Thursday, 11 January 2018

करण जौहर को फिर क्यों करना पड़ा परिणीति चोपड़ा के नाम का ऐलान

कभी कभी, ओवर स्मार्ट बनना भारी पड़ जाता है। कम से कम, करण  जौहर के साथ ऐसा ही हुआ।उनका ओवर स्मार्ट बनना, उन पर ही भारी पड़ गया । कुछ दिन पहले, अक्षय कुमार के केसरी गेटअप वाले फोटो के साथ फिल्म केसरी की शूटिंग शुरू होने का ऐलान किया गया था। उस समय तक यह साफ़ नहीं हो सका था कि फिल्म की नायिका कौन होगी। परिणीती चोपड़ा का नाम सुना ज़रूर जा रहा था, मगर कुछ ऑफिसियल नहीं था। कल करण जौहर ने, अक्षय कुमार के केसरी फोटो के साथ ऐलान किया कि केसरी की लीड एक्ट्रेस है....परिणीती चोपड़ा। अक्षय कुमार के फोटो के साथ फिल्म की नायिका के रूप मे परिणीती चोपड़ा के नाम का ऐलान करने का करण जौहर का तरीका ट्विटर में भटकने वालों को रास नहीं आया। उनके द्वारा करण जौहर की खिंचाई की जाने लगी कि उन्होंने फिल्म की नायिका का नाम परिणीति के फोटो का साथ ऐलान क्यों नहीं किया ! इस पर दी गई करण की सफाई उन पर ज्यादा भारी पड़ी। करण ने लिखा कि मेरे कहने का मतलब था कि परिणीती केसरी की नायिका है। इस पर ट्विटरबाजों ने फिर करण जौहर की ज़बरदस्त खिंचाई करनी शुरू कर दी। एक ने करिश्मा कपूर की फोटो के साथ लिखा कि इस फोटो में आप सुंदर दिख रहे हैं करण ! ऐसे ही बहुत से ट्वीट ने करण जौहर को अपनी गलती पूरी तरह से, बिना किन्तु परन्तु के सुधारने को मज़बूर कर दिया। इस बार करण ने परिणीती चोपड़ा की फोटो के साथ ऐलान किया कि यह है केसरी की नायिका अनोखी प्रतिभाशाली एक्ट्रेस परिणीती चोपड़ा। ट्विटर पर इस विवाद के बाद. परिणीति चोपड़ा को पब्लिसिटी तो फ़ोकट में मिल गई। लेकिन, फिल्म में उनकी भूमिका उन्हें ज़्यादा फायदा पहुंचा पाएगी। क्योंकि, विश्व में लड़े गए युद्ध इतिहास के इस सबसे लम्बे युद्ध में, जहाँ ईशर सिंह और उनके साथी सैनिकों के पराक्रम का चित्रण होना है, उस फिल्म मे ईशर सिंह की पत्नी के रूप में परिणीति की भूमिका कितनी लम्बी होगी, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है !   

विद्या बालन बनेंगी इंदिरा गांधी

खबर है कि पत्रकार-लेखिका सागरिका घोष की किताब इंदिरा: इंडियाज मोस्ट पावरफुल प्राइम मिनिस्टर पर फिल्म बनने जा रही है। इस किताब के प्रकाशक जग्गरनॉट बुक्स ने पिछले जिओ मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल में इस पुस्तक को फिल्म बनाने के लिए वर्ड टू स्क्रीन मार्किट २०१७ में फिल्मकारों के समक्ष रखा था। अब इस फिल्म के निर्माण के अधिकार विद्या बालन ने ट्विटर के माध्यम से खरीद लिए हैं। वह खुद इस फिल्म में इंदिरा गाँधी की भूमिका करेंगी।  इससे  पहले,   रहस्य फिल्म के डायरेक्टर मनीष गुप्ता भी इंदिरा गाँधी पर फिल्म बनाना चाहते थे, जिसमे इंदिरा गाँधी की भूमिका करने पर विद्या बालन ने सहमति दी थी। लेकिन यह फिल्म कानूनी पचड़ों के कारण आगे नहीं बढ़ पाई। सागरिका घोष की किताब में इंदिरा गाँधी के आपातकाल लगाने के कारण, संजय गाँधी की इंदिरा जी पर कथित पकड़ तथा इंदिरा गाँधी की शादी और धर्म की खतरनाक राजनीति के बारे में विस्तार से लिखा गया है।  वैसे अभी यह साफ़ नहीं है कि किताब पर फिल्म बनेगी या वेब सीरीज ! आजकल के लिहाज़ से वेब सीरीज का प्रभाव काफी फैला और बढ़ा है। इसलिए ज़्यादा संभावना यही है कि किताब पर वेब सीरीज बनाई जाए। क्योंकि, फिल्म के साथ बॉक्स ऑफिस के खतरे जुड़े होते हैं। इंदिरा गांधी भारतीय गणतंत्र का एक धब्बा हैं, जिन्होंने आपातकाल लगा कर देश को २३ महीने तक कैद कर लिया था। दर्शक शायद ही इस दागदार करैक्टर को परदे पर नायिका के बतौर स्वीकार करे। जहाँ तक इंदिरा गाँधी के रियल या काल्पनिक चरित्रों को फिल्म में दिखाए जाने का सवाल है, १९७५ में गुलजार ने आंधी बना कर यह खतरा फिल्म पर रोक की हद तक झेला था। इस फिल्म में सुचित्रा सेन ने इंदिरा गाँधी के नक़ल की भूमिका की थी। ऎसी दूसरी कई फ़िल्में हैं, जिनमे इंदिरा गाँधी दिखाई तो नहीं गई, लेकिन उनका ज़िक्र ज़रूर हुआ। इन फिल्मों में किस्सा कुर्सी का, अमु, ३१ अक्टूबर, मद्रास कैफ़े, आदि उल्लेखनीय हैं। जब्बार पटेल की फिल्म यशवंतराव चवण (२०१४) और इंदु सरकार (२०१७) में इंदिरा गाँधी की भूमिका सुप्रिया विनोद ने की थी।

Wednesday, 10 January 2018

अनुष्का शर्मा की परी के साथ होली !

