बॉलीवुड का सुपरस्टार अभिनेता अपने आप में एक सशक्त स्क्रिप्ट होता है।
उन्हें किसी फिल्म में लेना, फिल्म के
निर्माता को घाटे के खिलाफ सुरक्षा बीमा जैसा होता है। उनकी फिल्मों को किसी बढ़िया
रिव्यु की ज़रुरत नहीं। उन्होंने जो कर दिया,सो कर दिया।
दर्शक देखेगा ही, समीक्षक चाहे कितना ही बैड रिव्यु क्यों दे
! इसे इस प्रकार से समझा जा सकता है। यहाँ, बॉलीवुड के
आज के पांच सुपर सितारों की उन फिल्मों के बॉक्स ऑफिस नेट को लेते है,
जिन्हें फिल्म समीक्षकों ने बुरी तरह से लताड़ा था। अक्षय कुमार की पिछले
साल रिलीज़ फिल्म हाउसफुल ४ को समीक्षकों ने बेसिर पैर की फिल्म बताया था। लेकिन,
इस फिल्म का लाइफटाइम नेट २०६ करोड़ का हुआ। समीक्षकों द्वारा लताड़ी गई एक
ऐसी ही फिल्म सलमान खान की रेस ३ भी है। यह फिल्म ईद २०१८ में रिलीज़ हुई थी। रेमो
डिसूज़ा की इस फिल्म की भी कटु आलोचना हुई थी। लेकिन, यह फिल्म भी
बॉक्स ऑफिस पर १६५ करोड़ का नेट कर पाने में सफल हुई। २०१८ में ही रिलीज़ सलमान खान
की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान को भी खराब रिव्यु मिले थे। इस फिल्म के ज़बरदस्त मेमे
भी बनाए गए थे। इस खराब फिल्म के लिए आमिर खान ने अपने प्रशंसकों से माफ़ी भी मागी
थी। लेकिन, इसके बावजूद, ठग्स ऑफ़
हिंदुस्तान ने बॉक्स ऑफिस पर १३५ करोड़ का नेट किया। एक दूसरे सुपर स्टार अजय देवगन
की फिल्म एक्शन जैक्सन की भी समीक्षकों द्वारा ज़बरदस्त धुलाई की गई थी। लेकिन,
इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर ५० करोड़ से ऊपर का नेट कर डाला था। जहाँ
एक्शन जैक्सन ने ५७ करोड़ का नेट किया, वहीँ हृथिक
रोशन की बुरी तरह से आलोचना का शिकार हुई फिल्म मोहनजोदड़ो ने भी बॉक्स ऑफिस पर ५०
करोड़ से ज्यादा यानि ५३ करोड़ का नेट कर डाला था। इससे दो बातें साफ़ होती है। पहली
यह कि सुपरस्टार की कूड़ा फिल्म भी ५० करोड़ से ज्यादा का नेट कर सकती है। दूसरा यह
कि सुपरस्टार में सुपरस्टार और कोई नहीं अक्षय कुमार है। क्योंकि,
उनकी सबसे ज्यादा आलोचना का शिकार हुई फिल्म हाउसफुल ४ ने भी बॉक्स ऑफिस
पर दोहरा शतक जमा दिया था।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 16 February 2020
निगेटिव रिव्यु के बावजूद
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कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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