जब मैट रीव्स और मार्क बॉम्बैक की निर्देशक- स्क्रीन राइटर जोड़ी को २०१४ की फिल्म डॉन ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स की कमान सौंपी गई, उस समय फिल्म की रिलीज़ की तारिख का ऐलान किया जा चुका था। ऐसे में इस जोड़ी को समय के साथ रफ़्तार पकड़नी थी। रीव्स कहते हैं, "हम पागलों की तरह काम कर रहे थे।" लेकिन इसका परिणाम काफी सुखद रहा। डॉन ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स ने वर्ल्डवाइड ७०० मिलियन डॉलर से अधिक का ग्रॉस किया। इसके साथ ही फिल्म के सीक्वल की नींव भी पड़ गई। मगर, पेंच तो अभी बाकी था। यह पेंच फॉक्स स्टूडियोज ने डाला। उन्होंने इस बार इस जोड़ी को खूब समय दिया। इस जोड़ी ने हर वह काम किया, जो एक राइटर करता है। रीव्स कहते हैं, "हमने अपनी ज़िन्दगी के बारे में बात की, ऐतिहासिक कहानियों को पढ़ा और ढेरों फ़िल्में देखी।" रीव्स-बॉम्बैक जोड़ी ने एप्स फ्रैंचाइज़ी पर बनी तमाम फ़िल्में देखी। ब्रिज ऑफ़ द रिवर क्वाई और ग्रेट एस्केप के अलावा स्क्रिप्ट को बाइबिल प्रभावित बनाने के लिए बेन हर और द टेन कमांडमेंट्स देखी। कहने का मतलब यह कि कुछ प्रभाव इसका, कुछ उसका। इन सभी को रीव्स और बॉम्बैक ने गहराई से लिया। इसलिए, जब यह जोड़ी फिल्म लिखने बैठी तो उन्हें अपनी पसंदीदा फिल्मों की प्रतिध्वनि सुनाई दे रही थी। फिल्म में बंदरों के नेता सीजर (एंडी सर्किस) और कर्नल (वुडी हर्रेलसन) के किरदार के बीच के संवाद-विवाद ब्रिज ऑन द रिवर क्वाई में एलेक गिनेस के ब्रिटिश कमांडर कर्नल निकोल्सन और सेसुए हायकावा के प्रिजन कैंप के कर्नल सैतो की प्रतिध्वनि हैं। वॉर फॉर द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स १४ जुलाई को रिलीज़ हो रही है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 6 May 2017
बाइबिल से भी प्रभावित है वॉर फॉर द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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