इटली में शादी करने और दक्षिण अफ्रीका तक विराट कोहली के साथ हनीमून मनाने के बाद, अभिनेत्री अनुष्का शर्मा अब काम के मूड में आ गई है। वह दक्षिण अफ्रीका में मेहमान  टीम के खिलाफ विराट कोहली की पहली खराब पारी देखने के बाद हिंदुस्तान लौट आई थी। आते ही उन्होंने शाहरुख़ खान के साथ आनंद एल राज निर्देशित फिल्म जीरो की शूटिंग शुरू कर दी। उनका जीरो की टीम ने ज़ोरदार गुलदस्ता स्वागत किया। कैमरा फेस करने के बाद, अनुष्का शर्मा अपनी बतौर निर्माता फिल्म परी पर भी ध्यान दे रही है। उन्होंने आज इस फिल्म का पोस्टर रिलीज़ किया और रिलीज़ की तारीख़ भी बताई। उन्होंने पोस्टर के साथ सूचना दी होली विथ परी। यानि परी २ मार्च को रिलीज़ होगी। जैसा कि फिल्म के पोस्टर मे लिखा है- परी नॉट अ फेयरीटेल, यह फिल्म बच्चों को सुनाने वाली किसी परी की कहानी नहीं है। यह फिल्म हॉरर फिल्म है। कुछ दिनों पहले इस फिल्म का मोशन पोस्टर रिलीज़ हुआ था। इसमे अनुष्का शर्मा का चेहरा घाव से भरता चला जाता है। इस पोस्टर में तो घाव वाले चेहरे वाली अनुष्का शर्मा के पीछे लबादा ओढ़े भयानक चेहरा खडा नज़र आ रहा है। परी का निर्माण अनुष्का शेट्टी के प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट फिल्म्स और क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट ने मिल कर किया है। फिल्म के निर्देशक प्रोसित चटर्जी की यह पहली हिंदी फिल्म है। इस फिल्म में अनुष्का शर्मा के नायक परम्ब्रता चटर्जी हैं।  

बॉलीवुड में अब सेक्स नहीं बिकता- विक्रम भट्ट

कुछ समय पहले, टीवी एक्टर करण वाही ने कहा था कि हेट स्टोरी ४ इरोटिक थ्रिलर फिल्म नहीं है। यह थ्रिलर फिल्म है। इसमे कामुकता जैसा कुछ नहीं है। हेट स्टोरी सीरीज की फिल्मों की शुरुआत भूषण कुमार के साथ विक्रम भट्ट ने ही की थी। फिल्म हेट स्टोरी (२०१२) से इसकी शुरुआत हुई। २०१४ और २०१६ में दो हेट स्टोरी फिर रिलीज़ हुई। पहली फिल्म में पाओली डैम की सेक्स अपील का दम भरने वाली हेट स्टोरी को सफलता मिली। दूसरी हेट स्टोरी में सुरवीन चावला थी।  हेट स्टोरी ३ में ज़रीन खान अपनी सेक्स अपील का प्रदर्शन कर रही थी। लेकिन, बाद की दो हेट स्टोरियाँ अपना दम तोड़ती चली गई। अब, जबकि २ मार्च को हेट स्टोरी ४ रिलीज़ होने वाली है, इरोटिक थ्रिलर फिल्मों के जन्मदाता विक्रम भट्ट ने यू-टर्न ले लिया है। आम तौर पर हॉरर फिल्मों में भय और भयानक चेहरों वाले भूतों के अलावा बी ग्रेड अभिनेत्री की सेक्स अपील एक मसाला होती है। हिंदुस्तान की तमाम रामसे और भाखरियों की हॉरर फिल्मों में हॉरर के साथ सेक्स ज़रूर हुआ करता था। जब विक्रम भट्ट ने अपनी थ्रिलर फिल्मों को कामुकता भरे सेक्स में मिलाया तो इसे इरोटिक थ्रिलर या इरोटिका कहा गया। इसे देखते हुए सेक्स अपील वाली हॉरर फिल्मों को हॉरेक्स   फ़िल्में यानि हॉरर +सेक्स फ़िल्में कहा जाने लगा। एकता कपूर ने ऐसी हॉरेक्स फिल्मों से जम कर कमाई की। अब विक्रम भट्ट कहते हैं, “बॉलीवुड में सेक्स बेचना ख़त्म हो गया है। हॉरेक्स जोनर अब मौजूद नहीं है। हॉरेक्स से सेक्स बाहर हो गया है। अब केवल हॉरर बचा है।” विक्रम भट्ट ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि उनकी नई फिल्म १९२१ इसी हफ्ते रिलीज़ होने वाली है। इस फिल्म में ज़रीन खान और करण कुंद्रा की मुख्य भूमिका है। यह फिल्म विक्रम भट्ट की १९२० फिल्म फ्रैंचाइज़ी की अगली कड़ी है। कहीं दर्शक ज़रीन खान के कारण उनकी इस हॉरर फिल्म को भी सेक्स से भरपूर न समझ ले, विक्रम भट्ट को यह सफाई देने पड़ रही है। वह कहते हैं, “बाज़ार में पोर्न आसान मिल रहा है। अब फिल्मों में सेक्स का बाज़ार बिलकुल ख़त्म हो चूका है। १९२१ में हाड को कंपा देने वाला हॉरर है, सेक्स नहीं। जो भी दर्शक १९२१ देखने जायेंगे, उन्हें मनोरंजन के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।” तो इंतज़ार कीजिये १२ जनवरी का। 

रोहित शेट्टी और करण जौहर के साथ कंगना रानौत करेंगी जज

करण जौहर ने इशारा तो पहले ही कर दिया था।  उन्होंने टीवी के रियलिटी शो इंडियाज नेक्स्ट सुपरस्टार की शुरुआत से पहले ही पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा था कि वह अपने शो में कंगना रनौत का जज के रूप में स्वागत करेंगे।  उस  समय लोगों को लगा था कि शायद कंगना रनौत इस शो पहले एपिसोड में जज होंगी। लेकिन, पहले एपिसोड में प्रियका चोपड़ा आ गई।  इससे लगा कि करण ने कंगना वाली बात गंभीरता से नहीं कही थी।  लेकिन, अब लगता है कि दोनों तरफ से गंभीरता है।  यानि कोई किसी का स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता वाली इंडस्ट्री में कंगना रनौत और करण जौहर ने अपने मतभेद सुलटाने  का फैसला ले  लिया है। अब ज़ल्द ही कंगना रानौत इंडियाज नेक्स्ट सुपर स्टार के अगले एपिसोड में विशेष अतिथि जज के तौर पर नज़र अपना निर्णय सुनाती नज़र आयेंगी। इस एपिसोड की शूटिंग कल गुरुवार को हो सकती है। इस बात की पुष्टि कंगना रानौत के प्रवक्ता ने भी कर दी है कि यह शो टैलेंट को बढ़ावा देने वाला है और कंगना की सोच भी कुछ ऎसी ही है। यह शो देश की उन प्रतिभाओं को खोज कर मंच दिलाने वाला है, जिनका कोई गॉडफादर नहीं। इस शो की टैगलाइन ही है, “न खानदान, न सिफारिश..बॉलीवुड को है सिर्फ टैलेंट का इंतज़ार।" इस टैग लाइन से कंगना के भाई भतीजावाद पर टिपण्णी याद आ जाती है। यानी करण जौहर जैसे स्टार किड्स को ही मंच दिलाने वाले करण जौहर को नई प्रतिभाओं को मौक़ा देने वाला कार्यक्रम करके खुद पर लगे भाई-भतीजावाद के दाग मिटाने की कोशिश करनी पड़ रही है।

देश में कॉस्मेटिक सर्जरी स्वीकार्य नहीं है -कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. मोनिका

