बॉलीवुड का सुपरस्टार अभिनेता अपने आप में एक सशक्त स्क्रिप्ट होता है।
उन्हें किसी फिल्म में लेना, फिल्म के
निर्माता को घाटे के खिलाफ सुरक्षा बीमा जैसा होता है। उनकी फिल्मों को किसी बढ़िया
रिव्यु की ज़रुरत नहीं। उन्होंने जो कर दिया,सो कर दिया।
दर्शक देखेगा ही, समीक्षक चाहे कितना ही बैड रिव्यु क्यों दे
! इसे इस प्रकार से समझा जा सकता है। यहाँ, बॉलीवुड के
आज के पांच सुपर सितारों की उन फिल्मों के बॉक्स ऑफिस नेट को लेते है,
जिन्हें फिल्म समीक्षकों ने बुरी तरह से लताड़ा था। अक्षय कुमार की पिछले
साल रिलीज़ फिल्म हाउसफुल ४ को समीक्षकों ने बेसिर पैर की फिल्म बताया था। लेकिन,
इस फिल्म का लाइफटाइम नेट २०६ करोड़ का हुआ। समीक्षकों द्वारा लताड़ी गई एक
ऐसी ही फिल्म सलमान खान की रेस ३ भी है। यह फिल्म ईद २०१८ में रिलीज़ हुई थी। रेमो
डिसूज़ा की इस फिल्म की भी कटु आलोचना हुई थी। लेकिन, यह फिल्म भी
बॉक्स ऑफिस पर १६५ करोड़ का नेट कर पाने में सफल हुई। २०१८ में ही रिलीज़ सलमान खान
की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान को भी खराब रिव्यु मिले थे। इस फिल्म के ज़बरदस्त मेमे
भी बनाए गए थे। इस खराब फिल्म के लिए आमिर खान ने अपने प्रशंसकों से माफ़ी भी मागी
थी। लेकिन, इसके बावजूद, ठग्स ऑफ़
हिंदुस्तान ने बॉक्स ऑफिस पर १३५ करोड़ का नेट किया। एक दूसरे सुपर स्टार अजय देवगन
की फिल्म एक्शन जैक्सन की भी समीक्षकों द्वारा ज़बरदस्त धुलाई की गई थी। लेकिन,
इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर ५० करोड़ से ऊपर का नेट कर डाला था। जहाँ
एक्शन जैक्सन ने ५७ करोड़ का नेट किया, वहीँ हृथिक
रोशन की बुरी तरह से आलोचना का शिकार हुई फिल्म मोहनजोदड़ो ने भी बॉक्स ऑफिस पर ५०
करोड़ से ज्यादा यानि ५३ करोड़ का नेट कर डाला था। इससे दो बातें साफ़ होती है। पहली
यह कि सुपरस्टार की कूड़ा फिल्म भी ५० करोड़ से ज्यादा का नेट कर सकती है। दूसरा यह
कि सुपरस्टार में सुपरस्टार और कोई नहीं अक्षय कुमार है। क्योंकि,
उनकी सबसे ज्यादा आलोचना का शिकार हुई फिल्म हाउसफुल ४ ने भी बॉक्स ऑफिस
पर दोहरा शतक जमा दिया था।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 16 February 2020
निगेटिव रिव्यु के बावजूद
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कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या सचमुच हिट हो जाती हैं दूसरे शुक्रवार रिलीज़ फ़िल्में
बॉलीवुड फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर कमाई के लिहाज़ से जनवरी का दूसरा
शुक्रवार फायदेमंद नज़र आने लगा है। पिछले साल, ११ जनवरी
२०१९ को प्रदर्शित विक्की कौशल की युद्ध फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक बड़ी हिट साबित
हुई थी। इस साल भी, १३ जनवरी को प्रदर्शित अजय देवगन की
ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म तानाजी द अनसंग वारियर २५० करोड़ से ज़्यादा कारोबार कर पाने
में सफल हुई। अगले साल, यानि ८ जनवरी २०२१ को एसएस राजामौली की
पीरियड ड्रामा फिल्म आरआरआर प्रदर्शित होने जा रही है। इस फिल्म की दक्षिण के सुपर
स्टार रामचरण और जूनियर एनटीआर तथा बॉलीवुड के सुपरस्टार अजय देवगन और आलिया भट्ट
के कारण तमिल, तेलुगु और हिंदी में बन रही फिल्म के
सुपरहिट होने की उम्मीद की जा रही है। हालाँकि, पिछले दो
सालों में जनवरी के दूसरे शुक्रवार को रिलीज़ फ़िल्में लगातार सफल होती गई है। लेकिन,
हमेशा से ऐसा नहीं होता था। दूसरे शुक्रवार प्रदर्शित होने वाली फिल्मों
में २०१० में सुष्मिता सेन की दूल्हा मिल गया और प्रियंका चोपड़ा की प्यार
इम्पॉसिबल, २०११ में धर्मेंद्र और सनी देओल की फिल्म
यमला पगला दीवाना फिर से के अलावा मुंबई मस्त कलंदर और टर्निंग ३०,
२०१२ में, घोस्ट, चालीस
चौरासी और साड्डा हक, २०१३ में इमरान खान और अनुष्का शर्मा की
फिल्म मटरू की बिजली का मंडोला, प्यार में
ऐसा होता है और गंगुबाई, २०१५ में
अर्जुन कपूर और सोनाक्षी सिन्हा की तेवर, २०१६ में
अमिताभ बच्चन और जॉन अब्राहम की वजीर और २०१७ में आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर
की ओके जानू और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की हरामखोर असफल हुई थी। इस दौरान,
२०१४ में रिलीज़ माधुरी दीक्षित, नसीरुद्दीन
शाह और अरशद वारसी की डेढ़ इश्किया असफल हुई तो नए चेहरों के साथ दिव्या खोसला
कुमार निर्देशित फिल्म यारियां हिट हो गई । इसी प्रकार से,
२०१८ में सैफ अली खान की कालकांडी और अनुराग कश्यप की मुक्काबाज़ फ्लॉप हुई
तो विक्रम भट्ट की हॉरर फिल्म १९२१ को ठीकठाक दर्शक मिल गए थे । २०१९ में,
जब उरी द सर्जिकल स्ट्राइक सफल हुई थी, तब भी इसके
साथ प्रदर्शित तीन फ़िल्में द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर,
इवनिंग शैडोज और बटालियन ६०९ फ्लॉप हो गई थी । इस साल भी,
तानाजी द अनसंग वारियर हिट हुई तो दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक फ्लॉप हो
गई थी ।
Labels:
बॉक्स ऑफिस पर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कुछ बॉलीवुड की १६ फरवरी २०२०
बॉलीवुड फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर कमाई के लिहाज़ से जनवरी का दूसरा
शुक्रवार फायदेमंद नज़र आने लगा है। पिछले साल, ११ जनवरी
२०१९ को प्रदर्शित विक्की कौशल की युद्ध फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक बड़ी हिट
साबित हुई थी। इस साल भी, १३ जनवरी को प्रदर्शित अजय देवगन की ऐतिहासिक
ड्रामा फिल्म तानाजी द अनसंग वारियर २५० करोड़ से ज़्यादा कारोबार कर पाने में सफल
