शाहरुख़ खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम की पठान तिकड़ी, मार्च में स्पेन की दिशा में उड़ान भरेगी. यह तीनों, स्पेन में कई महत्वपूर्ण दृश्यों की शूटिंग करेंगे. इनमे मालोर्का और काडिज़ में फिल्म का एक खूबसूरत रोमांटिक गीत भी शामिल है. यह गीत दीपिका पादुकोण और शाहरुख़ खान पर फिल्माया जायेगा. इस गीत के अलावा फिल्म का खतरनाक दृश्यों से भरपूर एक्शन सीक्वेंस भी फिल्माया जाना है. बताते हैं कि इस सीक्वेंस में शाहरुख़ खान और जॉन अब्राहम के साथ दीपिका पादुकोण भी शामिल होंगे. शाहरुख़ खान लम्बे समय बाद किसी धुआंधार एक्शन फिल्म में काम कर रहे हैं. इस शिड्यूल के पूरा होने के बाद, पठान की शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी होगी. इसके बाद, फिल्म की रिलीज़ की तारीख़ की घोषणा भी हो सकती है.
किस तारीख़ में पठान ! - पर बड़ा सवाल यह है कि पठान किस हॉलिडे वीकेंड पर प्रदर्शित की जा सकती है. खान अभिनेताओं की फ़िल्में भारी- भरकम बजट से बनाई जाती है. भारी इनिशियल के लिए उनकी फिल्मों को अखिल भारतीय छुट्टी वाले साप्ताहांत की अवश्यकता होती है. तो पठान को किसी हॉलिडे वीकेंड पर प्रदर्शित किया जा सकता है ?
यशराज की तीन फ़िल्में - कोरोना महामारी की वजह से तमाम बड़ी फिल्मों के प्रदर्शन का बना बनाया कैलेडर बिखर चुका है. अब तो दक्षिण की फ़िल्में भी हिंदी में डब हो कर या मूल में शूट होकर प्रदर्शित की जाने लगी है. इसके अलावा, पठान के निर्माता यशराज फिल्म्स की भी फ़िल्में प्रदर्शन तिथि की प्रतीक्षा कर रही हैं. उनकी दो फ़िल्में पृथ्वीराज १० जून और शमशेरा २२ जुलाई में प्रदर्शित होंगी. उनकी तीसरी फिल्म जयेश भाई जोरदार २५ फरवरी को प्रदर्शित होनी थी. परन्तु, अब इस तिथि में संजय लीला भंसाली की गंगुबाई काठियावाड़ी तथा दक्षिण से तमिल वलिमै हिंदी में डूब हो कर प्रदर्शित हो रही है.
घना बसा कैलेंडर - अन्य तिथियों की बात करें तो कैलेंडर काफी घना बसा हुआ है. आम तौर पर कुछ छोटे और मझोले बजट की फ़िल्में बीच बीच में प्रदर्शित हो जाया कराती थी. परन्तु, बड़े बजट और सितारों वाली फिल्मों की संख्या ही इतनी अधिक है कि इन फिल्मों को परदे मिलना मुश्किल हो रहा है. यही कारण है कि द कश्मीर फाइल्स, राकेट गैंग, आँख मिचोली, अनेक, हिट द फर्स्ट क्लास, मिसेज चटर्जी वर्सेज नार्वे, गोविंदा नाम मेरा, डॉक्टर जी, नो मीन्स नो, पिप्पा, आदि मुश्किल से दर्जन फ़िल्में ही इक्का दुक्का स्क्रीन पा कर ही प्रदर्शित हो पाएंगी. क्योंकि, इनके आगे पीछे बड़े बजट और बड़े सितारों वाली फ़िल्में यह तो रिलीज़ हो चुकी होंगी या रिलीज़ होंगी.
असहज चर्चित फ़िल्में - इनकी छोडिये कुछ दूसरी चर्चित फिल्मों की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है. अमिताभ बच्चन की फुटबॉल पर फिल्म झुण्ड मार्च को प्रदर्शित हो रही है. जॉन अब्राहम की स्पाई एक्शन फिल्म अटैक और कंगना रानौत की खालिस एक्शन फिल्म धाकड़ लगातार दो सप्ताहों १ अप्रैल और ८ अप्रैल को प्रदर्शित हो रही है. सिद्धार्थ मल्होत्रा की मिशन मजनू और आयुष्मान खुराना की फिल्म अनेक (१३ मई), राजकुमार राव की फिल्म हिट द फर्स्ट केस रीमेक और भूल भुलैया २ और रानी मुख़र्जी की फिल्म मिसेज चटर्जी वेसेस नार्वे (२० मई), विक्की कौशल की फिल्म गोविंदा नाम मेरा (१० जून), आयुष्मान खुराना और राकुल प्रीत सिंह की डॉक्टर जी (१७ जून), कंगना रानौत की फिल्म तेजस (५ अक्टूबर), कार्तिक आर्यन की फिल्म शहजादा (४ नवम्बर) को प्रदर्शित हो रही है. पर इन फिल्मों को भी चैन कहाँ?
सैंडविच बनेंगी फ़िल्में ! - उपरोक्त तमाम फिल्मों को आगे पीछे बड़ी फिल्मों का घेराव झेलना पड़ रहा है. राधे श्याम ११ मार्च, बच्चन पाण्डेय १८ मार्च, लाल सिंह चड्डा और दक्षिण से हिंदी डब केजीएफ़ चैप्टर २, १४ अप्रैल, रनवे ३४ और हीरोपंथी २, २९ अप्रैल, मैदान ३ जून, पृथ्वीराज १० जून, जुग जुग जियों २४ जून, एक विलेन रिटर्न्स ८ जुलाई, फ़ोन भूत और सर्कस का १५ जुलाई को टकराव, शमशेरा २२ जुलाई, थैंक गॉड २९ जुलाई, आदिपुरुष और रक्षा बंधन का ११ अगस्त को टकराव, लाइगर २५ अगस्त, ब्रह्मास्त्र ९ सितम्बर, विक्रम वेधा ३० सितम्बर, राम सेतु २४ अक्टूबर, वरुण धवन की भेड़िया २५ नवम्बर तथा अंतिम शुक्रवार २३ दिसम्बर को गनपत और मेर्री क्रिसमस टकरा रही है. ऐसे में उपरोक्त तमाम फ़िल्में बड़ी फिल्मों के बीच किस तरह से सैंडविच बन गई होंगी, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है.