भारत एक ऐसा देश है जहां पर सुदंरता ही स्वीकार्य है। इसलिए ग्लैमर इंडस्ट्री में कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट का चलन बढ़ रहा है। लेकिन यह एक विडंबना है कि तमाम तरह के लोकप्रियता के बाद भी लोगो में (विशेष तौर पर एक्टर) इससे बचते है और इससे इंकार करते हुए कुछ भी बोलने से बचते है। लेकिन भारत में इसे निषेध क्यों माना जाता है? मशहूर कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. मोनिका कपूर इस बात से सहमत नहीं है कि कॉस्मेटिक सर्जरी अथवा उपचार के बारे में बात करने से बचा जा रहा है। उनका कहना है कि कॉस्मेटिक सर्जरी हमारे देश में निषेद्ध अथवा टैबू नहीं है। बॉलीवुड और ग्लैमर इंडस्ट्री में तो यह एक फैशन हो गया है। हालांकि इसके बारे में बात करने से बचा जाता है क्योंकि कोई नहीं चाहता कि किसी को यह पता चलें कि उसने सुंदर दिखने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी का सहारा लिया है। अपनी खूबसूरती और अच्छे फिगर की वजह से जो सेलेब्स इस इंडस्ट्री में है वे कॉस्मेटिक सर्जरी के बारे में मीडिया और अपने प्रशंसको को नहीं बताते। इसके पीछे का कारण यह है कि सर्जरी के बाद अपने शरीर में आए बदलाव के बाद कभी कभी वे स्वंय संतुष्ट नहीं होते। इसलिए उनका मजाक न बनाया जाएइसलिए यह बात वे सबसे छुपा कर रखते है। डॉ. मोनिका आगे कहती है कि जो सेलेब्स यदि कॉस्मेटिक सर्जरी भी कराते है वे दुनिया को इस बारे में बताना पंसद नहीं करते। वे इसे भगवान का आशीर्वाद कहते हुए प्राकृतिक सुदंरता बताते है। लेकिन कुछ लोग साहसी होते है और खुलकर इस बारे में बताते है कि उन्होने सर्जरी करवाई है। ऐसे लोगो को सलाम किया जाना चाहिए और उनकी तारिफ की जानी चाहिए जो अपनी खामियों और उनको लेकर सुधार प्रक्रिया के बारे में बात करते है। डॉ. मोनिका ऐसे लोगो को सलाह देते हुए कहती है कि यदि आप चिकित्सा उपचार की मदद से कुछ सुधार लेते है तो इसके बारे में बात करने में संकोच करने की बजाय इस पर गर्व महसूस करें। मेडिकल और सर्जिकल उपचार में हुई तकनीकी प्रगति ग्लैमर की दुनिया के लिए एक वरदान की तरह है। डॉ. मोनिका कहती है कि जितना संभव हो इसको बढ़ावा देना चाहिए। ऐसे में अधिक से अधिक लोगो को इसके बारे में पता चलेगा और वे भी कॉस्मेटिक सर्जरी का लाभ सकेंगे।

एकता कपूर मेरी सबसे बड़ी आलोचक है - आंचल शर्मा

नौसिखिया ​​आंचल शर्मा ​अल्ट बालाजी की सीरीज ​​हक से​ ​के साथ अपनी डिजिटल शुरुआत करने ​जा रही हैं। काफी लोग नहीं जानते होंगे कि वह एकता कपूर की भतीजी है। एक यह अनुमान लगाया गया होगा कि एकता की भतीजी का मतलब है कि उन्हें आसानी से मौके मिले गए होंगे। लेकिन यहाँ एक सप्राइज़ है। प्रतिभाशाली आंचल​ ​ने अपने किसी भी ​इंडस्ट्री कनेक्शन का उपयोग नहीं किया और इसके बजाय उसे अपना काम ​खुद ​करने का विकल्प चुना। आंचल ने अपने किसी भी ​इंडस्ट्री कनेक्ट का उपयोग  नहीं किया लेकिन हक से​ ​में भूमिका के लिए ऑडिशन​ दिया। आंचल ने लोकप्रिय कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबरा के साथ मिलकर कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया है। आंचल ने श्रृंखला के दो पात्रों के लिए ऑडिशन दिया था। जिसके बाद निर्माता ने सोचा कि वह बानो के किरदार के लिए पूरी तरह से फिट हैं। ​अल्ट बलाजी ​​पर​ ​डेब्यू के बारे में आँचल ​कहती हैं​, "वह (एकता) मेरी सबसे बड़ी आलोचक।  उन्होंने मेरे ऑडिशन की स्वीकृति दीयह मेरे लिए एक बड़ी तारीफ है। आजडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म बड़े से बड़े एरिया को कवर कर रहे हैं जो की फिल्मे भी कवर नहीं कर सकती । आंचल शो में मिर्ज़ा बहनों में से एक की भूमिका​ में है​, जो गायिका बनने और कश्मीर घाटी में शांति लाने की इच्छा ​रखती हैं। ​केन घोष ​ने हक से​ ​ का निर्देशन ​किया है। इस शो में ​कश्मीर के खूबसूरत घाटियों की पृष्ठभूमि में स्थापित चार बहनों मेहरजन्नतबानो और अमल के बारे में कहानी है। यह शो उनकी महत्वाकांक्षाओं और सपनों की पड़ताल करता है और इस क्षेत्र में उनकी भौगोलिक स्थिति और बढ़ती कट्टरपंथियों द्वारा ​पैदा हुई प्रस्थिति को दर्शाया​ हैं।​ यह​ चार बहनों की कष्टों के बीच,एक सुंदर प्रेम कहानी भी है।​ राजीव खंडेलवालसुरवीन चावलापारुल गुलाटीसिमोन सिंहरुखसारआंचल शर्मानिकेखेशा रंगवालापावेल गुलाटी और करणवीर शर्मा​ अभिनीत ​ ​​हक से​ की दर्शक ​जल्द ही ​अल्ट बालाजी ऐप ​पर​ और वेबसाइट पर स्ट्रीमिंग ​कर सकेंगे।

निर्माता सोनू सूद की फिल्म सर्वगुण संम्पन अप्रैल में फ्लोर पर

अभिनेता-फिल्म निर्माता सोनू सूद अपने अगले ​प्रोडक्शन के साथ तैयार है। ​फिल्म में सोनू के साथ अर्जुन रामपाल होंगे और इसका निर्देशन करन कश्यप करेंगे। करण ने बंटी और बबलीचक दे इंडिया और रावण​ ​जैसी फिल्मों में सहायक के रूप में काम किया है।​ उनकी इस नयी फिल्म का नाम सर्वगुण संम्पन​ रखा​ गया है।  यह​ एक कॉमेडी हैजो कि उत्तर प्रदेश और बिहार​ ​​की कहानी है ​और यह इन दोनों लोगों (सोनू सूद और अर्जुन रामपाल) के चारों ओर घूमती है।​ सोनू सूद और अर्जुन रामपाल की टूनिंग जे पी दत्ता की आगामी फिल्म पलटन के दौरान  हुई है। सोनू मानते है कि अर्जुन की भूमिका पावरफुल है और वे इस भूमिका से न्याय करेंगे। ​सोनू ने हाल ही में अपनी ​कै.मांश्रीमती सरोज सूद को समर्पित जिम का उद्घाटन करने के लिए उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद ​गए ​थे​। ​इस  दौरानउन्होंने फिल्म और निर्देशक करन कश्यप के साथ शहर और आस-पास की जगहों ​की रेखी की। सोनू अपने स्क्रिप्ट के बारे में उत्साहित ​है। क्योंकि उनके अधिकांश कॉलेज के दोस्त बिहार के थे और वे कई बार​ यहाँ आये ​ हैं ।  ​वे चाहते है की यूपी और बिहार ​की वेशभूषा ​अपनायी जाए ताकि फिल्म ​​में किरदार असल दिख सके। फिल्म के निर्माण पर सोनू ​कहते है, "जब मैं अपनी पहली फिल्म की शूटिंग कर रहा थातो मेरे सभी सह कलाकार मुझसे कहते थे कि मैं  निर्देशन की दिशा में जाऊं लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा और मै फिल्म निर्माण करूँगा। मैंने सभी भाषाओं में ७० -८० फिल्मों के दौरान सीखा और मुझे एहसास हुआ मुझे मेरी पसंद की कहानियों​ ​वाली फिल्मो का निर्माण ​करना चाहिए।" 

