प्रियंका चोपड़ा अच्छी तरह से जानती हैं कि बुरे किरदार खेल कर, कितनी शोहरत पाई जा सकती है। २००४ में अब्बास मुस्तान की फिल्म ऐतराज में सोनिया राय का खल किरदार करके प्रियंका चोपड़ा ने खुद के सेक्स अपील को भी साबित किया था और अच्छे अभिनय के लिए सराहना भी प्राप्त की थी। इस फिल्म के लिए वह फिल्मफेयर अवार्ड्स में सह नायिका और खल नायिका की श्रेणी में नामांकित हुई थी। उन्होंने श्रेष्ठ खल नायिका का फिल्मफेयर अवार्ड जीता भी। खल किरदार के इस करिश्मे को प्रियंका चोपड़ा ने हॉलीवुड में भी दोहराया। प्रियंका चोपड़ा ने एबीसी के शो क्वांटिको में एफबीआई एजेंट से खून-खराबा करने वाली अलेक्स परीश के कमोबेश निगेटिव किरदार को किया, जो आतंकवादियों के खतरे से न्यू यॉर्क शहर ही नहीं, दुनिया को बचा ले जाती है। इस रोल के लिए उन्हें पूरे अमेरिका में पहचाना जाने लगा। इसी पहचान का तकाज़ा था, अमेरिकन टेलीविज़न पर बेहद पॉपुलर सीरीज बेवॉच का फिल्म संस्करण बेवॉच। समुद्र के किनारे घूम घूम कर, डूबते या किसी संकट में फंसे लोगों को बचाने वाले लाइफ गार्ड्स की इस कहानी में प्रियंका चोपड़ा एक निगेटिव किरदार विक्टोरिया लीडस् को कर रही हैं। यह किरदार बेहद धनी और अति महत्वकांक्षी औरत का है। वह समुद्र तट का उपयोग ड्रग स्मगलिंग के लिए करती है। इसमें उसका टकराव होता है मिच बुचनान (ड्वेन जॉनसन) और मैट ब्रॉडी (ज़क एफ्रोन) से। वह कितनी ताक़तवर है, इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि एक दूसरे के विरोधी मिच और मैट को मिल कर काम करना पड़ता है। प्रियंका चोपड़ा अपने इस किरदार को महिला सशक्तिकरण से जोड़ती हैं, "यह करैक्टर औरत को साबित करता है। पुरुषों की दुनिया में वह एक औरत है। वह पैसों के सहारे बनी अमीर औरत नहीं। वह सेल्फ-मेड है। उसके लिए महत्वपूर्ण ड्रग और दौलत नहीं, बल्कि ताक़त है। इसी लिए मैंने इस किरदार को किया।" बताते चलें कि पहले इस किरदार को किसी पुरुष एक्टर के लिए लिखा गया था। परन्तु, निर्देशक सेठ गॉर्डन को ऐसा लगा कि प्रियंका चोपड़ा ज़्यादा बढ़िया चुनाव हो सकती है। प्रियंका चोपड़ा ने प्रस्ताव मिलते ही इसे मंज़ूर कर लिया। फिल्म को स्वीकार करने के पीछे बचपन भी छुपा था। प्रियंका चोपड़ा ने याद करते हुए कहा था, "मैं और मॉम की पसंदीदा सीरीज थी बेवॉच। मुझे सीरीज का थीम सांग पसंद था।" दर्शक प्रियंका चोपड़ा को विक्टोरिया लीडस् के किरदार में २५ मई से देख सकेंगे, जब फ़िल्म बेवॉच भारत में रिलीज़ होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 4 May 2017
प्रियंका चोपड़ा क्यों बनी बेवाच की विलेन !
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Priyanka Chopra,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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