Saturday 2 March 2019

नोटबुक में २००७ का कश्मीर


कश्मीर की पृष्ठभूमि में स्थापित नोटबुक दर्शकों को एक रोमांटिक सफ़र पर ले जाएगी।  इस फिल्म को देखते हुए, आपके जहन में सवाल उमड़ पड़ेगा कि क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ प्यार में पड़ सकते हैं जिससे आप कभी मिले नहीं है। 

फिल्म नोटबुक की कहानी २००७ के कश्मीर के भीतर के हालात की है। उस समय कई बार इंटरनेट फ़ोन और सोशल मीडिया इस्तेमाल बंद कर दिया जाता था। इसलिए लोग अपने संदेश पहुंचाने के लिए लेटर या पुराने संसाधनों का इस्तेमाल किया करते थे। वैसे भी कई लोग सोशल मीडिया की जगह अपनी भावनाए नोटबुक में लिखा करते थे तथा आज भी लोग नोटबुक इस्तेमाल करते है । 


फिल्म में यह दिखाया गया है कि एक नोटबुक के जरिये दो अजनबियों को प्यार हो जाता है तथा वह बड़ी कोशिशों के बाद कैसे मिलते है।

फिल्म नोटबुक को कश्मीर की खूबसूरत घाटियों में फ़िल्माया गया है। फिल्म में दो प्रेमी फिरदौस और कबीर की प्रामाणिक प्रेम कहानी के साथ-साथ बाल कलाकारों की दमदार कास्टिंग देखने मिलेगी जो कहानी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

नितिन कक्कड़ द्वारा निर्देशित यह फ़िल्म सलमान खानमुराद खेतानी और अश्विन वर्दे द्वारा निर्मित है। फ़िल्म नोटबुक २९ मार्च, २०१९ को रिलीज होगी ।


अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मीरा - क्लिक करें 

Friday 1 March 2019

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मीरा


क्या भारत, बड़ी तेज़ी से पनप रही हाई प्रोफ़ाइल बलात्कार संस्कृति का मुकाबला करने के लिए संघर्ष कर रहा ? देश, एक ऐसे समाज की कल्पना कर सकता है जहां महिलाएं अज्ञात पुरुषों की कंपनी में सुरक्षित महसूस करती हैं?

३० मिनट की लघु फिल्म " मीरा " महिलाओं की सुरक्षा के बारे में बात करती है और हमें आश्चर्यचकित करती है कि क्या हम वास्तव में महिलाओं को आश्वस्त कर सकते हैं कि यह एक सुरक्षित दुनिया है।

मीरा- बलात्कार और बदला लेने के बारे में एक गहन लघु फिल्म। यह सोचा गया- बलात्कार पर लघु फिल्म को उकसाने में पीड़ितों की संयुक्त पीड़ा को दर्शाया गया है। कहानी एक अलग तरीके से सामने आती है और दर्शकों के लिए बहुत सारे सवाल खड़े करती है - भले ही वह खड़ी हो ... क्या समाज उसे आसानी से स्वीकार करेगा? क्या उसका जीवन सरल होगा जैसा कि पहले था। ऐसे क्राइम की सजा क्या होनी चाहिए ??


फिल्म के निर्देशक सुनील पठारे ने इस विषय पर बात की "मीरा हमारे समाज की एक बहादुर महिला की कहानी है। फिल्म का विचार मौलिक सत्य के आसपास केंद्रित है कि महिला सुरक्षा अकेले महिलाओं के बारे में नहीं है, यही वजह है कि हमने प्रतिज्ञा की है।" एक छोटी फिल्म बनाने के लिए जो स्पष्ट रूप से पुरुषों की मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है, चाहे वह उम्र और स्थिति के अनुसार हो


फिल्म के निर्माता कपिल पठारे कहते हैं, "जब तक पुरुषों की दृष्टि नहीं बदलती, कुछ भी नहीं बदलेगा। महिलाओं को पुरुषों की वस्तु की तरह नहीं माना जाना चाहिए। एक व्यक्ति को हमेशा उसका सम्मान करना चाहिए। जब एक महिला कहती है कि नहीं ... इसका मतलब ना ही होता है। अब बलात्कार ना हो "


समर के पास हैं प्रशंसकों की तारीफें - क्लिक करे 

समर के पास हैं प्रशंसकों की तारीफें



मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहियोसत्या देवी (नीलू वाघेला) और उनके दामाद समर