'मुक्काबाज' की टीम ने किया फिल्म का प्रमोशन

फिल्मकार अनुराग कश्यप की खेल एवं खिलाड़ी पर आधारित फिल्म 'मुक्काबाज' की टीम ने दिल्ली में होटल ललित में अपनी फिल्म का जमकर प्रमोशन किया। फिल्म के प्रमोशन के दौरान न केवल अनुराग कश्यप, बल्कि फिल्म के एक्टर विनीत कुमार, रविकिशन एवं इसमें लीड रोल निभा रही जोया हुसैन भी मौजूद थे। मीडिया के साथ बातचीत करते हुए अनुराग कश्यप ने अपनी आगामी फिल्म के बारे में बहुत कुछ साझा किया और इस दौरान अपनी फिल्म को लेकर वह बेहद उत्साहित भी दिखे। उन्होंने कहा, "हमें केवल खेलों की ही सराहना नहीं करनी चाहिए, बल्कि खेल के प्रति खिलाड़ियों की संघर्षपूर्ण यात्रा पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए। 'मुक्काबाज़' इसी थीम को लेकर बनी फिल्म है, जो प्रत्येक बॉक्सर को उसकी एक व्यक्तिगत फिल्म महसूस होगी। इस फिल्म में आपको वास्तविक मुक्केबाज़ मिलेगा, कोई कोरियोग्राफर या एक्शन नहीं होगा, क्योंकि यह एक ऐसी कहानी है, जिसमें हम मुक्केबाजों के बारे में बताना चाहते हैं। यह एक वास्तविक फिल्म है, जो इस देश के हर मुक्केबाज के जीवन का जीवंत प्रदर्शन करेगा। 'मुक्काबाज़' कोई गैर सरकारी संगठन या चैरिटी द्वारा निर्मित फिल्म नहीं है।" दूसरी ओर अभिनेता विनीत ने कहा, "यह फिल्म भावनाओं से लैस है। यह हर एक खिलाड़ी के लिए एक सपना है, जो मेरे लिए सच हुआ। मुझे इस परियोजना का हिस्सा बनने पर बेहद गर्व है और इसके लिए मैं वास्तव में अनुराग सर का शुक्रगुजार हूं। अनुराग सर को वास्तव में फिल्म के लिए बॉक्सिंग चैंपियन विजेंदर सिंह जैसा कलाकार चाहिए था। उस किरदार को सही साबित करने के लिए मैं पंजाब च गया और वहां अपना प्रशिक्षण लिया। यह वास्तव में एक अद्भुत अनुभव था। वाकई में 'मुक्काबाज़' पूरी तरह से एक नेचुरल फिल्म है, लेकिन इसमें खेल को लेकर सियासत पर की कहानी भी है। जहां तक फिल्म की कहानी की बात है, तो इसमें उत्तर प्रदेश में खेलों को लेकर सियासत का तानाबाना बुना गया है, इस तानेबाने में फिल्म के एक्टर विनीत फंसते हैं। फिल्म में विनीत पहलवान का किरदार निभा रहे हैं, जिसे ब्राह्मण लड़की से प्यार हो जाता है, लेकिन जैसे ही लड़की के चाचा (जिम्मी शेरगिल) को इस बात की खबर मिलती है, वैसे ही वह विनीत को बर्बाद करने की सोचता है। बता दें, फिल्म में जिम्मी राज्य मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष का रोल निभा रहे हैं और इस तरह वह अपनी पोजिशन का इस्तेमाल कर के विनीत के करियर को बर्बाद करने का तय करते हैं। फैंटम फिल्म्स और कलर येलो प्रोडक्शंस के बैनर के तहत निर्मित 'मुक्काबाज़' 12 जनवरी को रिलीज होगी।

जोश फाउंडेशन द्वारा बधिर बच्चो के लिए आयोजित इंटर स्कूल प्रतियोगिता के दौरान डॉक्टर जयंत गांधी, पूनम पांडे, कुनिका सदानंद, अली असगर और 'ऑडियोलॉजिस्ट- स्पीच थेरेपिस्ट' देवांगी दलाल


'एक दीवाना था' की टीम मनाली में भारी बर्फबारी में फंसी

शहर की भीड़-भाड़ से दूर हिल स्टेशन जाना मजेदार और उत्साहजनक हो सकता है। लेकिन तब क्या हो जब यह मजा और उल्लास अप्रत्याशित देरी में बदल जाए और बुरे अचंभों से भर जाए।
'एक दीवाना था' का पूरा क्रू - नामिक पॉल, डॉनल बिष्ट, विक्रम सिंह चौहान और निर्माता प्रतीक शर्मा, अन्य लोगों के साथ चार दिनों के आउटडोर कार्यक्रम पर मनाली में थे। लेकिन उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी कि उनके आनंद के पलों से भरे पांच घंटे, भारी बर्फबारी में फंसे रहने के कारण बर्बाद हो जाएंगे। क्रू वर्तमान कहानी की शूटिंग कर रहा था जिसमें शिव (नामिक) शरण्या (डॉनल) और व्योम (विक्रम) को परेशान करना जारी रखता है और नामिक को बर्फ की गहराई में दफ्न कर दिया गया था। सबकुछ योजना के अनुसार आराम से होना था लेकिन जल्द ही चीजों ने एक अलग ढंग ले लिया। प्रतीक शर्मा ने कहा, “नामिक इस दृश्य की शूटिंग कर रहे थे और गुरुवार की सुबह, हमें जानकारी दी गई कि उनके बॉडी डबल को वापस जाना पड़ा, जिस वजह से हमें नामिक को खुद ही लगभग आधा घंटे तक बर्फ के अंदर दफन रहना पड़ा। यह कठिन शॉट था जिसमें हमें सांस लेने के लिए नामिक तक लकड़ी की एक खोखली डंडी का प्रयोग करके हवा पहुंचानी थी, और किसी तरह से हमने इसे मैनेज कर लिया। इसके अलावा, हमें मनाली में शूटिंग करनी थी, क्योंकि वर्तमान कहानी के लिए एक बर्फीली जगह की मांग थी। हमने मनाली से 50-60 कि.मी. दूर स्थित हातिम दर्रे तक का सफर किया। लेकिन शूटिंग के बाद वहां से वापस आते हुए, अचानक ही भारी बर्फबारी होनी शुरू हो गई और हमें रास्ते में ही रुकना पड़ा, जिस वजह से पूरा क्रू फंस गया। हम कॉल नहीं कर सकते थे या किसी से भी संपर्क नहीं कर सकते थे क्योंकि नेटवर्क काम नहीं कर रहा था। लगातार बर्फबारी होती रही और वह स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर हो गई थी। सौभाग्य से कुछ गांव वालों ने हमारी कार देखी और वे समय रहते हमारे बचाव के लिए आ गए। उन्होंने बर्फबारी रुकने तक रजाईयों और खाने से हमारी मदद की। फिर हमने सड़क साफ करने और अपने मार्ग पर वापस आने के लिए गांव वालों के साथ मिलकर बर्फ हटाई। बिल्कुल, हमें काफी धीमे ड्राइव करना पड़ा जिस वजह से हमें होटल तक पहुंचने में काफी समय लग गया। हालांकि, हमने किसी तरह से सब संभाला। हमने उन गांव वालों के आतिथ्य और मदद के लिए उनका धन्यवाद किया। अगर उन्होंने समय रहते हमें देखा होता, तो हम शायद अपने होटल तक वापस नहीं आ पाते।”  