हुई। अगले साल, यानि ८ जनवरी २०२१ को एसएस राजामौली की
पीरियड ड्रामा फिल्म आरआरआर प्रदर्शित होने जा रही है। इस फिल्म की दक्षिण के सुपर
स्टार रामचरण और जूनियर एनटीआर तथा बॉलीवुड के सुपरस्टार अजय देवगन और आलिया भट्ट
के कारण तमिल, तेलुगु और हिंदी में बन रही फिल्म के
सुपरहिट होने की उम्मीद की जा रही है। हालाँकि, पिछले दो
सालों में जनवरी के दूसरे शुक्रवार को रिलीज़ फ़िल्में लगातार सफल होती गई है। लेकिन,
हमेशा से ऐसा नहीं होता था। दूसरे शुक्रवार प्रदर्शित होने वाली फिल्मों
में २०१० में सुष्मिता सेन की दूल्हा मिल गया और प्रियंका चोपड़ा की प्यार
इम्पॉसिबल, २०११ में धर्मेंद्र और सनी देओल की फिल्म
यमला पगला दीवाना फिर से के अलावा मुंबई मस्त कलंदर और टर्निंग ३०, २०१२ में,
घोस्ट, चालीस चौरासी और साड्डा हक,
२०१३ में इमरान खान और अनुष्का शर्मा की फिल्म मटरू की बिजली का मंडोला,
प्यार में ऐसा होता है और गंगुबाई, २०१५
में अर्जुन कपूर और सोनाक्षी सिन्हा की
तेवर, २०१६ में अमिताभ बच्चन और जॉन अब्राहम की
वजीर और २०१७ में आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर की ओके जानू और नवाज़ुद्दीन
सिद्दीकी की हरामखोर असफल हुई थी। इस दौरान, २०१४ में रिलीज़ माधुरी दीक्षित, नसीरुद्दीन
शाह और अरशद वारसी की डेढ़ इश्किया असफल हुई तो नए चेहरों के साथ दिव्या खोसला
कुमार निर्देशित फिल्म यारियां हिट हो गई । इसी प्रकार से, २०१८ में सैफ अली खान
की कालकांडी और अनुराग कश्यप की मुक्काबाज़ फ्लॉप हुई तो विक्रम भट्ट की हॉरर फिल्म
१९२१ को ठीकठाक दर्शक मिल गए थे । २०१९ में, जब उरी द सर्जिकल स्ट्राइक सफल हुई
थी, तब भी इसके साथ प्रदर्शित तीन फ़िल्में द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर,
इवनिंग शैडोज और बटालियन ६०९ फ्लॉप हो गई थी । इस साल भी, तानाजी द अनसंग
वारियर हिट हुई तो दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक फ्लॉप हो गई थी ।
बॉलीवुड का सुपरस्टार अभिनेता अपने आप में एक सशक्त स्क्रिप्ट होता है। उन्हें
किसी फिल्म में लेना, फिल्म के निर्माता को घाटे के खिलाफ सुरक्षा बीमा जैसा होता है। उनकी फिल्मों को किसी बढ़िया रिव्यु की ज़रुरत नहीं। उन्होंने जो कर दिया,सो कर
दिया। दर्शक देखेगा ही, समीक्षक चाहे कितना ही बैड रिव्यु क्यों दे ! इसे इस प्रकार से समझा जा
सकता है। यहाँ, बॉलीवुड के आज के पांच सुपर सितारों की उन फिल्मों के बॉक्स ऑफिस
नेट को लेते है, जिन्हें फिल्म समीक्षकों ने बुरी तरह से लताड़ा था। अक्षय कुमार की
पिछले साल रिलीज़ फिल्म हाउसफुल ४ को समीक्षकों ने बेसिर पैर की फिल्म बताया था। लेकिन, इस फिल्म का लाइफटाइम नेट २०६ करोड़ का हुआ। समीक्षकों द्वारा लताड़ी गई एक
ऐसी ही फिल्म सलमान खान की रेस ३ भी है। यह फिल्म ईद २०१८ में रिलीज़ हुई थी। रेमो डिसूज़ा की इस फिल्म की भी कटु आलोचना हुई थी। लेकिन, यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर
१६५ करोड़ का नेट कर पाने में सफल हुई। २०१८ में ही रिलीज़ सलमान खान की फिल्म ठग्स
ऑफ़ हिंदुस्तान को भी खराब रिव्यु मिले थे। इस फिल्म के ज़बरदस्त मेमे भी बनाए गए
थे। इस खराब फिल्म के लिए आमिर खान ने अपने प्रशंसकों से माफ़ी भी मागी थी। लेकिन,
इसके बावजूद, ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान ने बॉक्स ऑफिस पर १३५ करोड़ का नेट किया। एक दूसरे
सुपर स्टार अजय देवगन की फिल्म एक्शन जैक्सन की भी समीक्षकों द्वारा ज़बरदस्त धुलाई
की गई थी। लेकिन, इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर ५० करोड़ से ऊपर का नेट कर डाला था। जहाँ एक्शन जैक्सन ने ५७ करोड़ का नेट किया, वहीँ हृथिक रोशन की बुरी तरह से आलोचना
का शिकार हुई फिल्म मोहनजोदड़ो ने भी बॉक्स ऑफिस पर ५० करोड़ से ज्यादा यानि ५३ करोड़
का नेट कर डाला था। इससे दो बातें साफ़ होती है। पहली यह कि सुपरस्टार की कूड़ा
फिल्म भी ५० करोड़ से ज्यादा का नेट कर सकती है। दूसरा यह कि सुपरस्टार में
सुपरस्टार और कोई नहीं अक्षय कुमार है। क्योंकि, उनकी सबसे ज्यादा आलोचना का शिकार
हुई फिल्म हाउसफुल ४ ने भी बॉक्स ऑफिस पर दोहरा शतक जमा दिया था।
एके वर्सेज
एके में एके परिवार !
जनवरी में, नेटफ्लिक्स ने चार ओरिजिनल फिल्मों फ्रीडम, चोक्ड, एके वर्सेज एके और द अदर का ऐलान किया था। इस फिल्म का निर्देशन
विक्रमदित्य मोटवाने कर रहे हैं। इस फिल्म का टाइटल एके वर्सेज एके, फिल्म की स्टारकास्ट के कारण थोड़ा दिलचस्प
बन गया था। अपनी फिल्मों की असफलता से आहत
एक फिल्म निर्देशक को हिट फिल्म की तलाश है। वह के सफल स्टार की बेटी का अपहरण कर
लेता है। इधर फिल्म स्टार अपनी बेटी की तलाश में भटक रहा है, वही दूसरी ओर वह निर्देशक इसकी साथ साथ
शूटिंग भी करता जाता है। फिल्म में प्रमुख भूमिकाये अनिल कपूर और अनुराग कश्यप कर
रहे हैं। इन दोनों एक्टरों के शॉर्ट नाम एके ही हैं। इससे दर्शकों में फिल्म के प्रति उत्सुकता पैदा होना
स्वाभाविक है। अब इस फिल्म में उत्सुकता का थोड़ा ज़्यादा मसाला घोल दिया गया है।
इसके फलस्वरूप फिल्म एके वर्सेज एके पारिवारिक फिल्म भी बन जाती है। हाल ही में इस
फिल्म से सोनम कपूर और हर्षवर्द्धन कपुर को भी जोड़ा गया है। सोनम कपूर फिल्म
अभिनेत्री होने के अलावा अनिल कपूर की बड़ी बेटी भी हैं। उनकी छोटी बेटी रिया कपूर
और सबसे छोटे हर्षवर्द्धन कपूर, उनके के बेटे हैं। ख़ास बात यह है कि अनिल कपूर की रियल लाइफ दो
बेटियां और बेटा फिल्म में भी पिता, बेटी और बेटा बने हैं। हुआ न यह घरेलू कारोबार !
