भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 9 February 2015
फिल्म एंड टेलीविज़न डायरेक्टर्स एसोसिएशन के नए ऑफिस का सितारों से भरा उद्घाटन हुआ (कुछ तस्वीरें)
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कलान जर्मनी में गूंजी 'सर्च फॉर बुद्धा' सिम्फनी
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करण जौहर का कैजाद, बॉम्बे वेलवेट का विलेन
कुछ समय पहले अनुराग कश्यप ने कहा था कि मशहूर निर्माता निर्देशक करण जौहर फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' के सरप्राइज पैकेज होंगे। ६० के दशक के बॉम्बे, ख़ास तौर पर बॉलीवुड पर केंद्रित 'बॉम्बे वेलवेट' में रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में अनुष्का शर्मा जैज़ सिंगर रोज़ी नोरोन्हा के किरदार में हैं। वह फिल्म में बॉक्सर जॉनी बलराज का किरदार कर रहे रणबीर कपूर से प्रेम करती है। इन दिनों के बीच विलन का काम कर रहे हैं करण जौहर। आज सुबह फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' में करण जौहर के किरदार का फर्स्ट लुक जारी किया गया। इस फर्स्ट लुक में करण जौहर कैजाद खम्बाटा के गेटअप में नज़र आ रहे हैं। करण जौहर को हमेशा सफाचट दाढ़ी मूछ में देखने के आदी दर्शकों के लिए करण जौहर का यह लुक सचमुच चकित करने वाला है। बताते हैं कि उनका यह लुक टेबलायड अंग्रेजी साप्ताहिक 'ब्लिट्ज' के संस्थापक और संपादक से प्रेरित है । अब देखने की बात होगी कि करण जौहर एक संपादक के अवतार में अपनी कुटिल चालों के ज़रिये रोज़ी और जॉनी का जीना कितना दूभर कर पाते हैं और दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच ला पाते हैं। 'बॉम्बे वेलवेट' १५ मई को रिलीज़ हो रही है।
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Sunday, 8 February 2015
'ओये' अक्षत-अभिषेक की.…कंपनी !
अक्षत राज सलूजा 'ज़ी सिनेस्टार की खोज' की खोज हैं। पर इस सिनेस्टार की खोज को बतौर नायक कोई फिल्म नहीं मिली। इक्का दुक्का फिल्मों में छोटी मोटी भूमिकाएं की। अभिषेक अवस्थी भी टीवी की ही देन हैं। वह स्टार प्लस के डांस कम्पीटीशन शो 'नच बलिए' के तीसरे सीजन के फर्स्ट रनर्सअप थे। अभिषेक ने कुछ रियलिटी शो और टीवी सीरियल किये हैं। अक्षत और अभिषेक को मिलाया स्टार प्लस डांस रियलिटी शो 'ज़रा नचके दिखा' ने। यह दोनों इसके प्रतिभागी थे। ज़ाहिर है कि दोनों का डांस मुक़ाबला हुआ ही था। लेकिन, अब यह दोनों आपस में मित्र होने के साथ बिज़नेस पार्टनर भी हैं। इन दोनों ने एक इवेंट्स मैनेजर जीतू गुप्ता के साथ मिल कर अपनी कंपनी ओये मीडिया प्राइवेट लिमिटेड बनाई है। यह कंपनी टीवी शो बनाएगी, फ़िल्में भी बनाएगी और अपने जैसे एक्टर्स का काम भी देखेगी। पिछले दिनों इस कंपनी का लोगो लांच किया गया। इसे लांच करने संगीतकार सलीम मर्चेंट आये। इस मौके पर कई टीवी सितारों की मौजूदगी बता रही थी कि ओये कंपनी को ओये कहने वाले सितारों की कमी नहीं है।
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 7 February 2015
बनेगा 'बेबी' का सीक्वल
इस साल की पहली बड़ी हिट फिल्म 'बेबी' की सफलता से फिल्म के नायक अक्षय कुमार खासे उत्साहित हैं। 'बेबी' न केवल दर्शकों के लिए बढ़िया थ्रिलर फिल्म साबित हो रही है, बल्कि देश भक्ति की फिल्म का तमगा पा रही है और अक्षय को बढ़िया एक्टर बता रही है। इसीलिए, बेबी के सीक्वल को बनाने के निर्णय ले लिया गया। है। 'बेबी २' अक्षय कुमार को मुख्य भूमिका में लेकर नीरज पाण्डेय ही निर्देशित करेंगे। फिल्म की शूटिंग अगले साल की शुरू में शुरू हो जाएगी। इस समय तक नीरज पाण्डेय इंडियन क्रिकेट टीम के कैप्टेन महेंद्र सिंह धोनी पर सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म 'धोनी' को भी पूरा कर लेंगे। बताते हैं कि नीरज पाण्डेय बेबी को फ्रैंचाइज़ी की तरह विकसित करना चाहते हैं। इस समय सफल फिल्मों के शीर्षकों को फ्रैंचाइज़ी बना कर फ़िल्में बनाने का सिलसिला चल निकला है। इस मामले में भट्ट कैंप झंडाबरदार है। नीरज ने जब बेबी की फ्रैंचाइज़ी का आईडिया अक्षय कुमार को बताया तो अक्षय ने इसे तुरंत मंज़ूर कर लिया। जहाँ तक बेबी को फ्रैंचाइज़ी बनाने का प्रश्न है, नीरज पाण्डेय जब बेबी लिख रहे थे, तभी उन्होंने इस बारे में सोचा था। खुद अक्षय कुमार भी बेबी के एक्शन और थ्रिल से खासे प्रभावित हुए हैं। एक्शन के लिहाज़ से 'बेबी' अक्षय कुमार के एक्शन को नए आयाम देने वाली फिल्म है। वह बेबी २ के द्वारा अपने एक्शन को अगले मुकाम पर ले जाना चाहते हैं। खुद फिल्म के निर्माता भूषण कुमार का इरादा बेबी के सीक्वल को ज़्यादा जानदार और शानदार बनाने का है। तो तैयार हो जाइये गणतंत्र दिवस २०१७ को रिलीज़ होने जा रही अक्षय कुमार के धमाकेदार एक्शन वाली भव्य फिल्म 'बॉबी २' देखने के लिए।
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आज जी
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सनी लियॉन की एक पहेली- साडी में लीला
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जब सनी लियोनी को नहलाया १०० लीटर दूध से
फिल्म 'एक पहेली लीला' की शूटिंग के दौरान एक खास सीन की शूटिंग के लिए निर्माताओं ने १०० लीटर दूध का उपयोग किया। जी हां हमने सुना है कि हाल ही में राजस्थान में कड़ाके की पड़ती ठंड के बीच फिल्म की अभिनेत्री सनी लियोनी के नहाने का एक विशेष सीन शूट करने के लिए फिल्म यूनिट ने सनी पर १०० लीटर दूध बहा दिया । गौरतलब हो कि सनी इस फिल्म में एक कामुक अवतार में नजर आने वाली हैं। जानकारी के अनुसार यद्यपि दूध को पतला करने के लिए उसमें गरम पानी मिलाया गया था, फिर भी इस सीन के बाद सनी लियोनी के शरीर पर चकते पड़ गये । लेकिन सनी ने पेशेवराना नजरिया दिखाते हुए शूटिंग में बिना किसी तरह के व्यवधान डाले पूरा सीन शूट कराया।
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ये ल्लों !!!