'एक दीवाना था' के सभी एपिसोड्स देखिए, हर सोमवार से शुक्रवार रात 10 बजे, केवल सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर!

क्रिसमस २०२० में रिलीज़ होगी कृष ४

आज हृथिक रोशन ने ४५वा जन्मदिन मनाया ।  इस  मौके पर, ४४ साल के हृथिक रोशन को जन्मदिन की बधाइयां दे रहे प्रशंसकों को डैडी राकेश रोशन ने खुशखबरी दी।  यह खुशखबरी थी हृथिक रोशन की कृष फ्रैंचाइज़ी की चौथी फिल्म कृष ४ के  बनाये जाने के ऐलान की और फिल्म को क्रिसमस २०२० में रिलीज़ किये जाने की।  यानि कि आज से ठीक दो साल और कोई ११ महीने  महीने बाद कृष ४ रिलीज़ होगी। अभी इस फिल्म के दूसरे विवरण ज्ञात नहीं हुए हैं कि फिल्म की नायिका कौन होगी तथा सपोर्टिंग कास्ट क्या होगी ! फिल्म की कहानी और पटकथा तो राकेश रोशन ने तैयार कर ली होगी। तभी फिल्म का ऐलान किया गया। कृष फ्रैंचाइज़ी की शुरुआत २००३ में रिलीज़ सुपर हीरो फिल्म कोई मिल गया से हुई थी। यह फिल्म एक एलियन और एक वैज्ञानिक के बेटे कृष्णा की कहानी थी। इस फिल्म को बड़ी सफलता मिली। फिल्म निर्माता, निर्देशक और लेखक राकेश रोशन ने २००६ में कृष का निर्माण किया था। इस फिल्म का नायक भी कृष्णा या कृष था, जिसे सुपर पॉवर थी। चूंकि, फिल्म का नायक सुपर पॉवर रखने वाला कृष्णा उर्फ़ कृष ही था, इसलिए फिल्म को कृष २ भी कहा जाने लगा। यह कृष फ्रैंचाइज़ी की दूसरी फिल्म थी। इस फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म कृष ३ को रिलीज़ होने में ७ साल बीत गए। तीसरी कृष, २०१३ में रिलीज़ हुई। पहली कृष यानि कोई मिल गया में हृथिक रोशन की नायिका प्रीटी जिंटा थी. मगर, कृष २ और कृष ३ में हृथिक की नायिका प्रियंका चोपड़ा थी। कृष फ्रैंचाइज़ी फिल्मक्राफ्ट प्रोडक्शन की सफल फ्रैंचाइज़ी थी। चौदह साल पहले कोई मिल गया के निर्माण में ३० करोड़ खर्च हुए थे। फिल्म ने ८ अगस्त २००३ को रिलीज़ हो कर बॉक्स ऑफिस पर ९२ करोड़ का कारोबार किया था। कृष २३ जून २००६ को रिलीज़ हुई थी। फिल्म के निर्माण में ४५ करोड़ खर्च हुए थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ११७ करोड़ का कारोबार किया। १ नवम्बर २०१३ को रिलीज़ हुई थी तीसरी कृष। इस फिल्म के निर्माण में ९५ करोड़ खर्च हुए थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर २९१ करोड़ का कारोबार किया। जाहिर है कि कृष फ्रैंचाइज़ी रोशनों की हिट फ्रैंचाइज़ी है तथा हृथिक रोशन के सुपर हीरो अवतार से दर्शकों को आकर्षित भी करती है। इसमें कोई शक नहीं कि दर्शकों को चौथी कृष का लम्बे समय से इंतज़ार था। जब यह फिल्म रिलीज़ होगी तब कृष ३ को रिलीज़ हुए ७ साल हो गए होंगे। लेकिन, दर्शक बेसब्री से इंतज़ार करेंगे अपने पहले सुपर हीरो कृष का ! 

Tuesday, 9 January 2018

आर बल्कि की फिल्म में अपाहिज लड़की का किरदार करेंगी कंगना रानौत

कंगना रानौत के लिए अच्छी खबर है। अपनी बेलाग बयानबाजी के कारण कुख्यात हो चली कंगना रानौत के बॉलीवुड करियर के ख़त्म हो जाने का अनुमान लगाया जा रहा था। इस समय वह केवल एक फिल्म ऐतिहासिक ड्रामा मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी ही कर रही हैं। इस फिल्म को अप्रैल में रिलीज़ होना है। मणिकर्णिका के बाद कंगना ने कोई भी हिंदी फिल्म साइन नहीं की थी, जिसकी शूटिंग कर सकें। उनके एक फिल्म खुद डायरेक्ट करने की खबर ज़रूर थी। लेकिन, अब बड़े परदे की झाँसी रानी का लोहा बॉलीवुड मान गया लगता है। उन्हें आर बाल्की ने अपनी नई फिल्म की नायिका बनने का आमंत्रण दिया है। यह किरदार दुर्घटना में अपनी एक टांग खो चुकी अपाहिज लड़की का है। इस अपंगता के बावजूद वह लड़की खुद को वापस ढर्रे में लाती है और विश्व कीर्तिमान स्थापित करती है। बाल्की की इस फिल्म की कहानी सुन कर अरुणीमा सिन्हा का रियल लाइफ करैक्टर याद आ सकता है, जो एक ट्रेन हादसे में बदमाशों द्वारा फेंक दिए जाने के कारण अपनी एक टाँग कटवा बैठती है। अरुणीमा पर फिल्म का निर्माण फरहान अख्तर करना चाहते थे। फिल्म का डायरेक्शन जोया अख्तर को करना था। मगर अरुणीमा से पैसों के लेकर बात नहीं बनी। बाद में यह फिल्म किसी दूसरे निर्माता के ज़रिये कंगना तक पहुंची। मगर बाल्की वाली फिल्म अरुणीमा सिन्हा की बायोपिक नहीं। बेशक यह एक अपाहिज लड़की की दास्तान है। इस फिल्म में कंगना रानौत के मेंटर का किरदार अमिताभ बच्चन करेंगे। वह ही कंगना के करैक्टर को सभी परेशानियों से उबरने का साहस और प्रेरणा देते हैं। इस फिल्म की तैयारी के लिए कंगना रानौत को मणिकर्णिका के बाद दो महीने देने होंगे, ताकि वह एक अपाहिज लड़की की भूमिका को स्वाभाविक तरीके से कर सकें। जहाँ तक दर्शकों का सवाल है, उनके लिए दो ज़बरदस्त अभिनय करने वाले कलाकारों को एक साथ देखना खुश माहौल जैसा होगा।  