अजित कुमार की फिल्मों के रीमेक में जॉन अब्राहम और अक्षय कुमार
तमिल फिल्मों के सुपरस्टार अजित कुमार की तीन फ़िल्में, पिछले कुछ समय से चर्चा में हैं। अजित कुमार के साथ निर्देशक शिवा की इन फिल्मों वीरम, वेदलम और विश्वासम को बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त सफलता मिली थी। विश्वासम, १० जनवरी २०१९ को प्रदर्शित हुई थी। उस समय यह खबर सुर्ख़ियों में थी कि जीरो के हीरो शाहरुख़ खान, विश्वासम के हिंदी रीमेक में काम कर सकते हैं। निर्देशक शिवा ने उनसे संपर्क किया था। बाद में यह खबर ठन्डे बस्ते में चली गई। आजकल, इसके कन्नड़ रीमेक की खबरें हवा मे हैं। पिछले साल, निर्माता साजिद नाडियाडवाला ने अक्षय कुमार के साथ एक फिल्म बच्चन पांडेय बनाये जाने का ऐलान किया था। इस फिल्म का निर्देशन हाउसफुल ४ के फरहाद सामजी कर रहे हैं। उस समय इस फिल्म के अजित कुमार की २०१४ में रिलीज़ तमिल फिल्म वीरम का ऑफिसियल हिंदी रीमेक बताया गया था। अब यह दीगर है कि अक्षय कुमार ने इसे मौलिक कथानक पर फिल्म बताया। लेकिन, खबरें अभी भी वही है। जॉन अब्राहम को भी अजित की हिट फिल्मों की ज़रुरत है । वह अजित कुमार की २०१५ की हिट फिल्म वेदलम के हिंदी रीमेक में अभिनय कर रहे हैं । इस एक्शन फिल्म का निर्देशन रोहित धवन करेंगे । डेविड धवन के बेटे और वरुण धवन के भाई रोहित ने जॉन अब्राहम के साथ फिल्म ढिशूम का निर्देशन किया था । इस फिल्म में जॉन अब्राहम एक टैक्सी ड्राईवर की भूमिका करेंगे । इस फिल्म के निर्माता भूषण कुमार होंगे । जॉन अब्राहम के साथ भूषण कुमार की यह पांचवी फिल्म है । जॉन अब्राहम ने, निर्माता भूषण कुमार की फिल्म सत्यमेव जयते और बाटला हाउस में अभिनय किया था । वह भूषण कुमार की दो अन्य फिल्मों सत्यमेव जयते २ और एक विलेन २ में भी काम कर रहे हैं। सत्यमेव जयते २ और आशिकी २ भी कर रहे हैं।
लूडो के बाद कुली से पहले ब्लैक विडो !
हॉलीवुड की फ़िल्में, अब भारतीय
बॉक्स ऑफिस पर बड़े पैमाने पर और बेधड़क बड़ी फिल्मों के सामने रिलीज़ हो रही हैं। २२
मई को, भारतीय बॉक्स ऑफिस पर,
जब बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्मों सलमान खान की राधे और अक्षय कुमार की
लक्ष्मी बॉम्ब टकरा रही है । इसे त्रिकोणीय बना देगी विन डीजल की फिल्म फ़ास्ट एंड
फ्यूरियस ९ । मगर, इस टकराव से तीन हफ्ता पहले भारत के बॉक्स
ऑफिस पर धूम मचाना शुरू कर देगी हॉलीवुड की फिल्म ब्लैक विडो । सोलो लेडी सुपर
हीरो फिल्म ब्लैक विडो, अमेरिका में रिलीज़ से एक दिन पहले ३० अप्रैल
को भारत में रिलीज़ होगी । यूएसएसआर की जासूसी संस्था केजीबी को पैदा होते ही सौंप
दी गई नताशा रोमानोवा उर्फ़ ब्लैक विडो को सोवियत रूस के विघटन के बाद,
सरकारी खतरे का सामना करना पड़ रहा है । सरकार उसे मार देना चाहती है ।
अपने अतीत से भागते हुए ब्लैक विडो आज के
न्यू यॉर्क में शील्ड के एजेंट के तौर पर काम कर रही है । इस में नताशा
रोमानोवा से ब्लैक विडो के जन्म का कथानक भी देखने को मिलेगा । फिल्म की शुरुआत
कैप्टेन अमेरिका सिविल वॉर के बाद के समय से होगी । फिल्म दर्शकों ने,
अभी तक ब्लैक विडो को कभी आयरन मैन तो कभी कैप्टेन अमेरिका या कभी मार्वेल
सिनेमेटिक यूनिवर्स के दूसरे सुपर हीरो के साथ देखा है । ब्लैक विडो में नताशा
अपनी शक्तियों का अकेले भी प्रदर्शन करेगी । इस फिल्म में भी अभिनेत्री स्कारलेट
जोहानसन ब्लैक विडो की भूमिका करेंगी । यह उनकी ब्लैक विडो के तौर पर पहली सुपर
हीरो होगी । भारतीय दर्शकों के बीच ब्लैक विडो का क्रेज है । यह फिल्म के वितरक
वाल्ट डिज्नी स्टूडियोज अच्छी तरह से जानते हैं । इसीलिए फिल्म को एक दिन पहले
हिंदी और अंग्रेजी के अलावा भारत की चार दूसरी भाषाओँ तमिल,
तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज़ किया जाएगा ।
हालाँकि, इस ब्लैक विडो के लिए ख़ास मुकाबला नहीं । क्योंकि ब्लैक विडो, २४ अप्रैल
को निर्देशक अनुराग बासु की फिल्म लूडो की रिलीज़ के बाद तथा १ मई को डेविड धवन की
फिल्म कुली नंबर १ रिलीज़ से एक दिन पहले रिलीज़ हो रही है ।
पैरासाइट नहीं है भारत में
रिलीज़ होने वाली पहली कोरियाई फिल्म ?
