बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ मल्होत्रा निर्देशक
जोड़ी कृष्णा डीके और राज निदिमोरू निर्देशित फिल्म अ जेंटलमैन : सुन्दर सुशील
रिस्की में भारतीय जेम्स बांड के किरदार में हैं। फिल्म में थोड़ा स्पिडरमैन का तड़का है। सिद्धार्थ की दो पहचान है। वह कभी गौरव है, कभी ऋषि।
इस बीच वह सुन्दर और सुशील भी होता है और रिस्की भी। जब वह रिस्क लेने पर उतरता है तो क्या
कहने। ब्रितानी जेम्स बांड को भी मात देता
लगता है। हालाँकि, इस फिल्म को हृथिक
रोशन की २०१४ में रिलीज़ फिल्म बैंग बैंग का सीक्वल बताया जा रहा था। मगर निर्माताओं ने इससे साफ़ इंकार किया
है। बहरहाल, सिद्धार्थ मल्होत्रा भारतीय जेम्स बांड का अवतार
लेने जा रहे हैं। इस समय याद आ जाते हैं
पहले जेम्स बांड, जिनका जन्म इयान फ्लेमिंग के उपन्यासों में हुआ था।
५५ साल पहले जन्मा था जेम्स बांड !
पहली जेम्स बांड फिल्म डॉक्टर नो ५५ साल पहले ५
अक्टूबर १९६२ को रिलीज़ हुई थी। इसके साथ
ही लम्बी कद काठी वाला सूटेड बूटेड, मार्टिनी पीने का शौक़ीन और खूबसूरत लड़कियों से घिरा रहा पसंद करने
वाला चौकन्ना ब्रितानी जासूस पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गया था। सीन कॉनरी पहले
जेम्स बांड थे। भारत में इस फिल्म को
रिलीज़ होने में वक़्त लगा। लेकिन, बॉलीवुड के कॉपी कैट
फिल्मकारों को वाया वीडियो टेप इस फिल्म को देखने का मौका मिल गया। तबसे, आज जेम्स बांड
फिल्मों को ५५ साल गुजर चुके हैं। लेकिन, बांड आज भी जवान हैं, वही ३०-३२ साल का
खूबसूरत, जवान मर्द ।
तेलुगु में जन्मा था देसी बांड
पूरी दुनिया में डॉक्टर नो के रिलीज़ होने के कुछ
साल बाद भारत में हिंदुस्तानी जेम्स बांड का जन्म हुआ। बॉलीवुड के पहले भारतीय जेम्स
बांड का जन्म फिल्म फ़र्ज़ से ६ अक्टूबर १९६७ को हुआ था। इसके जन्मदाता विश्वामित्र आदिल, अरुद्रा और वीडी पुराणिक की
लेखक तिकड़ी के साथ निर्देशक रवि नगाइच थे।
हिंदुस्तानी जेम्स बांड यानि गोपाल उर्फ़ एजेंट ११६ बने थे २५ साल के अभिनेता जीतेन्द्र। यह इंडियन सीक्रेट सर्विस (आईएसएस) का
सीक्रेट एजेंट था। नाचता, गाता और रोमांस करता गोपाल बॉलीवुड पहला देसी जेम्स
बांड था। लेकिन, यह शुद्ध
बॉलीवुड बांड नहीं था। बॉलीवुड के जेम्स बांड गोपाल का जन्म एजेंट
गोपी ११६ से हुआ था। एम मल्लिकार्जुन राव
निर्देशित फिल्म गुडाचारी ११६ (११ अगस्त
१९६६) में कृष्णा घट्ट घट्टमनेनी ही हिंदुस्तान के पहले जेम्स बांड थे। हिंदी दर्शक उन्हें पदमालय स्टूडियो के मालिक
जी कृष्ण के नाम से जानते हैं। फिल्म में
उनके साथ रोमांस जे जयललिता लड़ा रही थी। जयललिता का यह किरदार निगेटिव शेड लिए हुआ
था। पदमालय स्टूडियो ने कालांतर में
बॉलीवुड के पहले जेम्स बांड जीतेन्द्र के
साथ कई पारिवारिक, रोमांस और एक्शन से भरपूर फ़िल्में बनाई। कृष्णा के बेटे महेश बाबू तेलुगु सर्वाधिक सफल अभिनेताओं में शुमार हैं।
१९६८ में तीन हिंदुस्तान जेम्स बांड
तेलुगु बांड फिल्म गुडाचारी ११६ की सफलता के बाद
जेम्स बांड फिल्मों के बनने का सिलसिला चल निकला।
बॉलीवुड ने कम से कम तीन जेम्स
बांड फिल्म बनाई। रामानंद सागर ने देश
भक्ति के तड़के के साथ भारतीय जेम्स बांड को सुनील मेहरा नाम देकर बेरूत भेज दिया, आतंकवादी को ठिकाने
लगाने के लिए। ३३ साल के अभिनेता
धर्मेंद्र बॉलीवुड के परफेक्ट जेम्स बांड साबित हो रहे थे, हालाँकि उन्होंने बन्दूक
चलाने के अलावा कुछ ख़ास एक्शन नहीं किये थे।
अलबत्ता शेर से ज़रूर लड़े थे। दूसरे
जेम्स बांड छह फ़ीट लम्बे शैलेश कुमार थे।
