Wednesday, 6 February 2019

जॉन अब्राहम (John Abraham) को पसंद है राजनीतिक फ़िल्में


गरम मसाला, दोस्ताना और हाउसफुल ४ के माचो जोड़ीदार जॉन अब्राहम (John Abraham) और अक्षय कुमार (Akshay Kumar) का फिल्म करियर अलग दिशा मे जाता नज़र आ रहा है। जहाँ, अक्षय कुमार ने अपनी देशभक्तिपूर्ण फिल्मों से खुद को आधुनिक भारत कुमार बना लिया है, वहीँ जॉन अब्राहम की फिल्मों की टोन राजनीतिक होती नज़र आ रही है। इस बाबत जॉन अब्राहम कहते हैं, “मुझे राजनीतिक थीम वाली फ़िल्में बनाना पसंद है। देश के लिए यह अच्छा है कि एक अच्छा राजनेता सत्ता मे रहे।ज़ाहिर है कि जॉन अब्राहम के ऐसा कहने के निहितार्थ है। यह उनकी फिल्मों में भी नज़र आता है। 

मद्रास कैफ़े में राजीव गाँधी हत्याकांड
निर्देशक शूजित सरकार (Shoojit Sircar) की फिल्म मद्रास कैफ़े (२०१३) के कथानक में श्रीलंका के सिविल वॉर के दौर की पृष्ठभूमि थी। भारतीय सेना के एक अधिकारी मेजर विक्रम सिंह को, रॉ द्वारा भारत की शांति सेना की वापसी के बाद लिट्टे द्वारा की जा रही साजिश को असफल बनाना था। वहीँ उसे भारत के पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गाँधी की हत्या की साज़िश का पता चलता है। यह जॉन अब्राहम की अंतर्राष्ट्रीय राजनीति की दुरिभिसंधियों का खुलासा करने वाली फिल्म थी। 

भारत के १९९८ के परमाणु विस्फोट पर
अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) की फिल्म परमाणु द स्टोरी ऑफ़ पोखरण (२०१८), भारत के द्वारा १९९८ में किये गए ५ लगातार परमाणु विस्फोटों पर केन्द्रित थी। इस फिल्म में जॉन अब्राहम का किरदार गोपनीय ढंग से इस विस्फोट को पूरा करने का सफल प्रयास करता है। 

भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्यमेव जयते    
लेखक-निर्देशक मिलाप जावेरी (Milap Zaveri) की फिल्म सत्यमेव जयते (२०१८) मुंबई की पुलिस में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सजग नागरिक की हिंसक कार्यवाही पर फिल्म थी। वीर राठोड (जॉन अब्राहम) मुंबई पुलिस के भ्रष्ट अधिकारियों की काफी क्रूरता से हत्या करता चलता है। 

रॉ के जासूस रोमियो अकबर वाल्टर
रोबी ग्रेवाल (Robbie Grewal) की फिल्म रोमियो अकबर वाल्टर (रॉ) (२०१९), एक रॉ जासूस रविन्द्र कौशिक की है, जिसने १९७१ के युद्ध के दौरान पाकिस्तान जा कर, पाकिस्तानी सेना के गुप्त रहस्य भारतीय सेना को उपलब्ध करवाए थे। इस फिल्म के रोमियो अकबर और वाल्टर जॉन अब्राहम के ही स्पाई रूप हैं।

आतंकियों का बाटला हाउस एनकाउंटर
निर्देशक निखिल अडवाणी (Nikhil Advani) की फिल्म बाटला हाउस (२०१९) भी एक वास्तविक घटना पर है, जो १९ सितम्बर २००८ को, पुरानी दिल्ली के एक घर बाटला हाउस में छुपे आतंकवादियों के एनकाउंटर के कारण काफी चर्चित हुई थी। फिल्म में जॉन अब्राहम, इन आतंकवादियों का एनकाउंटर करने वाले एसीपी संजीव कुमार यादव की भूमिका कर रहे हैं। 

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