कार्तिक आर्यन, किअरा अडवाणी और तब्बू की अनीस बज्मी निर्देशित फिल्म भूल
भुलैया २ ब्लॉकबस्टर फिल्म बनने की ओर अग्रसर है. इस फिल्म के आसानी से १५० करोड़
क्लब लांघ लेनी उम्मीद है. इस फिल्म ने, भारतीय फिल्म इंडस्ट्री, विशेष रूप से, बॉलीवुड के चेहरों
पर प्रसन्नता की झलक दिखाई देने लगी है. ऐसा लगता है जैसे बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस की
गाडी ट्रैक पर आ गई. क्या सचमुच?
यह क्या हुआ था ? - यहाँ याद आते हैं कुछ फिल्मों के नाम. यह फ़िल्में इसी साल प्रदर्शित हुई
है. इन फिल्मों में राधे श्याम, बच्चन पाण्डेय, अटैक पार्ट १, रनवे ३४, जर्सी, धाकड़, हीरोपंथी २, जयेश भाई जोरदार, आदि आदि. इन फिल्मों में अखिल भारतीय स्तर पर प्रसिद्ध अभिनेता प्रभास और
पूजा हेगड़े, अक्षय कुमार और कृति सेनन, जॉन अब्राहम, राकुल प्रीत सिंह और जक्वेलिन फर्नांडेज, अजय देवगन और
अमिताभ बच्चन, टाइगर श्रॉफ, रणवीर सिंह, शाहिद कपूर, आदि बॉलीवुड के बड़े सितारों के नाम जुड़े हुए थे. यह सभी फ़िल्में बॉक्स
ऑफिस पर धडाम हुई थी. हालाँकि, इन असफल फिल्मों के मध्य आर आर आर और केजीएफ़ चैप्टर २ जैसी बड़ी फ़िल्में बॉक्स
ऑफिस पर कीर्तिमान भंग करने वाला प्रदर्शन कर रही थी. पर इससे क्या ! बॉलीवुड तो
असफलता का मुंह ही देख रहा था. यह तो दक्षिण की फिल्मों और अभिनेताओं और
निर्देशकों की सफलता थी.
बड़े नामों की असफलता ! - उपरोक्त ढेरों फिल्मों की असफलता बड़े अभिनेताओं की असफलता भी थी. राधे
श्याम से बाहुबली श्रंखला के अभिनेता प्रभास जुड़े थे. पर उनका बाहुबल पूजा हेगड़े के
रोमांस में काम न आया. ऐसा लगा, जैसे वह एक्शन फिल्मों के प्रभास ही है. अक्षय कुमार ने, उत्तर भारत के
डॉन को लेकर कॉमेडी एक्शन फिल्म की. पर फिल्म दूसरी राऊडी राठोर साबित नहीं जो
सकी. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से मार खाई. इसी प्रकार से हीरो पंथी २ में
टाइगर श्रॉफ का एक्शन अवतार, रनवे ३४ में अमिताभ बच्चन और अजय देवगन का थ्रिल, जयेश भाई जोरदार
में रणवीर सिंह का हास्य, जर्सी मे शाहिद कपूर का इमोशन दर्शकों को बिलकुल प्रभावित नहीं कर सका. यह
फ़िल्में बॉलीवुड के तमाम बड़े अभिनेताओं की असफलता थी, जो अपनी लीक पर
चलने के बाद भी दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने में असफल रहे.
दक्षिण का सहारा ! - क्या इससे यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अब बॉलीवुड का स्टारडम कारगर
नहीं रहा? क्या बॉलीवुड में खान अभिनेताओं सहित अजय देवगन, टाइगर श्रॉफ, जॉन अब्राहम की सितारा
चमक समाप्ति की ओर है? क्या बॉलीवुड के फिल्म उद्योग को अब दक्षिण की फिल्मों,
उसके अभिनेताओं और निर्देशकों का सहारा है? शायद यह पूरा सच नहीं, आधा सच है. आधा सच
इसलिए कि इस साल की दक्षिण से आई हिट फिल्मों के हिंदी संस्करणो को बॉलीवुड के बड़े
बैनरो ने आशीर्वाद दिया और प्रदर्शित किया. इसका आर्थिक लाभ किसी धर्मा
प्रोडक्शन्स और एक्सेल को मिला. पर निर्माताओं के रूप में, इन बैनरों को बॉलीवुड
के किसी सितारे की चमक का ही सहारा है.