वरुण धवन बनेंगे शराबी अर्जुन रेड्डी

डिशूम और जुड़वाँ २ के बाद निर्माता साजिद नाडियाडवाला और वरुण धवन तीसरी बार एक साथ फिल्म करने जा रहे हैं। साजिद नाडियाडवाला, पिछले साल रिलीज़ तेलुगु ब्लॉकबस्टर अर्जुन रेड्डी का हिंदी रीमेक बनाना चाहते थे। अर्जुन रेड्डी, आज के शहरी युवा की समस्या प्यार में धोखा खाने के बाद युवाओं के खुद को नशे में डुबो लेने वाले कथानक पर फिल्म है। इस फिल्म के लेखक और निर्देशक संदीप रेड्डी वंगा की यह पहली फिल्म है। इस फिल्म में विजय देवरकोंडा ने अर्जुन रेड्डी का किरदार बखूबी किया था। फिल्म में उनकी नायिका शालिनी पाण्डेय थी। अर्जुन रेड्डी के किरदार के लिए साजिद नाडियाडवाला सबसे पहले रणवीर सिंह को लेना चाहते थे। रणवीर के मना करने पर वह अपने रंगून हीरो शाहिद कपूर के पास गए। लेकिन शाहिद ने भी इस फिल्म को करने से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने जुड़वाँ २ के अपने हिट हीरो वरुण धवन को अर्जुन रेड्डी बना दिया। वरुण धवन की युवा इमेज है। उनकी कॉमेडी युवा दर्शक पसंद करता है। ख़ास बात यह है कि तेलुगु फिल्म को भी पहले शर्वानंद को लिया जाना था। लेकिन, उन्होंने तारीखों की समस्या के कारण फिल्म करने से मना कर दिया। बाद में विजय देवरकोंडा फिल्म के लिए माने, लेकिन कोई भी प्रोडूसर इस बोल्ड फिल्म पर पैसा लगाने के लिए तैयार नहीं हुआ।  क्योंकि,  तेलगु फिल्मों का नायक इतना  शराब में डूबा और निराश नहीं होता। तब संदीप रेड्डी वंगा के भाई और पिता आगे आये और उन्होंने फिल्म में पैसा लगाया। इस फिल्म की निर्माण लागत सिर्फ छः करोड़ रूपये थी। लेकिन, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ५१ करोड़ का कारोबार कर पाने में कामयाब हुई। इस समय इस फिल्म को तमिल में भी बनाया जा रहा है। अर्जुन रेड्डी के हिंदी रीमेक का निर्देशन संदीप रेड्डी वंगा ही करेंगे। वरुण धवन इस फिल्म की शूटिंग यशराज बैनर की फिल्म सुई धागा की शूटिंग पूरी करने के बाद ही शुरू कर पाएंगे। क्योंकि, अर्जुन रेड्डी के लिए उन्हें अपने को दुबला करना पड़ेगा।  इस फिल्म का टाइटल अर्जुन रेड्डी से बदल कर कोई दूसरा किया जा सकता है।  

बॉलीवुड की पहली ३ डी कॉमेडी बूम बूम इन न्यूयॉर्क

दिलजीत दोसांझ और सोनाक्षी सिन्हा के साथ रितेश देशमुख, लारा दत्ता और बोमन ईरानी के साथ और भी कई दूसरे कलाकारों से लैस फिल्म;बूम बूम इन बॉलीवुड की पहली हास्य फिल्म है, जो त्रिआयामी फॉर्मेट में यानि थ्रीडी प्रभाव वाली फिल्म है। बूम बूम इन न्यूयॉर्क एक दिल को छू लेने वालीगुदगुदाने वाली कॉमेडी है। यह फिल्म खुद के लिए एक बेहतर जीवन की तलाश में रहने वाले दो भारतीय युवाओं की कहानी है, जिन्हें न्यूयॉर्क शहर की अप्रत्याशित यात्रा ऐसी कॉमिक सिचुएशन में ला देती हैजिससे हमेशा के लिए उनके जीवन में बदलाव आ जाता है। निर्देशक चक्री टोलेटी की इस फिल्म में फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर की दोहरी भूमिका है। इस फिल्म को पहली रियलिटी स्टेज शो फिल्म कहा जा रहा है। फिल्म की कहां मशहूर अवार्ड फंक्शन आइफा के इर्दगिर्द घूमती है। पिछले दिनों इस फिल्म का ज़िक्र रोहित शेट्टी की हिट कॉमेडी फ्रैंचाइज़ी गोलमाल का टाइटल में उपयोग करने के कारण सुर्ख़ियों में आई थी।  बाद में, करण जौहर के हस्तक्षेप के बाद फिल्म का टाइटल बदल दिया गया। वासु भगनानी कहते है, "बूम बूम इन न्यूयॉर्क थिएटर ऑडियंस के लिए मनोरंजन का एक नया अनुभव होगा। मुझे पूरा यकीन है कि हमारे दर्शकों ने इतने बड़े सितारों को एक साथ एक फिल्म में अब से पहले नहीं देखा होगा। बूम बूम इन न्यू यॉर्क निश्चित रूप से एक हिट फिल्म साबित होगी।" पूजा फिल्म्स विज़ फिल्म्स द्वारा निर्मित बूम बूम इन न्यू यॉर्क २३ फरवरी को रिलीज़ हो रही है। इसी दिन दो दूसरी दिलचस्प फिल्में भी रिलीज़ हो रही हैं।  २३ फरवरी को अभिषेक शर्मा निर्देशित थ्रिलर फिल्म परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण और प्रदीप सरकार निर्देशित फिल्म हिचकी भी रिलीज़ हो रही है। परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण, भारत द्वारा १९९८ में किये गए परमाणु विस्फोट के इर्दगिर्द घूमती थ्रिलर फिल्म है।  इस फिल्म में जॉन अब्राहम, डायना पेंटी, बोमन ईरानी और शाद रंधावा की प्रमुख भूमिका है।  हिचकी की नायिका रानी मुख़र्जी है।  फिल्म में वह एक ऎसी सफल टीचर बनी हैं, जो हकलाती है। साफ़ है कि तीनों फ़िल्में अलग जॉनर की फिल्में है और इनके कलाकारों का अलग दर्शक वर्ग है। इनकी लागत भी बहुत ज़्यादा नहीं है। इसलिए इन फिल्मों के एक साथ रिलीज़ होने पर किसी को ख़ास ऐतराज़ नहीं होगा। जो फिल्म अच्छी बनी होगी, वह बॉक्स ऑफिस पर राज करेगी।  