भारतीय बॉक्स ऑफिस पर, ३१ जनवरी
२०२० को, एक कोरियाई फिल्म पैरासाइट रिलीज़ हुई थी ।
मशहूर कोरियाई फिल्म निर्देशक बोंग जून-हो निर्देशित ब्लैक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म
पैरासाइट की कहानी बेकारी से जूझ रहे किम परिवार - की-टेक,
माँ चुंग-सुक, बेटा की-वू और बेटी की-जेओंग की है,
जो पार्क परिवार की धनी और खूबसूरत बेटी डा-ह्ये को,
अपनी बेकारी मिटाने के लिए अपने परिवार में शामिल करते हैं। लेकिन अजीब
घटना में फसते चले जाते हैं। यह फिल्म ८ नवम्बर २९१९ को अमेरिका में अंग्रेजी सब-टाइटल के साथ रिलीज़ की गई थी। इस फिल्म को भारत में रिलीज़ करते हुए कहा गया कि यह फिल्म
भारत में रिलीज़ होने वाली पहली कोरियाई फिल्म है। हालाँकि,
वास्तविकता यह नहीं थी। पैरासाइट भारत में रिलीज़ होने वाली कोरियाई फिल्म
ज़रूर है, लेकिन पहली कोरियाई फिल्म नहीं। इससे पहले,
२०१६ में एक कोरियाई ज़ोंबी फिल्म ट्रेन टू बुसान रिलीज़ हुई थी। येंग
संग-हो निर्देशित ट्रेन टू बुसान, इंग्लिश में
डब कर, २१ अक्टूबर २०१६ को रिलीज़ की गई थी। इसके बावजूद पैरासाइट पहली कोरियाई फिल्म नहीं है। क्योंकि पैरासाइट, ओरिजिनल कोरियाई साउंड ट्रैक के बावजूद कोरियाई फिल्म ही है, पहली कोरियाई फिल्म नहीं । अलबत्ता,
पैरासाइट को इस लिहाज़ से पहली कोरियाई फिल्म कहा जा सकता है कि इसे भारत
के १५ शहरों में प्रमुखता के साथ मुख्य शो
देते हुए रिलीज़ किया गया। पैरासाइट के बारे में ख़ास बात यह है कि इस फिल्म को
गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स में श्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी का पुरस्कार मिल चुका
है। ऑस्कर पुरस्कारों में भी यह फिल्म, बेस्ट
पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर,
बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म सहित ६ श्रेणियों में नामित किया गया है। इसे
ऑस्कर द्वारा, कोरियाई फिल्मों को मान्यता के तौर पर देखा
जा रहा है।
शुरू हो गई बॉलीवुड में २०२१ की बुकिंग
अभी २०२० अपने दूसरे महीने में है। लेकिन, बॉलीवुड ने अपनी फिल्मों की तारीखों के हेरफेर और नई तारीखों के ऐलान के ज़रिये २०२१ की महत्वपूर्ण तीखों पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया है। आमिर खान ने, अक्षय कुमार से अनुरोध किया और अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म बच्चन पाण्डेय, आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा के मुकाबले से हटा कर, २०२१ के गणतंत्र दिवस वीकेंड यानि २२ जनवरी २०२१ तय कर दी। अब उनकी पीरियड फिल्म बेल बॉटम २ अप्रैल २०२१ को प्रदर्शित की जायेगी। लेकिन, इससे पहले, १२ फरवरी को अक्षय कुमार, निर्देशक आनंद एल राज की फिल्म अतरंगी रे में सारा अली खान और धनुषराजा के साथ दिखाई दे चुके होंगे। जॉन अब्राहम, अक्षय कुमार के साथ अपने चिरपरिचित टकराव को टालने के ख्याल से पहले ही फिल्म एक विलेन २ को ८ जनवरी २०२१ को रिलीज़ करने का ऐलान कर चुके थे। इस फिल्म में आदित्य रॉय कपूर और किअरा अडवाणी भी हैं। मगर, दर्शकों के लिए २०२१ में सबसे ज्यादा दिलचस्प होगा एक विलेन २ और आरआरआर का मुकाबला। एसएस राजामौली निर्देशित पीरियड फिल्म आरआरआर भी ८ जनवरी को ही रिलीज़ होगी। यह फिल्म हिंदी,तमिल और तेलुगु में बनाई जा रही। इस फिल्म में तेलुगु सुपरस्टार जोड़ी रामचरण और जूनियर एनटीआर के साथ बॉलीवुड से अजय देवगन और अलिया भट्ट भी है। सलमान खान ने १३ मई को अपनी फिल्म कभी ईद कभी दिवाली के ईद वीकेंड पर रिलीज़ किये जाने की घोषणा कर रखी है। अजय देवगन की एक्शन कॉमेडी फिल्म गोलमाल ५ के शुरू होने का कोई अधिकृत ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन, दिवाली वीकेंड ४ नवम्बर २०२१ को गोलमाल ५ के लिए सुरक्षित माना जा रहा है। यहाँ दो तारीखों का जिक्र करना महत्वपूर्ण होगा। करण जौहर ने दिल्ली के तख़्त के लिए दो भाइयों के बीच जंग की कहानी पर फिल्म तख़्त की शूटिंग की तैयारी करते हुए फिल्म के २४ दिसम्बर २०२१ यानि क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ करने की घोषणा की है। इस लिहाज से, फिलहाल, करण जौहर ऐसे फिल्मकार बन रहे है, जिनकी दो फ़िल्में साल का अंत और शुरुआत करेंगी। करण जौहर की शशांक खेतान और वरुण धवन और जाह्नवी कपूर अभिनीत कॉमेडी ड्रामा फिल्म मिस्टर लेले ०१ जनवरी २०२१ को रिलीज़ हो रही है।
अभी २०२० अपने दूसरे महीने में है। लेकिन, बॉलीवुड ने अपनी फिल्मों की तारीखों के हेरफेर और नई तारीखों के ऐलान के ज़रिये २०२१ की महत्वपूर्ण तीखों पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया है। आमिर खान ने, अक्षय कुमार से अनुरोध किया और अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म बच्चन पाण्डेय, आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा के मुकाबले से हटा कर, २०२१ के गणतंत्र दिवस वीकेंड यानि २२ जनवरी २०२१ तय कर दी। अब उनकी पीरियड फिल्म बेल बॉटम २ अप्रैल २०२१ को प्रदर्शित की जायेगी। लेकिन, इससे पहले, १२ फरवरी को अक्षय कुमार, निर्देशक आनंद एल राज की फिल्म अतरंगी रे में सारा अली खान और धनुषराजा के साथ दिखाई दे चुके होंगे। जॉन अब्राहम, अक्षय कुमार के साथ अपने चिरपरिचित टकराव को टालने के ख्याल से पहले ही फिल्म एक विलेन २ को ८ जनवरी २०२१ को रिलीज़ करने का ऐलान कर चुके थे। इस फिल्म में आदित्य रॉय कपूर और किअरा अडवाणी भी हैं। मगर, दर्शकों के लिए २०२१ में सबसे ज्यादा दिलचस्प होगा एक विलेन २ और आरआरआर का मुकाबला। एसएस राजामौली निर्देशित पीरियड फिल्म आरआरआर भी ८ जनवरी को ही रिलीज़ होगी। यह फिल्म हिंदी,तमिल और तेलुगु में बनाई जा रही। इस फिल्म में तेलुगु सुपरस्टार जोड़ी रामचरण और जूनियर एनटीआर के साथ बॉलीवुड से अजय