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Thursday, 5 February 2015
क्या!!! 'शोले' से पहले 'उमरावजान' रिलीज़ हुई थी ?
आम तौर पर मैं अख़बारों की मैगज़ीन शाम या रात में ही पढ़ पाता हूँ। इसी कारण से नवभारत टाइम्स लखनऊ ०४ फरवरी २०१५ की मैगज़ीन रात में पढने लगा। पहले पेज पर आर्टिकल था- शोले की रील से बनेंगे बटन। शीर्षक दिलचस्प लगा तो पढने लगा। इसकी लेखिका ज़ेबा हसन को मैं सचेत पत्रकार मानता हूँ कि वह जो लिखती हैं छानबीन कर ही लिखती हैं। लेकिन, यह लेख पढ़ कर मुझे अफ़सोस हुआ। इस लेख में भयंकर तथ्यात्मक भूलें हैं। लिखा गया है कि लीला सिनेमा में पहली फिल्म 'उमरावजान' रिलीज़ हुई थी, जो केवल एक हफ्ता चली थी। यह भयंकर भूल है। क्योंकि, लीला में फर्स्ट रन में रिलीज़ होने वाली फिल्म शोले ही थी। उमरावजान रिलीज़ हो यह संभव ही नहीं है, क्योंकि मुज़फ्फर अली की उमरावजान १९८१ में रिलीज़ हुई थी। जेपी दत्ता की उमराव जान तो २५ साल बाद रिलीज़ हुई थी। इसलिए यह संभव ही नहीं कि उमराव जान १५ अगस्त १९७५ को, शोले की रिलीज़ से पहले रिलीज़ हो जाए। हाँ, जहाँ तक मेरी याददाश्त में है, लीला में शोले से पहले एक हफ्ते के लिए मदर इंडिया चलाई गयी थी, उस समय कोई नया सिनेमाघर या फर्स्ट रन के बीच गैप होने पर, मदर इंडिया ही चलाया करता था। क्योंकि, यह क्लासिक फिल्म थी। इससे साफ़ है कि इस लेख को बिना तथ्यों की छानबीन किये और सम्बंधित लोगों से पूछे लिखा गया है। क्योंकि, अगर ऐसा किया गया होता अख़बार को मालूम हो जाता कि किसी फिल्म की रीलें सिनेमाघरों में नहीं रहती। फिल्म उतरने के बाद उन्हें वापस वितरक के पास भेज दिया जाता है। हाँ, कभी होता यह है कि रील टूट जाए तो उसे जोड़ने के दौरान उसके कुछ हिस्से काटने पड़ जाते हैं। वह हिस्से दूसरे दिन बाहर चले जाते हैं या कोई ऑपरेटर रख लेता होगा। उन टुकड़ों से एकाध बटन बनाये जा रहे हो तो बात दूसरी है। लेकिन, पूरी फिल्म से बटन बनाया जाना संभव ही नहीं है। कम से कम इसे लीला सिनेमा के मालिक तो दे ही नहीं सकते।
यह फिल्म पत्रकारों की त्रासदी है कि अब वह अख़बारों के संपादकों द्वारा पैदा किये जा रहे हैं। कोई भी कलमबाज़ फिल्म पत्रकार बन सकता है, चाहे उसे फिल्म की एबीसीडी आती हो या न आती हो। यह त्रासदी हिंदी और अंग्रेज़ी अख़बारों की सामान रूप से है। क्या ही अच्छा होता अगर अख़बारों के संपादक पढ़े लिखे फिल्म पत्रकारों से ज़िम्मेदारी भरे लेख लिखवाने की कोशिश करें। लेकिन, संपादक वाली ऊँचाई पर पहुँच चुके लोगों से इसकी अपेक्षा करना बेमानी होगा। तभी शोले की रीलों से बटन बन जाते हैं।
यह फिल्म पत्रकारों की त्रासदी है कि अब वह अख़बारों के संपादकों द्वारा पैदा किये जा रहे हैं। कोई भी कलमबाज़ फिल्म पत्रकार बन सकता है, चाहे उसे फिल्म की एबीसीडी आती हो या न आती हो। यह त्रासदी हिंदी और अंग्रेज़ी अख़बारों की सामान रूप से है। क्या ही अच्छा होता अगर अख़बारों के संपादक पढ़े लिखे फिल्म पत्रकारों से ज़िम्मेदारी भरे लेख लिखवाने की कोशिश करें। लेकिन, संपादक वाली ऊँचाई पर पहुँच चुके लोगों से इसकी अपेक्षा करना बेमानी होगा। तभी शोले की रीलों से बटन बन जाते हैं।
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ये ल्लों !!!