पद्मावती ही नहीं भंसाली की लीला से भी जुड़ी थी गोलियों की रासलीला

ऑपरेशन सेंसर बोर्ड के ज़रिये रानी पद्मावती, स्त्री लिंग से पुरुष लिंग में परिवर्तित कर पद्मावत बना दी गई है।  अभी तक बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के किरदार रानी पद्मिनी उर्फ़ संजय लीला भंसाली की पद्मावती पर आधारित टाइटल वाली फिल्म पद्मावती अब पद्मावत बन कर नायिका रानी के बजाय काव्य रचना बन गई है। किसी फिल्म का टाइटल बदल कर, फिल्म से जुड़े विवादों को कम करने या कम हुआ मान लेने की यह कवायद कितनी कारगार होगी, यह तो वक़्त ही बतायेगा। क्योंकि, मेवाड़ रानी पद्मिनी के साथ खिलजी के कथित रोमांस दृश्यों को लेकर उठा विवाद अब ख़त्म हो जायेगा, कहाँ नहीं जा सकता। राजस्थान सरकार ने पद्मावत की रिलीज़ की तारिख तय होते ही इस फिल्म को राजस्थान में रिलीज़ होने से रोक कर विवाद के ख़त्म न होने का संकेत दे दिया है। संभव है कि कुछ दूसरी राज्य सरकारें भी फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगा दे। लेकिन, फिलहाल, सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन ने अपनी बला टाइटल बदल कर टाल दी है। टाइटल बदलने की सेंसर बोर्ड की राजनीति प्रसून जोशी से समय की नहीं है। पहले के कई ऐसे उदाहरण हैं, जब फिल्मों के टाइटल बदल कर फ़िल्में रिलीज़ की गई। संजय लीला भंसाली की फिल्म गोलियों की रासलीला : राम-लीला का टाइटल इसका प्रमाण है। भंसाली की २०१३ की इस फिल्म का टाइटल राम-लीला रखा गया था।  फिल्म रिलीज़ होने से पहले इस फिल्म के टाइटल पर विवाद खडा हो गया। हिन्दू संगठनों को अपने ईष्ट देव राम के नाम पर फिल्म का नाम रखे जाने पर ऐतराज़ था।  यह मामला कोर्ट तक गया। इस पर राम-लीला के निर्माताओं ने फिल्म के ओरिजिनल टाइटल के साथ गोलियों की रासलीला जोड़ कर फिल्म को गोलियों की रासलीला: राम-लीला कर दिया। इसके बाद किसी हिन्दू संगठन को राम-लीला के साथ शीर्षक के बावजूद फिल्म पर ऐतराज़ नहीं रहा। 

कृष्णा भट्ट कर रही है पिता विक्रम भट्ट को निर्देशित

आजकल, निर्देशक विक्रम भट्ट अपनी १२ जनवरी को रिलीज़ होने जा रही फिल्म 1921 के प्रमोशन में बहुत ज़्यादा व्यस्त हैं।  इसके बावजूद वह वेब सीरीज़ अनटचेबल्स की रिलीज़ का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। विक्रम भट्ट अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। यह वेब सीरीज़ इस नये प्लेटफॉर्म पर ही प्रदर्शित की जाएगी। विक्रम भट्ट को अनटचेबल्स का  इसलिए इंतज़ार नहीं कि वह इस फिल्म में अभिनय कर रहे हैं। बल्कि, यह फिल्म उनकी बेटी की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म है । १९२०, मिस्टर एक्स, हान्टेड और डेंजरस इश्क जैसी फिल्मों में अपने पिता का निर्देशन में सहयोग करने वाली कृष्णा भट्ट अपनी इस वेब सीरीज़ के माध्यम से बतौर निर्देशक एक नई शुरुआत करेंगी। अपने पिता को निर्देशन देने के बारे में कृष्णा भट्ट ने कहा, ‘‘मुझे पिता के साथ काम करने पर हमेशा ही सीखने को मिलता है। मैंने उनके अपूर्व ज्ञान और प्रतिभा को पूरी तरह से आत्मसात करने के बाद ही निर्देशन शुरू किया है। मैं हमेशा ही हर शूट के बाद उसे अपने पिताजी के नजरिये से देखती हूं और मुझे यह देखकर आश्चर्य होता है कि वह इसके बारे में क्या सोच रखते हैं। मैं सोचती थी कि उनके साथ काम करना मुझे कमजोर बनाने वाला होगा, लेकिन उनके साथ काम करने का मेरा अनुभव मुझे सशक्त एवं आनन्दित करने वाला रहा है।‘‘ सीरीज़ की शूटिंग के दौरान उन्हें अपने पिता से कई महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त हुए। विक्रम भट्ट के बारे में कृष्णा भट्ट ने कहा, “वह एक प्रतिभाशाली अभिनेता हैं तथा अपने प्रदर्शन से उन्होंने मुझे बहुत प्रभावित किया है। मैंने समय समय पर उनसे प्राप्त सुझावों का सहजता से उपयोग किया है, क्योंकि 35 साल के उनके अनुभवों को इस्तेमाल में न लेना मूर्खता ही होगी। मैं उनके साथ फिर से काम करने का और इंतजार नहीं कर सकती थी ।" अनटचेबल्सएक क्राइम थ्रिलर कोर्टरूम ड्रामा है। यह ड्रामा एक मेडिकल छात्र के चारों ओर घूमता है, जो एक एस्कॉर्ट है । जो अपने एक धनाढय ग्राहक के मर्डर और रेप आरोपों का सामना कर रहा है। विक्रम भट्ट, अनटचेबल्स की निर्देशक कृष्णा भट्ट के बारे में कहते हैं, “कृष्णा एक स्ट्रिक्ट डायरेक्टर है । उन्हें अगर मेरा काम पसंद नहीं आता है तो साफ़ कहती हैं कि इसे इस तरह से करो । मैं भी उसके इंस्ट्रक्शन फॉलो करता हैं । जब तक मेरा कोई शॉट नहीं होता, मैं सेट पर नहीं जाता हूँ ।“