कई भाषाओं में बॉलीवुड - हालाँकि, यह प्रयास किये जा रहे हैं कि बॉलीवुड के सितारों के साथ अखिल भारतीय
आकर्षण वाली फिल्में बनाई जाए. इस दिशा में, ब्रह्मास्त्र, सम्राट पृथ्वीराज और
लाल सिंह चड्डा को हिंदी के अतिरिक्त दक्षिण की भाषाओँ में अनुदित कर प्रदर्शित
करना हो सकता है. इससे पता चल जायेगा कि किसी अक्षय कुमार, रणबीर कपूर और आमिर खान
को तमिल और तेलुगु बोलते देख कर कितने दर्शक आश्वस्त होते है.
सम्राट होगा पृथ्वीराज ! - जब तक यह लेख प्रकाशित होगा, अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर की यशराज फिल्म्स द्वारा निर्मित फिल्म
सम्राट पृथ्वीराज प्रदर्शित हो चुकी होगी. यह स्पष्ट हो गया होगा कि तमिल, तेलुगु, आदि दक्षिण
भारतीय भाषाए बोलते हुए अक्षय कुमार अपने दर्शकों को कितना प्रभावित कर पाए. बाद में
तो ब्रह्मास्त्र और लाल सिंह चड्डा की परीक्षा होगी ही.
भूल भुलैया है ! - संभव है कि सम्राट पृथ्वीराज के अक्षय कुमार का पृथ्वीराज दर्शकों का ह्रदय
सम्राट नहीं बन पाए. पर निराशा होने की आवश्यकता नहीं. ध्यान रखिये भूल भुलैया २
के कार्तिक आर्यन को. कुछ समय पहले ही उन्हें बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री से बाहर
बताया जा रहा था. इस फिल्म के निर्देशक अनीस बज्मी को तो तीन पहले की पागलपंथी के
कारण चुका हुआ मान लिया गया था. पर इन दोनों ने भूल भुलैया २ की भूल भुलैया में
दर्शकों को ऐसा गुम किया कि सिनेमाघरों के चक्कर ही लगा रहा है. इसलिए कुछ दूसरी
फिल्मों पर भी नज़र रखनी होगी, जिसमे बॉलीवुड के बड़े सितारे नहीं.
इन पर आशाएं ! - आगामी कुछ सप्ताहों में ऐसी फ़िल्में प्रदर्शित हो रही हैं, जिन पर बहुत आशाएं
इसके निर्माताओं को भी नहीं है. पर इन्हें भी नमस्कार कीजिये. चमत्कार हो सकता है.
ऐसी एक फिल्म निकम्मा भी है. इस कॉमेडी फिल्म के नायक अभिमन्यु दासानी हैं, जिनका हिंदी
फिल्मों में प्रवेश २०१८ में प्रदर्शित फिल्म मर्द को दर्द नहीं होता से हुआ था. फिल्म
को सफलता नहीं मिली. पर दर्शकों ने भाग्यश्री के इस बेटे को पसंद क्या था. निकम्मा
बॉक्स ऑफिस पर काम की साबित हो सकती है. दूसरी फिल्म फारुक कबीर निर्देशित खुदा
हाफिज पार्ट २ अग्नि परीक्षा है. विद्युत् जामवाल अभिनीत यह फिल्म उनकी २०२० में
प्रदर्शित खुदा हाफिज की सीक्वल फिल्म है. विद्युत् जामवाल खुदा हाफिज को तो नहीं,
पर फ़ोर्स, कमांडो सीरीज की फिल्मों को सफल बना पाने मे कामयाब हुए थे. उनकी असफल
फिल्मों जंगली और यारा को भी दर्शक मिले थे.
जून के बाद - जून के बाद, एक बार फिर बॉलीवुड के बड़े सितारों की परीक्षा का प्रारंभ हो जायेगा. जुग
जुग जियों में अनिल कपूर और वरुण धवन अपनी ताकत दिखा रहे होंगे. ओम द बैटल विथिन
के आदित्य रॉय कपूर अपने एक्शन अवतार से दर्शकों को प्रभावित करने का प्रयास
करेंगे. शमशेरा से रणबीर कपूर के स्टारडम की परीक्षा हो जाएगी. क्योंकि, इस डकैत फिल्म के
बाद, रणबीर कपूर की फंतासी
फिल्म ब्रह्मास्त्र का पहला खंड प्रदर्शित होगा. लाल सिंह चड्ढा आमिर खान, रक्षा बंधन अक्षय
कुमार, विक्रम वेधा रीमेक हृथिक रोशन, शहजादा कार्तिक आर्यन, भेड़िया वरुण धवन, सर्कस रणवीर सिंह,
गनपत पार्ट १ टाइगर श्रॉफ और कभी ईद कभी दिवाली सलमान खान के सितारा चमक की
परीक्षा होगी.