Thursday 31 August 2017

पाकिस्तान में इस बकरीद टकराएंगी दो उर्दू फ़िल्में

इस बार बकरीद पर, पाकिस्तान के बॉक्स ऑफिस पर दो उर्दू भाषी फ़िल्में टकराने को तैयार हैं।  पहली फिल्म पंजाब नहीं जाऊंगी की सबसे ज़्यादा चर्चा है।  नदीम बेग द्वारा निर्देशित इस फिल्म की बुकिंग पंजाब में सबसे ज़्यादा है।  नदीम बेग की २०१५ में रिलीज़ फिल्म जवानी फिर नहीं आनी को भी ज़बरदस्त सफलता मिली थी। इस फिल्म  की पटकथा खलीलउर्र रहमान कमर ने लिखी है।  फिल्म में हुमायूँ सईद, मेहविश हयात, अहमद अली बट, अजफर रेहमान, सोहैल अहमद, सफीना बेहरोज़, बेहरोज़ सब्ज़वारी, सबा हमीद, वसीम अब्बास और नवीद शहज़ाद जैसी ए क्लास की स्टार कास्ट यही।  इसीलिए इस फिल्म का ज़बरदस्त क्रेज बन चुका है।  इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म से टकराने को तैयार है एक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म न मालूम अफ़राद २।  कराची में तो न मालूम अफ़राद २ का दबदबा बन चुका है।  कराची में फिल्म को पिछले दो तीन सालों से पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री बॉक्स ऑफिस पर झटके खाती रही है। प्रदर्शकों ने फ़ास्ट ८ के बाद कोई वास्तविक हिट फिल्म नहीं दिखाई है। कुछ हिंदी और इंग्लिश फिल्मों को
बॉक्स ऑफिस पर थोड़ी बहुत सफलता ज़रूर मिली है। मगर पाकिस्तानी फ़िल्में नाकाम ही होती रही हैं। पाकिस्तान की असफल फिल्मों में मेगा बजट फिल्म यलगार भी शामिल है। यहाँ तक कि अच्छी शुरुआत करने के बावजूद शाहरुख़ खान की फिल्म जब हैरी मेट सेजल भी औसत से नीचे रही। यहीं कारण है कि पाकिस्तान का फिल्म उद्योग काफी सावधानी बरत रहा है। न मालूम अफराद २ और पंजाब नहीं जाऊंगी से अच्छे बिज़नस की उम्मीद लगाए पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री ने अजय देवगन, इमरान हाश्मी, इलिअना डिक्रुज़, एषा गुप्ता और विद्युत् जामवाल की फिल्म बादशाओ को पाकिस्तान में रिलीज़ होने से रोक दिया है, ताकि पाकिस्तान की दो फ़िल्में ईद वीकेंड पर ज्यादा से ज्यादा बिज़नस कर सकें। वैसे बॉक्स ऑफिस को न मालूम अफ़राद २ से ज़्यादा उम्मीदें हैं।  इस फिल्म के वीकेंड में ५ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नेस करने की
उम्मीद लगाईं जा रही है। इसे पंजाब नहीं जाऊंगी से ज़्यादा स्क्रीन भी मिले हैं और चर्चा भी इसी इसी फिल्म की हो रही है।  न मालूम अफ़राद २ के निर्देशक नबील कुरैशी हैं। वही २०१४ की फिल्म न मालूम अफ़राद के डायरेक्टर थे। इस फिल्म में फहद मुस्तफा, जावेद शेख, मोहसिन अब्बास हैदर और उरवा होकेन की मुख्य भूमिका है।  इस फिल्म से तनहाइयाँ, धूप किनारे और निजात जैसे सीरियलों से मशहूर ५५ वर्षीय अभिनेत्री मारिना खान का फिल्म डेब्यू हो रहा है।  

