी का किरदार किया था। इस फिल्म में उदय चोपड़ा ने एक क़र्ज़ न चुका पाने वाले व्यक्ति का किरदार किया था, जिससे लेडी डॉन ममता शेकरी सुपारी किलर का काम लेती है। नेहा धूपिया ने फंस गया रे ओबामा (२०१०) में मुन्नी नाम की गैंगस्टर का किरदार किया था। सुभाष कपूर की यह फ़िल्म एक राजनीतिक व्यंग्य फिल्म थी। प्रतिमा काज़मी ने उर्मिला मातोंडकर और सैफ अली खान की थ्रिलर फिल्म एक हसीना थी में गैंगस्टर प्रमिला का किरदार किया था। प्रतिमा इससे पहले फिल्म वैसा भी होता है पार्ट २ में गैंगस्टर गंगू ताई का किरदार किया था। इन दोनों ही फिल्मों में प्रतिमा काज़मी के अभिनय को सराहा गया।
गैंगस्टर बनने के
मोह से माधुरी दीक्षित और विद्या बालन भी नहीं बच सकी। गैंगस्टर किरदार आम तौर पर काफी सशक्त होते
हैं। इन किरदारों में अपने टैलेंट को खुल
कर दिखाने का मौका मिलता है। फिल्म
इश्किया में कृष्णा का किरदार करके विद्या बालन ने खूब अवार्ड्स बटोरे। इस फिल्म में उन्हें गालियां बकानी पड़ी। लेकिन उनकी प्रतिष्ठा में चार चाँद ही लगे। यह
औरत अपना मतलब साधने के लिए मामू भांजे को अपने रूप जाल में फंसाती है। मतलब निकल जाने पर गोली मारने से भी नहीं
चूकती। माधुरी दीक्षित को तो अपना कमबैक
सफल बनाना था। सौमिक सेन की फिल्म गुलाब
गैंग में माधुरी दीक्षित गैंगस्टर रज्जो के किरदार में थी, जिसका गुलाबी साड़ी पहने औरतों का गैंग था। यह गैंग मज़लूम महिलाओं की मदद करता था। ज़ाहिर है कि विद्या बालन का इश्किया का कृष्ण
और माधुरी दीक्षित का गुलाब गैंग का रज्जो का किरदार काफी सशक्त था। लेकिन जहाँ इश्किया हिट हुई वहीँ गुलाब गैंग
बुरी तरह से फ्लॉप हुई।
लेडी गैंगस्टर का
किरदार करके तो कला फिल्मों की अभिनेत्री शबाना आज़मी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार तक
जीत चुकी हैं। विनय शुक्ल की १९९९ में
रिलीज़ फिल्म गॉड मदर पोरबंदर गुजरात की अस्सी और नब्बे के दशक की लेडी गैंगस्टर
संतोख बेन पर थी, जो अपने पति की
हत्या का बदला लेने के लिए गैंस्टर बन जाती है। संतोख बेन ने बाद में राजनीति का
चोला ओढ़ लिया था। शबाना आज़मी ने गॉडमदर में संतोख बेन का रील लाइफ किरदार रांभी
किया था।
ऋचा चड्डा को
बॉलीवुड की गैंगस्टर गर्ल कहा जाता है। क्यों ? क्योंकि, ऋचा चड्डा की पहचान ही गैंगस्टर किरदार से हुई। ओये लकी लकी ओये से
अपने फिल्म करियर का आगाज़ करने वाली ऋचा चड्डा को पहचान मिली अनुराग कश्यप की दो
हिस्सों में बनी गैंगस्टर फिल्म गैंग्स ऑफ़ वासेपुर में नगमा खातून के किरदार
से। यह औरत अपने पति की हत्या के बाद अपने
गैंग को सम्हालती है और बेटे को बदला लेने के लिए तैयार करती है। इस फिल्म के बाद,