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Wednesday, 4 February 2015
डेविड धवन ने की तापसी की तारीफ
हर कलाकार यही चाहता है कि सभी उनके परफॉर्मंस को सराहे. लेकिन उनकी सराहना अधिक मायने रखती है जिनके साथ कलाकारों ने पहली बार काम किया हो. सूत्रों की मानें तो ऐसी ही एक खुशी मिली है तापसी पन्नु को. हमें खबर मिली है कि हाल ही में ‘बेबी’ में अपनी ‘चश्मे बद्दूर’ नायिका तापसी की परफॉर्मंस से निर्देशक डेविड धवन इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने स्वयं तापसी को सरप्राइज़ कॉल कर उन्हें चकित कर दिया. यह भी खबर है कि डेविड धवन ने फिल्म ‘बेबी’ में तापसी की सराहना करते हुए उनके बॉडी लैंग्वेज और उनके एक्सप्रेशन की भी खूब तारीफ की. तापसी के लिए डेविड धवन के मुंह से निकले यह अल्फाज़ इसलिए भी अधिक मायने रखते हैं क्योंकि निर्देशक डेविड धवन ने ना सिर्फ तापसी को उनकी पहली फिल्म ‘चश्मे बद्दूर’ में डाइरेक्ट किया था बल्कि वह उनकी कमज़ोरियों और उसकी ताक़त से अच्छी तरह वाकिफ हैं. और वैसे भी कॉमेडी फिल्मों के बेताज बाद्शाह डेविड धवन के मुख से तारीफ सुनना किस नायिका को अच्छा नहीं लगेगा. सिर्फ यही नहीं तापसी ने अपने पहले निर्देशक डेविड धवन को अपने द्वारा आयोजित किये गये स्पेशल स्क्रीनिंग में भी आमंत्रित किया था लेकिन ट्रावेलिंग में बिज़ी डेविड तब नहीं आ पाये. लेकिन यह डेविड का अपनापन है जो मुंबई लौटते ही उन्होंने तापसी की इस फिल्म को देखा और तापसी को कॉल कर उसकी हौंसला अफ्ज़ाई की. इसमें दो राय नहीं कि बॉलीवुड में अपनी जडें तलाश रही तापसी के लिए डेविड धवन की तरफ से यह सबसे बडा ईनाम है. जब इस सिलसिले में तापसी से बात की गयी तो तापसी ने कहा, ‘’हर कलाकार के लिए यह बहुत बडी बात होती है जब वह निर्देशक उनकी प्रशंसा करे जिसने उन्हें ब्रेक दिया था. मैं समझती हूं डेविड सर उन दयालु आत्माओं में से हैं जिन्हें मैं जानती हूं. जिस तरह उन्होंने ‘बेबी’ देखकर मुझे कॉल किया और बताया कि उन्हें मुझ पर कितना नाज़ है यह बातें मेरे लिए बहुत खास हैं. मुझे गर्व है कि उन्हें मेरा काम पसंद आया.’’
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मराठी फिल्म 'चित्रफिल' (trailer)
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ट्रेलर
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सनी लियॉन की 'ढोली तारो लीला'
संजयलीला भंसाली की १९९९ की हिट फिल्म हम दिल दे चुके सनम के लिए संगीतकार इस्माइल दरबार ने एक से चुनी हुई कर्णप्रिय धुनें तैयार की थी। इस फिल्म के ११ गीतों में से एक गीत 'ढोली तारो' भी था। इस गीत पर गरबा शैली में इस डांस को सलमान खान और ऐश्वर्या राय के साथ अन्य नर्तक-नर्तकियों पर फिल्माया गया था। यह गीत फिल्म के ख़ास रोमांटिक लम्हों को उजागर करने वाला था। अब एक बार फिर इस गीत को रीक्रिएट किया गया है। निर्देशक अहमद खान की सनी लियॉन की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'एक पहेली लीला' के लिए इस गीत को सनी लियॉन पर फिल्माया गया है। बेशक सनी लियॉन के आस पास ५०० डांसर भी थिरकते नज़र आएंगे, लेकिन तमाम निगाहें सनी लियॉन पर टिकी होंगी। लेकिन, फिलहाल, सनी लियॉन के नृत्य की तुलना ऐश्वर्या राय के नृत्य से करने की ज़रुरत नहीं। इस गीत के ओरिजिनल ट्रैक के अधिकार 'एक पहेली लीला' के निर्माता भुषण कुमार के पास हैं। उन्होंने मीत ब्रदर्स से इस गीत को रीक्रिएट करवाया है। गीत के फिल्मांकन के लिए राजस्थान के जैसलमेर में एक भव्य सेट तैयार कर इस गीत को सनी लियॉन और उनके साथियों पर फिल्माया गया। तारीफ करनी चाहिए सनी लियॉन की, जिसने जैसलमेर के ४८ डिग्री तापमान पर बिना थके इस गीत को पूरा करवाया। यही तो है सनी लियॉन की एक पहेली लीला।
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शूटिंग/लोकेशन
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अब होम वीडियो पर 'द शौकीन्स'
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‘फॉर्गोट टू बी मी’ से गायकी में कदम रख रही हैं सारा जेन डायस