(नैमिष तनेजा) के बीच नाटकीय और मजेदार नोकझोंक से भरे टकराव के कारण दर्शकों के
पसंदीदा फिक्शन शो में से एक बनता जा रहा है। यह सास बहू के डेली ड्रामा से बहुत अलग
है और सास-दामाद की जोड़ी के बीच प्यार और नफरत भरे रिश्तों को दिखाता है।

समर और सत्या देवीशो में एक-दूसरे के खिलाफ लगातार जहर उगलते हुएजया को भ्रमित
करते रहते हैं और उसे मजबूर करते हैं कि वह इन दोनों में से किसी एक को चुनेंऔर
जाहिर है कि वह अपनी माँ को ही चुनती है। शो में ध्रुव रायचंद के रूप में रुस्लान मुमताज
के आने के साथ ही समर और जया का जीवन रोलर-कोस्टर की तरह हो गया है। शो का
स्वीट रोमांटिक हीरोसमरजया को ध्रुव से शादी करने की इजाजत देता है जिससे उसे
अहसास हो सके कि वह केवल समर से ही प्यार करती है और किसी अन्य पुरुष से प्यार
नहीं कर सकती। शो पर आगामी ट्रैक मेंसमर एक जुनूनी प्रेमी की तरह व्यवहार करता है
और एक ऐसे हालात में होता है जहां पर वह जया को उसके जीवन में वापस लाने के लिए
कुछ भी कर सकता है। समर के प्रशसंक उसे इस जुनूनी प्रेमी और एक ओवर-केयरिंग और
खूब प्यार करने वाले पति के रूप में प्यार कर रहे हैं।

असली ज़िन्दगी में नमिश को ट्वीट्स और मेसेज्स मिल रहे हैं जहां पर उनकी महिला
प्रशंसक उनके जैसा ही एक प्रेमी या साथी चाहती हैं। जिस तरह से समर अपनी पत्नी जया
से प्यार करता हैउसे देखकर लडकियां फ़िदा हैं और वह चाहती हैं कि उनका पति भी समर
के जैसा ही भावुक हो। इसके लिएसमर की भूमिका निभाने वाले  नमिश कहते हैं, "यह ट्रैक
मेरे पसंदीदा ट्रैक में से एक है क्योंकि मुझे शो में प्यार और मेरी बीवी के लिए जुनून
दिखाने की जरूरत है। प्यार एक बहुत ही शुद्ध भावना है जिसे मजबूर नहीं किया जा सकता
है और यही कारण है कि मैंने अपने प्यार को आज़ाद  कर दिया है। मैं चाहता हूं कि जया
अपने जीवन में मेरे महत्व और प्यार को समझे। और मुझे इस बात का पूरा यकीन है कि
वह मेरे लिए अपने प्यार और जुनून को समझेगी और एक दिन मेरे पास वापस आएगी। ”
उन्होनें कहा कि जिस तरह से मुझे मेरे प्रशंसकों से मिल रहा है, उससे मैं समर कम और निमिश
ज्यादा लग रहा हूँ। मेरे पास न जाने कितनी लडकियों के मेसेज आ रहेकि उन्हें समर जैसा ही साथी
अपनी जिन्दगी में चाहिये, जो यकीनन ही मुझे प्रेमी के रूप में खुश करता है। मुझे खुशी है कि मैं न केवल शो में बल्कि असली जिन्दगी में भी सच्चे प्यार का विचार ला रहा हूँ। I 

डैनी का बेटा और अनीता राज की भतीजी की स्क्वाड !-  क्लिक करें 

डैनी का बेटा और अनीता राज की भतीजी की स्क्वाड !


एक्शन फिल्म स्क्वाड कई मायनों में ख़ास है। पहला यह कि इस फिल्म के निर्माता नीलेश सहायअभिनेता संजय दत्त के कजिन हैं। उनकी माँ का नाम ज़ाहिदा है । वह नर्गिस की भतीजी और अख्तर हुसैन की बेटी थी 
डैनी डेंज़ोंग्पा का बेटा
इस फिल्म के नायक-नायिका एक्टर का सम्बन्ध भी फिल्म सितारों से है। फिल्म के नायक रिन्ज़िंग डेंज़ोंग्पा के पिता डैनी डेंज़ोंग्पा फिल्म अभिनेता हैं।  कभी उनकी खलनायिकी के जलवे हुआ करते थे।


अनिता राज की भतीजी
फिल्म की नायिका मालविका राज हैं। वह फिल्म अभिनेत्री अनीता राज की भतीजी यानि अनीता राज के भाई बॉबी राज की बेटी हैं। उन्हें हिंदी फिल्म दर्शकों ने कभी ख़ुशी कभी गम में करीना कपूर की बाल भूमिका में देखा था। यह तो हुआ फिल्म से जुड़ी कास्ट का फिल्म वालों से सम्बन्ध।

