अनुभव सिन्हा की फिल्म थप्पड़ के प्रमोशन का आगाज़ हो चुका है। फर्स्ट लुक
पोस्टर के बाद फिल्म का ट्रेलर जारी हो चुका है। इस फिल्म की कहानी आठ चरित्रों के
इर्दगिर्द घूमती है, जो एक दूसरे की ज़िन्दगी को भी प्रभावित करते
है। मगर, अनुभव सिन्हा ने,
इस फिल्म की कहानी को तापसी पन्नू के किरदार के माध्यम से खोला है। यह
फिल्म, तापसी पन्नू के साथ,
मुल्क के बाद, दूसरी फिल्म है। अभिनय के लिहाज़ से तापसी
पन्नू कभी भी कोई तीर नहीं मारती दिखाई दी। उनकी जो फ़िल्में हिट होती हैं,
वह सोलो नहीं होती। कोई अमिताभ बच्चन या ऋषि कपूर उनके एंकर होते रहे हैं ।
जैसे ही तापसी ने विक्की कौशल के साथ फिल्म मनमर्ज़ियाँ की,
फिल्म का भट्टा बैठ गया। अब यह बात दीगर है कि इसके बावजूद वह फ्लॉप गेम
ओवर का जिक्र न कर, खुद को बदला, मिशन मंगल
और सांड की आँख की नायिका बताना शुरू कर दें। उनकी फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा
को आज भी तुम बिन के निर्देशक के तौर पर ही याद किया जाता है। वह शाहरुख़ खान जैसे
अभिनेता को भी रा.वन में फ्लॉप बना सकते हैं। उनके नाम के आगे तथास्तु,
कैश, गुलाब गैंग, ज़िद और तुम
बिन २ जैसी असफल फिल्मों के नाम भी दर्ज हैं। उनकी मुल्क और आर्टिकल १५ जैसी
फ़िल्में विवादित विषय उठा कर दर्शकों का ध्यान खींच ले जाती हैं। इसीलिए,
अनुभव ने थप्पड़ के लिए केवल तापसी पन्नू के चरित्र पर भरोसा नही किया।
उन्होंने अपनी फिल्म से, दिया मिर्ज़ा, रत्ना पाठक
शाह, तन्वी आज़मी, गीतिका
विद्या, माया सराओ, नाइला
ग्रेवाल और ग्रेसी गोस्वामी के महिला चरित्रों को भी शामिल किया है। बताते हैं कि
स्त्री-पुरुष सम्बंधों की बात करने वाली इस फिल्म की कहानी एक पत्नी (तापसी पन्नू)
के गाल पर उसके पति (पवैल गुलाटी) के थप्पड़ से शुरू होती है। कभी फिल्म आर्टिकल १५
से, जातिवाद पर दृष्टिकोण बदलने का वादा करने वाले अनुभव सिन्हा,
थप्पड़ से भी महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलने का दावा करते हैं। लेकिन,
यहाँ सबसे पहले देखने की बात होगी कि अनुभव सिन्हा थप्पड़ के प्रमोशन के
लिए किस प्रकार का विवाद उछालते हैं!
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 10 February 2020
Tapsee Pannu के गाल पर थप्पड़ की गूँज !
Labels:
Tapsee Pannu,
खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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