महाराजा के किरदार में संजय दत्त

दूसरा विश्व युद्ध छिड़ा हुआ था।  इस समय रूस और साइबेरिया से पोलिश शरणार्थियों से भरा के जहाज, जिसमे  पांच हजार बच्चे और औरते भरी हुई थी, शरण के लिए पोलैंड से लेकर ईरान  तक एक देश से दूसरे देश भटक रहा था।  ऐसे समय मे यह जहाज ब्रिटिश शासित मुंबई पहुंचा।  इस जहाज के बारे में खबर जाम साहिब के महाराजा दिग्विजय सिंह को मिली।  उन्होंने जामनगर में बालछड़ी में  चिल्ड्रन कैंप स्थापित कर दिया।  जहाँ इन शरणार्थियों को रखा गया।  यह लोग १९४५ तक यहीं रहे।  इस ३०० एकड़ में फैले इस कैंप में आजकल सैनिक स्कूल चलता है।  पोलैंड के शासकों ने महाराजा के इस काम को देखते हुए, वारसा में उनके सम्मान में द जमसाहेब दिग्विजय सिंह जडेजा स्कूल की स्थापना की।  २०१६ में पोलैंड की संसद ने महाराजा के सम्मान में एक प्रस्ताव भी पारित किया।  महाराजा की मृत्यु ३ फरवरी १९६६ को हो गई थी।  महाराजा के इस व्यक्तित्व और कृतित्व को एक फिल्म के माध्यम से भी उकेरा जा रहा है।  ओमंग कुमार के निर्देशन में इस फिल्म का निर्माण भारत-पोलिश सहयोग से किया जा रहा है।  द गुड महाराजा टाइटल के साथ बनाई जा रही फिल्म में संजय दत्त ने महाराजा जाम साहिब दिग्विजय सिंह का किरदार कर रहे हैं।  इस फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर आज जारी किया गया है, जिसमे संजय दत्त महाराजा के गेटअप में नज़र आ रहे हैं। हिंदी फिल्मों में वापसी के बाद संजय दत्त की ओमंग कुमार के साथ यह दूसरी फिल्म है।  ओमंग कुमार  के निर्देशन में संजय दत्त की पहली वापसी फिल्म भूमि २२ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है।

तीसरे सिंघम बनेंगे सनी देओल

सिंघम फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म सिंघम का ऐलान हो गया है।  लेकिन, इस फिल्म में भारी फेर बदल हुआ है। तमिल सिंहम पर तीन फ़िल्में बनाई जा चुकी हैं।  इन तीनों ही फिल्मों के नायक सूर्या ही थे।  बॉलीवुड ने पहली सिघम का रीमेक करने के बाद दूसरी सिंघम रिटर्न्स काले धन और बाबाओं के गठजोड़ की अलग कहानी पर आधारित थी ।  इस तीसरी फिल्म में सिंघम का चोला अभिनेता अजय देवगन ओढ़ने नहीं जा रहे।  सिंघम ३ का निर्देशन भी रोहित शेट्टी नहीं करेंगे।  अब सिंघम ३ का निर्माण जयंतीलाल गाड़ा के साथ सनी देओल करेंगे।  वह इस फिल्म में सिंघम का किरदार भी करेंगे।  इस बाबत, सनी देओल ने अपने मित्र अजय देवगन की राय भी ले ली है।  अजय देवगन को सनी देओल द्वारा सिंघम फ्रैंचाइज़ी पर फिल्म बनाने पर ऐतराज़ भी नहीं है। मगर, सनी देओल फिल्म में सिंघम टाइटल का इस्तेमाल नहीं करेंगे।  सिंघम ३ टॉलीवूड की ओर वापसी ज़रूर होगी।  यह फिल्म सूर्या की फिल्म सिंहम ३ का रीमेक ही होगी।  परन्तु इस फिल्म का टाइटल एसआई ३ होगा।  इसे शार्ट में सिंघम भी समझा जा सकता है।  इस फिल्म से सिनेमेटोग्राफर के० रवि चंद्रन का बॉलीवुड डेब्यू होगा।  इस फिल्म की कहानी ठगों के कारनामों पर आधारित होगी, जो एक पुलिस अधिकारी रहस्यमय तरीके से हत्या कर देते हैं। इस फिल्म की नायिका का चयन नहीं हुआ है।  ज़ाहिर है कि सनी देओल एक बार फिर अपने ढाई किलो के हाथ का जौहर दिखाने जा रहे हैं।  उनकी, अपने भाई बॉबी देओल के साथ कॉमेडी फिल्म पोस्टर बॉयज अगले महीने रिलीज़ होने जा रही है।  वह बेटे करण को नायक बनाने के लिए एक फिल्म का निर्देशन भी कर रहे हैं।