एक्शन फिल्म डायरेक्ट करने वाली पहली महिला
फिल्म स्क्वाड की निर्देशक ज्योति कपूर दास हैं। ज्योति कपूर की यह पहली फीचर फिल्म है। वह तीन शार्ट फ़िल्में बना चुकी हैं।  उनकी टिस्का चोपड़ा के साथ फिल्म चटनी काफी प्रशंसित और चर्चित हुई थी।  वह बॉलीवुड की पहली महिला निर्देशक बन गई हैंजो कोई एक्शन फिल्म निर्देशित कर रही हैं।


खतरनाक एक्शन, थोड़ा रोमांस
इस फिल्म में रिन्ज़िंग और मालविका को फिल्म में खतरनाक एक्शन करने होंगे।  क्योंकियह दोनों स्पेशल फाॅर्स के एजेंट की भूमिका कर रहे हैं। फिल्म में मालविका का नाम आरिआ है।  आरिआ निशाना लगाने में माहिर है।  फिल्म में दोनों युवा एक्टर्स को खतरनाक एक्शन करने हैंथोड़ा रोमांस भी।

अप्रैल से शुरू शूट
इस फिल्म की शूटिंग अप्रैल में मुंबई में शुरू हो जाएगी।  बाद में फिल्म की शूटिंग बुडापेस्ट में होगी।  इस फिल्म के एक्शन मैड मैक्स: फ्यूरी रोड के एक्शन डिज़ाइनर किएर बेक डिज़ाइन करेंगे ।


नवोदय टाइम्स ०१ मार्च २०१९ - क्लिक करें 

नवोदय टाइम्स ०१ मार्च २०१९

अमिताभ बच्चन का रैप सॉंग बदला

क्या हिट फ्लॉप की लुका छुपी से उबर पायेंगे कार्तिक आर्यन ?


अब गेंद  कार्तिक आर्यन के पाले में हैं।  उनकी फिल्म लुका छुपी आज रिलीज़ हो रही है।  लिव- इन रिलेशनशिप पर यह फिल्म रोमकॉम है।  इस फिल्म के निर्माता लव रंजन तो है।  लेकिन, निर्देशक लव रंजन नहीं है।  अब कार्तिक आर्यन को यह साबित करना है कि वह डायरेक्टर के एक्टर हैंन कि डायरेक्टर लव रंजन के। 

फिल्म लुका छुपी के डायरेक्टर लक्षमण उतेकर हैं।  कार्तिक आर्यन  की अब तक की सफल फिल्मों के नुसरत भरुचा उनका साथ देती रही थी।  इस फिल्म में भी नुसरत नहीं हैं।  देखा जाए तो कार्तिक आर्यन बिना नुसरत के सफल नहीं होते।


प्यार का पंचनामा और आकाश-वाणी की सफलता के बाद, कार्तिक आर्यन को सुभाष घई जैसे दिग्गज शोमैन की फिल्म कांची द अनब्रेकेबल का नायक बनने का मौक़ा मिला था।  इस फिल्म की नायिका नवोदित मिष्टी थी।  सुभाष घई की यह रोमांस फिल्म बुरी तरह से असफल रही थी।

इसके  बाद, कार्तिक आर्यन, निदेशक अश्विनी  धीर की फिल्म गेस्ट इन लंदन के नायक बन कर आये।  दो साल पहले ही, कार्तिक आर्यन की फिल्म प्यार का पंचनामा २ हिट हुई थी। गेस्ट इन लंदन, अजय देवगन की २०१० में रिलीज़ कॉमेडी फिल्म अतिथि तुम कब जाओगे का सीक्वल फिल्म थी।  फिल्म की नायिका कृति खरबंदा थी। परेश रावल के अतिथि किरदार वाली यह फिल्म बुरी तरह से असफल रही।


इससे ऐसा लगता है कि  कार्तिक आर्यन, निर्देशक लव रंजन के एक्टर और नुसरत भरुचा के नायक हैं।  जबकि, लुका छुपी के डायरेक्टर लव रंजन तो नहीं ही हैं, उनकी नायिका भी नुसरत भरुचा नहीं हैं।  लुका छुपी में कार्तिक आर्यन को कृति सैनन के साथ लुका छुपी करनी पड़ रही है।


क्या कार्तिक आर्यन खुद को सोलो हीरो मटेरियल वाला एक्टर साबित कर पाएंगे ?


म्यूजिक विडियो लोगों की जली - गायक राहुल साठे - क्लिक करें