अपनी गायकी के साथ पॉप म्युज़िक में शामिल हो रहीं नायिका सारा जेन डायस ने अपने करियर में एक और उपलब्धि हासिल कर ली है. दरअसल एक लंबे अर्से से सारा अपनी गायकी को पहचान देना चाहती थीं लेकिन वह नहीं चाहती थी कि वह किसी साधारण गीत के साथ आयें. अब जब दुनिया के सामने उन्होंने अपनी गायकी पेश करने का फैसला कर ही लिया है तो जल्द ही एम टीवी पर उनके गीत ‘फॉर्गोट टू बी मी’ का प्रीमियर किया जाना है. अपने लिखे इस गीत से अपने पैशनेट सिंगिंग करियर की शुरूआत करने जा रहीं सारा ने इस गीत का बेमिसाल विडियो भी बनाया है. मज़े की बात यह है कि इस विडियो का निर्देशन भी स्वयं सारा ने किया है. सारा के सपनों को मुकम्मल करने में उनकी मदद की है उनके बेहतरीन दोस्तों, अरुणोदय सिंह, सपना भावनानी और वी जे बानी ने. सिर्फ यही नहीं अरुणोदय सिंह के साथ सपना भावनानी ने सारा के इस विडियो में अपनी उपस्थिती भी दर्ज़ की है. ब्लैक एंड व्हाइट परिवेश में दिखाये जा रहे दिल टूटने की इस खूबसूरत दास्तां को सारा ने जिस खूबसूरती से पेश किया है वह काबिले गौर है. इस विडियो की अधिकतर शूटिंग मुंबई में हुई है. सारा इस बात से बेहद खुश हैं कि उनके म्युज़िक करियर को बॉलीवुड के दिग्गज संगीतकारों का सहयोग मिला है, जिनमें विशाल दादलानी सहित अंकुर तिवारी, सिड कुट्टो तथा माइकी मैकक्लेरी शामिल हैं. अपने इस पहले विडियो एल्बम के सिलसिले में सारा कहती हैं, ‘’मैं एक लंबे अर्से से अपना म्युज़िक बनाना चाहती थी लेकिन कुछ क्रिएटिव चीज़ों को लेकर इंतज़ार में थी क्योंकि मेरी आत्म अभिव्यक्ति बहुत खास है. सच कहूं तो एक सच यह भी है कि ‘फ़ॉर्गोट टू बी मी’ मेरे परिवार और मेरे दोस्तों के सहयोग के बिना संभव नहीं था. यह मेरे लिए बहुत बडी बात है कि बानी, अरुणोदय और सपना ने आगे आकर मेरे पहले विडियो एल्बम में नज़र आने की पेशकश की. अभी मैं कुछ और गानों की रिकॉर्डिंग में लगी हूं जिसे एक एल्बम का स्वरूप दे सकूं. साथ ही मैं खुद को खुशकिस्मत मानती हूं कि संगीत जगत से ताल्लुक रखनेवाले कुछ नामी दिग्गजों, जैसे अंकुर तिवारी, विशाल दादलानी, सिड कुट्टो और माइकी मैकक्लेरी ने मेरे संगीत को सराहा.’’
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गीत संगीत
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२० चार्टबस्टर्स एक पावर पैक्ड एल्बम
यूनिवर्सल म्यूजिक द्वारा २० जनवरी को एक पावर पैक्ड एल्बम 'नाउ दैट्स व्हाट ऐ कॉल म्यूजिक ! डिजिटल और फिजिकल फॉर्मेट में जारी किया गया। इस एल्बम में एनरिके इग्लेसियस, एसएसओएस, सैम स्मिथ, केटी पैरी, इग्गी अज़ला, मैरून ५, अरिआना ग्रैंड, आदि के अलबमों के गीत हैं। 'नाउ- दैट्स व्हाट आई कॉल म्यूजिक' म्यूजिक चार्ट पर तेज़ी से आगे बढ़ता जा रहा है। इस पॉवर पैक्ड में आजकल के सबसे बड़े हिट २०
अंतरराष्ट्रीय एल्बम शामिल हैं। इनमे कुछ पहली बार संकलन में शामिल हो रहे
हैं। इस पैक में एनरिके इग्लेसियस का ग्लोबल हिट बैलांडो, सैम स्मिथ का
'आई ऍम नॉट द ओनली, ५ सेकण्ड्स ऑफ़ समर्स का अम्नेसिअ, अरिआना ग्रांडे का प्रॉब्लम, आदि ट्रैक शामिल हैं।
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अब जुलाई में टॉम क्रूज़ का मिशन इम्पॉसिबल
हॉलीवुड अभिनेता टॉम क्रूज के प्रशंसकों और मिशन इम्पॉसिबल सीरीज की फिल्मों के दर्शकों के लिए एक खुशखबरी। ईथन हंट जल्द आ रहा है। ईथन हंट आईएमएफ एजेंट है, जिसके हाथों गलती से अपने साथ एजेंट की हत्या हो जाती है। उस पर कुछ दस्तावजों की चोरी आरोप भी लगाया जाता है। अब ईथन को साथी की हत्या के आरोप से खुद को बचाना ही है, उन दस्तावेजों की खोज भी करनी है, जो चोरी चले गए। यह कहानी है एक्टर टॉम क्रूज की बतौर निर्माता और अभिनेता फिल्म मिशन: इम्पॉसिबल की। इस फिल्म का निर्देशन ब्रायन डी पाल्मा ने किया था। मिशन: इम्पॉसिबल ११० मिनट लम्बी फिल्म थी। फिल्म के निर्माण में ८० मिलियन डॉलर का खर्च आया था। इस फिल्म को ज़बरदस्त सफलता मिली। फिल्म ने वर्ल्डवाइड ४५७. ६९ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया। इसके बाद इस सीरीज की तीन फ़िल्में मिशन: इम्पॉसिबल २, मिशन: इम्पॉसिबल ३ और मिशन: इम्पॉसिबल घोस्ट प्रोटोकॉल क्रमशः २०००, २००६ और २०११ में रिलीज़ हुई। यह सभी फ़िल्में ज़बरदस्त सफल हुईं। इस सीरीज की पहली चार फिल्मों के निर्माण में कुल पांच सौ मिलियन डॉलर खर्च हुए थे। इन फिल्मों ने वर्ल्डवाइड २०९.६ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया। यह अपने आप में ऎसी सफल सीरीज है, जिसकी हर फिल्म को नए निर्देशक ने निर्देशित किया। मिशन: इम्पॉसिबल के निर्देशक ब्रायन डी पाल्मा थे तो मिशन: इम्पॉसिबल २ का निर्देशन जॉन वू ने किया था। जेजे अब्राहम मिशन: इम्पॉसिबल ३ के निर्देशक थे। मिशन: इम्पॉसिबल घोस्ट प्रोटोकॉल को ब्राड बर्ड ने निर्देशित किया था। अब इस सीरीज के पांचवे हिस्से के निर्देशन का जिम्मा क्रिस्टोफर मैक्वारी को दिया गया है। खुश खबर यह है कि टॉम क्रूज के साथ जेरेमी रेनर, सिमोन पेग, विंग रहेमस, रेबेका फर्गुसन, सीन हैर्रिस और एलेक बाल्डविन की मुख्य भूमिका वाली मिशन:इम्पॉसिबल ५ इस साल क्रिसमस पर रिलीज़ होने वाली थी। लेकिन, अब फिल्म की रिलीज़ पांच महीना पहले यानि ३१ जुलाई को रिलीज़ होगी। पैरामाउंट रिलीज़ मिशन: इम्पॉसिबल सीरीज की तीन फ़िल्में मई में और पिछली फिल्म यानि घोस्ट प्रोटोकॉल ही १९ दिसंबर को रिलीज़ हुई थी। लेकिन, इस पांचवी फिल्म के निर्देशक मैकक्वाररिएर ने जिस तेज़ी से अपना काम निबटाया है, पैरामाउंट को लगता है कि फिल्म को जुलाई में रिलीज़ किया जा सकता है। इसके अलावा दिसंबर में कई बड़ी और चर्चित फ़िल्में रिलीज़ होनी हैं। जिनमे मिशन: इम्पॉसिबल ५ के एक निर्माता जेजे अब्राहम की एक दूसरी फिल्म स्टार वॉर्स: द फ़ोर्स अवकेंस १८ दिसंबर को रिलीज़ होनी है। ईथन हॉक को स्पेक्ट्र के ज़रिये ब्रितानी जासूस जेम्स बांड की चुनौती ६ नवंबर से झेलनी होगी। 'द हंगर गेम्स: मॉकिंग्जय पार्ट २ भी २० नवंबर को रिलीज़ होना है। ज़ाहिर है कि टॉम क्रूज और पैरामाउंट स्टूडियोज किसी प्रकार का खतरा मोल नहीं ले सकते थे।
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'हंटर' सेक्स कॉमेडी फिल्म नहीं है - राधिका आप्टे
रंगमंच से फिल्मों में आई राधिका आप्टे ने हिंदी, बंगाली, मराठी, तेलुगु, तमिल और मलयालम फिल्मों में अभिनय किया है। तमिल फिल्म 'धोनी' के लिए उन्हें सह अभिनेत्री का एसआईआईएमए अवार्ड भी मिला है। पिछले साल उनकी मराठी फिल्म 'लै भारी' को सफलता मिली थी। उनकी एक फिल्म बदलापुर २० फरवरी को रिलीज़ होने वाली है। वह अपनी अगली फिल्म 'हंटर' के लिए क्यों ख़ास उत्साहित हैं? पेश है उनसे बातचीत के अंश -
आपकी फिल्म बदलापुर रिलीज़ होने वाली है। लेकिन, आप ' हंटर' को लेकर ख़ास उत्साहित है। क्या खास है हंटर में ?
हंटर मेरी पसंदीदा फिल्म है। वह इसलिए कि हम लोगों ने इस प्रोजेक्ट पर अपना काफी लम्बा समय लगा दिया है। हमें अपने इस प्रोजेक्ट पर सबसे ज़्यादा भरोसा है। हर्ष ( फिल्म के निर्देशक हर्षवर्द्धन कुलकर्णी) न केवल अच्छे स्टोरीटेलर हैं, उनका सेंस ऑफ़ ह्यूमर भी गज़ब का है। मानवीय स्वभाव को समझने की उनकी क्षमता मुझे चकित कर देती है। मुझे याद है जब हम पहली बार मिले थे तो हर्ष ने हम लोगों में अपना गहरा विश्वास प्रकट किया था। हम उनकी साफगोई से प्रभावित हुए थे। फिल्म में मेरे नायक गुलशन (देवइया) को मैं तब से जानती हूँ, जबसे मुंबई में आई। वह सबसे ज़्यादा फोकस एक्टर है। कोई शक नहीं कि वह टैलेंटेड भी हैं। इसलिए मेरा इस फिल्म के प्रति ख़ास उत्साहित होना स्वाभाविक है।
हंटर में अपने रोल के बारे में बताएं ?
मैंने इस फिल्म से पहले किसी दूसरी फिल्म में ऐसा किरदार नहीं किया। मेरा किरदार तृप्ति मज़ेदार है, मज़ाकिया है, अत्याधुनिक है। वह कभी कभी लोगों को धमकाने की कोशिश भी करती है। कभी आसानी से टूट जाती है। मुझे ख़ुशी है कि मेरी यह फिल्म इस साल २० मार्च को रिलीज़ हो रही है। ख़ुशी की बात है कि फैंटम और शेमारू इसके साथ हैं।
क्या यह सेक्सी फिल्म है ?
हंटर इस नॉट अ सेक्स कॉमेडी ऐट आल। यह दो लोगों की असल प्रेम कहानी है। मैं अपने जीवन में तृप्ति और मंदर से कई बार मिल चुकी हूँ। इसलिए मैंने दावे के साथ कह सकती हूँ कि काफी लोग आसानी से कहानी के इन दो चरित्रों से खुद की समानता पाएंगे।
बदलापुर में वरुण धवन और नवाजुद्दीन सिद्दीकी के अलावा हुमा कुरैशी और यामी गौतम भी हैं। इतने सितारों की भीड़ में आपका रोल क्या है ?
मैं अपने रोल के बारे में बात नहीं कर सकती। आपको फिल्म को देखने तक इंतज़ार करना होगा।
आप हिंदी के अलावा बांगला, मराठी, तमिल, तेलुगु और मलयालम फ़िल्में कर चुकी है। इसका क्या कारण है कि आपने किसी एक भाषा हिंदी या मराठी में फोकस नहीं किया ?
