हिंदी फिल्मों के टेलीविज़न प्रीमियर की रेटिंग में जॉन अब्राहम की फिल्म के मुकाबले अक्षय कुमार की फिल्म को ज्यादा रेटिंग मिलना तो समझ में आता है. लेकिन, अगर अक्षय कुमार की फिल्म सलमान खान की फिल्म को भी पछाड़ देती है तो किसे इडियट बॉक्स का सुलतान कहेंगे ? जी हाँ, जॉन अब्राहम और वरुण धवन की फिल्म डिशूम का पिछले साल २५ सितम्बर को स्टार गोल्ड पर वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था . इस फिल्म को २.७९ की टेलीविज़न रेटिंग मिली थी. सलमान खान की फिल्म सुल्तान का वर्ल्ड प्रीमियर सोनी मैक्स पर पिछले साल ही १५ अक्टूबर को हुआ . इस फिल्म को ३.३२ की रेटिंग दी गई थी . लेकिन अक्षय कुमार की सोशल कॉमेडी फिल्म जॉली एलएलबी २ ने इन दोनों फिल्म को पछाड़ कर ३.८३ की रेटिंग हासिल की है. जॉली एलएलबी २ का वर्ल्ड प्रीमियर इसी साल १४ मई को स्टार गोल्ड पर हुआ था. हैं न अक्षय कुमार इडियट बॉक्स के जॉली सुलतान !
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 27 May 2017
टीम इंडिया के समर्थन में मुन्ना माइकल
टाइगर श्रॉफ ने कल
मुंबई के एक उपनगरीय स्टूडियो में आगामी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और टीम
इंडिया के लिए एक विशेष प्रमोशनल वीडियो शूट किया । यह विडियो ४ जून को स्टार
स्पोर्ट्स पर प्रसारित किया जाएगा । टाइगर श्रॉफ ने टीम इंडिया की जर्सी पहनकर, अपनी आने वाली डांस
एक्शन फिल्म मुन्ना माइकल का प्रमोशन इस स्पेशल परफॉर्मन्स से शुरू कर दिया है।
टाइगर श्रॉफ कहते हैं, "मुझे क्रिकेट से बहुत प्यार हैं । इस विशेष
परफॉर्मन्स से मैं आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को प्रोत्साहित करना
चाहता हूँ । गीत मैं हूं को कुमार ने लिखा है, सिद्धार्थ महादेवन ने गाया है और
तनिष्क बागची ने कंपोज किया है । इस सॉन्ग को फिल्म के प्रोमो में भी शामिल
किया गया है । गणेश आचार्य की
कोरियोग्राफी पर टाइगर श्रॉफ ने गजब के मूव्स किये है ।
बॉलीवुड की ‘डिअर माया’ मनीषा कोइराला !
सुनैना भटनागर निर्देशित फिल्म डिअर माया शिमला
के एक गाँव में अकेली रहने वाली और गुडिया बना कर गुजर बसर करने वाली महिला माया
देवी की कहानी है। माया को कोई लव लैटर लिख रहा है। कौन लिख रहा है, यह पता तो नहीं चलता। लेकिन माया के सपनों
को पंख लग जाते हैं। वह खुली आँखों से सात रंग के सपने देखने लगती है। एक अकेली औरत के
मनोविज्ञान को समझने वाली बेहद उलझी हुई फिल्म है डिअर माया। इस जटिल चरित्र को
सामान्य ढंग से करने के लिए किसी सक्षम अभिनेत्री की ज़रुरत होती है। सुनैना भटनागर की
फिल्म डिअर माया की इस ज़रुरत को पूरा करती हैं अभिनेत्री मनीषा कोइराला। मनीषा कोइराला कोई पांच साल बाद रुपहले परदे पर वापसी कर रही हैं। ज़ाहिर है कि हिंदी