देवगन और अलिया भट्ट भी है। सलमान खान ने १३ मई को अपनी फिल्म कभी ईद कभी दिवाली के ईद वीकेंड पर रिलीज़ किये जाने की घोषणा कर रखी है। अजय देवगन की एक्शन कॉमेडी फिल्म गोलमाल ५ के शुरू होने का कोई अधिकृत ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन, दिवाली वीकेंड ४ नवम्बर २०२१ को गोलमाल ५ के लिए सुरक्षित माना जा रहा है। यहाँ दो तारीखों का जिक्र करना महत्वपूर्ण होगा। करण जौहर ने दिल्ली के तख़्त के लिए दो भाइयों के बीच जंग की कहानी पर फिल्म तख़्त की शूटिंग की तैयारी करते हुए फिल्म के २४ दिसम्बर २०२१ यानि क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ करने की घोषणा की है। इस लिहाज से, फिलहाल, करण जौहर ऐसे फिल्मकार बन रहे है, जिनकी दो फ़िल्में साल का अंत और शुरुआत करेंगी। करण जौहर की शशांक खेतान और वरुण धवन और जाह्नवी कपूर अभिनीत कॉमेडी ड्रामा फिल्म मिस्टर लेले ०१ जनवरी २०२१ को रिलीज़ हो रही है।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
पहली ट्राइलॉजी फिल्म नहीं है Brahmastra
निर्माता करण जौहर और धर्मा प्रोडक्शंस, फिल्म ब्रह्मास्त्र को पहली इरादतन
ट्राइलॉजी यानि त्रयी फिल्म कहता है। इस फिल्म में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की
भूमिकाये शिव और शक्ति से प्रेरित होंगी। फिल्म में अमिताभ बच्चन, मौनी रॉय, नागार्जुन
और डिम्पल कपाडिया की पौराणिक चरित्रों से प्रेरित भूमिकाये हैं। फिल्म ब्रह्मास्त्र
को तीन हिस्सों में बनाया और रिलीज़ किया जाएगा। इस ट्राइलॉजी की पहली फिल्म
ब्रह्मास्त्र पार्ट १,
इस साल ४ दिसंबर को प्रदर्शित होने जा रही है। इसके बावजूद कि
ब्रह्मास्त्र को इरादतन त्रयी फिल्म कहा जा रहा है, यह सही मायनों में पहले इरादतन त्रयी फिल्म नहीं
है। क्योंकि इस फिल्म से काफी पहले बासु भट्टाचार्य सत्तर के दशक में हिंदी में त्रयी फिल्म बना चुके हैं। सत्यजीत
रे की अप्पू ट्राइलॉजी भारत की पहली त्रयी फिल्म है।
भारत की ट्राइलॉजी फ़िल्में
भारत की पहली ट्राइलॉजी फिल्मों के लिहाज़ से सत्यजीत रे की द अप्पू
ट्राइलॉजी उल्लेखनीय है। यह बांगला भाषा में ट्राइलॉजी फिल्म थी। इस ट्राइलॉजी के
तहत सत्यजीत रे ने १९५५ में पाथेर पांचाली, १९५६ में अपराजितो और १९५९ में अपुर संसार
यानि द वर्ल्ड ऑफ़ अपु बनाई। यह तीनों फ़िल्में विश्व की श्रेष्ठ फिल्मों में शुमार
की जाती है। इन तीनों फिल्मों का संगीत रवि शंकर ने दिया था। इस फिल्म को भारत की
ट्राइलॉजी फिल्मों की शुरुआत कहा जा सकता है। जहाँ तक हिंदी ट्राइलॉजी की बात है, बासु
भट्टाचार्य की अर्बन ट्राइलॉजी ही पहली ट्राइलॉजी फिल्म लगती है।
वासु भट्टाचार्य की अर्बन ट्राइलॉजी
१९७० के दशक में,
फिल्मकार बासु भट्टाचार्य ने अर्बन ट्राइलॉजी फिल्म बनाई थी। इस ट्राइलॉजी
के अंतर्गत तीन ऎसी कहानियों वाली फ़िल्में बनाई गई, जिनका कथानक शहरी परिवार पर आधारित था। उस
समय तक, बासु
भट्टाचार्य ग्रामीण पृष्ठभूमि पर एक नौटंकी वाली और गाड़ीवान की प्रेम कहानी पर
फिल्म तीसरी कसम से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुके थे। इस अर्बन ट्राइलॉजी के
अंतर्गत बनने वाली पहली फिल्म अनुभव थी, जो १९७१ में प्रदर्शित हुई थी। इस फिल्म में
संजीव कुमार और तनूजा के जरिये शहर की भागती ज़िन्दगी में एक विवाहित दम्पति के
सामंजस्य की समस्या को उठाया गया था। इस ट्राइलॉजी की बाकी दो फिल्मों अविष्कार
(१९७४) और गृह प्रवेश (१९७९) में भी शहरी ज़िन्दगी में विवाहेतर संबंधों को बखूबी
उठाया गया था। अविष्कार में राजेश खन्ना और शर्मीला टैगोर तथा गृह प्रवेश में
संजीव कुमार,
सारिका और शर्मीला टैगोर की तिकड़ी के बीच कहानी बनी गई थी।
दीपा मेहता की एलिमेंट्स ट्राइलॉजी
दीपा मेहता की एलिमेंट्स ट्राइलॉजी की फिल्मों के नाम तीन प्रमुख तत्वों
पर रखे गए थे। इसीलिए दीपा मेहता की ट्राइलॉजी को एलिमेंट्स ट्राइलॉजी कहा गया।
लेकिन, इन फिल्मों
में समाज से जुड़े विवादस्पद सुधारों को उठाया गया था। फायर (१९९६) में दीपा मेहता
ने पहली बार लेस्बियन यानि समलैंगिक संबंधों को देवरानी-जेठानी के ज़रिये उठाया
था। दूसरी फिल्म अर्थ (१९९८) देश के
विभाजन पर फिल्म थी। इसीलिए इस फिल्म को १९४७- अर्थ भी कहा जाता है। इस फिल्म की
कहानी एक पारसी लड़की के माध्यम से कही गई थी। इस ट्राइलॉजी की तीसरी फिल्म वाटर (२००५)
में १९३० का माहौल था और आश्रमों में रहने वाली विधवाओं की ज़िन्दगी का कारुणिक
चित्रण था। दीपा मेहता की यह सभी फ़िल्में काफी विवादस्पद रूप से चर्चित हुई। दीपा
मेहता की, भारतीय
पृष्ठभूमि पर ट्राइलॉजी भारत-कनाडा सहकार की देन थी। इन फिल्मों ने दुनिया के फिल्म
समारोहों में धूम मचाई।
जेपी दत्ता की वॉर ट्राइलॉजी
जेपी दत्ता को,
वॉर यानि युद्ध ट्राइलॉजी फ़िल्में बनाने वाला फिल्मकार बताया जाता है।
लेकिन यह वास्तव में सही तथ्य नहीं है। क्योंकि, इस वॉर ट्राइलॉजी की तीन फिल्मों बॉर्डर, एलओसी
-कारगिल और पल्टन के कथानक की पहले से कल्पना नहीं की जा सकती थी। बॉर्डर (१९९७), भारत और
पाकिस्तान के बीच १९७१ में लड़े गए युद्ध की पृष्ठभूमि पर फिल्म थी। जब जेपी दत्ता
ने बॉर्डर बनाने की सोची,
उस समय तक कारगिल युद्ध नहीं हुआ था। कारगिल युद्ध मई १९९९ से जुलाई १९९९
के मध्य लड़ा गया। इसीलिए इस कथानक पर, जेपी दत्ता की फिल्म एलओसी कारगिल २००३ में
प्रदर्शित हुई। अलबत्ता,
पल्टन की परिकल्पना जेपी दत्ता कर सकते थे, क्योंकि यह फिल्म १९६४ के भारत-चीन युद्ध पर
फिल्म थी। कहा जाता है कि जेपी दत्ता ने, वास्तव मे, वॉर ट्राइलॉजी की कल्पना की थी। वह बॉर्डर
के बाद बॉर्डर २ बनाना चाहते थे। लेकिन, बॉर्डर २ के ऐलान में देरी हुई। तब तक
कारगिल युद्ध उनकी फिल्म का विषय बन गया।
टेररिज्म,
गैंगस्टर और शेक्सपियर ट्राइलॉजी ?