निर्देशक मृगदीप सिंह लाम्बा की फिल्म
फुकरे की भोली पंजाबन के किरदार में ऋचा चड्डा ने दर्शकों को बेहद प्रभावित
किया। ऋचा चड्डा ने निखिल द्विवेदी के साथ
फिल्म तमंचे में भी गैंगस्टर बाबु के किरदार से दर्शकों का ध्यान आकर्षित
किया। इन गैंगस्टर किरदार वाली फिल्मों ने
ऋचा चड्डा को गैंगस्टर गर्ल का खिताब दिला दिया। आजकल तो लेडी गैंगस्टर के लिए ऋचा
चड्डा को सबसे पहले याद किया जाता है। लेडी गैंगस्टर के लिहाज़ से माहि गिल का नाम
भी लिया जा सकता है। तिग्मांशु धुलिया के
गैंगस्टर फिल्म साहब बीवी तथा गैंगस्टर और गैंगस्टर रिटर्न्स में माहि ने माधवी
देवी के गैंगस्टर किरदार को बेहद खूबसूरती से किया था।
बहुत कम लोग जानते
होंगे कि बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने अपने हिंदी फिल्मों में ढलते करियर
के दौरान २००५ में निर्देशक डी राजेंद्र बाबू की कन्नड़ फिल्म ऑटो शंकर में एक लेडी
डॉन माया का किरदार किया था। दरअसल यह
किरदार हाफ निगेटिव और हाफ पॉजिटिव था। यानि फिल्म के शुरू में माया एक लेडी डॉन की बेटी बानी थी, जो माँ द्वारा गरीबों को उधार में दिए गए पैसों
को क्रूरता से वसूलती है। बाद में उसे
मालूम पड़ता है कि वह लेडी डॉन की बेटी नहीं तो वह सुधर जाती है। इस फिल्म के निर्माताओं ने हिंदी फिल्मों में
शिल्पा शेट्टी की लोकप्रियता को भुनाने के
ख्याल से 'शिल्पा : द बिग डॉन
टाइटल के साथ हिंदी में डब कर रिलीज़ किया
था। हालाँकि, शिल्पा नहीं चाहती
थी कि उनकी यह कन्नड़ हिट फिल्म डब कर रिलीज़ हो। लेकिन, कोई कॉन्ट्रैक्ट न होने के कारण वह निर्माता को
नहीं रोक सकी। अब यह बात दीगर है कि फिल्म को हिंदी बेल्ट में सफलता नहीं
मिली। लेकिन इस घटना में हिंदी दर्शकों के
बीच लेडी डॉन की लोकप्रियता का पता ज़रूर चलता था।
कंगना रनौत के करियर
की शुरुआत गैंगस्टर फिल्म गैंगस्टर से हुई थी। हालाँकि, उन्होंने खुद को
हरफनमौला एक्टर के बतौर स्थापित कर लिया है। कंगना ने फिल्म रिवाल्वर रानी में गोलियां चलाने में माहिर अलका सिंह का
किरदार किया था। लेडी गैंगस्टर के किरदार के लिहाज़ से कंगना रनौत की हंसल मेहता
निर्देशित फिल्म सिमरन में पैसों के लिए बैंक डकैती और दूसरे अपराध करने वाली
सिमरन का किरदार किया है। यह फिल्म १५
सितम्बर को रिलीज़ होगी। लेकिन इससे दो महीना पहले हसीना रिलीज़ हो जाएगी। ज़ाहिर है कि इन दोनों फिल्मों में लेडी
गैंगस्टर है। दोनों ही अभिनेत्रियां नाज़ुक बदन हैं। क्या रफ़ टफ गैंगस्टर किरदारों में यह दोनों फिट
बैठेंगी। महिला गैंगस्टर को भी रूपहले
परदे पर पर जैसी सफलता मिली है,उससे श्रद्धा कपूर और कंगना रनौत के गैंगस्टर की
सफलता लाज़िमी लगती है। क्या सचमुच ऐसा हो
पायेगा ?