फिल्म दर्शक मनीषा कोइराला के अभिनय का दीवाना है तभी तो डिअर माया का ट्रेलर सोशल
साइट्स पर वायरल हो गया है।
२६ साल पुराना परिचय
हिंदी फिल्म दर्शकों से मनीषा कोइराला का परिचय
२६ साल पुराना है। निर्माता निर्देशक
सुभाष घई ने कोई ३२ साल बाद राजकुमार और
दिलीप कुमार को एक साथ ला कर धमाका कर दिया था। इन दो ज़बरदस्त एक्टरों के बीच दो नए चेहरे विवेक
मुश्रान और नेपाली ब्यूटी मनीषा कोइराला का रोमांटिक डेब्यू हो रहा था। फिल्म देखने जाने वाले तमाम दर्शकों में दिलीप
कुमार-राजकुमार टकराव देखने की उत्तेजना थी। लेकिन, जब दर्शक फिल्म देख कर बाहर निकलता तो उसकी जुबां पर फिल्म का गीत इलू इलू होता
और दिमाग पर मनीषा कोइराला के पर्वतीय सौन्दर्य का कब्ज़ा । इसका नतीजा था कि
मनीषा कोइराला को लेकर तथा विवेक मुश्रान के साथ जोड़ी बना कर फ़िल्में बनाने की होड़
लग गई। यह सभी बेहद कमज़ोर थी। लिहाजा बॉक्स ऑफिस पर धडाम हो गई।
सौदागर के बाद असफलता
सौदागर में मनीषा कोइराला के रोमांस विवेक
मुश्रान अपनी फिल्मों की असफलता के बाद बिलकुल नदारद हो गए। लेकिन मनीषा कोइराला
फ्लॉप फिल्मों के बावजूद जमी रही। उन्होंने फ़िल्में हिट हो या फ्लॉप,
अपने अभिनय का लोहा मनवाया। १९४२ अ लव स्टोरी
(१९९४), बॉम्बे और अकेले हम अकेले तुम (दोनों १९९५), अग्नि साक्षी (१९९६), ख़ामोशी द म्यूजिकल
(१९९६), आदि फिल्मों में अपने अभिनय से सबको प्रभावित किया। १९९० के दशक में वह
उस समय की माधुरी दीक्षित, काजोल, रानी मुख़र्जी, आदि को चुनौती देती लगती थी। लेकिन, इस सब के बावजूद मनीषा कोइराला के फिल्म करियर को उनके निजी जीवन ने
बेहद प्रभावित किया। वह फिल्मों से ज्यादा देर रात पार्टियों, बॉय फ्रेंड्स और
शराब के नशे को लेकर सुर्ख होने लगी। इसके बावजूद राजीव राय की फिल्म गुप्त : द हिडन ट्रुथ, मणि रत्नम की फिल्म
दिल से, मिलन लुथरिया की फिल्म कच्चे धागे,
इन्द्र कुमार की फिल्म मन, राजकुमार संतोषी की
फिल्म लज्जा और उज्जवल चट्टोपाध्याय की
फिल्म एस्केप फ्रॉम तालिबान ने मनीषा कोइराला की अभिनेत्री की प्रतिष्ठा को बरकरार
रखा था।
मनीषा कोइराला की मार्केट को धक्का !
मनीषा कोइराला की इस प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचा
जय प्रकाश की फिल्म मार्केट के बाद। मार्केट बॉक्स ऑफिस पर सफल हो गई। लेकिन, मनीषा कोइराला की ऎसी घटिया फिल्म करने के लिए आलोचना की गई। रही सही कसर पूरी कर
दी चाहत एक नशा, अनजाने द अननोन, लाइफ लुक्स ग्रीनर ऑन द आदर साइड,
आदि नायिका के खुले अंगों का प्रदर्शन करने वाली
फिल्मों ने। दर्शकों को उस समय बड़ा धक्का लगा,
जब उनकी प्रिय अभिनेत्री शशिलाल नायर की फिल्म एक
छोटी सी लव स्टोरी में एक किशोर युवक के साथ सेक्स कर रही थी। यह फिल्म देखने के