मणिरत्नम को हिंदी फिल्म दर्शकों द्वारा पहली बार, उनकी तमिल
टेररिज्म ट्राइलॉजी के कारण जाना गया। रोजा, बॉम्बे और दिल से रोजा और बॉम्बे को तमिल से
हिंदी में डब कर रिलीज़ किया गया था। जबकि, शाहरुख़ खान, मनीषा कोइराला और प्रीटी ज़िंटा की फिल्म दिल
से हिंदी में बनाई गई थी। इस लिहाज़ से मणिरत्नम की टेररिज्म ट्राइलॉजी हिंदी
ट्राइलॉजी नहीं कही जा सकती। राम गोपाल वर्मा की गैंगस्टर ट्राइलॉजी को इस श्रेणी
में शामिल किया जा सकता था। रामगोपाल वर्मा ने गैंगस्टर ट्राइलॉजी बनाने के ख्याल
से सत्या की शुरुआत की थी। लेकिन, कंपनी के बाद वह इस ट्राइलॉजी से भटक गए। उनकी इस
कथित ट्राइलॉजी की तीसरी फिल्म डी हर तरह से कमज़ोर फिल्म थी। विशाल भरद्वाज की
शेक्सपियर ट्राइलॉजी ख़ास उल्लेखनीय है। उन्होंने शेक्सपियर के नाटक मैकबैथ पर
मक़बूल (२००३),
ऑथेलो पर ओमकारा (२००६) और हैमलेट पर हैदर (२०१४) का निर्माण किया। इन
तीनों फिल्मों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहा गया। रामगोपाल वर्मा की २००५
में प्रदर्शित फिल्म सरकार,
हॉलीवुड की गॉड फादर सीरीज से प्रेरित सरकार त्रयी की पहली फिल्म थी।
वर्मा ने फिल्म के सरकार की समानता गॉडफादर के बजाय शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे से
बनाई थी। इस सीरीज की बाकी दो फ़िल्में सरकार राज और सरकार ३ भी अमिताभ बच्चन की
सरकार भूमिका के साथ प्रदर्शित हुई।
तीन फ़िल्में,
पर ट्राइलॉजी नहीं
कुछ हिंदी फिल्मों के तीन हिस्से बने। लेकिन, इसके बावजूद
इन्हे त्रयी फिल्मों में शामिल करना उपयुक्त न होगा। इस कड़ी में विक्रम भट्ट की
लिखी और निर्देशित फिल्म १९२० को हॉरर ट्राइलॉजी की पहली फिल्म कहा जाता है। इसके
अंतर्गत १९२०,
१९२०- ईविल रिटर्न्स और १९२०- लन्दन का निर्माण हुआ। परन्तु, इस
ट्राइलॉजी की स्पिन ऑफ फिल्म १९२१ ने फिल्म की हॉरर ट्राइलॉजी होने की खासियत ख़त्म
कर दी। पिछले साल,
निर्माता-निर्देशक जोड़ी राज निदिमोरू और कृष्णा डीके ने स्त्री ट्राइलॉजी
का ऐलान किया। परन्तु,
इस ट्राइलॉजी का ऐलान पहली स्त्री (२०१८) की सफलता के बाद किया गया। इसका
मतलब यह था कि यह इरादतन ट्राइलॉजी नहीं है, बल्कि इसे स्त्री फ्रैंचाइज़ी कहना ज़्यादा
उपयुक्त होगा। तिग्मांशु धुलिया की तीन फिल्मों साहब बीवी और गैंगस्टर, साहेब बीवी
और गैंगस्टर रिटर्न्स और साहब बीवी और गैंगस्टर ३ को ट्राइलॉजी फिल्म नहीं कहा जा
सकता। क्योंकि,
तिग्मांशु धुलिया ने पहली फिल्म का ऐलान करते समय ऐसा कोई इरादा नहीं
जताया था। उन्होंने साहब बीवी और गैंगस्टर की सफलता के बाद ही बाद की दो फ़िल्में
बनाई।इस सीरीज में चौथी फिल्म भी बनाई जाती, यदि बड़ी स्टार कास्ट के बावजूद साहब बीवी और
गैंगस्टर ३ बुरी तरह से फ्लॉप न हो जाती। इसी प्रकार से, इन्ही
कारणों से धूम ट्राइलॉजी और कमांडो ट्राइलॉजी को भी तीन फिल्मों के बावजूद
ट्राइलॉजी नहीं कहा जा सकता। धूम ४ के अक्षय कुमार के साथ बनाये जाने की खबरें
हैं।
क्या यह ट्राइलॉजी फ़िल्में हैं ?
कुछ फिल्मों की सीरीज को तीन फिल्मों के कारण ट्राइलॉजी कहा जा रहा है।
इनमे रेमो डिसूज़ा की डांस आधारित एबीसीडी ट्राइलॉजी (एबीसीडी, एबीसीडी २
और स्ट्रीट डांसर ३डी),
एंथोलॉजी ट्राइलॉजी (बॉम्बे टाल्कीज, लस्ट स्टोरीज और घोस्ट स्टोरीज), एडल्ट
कॉमेडी ट्राइलॉजी (क्या कूल हैं हम, क्या सुपरकूल हैं हम और क्या कूल हैं हम ३), शूटआउट
ट्राइलॉजी (शूटआउट एट लोखंडवाला, शूटआउट एट वडाला और आगामी मुंबई सागा फिल्म)
उल्लेखनीय हैं। क्या इन्हे हिंदी की ट्राइलॉजी फिल्मों में शामिल किया जा सकता है ? इसी प्रकार
से कहानी (२०१२) के बाद कहानी २- दुर्गा रानी सिंह के बाद बॉब विश्वास को कहानी ३
बताते हुए कहानी ट्राइलॉजी कहा जा रहा है। क्या यह सभी फिल्मे ट्राइलॉजी फिल्मे
हैं ? इस लिहाज़ से
तो बागी श्रंखला की तीसरी फिल्म बागी ३ के बाद, इसे बागी ट्राइलॉजी कहा जायेगा। क्या सचमुच !