लिपस्टिक अंडर माय बुरखा के बाद फिर साथ एकता और अलंकृता

लिपस्टिक अंडर माय बुरखा की निर्माता एकता कपूर और निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव सफलता की कहानी फिर से दोहराना चाहते है । लिपस्टिक अंडर माय बुरखा एक बोल्ड फिल्म थी। मुस्लिम स्त्रियों में नए जमाने के असर और आधुनिकता को दिखाने वाली फिल्म थी।  इस फिल्म को टोक्यो और मुंबई फिल्म फेस्टवियल में दिखाया गया।  जहाँ, इस फिल्म ने  स्पिरिट ऑफ़ एशिया प्राइज और ऑक्सफेम अवार्ड जीता। फिल्म को जितना समीक्षकों ने सराहा, उतना ही बॉक्स ऑफिस पर सफलता भी मिली। फिल्म के निर्माण में सिर्फ छः करोड़ खर्च हुए थे। लेकिन, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर २६.६८ करोड़ का कारोबार किया। यह दोनों फ़िलहाल एक स्क्रिप्ट पर काम कर रहे है । इस जोडी की आपस में बात तय हो चुकी है कि किस कहानी पर फिल्म बनाई जायेगी । इस समय फिल्म की कास्टिंग चल रही है। लिपस्टिक अंडर माय बुरखा को मिली आलोचकों की प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता के बाद, एकता कपूर और अलंकृता श्रीवास्तव के बीच सहयोग को दर्शकों द्वारा उत्सुकता देखा जाना स्वाभाविक है। अपने और एकता कपूर के सहयोग को लेकर अलंकृता श्रीवास्तव कहती हैं, "मुझे लगता है कि में जैसी फिल्मे बनाना चाहती हूँ, उसके लिए साहस और कुछ जोखिम उठाने की जरुरत है । मुझे इस बात की बहुत खुशी है एक बहादुर प्रोड्यूसर एकता मेरे साथ है। भविष्य महिलाओ का है, और मुझे लगता है कि अधिक महिला सहयोग करे यह हमें देखने की जरूरत है । न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर में । अलंकृता श्रीवास्तव की फिल्म निर्माण शैली की प्रशंसा करते हुए एकता कपूर कहती हैं, "अलंकृता​​ की फिल्म निर्माण शैली बोल्ड, मनोरंजक है और हमारे समाज के लिए ज़रूरी और ज्वलंत सवाल पूछने वाली होती है। मुझे सिर्फ इतना खुशी है कि हम कुछ और​ नई राह बनाने और बेहद मनोरंजक कहानियों को एक साथ ​दिखाने के लिए पुन: मिल रहे हैं।“

मल्टीप्लेक्स स्क्रीन्स के लिए पैडमैन और पद्मावत !!!

लीजिये साहब! अलाउद्दीन खिलजी का पैडमैन पर हमला २५ जनवरी को ही होने जा रहा है।  इससे पहले अनुमान लगाए जा रहे थे कि पद्मावत २६ जनवरी को रिलीज़ होगी या ९ फरवरी को ! अक्षय कुमार की आर बाल्की निर्देशित पैडमैन की मौजूदगी में ऐसा ही लगता था कि पद्मावत के निर्माता अक्षय कुमार की फिल्म से टकराव न लेकर अपनी फिल्म ९ फरवरी को रिलीज़ करेंगे, जिस दिन अनुष्का शर्मा की फिल्म परी और लव रंजन की फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी रिलीज़ हो रही है ।  लेकिन, पद्मावत के निर्माता वायकॉम १८ को अपने पिछले एक महीने से फंसे करोड़ों रुपये पर हो रहा नुकसान साल रहा था।  इसलिए, उन्होंने पहली  उपलब्ध तारिख को ही अपनी फिल्म को लॉक कर दिया।  पब्लिसिटी के लिहाज़ से पद्मावत दर्शकों के ज़्यादा  नज़दीक लग रही थी।  फिल्म वितरक  और प्रदर्शक पद्मावत  को मुंहमांगे स्क्रीन देने को तैयार थे।  इसीलिए पैडमैन  के निर्माताओं के लिए यकायक पद्मावत के अलाउद्दीन खिलजी का हमला हकबका देने वाला रहा।  उन्हें विश्वास नहीं है कि पद्मावत इस तरह उनकी फिल्म के सामने आ जाएगी।  वह अभी भी उम्मीद करेंगे कि पद्मावत के निर्माता किसी दूसरी तारिख पर चले जाएँ।  बहरहाल, जो भी हो, पद्मावत और पैडमैन का मुकाबला मल्टीप्लेक्स स्क्रीन के लिए ही ज़्यादा होगा।  अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन के लिए ज़्यादातर सिंगल स्क्रीन थिएटर दो हफ़्तों के लिए बुक हो चुके हैं।  अब पद्मावती को मल्टीप्लेक्स स्क्रीन के लिए पैडमैन से भिड़ना है।  वैसे इतना तय है कि पद्मावती के सामने आ जाने  से पैडमैन को ज़्यादा नुकसान होगा।  लेकिन, यह नुकसान पद्मावत को नुकसान के लिहाज़ से काफी कम होगा।  पद्मावत २०० करोड़ के बजट वाली फिल्म है।  इसे कम से कम ४०० करोड़ का कारोबार करना है, अपनी  रकम  निकालने के लिए।   पहले देखिए क्या होगा २५ जनवरी तक।  

Monday, 8 January 2018

पद्मावत को बागमती की चुनौती भी

बाहुबली एक्ट्रेस अनुष्का शेट्टी अपनी नई फिल्म बागमती से बॉलीवुड की दो फिल्मों को चुनौती देने आ रही हैं।  जी अशोक निर्देशित फिल्म बागमती का ट्रेलर फिल्म की रिलीज़ से सिर्फ १८ दिन पहले आज रिलीज़ हुआ है।  इस ट्रेलर में जयराम, उन्नी मुकुन्दन, आशा शरथ,  आदि पिनिसेट्टी, विद्युलेखा रमन और एस थमन के बीच अनुष्का शेट्टी सब पर छाई नज़र आती हैं।  ट्रेलर के आखिर में अनुष्का के हाव भाव और संवाद उनकी भूमिका के सशक्त होने का संकेत देते हैं।  इस फिल्म के निर्देशक अपनी फिल्म को किसी जॉनर में बांधना नहीं चाहते। वह कहते हैं कि बागमती बायोपिक नहीं हैं, पीरियड ड्रामा भी नहीं है।  फंतासी के तत्व नज़र आ सकते हैं, पर फिल्म में फ़न्तासी नहीं है।  इसे आप थ्रिलर कर कसते  हैं, पर इस जॉनर में बाँध नहीं सकते।  फिल्म के स्क्रीनप्ले में और भी कुछ उत्तेजनापूर्ण है।  दक्षिण के दर्शकों को फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार है।  बागमती २६ जनवरी (गणतंत्र दिवस पर) को रिलीज़ हो रही है।  इससे एक दिन पहले बॉलीवुड को दो बड़े सितारों वाली फ़िल्में भी रिलीज़ हो रही हैं।  अक्षय कुमार की पैडमैन और रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म पद्मावत रिलीज़ हो रही है।  यह दोनों फ़िल्में हिंदी बेल्ट के सिनेमाघरों में आपस  में टकरा रही हैं।  मनोज बाजपेई और सिद्धार्थ मल्होत्रा की थ्रिलर फिल्म ऐय्यारी इस टकराव को त्रिकोण दे रही थी ।  लेकिन, अब यह फिल्म ९ फरवरी तक टाल दी गई है।  इसके बावजूद हिंदी बेल्ट में इन दोनों फिल्मों के टकराव से हो रहा नुकसान दक्षिण में कुछ ज़्यादा हो सकता है। खास तौर पर, बागमती पद्मावत (पहले पद्मावती) को नायिका प्रधान फिल्म होने के कारण बड़ी चुनौती साबित होगी ।   देखें, क्या होता है २५/२६ जनवरी २०१८ को !