Wednesday 30 August 2017

मैरी क्वीन ऑफ़ स्कॉट्स की जेम्मा चान, इक्वलाइज़र के सीक्वल का विलेन पेड्रो पास्कल

सीआईए का अश्वेत अधिकारी मैकाल रिटायरमेंट के बाद हिंसा से दूर शांतिपूर्ण जीवन जी रहा है।  परन्तु, एक के बाद एक कई क्रूर हिंसक घटनाएं, उसे फिर से बन्दूक उठाने को मज़बूर कर देती हैं। यह कहानी ३ अक्टूबर २०१४ को भारत में रिलीज़ डेन्ज़ेल वाशिंगटन की केंद्रीय भूमिका वाली फिल्म इक्वलाइज़र की है ।  ७३ मिलियन  डॉलर के बजट में बनी निर्देशक एंटोनी फुका की फिल्म इक्वलाइज़र ने वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर १९२.३ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया था। अब इस फिल्म का सीक्वल बनाया जा रहा है। सीक्वल फिल्म के डायरेक्टर एंटोनी फुका ही होंगे।  फिल्म की कहानी तथा दूसरे विवरण का अभी खुलासा नहीं किया जा रहा है ।  पिछली फिल्म में डेन्ज़ेल वाशिंगटन के किरदार ने रशिअन सिंडिकेट से पंगा लिया था। सीक्वल फिल्म में क्या करने जा रहे हैं, अभी साफ़ नहीं है । कुछ ऐसा ही द एडजस्टमेंट ब्यूरो के पॉल डि सांतो अभिनेता पेड्रो पास्कल की इस सीक्वल फिल्म में भूमिका के बारे में भी कहा जा सकता है।  जहाँ तक इक्वलाइज़र की रिलीज़ की तारीख का सवाल है, यह १४ सितम्बर २०१८ पहले से ही तय है।  लेकिन, इस बीच दर्शकों को पेड्रो पास्कल को फिल्म किंग्समैन: द गोल्डन सर्किल (२२ सितम्बर २०१७ रिलीज़) में राजनेता जैक डेनियल/ एजेंट व्हिस्की के किरदार में देख चुके होंगे। 
मैरी क्वीन ऑफ़ स्कॉट्स की जेम्मा चान
ब्रितानी- अमेरिकी फिल्म मैरी क्वीन ऑफ़ स्कॉट्स एक ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म है।  यह फिल्म जॉन ग़य की लिखी आत्मकथा माय हार्ट इस माय ओन: द लाइफ ऑफ़ मैरी क्वीन पर आधारित फिल्म है। फिल्म की पटकथा बेउ बिलिमन ने लिखी है। इस फिल्म में सओरिस रोनन क्वीन ऑफ़ स्कॉट्स के किरदार में हैं।  फिल्म में कई दूसरे महत्वपूर्ण चरित्र भी है।  मसलन, मार्गोट रॉबी महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम, जैक लोब्डेन लॉर्ड डार्न्ले, मार्टिन कप्सटन जेम्स हेपबर्न, जो एल्विन रोबर्ट डडले, ब्रेंडन कोयल मैथ्यू स्टीवर्ट, डेविड टेन्नंत अन्थोनी बैबिंगटन, मारिया-विक्टोरिया ड्रगस मैरी फ्लेमिंग और इस्माइल क्रूज़ कोरडोवा डेविड रिज़्ज़िओ के किरदार में हैं।  अब इस स्टारकास्ट में एलिज़ाबेथ की घनिष्ठ मित्र एलिज़ाबेथ हार्डविक के किरदार में एक्शन थ्रिलर फिल्म जैक रयान: शैडो रिक्रूट की एमी चांग की मैरी चांग को शामिल कर लिया गया है।  फिलहाल इस फिल्म की रिलीज़ की तारीख तय नहीं है, लेकिन फिल्म २०१८ के अंत तक रिलीज़ हो सकती है। 