आगामी
ट्राइलॉजी फ़िल्में
करण जौहर ने तीन हॉरर फिल्मों का निर्माण भूत टाइटल के अंतर्गत करने का
ऐलान किया है। यह फ़िल्में भूतिया और शापित जगहों पर होंगी। इस त्रयी की पहली फिल्म भूत - पार्ट वन द
हॉन्टेड शिप २१ फरवरी को प्रदर्शित होने जा रही है। निर्माता- निर्देशक नितेश कुमार ने भी रामायण
ट्राइलॉजी के निर्माण का ऐलान किया है। इस फिल्म में राम कथा को तीन हिस्सों
में दिखाया जाएगा। इन फिल्मों को ट्राइलॉजी फ़िल्में कहा जा सकता है। ३० मार्च को प्रदर्शित हो रही टाइगर
श्रॉफ की फिल्म बागी ३ को ट्राइलॉजी फिल्म के बजाय बागी फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म
कहा जायेगा। क्योंकि,
इस बागी सीरीज का विस्तार आगे की
सीक्वल फिल्मों के ज़रिये किये जाने की खबर है। इस लिहाज़ से, ब्रह्मास्त्र को पहली घोषित
हिंदी फंतासी सुपर हीरो ट्राइलॉजी फिल्म कहा जा सकता है ।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
राष्ट्रीय सहारा १६ फरवरी २०२०
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राष्ट्रीय सहारा
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Friday, 14 February 2020
Shraddha Kapoor के विटामिन देखने के लिये Baaghi 3 के दस बहाने !
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गीत संगीत,
पुराना गीत नया चेहरा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Biggest love saga of the year It Happened in Calcutta
Some
love stories are defined by the lovers’ togetherness and some by the lovers’
separation and nothing says this better than ALTBalaji and ZEE5 as they launch
the biggest love saga of the year, IT HAPPENED IN CALCUTTA. This unique period
love story featuring Karan Kundrra and Naghma Rizwan will melt you heart, break
it and then med it again. Set against the backdrop of Calcutta in 1960s, it
will invoke a sense of nostalgia for the
love-story set in the period of 60s and 70s when fashion was retro and
love carefree while the country was dealing with political unrest, war and cholera.
With February being the month of love, It Happened In Calcutta, gives audiences
a fresh perspective on love and betrayal and how it can transcend across a
decade.
It
Happened in Calcutta revolves around Kusum, a young girl who aspires to become
the first female doctor in the city and gets an admission in the Calcutta
Medical College to fulfil her dream. In the college she comes across a
privileged, arrogant and devastatingly handsome boy named Ronobir and falls in
love with him. But there is more to this tale than what meets the eye. What
follows is a series of events, leading to separation that makes Kusum lose
faith in Ronobir & love. While they mature over time, it’s their love that
takes a beating leading to moments where they are unable to stand each other.
Will they ever love each other again?
The
trailer gets it absolutely spot on in terms of raising curiosity around the
show. While there are elements of romance, college life, enjoying the Retro era
of the 60s and 70s, the treatment given to the plot, that also features the lead
pair surviving the Indo-Pak war in 1971 and dealing with the cholera outbreak,
the viewers will experience a love story that they’ve never seen before. The
story also deals with issues like abortions that were not legal at that time,
leading to women suffering and dying from illegal abortions; society telling a
woman, that her place is to be a nurse and not a doctor. Constantly crossing
paths, the chemistry between Kusum and Ronobir, that starts right from the time
they meet in college, is filled with ups and downs in this patriarchal setup.
Speaking
about the upcoming show, Karran Kundra who plays Ronobir said, "This show
is very different than other regular love stories. I look forward to the
reaction of the viewers after watching the trailer. Set in the 60's & 70s,
the show is based in Calcutta and depicts the love story of Kusum and Ronobir.
I am playing the flamboyant character of Ronobir, which I am sure will be loved
by my fans. And what more can I ask for, with the show launching in the month
of love itself !"
Directed
by Ken Ghosh, It Happened in Calcutta features a talented set of actors like
Karan Kundrra, Naghma Rizwan, Harman Singha, Pamela Bhutoria, Sunanda Wong,
Simran Kaur Mundi amongst others !
The
show will stream live on both ALTBalaji and ZEE5 from February 29 !
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वेब सीरीज It Happened In Calcutta का ट्रेलर
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Bhoot: The Haunted Ship का तीसरा ट्रेलर
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Composer VR Kharb puts the spotlight on melody with Tum Hi Toh Ho
The
nineties is known as one of the best eras for Bollywood music in contemporary
times. We had musical greats such as Kumar Sanu, Alka Yagnik and Udit Narayan
and music composers Nadeem-Shravan who were popularly known as melody kings.
And yes! Movies of Mahesh Bhatt and Indra Kumar churned out some of the most
melodious songs of that decade. But after that time, much of Bollywood music
slid into cacophony or too much loudness.
Now,
suddenly out of the blue, has come a song reminiscent of that glorious era of
melody. Budding music composer and lyricist VR Kharb's first single Tum Hi Toh
Ho immediately transports you into the nineties-ish era where melody reigned
supreme.
Released
by Yo Yo Music on YouTube, the number touted as the "most romantic song of
2020" has already garnered more
than 4.5 lakh views. The love
song sung by Manish Sharma not only soothes the senses, but is laced with some
racy beats, giving it an upbeat tempo and a challenging pace.
Going
by the fact that this is young-gun composer-lyricist VR Kharb's premier musical
endeavour, one can surely expect more beautiful melodies from this talented lad
soon.
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रोमांस के महीने में खुशी जोशी की लवरफहमी
रोमांस के महीने में, बीलाइव म्यूजिक लवरफ़हमी ले कर आया
है। इस लवरफ़हमी के शिकार अभिनव शेखर और ईशान खान है। इन दोनों को ख़ुशी जोशी से
प्यार की गलतफहमी है। उनकी इसी गलतफहमी को म्यूजिक
विडियो लवरफ़हमी में देखा जा सकता है।
मशहूर गायक जोड़ी
इस गीत को अभिनव शेखर और ईशान
खान की जोड़ी ने गाया है। यह जोड़ी लक बूम बूम, डॉगी, आदि गीतों के लिए मशहूर
हैं। लवरफ़हमी गीत पारंपरिक संगीत और पॉप म्यूजिक का परफेक्ट मिश्रण है। अंजन
भट्टाचार्य के संगीत से सजे इस गीत को इन दोनों गायकों ने बखूबी अंजाम दिया है।
म्यूजिक वीडियो में ख़ुशी
गीत के विडियो में चार
चाँद लगाईं हैं ख़ुशी जोशी। ख़ुशी जोशी को कैडबरी गर्ल के तौर पर पहचाना जाता है। वह
एकता कपूर के शो पंच बीट की अभिनेत्री के तौर पर पहचानी जाती है। वैसे शो बिज़नस
में ख़ुशी की पहचान कैडबरी के लिए अपने पहले विज्ञापन से कैडबरी गर्ल के तौर पर ही बनी। अपने सोशल मीडिया
एकाउंट्स में वह काफी बोल्ड अंदाज़ में नजर आती है।
मासूम और सूंदर फहमी !