बाद कोई भी यह कह सकता था कि मनीषा कोइराला का करियर किस फेज से गुजर रहा था | हालाँकि, इस दौरान मनीषा
कोइराला ने अग्निसाक्षी वाले पार्थो घोष की फिल्म एक सेकंड....जो ज़िन्दगी बदल दे
और दीप्ति नवल की फिल्म दो पैसे की धूप और चार आने की बारिश से वापसी करने की
कोशिश की। लेकिन, रामगोपाल वर्मा की गैंगस्टर वॉर फिल्म कंपनी और हॉरर फिल्म भूत
रिटर्न्स के बाद अभिनेत्री मनीषा कोइराला की फिल्मों में वापसी नहीं हुई।
घरेलू परेशानियां और कैंसर
२०१० से मनीषा कोइराला घरेलू परेशानियों से जूझ
रही थी। उनकी २०१० में एक नेपाली व्यवसाई सम्राट दहल से शादी हुई थी। लेकिन, यह शादी सफल नहीं हो
सकी। २०१२ में दोनों में तलाक़ हो गया। इसी साल उनके गर्भाशय में कैंसर का पता चला। यह किसी भी औरत की
बड़ी त्रासदी थी कि एक तरफ वह अपनी उथल पुथल भरे वैवाहिक ज़िंदगी से जूझ रही थी, दूसरी ओर उसे अब
कैंसर से भी लड़ना था। इसके बाद मनीषा कोइराला फिल्मों से बिलकुल दूर चंद शब्दों के समाचारों
में खो गई। कभी कभार यह खबर आती कि मनीषा कोइराला कहीं विदेश में अपना कैंसर का
ईलाज करा रही है। फिर एक दिन खबर आई कि वह अब बिलकुल ठीक है। इसी के साथ दर्शक
इंतज़ार करने लगे कि कब उनकी प्रिय अभिनेत्री मनीषा कोइराला अभिनय की दुनिया में
लौटती है !
अब डिअर माया और नर्गिस
अब तीन साल तक कैंसर के ईलाज के बाद पूरी तरह से
ठीक हो गई मनीषा कोइराला हिंदी फिल्मों में वापसी कर रही है। सुनैना भटनागर की
फिल्म डिअर माया उनकी वापसी के लिए श्रेष्ठ फिल्म साबित हो सकती है। डिअर माया २ जून को
रिलीज़ हो रही है। मनीषा कोइराला अपनी इस वापसी फिल्म के लिए खूब प्रचार कर रही हैं और
इंटरव्यू दे रही हैं। उनके चेहरे पर थकान साफ़ नज़र आती हैं। लेकिन, वापसी फिल्म का उत्साह इसे दूर भगा देता है। डिअर माया कितनों को
लुभा पाती है, पता नहीं। लेकिन मनीषा का सफ़र
अब चलते रहने वाला है। वह राजकुमार हिरानी की संजय दत्त के जीवन पर अनाम फिल्म में संजय दत्त की माँ
नर्गिस का किरदार कर रही हैं। मनीषा कोइराला ने संजय दत्त के साथ यलगार, सनम, अचानक, कारतूस, खौफ, बागी और महबूबा जैसी
फ़िल्में की हैं। कुछ फिल्मों में वह संजय दत्त का प्यार बनी थी। ऐसे में अपने रील
लाइफ प्रेमी की रील लाइफ माँ का किरदार किसी अभिनेत्री को अटपटा सा लग सकता है। लेकिन, अभिनेत्री मनीषा
कोइराला को ऐसी फिल्मों की दरकार है। वह जानती है कि वह संजय दत्त की बायोपिक से नर्गिस के उस दर्द को बयान कर
सकेगी, जो कैंसर से जूझती नर्गिस ने नशीली दवाओं के चपेट में रहने वाले बेटे को देख देख कर
भोगा था। यह संयोग की बात है कि नर्गिस दत्त की मौत भी कैंसर से हुई थी।
Thursday 25 May 2017
'काला' के ज़रिये रजनीकांत की राजनीति !