हमेशा सुन्दर सुशील और रिस्की रहा है देसी जेम्स बांड

बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ मल्होत्रा निर्देशक जोड़ी कृष्णा डीके और राज निदिमोरू निर्देशित फिल्म अ जेंटलमैन : सुन्दर सुशील रिस्की में  भारतीय  जेम्स बांड के किरदार में हैं।  फिल्म में थोड़ा स्पिडरमैन का तड़का है।  सिद्धार्थ की दो पहचान है।  वह कभी गौरव है, कभी ऋषि।  इस बीच वह सुन्दर और सुशील भी होता है और रिस्की भी।  जब वह रिस्क लेने पर उतरता है तो क्या कहने।  ब्रितानी जेम्स बांड को भी मात देता लगता है।  हालाँकि, इस फिल्म को हृथिक रोशन की २०१४ में रिलीज़ फिल्म बैंग बैंग का सीक्वल बताया जा रहा था।  मगर निर्माताओं ने इससे साफ़ इंकार किया है।  बहरहाल, सिद्धार्थ मल्होत्रा भारतीय जेम्स बांड का अवतार लेने जा रहे हैं।  इस समय याद आ जाते हैं पहले जेम्स बांड, जिनका जन्म इयान फ्लेमिंग के उपन्यासों में हुआ था।
५५ साल पहले जन्मा था जेम्स बांड !
पहली जेम्स बांड फिल्म डॉक्टर नो ५५ साल पहले ५ अक्टूबर १९६२ को रिलीज़ हुई थी।  इसके साथ ही लम्बी कद काठी वाला सूटेड बूटेड, मार्टिनी पीने का शौक़ीन और खूबसूरत लड़कियों से घिरा रहा पसंद करने वाला चौकन्ना ब्रितानी जासूस पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गया था। सीन कॉनरी पहले जेम्स बांड थे।  भारत में इस फिल्म को रिलीज़ होने में वक़्त लगा।  लेकिन, बॉलीवुड के कॉपी कैट फिल्मकारों को वाया वीडियो टेप इस फिल्म को देखने का मौका मिल गया। तबसे, आज जेम्स बांड फिल्मों को ५५ साल गुजर चुके हैं।  लेकिन, बांड आज भी जवान हैं, वही ३०-३२ साल का खूबसूरत, जवान मर्द ।
तेलुगु में जन्मा था देसी बांड
पूरी दुनिया में डॉक्टर नो के रिलीज़ होने के कुछ साल बाद भारत में हिंदुस्तानी जेम्स बांड का जन्म हुआ। बॉलीवुड के पहले भारतीय जेम्स बांड का जन्म फिल्म फ़र्ज़ से ६ अक्टूबर १९६७ को हुआ था।  इसके जन्मदाता विश्वामित्र आदिलअरुद्रा और वीडी पुराणिक की  लेखक तिकड़ी के साथ निर्देशक रवि नगाइच थे।  हिंदुस्तानी जेम्स बांड यानि गोपाल उर्फ़ एजेंट ११६ बने थे २५ साल के अभिनेता जीतेन्द्र।  यह इंडियन सीक्रेट सर्विस (आईएसएस)  का  सीक्रेट एजेंट था।  नाचता, गाता  और रोमांस करता गोपाल बॉलीवुड पहला देसी जेम्स बांड था।  लेकिन, यह शुद्ध बॉलीवुड  बांड नहीं था।   बॉलीवुड के जेम्स बांड गोपाल का जन्म एजेंट गोपी ११६ से हुआ था।  