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Saturday 25 March 2017
लॉरा अल्बर्ट के किरदार में लॉरा डर्न
अमेरिकी पेंटर, म्यूजिशियन, लेखक और फिल्म निर्देशक डेविड कीथ लिंच के साथ संबंधों को लेकर मशहूर तथा डेविड की तीन फिल्मों ब्लू वेलवेट, वाइल्ड ऐट हार्ट और इनलैंड एम्पायर की नायिका लौरा डर्न के बॉयोपिक फिल्म जेटी लेरॉय में क्रिस्टीन स्टीवर्ट के साथ लिए जाने की खबर है। जस्टिन केली निर्देशित यह फिल्म अमेरिकी लेखिका लौरा विक्टोरिया अल्बर्ट के जीवन पर है, जिसने छद्म नाम जेटी लेरॉय से उपन्यास और कहानियां लिखीऔर कॉन्ट्रैक्ट किये । उसे सवन्ना क्नूप के नाम से भी जाना जाता है। बताते हैं कि लिंग भेद के डर से यह लेखिका लोगों से पुरुष (समलैंगिक) आवाज़ में बात भी करती थी। उसमे हॉलीवुड की सबसे धनी और मशहूर लेखिका बनाने की हवस थी। वह इस प्रकार से फैशन और लेखन के क्षेत्र में मशहूर भी हुई। छह साल बाद न्यू यॉर्क टाइम्स ने लौरा की पोल खोल दी। अपने उपन्यास सारा पर फिल्म बनाने के एक कॉन्ट्रैक्ट को छद्म नाम से करने के कारण वह कानूनी पचड़ों में भी फंसी। जस्टिन केली ने इसी छद्म नाम जेटी लेरॉय की कहानी पर अपनी फिल्म की पटकथा लिखी है। फिल्म में लॉरा डर्न अल्बर्ट के किरदार में होंगी।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कौन होगी ड्रैगन टैटू वाली एक्ट्रेस ?
पिछले दिनों, सोनी पिक्चर्स ने ऐलान किया कि वह स्वीडिश लेखक डेविड लागरक्रांतज़ के उपन्यास द गर्ल इन द स्पाइडर्स वेब पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। डेविड का यह अपराध उपन्यास स्टीग लार्सन द्वारा २००५ में लिखी गई मिलेनियम ट्राइलॉजी के पहले उपन्यास द गर्ल विथ ड्रैगन टैटू की श्रृंखला की चौथी किताब है। स्टीग के उपन्यास पर पहली बार एक स्वीडिश फिल्म २००९ में बनाई गई थी। २०११ में निर्देशक डेविड फिंचर ने इस किताब पर अंग्रेजी फिल्म का निर्माण डेनियल क्रेग और रूनी मारा के साथ किया था। यह फिल्म एक जॉर्नलिस्ट मिकैल ब्लोम्क्विस्ट (डेनियल क्रेग) की कहानी थी, जो एक धनी घराने की ४० साल पहले गुम हुई लड़की की तलाश में है कि उसके साथ आखिर हुआ क्या! इसके लिए वह एक कंप्यूटर हैकर लिसाबेथ सलेंडर (रूनी मारा) की मदद लेता है। मिलेनियम ट्राइलॉजी की कहानी में हैकर लड़की लिसाबेथ सलेंडर का किरदार अहम् है। इसलिए सोनी पिक्चर्स को इस किरदार के लिए ए-लिस्टर एक्ट्रेस की तलाश है। खबर है कि फ़ेदे अल्वारेज़ के निर्देशन में इस फिल्म की सलेंडर बनने के लिए स्कारलेट जोहांसन और नताली पोर्टमैन के बीच दौड़ है। यहाँ बताते चलें कि २०११ की फिल्म के सलेंडर के किरदार के लिए स्कारलेट जोहांसन प्रयास कर रही थी। बाद में रूनी मारा को सलेंडर के किरदार के लिए ऑस्कर नॉमिनेशन भी मिला। जॉर्नलिस्ट ब्लोम्क्विस्ट को स्कूप की तलाश है। वह सलेंडर की मदद ले रहा है। सलेंडर का अपना अलग एजेंडा है। लेकिन, दोनों ही नहीं जानते कि दोनों जिस सीक्रेट की तलाश में हैं, उसके कारण वह जासूसों, सायबर क्रिमिनल्स और दुनियां की सरकारों के मकड़जाल में फंसने जा रहे हैं। द गर्ल इन द स्पाइडर्स वेब की पटकथा स्टीवन नाइट और जे बासु लिख रहे हैं। यह फिल्म ५ अक्टूबर २०१८ को वार्नर ब्रदर्स की फिल्म एक्वामैन के साथ रिलीज़ होगी।
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क्या फुसफुसा रही है नीतू सिंह के कान में दीपिका पादुकोण !
