लिपस्टिक
अंडर माय बुरखा की निर्माता एकता कपूर और निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव सफलता की
कहानी फिर से दोहराना चाहते है । लिपस्टिक अंडर माय बुरखा एक बोल्ड फिल्म थी।
मुस्लिम स्त्रियों में नए जमाने के असर और आधुनिकता को दिखाने वाली फिल्म थी। इस फिल्म को टोक्यो और मुंबई फिल्म फेस्टवियल
में दिखाया गया। जहाँ, इस फिल्म ने स्पिरिट ऑफ़ एशिया प्राइज और ऑक्सफेम अवार्ड
जीता। फिल्म को जितना समीक्षकों ने सराहा, उतना ही बॉक्स ऑफिस पर सफलता भी मिली। फिल्म के निर्माण में सिर्फ छः
करोड़ खर्च हुए थे। लेकिन,
फिल्म ने
बॉक्स ऑफिस पर २६.६८ करोड़ का कारोबार किया। यह दोनों फ़िलहाल एक स्क्रिप्ट पर काम
कर रहे है । इस जोडी की आपस में बात तय हो चुकी है कि किस कहानी पर फिल्म बनाई
जायेगी । इस समय फिल्म की कास्टिंग चल रही है। लिपस्टिक अंडर माय बुरखा को मिली
आलोचकों की प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता के बाद, एकता कपूर और अलंकृता श्रीवास्तव के बीच सहयोग को दर्शकों द्वारा
उत्सुकता देखा जाना स्वाभाविक है। अपने और एकता कपूर के सहयोग को लेकर अलंकृता
श्रीवास्तव कहती हैं,
"मुझे लगता है
कि में जैसी फिल्मे बनाना चाहती हूँ, उसके लिए साहस और कुछ जोखिम उठाने की जरुरत है । मुझे इस बात की बहुत
खुशी है एक बहादुर प्रोड्यूसर एकता मेरे साथ है। भविष्य महिलाओ का है, और मुझे लगता है कि अधिक महिला सहयोग करे
यह हमें देखने की जरूरत है । न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर में ।“ अलंकृता श्रीवास्तव की फिल्म निर्माण
शैली की प्रशंसा करते हुए एकता कपूर कहती हैं, "अलंकृता की फिल्म निर्माण शैली बोल्ड, मनोरंजक है और हमारे समाज के लिए ज़रूरी और ज्वलंत सवाल पूछने वाली
होती है। मुझे सिर्फ इतना खुशी है कि हम कुछ और नई राह बनाने और बेहद मनोरंजक
कहानियों को एक साथ दिखाने के लिए पुन: मिल रहे हैं।“
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday 9 January 2018
लिपस्टिक अंडर माय बुरखा के बाद फिर साथ एकता और अलंकृता
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खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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