एम मल्लिकार्जुन राव निर्देशित  फिल्म गुडाचारी ११६ (११ अगस्त १९६६) में कृष्णा घट्ट  घट्टमनेनी ही  हिंदुस्तान के पहले जेम्स बांड थे।   हिंदी दर्शक उन्हें पदमालय स्टूडियो के मालिक जी कृष्ण के नाम से जानते हैं।  फिल्म में उनके साथ रोमांस जे जयललिता लड़ा रही थी। जयललिता का यह किरदार निगेटिव शेड लिए हुआ था।  पदमालय स्टूडियो ने कालांतर में बॉलीवुड के  पहले जेम्स बांड जीतेन्द्र के साथ कई पारिवारिक, रोमांस और एक्शन से भरपूर फ़िल्में बनाई।  कृष्णा के बेटे महेश बाबू तेलुगु  सर्वाधिक सफल अभिनेताओं में शुमार हैं।
१९६८ में तीन हिंदुस्तान जेम्स बांड
तेलुगु बांड फिल्म गुडाचारी ११६ की सफलता के बाद जेम्स बांड फिल्मों के बनने का सिलसिला चल निकला।  बॉलीवुड ने  कम से कम तीन जेम्स बांड फिल्म बनाई।  रामानंद सागर ने देश भक्ति के तड़के के साथ भारतीय जेम्स बांड को सुनील मेहरा नाम देकर बेरूत भेज दिया, आतंकवादी को ठिकाने लगाने के लिए।  ३३ साल के अभिनेता धर्मेंद्र बॉलीवुड के परफेक्ट जेम्स बांड साबित हो रहे थे, हालाँकि उन्होंने बन्दूक चलाने के अलावा कुछ ख़ास एक्शन नहीं किये थे।  अलबत्ता शेर से ज़रूर लड़े थे।  दूसरे जेम्स बांड छह फ़ीट लम्बे शैलेश कुमार थे।  उन्होंने फिल्म गोल्डनऑयज: सीक्रेट एजेंट ०७७ में माइक्रो चिप्स की वापसी के लिए सीक्रेट एजेंट राकेश को तैनात किया जाता है।  कमल शर्मा निर्देशित इस फिल्म में मुमताज़ नायिका की भूमिका में थी।  तमाम फिल्म में शैलेश कुमार मुंबई के सन एंड सैंड होटल के स्विमिंग पूल के किनारे अधनंगी लड़कियों के साथ  मौज करते दिखाए गए थे।  तीसरे जेम्स बांड देव कुमार थे।   स्पाई इन रोम (१९६८) में देव कुमार देसी जेम्स बांड राजेश उर्फ़ डबल एक्स सेवन बने थे। बीके आदर्श निर्देशित इस फिल्म में जयमाला, के एन सिंह, ब्रह्म भरद्वाज, आदि मुख्य भूमिका मे थे। इस फिल्म में एक मज़ाकिया किरदार बुलबुल उर्फ़  एजेंट ००५ (राजेंद्र नाथ) भी था।
यह भी देसी बांड
धर्मेंद्र ने कुछ दूसरी फिल्मों में बांडनुमा किरदार किये थे।  कीमत (१९७३) में धर्मेंद्र का एजेंट ११ ६ का किरदार कुछ ऐसा ही था। १९७९ में रिलीज़ रवि नगाइच की फिल्म सुरक्षा में मिथुन चक्रवर्ती ने सीबीआई अफसर गोपी का किरदार किया था।  १३ साल बाद रवि नगाइच की ही फिल्म रक्षा में जीतेन्द्र एजेंट गोपालकृष्ण पांडेय उर्फ़ एजेंट ११६ के किरदार में फिर नज़र आये। उनकी फिल्म बांड ३०३ भी स्पाई फिल्म थी। वारदात १९८१ में मिथुन चक्रवर्ती एक बार फिर देसी जेम्स बांड एजेंट गोपीनाथ उर्फ़ गनमास्टर-जी ९ के किरदार में थे।  