ऐसा लगता है कि सुपरस्टार रजनीकांत राजनीति में आने को लेकर गंभीर है। उनकी अगली फिल्म के ऐलान के बाद यह पुख्ता खबर लगती है। रजनीकांत की अगली फिल्म का निर्माण रजनीकांत के दामाद धनुष राजा कर रहे हैं। इस फिल्म का टाइटल काला रखा गया है । वंडर फिल्म्स के बैनर तले बनाई जा रही इस फिल्म का निर्देशन पीए रंजित कर रहे हैं। पीए रंजित ने २०१२ में रिलीज़ पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म 'मद्रास' से माध्यम पर अपनी पकड़ साबित की थी। रजनीकांत की पिछली हिट फिल्म कबाली का निर्देशन भी रंजित ने ही किया था। नई फिल्म का टाइटल 'काला' उत्तर भारतीयों द्वारा दक्षिण भारतीयों को उनके रंग के आधार पर अपमानित करने के लिए काला कह कर बुलाने से प्रेरित है। ख़ास बात यह है कि इस टाइटल के साथ कारिकालन शब्द भी जुड़ा है। कारिकालन एक चोल राजा था, जो अपने साहस और बुद्धिमानी के लिए मशहूर था। इससे साफ़ है कि फिल्म में रजनीकांत काले रंग के बावजूद अपनी श्रेष्ठता साबित करने जा रहे हैं। इस फिल्म की कहानी मुंबई की पृष्ठभूमि पर एक तमिल गैंगस्टर की है। मुंबई में रंग के आधार पर भेदभाव की इस कहानी में रजनीकांत तमाम बाधाओं और अपमान के बावजूद खुद के लिए सम्मान हासिल करते हैं। उल्लेखनीय है कि रजनीकांत ने कबाली फिल्म में भी मलेशिया के एक गैंगस्टर का किरदार किया था। रजनीकांत की २०१० की हिट फिल्म एंधिरन (हिंदी में रोबोट) की सीक्वल फिल्म २.० अगले साल रिलीज़ होगी। फिल्म काला का निर्माण तमिल और हिंदी में किया जायेगा। इस फिल्म को अन्य भारतीय भाषाओं में डब कर भी रिलीज़ किया जायेगा। दक्षिण के मशहूर फिल्म एडिटर श्रीकर प्रसाद पहली बार रजनीकांत की किसी फिल्म का संपादन करेंगे। आज इस फिल्म के हिंदी, इंग्लिश, तमिल, आदि भाषाओँ में पोस्टर रिलीज़ किये गए। क्या दक्षिण के लोगों के साथ उत्तर के भेदभाव को उजागर कर रजनीकांत तमिल राजनीति में अपनी पैंठ जमा पाएंगे ?
जब सोनम कपूर को बता दिया गया दीपिका पादुकोण
इक्का दुक्का बाहुबली फ़िल्में चाहे दुनिया फतह कर लें, लेकिन विदेशी मीडिया के लिए बॉलीवुड अभी भी अनजाना है। फिल्म तो फिल्म, विदेशी मीडिया के लोग चेहरो को तक नहीं पहचानते। अभी पिछले दिनों, दीपिका पादुकोण विदेशी मीडिया पर झल्लाती हुई नज़र आई कि मुझे प्रियंका चोपड़ा कह कर आवाज़ दी गई। अभी विदेशी जर्नो इस हादसे से उबरे नहीं थे कि दूसरा हादसा घट गया। ७०वे कांस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल को कवर कर रही एक अमेरिकन फोटो स्टॉक एजेंसी ने सोनम कपूर का फोटो लगा कर कैप्शन दिया कि ७०वे कांस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की प्रतियोगी श्रेणी में अपनी फिल्म मेएरोवित्ज़ स्टोरी के लिए हिस्सा लेने आई भारतीय अभिनेत्री दीपिका पादुकोण। सोनम कपूर फ्रांस में नियमित आती रहती है। जबकि, दीपिका पादुकोण का कांस फेस्टिवल में पहली एंट्री थी। इसलिए, सोनम कपूर के लिए यह ट्वीट शॉकिंग थी। उधर इतनी प्रतिष्ठित एजेंसी की यह त्रुटि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई। लेकिन, सोनम कपूर ने इसे ख़ास तवज्जो नहीं