उन्होंने फिल्म गोल्डनऑयज: सीक्रेट एजेंट ०७७ में माइक्रो चिप्स की वापसी
के लिए सीक्रेट एजेंट राकेश को तैनात किया जाता है। कमल शर्मा निर्देशित इस फिल्म में मुमताज़
नायिका की भूमिका में थी। तमाम फिल्म में
शैलेश कुमार मुंबई के सन एंड सैंड होटल के स्विमिंग पूल के किनारे अधनंगी लड़कियों
के साथ मौज करते दिखाए गए थे। तीसरे जेम्स बांड देव कुमार थे। स्पाई इन रोम (१९६८) में देव कुमार देसी जेम्स
बांड राजेश उर्फ़ डबल एक्स सेवन बने थे। बीके आदर्श निर्देशित इस फिल्म में जयमाला, के एन सिंह, ब्रह्म भरद्वाज, आदि मुख्य भूमिका मे
थे। इस फिल्म में एक मज़ाकिया किरदार बुलबुल उर्फ़
एजेंट ००५ (राजेंद्र नाथ) भी था।
यह भी देसी बांड
धर्मेंद्र ने कुछ दूसरी फिल्मों में बांडनुमा
किरदार किये थे। कीमत (१९७३) में
धर्मेंद्र का एजेंट ११ ६ का किरदार कुछ ऐसा ही था। १९७९ में रिलीज़ रवि नगाइच की
फिल्म सुरक्षा में मिथुन चक्रवर्ती ने सीबीआई अफसर गोपी का किरदार किया था। १३ साल बाद रवि नगाइच की ही फिल्म रक्षा में
जीतेन्द्र एजेंट गोपालकृष्ण पांडेय उर्फ़ एजेंट ११६ के किरदार में फिर नज़र आये।
उनकी फिल्म बांड ३०३ भी स्पाई फिल्म थी। वारदात १९८१ में मिथुन चक्रवर्ती एक बार
फिर देसी जेम्स बांड एजेंट गोपीनाथ उर्फ़ गनमास्टर-जी ९ के किरदार में थे। राज सिप्पी की फिल्म मिस्टर बांड (१९९२) में
अक्षय कुमार ने एक पुलिस अधिकारी का किरदार किया था, जो अपहृत छोटे बच्चों को छुड़ाता है। इस किरदार को मिस्टर बांड नाम दिया गया था।
फ्लॉप जेम्स बांड के अभिनेता अक्षय कुमार ने बेबी में सीक्रेट एजेंट का किरदार
किया था। राजश्री प्रोडक्शंस के बैनर तले
विनोद दीपक बाहड़ी की फिल्म एजेंट विनोद (१९७७) में महेंद्र संधू का किरदार देसी
जेम्स बांड वाला था। हालाँकि, इस फिल्म में जगदीप
ने जेम्स बांड की नक़ल में किरदार किया था।
यह हिट फिल्मों में शुमार की जाती है।
अब यह बात दीगर है कि सैफ अली खान की जेम्स बांड की नक़ल पर दो फिल्मे फैंटम
और एजेंट विनोद बुरी तरह से असफल रही थी।
निखिल अडवाणी की फिल्म डी डे और १६ दिसंबर में एजेंटों की फौज थी। मद्रास कैफ़े और रॉकी हैंडसम में जॉन अब्राहम, द हीरो अ लव स्टोरी
ऑफ़ अ स्पाई में सनी देओल, एक था टाइगर में सलमान खान, बैंग बैंग (२०१४) हृथिक रोशन, अज़ान में सचिन जोशी, विश्वरूपम में कमल हासन और नाम शबाना में तापसी पन्नू के किरदारों को
देसी जेम्स बांड टाइटल दिया जा सकता है।
फिर दिखाई पड़ेंगे देसी बांड
दक्षिण के सुपर सितारे अजित कुमार की फिल्म
विवेगम एक एजेंट की कहानी है। बताया जा
रहा है कि उनका इंटरपोल एजेंट किरदार देसी बांड ही है। यह फिल्म हिंदी में डब कर भी रिलीज़ की जानी है।
महेश बाबू की फिल्म टाइगर ज़िंदा है में
सलमान खान एक बार फिर देसी बांड बने नज़र आएंगे।
हिंदुस्तान का पहला बांड किरदार करने वाले एक्टर कृष्ण के बेटे महेश बाबू
की आगामी फिल्म स्पाईडर में उनका किरदार बॉन्डनुमा है। विश्वरूपम के सीक्वल में कमल हासन एक बार फिर
एजेंट किरदार में होंगे। कहा जा रहा है कि
फिल्म बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ का नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी वाला किरदार बेशर्म देसी जेम्स
बांड है। हालाँकि, उसके कपडे और चालढाल
ओरिजिनल बांड से नहीं मिलती। लेकिन, कहते हैं नवाज़ुद्दीन
सिद्दीक़ी, "इस किरदार को करते समय मेरे
दिमाग में पहला किरदार जेम्स बांड का ही आया।
मैंने तय किया कि मैं जेम्स बांड जैसा ही कुछ किरदार पेश करूंगा।"
राजेंद्र कांडपाल
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