एचटी मोस्ट स्टाइलिश अवार्ड्स २०१७ में दीपिका पादुकोण को मोस्ट स्टाइलिश ग्लोबल आइकॉन अवार्ड से नवाज़ा गया। लेकिन, तमाम मीडिया- चैनलों में दीपिका को लेकर इस अवार्ड को ख़ास तवज्जो नहीं मिली। मीडिया ने तरजीह दी इस फंक्शन में हिस्सा लेने पहुंची पूर्व फिल्म अभिनेत्री नीतू सिंह कपूर से दीपिका पादुकोण की सरगोशियों के फोटो को। लगभग हर न्यूज़ पोर्टल और वेब साइट ने इस फोटो को अपने पेज पर दिखाया । इस फोटो में दीपिका पादुकोण नीतू सिंह कपूर के कान में कुछ फुसफुसाती नज़र आ रही थी। नीतू कपूर के चेहरे और हाव भाव से उत्सुकता झलक रही थी। ख़ास बात यह रही कि इस फोटो को इस प्रकार से नहीं पेश किया गया कि स्टाइलिश दीपिका पादुकोण पूर्व स्टाइलिश एक्ट्रेस नीतू सिंह से कुछ टिप्स लेना चाह रही है। लगभग सभी रिपोर्टरों ने अपनी रिपोर्ट में नीतू सिंह का रणबीर कपूर की माँ के बतौर परिचय कराते हुए उत्सुकता व्यक्त की थी कि दीपिका पादुकोण अपने पूर्व प्रेमी की माँ से क्या बात कर रही है ! यह भी बताया गया कि रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण के सम्बन्ध अब ख़त्म हो गए हैं। यह बताने में भी हिचक नहीं दिखाई गई कि नीतू कपूर कभी भी दीपिका को पसंद नहीं करती थी। दीपिका पादुकोण ने इन रिपोर्ट्स पर क्या प्रतिक्रिया दिखाई होगी नहीं मालूम। लेकिन, जब एक वेब साइट ने ट्विटर पर यह फोटो लगाते हुए लिखा कि क्या दीपिका अपने पूर्व प्रेमी की माँ नीतू सिंह से रणबीर के बारे में गॉसिप कर रही है तो दीपिका ने नाराज़गी जताते हुए 'येलो पत्रकारिता' के टैग के साथ इसे रिट्वीट कर दिया।
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Friday 24 March 2017
सिया के राम की सीता जाट की जुगनी
दक्षिण में फ्लॉप तेलुगु फिल्म से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री मदिराक्षी मुंडले ने स्टार प्लस के धार्मिक टीवी सीरियल सिया के राम में सीता का धार्मिक चरित्र निभा कर हिंदी दर्शको का ध्यान अपनी और खींच था। लेकिन, २०१६ में सिया के राम के ख़त्म होने के बाद मदिराक्षी को किसी फिल्म का ऑफर नहीं मिला। ऐसे में जबकि दर्शक मदिराक्षी को भूल चले थे, मदिराक्षी की दुरुस्त आयद होती नज़र आ रही है। वह सोनी एंटरटेनमेंट के सीरियल जाट की जुगनी में एक हरियाणवी लड़की मुन्नी का किरदार कर रही हैं। उससे एक जाट युवा बिट्टू प्रेम करने लगता है। सीरियल की ख़ास बात यह होगी कि मुन्नी और बिट्टू की प्रेम कहानी किस राह पर ख़त्म होती है। माइथोलॉजिकल करैक्टर सीता करने के बाद मुन्नी का किरदार करना मदिराक्षी के लिए अपना जीवन जीना जैसा है। वह अपने रोल के बारे में कहती हैं, "मुन्नी का करैक्टर करना अपनी वास्तविक ज़िन्दगी में रहने जैसा है। फर्क सिर्फ इतना है कि मैं हरियाणवी लड़की नहीं हूँ। " सीता के किरदार में शुद्ध हिंदी बोलने वाली मदिराक्षी को जाट की जुगनी में हरियाणवी शैली में संवाद बोलने हैं। मदिराक्षी