कंगना रानौत के लिए अच्छी खबर है। अपनी बेलाग बयानबाजी के कारण कुख्यात हो
चली कंगना रानौत के बॉलीवुड करियर के ख़त्म हो जाने का अनुमान लगाया जा रहा था। इस
समय वह केवल एक फिल्म ऐतिहासिक ड्रामा मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी ही कर रही
हैं। इस फिल्म को अप्रैल में रिलीज़ होना है। मणिकर्णिका के बाद कंगना ने कोई भी
हिंदी फिल्म साइन नहीं की थी, जिसकी शूटिंग कर सकें। उनके एक फिल्म खुद डायरेक्ट करने की खबर ज़रूर थी। लेकिन, अब बड़े परदे की झाँसी रानी का लोहा बॉलीवुड मान गया लगता है। उन्हें आर
बाल्की ने अपनी नई फिल्म की नायिका बनने का आमंत्रण दिया है। यह किरदार दुर्घटना में अपनी एक टांग खो चुकी अपाहिज
लड़की का है। इस अपंगता के बावजूद वह लड़की खुद
को वापस ढर्रे में लाती है और विश्व कीर्तिमान स्थापित करती है। बाल्की की इस
फिल्म की कहानी सुन कर अरुणीमा सिन्हा का रियल लाइफ करैक्टर याद आ सकता है, जो एक
ट्रेन हादसे में बदमाशों द्वारा फेंक दिए जाने के कारण अपनी एक टाँग कटवा बैठती
है। अरुणीमा पर फिल्म का निर्माण फरहान अख्तर करना चाहते थे। फिल्म का डायरेक्शन
जोया अख्तर को करना था। मगर अरुणीमा से पैसों के लेकर बात नहीं बनी। बाद में यह
फिल्म किसी दूसरे निर्माता के ज़रिये कंगना तक पहुंची। मगर बाल्की वाली फिल्म
अरुणीमा सिन्हा की बायोपिक नहीं। बेशक यह एक अपाहिज लड़की की दास्तान है। इस फिल्म
में कंगना रानौत के मेंटर का किरदार अमिताभ बच्चन करेंगे। वह ही कंगना के करैक्टर
को सभी परेशानियों से उबरने का साहस और प्रेरणा देते हैं। इस फिल्म की तैयारी के
लिए कंगना रानौत को मणिकर्णिका के बाद दो महीने देने होंगे, ताकि वह एक अपाहिज
लड़की की भूमिका को स्वाभाविक तरीके से कर सकें। जहाँ तक दर्शकों का सवाल है, उनके लिए दो ज़बरदस्त अभिनय
करने वाले कलाकारों को एक साथ देखना खुश माहौल जैसा होगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday 9 January 2018
आर बल्कि की फिल्म में अपाहिज लड़की का किरदार करेंगी कंगना रानौत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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