दी। जब सोनम कपूर की प्रतिक्रिया मांगी गई तो सोनम कपूर ने कहा, "सही टैग्ड हजारों फोटोज में से किसी एक फोटो का मिस टैग्ड गलती मानी जानी चाहिए, न कि इसे गलत पहचान माना जाना चाहिए । आप सही कर लीजिये, पीआर पर इतना भरोसा क्यों।" सोनम कपूर की यह प्रतिक्रिया सुन कर सहसा याद आ जाती हैं दीपिका पादुकोण। एक बार अमेरिका में विदेशी मीडिया ने दीपिका पादुकोण को क्वांटिको की प्रियंका चोपड़ा समझ कर, प्रियंका नाम से बुला लिया था। इससे दीपिका पादुकोण बिफर गई। उन्होंने विदेशी मीडिया को चेहरों की पहचान उसके रंग से करने वाला रंग भेदी मीडिया करार दिया था।
Wednesday 24 May 2017
वॉर मशीन के प्रमोशन और प्रीमियर पर ब्रैड पिट
आज (२४ मई को) हॉलीवुड अभियंता ब्रैड पिट अपनी फिल्म वॉर मशीन के प्रमोशन के लिए मुंबई में थे। बॉलीवुड के तमाम बड़े सितारे उनके स्वागत में पालक पांवड़े बिछाए हुए थे। इस प्रचार के दौरान शाहरुख़ खान उनके साथ बने रहे। वॉर मशीन, लेखक माइकल हेस्टिंग्स की नोटिफिकेशन बुक द ऑपरेटर्स का फिल्म रूपांतरण है। इस फिल्म को, एनिमल किंगडम फिल्म के लेखक निर्देशक डेविड मिचोड ने निर्देशित किया है। फिल्म में ब्रैड पिट एक अमेरिकन जनरल ग्लेन मैक्महोन का किरदार कर रहे हैं, जो युद्ध के मैदान में अपनी रॉक स्टार युद्ध-शैली के कारण मशहूर है। उसका पतन उस समय शुरू होता है, जब एक पत्रकार उसकी बखिया उधेड़ने लगता है। इस फिल्म के निर्माण में ६० मिलियन डॉलर खर्च हुए है। यह फिल्म थिएटरों में रिलीज़ नहीं हो रही है। इस फिल्म को २६ मई से नेटफ्लिक्स पर दिखाया जायेगा। आज रात इस फिल्म के प्रीमियर में ब्रैड पिट ने भी हिस्सा लिया।
डार्क फ़ीनिक्स यानि एक्स-मेन ७
पिछले कुछ
महीनों की अफवाहों के गर्म बाज़ार के बाद यह तय हो गया है कि एक्स-मेन सरिस की अगली
फिल्म डार्क फ़ीनिक्स टाइटल के साथ रिलीज़ की जाएगी | इस फिल्म को एक्स-मेन सीरीज की दो फिल्मों एक्स २: एक्स मेन यूनाइटेड
और एक्स-मेन : द लास्ट स्टैंड को रिबूट कर बनाया
जा रहा है | इस फिल्म की
पृष्ठभूमि १९९० के दशक वाली होगी | फिल्म में सोफी टर्नर अपने जीन ग्रे के किरदार में नज़र आएँगी | फिल्म की पूरी
कास्ट क्या होगी, इसका ऐलान होना बाकी है | मगर टुकड़ों टुकड़ों में खबरें ज़रूर छान कर आ रही है | इन खबरों के अनुसार
फिल्म से दो दूसरे आइकोनिक चरित्र जोड़े जा रहे हैं | हालिया रिलीज़ फिल्म एलियन: कोवेनेंट के माइकल फस्बेंदर की मैग्नेटो
के बतौर वापसी होगी | फिल्म के एक प्रोडूसर
हच पार्कर ने सिनेमाब्लैंड को संकेत दिया कि जेनिफर लॉरेंस का मिस्टिक करैक्टर भी
फिल्म में होगा | सीरीज के
निर्माताओं के बयानों पर भरोसा करें तो प्रोफेसर एक्स, बीस्ट, मोइरा मकटागेर्ट,
क्विकसिल्वर, स्टॉर्म और नाईटक्रॉलर जैसे चरित्र फिर वापसी करेंगे | कुछ बुरे चरित्रों
को शामिल किये जाने पर भी काम चल रहा है | ख़ास बात यह है कि डार्क फ़ीनिक्स से लेखक-निर्माता सिमोन किन्बर्ग
बतौर निर्देशक डेब्यू करेंगे | यह भी तय हो गया है कि एक्स-मेन: डार्क फ़ीनिक्स २ नवम्बर २०१८ को
रिलीज़ होगी |
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