यही ख़ुशी जोशी, लवरफ़हमी में एक ऎसी मासूम और
सुन्दर लड़की बनी है, जिस पर दो लडके फ़िदा है। वैलेंटाइन्स डे
पर दोनों ही अपनी बूके को उनसे कुबूल करवा कर अपने रोमांस को पहचाना दिलाना चाहते हैं। इस विडियो में ख़ुशी
काफी दिलकश अंदाज़ में नज़र आती है। इस गीत की शूटिंग बैंकॉक की ख़ूबसूरत लोकेशन पर हुई है।
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Sara Ali Khan बनेगी चमेली
अपने पिता की
फिल्म के टाइटल वाली फिल्म लव आज कल करने
के बाद, सारा अली खान अब अपनी माँ द्वारा की गई
भूमिका करने जा रही है। १९८६ में रिलीज़, बासु चटर्जी निर्देशित कॉमेडी ड्रामा
रोमांस फिल्म चमेली की शादी में, अमृता सिंह ने पहलवान अनिल कपूर की रोमांस चमेली की भूमिका की थी। यह,
अनिल कपूर और अमृता सिंह की जोड़ी की ठिकाना और साहेब के बाद, तीसरी रोमांस फिल्म थी। इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली थी। खबर
है कि सारा अली खान को इस फिल्म के रीमेक के लिए संपर्क किया गया है। लेकिन अभी
कुछ भी आधिकारिक नहीं है।
२०१६ में
पहला प्रयास
चमेली की
शादी की रीमेक बनाने के कुछ प्रयास पहले भी हुए है। २०१६ में, सबसे पहले यह खबर फैली की फैंटम फिल्म्स
के विकास बहल चमेली की शादी को रीमेक करना चाहते हैं। वह इस रीमेक फिल्म के लिए परिणीति चोपड़ा और
दिलजीत दोसांझ को प्रमुख भूमिका में लेना चाहते थे। उसी साल यह खबर भी सुर्ख थी कि
सलमान खान के साथ लकी नो टाइम टू लव बनाने वाली राधिका राव और विनय सप्रू की
निर्देशक जोड़ी सोनाक्षी सिन्हा को चमेली बना कर चमेली की शादी को रीमेक करना चाहती
है। लेकिन, किसी न किसी कारण से यह खबरे अफवाह बन कर हवा मे उड़ गई।
फिर फैंटम
फिल्म्स की चमेली
२०१९ में एक
बार फिर चमेली की शादी का जिन्न बाहर निकला।
यह वही फिल्म थी,
जिसे फैंटम
फिल्म्स २०१६ में बनाना चाहती थी। इसके
फैंटम फिल्म्स और शाहरुख़ खान के बीच होड़ थी। लेकिन चमेली की शादी का रीमेक बनाने
के अधिकार खरीदने की होड़ में सफलता फैंटम फिल्म्स के हाथ लगी। उस दौरान, एक बार फिर परिणीति चोपड़ा और दिलजीत
दोसांझ का नाम उभर कर आया । इस बार, रीमेक के निर्देशक के तौर पर
रोहित जुगराज का नाम सामने आया।
स्टार भारत
का शो प्यार के पापड
चमेली की
शादी पर रीमेक फिल्म अभी तक सेलुलॉइड पर उतर नहीं पाई है। लेकिन, छोटे परदे पर चमेली की शादी को उतारा जा
चूका है। स्टार भारत का शो प्यार के पापड, अनिल कपूर और अमृता सिंह द्वारा बेले गए पापड पर शो था। इस शो में
स्वरदा थिगले और आशय मिश्रा ने अमृता सिंह और अनिल कपूर से प्रेरित चरित्र छोटे
परदे पर उतारे थे।
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Sara Ali Khan,
खबर है,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
तीन भाषाओं में हाथी के साथी Rana Daggubati
अभी हाउस एरोस इंटरनेशनल द्वारा अलग
अलग भाषाओँ में तीन पोस्टर जारी किये। इन तीन पोस्टरों में अंग्रेजी में हाथी मेरे
साथी, तमिल में
कदान और तेलगु में अरण्या लिखा हुआ नज़र आता है। इससे ऐसा लगता है कि यह पोस्टर तीन
अलग अलग भाषाओं की फिल्मों के हैं। जबकि वास्तविकता यह नहीं है।
एक फिल्म तीन
पोस्टर
पहले बताते चलें कि यह पोस्टर हाथी और इंसान की दिल छू लेने वाली भावुक
कथानक वाली फिल्म के हैं। लेकिन, यह तीन फ़िल्में नहीं, एक फिल्म है। इन फिल्मों को तीन अलग अलग
भाषाओं हिंदी,
तमिल और तेलुगु में शूट किया गया है। एक महावत और उसके हाथी के बीच के
संबंधों की पड़ताल करती यह फिल्म २ अप्रैल २०२० को रिलीज़ हो रही है।
दग्गुबती हैं
बनदेव
हाथी मेरे साथी,
कदान और अरण्या में तेलुगु फिल्म स्टार राणा दग्गुबती बनदेव की मुख्य
भूमिका निभा रहे हैं। तीन भाषाओँ में शूट तेलगु कदान और तमिल अरण्या में तमिल
फिल्म अभिनेता विष्णु विशाल, सिंगा की भूमिका में नज़र आएंगे। यह भूमिका हिंदीं
संस्करण हाथी मेरे साथी में पुलकित सम्राट कर रहे हैं।
तीनों
फिल्मों के श्रिया और जोया
राणा दग्गुबती,
हिंदी,
तमिल और तेलुगु दर्शकों को बनदेव की भूमिका में दिखाई देंगी। इन तीनों ही
भाषाओं की फिल्मों के दर्शकों में राणा की अच्छी पहचान बनी हुई है। ;लेकिन, ख़ास बात यह
है कि इन तीनों ही फिल्मों में अरुंधति की भूमिका में श्रीया पिलगांवकर और अरवी की
भूमिका में जोया हुसैन नज़र आएंगी। इस लिहाज़ से इन दोनों बॉलीवुड फिल्म
अभिनेत्रियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण लगती है।
असम के
हाथियों पर
तीन भाषाओँ में इस फिल्म की कहानी असम के काजीरंगा में हाथी के रहने वाली
जगहों को हथियाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से प्रेरित है। इस फिल्म में राणा
दग्गुबत्ती ने एक ऐसे आदमी की भूमिका निभायी है जो अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा
जानवरों को बचाने में समर्पित कर चुका है। फिल्म में उनके किरदार के संघर्ष चित्रण
हुआ है।
ऑस्कर
विजेताओं का प्रभाव
फिल्म के निर्देशक प्रभु सोलोमन
मशहूर तमिल फिल्म निर्देशक होने के अलावा वन्य जीव संरक्षण के पैरोकार हैं। इस
फिल्म की खासियत यह भी है कि इसके वीएफएक्स हॉलीवुड की फिल्मों लाइफ ऑफ पाई, थॉर और
प्लेन्स के वीएफएक्स से जुड़े प्राण स्टूडियोज द्वारा तैयार किये गए है। फिल्म के
साउंड डिज़ाइनर ऑस्कर पुरस्कार विजेता रेसुल पुकुट्टी है।
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Rana Daggubati,
खबर है,
गर्मागर्म,
नई फिल्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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