राज सिप्पी की फिल्म मिस्टर बांड (१९९२) में अक्षय कुमार ने एक पुलिस अधिकारी का किरदार किया था, जो अपहृत छोटे बच्चों को छुड़ाता है।  इस किरदार को मिस्टर बांड नाम दिया गया था। फ्लॉप जेम्स बांड के अभिनेता अक्षय कुमार ने बेबी में सीक्रेट एजेंट का किरदार किया था।  राजश्री प्रोडक्शंस के बैनर तले विनोद दीपक बाहड़ी की फिल्म एजेंट विनोद (१९७७) में महेंद्र संधू का किरदार देसी जेम्स बांड वाला था।  हालाँकि, इस फिल्म में जगदीप ने जेम्स बांड की नक़ल में किरदार किया था।  यह हिट फिल्मों में शुमार की जाती है।  अब यह बात दीगर है कि सैफ अली खान की जेम्स बांड की नक़ल पर दो फिल्मे फैंटम और एजेंट विनोद बुरी तरह से असफल रही थी।  निखिल अडवाणी की फिल्म डी डे और १६ दिसंबर में एजेंटों की फौज थी।  मद्रास कैफ़े और रॉकी हैंडसम में जॉन अब्राहम, द हीरो अ लव स्टोरी ऑफ़ अ स्पाई में सनी देओल, एक था टाइगर में सलमान खान, बैंग बैंग (२०१४) हृथिक रोशन, अज़ान में सचिन जोशी, विश्वरूपम में कमल हासन और नाम शबाना में तापसी पन्नू के किरदारों को देसी जेम्स बांड टाइटल दिया जा सकता है।
फिर दिखाई पड़ेंगे देसी बांड 
दक्षिण के सुपर सितारे अजित कुमार की फिल्म विवेगम एक एजेंट की कहानी है।  बताया जा रहा है कि उनका इंटरपोल एजेंट किरदार देसी बांड ही है।  यह फिल्म हिंदी में डब कर भी रिलीज़ की जानी है। महेश बाबू की फिल्म  टाइगर ज़िंदा है में सलमान खान एक बार फिर देसी बांड बने नज़र आएंगे।  हिंदुस्तान का पहला बांड किरदार करने वाले एक्टर कृष्ण के बेटे महेश बाबू की आगामी फिल्म स्पाईडर में उनका किरदार बॉन्डनुमा है।  विश्वरूपम के सीक्वल में कमल हासन एक बार फिर एजेंट किरदार में होंगे।  कहा जा रहा है कि फिल्म बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ का नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी वाला किरदार बेशर्म देसी जेम्स बांड है।  हालाँकि, उसके कपडे और चालढाल ओरिजिनल बांड से नहीं मिलती।  लेकिन, कहते हैं नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी, "इस किरदार को  करते समय मेरे दिमाग में पहला किरदार जेम्स बांड का ही आया।  मैंने तय किया कि मैं जेम्स बांड जैसा ही कुछ किरदार पेश करूंगा।"