हाँ, मैं हिंदी पर ज़्यादा फोकस करना चाहती थी। लेकिन, इन क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों में मुझे जो रोल ऑफर हुए, वह काफी इंटरेस्टिंग थे। फिर मैं दूसरी इंडस्ट्री को भी जानना चाहती थी। मुझे एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रेवल करना पसंद है। मैं देखती हूँ कि भिन्न राज्यों के लोग संस्कृति के लिहाज़ से कितने अलग और समान हैं।
आपका रोल चुनने का मापदंड क्या है ?
कुछ खास नहीं। यह हमेशा बदलता रहता है। कभी मेरा रोल, कभी स्क्रिप्ट या फिर डायरेक्टर या एक्टर, आदि आदि। कोई एक क्राइटेरिया नहीं बनाया है मैंने। यह सब्जेक्टिव है। प्रोजेक्ट टू प्रोजेक्ट बदलता रहता है।
मांझी लम्बे समय से रुकी फिल्म है। क्या इस फिल्म के बारे में कुछ बता पाएंगी ?
यह सत्य कथा है। मेरी अब तक की सुनी कहानियों में काफी प्रेरित करने वाली कहानी है यह । केतन सर के साथ काम करना मेरा सपना था। मुझे नवाज़ (नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी) के साथ काम करना भी काफी पसंद है। मैं कह सकती हूँ कि इस फिल्म में काम करना मेरे लिए संतोषजनक अनुभव था।
आपकी मराठी फिल्म 'लै भारी' हिट हो चुकी है। क्या कोई दूसरी मराठी फिल्म भी कर रही हैं ?
जब भी मैं कोई मराठी फिल्म साइन करूंगी, आपको ज़रूर बताऊँगी।
हिंदी और मराठी फिल्म उद्योग की तुलना साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री से कैसे करेंगी ?
साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में एक दूसरे से बिलकुल भिन्न चार भाषाओँ में फ़िल्में बनाई जाती हैं। मैं हिंदी और मराठी में ज़्यादा कम्फर्ट फील करती हूँ, क्योंकि मैं इन भाषाओँ को बोल सकती हूँ तथा संस्कृति से परिचित हूँ । मैं मानती हूँ कि हर फिल्म उद्योग अच्छी और बुरी फ़िल्में बनाता है। कुछ बॉक्स ऑफिस पर सफल होती हैं। कभी संवेदनशीलता का फर्क महसूस किया जा सकता है, लेकिन यह संस्कृति के कारण होता है।
आपकी फिल्म बदलापुर रिलीज़ होने वाली है। लेकिन, आप ' हंटर' को लेकर ख़ास उत्साहित है। क्या खास है हंटर में ?
हंटर मेरी पसंदीदा फिल्म है। वह इसलिए कि हम लोगों ने इस प्रोजेक्ट पर अपना काफी लम्बा समय लगा दिया है। हमें अपने इस प्रोजेक्ट पर सबसे ज़्यादा भरोसा है। हर्ष ( फिल्म के निर्देशक हर्षवर्द्धन कुलकर्णी) न केवल अच्छे स्टोरीटेलर हैं, उनका सेंस ऑफ़ ह्यूमर भी गज़ब का है। मानवीय स्वभाव को समझने की उनकी क्षमता मुझे चकित कर देती है। मुझे याद है जब हम पहली बार मिले थे तो हर्ष ने हम लोगों में अपना गहरा विश्वास प्रकट किया था। हम उनकी साफगोई से प्रभावित हुए थे। फिल्म में मेरे नायक गुलशन (देवइया) को मैं तब से जानती हूँ, जबसे मुंबई में आई। वह सबसे ज़्यादा फोकस एक्टर है। कोई शक नहीं कि वह टैलेंटेड भी हैं। इसलिए मेरा इस फिल्म के प्रति ख़ास उत्साहित होना स्वाभाविक है।
हंटर में अपने रोल के बारे में बताएं ?
मैंने इस फिल्म से पहले किसी दूसरी फिल्म में ऐसा किरदार नहीं किया। मेरा किरदार तृप्ति मज़ेदार है, मज़ाकिया है, अत्याधुनिक है। वह कभी कभी लोगों को धमकाने की कोशिश भी करती है। कभी आसानी से टूट जाती है। मुझे ख़ुशी है कि मेरी यह फिल्म इस साल २० मार्च को रिलीज़ हो रही है। ख़ुशी की बात है कि फैंटम और शेमारू इसके साथ हैं।
क्या यह सेक्सी फिल्म है ?
हंटर इस नॉट अ सेक्स कॉमेडी ऐट आल। यह दो लोगों की असल प्रेम कहानी है। मैं अपने जीवन में तृप्ति और मंदर से कई बार मिल चुकी हूँ। इसलिए मैंने दावे के साथ कह सकती हूँ कि काफी लोग आसानी से कहानी के इन दो चरित्रों से खुद की समानता पाएंगे।
बदलापुर में वरुण धवन और नवाजुद्दीन सिद्दीकी के अलावा हुमा कुरैशी और यामी गौतम भी हैं। इतने सितारों की भीड़ में आपका रोल क्या है ?
मैं अपने रोल के बारे में बात नहीं कर सकती। आपको फिल्म को देखने तक इंतज़ार करना होगा।
आप हिंदी के अलावा बांगला, मराठी, तमिल, तेलुगु और मलयालम फ़िल्में कर चुकी है। इसका क्या कारण है कि आपने किसी एक भाषा हिंदी या मराठी में फोकस नहीं किया ?
