ऐसा लगता है कि सुपरस्टार रजनीकांत राजनीति में आने को लेकर गंभीर है। उनकी अगली फिल्म के ऐलान के बाद यह पुख्ता खबर लगती है। रजनीकांत की अगली फिल्म का निर्माण रजनीकांत के दामाद धनुष राजा कर रहे हैं। इस फिल्म का टाइटल काला रखा गया है । वंडर फिल्म्स के बैनर तले बनाई जा रही इस फिल्म का निर्देशन पीए रंजित कर रहे हैं। पीए रंजित ने २०१२ में रिलीज़ पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म 'मद्रास' से माध्यम पर अपनी पकड़ साबित की थी। रजनीकांत की पिछली हिट फिल्म कबाली का निर्देशन भी रंजित ने ही किया था। नई फिल्म का टाइटल 'काला' उत्तर भारतीयों द्वारा दक्षिण भारतीयों को उनके रंग के आधार पर अपमानित करने के लिए काला कह कर बुलाने से प्रेरित है। ख़ास बात यह है कि इस टाइटल के साथ कारिकालन शब्द भी जुड़ा है। कारिकालन एक चोल राजा था, जो अपने साहस और बुद्धिमानी के लिए मशहूर था। इससे साफ़ है कि फिल्म में रजनीकांत काले रंग के बावजूद अपनी श्रेष्ठता साबित करने जा रहे हैं। इस फिल्म की कहानी मुंबई की पृष्ठभूमि पर एक तमिल गैंगस्टर की है। मुंबई में रंग के आधार पर भेदभाव की इस कहानी में रजनीकांत तमाम बाधाओं और अपमान के बावजूद खुद के लिए सम्मान हासिल करते हैं। उल्लेखनीय है कि रजनीकांत ने कबाली फिल्म में भी मलेशिया के एक गैंगस्टर का किरदार किया था। रजनीकांत की २०१० की हिट फिल्म एंधिरन (हिंदी में रोबोट) की सीक्वल फिल्म २.० अगले साल रिलीज़ होगी। फिल्म काला का निर्माण तमिल और हिंदी में किया जायेगा। इस फिल्म को अन्य भारतीय भाषाओं में डब कर भी रिलीज़ किया जायेगा। दक्षिण के मशहूर फिल्म एडिटर श्रीकर प्रसाद पहली बार रजनीकांत की किसी फिल्म का संपादन करेंगे। आज इस फिल्म के हिंदी, इंग्लिश, तमिल, आदि भाषाओँ में पोस्टर रिलीज़ किये गए। क्या दक्षिण के लोगों के साथ उत्तर के भेदभाव को उजागर कर रजनीकांत तमिल राजनीति में अपनी पैंठ जमा पाएंगे ?
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 25 May 2017
'काला' के ज़रिये रजनीकांत की राजनीति !
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Rajanikanth,
साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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