राजेंद्र कांडपाल 

Tuesday 29 August 2017

प्रॉफिट में हिस्सा लेने वाली तापसी पन्नू !

तमिल और तेलुगु फिल्मों   में अपने अभिनय और ग्लैमर का डंका बजाने के तीन साल बाद अभिनेत्री तापसी पन्नू  का डेविड धवन की फिल्म चश्मे बद्दूर से बॉलीवुड फिल्म डेब्यू हुआ।   इस फिल्म के बाद तापसी की अक्षय कुमार के साथ एक्शन फिल्म बेबी रिलीज़ हुई थी। फिल्म मे तापसी पन्नू ने एक स्पाई एजेंट का किरदार किया था।  तापसी को सराहना मिली पिंक (२०१६) और नाम शबाना (२०१७) से।  पिंक तो तापसी के किरदार के कारण यादगार बन गई।  तापसी का यह जलवा दक्षिण की फिल्मों में भी कायम है।  उन्हें ट्रेंड सेटर अभिनेत्री का खिताब दिया जा रहा है।  उनकी एक तेलुगु फिल्म आनन्दो ब्रह्मा हिट हो गई है।  ख़ास बात यह है कि इस हॉरर कॉमेडी फिल्म के साथ साउथ के किसी बड़े एक्टर का नाम नहीं जुड़ा था।  तापसी ने फिल्म की पढ़ने के बाद महसूस किया कि यह बिना बड़ी स्टार कास्ट की फिल्म नायिका पर केंद्रित है। इसलिए फिल्म की लागत कम रखी जानी चाहिए। इसलिए उन्होंने फिल्म को साइन करने के लिए कोई फीस नहीं ली।  तापसी ने फिल्म के निर्माता विजय चिल्ला और शशि देवीरेड्डी के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर खुद के लिए प्रॉफिट बुकिंग में हिस्सा ले लिया।   इससे पहले कभी किसी नायिका ने ऐसा कॉन्ट्रैक्ट नहीं किया था।  अब जबकि आनन्दो ब्रह्मा हिट हो  चुकी है, उम्मीद की जा रही है कि दूसरी अभिनेत्रियों का भी खुद पर भरोसा बढ़ेगा।  इस फिल्म में तापसी पन्नू एक भूत का किरदार किया है, जो इंसानों से डरता है  ।  इससे पहले तापसी पन्नू दक्षिण के फिल्म निर्माताओं के अभिनेत्री की नाभि पर निशाना लगाने की आदत को निशाना बना चुकी हैं।  इसमें उनका साथ इलियाना डिक्रूज़ ने एक इंटरव्यू में दिया।  अब देखने वाली बात होगी कि कब हिंदी फिल्मों की अभिनेत्रियां भी खुद पर भरोसा करते हुए अपनी सेक्स अपील पर फिल्म निर्माताओं के निशाने पर वार करती हैं !

Sunday 27 August 2017

दक्षिण की दो फिल्मों के टाइटल पर विवाद

दक्षिण की दो फिल्मों चिरंजीवी की १५१वी फिल्म सई रा नरसिम्हा रेड्डी और विजय देवराकोण्डा की फिल्म अर्जुन रेड्डी।  इन जातिसूचक शीर्षकों को लेकर दक्षिण के एक समीक्षक महेश कथि ने लिखा कि मुझे अर्जुन रेड्डी, नरसिम्हा नायडू, पेदारायडु, रामन्ना चौधरी  टाइटल पर ऐतराज नहीं।  मैं उम्मीद करता हूँ कि कृष्णा मडिगा, माला रमुडु, आदि शीर्षकों के साथ भी ज़्यादा फ़िल्में आएंगी। यहाँ बताते चलें की नायडू दक्षिण की अगड़ी जातियों के तथा मडिगा और रमुडु पिछड़ी जातियों के उपनाम हैं।  मगर, इस ऐतराज़ का कोई आधार नज़र नहीं आता है।  सई रा नरसिम्हा रेड्डी १८४६ में रायलसीमा में अंग्रेज़ों के विरुद्ध विद्रोह का झंडा खड़ा करने वाले स्वतंत्रता सेनानी थे।  इस फिल्म को दूसरी बाहुबली बताया जा रहा है।  फिल्म में बॉलीवुड के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है।  जबकि, अर्जुन रेड्डी के रोमांटिक एंटरटेनर है।  इसमें जातिसूचक कुछ भी नहीं है।