हाँ, मैं हिंदी पर ज़्यादा फोकस करना चाहती थी। लेकिन, इन क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों में मुझे जो रोल ऑफर हुए, वह काफी इंटरेस्टिंग थे। फिर मैं दूसरी इंडस्ट्री को भी जानना चाहती थी। मुझे एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रेवल करना पसंद है। मैं देखती हूँ कि भिन्न राज्यों के लोग संस्कृति के लिहाज़ से कितने अलग और समान हैं।
आपका रोल चुनने का मापदंड क्या है ?
कुछ खास नहीं। यह हमेशा बदलता रहता है। कभी मेरा रोल, कभी स्क्रिप्ट या फिर डायरेक्टर या एक्टर, आदि आदि। कोई एक क्राइटेरिया नहीं बनाया है मैंने। यह सब्जेक्टिव है। प्रोजेक्ट टू प्रोजेक्ट बदलता रहता है।
मांझी लम्बे समय से रुकी फिल्म है। क्या इस फिल्म के बारे में कुछ बता पाएंगी ?
यह सत्य कथा है। मेरी अब तक की सुनी कहानियों में काफी प्रेरित करने वाली कहानी है यह । केतन सर के साथ काम करना मेरा सपना था। मुझे नवाज़ (नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी) के साथ काम करना भी काफी पसंद है। मैं कह सकती हूँ कि इस फिल्म में काम करना मेरे लिए संतोषजनक अनुभव था।
आपकी मराठी फिल्म 'लै भारी' हिट हो चुकी है। क्या कोई दूसरी मराठी फिल्म भी कर रही हैं ?
जब भी मैं कोई मराठी फिल्म साइन करूंगी, आपको ज़रूर बताऊँगी।
हिंदी और मराठी फिल्म उद्योग की तुलना साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री से कैसे करेंगी ?
साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में एक दूसरे से बिलकुल भिन्न चार भाषाओँ में फ़िल्में बनाई जाती हैं। मैं हिंदी और मराठी में ज़्यादा कम्फर्ट फील करती हूँ, क्योंकि मैं इन भाषाओँ को बोल सकती हूँ तथा संस्कृति से परिचित हूँ । मैं मानती हूँ कि हर फिल्म उद्योग अच्छी और बुरी फ़िल्में बनाता है। कुछ बॉक्स ऑफिस पर सफल होती हैं। कभी संवेदनशीलता का फर्क महसूस किया जा सकता है, लेकिन यह संस्कृति के कारण होता है।
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साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 3 February 2015
अली ज़फर पेशावर हमले के पीड़ितों को वीडियो सॉन्ग के जरिये देंगे श्रद्धांजलि
सिंगर - एक्टर अली ज़फ़र उनके देश के ५० नामचीन हस्तियों को एक साथ एक वीडियो
में लेकर आ रहे है। इस वीडियो के जरिये वे पेशावर के स्कूल पर हुए हमले
में मारे गए को श्रद्धांजलि देंगे। १६ दिसंबर को पेशावर में स्कूल पर हुए
हमले में १४१ लोगो की जान गयी उनमेसे ज्यादातर बच्चे थे।
इस वीडियो होगे "उड़ेंगे उस आसमान में ,रहेंगे ऐसे जहान में। जहा दर्द का
कोई मारा न हो, अकेला न हो बेसहारा न हो। अली कहते है "में पुरे देश तक यह
पैगाम देना चाहता हु की इस मुश्किल घडी में सभी को एक साथ आना चाहिए। मुझे
यह लगता है हमें सकारात्मक विचार से बेहतर भविष्य के और बढ़ाना चाहिए।
यह वीडियो सॉन्ग में पाकिस्तानी कलाकार और दूसरे क्षेत्र की हस्तियों पर
फिल्माया जायेगा। इस सॉन्ग में क्रिकेटर शोएब अख्तर एक्टर फवाद खान ,
हुमैमा मालिक , माहिरा खान के साथ सिंगर अलीअज़मत , और वेटरन आर्टिस्ट असद
अहमद यह सब और कई पाकिस्तानी सेलेब नजर आएंगे।
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गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 2 February 2015
अब करीना कपूर के साथ 'उड़ेंगे' अभिषेक बच्चन !
क्या फिल्म उड़ता पंजाब में करीना कपूर के नायक अभिषेक बच्चन होंगे ! बॉलीवुड गलियारों से छन कर आ रही खबरों की माने तो अब इस फिल्म में करीना के अपोजिट अभिषेक बच्चन आने जा रहे हैं। यह खबर इस लिए चौंकाने वाली है। करीना कपूर ने अभिषेक बच्चन के साथ फिल्म रिफ्यूजी से अपने करियर की शुरुआत करने वाली की थी। फिर इन दोनों ने मैं प्रेम की दीवानी, एलओसी और युवा जैसी फिल्मों में साथ काम किया। इसी बीच अभिषेक बच्चन का करीना कपूर की बड़ी बहन करिश्मा कपूर से लम्बा रोमांस चला। अभिषेक बच्चन और करिश्मा कपूर की सगाई तक बात पहुंची। फिर, एक दिन यकायक बच्चनों ने यह रिश्ता तोड़ दिया। बच्चानों द्वारा शादी तोड़ देने के कारण कपूरों और बच्चनों के संबंधों में खटास आ गयी। करीना कपूर ने अभिषेक बच्चन के साथ कभी कोई फिल्म न करने की कसम खाई। अगर उड़ता पंजाब में करीना-अभिषेक साथ आते हैं तो यह एक प्रकार से कास्टिंग कू जैसा होगा। उड़ता पंजाब में करीना कपूर के नायक ने लम्बा सफर तय कर लिया है। आयुष्मान खुराना के निकल जाने के बाद पाकिस्तानी एक्टर और खूबसूरत में सोनम कपूर के नायक फवाद खान को लिए जाने की खबरें प्रकाशित हुई थी। अभी इस खबर की पुष्टि होती कि पंजाबी एक्टर दिलजीत दोसांझ को उड़ता पंजाब में लिए जाने की खबर आ गई। क्या उड़ता पंजाब में करीना कपूर के नायक अभिषेक बच्चन होंगे ? अभिषेक चौबे की फिल्म के लिए उत्सुक दर्शकों को तो इस फिल्म को देखने से सरोकार है। हीरो कोई भी हो !