को जहाँ सीता का किरदार करने के लिए शुद्ध हिन्दी की प्रैक्टिस करनी पड़ी थी, वहीँ अब हिंदी बोलने के लिए हरियाणवी उच्चारण के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है। मदिराक्षी कहती हैं, "यह मेरे लिए चुनौतीपूर्ण भी था और उत्साहजनक भी। अपने रोल में घुसने के लिए मैंने अपना ज़्यादा से ज़्यादा समय हरियाणा के स्थानीय लोगों के बीच गुजारा। अब मैं अपने प्रशंसकों के रिस्पांस को देखना चाहती हूँ।"
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अ रिंकल इन टाइम
८७ वे अकैडमी अवार्ड्स (ऑस्कर अवार्ड्स) में श्रेष्ठ फिल्म की केटेगरी में नामित बायोग्राफिकल फिल्म सेल्मा की डायरेक्टर अवा डुवरने अब एक एडवेंचर फंतासी फिल्म अ रिंकल इन टाइम ले कर आ रही है।
मूरी परिवार के बच्चे अपने अंतरिक्ष वैज्ञानिक पिता डॉक्टर जैक मूरी के यकायक गायब हो जाने के बाद मेग और उसका भाई चार्ल्स, दोस्त कैल्विन के साथ उनका पता लगाने के लिए अंतरिक्ष यात्रा पर निकलते है। पिता की खोज में उनकी मदद मिसेज व्हाटसिट, मिसेज हु और मिसेज व्हिच करते हैं। अंतरिक्ष में उनका सामना ईविल फाॅर्स से होता है। इस फिल्म में ओप्रा विन्फ्रे ने मिसेज व्हिच और मिंडी कालिंग ने मिसेज हु का किरदार किया है। व्हाटसिट आकाश गंगा की एक सितारा है, जिसने बुराई से लड़ने के लिए अपने सितारा अस्तित्व का त्याग कर दिया है। इस भूमिका को रीस विदरस्पून कर रही हैं। रीस फिल्म वाक द लाइन के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का ऑस्कर जीत चुकी हैं। उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में लीगली ब्लोंड, हॉट परसूट और सिंग के नाम उल्लेखनीय हैं। फिल्म अ रिंकल इन टाइम ६ अप्रैल २०१८ को रिलीज़ होगी। लेकिन, इससे पहले कॉमेडी ड्रामा फिल्म होम अगेन में दिखाई देंगी।
मूरी परिवार के बच्चे अपने अंतरिक्ष वैज्ञानिक पिता डॉक्टर जैक मूरी के यकायक गायब हो जाने के बाद मेग और उसका भाई चार्ल्स, दोस्त कैल्विन के साथ उनका पता लगाने के लिए अंतरिक्ष यात्रा पर निकलते है। पिता की खोज में उनकी मदद मिसेज व्हाटसिट, मिसेज हु और मिसेज व्हिच करते हैं। अंतरिक्ष में उनका सामना ईविल फाॅर्स से होता है। इस फिल्म में ओप्रा विन्फ्रे ने मिसेज व्हिच और मिंडी कालिंग ने मिसेज हु का किरदार किया है। व्हाटसिट आकाश गंगा की एक सितारा है, जिसने बुराई से लड़ने के लिए अपने सितारा अस्तित्व का त्याग कर दिया है। इस भूमिका को रीस विदरस्पून कर रही हैं। रीस फिल्म वाक द लाइन के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का ऑस्कर जीत चुकी हैं। उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में लीगली ब्लोंड, हॉट परसूट और सिंग के नाम उल्लेखनीय हैं। फिल्म अ रिंकल इन टाइम ६ अप्रैल २०१८ को रिलीज़ होगी। लेकिन, इससे पहले कॉमेडी ड्रामा फिल्म होम अगेन में दिखाई देंगी।
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