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आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 30 January 2015
अब डॉक्टर बनाम डिटेक्टिव
वर्ल्ड क्रिकेट की जुडी कम बजट की फिल्मों के निर्माताओं को बुरी तरह सता रही है। विश्व क्रिकेट कप का पहला मैच १४ फरवरी को खेल जायेगा। विश्व कप के तमाम मैच डेढ़ महीनों तक चलेंगे। फाइनल २९ मार्च को होगा। ऐसे में तमाम फ़िल्में अपनी फिल्मों की रिलीज़ के लिए चिंतित हैं। इस लिहाज़ से फरवरी का पहला हफ्ता बेहद ख़ास हो जाता है। यही कारण है कि ६ फरवरी को चार छोटे बजट की फ़िल्में 'बचपन एक धोखा', 'डॉक्टर, आई लव यू', 'हम तुम दुश्मन दुश्मन', 'जय जवान जय किसान' और एक बड़ी फिल्म 'षमिताभ' रिलीज़ होनी है। 'षमिताभ' अमिताभ बच्चन, धनुष और अक्षरा हासन की आर बाल्की निर्देशित फिल्म है। ज़ाहिर है कि दर्शकों का बड़ा हिस्सा वर्ल्ड कप से ठीक पहले के हफ्ते रिलीज़ हो रही अमिताभ बच्चन की फिल्म को मिलेगा। ऐसे में चार कम बजट की फिल्मों को आपस में ही बचे खुचे दर्शकों के लिए सर फुटौव्वल करना मज़बूरी थी। इसे भांप कर ही फिल्म 'डॉक्टर, आई लव यू' की निर्माता कंपनी फिल्मी बॉक्स ने वितरकों की राय पर अपनी फिल्म की रिलीज़ की तारिख वर्ल्ड कप से ठीक पहले के शुक्रवार ६ फरवरी से बदल कर वर्ल्ड कप के खात्मे के ठीक बाद के शुक्रवार ३ अप्रैल तय कर दी। लेकिन, यह बदलाव आसमान से गिरे खजूर पर लटके जैसा हो गया। ३ अप्रैल को निर्देशक दिबाकर बनर्जी की डिटेक्टिव फिल्म ' डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' की रिलीज़ पहले से ही तय थी। डिटेक्टिव के साथ यशराज फिल्म्स जैसा बड़ा बैनर जुड़ा है। फिल्म के प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसलिए अब डॉक्टर को डिटेक्टिव के साथ कडा मुक़ाबला करना होगा। डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी में सुशांत सिंह राजपूत डिटेक्टिव ब्योमकेश के किरदार में हैं। निर्देशक मुकुल अभ्यंकर की फिल्म में शिराज हुसैन डॉक्टर के किरदार में हैं। साफ़ तौर पर शिराज के मुकाबले सुशांत का कद काफी बड़ा है। यह तो वक़्त बताएगा कि डॉक्टर और डिटेक्टिव के मुकाबले में कौन जीतता है ! फिलहाल तो इस मुकाबले का इंतज़ार करना ही दिलचस्प होगा।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जैकलिन की पहली डरावनी फिल्म
सलमान खान से 'किक' पा चुकी श्रीलंकाई फिल्म अभिनेत्री जैकलिन
फर्नांडीज़ इन दिनों अपनी पहली हॉरर फिल्म शूट कर रही है। इस फिल्म की शूटिंग पोलैंड में
८० प्रतिशत तक पूरी हो चुकी है। इस फिल्म का क्लाइमेक्स मलेशिया में शूट किया जाना था। करण जौहर की फिल्म ब्रदर्स के व्यस्त शेडूल के चलते जैक्विलन के लिए इस क्लाइमेक्स को मलेशिया जा कर शूट करना मुमकिन नहीं हो रहा था। अक्षय कुमार के साथ करण जौहर की फिल्म ब्रदर्स का यह प्रोजेक्ट जैक्विलिन के लिए बड़ा ख़ास है। लेकिन, जैक्विलिन हॉरर फिल्म की उपेक्षा भी नहीं कर सकती थी, क्योंकि, यह एक इंटरनेशनल फिल्म है। इसलिए जैकलिन ने अपनी फिल्म के लेखक
निर्देशक जेम्स सिम्पसन को अपनी परेशानी बताई और फिल्म का बाकी का हिस्सा
मुंबई शूट करने की गुज़ारिश की । फिल्म
के निर्माताओ ने जैकलिन के बॉलीवुड में करियर को ध्यान में रख कर उनकी यह बात मान ली। फिल्म का जो सेट पोलैंड में लगा था, वैसा ही सेट मुंबई की फिल्म सिटी में बनाया गया । यह सेट एक हन्टेड हाउस का है, जहां फिल्म में
जैकलिन के साथ क्लाइमेक्स सीन फिल्माया गया । इस फिल्म में जैकलिन सारा फॉर्डिंग
नामक सायकॉलॉजी की स्टूडेंड का किरदार निभा रही है । इस बारे में बताते हुए जैकलिन
कहती है, "यह मेरा पहला इंटरनेशनल प्रोजेक्ट है। इसलिए मैं इसके लिए बहुत
चिंतित थी, क्यूंकि मेरे बिना फिल्म का क्लाइमेक्स शूट नहीं हो सकता था । करण जौहर की फिल्म का मुंबई में बिजी शिड्यूल होने के कारण मैं एक ही समय
पर एक देश से दूसरे देश सफर नहीं कर सकती थी।" अब जैकलिन
का इरादा दोनों फिल्मों के शूट के बीच तालमेल बनाने का है। चूंकि, जैक्विलिन की इंटरनेशनल फिल्म को इसके
निर्माता नवंबर में प्रदर्शित करना चाहते है। इसलिए जैकलिन वक्त पर फिल्म की शूटिंग
पूरी कर देना चाहती है।
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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